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वर्षा ऋतु पर निबंध (Rainy Season Essay in Hindi)

वर्षा ऋतु

वर्ष ऋतु हमारे लिए ढेर सारी खुशियों की बौछार लेके आती है। भारत में वर्षा ऋतु एक बेहद ही महत्वपूर्ण ऋतु है। वर्षा ऋतु आषाढ़, श्रावण तथा भादो मास में मुख्य रूप से होती है। वर्षा ऋतु मुझे बहुत पसंद है। ये भारत के चार ऋतुओं में से मेरी सबसे प्रिय ऋतु है। यह गर्मी के मौसम के बाद आती है, जो साल की सबसे गर्म ऋतु होती है। भयंकर गर्मी, गर्म हवाएँ (लू), और तमाम तरह की चमड़े की दिक्कतों की वजह से मैं गर्मी के मौसम में काफी परेशान हो जाता हूँ। हालाँकि, सभी परेशानियाँ वर्षा ऋतु के आने के साथ ही दूर हो जाती है।

Seasons in India Essay in Hindi | 10 Lines on Rainy Season in Hindi

वर्षा ऋतु पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Rainy Season in Hindi, Varsha Ritu par Nibandh Hindi mein)

वर्षा ऋतु पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द).

मनुष्यों के साथ ही साथ पेड़, पौधे, चिड़ियाँ और जानवर सभी उत्सुकता के साथ वर्षा ऋतु का इंतजार करते है और इसके स्वागत के लिये ढेर सारी तैयारियाँ करते है। इस मौसम में सभी को गर्मी से राहत और सुकून मिलता है।

वर्षा ऋतु का आगमन

भारत में वर्षा ऋतु जुलाई महीने में शुरु हो जाती है और सितंबर के आखिर तक रहती है। ये असहनीय गर्मी के बाद सभी के जीवन में उम्मीद और राहत की फुहार लेकर आती है। आकाश बहुत चमकदार, साफ और हल्के नीले रंग का दिखाई पड़ता है और कई बार तो सात रंगों वाला इन्द्रधनुष भी दिखाई देता है। पूरा वातावरण सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है। आकाश में सफेद, भूरे और गहरे काले बादल भ्रमण करते दिखाई देते है।

प्रकृति पर वर्षा ऋतु का प्रभाव

सभी पेड़ और पौधे नयी हरी पत्तियों से भर जाते है तथा बगीचें और मैदान सुंदर दिखाई देने वाले हरे मखमल की घासों से ढक जाते है। जल के सभी प्राकृतिक स्रोत जैसे नदियां, तालाबें, गड्ढें आदि पानी से भर जाते है। सड़कें और खेल के मैदान भी पानी से भर जाते है और मिट्टी कीचड़ युक्त हो जाती है।

वर्षा ऋतु की विशेषताएं

वर्षा ऋतु, किसानों के लिये फसलों के लिहाज से बहुत फायदेमंद रहती है। वर्षा ऋतु में जीव जन्तु भी बढ़ने लगते हैं। ये हर एक के लिये शुभ मौसम होता है और सभी इसमें खुशी के साथ ढेर सारी मस्ती करते है। इस मौसम में हम सभी पके हुये आम का लुत्फ उठाते है। वर्षा से फसलों के लिए पानी मिलता है तथा सूखे हुए कुएं, तालाबों तथा नदियों को फिर से भरने का कार्य वर्षा के द्वारा ही किया जाता है।

वर्षा ऋतु में वातावरण शुद्ध और दर्शनीय हो जाता है। प्रकृति फल और फूलों से लद जाती है। हमें वर्षा ऋतु बहुत पसंद आता है।

इसे यूट्यूब पर देखें : Essay on Rainy Season in Hindi

निबंध 2 (300 शब्द) – वर्षा ऋतु के फायदे व नुकसान

वर्षा ऋतु में आकाश में बादल छा जाते हैं, वे गरजते हैं और सुंदर लगते हैं। हरियाली से धरती हरी-हरी मखमल सी लगने लगती है। वृक्षों पर नये पत्ते फिर से निकलने लगते हैं। वृक्ष लताएँ मानो हरियाली के स्तम्भ लगते हैं। खेत फूले नहीं समाते, वास्तव में वर्षा ऋतु किसानों के लिये ईश्वर के द्वारा दिया गया एक वरदान है। वर्षा ऋतु में जीव जन्तु भी बढ़ने लगते हैं। ये हर एक के लिये शुभ मौसम होता है और सभी इसमें खुशी के साथ ढेर सारी मस्ती करते है।

वर्षा ऋतु में इंद्रधनुष

भारत में वर्षा ऋतु जुलाई महीने में शुरु हो जाती है और सितंबर के आखिर तक रहता है। ये असहनीय गर्मी के बाद सभी के जीवन में उम्मीद और राहत की फुहार लेकर आता है। इंसानों के साथ ही पेड़, पौधे, चिड़ियाँ और जानवर सभी उत्सुकता के साथ इसका इंतजार करते है और इसके स्वागत के लिये ढेर सारी तैयारियाँ करते है। इस मौसम में सभी को राहत की साँस और सुकून मिलता है।

आकाश बहुत चमकदार, साफ और हल्के नीले रंग का दिखाई पड़ता है और कई बार तो सात रंगों वाला इन्द्रधनुष भी दिखाई देता है। पूरा वातावरण सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है। सामान्यतः मैं हरे-भरे पर्यावरण और दूसरी चीजों की तस्वीर लेता हूँ जिससे ये मेरे कैमरे में यादों की तरह रहे। आकाश में सफेद, भूरा और गहरा काला बादल भ्रमण करता दिखाई देता है।

इस मौसम में हम सभी पके हुये आम का लुत्फ़ उठाते है। वर्षा से फसलों के लिए पानी मिलता है तथा सूखे हुए कुएं, तालाबों तथा नदियों को फिर से भरने का कार्य वर्षा के द्वारा ही किया जाता है। इसीलिए कहा जाता है कि जल ही जीवन है।

संक्रामक बीमारियों के फैलने का डर

सभी पेड़ और पौधे नयी हरी पत्तियों से भर जाते है तथा उद्यान और मैदान सुंदर दिखाई देने वाले हरे मखमल की घासों से ढक जाते है। जल के सभी प्राकृतिक स्रोत जैसे नदियॉ, तालें, तालाबें, गड्ढें आदि पानी से भर जाता है। सड़कें और खेल का मैदान भी पानी से भर जाता है और मिट्टी कीचड़युक्त हो जाती है। वर्षा ऋतु के ढेर सारे फायदे और नुकसान है।

एक तरफ ये लोगों को गरमी से राहत देती तो दूसरी तरफ इसमें कई सारी संक्रामक बीमारियों के फैलने का डर बना रहता है। यह किसानों के लिये फसलों के लिहाज से बहुत फायदेमंद रहता है लेकिन यह कई सारी संक्रमित बीमारियों को भी फैलाता है। इससे शरीर की त्वचा को काफी असुविधा होती है। इसके कारण डायरिया, पेचिश, टाईफॉइड और पाचन से संबंधित परेशानियाँ सामने आती है।

वर्षा ऋतु में रोगों के संक्रमण की संभावना अधिक हो जाती है और लोग अधिक बीमार पड़ने लगते है। इसलिए इस ऋतु में लोगों को सावधानी से रहना चाहिए और बारिश का मजा लेना चाहिए और जहां तक हो सके बारिश के पानी को संचित करने का उपाय ढूँढना चाहिए।

Rainy Season Essay in Hindi

निबंध 3 (400 शब्द) – वर्षा ऋतु का महत्व

धरती तप रही थी सूर्य आग उगल रहा था। सारे पेड़ पौधे सुख रहे थे। पक्षी-पशु जल बिना बेहाल थे। हर व्यक्ति उत्तेजना से मानसून की प्रतीक्षा कर रहा था। तभी आश्चर्यजनक रूप से मौसम में बदलाव आया। आकाश बदलो से घिर गया, तेज हवा और गड़गड़ाहट के साथ मध्य वर्षा होने लगी। मिट्टी की सौंधी सुगंध सांसों को महकने लगी। पेड़ पौधों में नया जीवन आ गया।

वर्षा ऋतु हम सभी के लिये प्यारा मौसम होता है। सामान्यतः: ये जुलाई के महीने में आता है और सितंबर के महीने में जाता है। ये प्रचण्ड गर्मी के मौसम के बाद आता है। ये धरती पर मौजूद हर जीव-जन्तु के लिये एक उम्मीद और जीवन लेकर आता है जो सूरज की ताप की वजह से खत्म हो जाता है। यह अपने प्राकृतिक और ठंडे बारिश के पानी की वजह से लोगों को बहुत राहत देता है। गर्मी के कारण जो नदी और तालाब सूख जाते वे फिर से बारिश के पानी से भर जाते है इससे जलचरों को नया जीवन मिल जाता है। यह उद्यानों और मैदानों को उनकी हरियाली वापस देती है। वर्षा हमारे पर्यावरण को एक नयी सुंदरता प्रदान करती है हालाँकि ये दुख की बात है कि ये सिर्फ तीन महीनों के लिये रहती है।

वर्षा ऋतु का सबसे अधिक महत्व किसानों के लिये

आम जन जीवन के अलावा वर्षा ऋतु का सबसे अधिक महत्व किसानों के लिये है क्योंकि खेती के लिये पानी की अत्यधिक आवश्यकता होती है जिससे फसलों को पानी की कमी न हो। सामान्यतः: किसान कई सारे गड्ढे और तालाब बनाकर रखते है जिससे वर्षा के जल का जरूरत के समय उपयोग कर सकें। वास्तव में वर्षा ऋतु किसानों के लिये ईश्वर के द्वारा दिया गया एक वरदान है। बारिश न होने पर वे इन्द्रराज देव से वर्षा के लिये प्रार्थना करते है और अंततः: उन्हें वर्षा का आशीर्वाद मिल जाता है। आसमान में बादल छाये रहते है क्योंकि आकाश में यहाँ और वहाँ काले, सफेद और भूरे बादल भ्रमण करते रहते है। घूमते बादल अपने साथ पानी लिये रहते है और जब मानसून आता है तो बारिश हो जाती है।

वर्षा ऋतु के आने से पर्यावरण की सुंदरता बढ़ जाती है। मुझे हरियाली बेहद पसंद है। वर्षा ऋतु के पलों का आनन्द लेने के लिये मैं सामान्यतः अपने परिवार के साथ बाहर घूमने जाता हूँ। पिछले साल मैं नैनीताल गया था और वह एक अच्छा अनुभव था। कई पानी से भरे बादल कार में हमारे शरीर पर पड़े और कुछ खिड़की से बाहर निकल गये। बारिश बहुत धीमे हो रही थी और हम सभी इसका आनन्द उठा रहे थे। हम लोगों ने नैनीताल में बोटिंग (नौकायन) का भी आनन्द उठाया। हरियाली से भरा नैनीताल बहुत अद्भुत लग रहा था।

ज्यादा बारिश हमेशा खुशियां ही नहीं लाता कभी-कभी जल प्रलय का कारण भी बन जाता है। कई जगह ज्यादा बारिश होने से गांव डूब जाते है और जन-धन की भी हानि होती है। बहुत ज्यादा बारिश के कारण खेते डूब जाते है फसलें भी नष्ट हो जाती और किसानों को बहुत नुकसान भी होता है।

Essay on Rainy Season in Hindi

निबंध 4 (600 शब्द) – वर्षा ऋतु के अगर फायदे हैं तो नुकसान भी है

वर्षा ऋतु को सभी ऋतुओं का रानी कहा जाता है। भारत में चार मुख्य ऋतुओं में वर्षा ऋतु एक है। यह हर साल गरमी के मौसम के बाद जुलाई से शुरु होकर सितंबर तक रहता है। जब मानसून आता है तो आकाश के बादल बरसते है । गर्मी के मौसम में तापमान अधिक होने के कारण पानी के संसाधन जैसे महासागर, नदी आदि वाष्प के रुप में बादल बन जाते है। वाष्प आकाश में इकट्ठा होती है और बादल बन जाते है जो वर्षा ऋतु में चलते है जब मानसून बहता है और बादल आपस में घर्षण करते है। इससे बिजली चमकती और गरजती है और फिर बारिश होती है।

हमारे देश में चार मुख्य ऋतुओं में वर्षा ऋतु एक है। यह ऐसी ऋतु है जो लगभग सभी लोगों की पसंदीदा होती है क्योंकि झुलसा देने वाली गर्मी के बाद ये राहत का एहसास लेकर आती है। वर्षा ऋतु जुलाई से शुरू होती है अर्थात सावन भादों के महीनों में होती है। यह मौसम भारतीय किसानों के लिए बेहद ही हितकारी एवं महत्वपूर्ण है।

कड़कड़ाती गर्मी के बाद जून और जुलाई के महीने में वर्षा ऋतु का आगमन होता है और लोगों को गर्मी से काफी राहत मिलती है। वर्षा ऋतु एक बहुत ही सुहाना ऋतु है। वर्षा ऋतु आते ही लोगों में खासकर के किसानों में खुशियों का संचार हो जाता है। वर्षा ऋतु सिर्फ गर्मी से ही राहत नहीं देता है बल्कि यह खेती के लिए वरदान है। बहुत सारे फसल अच्छी वर्षा पर निर्भर करता है। अगर अच्छी वर्षा नहीं हुई तो ज्यादा उपज नहीं हो पाएगा, जिससे लोगों को सस्ते में अनाज नहीं मिल पाएगा।

वर्षा ऋतु के दोनों पहलू : फायदे और नुकसान

वर्षा ऋतु के अपने फायदे और नुकसान है। बारिश का मौसम सभी को अच्छा लगता है क्योंकि यह सूरज की तपती गर्मी से राहत देता है। यह पर्यावरण से सभी गर्मी को हटा देता है और एक ठंडक एहसास होता है। यह पेड़, पौधे, घास, फसल और सब्जियों आदि को बढ़ने में मदद करता है। यह मौसम सभी जानवरों और पक्षियों को भी बेहद पसंद होता है क्योंकि उन्हें चरने के लिये ढेर सारी घास और पीने के लिये पानी मिल जाता है। और इससे हमें दिन में दो बार गाय और भैंसों का दूध उपलब्ध हो जाता है। सभी प्राकृतिक संसाधन जैसे नदी और तालाब आदि पानी से भर जाते है।

जब बारिश होती है तो सभी सड़कें, उद्यान तथा खेल के मैदान आदि जलमग्न और कीचड़युक्त हो जाते है। इससे हमें रोज खेलने में बाधा उत्पन्न होती है। सूरज की उपयुक्त रोशनी के बिना सब कुछ बदबू करने लगता है। सूरज की रोशनी की कमी की वजह से बड़े स्तर पर संक्रामक बीमारियों (विषाणु, फफूंदी और बैक्टीरिया से होने वाली) के फैलने का खतरा बढ़ जाता है। वर्षा ऋतु में, भूमि की कीचड़ और संक्रमित वर्षा का पानी धरती के अंदर जाकर पानी के मुख्य स्रोत के साथ में मिलकर पाचन क्रियाओं के तंत्र को बिगाड़ देते है। भारी बारिश के कारण बाढ़ की संभावना भी बनी रहता है।

वर्षा का दृश्य

पृथ्वी को मनोरम और अलौकिक रूप को देखकर बादल भी उसकी ओर आकर्षित होकर प्रेमी नायक की भांति झुकते ही चले आते हैं। और रसमय होकर उसे सरस बना देते हैं।  जैसे ही पृथ्वी पर बूँदें पड़ने लगती है वैसे ही पृथ्वी से अद्भुत भीनी-भीनी सुगंध उठने लगती है। वृक्षों में नया जीवन आ जाता है और वे हरे-भरे हो जाते हैं। पक्षी गण कलरव करने लगते हैं। इस प्रकार वर्षा के आगमन से  वातावरण ही बदल जाता हैं।

आखिरकार सभी के द्वारा वर्षा ऋतु को बहुत पसंद किया जाता है। हर तरफ हरियाली ही दिखाई देती है। पेड़, पौधे और लताओं में नयी पत्तियाँ आ जाती है। फूल खिलना शुरु हो जाते है। हमें आकाश में इन्द्र धनुष देखने का बेहतरीन मौका मिलता है। इस मौसम में सूरज भी लुका-छिपी खेलता है। मोर और दूसरे पक्षी अपने पंखों को फैलाकर झूमने लगते है। हम सभी वर्षा ऋतु का आनन्द स्कूल और घर दोनों जगह लेते है।

FAQs: Frequently Asked Questions

उत्तर – वर्ष भर में एक बार आने वाली वह ऋतु जिसमें वायुमंडलीय तापमान और आर्द्रता सामान्यतः उच्च रहते हैं, वर्षा ऋतु कहलाती है।

उत्तर – वर्षा ऋतु जून-जुलाई के महीने में आती है।

उत्तर – वर्षा ऋतु में अरहर, चावल, मक्का, मूंगफली, सोयाबीन आदि फसलें बोई जाती हैं।

उत्तर – वर्षा ऋतु में बोई जाने वाली फसलों को खरीफ फसल कहते हैं।

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वर्षा ऋतु पर निबंध – सरल शब्दों में | Essay on Rainy Season in Hindi

क्या आप वर्षा ऋतु पर निबंध लिखना चाहते हैं? अगर आप ढूंढ रहे हैं Essay on Rainy Season in Hindi तो आप बिलकुल सही जगह पर आये हैं। इस पोस्ट में हम आपके लिए बरसात के मौसम पर short essay लेकर आये हैं जो की बहुत ही सरल भाषा में लिखे गये हैं। हमें उम्मीद है आपको ये वर्षा ऋतु के बारे में निबंध पसंद आयेंगे। आप इस निबंध को स्कूल-कॉलेज या प्रतियोगिता आदि में लिख सकते हैं।

वर्षा ऋतु पर निबंध – 100 शब्दों में | Short Essay on Rainy Season in Hindi

मुझे वर्षा ऋतु बहुत पसंद है। यह हर वर्ष जुलाई के महीने में आता है और हमें मई जून की तपती गर्मी से राहत देता है। यह मौसम जुलाई से सितम्बर तक तीन महीने तक रहता है। जब बारिश होती है तो सूखे हुए पेड़-पौधे फिर से हरे-भरे हो जाते हैं।

इस मौसम में हम मीठे-मीठे आम को खाने का आनंद लेते हैं। साथ ही इस ऋतु में हम सभी भारतीय कई सारे त्यौहार जैसे रक्षाबंधन, कृष्ण जन्माष्टमी, गणेश पूजा, ईद-उल-जुहा, मुहर्रम आदि को बड़े धूम-धाम से मनाते हैं। इसके अलावा लम्बी छुट्टी के बाद इसी महीने में हमारी स्कूल फिर से शुरू होती है। नये कॉपी-किताबों के साथ हम बड़े उत्साह से नई कक्षा में प्रवेश लेते हैं।

Varsha Ritu Par Nibandh – 250 शब्द

मई-जून की तपती हुई गर्मी को शांत करने के लिए हमारे देश में जुलाई महीने में वर्षा ऋतु का आगमन होता है। बरसात का यह मौसम पेड़, पौधे, मनुष्य तथा सम्पूर्ण जीव जगत में एक नया उत्साह पैदा कर देती है।

गर्मी से सूखे हुए पेड़ फिर से हरे-भरे हो जाते हैं, तपती हुई धरती में जब पानी की बूँदें पड़ती हैं तो बंजर खाली जमीन में घास और नये पौधे निकल आते हैं।

किसानो के लिए वर्षा ऋतु किसी वरदान से कम नही है। गर्मी के मौसम में सारे खेत-खलिहान सूख जाते हैं। नदी-तालाबों, कुओं और सभी जल स्त्रोतों में पानी की कमी हो जाती है ऐसे में किसान फसल नही उगा सकते इसलिए उन्हें बरसात के मौसम का इन्तजार रहता है ताकि खेती करके अच्छी फसल उगा सकें और साल भर के लिए अनाज का प्रबंध कर सकें।

वर्षा ऋतु का महत्त्व

सभी ऋतुओं में वर्षा ऋतु का अपना एक अलग महत्व है। जैसा की हम सब को पता है की जल के बिना जीवन सम्भव नही है, अगर बरसात नही होगी तो पानी की कमी हो जाएगी और अकाल भी पड़ सकता है इससे जन-जीवन पर बहुत ही बुरा असर पड़ सकता है।

हमारा देश कृषि प्रधान देश है, और बिना वर्षा के खेती करना बहुत मुश्किल है। यही वजह है की जब वर्षा ऋतु का आगमन होता है तो किसान खुश हो जाते हैं क्योंकि इससे खेतों पर पानी की कमी पूरी हो जाती है।

वर्षा ऋतु को ऋतुओं की रानी कहा गया है। वर्षा ऋतु के अपने फायदे भी हैं तो कुछ नुकसान भी जैसे इस मौसम में मच्छर, कीड़े-मकोड़े आदि भी पैदा होते हैं और बीमारियाँ फैलने का खतरा भी रहता है। अधिक वर्षा होने पर बाढ़ का खतरा बना रहता है। लेकिन इन सब के बावजूद यह ऋतु सम्पूर्ण जीव जगत के लिए जीवनदायिनी है।

वर्षा ऋतु पर निबंध – 300 शब्द

भारत में ग्रीष्म ऋतु की चिलचिलाती हुई गर्मी जून तक रहती है, इसके बाद वर्षा ऋतु की शुरुआत होती है और यह सुहाना मौसम सितम्बर रहता है। वर्षा की फुहारें बेहद आनंददायक और सुकून देने वाली होती हैं। इंसानों से लेकर हर जीव जंतु तो इस मौसम का इंतजार रहता है।

इस मौसम में बादलों में काली-भूरी घटायें छा जाती हैं और जब मौसम साफ़ हो जाता है तो पूरा आसमान नीला और मनमोहक दिखाई देने लगता है। और हाँ इन्द्रधनुष को हम कैसे भूल सकते हैं, सात रंगों वाला यह मनमोहक दृश्य सिर्फ सिर्फ इसी मौसम में ही तो दिखाई देते हैं। पूरी धरती हरी-भरी हो जाती है, मिटटी से सौंधी-सौंधी खुशबू, पक्षियों की चहचाहट मन मोह लेती हैं।

वर्षा ऋतु की विशेषताएं

खेती करने लिए बरसात का मौसम ही अनुकूल होता है क्योंकि गर्मी में जल स्तर कम होने और जलाशय के सूखने के बाद इसी ऋतू में सिंचाई के लिए पानी का प्रबंध हो पाता है। वर्षा ऋतू सिर्फ इंसानों के लिए ही फायदेमंद नही है इससे सूखे हुए पेड़-पौधों और गर्मी से व्याकुल पशु पक्षियों में भी नई जान आ जाती है।

इस मौसम में जंगलों का नजारा बेहद अनोखा होता है, आपने मयूर के बारे में तो सुना ही होगा काले बादल जब छाते हैं तो ये अपने खूबसूरत पंखों को फैलाकर नृत्य करते हैं, गर्मी में बेहाल और प्यासे जानवर पहली बारिश से ही राहत महसूस करते हैं।

वर्षा ऋतु से लाभ और हानि

वर्षा ऋतु में खेतों में हरियाली आ जाती है, बीजों से अंकुरण निकल आता है, किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। धरती का जल स्तर भी बढ़ जाता है इससे पानी की कम दूर हो जाती है। अगर वर्षा ऋतु न आये तो हमारे पास अनाज की कमी हो जाएगी जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो जायेगा।

बेशक वर्षा ऋतु का हमारे जीवन में बहुत महत्त्व है, लेकिन फायदों के साथ-साथ इस मौसम के कुछ नुकसान भी हैं। अत्यधिक बारिश होने से बाढ़ आ सकता है नदी नालों में उफान आ जाता है। गावों से लेकर शहर तक जलमग्न हो सकते हैं इससे जानमाल की बहुत हानि होती है।

वर्षा ऋतु पर निबंध -400 शब्द | Essay on Rainy Season in Hindi

भारत में छः ऋतुएं आती हैं जिनमे से वर्षा ऋतु का अपना एक खास महत्त्व होता है। वर्षा ऋतु को ऋतुओं की रानी भी कहा जाता है। हमारे देश में वर्षा ऋतु का समय जुलाई से सितम्बर तक होता है।

मुख्य रूप से सावन का महिना ऐसा समय होता है जब मानसून सबसे अधिक सक्रिय हो जाता है। जून की झुलसा देने वाली गर्मी और गर्म हवाओं से राहत तभी मिलती है जब वर्षा की फुहारें धरती पर पड़ती हैं। धरती की प्यास बुझ जाती है, सूखे हुए पेड़ पौधों को नया जीवन मिल जाता है, तालाब, नदी नाले और जलाशय पानी से भर जाते हैं।

बरसात का मौसम जब आता है तो चारो ओर हरियाली छा जाती है, चिड़िया चहचहाने लगते हैं, मेंढक टर्राने लगते हैं, जंगली-जानवर भी चैन की सांस लेते हैं मानो सभी जीव-जंतुओं को इसी मौसम का बेसब्री से इन्तजार रहता है। पपीहे की पीहू-पीहू बहुत ही प्यारी लगती है, रात में जुगनू भी दिखाई देते हैं और झींगुर की झंकार भी सुने देती है ऐसा लगता है मानो सम्पूर्ण प्रकृति बोल उठी हो।

वर्षा ऋतु में आने वाले त्योहार

वर्षा ऋतु तीज-त्योहारों का भी मौसम है इस समय भारत में कई सारे त्यौहार मनाये जाते हैं जैसे:

  • रक्षाबंधन – यह भाई-बहन के प्यार को दर्शाने वाला हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार है।
  • तीज – यह हिन्दू महिलाओं द्वारा अपने पति की लम्बी उम्र के लिए रखा जाने वाला व्रत है।
  • जन्माष्टमी – कृष्ण जन्मोत्सव का यह त्यौहार हिन्दुओ द्वारा पूरे देश में मनाया जाता है।
  • श्री कृष्ण जयंती – यह भी समूर्ण भारत में मनाया जाता है।
  • ईद उल जुहा – यह मुसलमानों का एक प्रमुख त्यौहार है।
  • प्रकाश वर्ष – पंजाब में इस पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है।
  • मुहर्रम – यह सिया मुस्लिमों का प्रमुख त्योहार है।
  • ओणम – यह केरल का प्रमुख त्योहार है।
  • गणेश पूजा – इसे पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ हिन्दुओं द्वारा मनाया जाता है।

वर्षा ऋतु के लाभ

  • ग्रीष्म ऋतु की असहनीय गर्मी को कम करता है और वातावरण में ठंडक आ जाती है।
  • खेती के लिए अनुकूल मौसम बनता है और किसानो को सिंचाई के लिए पानी मिल जाता है।
  • सूखे हुए नदी-नाले, तालाब और पोखर पानी से भर जाते हैं।
  • वर्षा जल का संचयन करके पूरे वर्ष के लिए पानी बचाया जा सकता है।
  • भू-जल स्तर में भी सुधार होता है।
  • पर्यावरण हरा-भरा हो जाता है।
  • गाय-भैंस और जानवरों के लिए हरे चारे का प्रबंध हो जाता है।

वर्षा ऋतु से हानि

  • मिटटी गीली हो जाती है जिससे कीचड और गन्दगी फ़ैल जाती है।
  • अधिक बारिश से आवागमन में परेशानी होती है।
  • बाढ़ का खतरा रहता है।
  • संक्रामक रोग फैलने का खतरा रहता है।
  • छोटे-छोटे गड्ढों में पानी जमा हो जाते हैं जहाँ मच्छर पैदा हो जाते हैं।

आपको यह वर्षा ऋतु पर निबंध (Essay on rainy season in Hindi) कैसी लगी हमें कमेंट करके जरुर बताएं। वर्षा ऋतु पर निबंध for class 1, class 2, class 3, class 4, class 5 से class 10 तक के बच्चे इसे लिख सकते हैं। हमने इस आर्टिकल में वर्षा पर 100 शब्द से 400 शब्दों में निबंध लिखें हैं और ये आपके जरुरत के अनुसार अलग-अलग परीक्षाओं और प्रतियोगिताओं में आपके काम आ सकते हैं।

  • सभी ऋतुओं के नाम
  • ग्रीष्म ऋतु पर निबंध
  • 10 Lines on Winter Season in Hindi
  • 10 lines on spring season in Hindi

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It was an incredible essay. Especially, I like the essay on vasra ritu in 250 words.

Thank you Piyush

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वर्षा ऋतु पर निबंध – Essay on Rainy Season in Hindi

Essay on Rainy Season in Hindi : दोस्तों आज हमने वर्षा ऋतु पर निबंध  कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 & 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है.

वर्षा ऋतु जन जीवन का आधार है, इस समय मौसम सुहावना हो जाता है सभी जीव जंतुओं और मनुष्यों का मन प्रफुल्लित हो उठता है. बच्चों को बारिश बहुत अच्छी लगती है इसलिए अक्सर परीक्षाओं में वर्षा ऋतु पर निबंध लिखने को दिया जाता है.

Essay on Rainy Season in Hindi

Get Some Essay on Rainy Season in Hindi for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11 & 12 Students.

Best Essay on Rainy Season in Hindi 100 Words

हमारा देश कृषि आधारित देश है इसलिए आप वर्षा का होना बहुत जरूरी है. बारिश के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है क्योंकि बारिश से ही हमें पीने योग्य अमृत समान जल प्राप्त होता है.

भीषण गर्मी और लू चलने के बाद जब मानसून आता है तो चारों ओर खुशहाली और हरियाली छा जाती है. हर तरफ ठंडी-ठंडी हवाएं चलती है, खेतों में फसल लहरा उठती है, किसानों के चेहरे खिल उठते है, बच्चे भी बारिश और ठंडी हवा का आनंद लेते है.

बारिश का मौसम सबसे सुहाना मौसम होता है यह मौसम मुझे सबसे प्रिय और अच्छा लगता है.

Varsha Ritu Essay in Hindi 250 Words

वर्षा ऋतु हमारे देश में जुलाई माह से प्रारंभ होती है और सितंबर माह तक वर्षा होती है. गर्मियों की झुलसा देने वाली गर्मी के बाद सभी लोग बेसब्री से बारिश का इंतजार करते है. हमारे देश के किसान तो हर समय आसमान की तरफ टकटकी लगाए देखते रहते है.

वर्षा ऋतु किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है इस समय किसानों खरीफ की फसल बोते है और बारिश आते है फसल लहरा होते है चारों ओर खेतों में हरी भरी फसल लहराते देखकर मन प्रशंसा पूर्वक हर्षा उठता है

गर्मी के कारण सूखे हुए पेड़ पौधे भी नव अंकुरित हो उठते है, सूखी हुई नदियां, तालाब, बावड़िया, बांध पानी से लबालब भर जाते है धरती की प्यास बुझती है और भूजल स्तर ऊंचा उठ जाता है. सभी जीवो को बारिश से राहत की सांस मिलती है.

बारिश के आगमन पर मोर छम-छम करके नाचता है , कोयल मीठी राग सुनाती है, मेंढक टर्र-टर्र करके अपनी खुशी जाहिर करता है. वर्षा ऋतु बहुत ही मनोरम ऋतु होती है इस ऋतु में सभी का मन ऐसा होता है क्योंकि चारों तरफ हरियाली, ठंडी हवा और सुख शांति फैल जाती है.

मानसून के दिनों में आसमान में काले सफेद बादल पानी लेने के लिए दौड़ते नजर आते है, काली घटाओं में बिजली का चमकना बहुत अच्छा लगता है.

गर्मियों के कारण जो बच्चे घर से बाहर निकलना बंद कर देते हैं बारिश के मौसम में वे बाहर निकल कर खूब खेलते नाचते गाते है और बारिश का भरपूर आनंद उठाते है.

बारिश का मौसम पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक जीव को नया जीवन प्रदान करता है इसलिए मुझे वर्षा ऋतु बहुत पसंद है.

Latest Essay on Rainy Season in Hindi 500 Words

भूमिका –

भारत में मुख्य रूप से वर्षा सावन और भादो माह में होती है यह वह समय होता है जब मानसून सबसे सक्रिय रूप में होता है. ग्रीष्म काल की झुलसाती हुई गर्मी से राहत बारिश के कारण ही मिलती है.

गर्मियों के कारण भारत के प्रत्येक प्रांत का तापमान इतना अधिक बढ़ जाता है कि दिन में बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है. हर तरफ पानी के लिए त्राहि-त्राहि मच जाती है.

सभी नदी, नालों, तालाबों का पानी सूख जाता है जिसे जीव-जंतुओं का जीवन बहुत कठिन हो जाता है. लेकिन जब वर्षा ऋतु का आगमन होता है तो चारों तरफ हरियाली ही हरियाली छा जाती है.

ऐसा लगता है मानो बारिश की बूंदों के रूप में धरती पर अमृत की बौछार कर दी गई हो, बारिश के कारण ही पृथ्वी पर जीवन संभव है.

वर्षा ऋतु का महत्व –

वर्षा ऋतु सभी ऋतु में सबसे अच्छे ऋतु मानी जाती है, जब भी वर्षा आती है तब धरती का कण कण उमंग से प्रफुल्लित हो उठता है. जब धरती पर प्रचंड गर्मी के बाद मानसून की पहली बारिश होती है तो धरती से सोंधी सोंधी खुशबू आती है जिसके आगे दुनिया का सबसे खुशबूदार इत्र भी कम पड़ता है.

हमारा देश गर्म प्रांतीय क्षेत्र में आता है इसलिए यहां पर सबसे अधिक गर्मी पड़ती है, नदियों में पानी का अभाव है इसलिए पानी की उपलब्धता कम है. इसीलिए हमारे देश में वर्षा ऋतु का महत्व और भी बढ़ जाता है वर्षा ऋतु जब भी आती है तो सभी के मन को भा जाती है.

हमारा भारत देश के प्रधान देश है इसलिए यहां पर ज्यादातर खेती ही की जाती है और खेती के लिए पानी की आवश्यकता होती है इस आवश्यकता की पूर्ति सावन और भादो माह में आने वाली बारिश ही करती है. किसानों के लिए तो यह अमृत के समान है क्योंकि उनकी फसल बारिश पर ही निर्भर करती है.

जब बारिश अच्छी होती है तो देश के हर प्रांत में खेतों में फसल लहरा उठती है चारों तरफ हरियाली ही हरियाली छा जाती है ऐसा लगता है मानो धरती ने हरी चुनरी ओढ़ ली हो.

बारिश के कारण सभी नदी नाले और तालाब पानी से लबालब भर जाते हैं जिसके कारण पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव जंतुओं को मीठा जल पीने को मिलता है.

और धरती का भू-जल स्तर भी बढ़ जाता है जिससे गर्मी का प्रकोप कम हो जाता है और चारों तरफ ठंडी ठंडी हवाएं चलती है जो कि प्रत्येक प्राणी की मन को खुशहाली से ओतप्रोत कर देती है.

वर्षा के कारण फसल अच्छी होती है इसलिए सभी को खाने के लिए अनाज मिलता है साथ ही किसानों को इससे अच्छी पूंजी भी मिल जाती है.

जिससे उनका जीवन यापन थोड़ा सरल हो जाता है. बारिश अच्छी होती है तो देश की प्रगति भी तेजी से होती है. वर्तमान में जल की कमी का ज्यादातर भाग मानसून की बारिश से ही पूरा होता है इसलिए बारिश का महत्व हमारे जीवन में अतुल्य है.

निष्कर्ष –

हमारे जीवन में सभी ऋतुओं का महत्व है लेकिन सबसे अधिक महत्व वर्षा ऋतु का है जिसके कारण पृथ्वी की संपूर्ण जीवन प्रणाली चलती है लेकिन कभी-कभी अत्यधिक वर्षा के कारण कुछ हानि भी हो जाती है लेकिन इसके महत्व के आगे यह नगण्य है.

वर्षा हमारी धरती के लिए बहुत आवश्यक है इसलिए में इसके जल को सहेज कर रखना चाहिए और अधिक वर्षा हो इसलिए पेड़ पौधे लगाने चाहिए.

Full Essay on Rainy Season in Hindi

प्रस्तावना –

हमारा भारत देश बहुत सारी विभिन्नताओं वाला देश है इसलिए हमारे देश में ऋतुओं में भी विभिन्नता पाई जाती है. हमारे देश में कुल छ: ऋतुएँ ग्रीष्म, वर्षा, शीत ऋतु, हेमन्त, शिशिर और बसंत है जो कि हर दो महीने के अंतराल में बदल जाती है.

ऋतुओं के नाम के हिसाब से पृथ्वी का वातावरण बदलता रहता है, इन्हीं में से एक वर्षा ऋतु है जोकि संपूर्ण पर्यावरण में जीवन रेखा का काम करती है.

वर्षा ऋतु में बहुत तेज और अधिक बारिश होती है कई बार तो हफ्तों तक लगातार रिमझिम बारिश होती रहती है. वर्षा ऋतु में जुलाई में प्रारंभ होती है और अगस्त माह तक इसका पूरा जोर रहता है.

वर्षा ऋतु का आगमन –

जब वर्षा ऋतु का आगमन होता है तो चारों तरफ खुशहाली और हरियाली छा जाती है, भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से जनजीवन को राहत मिलती है. बच्चों से लेकर बूढ़े तक सभी में खुशी की लहर दौड़ जाती है. बारिश के समय बच्चे खूब नहाते और खेलते है अपनी कागज की नाव पानी में तैराते है.

किसान भी समय बहुत खुश होता है क्योंकि उसकी फसल लहरा उठती है. वर्षा के समय सूख चुके जंगल के पेड़ पौधे फिर से नव अंकुरित हो उठते है. सूखी काली पहाड़ियों पर हरियाली की चादर बिछ जाती है हर तरफ रंग बिरंगे फूल दिखाई देते है.

नदियां, ताल तलैया, नाले, बांध इत्यादि सभी पानी से भर जाते है, पूरा वातावरण ठंडा हो जाता है. पशु पक्षियों को खाने के लिए हरी घास और पेड़ पौधे मिल जाते है. वर्षा ऋतु का आगमन पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवो के लिए खुशियों की चाबी है.

वर्षा का आगमन सभी को भाता है यह प्रकृति की काया पलट कर रख देता है प्रकृति के सारे रंग हमें बारिश के मौसम में देखने को मिल जाते है यह दृश्य किसी स्वर्ग लोक से कम नहीं होता है.

वर्षा ऋतु के लाभ –

वर्षा ऋतु का लाभ संपूर्ण पर्यावरण को मिलता है बारिश के कारण ही पर्यावरण का पूरा चक्कर चल पाता है इसके मुख्य लाभ हमने नीचे पॉइंट के माध्यम से समझाएं है.

(1) किसानों को –

किसानों के लिए तो वर्षा ऋतु किसी वरदान से कम नहीं है क्योंकि वर्षा ऋतु से पहले किसान अपने खेतों में निराई गुड़ाई और खाद डालकर फसल के लिए तैयार करते है. यह सब इतना आसान नहीं होता क्योंकि उस समय भयंकर गर्मी और लू चलती है.

किसान प्रचंड गर्मी में दिन भर मेहनत करता है और फिर आसमान की तरफ टकटकी लगाए देखता रहता है कि कब बादल आए और बारिश होगी. हमारे देश के ज्यादातर किसान मानसून आधारित बारिश पर ही अपनी फसल बोते है.

इसलिए जब बारिश का मौसम आता है तो किसानों के मुंह की मुस्कान देखते ही बनती है. उनके द्वारा लगाई गई फसल, फल, सब्जियां इत्यादि सभी भरपूर मात्रा में होती है.

(2) पर्यावरण –

हमारी पृथ्वी की पर्यावरण के चक्कर को सुचारू रूप से चलाने के लिए वर्षा ऋतु का अहम महत्व है अगर यह रितु नहीं होगी तो संपूर्ण पर्यावरण तंत्र बिगड़ जाएगा. चारों तरफ पानी के लिए त्राहि-त्राहि मच जाएगी फिर पृथ्वी पर जीवन जीना मुश्किल हो जाएगा.

इसलिए जब बारिश आती है तो जीव जंतुओं के लिए चारे पानी की व्यवस्था हो जाती है और इंसानों के लिए भी पानी और अन्य फसल की व्यवस्था हो जाती है. पृथ्वी का पर्यावरण में फिर से एक बार जान आ जाती है. इसलिए वर्षा ऋतु का हमारे पर्यावरण के लिए अहम महत्व है.

(3) जीव – जंतुओं –

भयंकर गर्मी के कारण सभी पेड़ पौधे और घास सूख जाती है साथ ही पानी के तालाब और नदियां सूख जाती हैं जिससे जीव जंतुओं को खाने के लिए कुछ नहीं मिलता और पीने के लिए पानी भी बहुत कम मिलता है. इसके कारण धीरे-धीरे जीव जंतु और पशु पक्षी पानी और खाने की कमी के कारण मृत्यु के आगोश में चले जाते है.

लेकिन जब वर्षा ऋतु आती है तब फिर से पानी और खाने की कमी दूर हो जाती है इसलिए वर्षा ऋतु जीव जंतुओं के लिए अमृत के समान कार्य करती है.

(4) भू-जल स्तर बढ़ना –

गर्मी और अत्यधिक तापमान के कारण पृथ्वी का जल वाष्प बनकर उड़ जाता है, और मानव द्वारा भूजल का अत्यधिक दोहन करने के कारण भू-जल स्तर कम हो जाता है जिसके कारण पृथ्वी गरम रहती है और हमें स्वस्थ जल पीने को भी नहीं मिलता है.

जब वर्षा ऋतु आती है तब बारिश के कारण ही भू-जल स्तर बढ़ता है जिससे पृथ्वी के तापमान में भी कमी आती है और स्वच्छ जल भी हमें प्राप्त होता है.

(5) व्यापार में तेजी –

हमारा भारत देश कृषि आधारित देश है इसलिए यहां पर ज्यादातर आमदनी कृषि से ही होती है इसलिए जिस साल अच्छी वर्षा नहीं होती उस साल सभी वस्तुओं के दाम बढ़ जाते है और व्यापार धीमी गति से चलता है.

अगर अच्छी बारिश होती है तो किसानों को अच्छी आमदनी प्राप्त होती है और वे बाजार में आकर नई नई वस्तुएं खरीदते हैं जिससे व्यापार तेजी से बढ़ता है.

(6) देश की प्रगति –

हमारे देश आज भी 70% से अधिक आमदनी कृषि से ही होती है इसलिए हमारे देश के ज्यादातर लोग आज भी किसान है. इसलिए जिस वर्ष भी अधिक वर्षा होती है और फसल अच्छी हो जाती है तो हर प्रकार के व्यापार में तेजी देखने को मिलती है.

इस कारण सभी को खर्च करने के लिए पैसे मिल जाते है और सभी लोग नई नई वस्तुएं खरीदते है जिससे देश की प्रगति होने लग जाती है.

वर्षा से हानि –

वर्षा ऋतु से कुछ हानियां भी होती है लेकिन ज्यादातर मानव जनित कार्यों के कारण उनके घातक परिणाम देखने को मिलते है. वर्षा ऋतु से होने वाली कुछ प्रमुख हानियां निम्नलिखित है –

(1) बाढ़ – अत्यधिक बारिश होने के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है जिसके कारण फसल जन-धन की हानि होती है. लेकिन बाढ़ भी मानव जनित कार्य से ही आती है क्योंकि मानव द्वारा जंगलों की कटाई कर दी गई है जिससे पानी का बहाव तेजी से होता है.

और जनधन की हानि भी मानव के कारण ही होती है क्योंकि मानव ने अपने रहने का स्थान नदियों के पास बना लिया है और उनके बहने के क्षेत्र को रोक दिया है जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है. अगर मानव अपनी सीमा में रहे तो बाढ़ की स्थिति इतना भयानक रूप नहीं ले सकती है.

(2) मौसमी बीमारियां –

वर्षा ऋतु में मौसमी बीमारियां बहुत अधिक होती है जैसे हैजा, मलेरिया, त्वचा संबंधी रोग, खांसी जुकाम इत्यादि हो जाती है. लेकिन इनमें से ज्यादातर बीमारियां मानव द्वारा फैलाए गए प्रदूषण के कारण ही उत्पन्न होती है. अगर मानव पर्यावरण का ख्याल रखें तो वर्षा ऋतु से बीमारियां नहीं होंगी.

(3) भू-कटाव –

अत्यधिक तेज वर्षा के कारण भूमि का कटाव होने लग जाता है जिसे उपजाऊ मिट्टी बह कर चली जाती है. जो कि पर्यावरण और फसलों के लिए अच्छा नहीं होता है.

भू-कटाव की स्थिति वर्तमान में बहुत अधिक देखने को मिलती है क्योंकि मानव द्वारा अत्यधिक पेड़ों की कटाई कर दी गई है जिससे भूमि का कटाव हो रहा है इसलिए मैं अधिक से अधिक मात्रा में पेड़ लगाने होंगे और भू-कटाव को रोकना होगा.

वर्षा ऋतु के त्योहार –

वर्षा ऋतु आने के बाद भारत देश में जैसे त्योहारों की झड़ी लग जाती है, भारत में वर्षा से वैसे ही सभी को खुशी मिलती हैं और पूरा वातावरण ठंडा और मनमोहक हो जाता है इन खुशियों में चार चांद लगाने के लिए भारत देश के लोग त्योहारों का आयोजन करते है.

अगर ऐसा कहा जाए कि भारत में त्योहारों की शुरुआत वर्षा ऋतु से ही प्रारंभ होती है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी क्योंकि ज्यादातर त्यौहार वर्षा ऋतु के बाद ही आते है.

वर्षा ऋतु के बाद प्रमुख रूप से मनाए जाने वाले त्योहार निम्न है – तीज, रक्षाबंधन, गणगौर, दिवाली इत्यादि है.

उपसंहार –

वर्षा ऋतु के कारण संपूर्ण जन जीवन में हर्षोल्लास की लहर दौड़ जाती है, सच में वर्षा ऋतु पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवो के प्राण के लिए अमृत का कार्य करती है.

खेतों में लहराती हुई फसल का मनमोहक दृश्य बहुत सुहाना लगता है. चारों तरफ हरियाली ही हरियाली देखकर सबके मन को शांति मिलती है.

चहु और पशु पक्षी अपना नया राग सुनाते है यह वाक्य में ही बहुत मनोरम दृश्य होता है और वर्षा ऋतु के कारण भयंकर गर्मी से जो राहत मिलती है उसकी तो कल्पना भी नहीं की जा सकती है.

इसीलिए वर्षा ऋतु सभी ऋतु में सबसे ऊंचा स्थान रखती है. हमें भी वर्षा ऋतु में जल का संग्रह करके वर्षा ऋतु का आदर करना चाहिए.

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7 thoughts on “वर्षा ऋतु पर निबंध – Essay on Rainy Season in Hindi”

वर्षा ऋतु पर निबंध

very good letters

Thank you Arnav for appreciation, keep visiting Hindi yatra.

आप का निबंध हमें बहुत अच्छा लगा।

सराहना के लिए बहुत बहुत धन्यवाद अंशिका जी ऐसे ही और रोचक जानकारी लेने के लिए हिंदी यात्रा पर आते रहे धन्यवाद

आपका निबंध बहुत अच्छा लगा । धन्यवाद

करन राणा आप का बहुत बहुत आभार

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दा इंडियन वायर

वर्षा ऋतु पर निबंध

essay on rainy season in hindi for class 4

By विकास सिंह

essay on rainy season in hindi

बरसात का मौसम लगभग सभी का पसंदीदा मौसम होता है क्योंकि यह बहुत गर्मी के मौसम के बाद आता है।

वर्षा ऋतु पर निबंध, short essay on rainy season in hindi (100 शब्द)

मुझे बारिश का मौसम सबसे ज्यादा पसंद है। यह सभी चार सत्रों में मेरा पसंदीदा और सबसे अच्छा मौसम है। यह गर्मी के मौसम के बाद आता है, वर्ष का एक बहुत गर्म मौसम। बहुत अधिक गर्मी, गर्म हवा और त्वचा की समस्या के कारण मैं गर्मियों के मौसम में बहुत बेचैन हो जाता हूं। हालांकि बरसात का मौसम आते ही सारी समस्याएं खत्म हो जाती हैं।

वर्षा ऋतु जुलाई के महीने (शवन का महीना) में आती है और तीन महीने तक रहती है। यह सभी के लिए भाग्यशाली मौसम है और हर कोई इसे प्यार करता है और इसका आनंद लेता है। इस मौसम में हम प्राकृतिक रूप से मीठे आमों को खाना पसंद करते हैं। हम इस मौसम में बहुत उत्साह के साथ कई भारतीय त्योहार भी मनाते हैं।

वर्षा ऋतु पर निबंध, essay on rainy season in hindi (150 शब्द)

भारत में वर्षा ऋतु की शुरुआत जुलाई के महीने में होती है जब दक्षिण पश्चिम मानसून की हवाएँ बहने लगती हैं। हिंदी माह के अनुसार यह आषाढ़ और शावन में पड़ता है। सभी लोग इसका भरपूर आनंद लेते हैं क्योंकि ताजा हवा और बारिश के पानी के कारण वातावरण इतना साफ, ठंडा और स्वच्छ हो जाता है।

पौधे, पेड़ और घास इतने हरे हो जाते हैं और बहुत आकर्षक लगते हैं। सबसे गर्म गर्मी के लंबे समय के बाद प्राकृतिक जल प्राप्त करने की योजना और पेड़ों के लिए नए पत्ते पैदा हो रहे हैं। पूरा वातावरण चारों तरफ हरियाली का रूप देता है जो आंखों के लिए बहुत अच्छा है।

बरसात का मौसम मेरे पसंदीदा त्यौहार जैसे रक्षा बंधन , 15 अगस्त , तीज, दशहरा , इत्यादि लाता है। हम इस मौसम में बहुत सारे ताजे फल और अच्छी तरह से पके आम खाने का भी आनंद लेते हैं। मेरी माँ बहुत सारी स्वादिष्ट व्यंजन (जैसे कि पकौड़े, इडली, हलवा, चाय, कॉफी, सैंडविच, इत्यादि) पकाती हैं, जब बारिश होती है।

बारिश के मौसम पर निबंध, essay on rainy season in hindi (200 शब्द)

मुझे लगता है कि बारिश का मौसम सभी को पसंद है क्योंकि मुझे यह बहुत पसंद है। यह मुझे थोड़ा शांत और खुश महसूस कराता है। आखिरकार यह गर्मी के मौसम की लंबी अवधि के बाद आता है। भारत में लोग, विशेषकर किसान , इस मौसम की फसलों के कल्याण के लिए भगवान इंद्र की पूजा करते हैं। वर्षा-ईश्वर भारत में किसानों के लिए सबसे महत्वपूर्ण देवता है।

बारिश का मौसम इस धरती पर सभी को नया जीवन देता है जैसे पौधे, पेड़, घास, पशु, पक्षी, इंसान आदि। सभी जीवित चीजें बारिश के पानी में भीग कर बारिश के मौसम का आनंद लेती हैं। मैं आमतौर पर बारिश के पानी में भीगने के लिए छत पर ऊपर की मंजिल पर जाता हूं। मैं और मेरे दोस्त बारिश के पानी में नाचते और गाते हैं। कभी-कभी हम बारिश के समय स्कूल या स्कूल की बस में बैठ जाते हैं और फिर हम अपने शिक्षकों के साथ आनंद लेते हैं।

हमारे शिक्षक हमें बारिश के मौसम पर कहानियाँ और कविताएँ सुनाते हैं, जिनका हम भरपूर आनंद लेते हैं। जब हम घर आते हैं, हम फिर से बाहर जाते हैं और बारिश में खेलते हैं। पूरा वातावरण हरियाली से भरा हो जाता है और यह स्वच्छ और सुंदर दिखता है। इस धरती पर हर जीवित वस्तु को बारिश का पानी मिलने से नया जीवन मिलता है।

वर्षा ऋतु पर निबंध, 250 शब्द:

भारत में वर्षा ऋतु जुलाई के महीने में शुरू होती है और सितंबर के अंत तक जारी रहती है। यह एक असहनीय तेज गर्मी के बाद हर किसी के जीवन में एक नई उम्मीद और बड़ी राहत लाता है। मनुष्य सहित पौधे, पेड़, पक्षी, जानवर इस मौसम का बहुत बेसब्री से इंतजार करते हैं और बारिश के मौसम का स्वागत करने के लिए तैयार हो जाते हैं। सभी को राहत और आराम की सांस मिलती है।

आकाश बहुत उज्ज्वल, साफ और हल्के नीले रंग का दिखता है और इंद्र धनुष का अर्थ है सात रंगों का वर्षा धनुष। पूरा वातावरण एक बहुत ही आकर्षक और सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है। मैं आमतौर पर हरियाली के माहौल और अन्य चीजों को अपने कैमरे में कैद करने के लिए स्नैक्स लेता हूं। बादलों के सफेद, भूरे और गहरे काले रंग आसमान में भटकते दिखते हैं।

सभी पेड़ और पौधे नई हरी पत्तियों और लॉन से ढँक जाते हैं और खेत शानदार दिखने वाली हरी मखमली घास से ढक जाते हैं। सभी प्राकृतिक जल संसाधन जैसे गड्ढे, नदियाँ, तालाब, झील, खाई, आदि पानी से भर जाते हैं। सड़कें और खेल के मैदान पानी और कीचड़ से भरे होते हैं। बारिश के मौसम के बहुत सारे फायदे और नुकसान हैं। एक तरफ यह सभी को राहत देता है लेकिन दूसरी ओर यह विभिन्न संक्रामक रोगों से हमें बहुत डर भी देता है।

यह किसानों को फसलों की अच्छी खेती में मदद करता है, लेकिन यह पर्यावरण में विभिन्न बीमारियों को फैलाता है। कभी-कभी, यह त्वचा के स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक असुविधा का कारण बनता है। यह दस्त, पेचिश, टाइफाइड और अन्य पाचन तंत्र विकारों का कारण बनता है।

वर्षा ऋतु पर निबंध, essay on rainy season in hindi (300 शब्द)

प्रकृति के लिए वर्षा ऋतु का महत्व:.

बारिश का मौसम हम सभी के लिए प्यारा मौसम होता है। आम तौर पर, यह जुलाई के महीने में शुरू होता है और सितंबर में समाप्त होता है। यह गर्म गर्मी के मौसम के बाद आता है। यह उन जीवित चीजों के लिए नई उम्मीदें और जीवन लाता है जो गर्मी के सूरज की गर्मी के कारण मृत हो जाते हैं।

यह मौसम अपने प्राकृतिक और शांत बारिश के पानी के माध्यम से बहुत राहत देता है। सभी तालाब, नदी और नाले पानी से भर जाते हैं जो गर्मी के कारण सूख गए थे। तो, यह पानी जानवरों को नया जीवन देता है। यह बगीचों में हरियाली लौटाता है और वापस हरा करता है। यह पर्यावरण को एक नया आकर्षक रूप देता है। हालांकि, यह इतना दुखद है कि यह केवल तीन महीने तक रहता है।

भारतीय किसानों के लिए वर्षा ऋतु का महत्व:

भारतीय किसानों के लिए वर्षा ऋतु का बहुत महत्व है क्योंकि उन्हें अपनी फसलों की खेती के लिए वास्तव में अधिक पानी की आवश्यकता होती है। किसान आमतौर पर खेतों में आगे उपयोग के लिए बरसात के पानी को इकट्ठा करने के लिए कई गड्ढे और तालाब बनाते हैं। वर्षा ऋतु वास्तव में कृषकों के लिए भगवान से एक वरदान है।

वे वर्षा देव की पूजा करते हैं, अगर इसके बाद बारिश नहीं होती है और अंत में वे बारिश से धन्य हो जाते हैं। आकाश में बहुत सारे सफेद, भूरे और गहरे काले बादल दिखाई देते हैं, जो आकाश में यहाँ और वहाँ से चलते हैं। मानसून आने पर बादलों को चलाने में बहुत सारा पानी और बारिश होती है।

वर्षा ऋतु का मेरा पिछले वर्ष का अनुभव

बारिश का मौसम पर्यावरण में प्राकृतिक सुंदरता जोड़ता है। मुझे हरियाली बहुत पसंद है। मैं आमतौर पर अपने परिवार के साथ बारिश के मौसम का आनंद लेने के लिए बाहर जाता हूं। पिछले साल मैं नैनीताल गया था और अद्भुत अनुभव थे। बहुत धीरे-धीरे बारिश हो रही थी और हमें बहुत मज़ा आया। हमने नैनीताल में पानी के नौका विहार का भी आनंद लिया। पूरा नैनीताल अद्भुत नजारों से भरा दिख रहा था।

वर्षा ऋतु पर निबंध, long essay on rainy season in hindi (400 शब्द)

वर्षा ऋतु भारत के चार मुख्य मौसमों में से एक है। यह हर साल गर्मियों के मौसम के बाद विशेष रूप से जुलाई के महीने में और सितंबर में समाप्त होता है। आकाश में बादल तब बरसते हैं, जब मानसून होता है। गर्मी के मौसम में यह बहुत गर्म हो जाता है और महासागर, नदियों आदि जैसे जल संसाधनों से आकाश में वाष्प के रूप में ऊपर चला जाता है।

वाष्प आकाश में एकत्र हो जाते हैं और बादल बनाते हैं जो बरसात के मौसम में चलते हैं जब मानसून चल पड़ता है और बादल एक-दूसरे के घर्षण में आते हैं। यह गरजना, बिजली चमकना और फिर बारिश होना शुरू हो जाता है।

बारिश के मौसम के बहुत सारे फायदे और नुकसान हैं:

बरसात के मौसम के फायदे:

बारिश का मौसम सभी को पसंद आता है क्योंकि यह सूरज की तेज गर्मी से बहुत राहत देता है। यह पर्यावरण से सभी गर्मी को दूर करता है और सभी को ठंडा एहसास देता है। यह पौधों, पेड़ों, घासों, फसलों, सब्जियों आदि को ठीक से बढ़ने में मदद करता है।

यह जानवरों के लिए भी एक अनुकूल मौसम है, क्योंकि यह उन्हें चरने के लिए बहुत सारी हरी घास और छोटे पौधे देता है। और अंत में हमें दिन में दो बार ताजा गाय या भैंस का दूध मिलता है। नदी, तालाब और झील जैसे प्रत्येक प्राकृतिक संसाधन बारिश के पानी से भरे हुए हैं। पीने और बढ़ने के लिए बहुत सारे पानी मिलने से सभी पक्षी और जानवर खुश हो जाते हैं। वे मुस्कुराना, गाना शुरू करते हैं और आकाश में ऊंची उड़ान भरते हैं।

वर्षा ऋतु के नुकसान:

जब बारिश होती है, तो सभी सड़कें, योजना क्षेत्र और खेल के मैदान पानी और कीचड़ से भरे हो जाते हैं। इसलिए, हमें रोज़ाना खेलने में बहुत समस्याएँ आती हैं। बिना सूरज की रोशनी के, घर की हर चीज महकने लगती है। सही धूप की कमी की वजह से संक्रामक रोगों (जैसे वायरल, फंगल और बैक्टीरियल रोगों) के फैलने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।

बरसात के मौसम में, जमीन के कीचड़ भरे और संक्रमित बारिश के पानी को जमीन के अंदर पानी के मुख्य स्रोत से मिला दिया जाता है जिससे पाचन संबंधी विकार होने का खतरा भी बढ़ जाता है। बारिश के मौसम में बाढ़ का खतरा होता है अगर भारी बारिश होती है।

आखिरकार, बारिश का मौसम ज्यादातर सभी को पसंद आता है। यह हर जगह हरा दिखता है। पौधों, पेड़ों और लताओं को नए पत्ते मिलते हैं। फूल खिलने लगते हैं। हमें आकाश में एक सुंदर इंद्रधनुष देखने का एक बड़ा अवसर मिलता है। कभी-कभी सूरज अस्त हो जाता है और कभी-कभी बाहर आ जाता है, इसलिए हम सूरज की लुका-छिपी देखते हैं। मोर और अन्य वन पक्षी अपने पंख फैलाकर पूरे जोश में नाचने लगते हैं। हम स्कूल में और साथ ही घर में अपने दोस्तों के साथ पूरी बारिश के मौसम का आनंद लेते हैं।

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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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Bahut hi badhiya essay

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वर्षा ऋतु पर निबंध – Rainy Season Essay In Hindi

Rainy Season Essay In Hindi

Rainy Season Essay In Hindi : भारत में प्रमुख छ: ऋतुएं हैं, जिसमें से एक ऋतु वर्षा ऋतु भी है। वर्षा ऋतु को मॉनसून का मौसम भी कहा जाता है, और इस मौसम में भारत के कई हिस्सो में खूब बारिश होती है। इस ऋतु में बारिश के आनंद के साथ-साथ कई तरह के त्यौहार भी आते हैं, जैसे – रक्षाबंधन, गणेश चतुर्थी।

Varsha Ritu की शुरूआत जून महीने से होती है और लगभग सितंबर महीने तक चलती है। यह मौसम सिर्फ इंसानों को नही बल्कि पशु-पक्षियों को भी राहत देता है। वर्षा ऋतु में कई जगहों पर मनोहर दृश्य देखने को मिलते है। इस मौसम में प्रकृति अपने पूरे रंगों में सज जाती है।

वर्षा ऋतु शुरू होते है ही स्कूलों में बच्चों को वर्षा ऋतु पर निबंध (Varsha Ritu Par Nibandh) लिखने के लिए दिया जाता है। क्योंकि निबंध से बच्चे वर्षा ऋतु के आगमन, वर्षा ऋतु के महत्व, वर्षा ऋतु से उत्पन्न सौंदर्य, और वर्षा ऋतु के लाभ एवं हानि के बारे में जान पाते है। चलिए मैं आपको Varsha Ritu Essay in Hindi लिखने का तरीका बताता हूँ।

वर्षा ऋतु पर निबंध (Varsha Ritu Par Nibandh)

इस आर्टिकल में, मैं आपको अलग-अलग सीमा पर बरसात के मौसम पर निबंध (Rainy Season Essay In Hindi) लिखकर दूंगा। इस लेख से आप किसी भी कक्षा के लिए Varsha Ritu Par Nibandh लिख सकते है।

वर्षा ऋतु पर निबंध 200 शब्द (Rainy Season Essay In Hindi)

वर्षा ऋतु प्रकृति का एक बहुत बड़ा और अद्भुत उपहार है, क्योंकि इसके बिना धरती पर जीवन संभव नही है। इस ऋतु में आसमान काले बादलों से ढ़क जाता है, और बिजली चमकने लगती है। इसके बाद धरती पर पानी के फुहारें पड़ने लगते है, जिससे पेड़-पौधे, जीव-जंतु और खेत-खलिहान सभी पानी से तृप्त हो जाते है।

Varsha Ritu का आगमन श्रावण मास से होता है और भाद्रपद मास तक रहती है। इस ऋतु में खेतों में फसलों की बुवाई और रोपाई की जाती है। सभी किसान वर्षा के पानी का भरपूर उपयोग करते हैं, ताकि सुंदर और अच्छी फसल उग सके। इसके अलावा वर्षा के पानी से नदियां और तालाब भी भर जाते हैं।

इस ऋतु के अनेक फायदे हैं, लेकिन इसके साथ ही कुछ नुकसान भी है, जैसे- डेंगू, मलेरिया, और चिकनगुनिया प्रकार के गंभीर रोग। इसलिए बरसाती मौसम में सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है। इसके अलावा वर्षा ऋतु में बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं का भी खतरा होता है।

वर्षा ऋतु एक सुंदर और मनमोहक ऋतु है, जिससे पूरी प्रकृति को काफी फायदे मिलेते हैं। Rainy Season Essay In Hindi से हमें इस ऋतु के बारे में काफी कुछ जानने को मिलता है।

वर्षा ऋतु पर निबंध 300 शब्द (Varsha Ritu Par Nibandh)

प्रस्तावना.

वर्षा ऋतु भारत की अन्य ऋतुओं में से सबसे अधिक प्रिय ऋतु है। जब बारिश का मौसम आता है तो प्रकृति में अनेक मनोहर बदलाव देखने को मिलते है। यह मौसम हमें जून-जुलाई के समय की तेजी गर्मी से राहत देता है। इस मौसम में बच्चे-बुढ़े सभी आनंदित हो जाते हैं। सच में Rainy Season (बरसात का मौसम) काफी मनमोहक है।

वर्षा ऋतु का आगमन

दुनिया में अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग समय पर वर्षा ऋतु का आगमन होता है। लेकिन अगर भारत की बाते करें तो भारत में गर्मी के मौसम के बाद यानी जून महीने में वर्षा ऋतु का आगमन होता है। यह ऋतु लगभग सितंबर महीने तक रहती है।

भारत में वर्षा ऋतु अरब सागर से होते हुए पहले केरल राज्य की ओर बढ़ती है, और फिर उत्तरी भारत की तरफ आती है। वर्षा ऋतु आते ही प्रकृति अपना संकेत देना शुरू कर देती है, और किसान खेती की तैयारीयां शुरू कर देते है।

प्रकृति के लिए वर्षा ऋतु का महत्व

Varsha Ritu प्रकृति के लिए काफी महत्वपूर्ण ऋतु है, क्योंकि इस ऋतु के बिना प्रकृति नष्ट हो जाएगी। बारीश के मौसम की वजह से ही यह प्रकृति जीवित है। यह ऋतु मानव जीवन के साथ-साथ सभी जीव-जंतु के लिए काफी महत्वपूर्ण है। क्योंकि वर्षा ऋतु की वजह से ही पेड़-पौधे जीवत है।

इस वर्षा ऋतु से ही सूखी नदिया और तालाब दोबार भरते है। और सभी जीव-जंतुओं को पानी मिलता है। इसी ऋतु की वजह से फसले उगती है, जिसे खाकर हर जीव-जंतु जीवित रहता है। इसलिए वर्षा ऋतु इस प्रकृति के लिए काफी महत्वपूर्ण है।

उपसंहार

हम सब जानते है कि जल ही जीवन है, और बिना वर्षा ऋतु के जल का अस्तित्व खतरें में आ जाएगा। और अगर धरती से जल खत्म हो जाए तो पूरी पृथ्वी सुनसान हो जाएगी। मतलब कोई भी जीव-जंतु या पेड-पोधा नही बचेगा। इसलिए हमें प्रकृति को बचाना है और वर्षा ऋतु को संतुलित रखना है।

Varsha Ritu Essay in Hindi से हमें बहुत कुछ जानने को मिलता है।

वर्षा ऋतु पर निबंध 500 शब्द (Rainy Season Essay In Hindi)

बारिश प्रकृति की एक महत्वपूर्ण देन है। जब धरती पर पहली बार बारिश गिरती है तो मिट्टी की अलग ही खुशबू होती है, जिससे सूंघने से मन खुश हो जाता है। गांवों में वर्षा ऋतु के बाद अनेक मनमोहक दृश्य देखने को मिलते हैं। वर्षा के आने से चारों तरफ हरियाली छा जाती है।

वर्षा ऋतु क्या है

वर्षा ऋतु को भारत में बरसात का मौसम भी कहा जाता है, क्योंकि इस ऋतु में भारत की कई जगहों पर अच्छी बारिश होती है। यह ऋतु अक्सर जून से सितंबर माह तक रहती है। इस ऋतु में आसमान में काले बादल छा जाते है और बिजली कड़कने लगती है। तेज हवाएं चलती है और फिर बूँद-बूँद बारिश होने होती है।

और जब बारिश धरती पर पहुंचती है तो प्रकृति में एक नई ऊर्जा संचरित होती है, जिससे पेड़-पौधे हरे भरे हो जाते है और फूल खिल जाते है। पक्षी मुधर स्वर निकालते है और बच्चे-बूढ़े सभी वर्षा का आनंद लेते है।

वर्षा ऋतु का महत्व

वर्षा ऋतु प्रकृति और पृथ्वी के हर जीव-जंतु के लिए काफी महत्वपूर्ण है। यह ऋतु प्रकृति को नयी ऊर्जा देती है जिससे सभी को नया जीवन मिलता है। वर्षा के पानी से ही खेत हरे-भरे होते है। और साथ ही नदियाँ और तालाब भर जाते है, जिससे पशु-पक्षि सभी पानी पीते है।

यह ऋतु तेजी गर्मी के मौसम के बाती है जिससे सभी जीव-जंतुओं को गर्मी से राहत मिलती है, और मौसम ठंडा हो जाता है। इस ऋतु के बाद प्रकृति एक नए मनमोहक रूप में आ जाती है।

वर्षा ऋतु के फायदे और नुकसान

वर्षा ऋतु का सबसे बड़ा फायदा यही है कि यह प्रकृति को नया जीवन देती है। इस ऋतु से फसलों की वुबाई और रोपाई हो पाती है। बारिश से फसले अच्छी होती है और अकाल की संभावना भी कमा होती है। इस ऋतु से पशु-पक्षियों को पीने के लिए पानी मिलता है। इसके अलावा इस ऋतु से भीषण ग्रमी के बाद मौसम ठंडा भी होता है।

इस ऋतु के लाभ के साथ कुछ हानियां हैं, जैसे- मौसमी रोग (डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि), बाढ़ व भूस्खलन जैसी आपदाएं, बिजली गिरना। आप बारिश के इन नुकसानों से बच भी सकते है, लेकिन इसके लिए आपको सावधानी रखनी होगी।

वर्षा ऋतु सभी जीव-जंतु के लिए आनंद और उत्साह का सूचक है। इस ऋतु के आगमन से प्रकृति में भी अनेक मनमोहक बदलाव देखने को मिलते है। यह ऋतु केवल मानव जाति नही बल्कि सभी जीव-जंतु पेड़-पौधे में नई ऊर्जा का संचार कर देती है।

Varsha Ritu बहुत ही महत्वपूर्ण ऋतु है क्योंकि इस ऋतु के बिना पृथ्वी पर जीवन की कल्पना भी नही की जा सकती है। बारिश के मौसम में प्रकृति का एक नया रूप देखने को मिलता है। Rainy Season Essay In Hindi में समझना काफी महत्वपूर्ण है।

वर्षा ऋतु पर निबंध 1000 शब्द (Varsha Ritu Par Nibandh)

वर्षा ऋतु भारत की 6 ऋतुओं में से एक लोकप्रिय ऋतु है, जिसका आगमन मई महीने में होने लग जाता है, और यह ऋतु सितंबर महीने तक चलती है। पृथ्वी के अलग-अलग जगहों पर वर्षा ऋतु का आगमन अलग-अलग समय पर होता है।

यह ऋतु गर्मी के मौसम के बाद आती है और सभी जगह ठंडक कर देती है, इसलिए मौसम का सभी को बेसब्री से इंतजार रहता है। यह ऋतु हमें गर्मी से राहत देती है और साथ ही हमें एक अलग तरह का उत्साह भी देती है। बरसात के मौसम का आनंद बच्चे से बूढ़े तक सभी लोग लेते है।

इस Rainy Season Essay In Hindi में वर्षा ऋतु के आगमन, वर्षा ऋतु के महत्व, वर्षा ऋतु में आने वाले त्योहार, और इसके फायदे एवं नुकसान के बारे में बताया है।

वर्षा ऋतु के आगमन का समय

भारत देश में, वर्षा ऋतु जून महीने से शुरू होती है और सितंबर महीने तक चलती है। यह ऋतु हमारे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन से शुरू होती है। मानसून, मौसमी हवाएं है जो हिंद महासागर से आर्द्र हवा लाती है। यह आर्द्र हवा भारत के तटीय क्षैत्रो में आती है और फिर उत्तर की ओर चली जाती है।

वर्षा ऋतु के आगमन पर पूरा मौसम ठंडा और आर्द्र हो जाता है। बारिश के मौसम में भारत के अनेक जगहों पर भारी और लगातार बारिश होती है। भारत में यह बारिश कुछ जगहों पर कम होती है तो कुछ जगहों पर बहुत ज्यादा होती है। और कुछ जगहों पर मौसम कुछ महीने तक गीला ही रहता है।

वर्षा कैसे होती है

वर्षा संघनन प्रकार की एक प्रक्रिया द्वारा बनती है। जब वायु में मौजूद जलवाष्प ठंडी होकर पानी की बूंदो या बर्फ के क्रिस्टल में बदल जाती है, तो इसे संघनन कहा जाता है। और फिर यह पानी की बूंदे बादलों का रूप लेती है।

वर्षा का निर्माण कुछ इस प्रकार होता है:

1. सबसे पहले धरती का जल सूर्य की गर्मी से गर्म होकर जलवाष्प में बदलता है और फिर यह जलवाष्प ऊपर की तरफ जाती है।

2. जब जलवाष्प ऊपर जाती है तो वायु का तापमान धीरे-धीरे कम होता है। और फिर कम तापमान से जलवाष्प संघनित हो जाती है। इसके बाद पानी की बूदें बादलों में एकत्रित हो जाती है।

3. इसके बाद जब बादल भारी हो जाते है तो यह टूटते है, जिससे पानी की बूंधे धरती पर गिरती है। कभी-कभी बादल एक-दूसरे से टकराकर भी बारिश के रूप बरसते है।

4. वर्षा का पानी दोबार सूर्य की गर्मी से वाष्प में बदलता है। और फिर यह वापिस एक चक्र के रूप में चलता रहता है।

वर्षा ऋतु में प्रकृति का सौंदर्य

वर्षा ऋतु के समय प्रकृति का सौंदर्य कई गुना अधिक बढ़ जाता है। इस ऋतु के आगमने के बाद प्रकृति में एक नयी ऊर्जा भर जाती है। इस ऋतु में पेड़-पौधे हर-भरे हो जाते है। इनके पत्ते नए और चमकीले हो जाते है। सभी फूल खिल जाते है और वातारण में सुगंद फैल जाती है।

इस ऋतु में पूरा आसमान काले बादलों से ढ़क जाता है और मौसम ठंडा होने लग जाता है। और जब बारिश होती है तो धरती सुगंधित हो जाती है। हवाओं में एक अलग ही खुशबु फैल जाती है, जो मन को काफी खुश करती है।

बारिश से सभी सड़के, उद्यान और खेल के मैदान आदि जलमग्न हो जाते है। इससे सभी तालाब और नदिया भर जाती है, जिसका फायदा सभी जीवों को मिलता है।

वर्षा ऋतु का महत्व प्रकृति के लिए काफी ज्यादा होता है। क्योंकि जब वर्षा ऋतु आती है तो प्रकृति में नयी ऊर्जा से नवजीवन का संचार होता है। इस ऊर्जा पर सभी जीव-जंतु और पैड़-पौधे आश्रित होते हैं।

किसानों के लिए इस ऋतु का महत्व बहुत ज्यादा है, क्योंकि किसान इसी ऋतु में फसलों की बुवाई और रोपाई करते है। इससे फसले काफी अच्छी उगती है और अकाल की संभावना भी कम हो जाती है।

यह ऋतु पशु-पशी और जीव-जंतु के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस ऋतु में नदियां और तालाब भर जाते है। जिससे सभी जीव पानी पीते है और अपनी प्यास बुझाते है। इसके अलावा बरसात के मौसम की वजह से मौसम ठंडा हो जाता है और लोगों गर्मी से राहत मिलती है।

वर्षा ऋतु के फायदे या लाभ

वर्षा ऋतु से हमें कई लाभ मिलते हैं, जैसे-

  • प्रकृति को एक नया जीवन मिलता है, जिससे वातावरण स्वच्छ और ताजा हो जाता है।
  • बरसात से अच्छी फसले उगती है और अकाल की समस्या खत्म हो जाती है।
  • वर्षा ऋतु से भूमि में नमी रहती है, और इससे भूमि उपजाऊ बनती है।
  • बारिश के पानी से नदिया और तालाब भर जाते हैं, जिससे पशु-पक्षियों को पीने के लिए पानी मिलता है।
  • तेज गर्मी के मौसम के बाद जब वर्षा ऋतु आती है तो मौसम पूरा ठंडा हो जाता है और लोगों को गर्मी से राहत मिलती है।

इस तरह वर्षा ऋतु के अनेक फायदे हैं।

वर्षा ऋतु के नुकसान और इसके उपाय

वर्षा ऋतु के फायदों के साथ-साथ कुछ नुकसान भी है। ये नुकसान निम्नलिखित प्रकार से हैं-

  • बारिश की वजह से मौसमी रोग फैलते हैं, जैसे- डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि।
  • तेजी बारिश से कई बार बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाएँ भी आती हैं।
  • अधिक बारिश होने से कई बार फसले खराब हो जाती है।
  • बारिश की वजह से जगह-जगह पर कीचड़ भी होता है।
  • बारिश के मौसम में बिजली गिरने का भी खतरा रहता है, जिससे जान-माल का नुकसान हो सकता है।

वर्षा ऋतु के ये कुछ नुकसान है, लेकिन इस ऋतु में सावधानी रखकर इन नुकसान से बचा जा सकता है। बारिश के मौसम में हम छाता या रेनकोट का इस्तेमाल करके और घर के आसपास पानी को जमा न होने देकर बीमारियों से बच सकते है।

बाढ़ व भूस्खलन से बचने के लिए संभावित क्षैत्रों से दूर रहना चाहिए, और चेतावनी मिलने पर तुरंत सुरक्षित स्थानों पर चले जाना चाहिए। इसके अलावा बिज़ली से बचने के लिए हमें तेजी बारिश के दोरान घर से बाहर नही निकलना चाहिए। और घर से बाहर निकलना आवश्यक हो तो गीले स्थानों से बचकर चलना चाहिए।

वर्षा ऋतु के समय आने वाले त्यौहार

वर्षा ऋतु के दौरान भारत में कई तरह के त्यौहार मनाते जाते हैं, जो मई से सितंबर के बीच जाते हैं। ये त्योहार निम्नलिखित हैं- होली, बसंत पंचमी, राम नवमी, हरियाली तीज, और रक्षाबंधन। हालांकि इसके अलावा और भी अन्य त्यौहार मनाते जाते हैं, जो अलग-अलग धर्मों और समुदायों में मनाए जाते है।

वर्षा ऋतु इस पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव जंतु के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि बिना वर्षा के पृथ्वी पर पूरा जीवन अस्त-व्यस्त हो जाएगा। इस ऋतु का प्रभाव हमारी अर्थव्यवस्था पर भी पड़ता है, क्योंकि भारत एक कृषि प्रधान देश है और कृषि के लिए बारिश बहुत जरूरी है। इसलिए हम सभी को बारिश के पानी का सदुपयोग करना चाहिए और पर्यावरण को प्रदुषण से बचाए रखना होगा।

उम्मीद है कि Varsha Ritu Essay in Hindi , आपके लिए काफी फायदेमंद रहा होगा।

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वर्षा ऋतू पर निबंध हिंदी में | Essay on Rainy Season in Hindi

वर्षा ऋतू की जानकारी और निबंध – varsha ritu essay in hindi.

हमारे देश में चार मुख्य ऋतुओं में वर्षा ऋतु एक है। यह ऐसी ऋतु है जो लगभग सभी लोगों की पसंदीदा होती है क्योंकि झुलसा देने वाली गर्मी के बाद ये राहत का एहसास लेकर आती है। वर्षा ऋतू जुलाई से शुरू होती है अर्थात सावन भादों के महीनों में होती है। यह मौसम भारतीय किसानों के लिए बेहद ही हितकारी एवं महत्वपूर्ण है।

1 जून के करीब केरल तट और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में मानसून सक्रिय हो जाता है। हमारे देश में वर्षा ऋतु के अमूमन तीन या चार महीने माने गए हैं। दक्षिण में ज्यादा दिनों तक पानी बरसता है यानी वहां वर्षा ऋतु ज्यादा लंबी होती है जबकि जैसे-जैसे हम दक्षिण से उत्तर की ओर जाते हैं तो वर्षा के दिन कम होते जाते हैं।

वर्षा ऋतू में आकाश में बादल छा जाते हैं, वे गरजते हैं और सुंदर लगते हैं। हरियाली से धरती हरी-हरी मखमल सी लगने लगती है। वृक्षों पर नये पत्ते फिर से निकलने लगते हैं। वृक्ष लताएँ मानो हरियाली के स्तम्भ लगते हैं। खेत फुले नहीं समाते, वास्तव में वर्षा ऋतु किसानों के लिये ईश्वर के द्वारा दिया गया एक वरदान है। वर्षा ऋतू में जीव जन्तु भी बढ़ने लगते हैं। ये हर एक के लिये शुभ मौसम होता है और सभी इसमें खुशी के साथ ढ़ेर सारी मस्ती करते है। इस मौसम में हम सभी पके हुये आम का लुफ्त उठाते है। वर्षा से फसलों के लिए पानी मिलता है तथा सूखे हुए कुएं, तालाबों तथा नदियों को फिर से भरने का कार्य वर्षा के द्वारा ही किया जाता है। इसीलिए कहा जाता है कि जल ही जीवन है।

वर्षा ऋतु का आनंद लेने के लिए लोग पिकनिक मनाते हैं। गांवों में सावन के झूलों पर युवतियां झूलती हैं। वर्षा ऋतु में ही रक्षा बंधन, तीज आदि त्योहार आते हैं। यदि वर्षा बहुत अधिक हो तो बाढ़ भी आ जाती है जिससे बहुत नुकसान होता है। इस ऋतु में अनेक बीमारियां भी फैल जाती हैं। इसके कारण डायरिया, पेचिश, टाईफॉइड और पाचन से संबंधित परेशानियाँ सामने आती है।

मानव जीवन में जल का अत्यंत महत्व है। इसीलिए अच्छी वर्षा के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने चाहिए ताकि हमारा पर्यावरण स्वच्छ और हरा भरा बना रहें। हमें वर्षा के जल को भी संचित करके रखना चाहिए ताकि हमें कभी सूखे का सामना ना करना पड़े।

वर्षा ऋतु हिंदी निबंध – Rainy Season Essay in Hindi

(बरसात पर निबंध हिंदी में Barsaat ke mausam par nibandh)

बारिश का मौसम हम सभी के लिए प्यारा मौसम होता है। यह जुलाई के महीने में शुरू होती है और सितंबर के अंत तक जारी रहती है। वर्षा ऋतु में आकाश में बादल छा जाते हैं, वे गरजते हैं और सुंदर लगते हैं। हरियाली से धरती हरी-हरी मखमल सी लगने लगती है। वृक्षों पर नये पत्ते फिर से निकलने लगते हैं। वृक्ष लताएँ मानो हरियाली के स्तम्भ लगते हैं।

वर्षा ऋतु में जीव जन्तु भी बढ़ने लगते हैं। ये हर एक के लिये शुभ मौसम होता है और सभी इसमें खुशी के साथ ढेर सारी मस्ती करते है। ये असहनीय गर्मी के बाद सभी के जीवन में उम्मीद और राहत की फुहार लेकर आता है। आकाश बहुत चमकदार, साफ और हल्के नीले रंग का दिखाई पड़ता है और कई बार तो सात रंगों वाला इन्द्रधनुष भी दिखाई देता है। पूरा वातावरण सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है।

भारतीय किसानों के लिए वर्षा ऋतु का बहुत महत्व है क्योंकि उन्हें अपनी फसलों की खेती के लिए वास्तव में अधिक पानी की आवश्यकता होती है। किसान आमतौर पर खेतों में आगे उपयोग के लिए बरसात के पानी को इकट्ठा करने के लिए कई गड्ढे और तालाब बनाते हैं। खेत फूले नहीं समाते, वास्तव में वर्षा ऋतु किसानों के लिये ईश्वर के द्वारा दिया गया एक वरदान है। यह किसानों के लिये फसलों के लिहाज से बहुत फायदेमंद रहता है लेकिन यह कई सारी संक्रमित बीमारियों को भी फैलाता है। इससे शरीर की त्वचा को काफी असुविधा होती है। इसके कारण डायरिया, पेचिश, टाईफॉइड और पाचन से संबंधित परेशानियाँ सामने आती है। इसलिए हमें, आसपास साफ-सफाई में ध्यान देना चाहिए और बरसात में भींगने से बचना चाहिए ।

Q : वर्षा ऋतु का महत्व क्या है?

Ans : वर्षा सभी जिव-जन्तुओ के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पानी के बिना जीवन संभव नहीं है। वर्षा से फसलों के लिए पानी मिलता है तथा सूखे हुए कुएं, तालाबों तथा नदियों को फिर से भरने का कार्य वर्षा के द्वारा ही किया जाता है। इसीलिए कहा जाता है कि जल ही जीवन है।

Q : वर्षा ऋतु में कौन सी फसल बोई जाती है?

Ans : वर्षा के मौसम में बोई जाने वाली मुख्य फसलों में चावल, मक्का, ज्वार, बाजरा, तुर,अरहर, मूँग, उड़द, कपास, जूट, मूँगफली और सोयाबीन शामिल हैं।

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हर साल हम सभी को वर्षा ऋतु (Rainy Season) का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार रहता है। शायद ही कोई ऐसा होगा जिसे बारिश का मौसम पसंद न हो। बच्चे हों या फिर बड़े हर कोई बारिश के मौसम का स्वागत करना, उसका आनंद उठाना और उससे प्यार करना बखूबी जानता है। किसी को बरसात के मौसम में घूमना पसंद होता है, तो किसी को बरसात में भीगना अच्छा लगता है। वर्षा ऋतु के मौसम में पेड़-पौधों पर हरियाली की सुंदरता भी और बढ़ जाती है। इंसान ही नहीं बल्कि पशु-पक्षी भी वर्षा ऋतु के आगमन से प्रसन्न हो उठते हैं।

भारत में वर्षा ऋतु एक बेहद ही महत्वपूर्ण ऋतु मानी जाती है। जब वर्षा ऋतु का आगमन होता है, तो हर तरफ खुशियों का माहौल छा जाता है। वर्षा ऋतु के आने पर बच्चों में एक अलग ही उमंग देखने को मिलती है। पर्यावरण के लिए वर्षा बहुत जरूरी होती है। वर्षा हमारे लिए ही नहीं पृथ्वी के लिए भी बहुत जरूरी है। भारत में वर्षा किसानों के लिए एक वरदान है क्योंकि उनकी फसल की बुआई और सिंचाई वर्षा पर ही निर्भर रहती है। अगर यही वर्षा देर से आए, तो उनकी फसल खराब होने की संभावना रहती हैं। हर किसी ने बारिश के पानी में कागज से बनी हुई नाव के साथ खेलते हुए बच्चों का सुन्दर दृश्य जरूर देखा होगा।

वर्षा ऋतु का आगमन

वर्षा ऋतु का आगमन श्रावण माह से शुरू होता है और भादो माह तक रहता है। अंग्रेजी भाषा में इसे जुलाई से सितंबर तक के महीने को कहा जाता हैं। वर्षा ऋतु में चारों तरफ आपको हरियाली नज़र आयेगी। वर्षा ऋतु को मानसून भी कहा जाता है। इस मौसम में बरसात सबसे ज्यादा होती है। आपको हर तरफ पानी ही पानी नजर आएगा। पेड़ों पर हरे-भरे पत्ते, आम के फलों से लदे पेड़, उस पर चिड़ियों का बैठकर चहचाना, ये मनमोहक दृश्य आपको वर्षा ऋतु के आगमन का संदेश देता है।

वर्षा ऋतु का महत्व

वर्षा ऋतु एक ऐसी ऋतु है जो सबको अपनी तरफ आकर्षित करती है। चाहे वो मनुष्य हों, पेड़-पौधे हों या पशु-पक्षी हों। गांव के खेतों में लहराते धान को देखकर वर्षा ऋतु की जो मनमोहक प्रस्तुति हमारे मन में उत्पन्न होती है उसे शब्दों में बयां कर पाना शायद ही किसी के लिए आसान हो। इस मौसम में धान के अलावा और भी फसलों का उत्पादन किया जाता है। जिससे किसानों को ज्यादा मुनाफा मिलता है।

उत्पादन में अधिक वृद्धि- अगर सही समय पर वर्षा ऋतु का आगमन हो जाए, तो किसानों के खेतों के लिए काफी लाभदायक होता है जिसे निम्नलिखित तरीकों से बताया गया है।

  • सिंचाई के लिए किसी अन्य साधन पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है।
  • वर्षा ऋतु में एक से ज्यादा फसलों का उत्पादन।
  • सिंचाई के पैसों की बचत।
  • वर्षा का पानी धान के पौधों को मजबूत करने का काम करता है।

छोटे जीव-जंतु को राहत- जून के माह में भीषण गर्मी पड़ती है जिसके कारण छोटे-छोटे जीव-जन्तु परेशान हो जाते हैं। जुलाई के माह में जब बारिश होती है, तो उनको राहत मिलती है।

वर्षा ऋतु का उद्देश्य

वर्षा ऋतु का उद्देश्य है जीवन के चक्र को चलाना तथा उसे नया रूप देना। वर्षा ऋतु 3 से 4 महीने रहती है और फिर चली जाती है। वर्षा ऋतु में ठंडी-ठंडी हवाएं चलती हैं, पेड़ों पर नए-नए पत्ते निकलने शुरू हो जाते हैं, जमीन पर छोटी-छोटी नई घास की चादर बिछ जाती है। बारिश की पहली बूंद जब धरती पर गिरती है, तो जमीन से निकलने वाली खुशबू आप का मन मोह लेगी। वर्षा ऋतु में त्योहारों का आगमन और किसानों में एक अलग जोश के साथ खेती करना उत्साह देखा जा सकता है। वर्षा से हमें गर्मी से राहत मिलती है।

वर्षा ऋतु के लाभ

बारिश हमारे और हमारे देश के किसानों के लिए बहुत फायदेमंद होती है। वर्षा ऋतु के लाभ निम्नलिखित हैं-

पानी को इकट्ठा करने का समय-

वर्षा ऋतु ही एक ऐसा मौसम है जहां हम वर्षा के पानी को इकट्ठा करके रखने में सक्षम हो सकते हैं। इसलिए हमें चाहिए कि हम तालाब, नहर, कुएं, गड्ढे आदि जगह पर पानी को इकट्ठा करके रख ले और बाद में इसका उपयोग हम खेत की सिंचाई, पेड़ों को पानी देना आदि जैसी चीजों के लिए करें।

पानी कम खर्च करने का सुनहरा मौका होती है वर्षा ऋतु-

वर्षा ऋतु में हम पानी का सबसे कम उपयोग कर सकते हैं क्योंकि बारिश के कारण पेड़-पौधे को अपने आप ही पानी मिल जाता है। तो हमें उन्हें पानी देने की जरूरत नहीं पड़ती है। ऐसे में आप पानी की बचत भी कर सकते हैं।

पंखे, कूलर और एसी का कम से कम प्रयोग-

वर्षा ऋतु में हम पंखे, कूलर और एसी का कम से कम प्रयोग कर सकते हैं क्योंकि वर्षा ऋतु में मौसम ठंडा रहता है।

वर्षा ऋतु से हानि या समस्या

बाढ़ की संभावना–

लगातार तेज बारिश होने के कारण लोगों को बाढ़, सुनामी जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा है।

बारिश से फसल का नुकसान–

तेज बारिश होने की वजह से किसानों की फसल को काफी नुकसान भी होता है जिसके कारण उनकी साल भर की मेहनत खराब जाती है।

फसल खराब होने से अनाज उत्पादन में गिरावट–

तेज बारिश के कारण किसानों का अनाज खराब हो जाता है, तो उनके द्वारा खेतों में लगाई गई लागत तक नहीं निकल पाती है, जिसके कारण किसान वर्ग के लोगों को काफी निराशा झेलनी पड़ती है। और बाजार में फसल कम दाम पर बिकती है।

संक्रामक/वायरस फैलने का डर–

वर्षा ऋतु में हर जगह पानी भर जाता है जिसके कारण बच्चों और बड़ों में वायरस फैलने का भय बना रहता है, जैसे सर्दी, जुखाम, खांसी, बुखार, एलर्जी आदि।

प्रकृति पर वर्षा का प्रभाव–

तेज वर्षा के कारण पेड़-पौधे गिर जाते हैं जिसके कारण प्रकृति को भी नुकसान होता है।

लोगों की  मृत्यु–

तेज बारिश के कारण चलती हुए सड़कों पर अचानक पेड़ गिरने से सड़क दुर्घटना में मरने वालों की संख्या में इजाफा देखा जा सकता है, जिसका मुख्य कारण वर्षा है।

वर्षा ऋतु में बचाव हेतु बातें

  • वर्षा ऋतु में आप घर में ही रहें।
  • वायरस से बचने के लिए घर को साफ-सुथरा रखें।
  • बाहर के खाने की चीजों से बचें।
  • स्वच्छ जल का प्रयोग करें।
  • वर्षा ऋतु के मौसम में आपको गेहूं, दही, अंजीर, खजूर और छाछ का सेवन करना चाहिए।
  • वर्षा ऋतु में अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोएं।
  • घर से निकलने वाले कूड़े-कचरे को नदी, नालों में ना फेंके।
  • कुछ मामूली सी सावधानियां बरतकर हम सभी हैजा जैसे भयंकर रोग से बचाव कर सकते हैं।
  • आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप गंदे पानी को ना पिएं।
  • अगर आपको डायरिया जैसी बीमारी का एहसास हो, तो आपको तुरंत जीवन रक्षक घोल का सेवन करना चाहिए।
  • जीवन रक्षक घोल आपके शरीर में पानी की कमी को पूरा करने का काम करता है।
  • इस घोल के पैकेट को आप वर्षा ऋतु के मौसम में जरूर अपने घरों में लाकर रखें।
  • वर्षा ऋतु में आप कभी भी छोटे बच्चों को बोतल से दूध ना पिलाएं।
  • अगर किसी छोटे बच्चे को दस्त होने लगें, तो उसे तुरंत मां का दूध पिलाएं या फिर डॉक्टर के पास ले जाएं।
  • वर्षा ऋतु में पशुओं में भी अनेक बीमारी उत्पन्न होने का खतरा बना रहता है। इसलिए छोटे बच्चों को पशुओं से संबंधित दूध को जांच करने के बाद ही पिलाएं।
  • वर्षा ऋतु में ज्यादा से ज्यादा हरी और रंगीन सब्जियों का सेवन करें।
  • वर्षा ऋतु के मौसम में मांसाहारी चीजों को खाने से बचें क्योंकि यह उनके प्रजनन का मौसम होता है।
  • वर्षा ऋतु सुहाना मौसम होता है इसलिए आपको स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा से ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है।
  • इस मौसम में आपको कालरा, डायरिया का खतरा अत्यधिक बढ़ जाता है।
  • इस मौसम में आपको संक्रामक बीमारियां फैलती हैं, जिसके लिए आपको दिनचर्या के तरीके में थोड़े बदलाव की जरूरत है। ऐसे में आप बीमारियां होने से बचाव कर पाएंगे।
  • पानी को आप जब भी पिएं उबालकर ही पिएं।
  • कटे फल, सब्जियां आदि को खुला बिल्कुल ना रखें।
  • साफ-सुथरे बर्तन का ही प्रयोग करें।
  • फलों को खाने से पहले उसे अच्छी तरह से धो लें।
  • सब्जियों को पकाने से पहले उन्हें धोकर सुखा लें।
  • वर्षा ऋतु में बचे हुए भोजन का प्रयोग ना करें।
  • पत्तेदार सब्जियों के प्रयोग से बचें।

हमारे शरीर में खानपान के अलावा भी मौसम का प्रभाव पड़ता है। इसलिए हमें चाहिए कि हम मौसम के अनुकूल भोजन और फलों का इस्तेमाल करें, जो हमारी सेहत के लिए हानिकारक ना हो। वर्षा ऋतु में हमें ज्यादा ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। अपने स्वास्थ्य के प्रति हमेशा सजग रहें तथा नियमित रूप से व्यायाम करें, इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता तेज होगी। बारिश होने पर आप छाता या टोपी का इस्तेमाल जरूर करें ताकि बारिश के पानी से आपके बालों को कोई नुकसान ना हो।

वर्षा ऋतु संसार के लिए बहुत ज्यादा जरूरी है। इसे हम अपनी जीविका के साधन के रूप में देख सकते हैं। जैसे पानी के बिना नदी का कोई मोल नहीं होता है ठीक वैसे ही बारिश के बिना इंसान और प्रकृति का भी कोई मोल नहीं होता है।

वर्षा ऋतु पर छोटा निबंध

वर्षा ऋतु प्रकृति के सौंदर्य को दर्शाने वाली ऋतु है। प्रकृति में ऋतुओं के बदलाव से वर्षा ऋतु का आगमन होता है जिसके बाद ही वर्षा होती है। इसीलिए हमें चाहिए कि हम प्रकृति की रक्षा करें और उनका कम से कम दोहन करें। अगर हम प्रकृति की रक्षा नही करेंगे, तो एक दिन हम विनाश की ओर बढ़ जाएंगे। वर्षा ऋतु में हर साल होने वाली बारिश की मात्रा में कमी आ रही है। वर्षा ऋतु परिवर्तन का सबसे बड़ा कारण है पेड़ों की कटाई। लोग लगातार अंधाधुंध पेड़ों की कटाई करते जा रहे हैं, जिसके चलते बारिश कम होती जा रही है।

पेड़ों को लगाने का सही समय वर्षा ऋतु ही माना जाता है। इस मौसम में नए-नए पेड़ों को लगाया जाता है ताकि उनका सही से विकास हो सके। छोटे पेड़ों को लगाने का उद्देश्य होता है उन्हें भरपूर वर्षा का पानी मिले जिससे वह मजबूत हो जाएं। वर्षा ऋतु को सुहावना मौसम भी कहा जाता है क्योंकि इस मौसम में लोग घूमने के लिए ज्यादातर बाहर जाते हैं। इस मौसम में चारों तरफ आकर्षित करने वाली चीजें ही आपको देखने को मिलेंगी। इस मौसम में सभी को राहत की सांस और सुकून मिलता है। इस मौसम में आपको सात रंगों वाला इंद्रधनुष भी दिखाई पड़ता है, जो बहुत ही सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है। वर्षा ऋतु में सफेद, भूरे और काले बादलों को घूमते हुए आपने जरूर देखा ही होगा, जिसे बच्चे देखकर बहुत खुश होते हैं।

वर्षा ऋतु ना सिर्फ अपने साथ खुशियां लेकर आती है बल्कि बहुत सारी कठिनाइयां भी लेकर आती है। बरसात होने पर जगह-जगह सड़कों और गड्ढों में पानी भर जाता है जिसके कारण लोगों को आने-जाने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण बाढ़ और सुनामी आपदाएं जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है।

वर्षा ऋतु में आने वाली समस्याएं-

  • वर्षा ऋतु में लोग घर से बाहर नहीं निकल पाते हैं।
  • वर्षा ऋतु परिवर्तन में कुछ लोग अपने आप को ढाल लेते हैं, तो वहीं कुछ लोग इस मौसम में बीमार पड़ जाते हैं।
  • ऋतु परिवर्तन का प्रभाव मनुष्य के साथ-साथ पेड़-पौधों पर भी पड़ता है।
  • तेज वर्षा होने के कारण कमजोर पेड़ गिरकर टूट जाते हैं।
  • वर्षा ऋतु परिवर्तन से पेड़ों को बहुत नुकसान होता है।
  • तेज बारिश के चलते फसलें गल जाती हैं या खराब हो जाती हैं।
  • इस मौसम में बहुत सारे जीव-जंतु, कीड़े-मकोड़े बाहर निकल कर आने लगते हैं, जिसके कारण लोगों को खतरा बढ़ जाता है।

इस मौसम में आकाश बहुत साफ, चमकदार और हल्के नीले रंग का दिखाई पड़ता है। वर्षा ऋतु में आसमान बहुत अच्छा दिखाई पड़ता है, ये दृश्य आपका मन मोह लेता है। वर्षा और मनुष्य का एक दूसरे से गहरा रिश्ता है। अगर पेड़-पौधे ही ना हों, तो वर्षा ऋतु का आगमन काफी देर से होगा।

वर्षा ऋतु पर 10 लाइन

  • भारत में वर्षा ऋतु एक महत्त्वपूर्ण ऋतु है।
  • वर्षा ऋतु का आगमन जून के महीने में हो जाता है।
  • वर्षा ऋतु किसान वर्ग के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
  • वर्षा ऋतु बच्चों के साथ-साथ बड़ों की भी पसंदीदा ऋतु है।
  • वर्षा ऋतु उत्साह और उमंग लेकर आती है।
  • वर्षा ऋतु धान की खेती के लिए सबसे अच्छी ऋतु मानी जाती है।
  • वर्षा ऋतु पानी इकट्ठा करने का सबसे अच्छा स्रोत है।
  • वर्षा ऋतु में आप तरह-तरह के फलों का आनंद ले सकते हैं।
  • वर्षा ऋतु लोगों को जून की तपती गर्मी से राहत दिलाने आती है।
  • वर्षा ऋतु को हरियाली के लिए भी जाना जाता है।

वर्षा ऋतु पर निबंध लिखते समय ध्यान रखने वाली आवश्यक बातें

  • वाक्य छोटे हों।
  • कठिन शब्दों के प्रयोग से बचना चाहिए।
  • निबंध पढ़ते समय लोगों को उबाऊ नहीं लगना चाहिए।
  • वर्षा ऋतु में आप कविता का भी प्रयोग कर सकते हैं।
  • वर्षा ऋतु पर निबंध लिखने से पहले आप किन-किन बिंदुओं का उल्लेख करने वाले हैं इसका पता आपको पहले ही होना चाहिए ताकि लिखते समय आप जल्दी से अपना निबंध पूरा कर सकें।
  • ऐसे शब्दों के प्रयोग से बचना चाहिए जिसका अर्थ आपको मालूम ना हो ।
  • निबंध को हमेशा हेडिंग के साथ लिखें। इससे आपका निबंध और ज्यादा आकर्षक दिखेगा।
  • अपने निबंध में आप वर्षा ऋतु से संबंधित चित्रों को भी लगा सकते हैं।
  • वर्षा ऋतु पर निबंध लिखते समय ज्यादा से ज्यादा सृजनात्मक लेखन का ही प्रयोग करें।

वर्षा ऋतु के निबंध में हमने काफी सारे बिंदुओं के बारे में विस्तार से चर्चा की है। आप इसे पढ़कर काफी जानकारी हासिल कर सकते हैं जैसे हम वर्षा ऋतु में कौन-कौन से तरीकों का उपयोग करके संक्रामक बीमारियों से बच सकते हैं। वर्षा ऋतु से संबंधित निबंध लिखने का उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इसके बारे में जानें। हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह हिंदी में निबंध (Essay In Hindi) ज़रूर पसंद आया होगा

वर्षा ऋतु से संबंधित FAQs

प्रश्न- वर्षा ऋतु के फायदे क्या हैं?

उत्तरः वर्षा होने के कारण अच्छी फसल उगती है, जिसके चलते बाजार में किसान वर्ग को अच्छे पैसे मिलते हैं। वर्षा होने के कारण जामुन जैसे फल जल्दी पकने लगते हैं।

प्रश्न- वर्षा ऋतु से होने वाले हानियों का वर्णन करें ?

उत्तरः वर्षा ऋतु में लोगों को वायरस फैलने का खतरा बना रहता है और आपदा जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है।

प्रश्न- वर्षा ऋतु से फैलने वाले वायरस का नाम बताइए ?

उत्तरः सर्दी, खांसी, जुखाम, बुखार, एलर्जी आदि।

प्रश्न- वर्षा ऋतु में कौन-कौन सी फसल उगाई जाती है ?

उत्तः वर्षा ऋतु में धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, अरहर, मूंग, उड़द, कपास, मूंगफली, सोयाबीन आदि फसलों को उगाया जाता है।

प्रश्न- वर्षा ऋतु में ही पेड़ों को लगाने के लिए क्यों सबसे अच्छा ऋतु माना जाता है ?

उत्तरः वर्षा ऋतु में पेड़ों को इसलिए लगाया जाता है ताकि उन्हें वर्षा का जल मिल सके। वर्षा जल के कारण ही पौधे में मजबूती आ जाती है और वह आसानी से उग जाते हैं।

प्रश्न- वर्षा ऋतु कब आती है?

उत्तरः वर्षा ऋतु जून या जुलाई में आकर सितंबर तक रहती है।

प्रश्न- वर्षा ऋतु का महत्व क्या है?

उत्तरः वर्षा ऋतु हमें भीषण गर्मी से राहत देने का काम करती है।

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वर्षा ऋतु पर निबंध | Essay On Rainy Season in Hindi | 10 Lines (कक्षा 1 से 10 के लिए निबंध)

Essay On Rainy Season in Hindi

वर्षा ऋतु पर निबंध : Essay On Rainy Season in Hindi: भारत में वर्षा ऋतु जुलाई के महीने में शुरू होती है और सितंबर के अंत तक जारी रहती है। असहनीय गर्मी के बाद यह हर किसी के जीवन में एक नई आशा और बड़ी राहत लाता है। पौधे, पेड़, पक्षी, जानवर समेत इंसान भी इस मौसम का बहुत बेसब्री से इंतजार करते हैं और बारिश के मौसम का स्वागत करने के लिए तैयार हो जाते हैं। हर किसी को राहत और आराम की सांस मिलती है। आकाश बहुत चमकीला, साफ और हल्का नीला रंग का दिखता है और कभी-कभी सात रंगों का इंद्र धनुष यानी वर्षा धनुष जैसा दिखता है। संपूर्ण वातावरण अत्यंत आकर्षक एवं सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है। मैं आमतौर पर सभी यादों को अपने कैमरे में कैद करने के लिए हरियाली वाले वातावरण और अन्य चीजों की तस्वीरें लेता हूं। आसमान में सफेद, भूरे और गहरे काले रंग के बादल घुमड़ते नजर आते हैं।

बारिश के मौसम में ज्यादतर छात्रों को इस ऋतु  पर निबंध लिखने के लिए कहा जाता है,इसलिए इस लेख के जरिए हम आपको वर्षा ऋतु  पर निबंध उपलब्ध करा रहे है जो आप अपने उपयोग में ले सकते हैं। इस लेख में हमने छोटे और बड़े दोनों तरह के निबंध को संकलित किया है जो आप अपनी सुविधा के मद्देनजर इस्तमाल में ले सकते हैं।इस लेख में कई बिंदूओं को जोड़ा है जैसे कि वर्षा ऋतु पर निबंध हिंदी में,वर्षा ऋतु पर पर छोटे तथा बड़े निबंध (Varsha ritu par nibandh in Hindi)वर्षा ऋतु पर निबंध 300 शब्द in hindi | Rainy Season Essay in Hindi, Rainy Season Essay in Hindi | वर्षा ऋतु पर निबंध (600 शब्द),वर्षा ऋतु पर निबंध | essay on varsha ritu in hindi Download PDF,वर्षा ऋतु पर निबंध हिंदी में 10 लाइन | rainy Season essay in hindi 10 lines। इस लेख को अंत तक पढ़े और अपनी सुविधा अनुसार हमारे द्वारा लिखे गए लेख को ज्यादा से ज्यादा इस्तमाल करें।

वर्षा ऋतु पर पर छोटे तथा बड़े निबंध (Varsha ritu par nibandh in Hindi)

“वर्षा ऋतु” को कुछ स्थानों पर “आर्द्र ऋतु” के रूप में भी जाना जाता है, यह वर्ष की वह अवधि है जब क्षेत्र की सबसे अधिक वार्षिक वर्षा होती है। भूमध्य रेखा के दोनों किनारों पर फैले उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उनकी भौगोलिक स्थिति के आधार पर वर्षा ऋतु का अनुभव होता है। आमतौर पर वर्षा ऋतु एक महीने तक जारी रहती है, जबकि कुछ स्थानों पर यह तीन से चार महीने तक भी बनी रह सकती है। भारत में वर्षा ऋतु को दक्षिण पश्चिम ग्रीष्म मानसून कहा जाता है और यह लगभग पूरे देश में होने वाली हल्की से लेकर उच्च वर्षा की चार महीने की अवधि है। भारतीय मानसून की उत्पत्ति दक्षिणी हिंद महासागर में होती है जहाँ भूमध्यरेखीय व्यापारिक हवाओं द्वारा एक उच्च दबाव द्रव्यमान बनता है।

दक्षिण एशिया, जो गर्म जलवायु परिस्थितियों का सामना कर रहा था, परिणामस्वरूप कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है, ये हवाएँ दक्षिण पश्चिम के माध्यम से मुख्य भूमि भारत में नमी ले जाती हैं। भारत में दक्षिण पश्चिम मानसून दो भागों में आता है – बंगाल की खाड़ी का मानसून और अरब सागर का मानसून।अरब सागर का मानसून पश्चिम भारत में थार रेगिस्तान तक फैला हुआ है, और बाद में बंगाल की खाड़ी के मानसून से भी अधिक मजबूत है। बंगाल की खाड़ी का मानसून भारत के पूर्वी तट से होकर ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और भारत के Ans पूर्व राज्यों से होकर गुजरता है। इसके बाद यह Ans भारत के सिन्धु-गंगा के मैदानों की ओर बढ़ता है।जैसे-जैसे देश में मानसून ठंडा होता जाता है, मानसून समय के साथ कमजोर होता जाता है और यह अगस्त के मध्य में Ans भारत से बाहर निकल जाता है। मॉनसून आम तौर पर 5 अक्टूबर तक मुंबई छोड़ देता है और नवंबर के अंत तक यह भारत से पूरी तरह निकल जाता है।

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वर्षा ऋतु पर निबंध (300 शब्द) | Rainy Season Essay in Hindi

हर वर्ष हमारे वर्षा ऋतु के तीन-चार महीने आनंददायक होते हैं। बारिश और ठंडी हवा से माहौल खुशनुमा हो गया है। मेरा गृहनगर एक मनोरंजक और सुंदर जगह प्रतीत होता है। गर्म, नीरस गर्मी के बाद बरसात का मौसम आता है और मेरे शहर की धूल भरी सूरत को साफ कर देता है। मैं आमतौर पर बारिश की फुहारों का आनंद लेने के लिए छत पर जाता हूं और वहां अपने दोस्तों के साथ बारिश में खेलता हूं। चारों ओर हरियाली है जो देखने में अच्छी लगती है। बारिश की फुहारों के बाद का वातावरण बहुत ताज़ा दिखता है और हर किसी में शांति का संचार करता है। वर्षा ऋतु का आगमन शांति और नवीनीकरण की भावना लाता है। गर्मी के दिनों में हम सभी बारिश का बेसब्री से इंतजार करते हैं। बाहर खेल रहे बच्चे के लिए बरसात का दिन हमेशा रोमांचकारी रहेगा। आकाश में इंद्रधनुष देखना एक और आश्चर्य है।

बरसात का मौसम आने से पहले ही हमारे गांवों में किसान खेतों में अपना काम शुरू कर देते हैं। प्राकृतिक जल स्रोत का उपयोग किसान अपने खेतों को पानी देने और इस मौसम के लिए उपयुक्त विभिन्न प्रकार की फसलें उगाने के लिए करते हैं। हमारी नदियाँ, नाले और तालाब वर्षा जल से भरे हुए हैं। इसके अतिरिक्त, जैसे-जैसे यह नीचे बसता है, भूजल भंडार बढ़ता जाता है। वर्ष के शेष समय में, इस मीठे पानी के भंडार का उपयोग पीने के पानी के स्रोत के साथ-साथ सिंचाई के लिए भी किया जाता है।

मानसून भारत में दो मार्गों से प्रवेश करता है: Ans पूर्वी राज्यों में बंगाल की खाड़ी के माध्यम से और दक्षिणी राज्य केरल में। मानसून का मौसम देखने वाला पहला भारतीय राज्य केरल है, जो इसके दक्षिणी प्रवेश बिंदु के रूप में कार्य करता है। अरब सागर के ऊपर घने और काले बादलों के माध्यम से, केरल में वर्षा ऋतु के आगमन की आसानी से भविष्यवाणी की जा सकती है। केरल में मानसून का मौसम जून के पहले सप्ताह में शुरू होता है। दक्षिण-पश्चिम मानसून, जिसे आमतौर पर केरल से गुजरने वाले मानसून के रूप में जाना जाता है, को कृषि क्षेत्र का आर्थिक पूर्वज माना जाता है।सबसे महत्वपूर्ण होने के अलावा, बरसात का मौसम वह मौसम है जिसका लोग हर साल सबसे अधिक इंतजार करते हैं और इसका आनंद लेते हैं। किसान बारिश के मौसम को बहुत महत्व देते हैं, और ऐसा प्रतीत होता है कि हर कोई – बच्चे, किशोर और वरिष्ठ लोग इसे प्राकृतिक दुनिया में आने वाली सुंदरता के लिए समान रूप से पसंद करते हैं।

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Rainy Season Essay in Hindi | वर्षा ऋतु पर निबंध (600 शब्द)

भारत अपने वर्षा ऋतु के लिए जाना जाता है। हमारे देश का अधिकांश भाग उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में पड़ता है। इसका मतलब है कि हम उष्णकटिबंधीय मौसम का आनंद लेते हैं जहां दक्षिण-पश्चिमी हवाएं जून से सितंबर तक बादलों को उड़ा ले जाती हैं। मेरे शहर में इस मौसम में मूसलाधार बारिश होती है. भारत में अलग-अलग स्थानों पर इस मौसम का व्यवहार अलग-अलग होता है। राजस्थान में सबसे कम बारिश होती है जबकि मेघालय में हर साल सबसे ज्यादा बारिश होती है। यह सब हमारे देश की स्थलाकृति पर निर्भर करता है। हिमालय पर्वतमालाएँ नमी युक्त हवाओं को रोककर उन्हें बादलों में बदल देती हैं। फिर ये बादल अपना आशीर्वाद बरसाने के लिए पूर्वोत्तर राज्यों की ओर चले जाते हैं। महासागरों से मानसूनी हवाएँ विभिन्न राज्यों में पहुँचती हैं और अन्य राज्यों पर वर्षा के रूप में भारी मात्रा में पानी बहाती हैं।

वर्षा ऋतु का क्या कारण है?

दुनिया भर में बारिश का मौसम समुद्र और ज़मीन पर वार्षिक तापमान के रुझान में बदलाव के कारण होता है। पृथ्वी के सापेक्ष सूर्य की स्थिति कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच बदलती रहती है।समुद्र के ऊपर सौर तापन से निम्न दबाव वाले क्षेत्रों का निर्माण होता है। इस निम्न दबाव क्षेत्र को अंतर-उष्णकटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र (आईटीसीजेड) भी कहा जाता है, जो Ans-पूर्व और दक्षिण-पूर्व व्यापारिक हवाओं के अभिसरण का गवाह है। इस अभिसरण के कारण वातावरण में नमी ऊपर उठती है और बादल बनते हैं। जब बादल नमी से भर जाते हैं तो वर्षा होती है। इस ITCZ क्षेत्र के भूमि क्षेत्रों की ओर स्थानांतरित होने से वहां वर्षा होती है। भारतीय मानसून की घटना के पीछे भी यही घटना है। चरम गर्मी के महीनों यानी मई-जून के दौरान, थार रेगिस्तान और Ans के अन्य हिस्सों के साथ-साथ मध्य भारत भी गर्म हो जाता है। इस ताप से उपमहाद्वीप पर निम्न दबाव क्षेत्र का निर्माण होता है। इसके कारण ITCZ हिंद महासागर से भूमि की ओर स्थानांतरित हो जाता है, जिससे नमी भरी हवाएं तेजी से आगे बढ़ती हैं, जिसके परिणामस्वरूप बारिश होती है।

वर्षा ऋतु के हानिकारक प्रभाव

हालांकि मध्यम बारिश का मौसम आदर्श है, बहुत कम या बहुत अधिक बारिश का प्रतिकूल प्रभाव हो सकता है। मौसमी वर्षा ऋतु पृथ्वी पर सभी जीवन के लिए आवश्यक है, फिर भी इसके अकाल, सूखा और बाढ़ जैसे नकारात्मक परिणाम भी हो सकते हैं। बहुत अधिक बारिश का एक और परिणाम जलभराव भी है। पंपों का उपयोग करके, नगर निगम रुके हुए पानी को साफ़ करता है।

इस तथ्य के बावजूद कि मानसून चिलचिलाती धूप और गर्म, शुष्क मौसम से राहत देता है, यह कई तरह की बीमारियाँ भी लाता है। लगातार भारी बारिश, उमस भरे मौसम और तेज़ हवाओं के परिणामस्वरूप व्यक्तियों में कई संक्रामक बीमारियाँ फैलती हैं। वायरल बुखार, सर्दी, स्वाइन फ्लू और पेट के वायरस कुछ ऐसी सामान्य चिकित्सीय समस्याएं हैं जो बरसात के मौसम में उत्पन्न होती हैं।

वर्षा ऋतु का महत्व

हमारी फसलें वर्षा ऋतु पर बहुत अधिक निर्भर रहती हैं। इसके अतिरिक्त, यह स्थानीय वनस्पति के स्वास्थ्य को बनाए रखता है, जो बदले में आसपास के जानवरों की देखभाल करता है।मानव जीवन को बनाए रखने के लिए ताज़ा पानी आवश्यक है, इसलिए वर्षा ऋतु महत्वपूर्ण है।वर्षा संचयन एक ऐसी विधि है जो लोगों को इस वर्षा जल को संग्रहीत करने की अनुमति देती है। पानी छत से टैंक या कुएं में प्रवेश करता है, पाइप के माध्यम से यात्रा करता है, और वहां एकत्र होता है।जलविद्युत एक स्रोत के रूप में वर्षा जल का उपयोग करके बिजली बनाने की प्रक्रिया को संदर्भित करता है।

लगभग हर कोई बरसात के मौसम का आनंद लेता है क्योंकि यह तेज़ गर्मी के बाद आता है। किसी क्षेत्र की वनस्पतियों, वन्य जीवन, कृषि और पारिस्थितिक संतुलन को बनाए रखने के लिए वर्षा का प्राकृतिक संसाधन आवश्यक है।

किसानों के लिए आशीर्वाद

बरसात का मौसम किसानों के लिए भी वरदान है क्योंकि कई फसलें मानसून के दौरान वर्षा की मात्रा पर निर्भर करती हैं। मानसून के आगमन पर बोई जाने वाली फ़सलों को ख़रीफ़ फ़सलें कहा जाता है और इसमें चावल, मक्का, दालें, बाजरा आदि शामिल हैं। इन फ़सलों को एक निश्चित मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है, जो केवल बारिश के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। भारत, बांग्लादेश और अन्य जैसे विकासशील देश फसल उत्पादन के लिए काफी हद तक बारिश पर निर्भर हैं।

वर्षा ऋतु एक अत्यंत महत्वपूर्ण ऋतु है, जो जीवन चक्र को जारी रखने के लिए आवश्यक है। यह भूजल भंडार को फिर से भरने और कृषि के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। भारत जैसे कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाले देश फसलों और सब्जियों के उत्पादन के लिए मानसून के दौरान होने वाली बारिश पर काफी निर्भर रहते हैं। यह दुनिया का सबसे पसंदीदा मौसम भी है। बच्चे, युवा और वयस्क, सभी इसे प्रकृति की शुद्ध सुंदरता के लिए पसंद करते हैं जो इसे प्रकट करती है।

Also Read: जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर का जीवन परिचय

वर्षा ऋतु पर निबंध | Essay On Varsha Ritu in Hindi Download PDF

इस पॉइन्ट में हम आपको वर्षा ऋतु  पर निबंध Download PDF उपलब्ध करा रहे है जो आप डाउनलोड कर सकते है और कभी भी खुद भी पढ़ सकते है और अपने बच्चों या परिजनों को पढ़ा सकते हैं।

Download PDF:

वर्षा ऋतु पर निबंध हिंदी में 10 लाइन | Rainy Season Essay in Hindi 10 Lines

essay on rainy season in hindi for class 4

1) बरसात के मौसम में ठंडी हवा और बारिश की फुहारों के साथ मौसम सुहावना होता है।

2) किसानों के लिए बीज बोने का यह सबसे अच्छा समय है।

3) स्कूल की छुट्टियों के कारण यह बच्चों का पसंदीदा मौसम है।

4) यह मौसम कई जल-जनित बीमारियाँ भी लेकर आता है।

5) इस मौसम में जल निकायों को प्रचुर मात्रा में वर्षा जल प्राप्त होता है।

6) बारिश और बिजली गिरने के कारण लोग घर के अंदर रहना पसंद करते हैं।

7) यह मौसम परिवार के साथ समय बिताने का अवसर प्रदान करता है।

8) लोग मौसम का आनंद लेने के लिए पकोड़े, हलवा और इडली जैसे बहुत सारे व्यंजन पकाते हैं।

9) बरसात का मौसम हमें विभिन्न प्रकार के फल, फूल और सब्जियाँ देता है।

10) गणेश पूजा, रक्षाबंधन, 15 अगस्त आदि त्यौहार इसी मौसम में आते हैं।

इसे भी पढ़े :

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FAQ’s: Essay On Rainy Season in Hindi

Q.बारिश के डर को क्या कहते हैं.

Ans. ओम्ब्रोफोबिया या प्लुविओफोबिया शब्द का इस्तेमाल उन लोगों के लिए किया जाता है जो बारिश से डरते हैं।

Q. वर्षा ऋतु का दूसरा नाम क्या है?

Ans. मानसून या गीला मौसम बरसात के मौसम का दूसरा नाम है।

Q.भारत में किस स्थान पर भारी वर्षा होती है?

Ans. मेघालय के खासी हिल्स जिले के एक छोटे से शहर मावसिनराम में भारत में सबसे अधिक वर्षा होती है।

Q.वर्षा ऋतु में हमें कौन से फल मिलते हैं?

Ans. बरसात के मौसम में हमें लीची, जामुन, आलूबुखारा और चेरी मिलती है।

Q.बरसात के मौसम में हम क्या उपयोग करते हैं?

Ans. बारिश के मौसम में हम छाते और रेनकोट का इस्तेमाल करते हैं।

Q.बरसात के मौसम में हम अधिकतर कौन से जीव देखते हैं?

Ans. बरसात के मौसम में मेंढक, घोंघे, स्लग, केंचुए अधिकतर दिखाई देते हैं।

Q.भारत में सर्वाधिक वर्षा किस मानसून के कारण होती है?

Ans. भारत में दक्षिण पश्चिम मानसून के कारण सर्वाधिक वर्षा होती है।

Q.भारत में सबसे पहले मानसून कहाँ आता है?

Ans. मानसून सबसे पहले केरल में आता है।

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तो चलिए शुरू करते हैं।

Essay On Rainy Season In Hindi

वर्षा ऋतु पर निबंध – Class 4 Essay On Rainy Season In Hindi

Essay on rainy season in hindi.

वर्षा ऋतु भारत देश में ग्रीष्म ऋतु के पश्चात आती है इससे ऋतु की आरंभ जुलाई माह से शुरू होती है और सितंबर माह तक रहती है इसके बीच भारत देश में अत्यधिक वर्षा होती है। इस वर्षा की वजह से भारत देश में गर्मी के मौसम में जितनी भी गर्मी रहती है जो लोगों को सह पाना बहुत मुश्किल हो जाता है उससे राहत प्रदान होता है क्योंकि भारत देश में टेंपरेचर 45 डिग्री तक भी पहुंच जाता है गर्मी के मौसम में और यह इतनी अत्यधिक होती है कि लोगों को यह सहन कर पाना बहुत ही असंभव सा हो जाता है लेकिन वर्षा ऋतु के आते ही सभी को एक राहत की सांस मिलती है।

वर्षा के रितु सबसे अधिक फायदेमंद किसानों के लिए होता है क्योंकि गर्मी के मौसम एवं ठंडी के मौसम में उनको खेतों की सिंचाई करने के लिए अलग से सिंचाई करनी पड़ती है मशीनों द्वारा जिसका खर्चा उनको बहुत अधिक पड़ जाता है लेकिन वर्षा ऋतु में प्राकृतिक द्वारा सिंचाई होने पर उनकी फसल में पैदावार भी अधिक होता है और उनको इसके लिए पैसे देने की भी आवश्यकता नहीं होती।

वर्षा के हित में लोगों को बहुत ज्यादा आनंद की अनुभूति होती है इसलिए कुछ लोग पहाड़ों पर ट्रैकिंग करना तथा झरनों के पास अपनी छुट्टियां बिताने के लिए निकल पड़ते हैं क्योंकि यह ऐसा समय है जो प्राकृतिक को इतना सुहाना बनाता है कि लोगों के मन में प्रकृति उतर जाती है। भारत देश में कई सारे ऐसे स्थल मौजूद है जो वर्षा ऋतु में इतने सुहाने एवं मनमोहक हो जाते हैं कि लोगों को वहां से पुनः अपने घर पर लौट कर आना मुश्किल हो जाता है।

हमें धरती पर चारों तरफ हरियाली नजर आती है जो हमारी आंखों को बहुत ज्यादा सुकून देती है और इन सब में एक बहुत ही अच्छा नजारा बनता है इंद्रधनुष का जो बच्चे बूढ़े एवं वयस्क सभी को बहुत पसंद आता है जब वर्षा ऋतु में हल्की बारिश होती है और उसके पश्चात धूप निकल जाए तब इंद्रधनुष का निर्माण होता है और यह इतना सुंदर लगता है कि लोगों को बस उसे देखना ही पसंद आता है और जब भी ऐसा होता है तब हर एक व्यक्ति इस नजारे को अपने फोन में तस्वीर के जरिए खींच कर रखता है ताकि इस दिन को याद रखा जा सके और यह हर एक वर्षा ऋतु में होता है।

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Essay On Rainy Season In Hindi For Class

ग्रीष्म ऋतु में अत्यधिक गर्मी पड़ने की वजह से तालाबों एवं नदियों के पानी का असर घट जाता है और कई स्थानों पर यह पूरी तरीके से सूख जाते हैं जिस वजह से कुछ लोगों को पानी का उपयोग करने नहीं मिलता लेकिन वर्षा ऋतु आते ही हर एक जगह पर पूरी तरीके से पानी भर जाता है चाहे नदी हो या तालाब हरे का स्थान पर व्यक्ति को पानी देखने के लिए मिलता है।

पानी ही मनुष्य का जीवन है ऐसा कहा जाता है और यह पूरी तरीके से सच है क्योंकि प्यास लगने पर यदि किसी व्यक्ति को पानी प्राप्त ना हो तो उसकी मृत्यु हो जाती है और हर एक छोटी सी छोटी कार्य को लेकर बड़े कार्यो तक पानी की आवश्यकता पड़ती है जैसे घर में खाना बनाने के लिए पानी की आवश्यकता होती है पालतू जानवरों को नहलाने एवं उनको पानी पिलाने के लिए पानी की आवश्यकता होती है इसलिए वर्षा ऋतु में वारिस का होना बहुत आवश्यक है लेकिन वर्तमान समय में बढ़ रही ग्लोबल वार्मिंग एवं पेड़ों की कटाई की वजह से रेनी सीजन अर्थात वर्षा ऋतु बहुत कम हो गई है जिस वजह से गर्मी बहुत अधिक बढ़ती जा रही है और वर्षा होने के पश्चात भी उस गर्मी को कम कर पाना प्रकृति के लिए बहुत ही कठिन होता जा रहा है यदि इसी प्रकार से ग्लोबल वार्मिंग एवं पेड़ों की कटाई चलती रही तो वर्षा का मौसम भारत देश से पूरी तरीके से चला जाएगा और मात्र ठंडी और गर्मी का मौसम ही बचेगा और गर्मी इतनी अधिक होगी कि वह लोगों को सहन कर पाना असंभव है और कई सारे लोगों की जानें भी जाने की संभावना बढ़ जाती हैं।

वर्षा ऋतु हम सभी के लिए बहुत फायदेमंद है क्योंकि इससे हमारे धरती का जल का स्तर बना रहता है और हमें भविष्य में पानी पीने के लिए एवं उपयोग में लाने के लिए मिलता रहता है लेकिन यह जितना हमारे लिए फायदेमंद है उतना ही इसके नुकसान भी है क्योंकि जमीन के अंदर ध से कई सारे बैक्टीरिया वर्षा ऋतु में बारिश होने की वजह से बाहर निकल जाते हैं क्योंकि कीचड़ में वह पुनः जीवित हो जाते हैं और इस प्रकार बैक्टीरियो को फैलने के लिए अवसर प्राप्त हो जाता है और इस वजह से वर्षा ऋतु में बहुत सारी बीमारियां निकल कर आती है और लोगों को बीमारियां होती हैं इतना ही नहीं भविष्य में भी बीमारियों का कारण वर्षा हो सकता है क्योंकि कई स्थानों पर पानी कट्ठा हो जाता है और वह पानी कुछ समय तक वहां पर रहने की वजह से वह सर जाता है जिसमें से मच्छरों का जन्म होता है और ऐसे में जब वह मच्छर किसी व्यक्ति को काटते हैं तब मलेरिया डेंगू जैसी बीमारियों के होने की संभावना अधिक हो जाती है इस वजह से वर्षा ऋतु आने से पहले हमें अपने आसपास के क्षेत्रों को पूरी तरीके से साफ रखना चाहिए ताकि वर्षा होने पर जल पूरी तरीके से धरती में समा सके और कचरे ना होने की वजह से बैक्टीरिया फैलने की संभावना कम हो।

दोस्तों अभी हमने आपको इस ब्लॉग में वर्षा ऋतु के विषय पर निबंध लिखकर दिया अगर आपको यह पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें और यदि आपका कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट में पूछ सकते हैं और अपने सुझाव को हमें कमेंट के जरिए बता सकते हैं।

अगर हमारे द्वारा Essay On Rainy Season In Hindi में दी गई जानकारी में कुछ भी गलत है तो आप हमें तुरंत Comment बॉक्स और Email में लिखकर सूचित करें। यदि आपके द्वारा दी गई जानकारी सही है, तो हम इसे निश्चित रूप से बदल देंगे। दोस्तों अगर आपके पास First Day Of Rainy Season Essay In Hindi के बारे में हिंदी में और जानकारी है तो हमें कमेंट बॉक्स में बताएं। हम Essay On Rainy Season In Hindi Language इसमे जरूर बदलाव करेंगे। और ऐसेही रोमांचक जानकारी को पाने के लीएं HINDI.WIKILIV.COM   पे आते रहिएं धन्यवाद

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वर्षा ऋतु पर निबंध (Essay On Rainy Season In Hindi)

वर्षा ऋतु पर निबंध (Essay On Rainy Season In Hindi)

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वर्षा ऋतु पर 10 लाइन का निबंध (10 Lines On Rainy Season In Hindi)

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वर्षा ऋतु बहुत सुहाना होता है। इसे ‘मानसून सीजन’ भी कहते है। इस मौसम में पूरा शहर काले बादलों से घिरा होता है, ठंडी हवाएं चलती हैं और कभी-कभी हवाएं आंधी का भी रूप ले लेती हैं। वर्षा ऋतु आने से लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिलती है। देश में वर्षा ऋतु की शुरुआत जून महीने से होती है और यह लगभग सितम्बर तक चलता है। इस मौसम से सिर्फ इंसानों को ही नहीं जानवरों और पक्षियों को भी राहत मिलती है। बरसात का ये मौसम किसानों के लिए महवत्पूर्ण माना जाता है, क्योंकि अच्छी फसल के लिए बरसात बहुत जरूरी है और देश के कई हिस्सों में किसान अपनी फसल के लिए बारिश के पानी पर निर्भर रहते हैं। गर्मी की वजह से कई नदियां, तालाब और जंगल सूखे पड़ जाते हैं, जिससे वहां रहने वाले लोगों और जीवों को परेशानी झेलनी पड़ती है। लेकिन बरसात के बाद यह नदियां, तालाब फिर भर जाते हैं और पेड़-पौधे भी हरे-भरे लगने लगते हैं। वर्षा ऋतु का मजा हर कोई अपने-अपने तरीके से लेता है। कुछ बाहर जाकर इसका आनंद उठाते हैं और वहीं कुछ घर पर ही अपने फैमिली के साथ खुशनुमा पल बिताते हैं। बच्चों को यह मौसम बहुत पसंद होता है और उनके पास इस दौरान करने के लिए भी बहुत कुछ होता है। बच्चों को अगर वर्षा ऋतु पर एक छोटा या बड़ा लेख या मानसून पर अनुच्छेद लिखने को मिले तो यहाँ बहुत ही सिंपल तरीके से बताए गए वर्षा ऋतु पर एस्से दिया है, यह आपकी पूरी मदद करेगा।

बारिश का मौसम अपने साथ कई खुशियां लेकर आता है। यह मौसम बड़ों के साथ-साथ बच्चों को भी बहुत पसंद होता है। कभी-कभी बच्चे इस मौसम के अनुभवों को पेपर में निबंध के तौर पर लिखने की कोशिश करते हैं। नीचे दी गई वर्षा ऋतु की 10 लाइने इसमें उनकी मदद कर सकती हैं।

  • वर्षा ऋतु बहुत सुहावना लगता है।
  • इस मौसम में आसमान में काले बादल छाए रहते हैं।
  • बरसात का मौसम भीषण गर्मी में राहत दिलाता है।
  • कृषि प्रधान देश होने की वजह से यहां वर्षा ऋतु का बहुत महत्व है।
  • वर्षा ऋतु में चारों ओर हरियाली फैल जाती है।
  • वर्षा के दिनों में हमें उमंग और खुशी का एहसास होता है।
  • बच्चे बारिश में खेलते हैं और कागज की नाव बनाते हैं।
  • बारिश के बाद किसान अपने खेतों में बीज बोने के लिए तैयार हो जाते हैं।
  • इस मौसम में पेड़ों पर रंग-बिरंगे फूल खिलने लगते हैं।
  • वर्षा ऋतु में सूखे तालाब और नदी फिर से भर जाते हैं।

ऐसे बहुत कम लोग होंगे जिन्हे बारिश नहीं पसंद होगा, हर कोई इसका मजा अपने तरीके से लेते हैं। लेकिन बच्चों में इसको लेकर एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। वर्षा ऋतु पर 200-300 शब्दों वाले इस निबंध से जानते हैं आखिर इसमें ऐसा क्या खास है:

वर्षा ऋतु यानी बारिश का मौसम। वर्षा ऋतू भारत में जून महीने में आती है और अपने साथ ढेर सारी खुशियां और उमंग लेकर आती है। किसानों के लिए तो मानो यह एक आशीर्वाद की तरह होती है। बरसात, मौसम को ठंडा और सुहावना बना देती है और एक अलग ही प्रकार का सुकून साथ में लाती है। आसमान चारों तरफ से काले बादलों से घिरा हुआ होता है, चारों तरफ ठंडी हवा, बारिश की वो पहली बूंद शरीर में एक नई जान डाल देती है। बरसात का मौसम भीषण गर्मी से जूझते हुए लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होता है। मानसून हर साल आता है और चारों तरफ हरियाली और खुशियां बिखरने लगती हैं। अप्रैल और मई की गर्मी को झेलते हुए लोग इस मौसम का बेसब्री से इंतजार करते हैं। यह मौसम लोगों को गर्मी से राहत दिलाने के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण कार्य करता है। हमारे देश में कृषि का बहुत अधिक महत्व है और किसानों को बेहतर फसल के लिए बारिश चाहिए होती है। इसमें बरसात का मौसम अहम भूमिका निभाता है। सूखे पड़े पेड़-पौधे हरे-भरे हो जाते हैं, खेत फसलों से भर जाते हैं, सूखे नदी-तालाब फिर से भर जाते हैं। जानवर और पक्षी में बारिश की बौछार में झूम उठते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं बारिश का मौसम आपके व्यक्तिगत जीवन पर भी असर डालता है। बारिश की पहली बूंद जब आप पर पड़ती है तो नीरस मन भी खुश हो जाता है। बच्चे भी इसका आनंद उठाते हैं। कुछ घर पर ही खिड़की के सामने बैठकर अपनी माँ से अच्छे-अच्छे पकवान बनवाकर बारिश का मजा लेते हैं। वहीं कुछ बच्चे बारिश में बाहर भीगने जाते हैं और बारिश बंद होने पर कागज की नाव बनाकर उससे खेलते हैं। बड़े भी अपने तरीके से इसका आनंद उठाते हैं। यह मौसम सिर्फ खुशियां ही नहीं बल्कि कई त्यौहार भी लेकर आता है, जैसे रक्षाबंधन, गणेश पूजा, स्वतंत्रता दिवस आदि। इस दौरान सावन का भी महीना लगता है।

बरसात का मौसम हमारे जीवन के लिए एक वरदान की तरह है। इसके महत्व को बच्चे हो या बड़े हर किसी को समझने की जरूरत है। वर्षा ऋतु पर विस्तार में बताए गए निबंध में को पढ़ें और बच्चो की भी पढ़ाएं। इससे उनकी जानकारी बढ़ेगी साथ ही उन्हें ऐसे निबंध लिखने में आसानी होगी।

बरसात का मौसम क्या है? (What Is the Rainy Season?)

मई-जून की भीषण गर्मी के वक्त जब आसमान में काले बादल छाने लगे, तेज और सर्द हवाएं चलने गए तो समझ लेना चाहिए जल्द ही मानसून आने वाला है। बरसात के इस मौसम में बारिश कभी भी होने लगती है पर वह पहले से ही इशारा दे देती है। धूप धीरे-धीरे कम हो जाती है और इसकी जगह बादलों की गड़गड़ाहट सुनाई देती है। इसमें बारिश पहले बौछार के रूप में शुरू होती है, फिर धीरे-धीरे बूंदे बड़ी होने लगती है। इसके बाद लगातार तेज बारिश होती है। कई बार बारिश बंद होने पर हमे इंद्रधनुष भी दिखाई पड़ता है। यह मौसम सिर्फ हमारे मन को खुश नहीं करता है बल्कि वातावरण को और खूबसूरत बना देता है। जमीन की मिटटी पर पड़ने वाली बारिश की बूंदों की वजह से आने वाली सोंधी-सोंधी महक मन को शांत कर देती है। सूखे पेड़ हर-भरे हो जाते है, जिससे आस-पास का नजारा और सुंदर लगता है। ऐसे मौसम में सभी का मन प्रसन्न हो जाता है और गर्मी से राहत भी मिलती है।

वर्षा ऋतु का महत्व (Importance/Advantages Of Rainy Season)

हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है, इसलिए यहाँ वर्षा ऋतु का अलग महत्व होता है। बारिश कृषि अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाती है। अच्छी फसल के लिए किसान बारिश का इंतजार करते हैं। बारिश हमे सिर्फ जीवन और कृषि में मदद नहीं करती है बल्कि बिजली जैसे अहम संसाधन में भी मदद करती है। वर्षा ऋतु में बारिश की वजह से सभी डैम के पानी के स्तर को नियंत्रित किया जाता है ताकि बिना किसी रुकावट के बिजली का उत्पादन हो सके। इतना ही नहीं वर्षा ऋतु में लगातार होने वाली बारिश से धरती का तापमान नियंत्रित रहता है और गर्मी भी कम लगती है। ऐसा माना जाता है पृथ्वी पार जीवन को हमेशा बरकरार रखने के लिए बारिश जरूरी है। क्योंकि मनुष्य, जानवर, पक्षी और पेड़-पौधे सभी के लिए बारिश जरूरी है।

वर्षा ऋतु में क्या करें (Things To Do in Rainy Season)

  • बारिश का मौसम आने से पहले सारी तैयारी कर के रखें।
  • हमेशा छाता, रेनकोट आदि अपने पास रखें।
  • मौसम का आनंद लेने के लिए परिवार के साथ लॉन्ग ड्राइव पर जा सकते हैं।
  • घर पर स्वादिष्ट पकोड़ा और चाय के साथ मौसम का मजा लें।
  • दोस्तों के साथ बाहर बारिश में भींगे और कोई पसंदीदा खेल खेलें।
  • खिड़की के पास बैठकर किताब पड़ते हुए बारिश को एन्जॉय करें।
  • बच्चे अपने लिए कागज के नाव बनाकर बहार बारिश में चलाएं।
  • इस दौरान बेहतरीन यादों को तस्वीरों में कैप्चर करें।
  • परिवार के साथ मिलकर कोई अच्छी सी फिल्म देखें।
  • दोस्तों, रिश्तेदारों जिनसे बहुत दिनों से बात नहीं हुई उनसे बात करें।

वर्षा ऋतु से होने वाले नुकसान (Disadvantages Of Rainy Season)

  • देश में अधिक बारिश होने की वजह से कई जगह बाढ़ की संभावना बढ़ जाती है और सब बहुत नुकसान करती है।
  • उम्मीद से ज्यादा बारिश किसानों की फसलें खराब कर देती हैं और उनकी साल भर की मेहनत बर्बाद हो जाती है।
  • रोड पर खतरा बढ़ जाता है और तेज बारिश की वजह से कई दुर्घटनाएं होती हैं।
  • बारिश स्वास्थ्य पर भी असर डालती है, जिसकी वजह से सर्दी, जुखाम, खांसी आदि जैसी अन्य बिमारियों से हम घिर जाते हैं।
  • भयंकर बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है।
  • आसमान से बरसने वाले पानी की अधिकतम गति 18 से 22 मील प्रति घंटे होती है।
  • पृथ्वी पर बारिश की सबसे बड़ी बूंदें ब्राजील और मार्शल आइलैंड्स में 2004 में दर्ज की गई थी।
  • समुद्र तट पर होने वाली वर्षा खतरनाक होती है, इससे भयंकर तूफान और चक्रवात आने का खतरा अधिक होता है।
  • बारिश में बादल फटने के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
  • बारिश के दौरान अधिकतर बादलों की ऊंचाई 1800 मीटर से 5500 मीटर तक होती है।
  • बारिश सिर्फ तरल रूप में ही नहीं बल्कि ओले और बर्फ जैसे ठोस रूप में भी धरती पर गिरती है।
  • केरल के कोट्ट्यम क्षेत्र में लाल रंग की बारिश होती है।
  • बारिश की बूंदों को आसमान से धरती तक पहुंचने में लगभग 2 मिनट लगता है।

बारिश का मौसम बहुत ही खूबसूरत मौसम होता है, जो की कई खुशियां लेकर आता है। इस मौसम के कुछ फायदें हैं तो वहीं कुछ नुकसान भी हैं। इस निबंध में यही बताने का प्रयास किया गया है कि बारिश का महत्व तब तक है जब तक वो जरूरत से ज्यादा नहीं होती है। ऐसे में बच्चे भी जानेंगे की बरसात का मौसम यानि की मानसून क्यों खास होता है और आने वाले वर्षा ऋतु के लिए उनको कैसे तैयारी कर के रखनी चाहिए।

1. भारत में सबसे ज्यादा बारिश किस जगह पर होती है?

भारत में मेघालय के मासिनराम में सबसे अधिक बारिश होने का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है।

2. भारत में सबसे कम बारिश कहाँ पर होती है?

भारत में ‘लेह’ ऐसा स्थान है जहाँ सबसे कम बारिश होती है  लद्दाख में है।

3. भारत में सबसे पहली बारिश कहाँ पर होती है?

भारत में मानसून सबसे पहले अंडमान-निकोबार में शुरू होता है, उसके बाद केरल में बारिश शुरू होती है।

4. भारत के किस राज्य में ठंड के मौसम में बारिश होती है?

भारत का एक दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में सर्दी के मौसम में वर्षा होती है। यहाँ अक्टूबर से दिसंबर के बीच उत्तर-पूर्वी मानसून या “शीतकालीन मानसून” होता है।

5. पृथ्वी और भारत का सबसे गीला स्थान कौन सा है?

पृथ्वी और भारत का सबसे गीला स्थान मेघालय के मासिनराम को माना जाता है, यहाँ पर वर्षा ऋतु के दौरान औसत 11, 872 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।

6. वर्षा ऋतु कब शुरू होती है?

भारत में वर्षा ऋतु गर्मी के बाद जुलाई महीने से शुरू होकर सितम्बर तक चलती है।

7. बरसात के पहले कौन सा मौसम आता है?

भारत में वर्षा ऋतु के पहले गर्मियों का मौसम रहता है, जो मार्च से शुरू होकर जून तक रहता है।

8. वर्षा होने का क्या कारण है?

धरती पर मौजूद पानी जो महासागर, नदियों और झीलों व अन्य बड़े स्रोत से पाया जाता है, जब वो पानी सूर्य की गर्मी से वाष्प द्रवित होकर बादल बन जाते तब वर्षा होती है।

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वर्षा ऋतु पर निबंध Long Essay On Rainy Season In Hindi

Long Essay On Rainy Season In Hindi वर्षा ऋतु पर निबंध : प्रिय विद्यार्थियों आज हम यहाँ पर varsha ritu par nibandh आपके साथ साझा कर रहे हैं.

कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के बच्चों के लिए वर्षा पर छोटा बड़ा निबंध यहाँ विभिन्न शब्द सीमा जैसे 100, 200, 300, 400 और 500 शब्दों   में पढेगे.

वर्षा ऋतु पर निबंध Essay On Rainy Season In Hindi

वर्षा ऋतु पर निबंध Essay On Rainy Season In Hindi

गर्मी के मौसम की तपन की झुलस के बाद समूची पृथ्वी और उस पर बसने वाले प्राणी बेहाल हो उठते हैं. मानव समेत समस्त जीव प्रजाति सूर्य की इस तपिश और लू से बेहद व्याकुल हो जाती हैं.

जल के स्रोत सूख जाते हैं वनस्पति झुलस जाती हैं और कई भागों में लोग दो बूंद जल के लिए तरस जाते हैं. जीवन में नीरसता घर कर जाती हैं.

जीवन के लिए एक गम्भीर संकट की स्थिति में कुदरत ने ऋतु चक्र को इस प्रकार बनाया हैं कि मेघा की ठंडी बौछारों के साथ सम्पूर्ण प्रकृति में नवजीवन का संचार हो जाता हैं.

वसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शीत, शिशिर और हेमंत ये छः ऋतुएँ भारत में बारी बारी से आकर जीवन में परिवर्तन को बनाए रखती हैं.

जेठ आषाढ़ की तेज तपन के बाद मन भावन सावन से ही वर्षा ऋतु का आरम्भ हो जाता हैं जो भादों की घनघौर घटाओं तक समस्त जगत की प्यास को तृप्त कर देता हैं. अंग्रेजी माह के अनुसार जून से लेकर सितम्बर तक इन चार महीनों में वर्षा ऋतु होती हैं.

हम सभी जानते हैं कि हमारी पृथ्वी अपने अक्ष पर साढ़े छियासठ डिग्री के झुकाव पर घुमती हैं वह सूर्य के चारों और परिक्रमा करती हैं जिनसे ऋतु परिवर्तन होता हैं.

जब सूर्य और पृथ्वी के मध्य की दूरी सबसे अधिक हो एवं किरने सीधी पड़े तब ग्रीष्म ऋतु होती हैं, जबकि पृथ्वी एवं सूर्य के मध्य की दूरी मध्यम हो और किरने सीधी न पड़कर तिरछी पड़े तब वर्षा ऋतु का आग-मन होता हैं.

प्रकृति के नियम इस प्रकार बने है कि जिन पर एक दूसरी ऋतुएँ पूर्ण रूप से निर्भर करती हैं. गर्मी के मौसम में नदी, समुद्र, झील सभी जल स्रोतों का पानी तेज गर्मी के कारण भाप बनकर उड़ जाता हैं.

यह जलवाष्प उपर जाकर ठंडी होने के बाद बादलों का रूप धारण कर लेती हैं ये ही जल की बुँदे गिरकर वर्षा के रूप में हमारे नवीन जीवन का संचार करती हैं.

जून के अंतिम सप्ताह तक भारत में अरब सागर व हिन्दी महासागर से मानसूनी पवनें आनी आरम्भ हो जाती हैं, जिन्हें हम मानसून भी कहते हैं. भारतीय उपमहाद्वीप के सभी देशों में इन्ही पश्चिमी विक्षोभ से वर्षा होती हैं.

तेज गर्मी के बाद मानसून की वर्षा से वातावरण की गर्मी पूर्ण रूप से खत्म हो जाती हैं खाली पड़े जलाशय लबालब भर जाते है. चारों ओर मनभावन हरियाली का नजारा सभी के मन को प्रफुल्लित करता हैं.

हमारे देश में अधिकतर कृषि वर्षा ऋतु के आगमन पर ही बोई जाती हैंकिसानों को नई फसल बोने के लिए वर्षा का सबसे अधिक इंतजार होता हैं.

इंद्र देव भी प्राणियों की पुकार पर खूब आशीष रुपी वर्षा जल बहाते हैं. बारिश से पुरे जीव जगत में खुशहाली और हरियाली के गीत हर ओर गूंजते हैं.

सभी ऋतुओं की रानी की संज्ञा वर्षा ऋतु को दी जाती हैं. क्योंकि वर्षा के आगमन से प्रकृति दुल्हन की तरह सज संवर जाती हैं तथा अपने प्राकृतिक सौन्दर्य में बेजोड़ नजर आती हैं.

पृथ्वी की सतह मानों हरी चादर ने ढक ली हैं. बच्चें गलियों में कीचड़ सने पैरों से खुशियों से झूम रहे हैं बरसात के जमा पानी में उनके सपनों की नावें कुचाले मार रही होती हैं. एक तरह से वर्षा से सभी को ख़ुशी मिलती हैं.

दुनियां के सभी भाषाओं के कवियों ने वर्षा ऋतु, बादल और प्राकृतिक छटा को अपनी लेखनी में अलग अलग ढंग से प्रस्तुत किया हैं.

हमारे संस्कृत के महान कवि कालिदास ने तो बादलों पर मेघदूत नामक पूरा ग्रंथ लिख डाला हैं. इस ऋतु में मोर पपैया, मेढक की टर्र टर्र दिलो को सुकून देने वाली होती हैं.

वर्षा हमारे लिए पीने का स्वच्छ जल उपलब्ध करवाती हैं जिन्हें साल भर उपयोग करने के लिए हम विभिन्न स्रोतों में जमा कर रख लेते हैं इन्हें जल संग्रहण भी कहते हैं.

हमारी कृषि तथा भूतल के जल भराव इसी मौसम में होता हैं. तेज घनघौर वर्षा न केवल जल संकट को दूर करती हैं बल्कि हमारे वातावरण में व्याप्त कूड़े करकट व गंदगी को भी बहाकर स्वच्छ माहौल हमें दे देती हैं.

इस लिहाज से वर्षा ऋतु के अनेक फायदे है जिस कारण यह मेरी प्रिय ऋतु भी हैं. वही दूसरी तरह यह अपने साथ कई समस्याएँ भी लेकर आती हैं. तेज वर्षा से अतिवृष्टि जिनमें हजारों लोगों के घर बह जाते हैं जान माल की हानि हो जाती है.

वर्षा जल के भराव के कारण मलेरिया व डेंगू के मच्छर भी पैदा हो जाते हैं. आकाशीय बिजली तथा नदियों की बाढ़ कई बार व्यापक नुकसान का कारण भी बनती हैं. आवश्यकता इस बात की है कि हम वर्षा ऋतु के दौरान कुछ सावधानियाँ बरते तो इस मौसम का पूर्ण लुफ्त उठा सकते हैं.

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वर्षा ऋतु पर निबंध

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वर्षा ऋतु बहुत सुहावनी ऋतु है।

गरमी की ऋतु के बाद वर्षा ऋतु आती है। आषाढ़, सावन, भादो और आश्विन चार महीने वर्षा ऋतु के हैं।

वर्षा ऋतु में बादल गरजते हैं। बिजली कड़कती है। फिर वर्षा होती है। पानी बरसने की रिमझिम आवाज बहुत अच्छी लगती है। वर्षा के कारण चारों तरफ हरियाली छा जाती है। पेड़-पौधे हरे-भरे हो जाते हैं। बागों में मोर नाचते हैं और कोयल कूकती है। किसान खेती के काम में जुट जाते हैं।

वर्षा के जल से नदी-नाले, तालाब-कुएँ, पोखर आदि पानी से भर जाते हैं। वर्षा होगी तो खेती फले-फूलेगी। अकाल नहीं पड़ेगा। अनाज महँगा नहीं होगा। पर्वतों पर पड़ी बर्फ सरिता-सरोवर और नद-नदियों का जल से जीवधारियों की प्यास शान्त रखेगी । जलवायु पवित्र होगा, पृथ्वी का कूड़ा-कचरा धुल जाएगा, चातक की प्यास बुझ जाएगी।

वर्षा से अनेक हानियाँ भी हैं। सड़कों पर और झोंपड़ियों में जीवन व्यतीत करने वाले लोग भीगे बस्त्रों में अपना समय गुजारते हैं। उनका उठना-बैठना, सोना-जागना, खाना-पीना दुश्वार हो जाता है। वर्षा से मच्छरों का प्रकोप होता है, जो अपने दंश से मानव को बिना माँगे मलेरिया दान कर जाते हैं । वायरल फीवर, टायफॉइड बुखार, गैस्ट्रो एंटराइटिस, डायरिया, डीसेन्ट्री, कोलेर आदि रोग इस ऋतु के अभिशाप हैं।

वर्षा ऋतु मुझे बहुत अच्छी लगती है ।

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essay on rainy season in hindi for class 4

वर्षा ऋतु पर निबंध | Essay on Rainy Season in Hindi 100, 150, 200, 250, 300 words

by Meenu Saini | Dec 12, 2023 | General | 0 comments

essay on rainy season in hindi

Hindi Essay and Paragraph Writing – Rainy Season (वर्षा ऋतु) for classes 1 to 12

वर्षा ऋतु पर निबंध – इस लेख में हम वर्षा ऋतु कब होती है, वर्षा ऋतु का महत्व, वर्षा ऋतु से क्या लाभ है के बारे में जानेंगे। भारत की ऋतुओं में से वर्ष की सबसे अधिक प्रतीक्षित ऋतुओं में से एक वर्षा ऋतु है। इसे ‘मानसून सीजन’ भी कहते है। वर्षा होने से ही किसानों के लिए खेती हेतु पानी मिलता है और फसलें विकसित होती हैं। वर्षा होने से चारों तरफ हरियाली छा जाती है। अक्सर स्टूडेंट्स से असाइनमेंट के तौर या परीक्षाओं में वर्षा ऋतु पर निबंध पूछ लिया जाता है। इस पोस्ट में वर्षा ऋतु पर कक्षा 1 से 12 के स्टूडेंट्स के लिए 100, 150, 200, 250 से 350 शब्दों में अनुच्छेद दिए गए हैं।

  • वर्षा ऋतु पर 10 लाइन  10 lines
  • वर्षा ऋतु पर अनुच्छेद 1, 2, 3 के छात्रों के लिए 100 शब्दों में
  • वर्षा ऋतु पर अनुच्छेद 4 और 5 के छात्रों के लिए 150 शब्दों में
  • वर्षा ऋतु पर अनुच्छेद 6, 7 और 8 के छात्रों के लिए 200 शब्दों में
  • वर्षा ऋतु पर अनुच्छेद 9, 10, 11, 12 के छात्रों के लिए 250 से 300 शब्दों में

वर्षा ऋतु पर 10 लाइन 10 lines on Rainy Season in Hindi

  • वर्षा ऋतु भारत की चार प्रमुख ऋतुओं में से एक है।
  • वर्षा ऋतु का आगमन ग्रीष्म ऋतु के बाद होता है।
  • आषाढ़, सावन, भादो और आश्विन (जून से लेकर सितंबर तक) चार महीने वर्षा ऋतु के होते हैं।
  • वर्षा ऋतु के आगमन से लोगो को गर्मी से राहत मिलती है।
  • वर्षा ऋतु से भूमि का जल स्तर वापस से सामान्य होता है।
  • वर्षा ऋतु से कृषि में फसलों की सिंचाई में मदद मिलती है।
  • वर्षा ऋतु के दौरान सभी जगह हरियाली ही हरियाली हो जाती है और भूमि से नए-नए पौधे उगते है।  
  • वर्षा ऋतु में नदी-नाले, तालाब-कुएँ, पोखर आदि वर्षा के जल से भर जाते हैं। 
  • वर्षा ऋतु का मौसम बहुत ही सुहावना और आनंद दायक होता है।  
  • वसंत ऋतु यदि ऋतुओं का राजा है तो वर्षा ऋतुओं की रानी होती है।

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Short Essay on Rainy Season in Hindi वर्षा ऋतु पर अनुच्छेद 100, 150, 200, 250 से 350 शब्दों में

वर्षा ऋतु पर निबंध – वर्षा ऋतु भारत की ऋतुओं में से वर्ष की सबसे अधिक प्रतीक्षित ऋतुओं में से एक है। पूरे भारत में वर्षा ऋतु की शुरुआत गर्मी के बाद जुलाई से होकर सितम्बर तक चलती है। ये ऋतु असहनीय गर्मी से परेशान हो रहे जीव-जन्तु, लोग आदि के लिए एक राहत की फुहार लेकर आती है और सभी के लिए पूरे वातावरण को खुशनुमा बना देती है।

वर्षा ऋतु पर निबंध /अनुच्छेद कक्षा 1, 2, 3 के छात्रों के लिए 100 शब्दों में

गर्मी ऋतु के बाद वर्षा ऋतु आती है। जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर चार महीने वर्षा ऋतु के हैं। इस ऋतु के  दौरान बादल गरजते हैं, बिजली कड़कती है, और फिर वर्षा होती है। पानी बरसने की रिमझिम आवाज बहुत अच्छी लगती है। वर्षा के कारण चारों तरफ हरियाली छा जाती है। पेड़-पौधे हरे-भरे हो जाते हैं। बागों में मोर नाचते हैं और कोयल कूकती है। किसान खेती के काम में जुट जाते हैं। वर्षा के जल से नदी-नाले, तालाब-कुएँ, पोखर आदि सब भर जाते हैं। रात्रि में वर्षा के कारण घना अंधकार हो जाता है। जिसके कारण चांद और तारे दिखाई नहीं पड़ते है। 

वर्षा ऋतु पर निबंध /अनुच्छेद कक्षा 4, 5 के छात्रों के लिए 150 शब्दों में

वर्षा ऋतु, जो ग्रीष्म ऋतु के बाद आती है, भारत की चार प्रमुख ऋतुओं में से एक है। यह ऋतु पर्यावरण में अनेक प्रकार के परिवर्तन लाती है। यह जून-जुलाई की भीषण गर्मी से राहत देती है, क्योंकि इस मौसम में भारी वर्षा होती है। जिसके कारण वातावरण का तापमान कुछ हद तक गिर जाता है, जिससे सभी को गर्मी से राहत मिलती है। वृक्षों में नए पत्ते और फूल आने लगते हैं। खेत खलियान हरे-भरे हो जाते हैं। वर्षा के कारण प्रकृति का रूप निखर जाता है। वायु में शीतलता छा जाती है, प्राणियों में एक नया उत्साह और नयी उमंग भर जाती है। जैसे-जैसे तापमान घटता है, मौसम और भी सुहावना हो जाता है। इस मौसम में अच्छी वर्षा होती है, तो फसलें अच्छी हो जाती है। पशुओं के लिए चारा मिल जाता है। तालाब, नदी, नालों में पानी भर जाता है जो सारे वर्ष मनुष्यों के काम आता है। ग्रीष्म का प्रचंड ताप दूर हो जाता है। ऋतु सुखद और स्वास्थ्यवर्धक हो जाती है। 

वर्षा ऋतु पर निबंध /अनुच्छेद कक्षा 6, 7, 8 के छात्रों के लिए 200 शब्दों में

वर्षा ऋतु साल का एक अनमोल समय है जो आनंद, राहत और ताजगी लाता है। इसके आगमन से मौसम में बदलाव का संकेत मिलता है, क्योंकि प्रकृति खुद को फिर से जीवंत कर लेती है। साथ ही यह पिछले गर्मी के महीनों में पड़ने वाली चिलचिलाती गर्मी से राहत देती है। जैसे ही पहली बारिश की बूंदे आसमान से गिरती है, हवा में तुरंत राहत और ताजगी का एहसास होता है। तापमान में गिरावट आ जाती है। आकाश धूल रहित हो जाता है। वृक्ष धुल जाते है, वायु में शीतलता छा जाती है, सभी प्राणियों में एक नया उत्साह और नयी उमंग भर जाती है। वनों, पहाड़ों, घाटियों और उद्यानों की शोभा तो सहस्त्र गुनी हो जाती है। खेतों में मकई, ज्वार, बाजरा, तिल और धान की फसलें लहलहा जाती हैं। सभी जगह हरियाली ही हरियाली हो जाती है। इसके अलावा, इस ऋतु में खुशी में मोर भी अपने खूबसूरत रंग-बिरंगे पंख फैला कर नाचने लगता है, मेंढक भी टरटराने लगता है। चारों तरफ हरे-भरे घास उग आते हैं, जिससे पशुओं के लिए चारा मिल जाता है। इस ऋतु के कारण पानी के हर एक स्रोत में पानी का स्तर बढ़ जाता है। नदी नाले, कुंए सब में पानी भर जाता है। लोग पके हुए आम को खाने का आनंद लेते हैं। कुल मिलाकर, बरसात का मौसम एक बहुप्रतीक्षित अवधि है जो अपने साथ जीवन और प्रेरणा का एक नया एहसास लेकर आती है।

वर्षा ऋतु पर निबंध /अनुच्छेद कक्षा 9, 10, 11, 12 के छात्रों के लिए 300 शब्दों में

मनमोहिनी प्रकृति के अनेक रूप हैं। अपने इन रूपों से वह मानव मन को हर्षित करती है, उमंग से भर देती है और नवीन स्फूर्ति से प्रेरित करती है। प्रकृति के इन रूपों में वर्षा ऋतु का रूप विशेष आनंदप्रद और मनभावन है। वसन्त यदि ऋतुओं का राजा है तो वर्षा ऋतुओं की रानी है। वर्षा ऋतु को ‘चौमासा’ भी कहते हैं; क्योंकि इसका आरम्भ आषाढ़ मास में हो जाता है और यह आश्विन तक रहती है। जिस प्रकार कठिन तपस्या, कठोर संयम तथा त्याग से किसी व्यक्ति को महत्ता और गौरव आदि प्राप्त होते हैं, उसी प्रकार वसुंधरा ग्रीष्म सूर्य के असह्य ताप को सहन कर इस ऋतु को प्राप्त करती है। जब संसार के प्राणी ग्रीष्म ऋतु की विकरालता से व्यथित हो, आकाश की ओर टकटकी लगाकर बादलों के दर्शनों के लिए तड़पते हैं; तब प्राणियों की व्यथा से दुःखी बादल की गर्जना सुनाई पड़ती है। आँधी के साथ-साथ बड़ी-बड़ी बूंदे टप-टप करके गिरने लगती है और बड़े जोर से मेघ बरसने लगता है। आकाश धूल रहित हो जाता है। वायु में शीतलता छा जाती है, प्राणियों में एक नया उत्साह और नयी उमंग भर जाती है। कभी नन्ही-नन्ही बौछार पड़ती है तो कभी घनघोर वर्षा होती है। वर्षा के कारण प्रकृति का रूप निखर जाता है। जिधर देखो उधर ही हरी मखमल जैसे कोमल घास से आच्छादित पृथ्वी दृष्टिगोचर होती है। वर्षा ऋतु में पपीहे की ‘पी-पी’ और मोर का नाच वरबस हृदय को आकृष्ट कर लेते हैं। वनों, पहाड़ों और उद्यानों की शोभा तो सहस्त्रगुणी हो जाती है। खेतों में लगी फसलें लहलहा जाती हैं। वर्षा में रात्रि का अन्धकार घना हो जाता है। चंद्रमा और तारे दिखाई नहीं पड़ते। जब वर्षा की झड़ी लगती है और घनघोर घटाएँ उमड़-उमड़ कर आकाश में छा जाती हैं, यह ऋतु प्रत्येक के हृदय में मस्ती, उमंग और आनन्दमयी स्फूर्ति का संचार कर देती है। ऐसी सुन्दर सुखद वर्षा-ऋतु भी कुछ दोषों का कारण होती है। वर्षा के कारण अनेक विषैले कीड़े-मकोड़े उत्पन्न हो जाते हैं, जो मनुष्यों को बड़ी हानियाँ पहुंचाते हैं। इसी प्रकार बाढ़ आने से नदियों का रूप उग्र और भयंकर हो जाता है। इसके कारण फसलें नष्ट हो जाती हैं। फिर भी यह ऋतु आनन्द और अन्त-धन से समृद्ध करने के कारण स्वागत योग्य है।

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वर्षा ऋतु पर निबंध [600 words] – Essay on rainy season in Hindi

वर्षा ऋतु पर निबंध (Essay on rainy season in Hindi): एक साल में ६ ऋतुएँ बारी – बारी से आती है. ऋतुएँ है – ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत, शिशिर और बसंत . इसमें वर्षा ऋतु सबसे सुन्दर और लुभावनी होती है.

वर्षा ऋतु पर निबंध 600 शब्द- Essay on rainy season in Hindi

मासिक धर्म चक्र के आवर्तन के दौरान, गर्मियों के बाद, बारिश का मौसम सतह पर उतरता है. बारिश का मौसम सतह पर आने पर सतह उत्तेजित हो जाती है. जब बारिश आती है, तो आकाश घने बादलों से ढक जाता है. आषाढ़ और श्रावण के दो महीनों को वर्षा ऋतु कहा जाता है.

वर्षा ऋतु का आगमन

प्रकृति ने ऋतुओं का कर्म इस प्रकार बना रखा है कि एक के विदा होने पर दूसरे का आगमन बड़ा सुहावना लगता है. जब ग्रीष्म ऋतु की भीषण गर्मी से सारी पृथ्वी  तप जाती है तो ऐसा लगता है जैसे धरती जल रही हो तो हर प्राणी गर्मी के कारण संताप का अनुभव करता है. वायुमंडल धूल से धूसरित हो जाता है, प्यासा पपीहा एक-एक बूंद के लिए तड़पता है, किसान की दृष्टी गगन की ओर होती है, ऐसी विकट परिस्थिति में जब उमड़-घुमड़ कर आकाश में बादल मंडराने लगते हैं तो सब के मन मयूर मस्त हो जाते हैं. पशु, पक्षी, जीव, जंतु, पेड़, पौधे सब वर्षा ऋतु के आगमन से प्रफुल्लित हो जाते हैं. आकाश में काली-काली घटायें छाने लगती हैं. रिमझिम-रिमझिम पानी बरसने लगता है. धरती सरसने लगती है. ग्रीष्म की भीषण दाह मिटने लगती है. दादुर, मोर, किसान, पपीहा खुशी से झूमने लगते हैं. बसंत को ऋतुओं का राजा व वर्षा को ऋतुओं की रानी कहते हैं.

varsha ritu par nibandh

मौसम की स्थिति

गर्मियों के अंत में दक्षिण-पश्चिम मानसून की हवाएँ बहती हैं. इस बाष्पीकरणीय वायु के कारण भारत के विभिन्न हिस्सों में भारी वर्षा होती है. इस मौसम में आसमान में ज्यादातर बादल छाए रहते हैं. काले बादल अक्सर आसमान में दिखाई देते हैं. शीतल हवा चलती है. बिजली और गरज के साथ लगातार बारिश होती है. श्रावण के महीने में इस तरह की निरंतर वर्षा को धारा श्रवण कहा जाता है. इससे कई क्षेत्रों में तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आती है. कुओं, तालाबों और नहरों में पानी भर जाता है.

बारिश के मौसम की शुरुआत के साथ, सतह का रूप और रंग बदल जाता है. मैदान बारिश के पानी से भर जाता है. चारों और हरियाली छा जाती है. हरियाली सुंदरता को सौ गुना बढ़ा देती है. ऐसा लगता है कि पृथ्वी ने हरे रंग की पोशाक पहन रखी है. इंद्रधनुष सात रंगों की उपस्थिति के साथ आकाश को सुशोभित करता है. उसकी क्षणिक सुंदरता जन जीवन को मंत्रमुग्ध कर देती है. आसमान में काले बादलों को देखकर मोर अपने पंख खोल कर नाचने लगते हैं.

बारिश के मौसम के दौरान, किआ, केतकी, तगर, चंपा, कदंब आदि फूल से भूपृष्ठ सुशोभित होता है. खिलते फूलों की चारों तरफ खुशबू महकती है और मन को आनंद से भर देती है. बगीचे में विभिन्न प्रकार की सब्जियां उगाई जाती हैं. कृषि कार्य इस समय का मुख्य कार्य है. इस समय चावल, मंडिया और बाजरा की फसल ली जाती है.

इस मौसम के दौरान मनाए जाने वाले विभिन्न त्यौहार लोगों के मन को आनंद से भर देता है. बरसात की शुरुआत में रथ यात्रा आयोजित की जाती है. इसके अलावा, इस मौसम में अमावस्या, रक्षा पूर्णिमा, झूलन यात्रा, जन्माष्टमी, गणेश पूजा आदि आयोजित की जाती हैं.

वर्षा ऋतु में परिवेश प्रदूषित हो जाता है. मूसलाधार बारिश के कारण कच्ची सड़कें कीचड़ से भर जाती है. यह सामान्य यातायात में है हस्तक्षेप करता है. भारी बारिश के कारण नदी में बाढ़ आ जाती है. नतीजतन, ग्रामीण इलाकों में बाढ़ की तबाही विनाशकारी हो सकती है. गरीबों की हालत इस समय बेहाल हो जाती है. लगातार बारिश होने के कारण शहर के भीतर और आस-पास कई जगहों पर जल-जमाव की स्थिति पैदा कर देती है. यह मौसम मच्छरों के संख्या बृद्धि के लिए अनुकूल है. इसलिए बहुत सारे लोग हैजा, मलेरिया, टाइफाइड आदि से संक्रमित होते हैं.

सभी कठिनाइयों के बावजूद, किसान बारिश के मौसम की शुरुआत का इंतजार करता रहता है. यह वह मौसम है जो मनुष्यों, जानवरों, कीड़ों और पौधों को खाना देता है. जीव जगत को जिन्दा रखने में वर्षा ऋतु की महत्वपूर्ण भूमिका को कोई नकार नहीं सकता. वर्षा संसार की उपकारी ऋतु है.

10 lines on rainy season in Hindi

  • गर्मियों के बाद बारिश का मौसम आता है.
  • यह जून के मध्य से शुरू होता है और सितंबर में समाप्त होता है.
  • इस मौसम में आसमान में बादल छाए रहते हैं.
  • किसान इस मौसम में बहुत व्यस्त रहते हैं.
  • वे कड़ी मेहनत करते हैं और देश के लिए भोजन प्रदान करते हैं.
  • कभी-कभी लगातार लंबे समय तक बारिश होती है.
  • इस मौसम में नदियों, तालाबों, कुओं आदि पानी से भर जाती है.
  • इस मौसम में बाढ़ आती है.
  • इस मौसम में गरीब लोग ज्यादा पीड़ित होते हैं.
  • बारिश का मौसम हमारे लिए बहुत मददगार होता है. इसलिए हमें बारिश के मौसम का स्वागत करना चाहिए.

आपके लिए :-

  • भूकंप पर निबंध
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ये था हमारा लेख वर्षा ऋतु पर निबंध(rainy season essay in Hindi). अगर आप वर्षा ऋतु के बारे में कुछ और जानते हैं तो हमें बताना न भूलें. उम्मीद है आपको ये छोटा से लेख पसंद आया होगा. अगर पसंद आया है, तो यह लेख को अपने social media accounts पे share करें. मिलते है अगले एक नए निबंध में. धन्यवाद.   

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वर्षा ऋतु पर निबंध (Rainy Season Essay In Hindi)

वर्षा ऋतु पर निबंध (Rainy Season Essay In Hindi Language)

प्रकृति को चिर सहचरी रही है। सृष्टि के आरम्भ से मानव प्रकृति की शुद्ध, सात्विक ममतामयी क्रोड में आन्द्भूति करता रहा है। प्रकृति ने इसे मस्त हवाओं के पालने में झुलाया है।पक्षियों का मधुर संगीत सुनाया है, चंद्रिका सुधा में स्नान कराया है।

दोस्तो मौसम कोई भी हो पर वर्षा ऋतु ही एक ऐसा मोसम है जिसमे आपको इंद्रधनुष के भी दर्शन हो जाते है।और सच मानिए इसको देखकर ऐसा लगता है, मानो प्रकृति का वो सुंदर दृश्य है जिसे देखने के लिए ही हम इस मौसम का इंतजार कर रहे थे।

शरद ऋतु में पुष्प खिलने लगते है, प्रकृति रूपसी बनकर ऋतुचक्र को घुमाती हैं, तब थिरकती हुई हेमंत ऋतु के दर्शन होते है। वह भी अपनी पूर्ण लीलाएं प्रस्तुत करती है। इस प्रकार ऋतुचक्र उप्परलिखे महीनों के अनुसार चलता रहता है।

बिजली के प्रकोप से कभी-कभी अनेक मनुष्य की अकाल मृतु हो जाती है। सड़को पर जल और कीचड़ होने के कारण घर से बाहर निकलना या एक स्थान से दूसरे स्थान जाना बड़ा कठिन हो जाता है। बच्चे खेल कूद भी नही कर पाते है। रातों मद मच्छरों के कारण नींद भी नहीं आती है। सच तो यह हैं कि जहां वर्षा से सुख है वही दुख भी है।

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वर्षा ऋतु पर निबन्ध | Essay for Kids on Rainy Season in Hindi

essay on rainy season in hindi for class 4

वर्षा ऋतु पर निबन्ध | Essay for Kids on Rainy Season in Hindi!

मनुष्य की आयु (Age) की तरहही प्रकृति प्रछ।णस) भीबचपन, जवानी बुढ़ापे गुजरती । काल प्रकृति समान होता है । भारत छ: ऋओं वाला देश है- ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत और शीत । ग्रीष्म ऋतु के बाद वर्षा का आगमन होता है । सूखती फ़शलों (Crop), सुखी नदियों, सूखते (Drying) पेड़-पौधों सबको नया जीवन देने आती है वर्षा ऋतु ।

ADVERTISEMENTS:

वर्षा ऋतु के महीने होते हैं आषाढ़, सावन और भादो अर्थात जुलाई, अगस्त, सितम्बर । वर्षा ऋतु के आरम्भ होते ही मेढक, मोर पपीहा आदि जन्तु आनंदित होकर बोलने लगते हैं । गर्मी सै झुलसते पेड़ पौधों को नया जीवन मिल जाता है । पत्ते फिर से स्वस्थ और हरे-भरे दिखाई पड़ने लगते हैं ।

नये-नये पौधों और छोटे-छोटे जीव-जन्तुओं का जन्म होने लगता है, नई कोंपलें (Buds) फूटने लगती हैं । भीषण गरमी से सूखी नदियाँ और ताल-तलैये जल से लबालब भर जाते हैं । पहाड़ों का उदास रंग फिर खिल उठता है ।

वर्षाकाल आने के साथ ही जब वर्षा की पहली फुहार धरती पर पड़ती है, तभी से किसान अपने खेतों में नई फसल (New Crop) बोने की तैयारी करने लगते हैं । गाय-बैलों को हरी-हरी घास मिलने पर वे भी प्रसन्न हो उठतेहैं । बैल हल (Plough) में जुतकर खुशी-खुशी खेतों को जीतने । को तैयार हो जाते हैं । बालिकाएँ (Girls) पेड़ों पर झूले डालकर गीत गाती हुई झूला-झूलने लगती हैं ।

3. महत्त्व:

वर्षाकाल आने पर कुछ कठिनाइयाँ (Difficulties) भी बढ़ जाती हैं । चारों तरफ नदी-नाले जल से भर जाने के कारण तथा रास्तों पर जल जमा हो जाने से आवागमन (Conveyance) में तो असुविधा होती ही है, चारों ओर गंदगी भी बढ़ जाती है जिससे नाना प्रकार की बीमारियाँ (Diseases) फैलने का खतरा भी हो जाता है । फिर भी वर्षा का अपना महत्व है । यदि वर्षाकाल न आए तो धरती पर शायद अनाज और फल-फूल पैदा होना भी बन्द हो जाए और अनेक जीव-जन्तु प्यास से मर जाएँ ।

4. उपसंहार:

वर्षाकाल एक आनन्ददायक ऋतु है । अनेक ग्र थों में वर्षाकाल का बड़ा सुन्दर वर्णन किया गया है । यहाँ तक कि संत कवि तुलसीदास ने रामचरित मानस में तथा महाकवि कालिदास ने मेघदूत नामक ग्रंथ में वर्षा का सुन्दर वर्णन किया है । वास्तव में वर्षा ऋतु सभी ऋतुओं की रानी (Queen of Seasons) है ।

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हिंदी कोना

10 Lines on Rainy Season in Hindi। वर्षा ऋतू पर 10 लाइन निबंध

10 Lines on Rainy Season in Hindi

वर्षा ऋतू का मतलब बरसात के मौसम से है। बारिश के पानी में भीगने का अलग ही मजा है। वर्षा ऋतू के समय हर ओर बारिश और मिटटी की भीनी भीनी खुशबू से मन प्रफुल्लित हो जाता है। Rainy Season Essay in Hindi अक्सर विद्यालयों में निबंध के रूप में आता है। इसलिए आज हम “ वर्षा ऋतू पर 10 लाइन निबंध ” लेकर आपके समक्ष आये है। इस आर्टिकल में आप ‘ 10 lines on Rainy Season in hindi ‘ में पढ़ेंगे।

  • ग्रीष्म ऋतू के बाद वर्षा ऋतू का आगमन होता है।
  • भारत की चार प्रमुख ऋतुओ में वर्षा ऋतू भी एक ऋतू है।
  • वर्षा ऋतू मुख्यत जुलाई-अगस्त माह में होती है।
  • वर्षा ऋतू से भूमि का जल स्तर वापस से सामान्य होता है।
  • वर्षा ऋतू से कृषि में फसलों की सिचाई में मदद मिलती है।
  • वर्षा ऋतू में अक्सर इंद्रधनुष देखने को मिलते है।
  • वर्षा ऋतू में नए नए पेड़ पौधे उगने लगते है।
  • वर्षा ऋतू को सावन का महीना भी कहा जाता है।
  • वर्षा में भीगने का सभी आनंद उठाते है।
  • वर्षा ऋतू के आगमन से लोगो को गर्मी से राहत मिलती है।

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10 Lines on Autumn Season in Hindi

10 Lines on Winter Season in Hindi

10 Lines on Summer Season in hindi

हमें आशा है आप सभी को Rainy Season in hindi पर छोटा सा लेख पसंद आया होगा। आप इस लेख को अपने स्कूल में 10 lines about Rainy Season in hindi के रूप में भी प्रयोग कर सकते है।

10 Lines on Rainy Season in Hindi | वर्षा ऋतू पर 10 लाइन निबंध

In this article, we are providing 10 Lines on Rainy Season in Hindi & English. In these few / some lines on Rainy Season, you get to know full information about Rainy Season in Hindi. A Short Rainy Season Essay in Hindi . हिंदी में वर्षा रितु पर 10 लाइनें

10 Lines on Rainy Season in Hindi

10 lines on Rainy Season in Hindi

( Set-1 ) 10 Lines Rainy Season in Hindi for kids

1. वर्षा ऋतु का मौसम बहुत ही सुवाहना होता है।

2. इस मौसम मे चारो और हरियाली आ जाती है।

3. सभी पेड़ और पौधों पे नये पाते आ जाते है।

4. शीतल हवा चलती है।

5. इस ऋतु मे लोग छाता और रैन कोट का प्रयोग करते है।

6. वर्षा होने के कारण पुरा वातावरण ठण्डा हो जाता है।

7. वर्षा ऋतु को मौनसून के नाम से भी जाना जाता है।

8. वर्षा से सभी सूखे तालाब और नदिया पानी से भर जाते है।

9. इस ऋतु मे आकाश मे इंद्रधनुष भी धिकाई देता है।

10. सभी को वर्षा ऋतु का बहुत इंतजार रहता है।

जरूर पढ़े-

10 Lines on Winter Season in Hindi

10 Lines on Summer Season in Hindi

10 Lines on Spring Season in Hindi

( Set-2 ) Varsha Ritu Par 10 Line Nibandh | Sentences About Rainy Season in Hindi

1. वर्षा ऋतू, 6 ऋतुओं में से एक ऋतू है।

2. वर्षा ऋतु को सभी ऋतुओं का राजा भी कहा जाता है।

3. वर्षा ऋतू की शुरुआत जून महीने से शुरू होकर सितम्बर महिने तक रहती है।

4. वर्षा ऋतू के मौसम में चारो तरफ हरियाली ही हरियाली हो जाती है।

5. वर्षा ऋतू के मौसम में बहुत ज्यादा बारिश होती है।

6. इस मौसम में सारे सूखे हुए तालाबों और कुओ में वापिस पानी आ जाता है।

7. वर्षा ऋतू के मौसम से किसानों को बहुत फायदा होता है क्योंकि इस मौसम में फसलें बहुत अच्छी होती हैं।

8. इस मौसम में सबसे ज्यादा चावल और मक्का की फसलें बोई जाती हैं।

9. इस मौसम की वजह से लोगो को गरमी से राहत मिलती हैं।

10. वर्षा ऋतू का मौसम बहुत ही प्यारा और सुहाना होता है।

( Set-3 ) 10 lines on Rainy Season in Hindi | वर्षा ऋतू पर 10 लाइन निबंध

1. वर्षा रितु ग्रीष्म रितु के पश्चात आती है और भारत की चार मुख्य रितुओं में से एक है।

2. वर्षा रितु आषाढ़ श्रावण और भादों में मुख्य रूप से होती है।

3. वर्षा रितु का आगमन जुलाई में होता है और यह तीन महीने तक रहती है।

4. वर्षा रितु के आगमन से लोग प्रसन्नता से भर जाते हैं।

5. वर्षा रितु का इंतजार किसानों को बहुत रहता है क्योंकि वर्षा रितु फसलों को बढ़ने में सहायता करती है।

6. वर्षा रितु में बहुत बार इंद्रधनुष दिखाई देता है।

7. वर्षा रितु अपने साथ बहुत से त्योहार लेकर आती है।

8. प्रकृति पर भी वर्षा रितु का बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है।

9. वर्षा रितु के दौरान पूरा आसमान चमकदार होता है और पेड़ो पर भी नए पत्ते आने लगते हैं और फूल खिलने लगते हैं।

10. वर्षा रितु हमें गर्मी से राहत का अहसास करवाती है।

Few Lines on Rainy Season in English

1. Rainfall comes after the Summer season and is one of the four main seasons of India.

2. Rainfall is mainly in Ashutra Shravan and Bhadon.

3. Rainfall season arrives in July and it lasts for up to three months.

4. With the advent of the Rainfall season, people are filled with happiness.

5. Farmers are very much waiting for the rainy season because the rainy season helps in growing crops.

6. Rainbows appear many times in the rainy season.

7. Rainfall brings many festivals along with you.

8. Rainfall also has a very good effect on nature.

9. During the rainy season, the whole sky is shiny and new leaves begin to appear on the trees and the flowers start blooming.

10. Rainfall makes us feel relief from the heat.

10 Lines on Importance of Trees in Hindi

इस article के माध्यम से हमने Ten lines on Rainy Season in Hindi Essay का वर्णन किया है और आप यह article को नीचे दिए गए विषयों पर भी इस्तेमाल कर सकते है।

Varsha Ritu Hindi 10 lines Rainy Season 10 lines nibandh ten lines essay on Rainy Season paragraph on rainy season in Hindi

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2 thoughts on “10 Lines on Rainy Season in Hindi | वर्षा ऋतू पर 10 लाइन निबंध”

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Bahut hi Badhiya Essay on Rainy Season

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वर्षा ऋतु पर निबंध – Rainy Season Essay In Hindi

October 31, 2023

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By Shubham Jadhav

यदि आप वर्षा ऋतू पर निबंध लिखना चाहते हैं तो आपको इस लेख में Varsha Ritu Par Nibandh मिल जाएगा। जिसे कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थी याद कर परीक्षा में लिख सकते हैं। यहाँ आपको अलग-अलग शब्द सीमाओं के साथ वर्षा पर निबंध मिल जाएगा जैसे 100, 200 और 500 शब्दों में। आप अपनी आवश्यकता के अनुसार किसी भी निबंध का चयन कर सकते हैं और उसे लिख सकते हैं।

Table of Contents

वर्षा ऋतु पर निबंध

अगर आपके मित्र भी इस तरह के निबंध की तलाश में हैं तो आप उनके साथ इन निबंध को शेयर कर सकते हैं ताकि वह भी परीक्षा के लिए तैयारी कर सकें और अच्छे अंक प्राप्त कर सकें। हमरी इस साईट पर आपको अन्य कई महत्वपूर्ण निबन्ध भी मिल जाएँगे।

वर्षा ऋतु पर निबंध 100 शब्दों में

वर्षा ऋतू के आगमन पर प्रकृति खिल जाती है तथा हर तरफ एक शुद्ध वातावरण हो जाता है इसीलिए इसे मनभावक मौसम कहा जाता है। यह मौसम अन्य मौसमो की तुलना में ज्यादा महत्व रखता है क्योकि उसके बिना पृथ्वी पर कई सुखा पड़ सकता है और जरूरत के लिए आवश्यक पानी की आपूति में समस्याएँ आ सकती है साथ ही पृथ्वी का तापमान इतना बड़ सकता है कि यहाँ रहना सम्भव नहीं हो पाएगा। हर क्षेत्र में अलग-अलग मात्रा में वर्षा होती है तथा उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों में पुरे वर्ष ही वर्ष का मौसम रहता है इसके विपरीत रेगिस्तान के कई क्षेत्रो में कभी भी वर्षा नहीं होती है। वर्षा के कारण ही फसलें उग पाती है और हमारे खाने की आपूर्ति होती है इसीलिए भी वर्षा महत्वपूर्ण मोसम माना गया है।

वर्षा ऋतु पर निबंध 200 शब्दों में

वर्षा का मौसम लगभग हर किसी को पसंद होता है क्योकि इस मौसम में एक अलग ही प्राकृतिक माहौल मिलता है तथा प्रकृति भी भीषण गर्मी से राहत पा कर खिलखिला जाती है। सामान्य स्थानों पर मुख्यतः वर्षा का मौसम जून से सितम्बर तक रहता है पर उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों में पुरे वर्ष ही वर्षा होती रहती है। बरसात के समय आसमान में गहरे काले बादल नज़र आते हैं तथा खुबसूरत से इन्द्रधनुष भी दिखाई पढ़ते हैं। नदियों और तालाबों में पानी बड़ जाता है तथा जिन लोगों को इनमे नहाने का शौक होता है वह बड़े आनंद के साथ नहाते हैं और मजें करते हैं। देश के हर व्यक्ति के लिए वर्ष महत्वपूर्ण है क्योकि इसके बिना फसल का होना सम्भव नहीं है, इसीलिए किसान अच्छी फसल के लिए सही मात्रा में और सही समय पर वर्षा के आने की कामना करते हैं क्योकि ज्यादा वर्षा भी फसलों को खत्म कर देती है। वर्षा का प्रभाव हर सजीव और निर्जीव जीव पर पड़ता है तथा वर्षा ही जरुर पानी की भरपाई करती है और लोगों को जरुरी पानी मिल पाता है। जैसा की हम जानते ही है की पानी के बिना जीवन सम्भव नहीं है और हमें पानी वर्षा के कारण ही मिल पाता है। नदी और समुद्र से पानी भाप बन कर उड़ता है और बादल बनते हैं तथा अन्य स्थानों पर आ आकर बरसता हैं।

वर्षा ऋतु पर निबंध 500 शब्दों में

भारत देश में हर तरह की ऋतू पाई जाती है, पर यहाँ कुछ क्षेत्र ऐसे भी है जहां एक निश्चित मौसम रहता है और पुरे वर्ष भर केवल ही मौसम रहता है। अन्य स्थानों पर हर चार माह में मौसम परिवर्तित होता है तथा वर्षा का मौसम जून से सितम्बर तक रहता है। गर्मी के बाद आने वाला बरसात का मौसम हर किसी को राहत देने का काम भी करता है क्योकि गर्मी के कारण हर कोई परेशान हो जाता है तथा व्ढ़सा की हर एक बूंद सुकून देती है। वेसे तो हर मौसम पृथ्वी पर जीवन को बनें रखने के लिए जरुरी है पर वर्षा का मौसम थोडा ज्यादा महत्व रखता है क्योकि यह पानी की आपूर्ति करता है।

वर्षा ऋतू का महत्व

वर्षा ऋतू पानी की आपूर्ति करने के लिए होता है, इस मौसम में हर नदी, तालाब, कुंड में पानी भर जाता है तथा हर तरफ हरियाली छा जाती है। प्रकृति मुस्कुरा उठती है और लोग प्राकृतिक स्थानों पर जा कर समय व्यतीत करना पसंद करते है। वर्ष ऋतू के कारण ही किसान अपनी फसल कर पाते है, कृषि का मुख्य आधार ही वर्षा है और भारत की अधिकांश जनसंख्या कृषि के माध्यम से ही आय अर्जित करती है इसीलिए कृषि अर्थव्यवस्था का मुख्य स्तम्भ भी मानी गयी है। वर्षा के बिना हर जगह सुखा पड़ जाता है, फसले नष्ट हो जाती है, गर्मी बढ़ने लगती है, पेड़ पौधे नष्ट होने लगते हैं इसीलिए सही समय पर वर्षा का होना बेहद जरुरी हैं।

केसे होती हैं वर्षा

वर्षा हर जिव जन्तु और पेड़ पौधे के लिए जरुरी है, यह तो हम जानते ही है कि बादलो के कारण वर्षा होती है तथा यह बादल पानी की बूंदों से ही बने होते हैं। जिसके बाद नमी वाली गर्म हवा किसी ठंडे और उच्च दबाव वाले वातावरण के संपर्क आती है तो वर्षा होने लगती है। गर्मी के कारण पानी वाष्पीकृत हो कर बादल बनता है तथा आसमान में जाकर ठन्डे वातावरण के कारण वर्षा में परिवर्तित हो जाता है और पानी बरसने लगता है, कई बार ज्यादा ठंडा तापमान होने के कारण पानी के साथ बर्फ के ओले भी बन जाते हैं और वह भी गिरने लगते हैं।

वर्षा से होने वाले नुकसान

यदि आवश्यकता से अधिक वर्षा होने लगे तो यह विनाश का कारण भी बन सकती है तथा बाढ़ आ सकती है। जिसमे जन धन ही हानि हो सकती है और कई घर ज्यादा पानी भर जाने के कारण बह जाते हैं या फिर टूट जाते है, इससे एक आम व्यक्ति काफी प्रभावित हो जाता है। वर्षा ऋतू में हर स्थान पर कीचड़ और पानी का जमाव हो जाता है जिस कारण मच्छर और के तरह के हानिकारक जीवाणु जन्म लेने लगते हैं तथा खतरनाक बीमारियों का कारण बनते हैं। वर्षा के मौसम में सावधानी न रखने पर इलेक्ट्रिसिटी से होने वाली दुर्घटनाओं में वृद्धि हो सकती है क्योकि पानी के कारण करंट फैलने लगता है।

वर्षा के बिना जीवन सम्भव नहीं है यह पानी जैसी सबसे महत्वपूर्ण चीज़ की पूर्ति करती है, वर्ष ऋतू में पशु पक्षी भी आनंदित महसूस करते हैं तथा पक्षियों की चहचहाने की आवाज सुनाई देती है। प्रकृति की सुन्दरता और बड़ जाती है तथा हर तरफ हर भरा वातावरण हो जाता है।

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Essay on Rainy Season for Students and Children

500+ words essay on rainy season.

In this essay on rainy season, we are going to talk about the most beautiful season. Also, in some region this time of the year most annual rainfall takes place. Besides, both tropical and non-tropical areas receive rainfall according to their topographical position. Although, at some places, it last for a month but at some places it goes on for about three to four months. So, in this essay on rainy season, we will discuss the importance, months, and reasons for the rainy season.

essay on rainy season

Months of Rainy Season

The people of Indian subcontinent refer to rainy season as ‘ monsoon ’. Also, this season last in India for about 3 to four months. Apart from that, in different countries and in different geographical areas the duration of rainy season is not fixed. At some places like tropical rain forests rain occurs throughout the year while on the other hand places like Sahara Dessert receive rainfall very rarely.

Reasons for Rainy Season

Although the rainy season is a periodical occurrence that happens due to the change of flow of wind that carries clouds and c. When during the day earth surface temperature rises the surrounding air rise up and create a low-pressure zone. This pushes the moisture loaded winds from oceans towards the land. And when this moisture and clods reach the land they precipitate rain. Above all, this cycle continues for a period of time in the region and the season is called the rainy season.

Importance of Rainy Season

For countries like India where a large number of the population depends on agriculture rainy season play a noteworthy role. Also, the agriculture sector in India contributes around 20% to the GDP (Gross Domestic Product) . Also, it employees above 500 million people of the nation.

Therefore, for economic conditions of countries like India monsoon is very essential. Also, the harvest of produce depends largely on the quality of rain. Apart from that, a prosperous monsoon will give the economy good produce and a weak monsoon can cause famine and drought.

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Also, the rainy season is significant to maintain groundwater levels and of natural resources. Apart from that, all the living and non-living things directly or indirectly depend upon natural water and rainy season replenishes that water so that it can sustain till next season.

essay on rainy season in hindi for class 4

The continuous rain during monsoon provides us the chance to collect this runoff water by different methods of rainwater harvesting. Also, either we can use this saved water for different purposes or for recharging groundwater.

Rainy Season is Most Amazing Season of the Year

The rainy season is the most essential and undoubtedly pleasing season of the year. Also, for countries that consider agriculture as the backbone of the economy, it is far more important than any other material thing. Apart from that, the season helps in replenishing the freshwater that revitalize the life on the planet.

Also, it is important for all life forms on earth whether big or small. For the reason, rain supply a large amount of fresh water. Above all, if there will be no rain then many green areas of different demography will turn into dry and barren land.

{ “@context”: “https://schema.org”, “@type”: “FAQPage”, “mainEntity”: [{ “@type”: “Question”, “name”: “What causes rain?”, “acceptedAnswer”: { “@type”: “Answer”, “text”: “The low-pressure zone that’s created by the earth’s surface temperature to rise up which eventually force the moisture and clouds to move towards the land to precipitate causes rain.” } }, { “@type”: “Question”, “name”: “Why rainy season is so important in India?”, “acceptedAnswer”: { “@type”: “Answer”, “text”:”For countries like India rainy season is important because a large sector of agriculture depends on rainfall. Also, good rainfall helps them to have a good harvest and bad rainfall can cause famine, drought, etc.”} }] }

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Paragraph on Rainy Season – Long and Short Paragraphs

iit-jee, neet, foundation

Table of Contents

The rainy season is a time of the year when it rains a lot. This season makes everything wet and green. It’s when clouds cover the sky and drop water to the ground. Plants , animals, and people get the water they need during this time. It’s also a fun time for some people to play in puddles and enjoy the sound of rain.

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Rainy Season is one of the soothing seasons for each one of us. The tiny droplets of rain are loved by everyone. In India, July-August is considered a rainy season. The arrival of Monsoon sometimes observed in late June too.

Long and Short Paragraph on Rainy Season

Importance of Rain

The cool breezes of the rainy season are a big relief from the sunny days. The rainy season is the blessing for agriculture, water level, and for all of us. The trees and plants are bloomed by the rainshower; it is also a rejuvenating month for greenery. Rain is bliss for farmers; farmers are dependent upon rainwater. Natural rainwater is the best irrigation source for their farms.

The Most Awaited Season of the Year

In Indian mythology, Lord Indra is considered as the lord of rain, people pray him for the arrival of monsoon. The rainy season is also a source of inspiration for poets and writers. The scenic beauty of nature is sighful during the rainy season. Rain is also considered as a stress buster for people. In coastal areas, rain is quite common. The water reservoirs are filled by the rain during the rainy season.

Due to climate change and global warming, the early or late monsoon is observed. Some natural disasters like floods are the result of excessive rain. The lower areas of towns and rural areas are mostly get affected by excessive rain.

Related Topics to Rain

Rainy Season Paragraph 10 Lines

  • The rainy season is a time when it rains a lot.
  • Dark clouds fill the sky, bringing shade and coolness.
  • Water drops fall from the sky, turning dry land into wet mud.
  • Plants become green and vibrant, getting the water they need.
  • Animals and birds can be seen enjoying the fresh water.
  • People use umbrellas and raincoats to stay dry.
  • Children often play in puddles and enjoy the rain.
  • Sometimes, there’s thunder and lightning with the rain.
  • Rivers and ponds fill up, and everything looks fresh.
  • The rainy season brings life and joy to nature.

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Paragraph on Rainy Season for Class 1 to 8

Paragraph on rainy season for class 1.

The rainy season is a beautiful time of the year. It comes after the hot summer. The sky is filled with dark clouds, and then it starts to rain. We hear the sound of raindrops on the roof. Everything looks green and fresh. People use umbrellas and raincoats to stay dry. Children like to play in the puddles and make paper boats. The rainy season is also a time when we see rainbows in the sky. It’s a fun and cool season that makes the earth happy.

Paragraph on Rainy Season for Class 2

The rainy season is a magical time of the year. The sky is filled with dark clouds that bring cool, refreshing rain. During this season, the whole world seems to come alive. Plants grow green and lush, and flowers bloom in bright colors. Sometimes we use umbrellas and raincoats to stay dry when we go outside. We can hear the pitter-patter of raindrops on our roofs and windows, which sounds like a lovely song. Puddles form on the ground, and sometimes we can’t resist jumping in them for fun! The rainy season is important because it gives water to all the plants and animals, helping them to grow and stay healthy. It’s a time for new beginnings and growth, making it a very special part of the year.

Take free test

Paragraph on Rainy Season for Class 3

The rainy season is a beautiful part of the year. When it rains, everything seems fresh and clean. Birds chirp happily, and the world feels cooler. Sometimes, we see frogs hopping around in puddles, and colorful rainbows appear in the sky after the rain. The rainwater helps plants to grow, and farmers are happy because their crops get water. It’s fun to play in the rain, but we must also be careful and avoid getting sick.

Paragraph on Rainy Season for Class 4

Rainy season, often known as the monsoon, is filled with soft, gentle rains and sometimes heavy downpours. This season turns the world into a giant green garden, with trees and plants dripping with raindrops. Rivers and ponds become full, and the sound of rain creates a soothing melody. Sometimes, during a heavy shower, we stay indoors and enjoy reading or sipping a hot cup of cocoa. But the best part is the smell of the wet earth after the rain, which reminds us of nature’s beauty.

Paragraph on Rainy Season for Class 5

The rainy season is a period of renewal and growth. As the rain pours down, it replenishes the earth’s water, ensuring that life continues to thrive. This season is a boon for farmers as the crops require plenty of water. The skies often display a dance of lightning and the rumble of thunder. It’s essential to be prepared during this season, carrying umbrellas and wearing rain boots. But, even with the occasional inconvenience, the beauty and importance of the rainy season can’t be denied.

Take free test

Paragraph on Rainy Season for Class 6

Monsoons or the rainy season paints a picturesque scene in our minds. The dark clouds, the rhythmic sound of falling rain, and the cool breeze are truly enchanting. However, this season also brings challenges like waterlogged streets and the spread of some illnesses. On the brighter side, the rains play a pivotal role in the agricultural sector and ensure a steady supply of water. The season also teaches us the importance of balance in nature and how each season has its unique role and beauty.

Paragraph on Rainy Season for Class 7

The rainy season, characterized by its consistent downpours, plays a significant role in maintaining the ecological balance. As the skies turn grey and the land gets drenched, one can’t help but admire nature’s cycle. This season emphasizes the significance of water for all living organisms. While the monsoons bring relief from the scorching heat, it’s also a time for introspection. The rhythm of the raindrops serves as a reminder of nature’s vastness and the ephemerality of human life in comparison.

Paragraph on Rainy Season for Class 8

The rainy season, with its inherent charm and challenges, has been a source of inspiration for poets and writers throughout history. As monsoon winds usher in dark, billowing clouds, they bring more than just rain; they symbolize life, growth, and rejuvenation. Agriculturally, the monsoons are vital, providing the necessary hydration for crops. However, with the beauty of this season also come challenges, like floods and infrastructural damages. As students, the rainy season teaches us the duality of life – the coexistence of challenges and beauty, urging us to appreciate nature in all its forms.

Frequently Asked Question on Rainy Season

Which is the highest rainfall.

Mawsynram, located in Meghalaya, India, holds the record for the highest average annual rainfall in the world.

What is the first rain called?

The first rain of the season, especially after a dry spell, is often referred to as the monsoon's onset or simply the first showers.

When does rain start in India?

The monsoon season in India typically starts in early June, beginning in the southern state of Kerala and then spreading northward.

What is the rain season called?

The rain season is commonly referred to as the monsoon season or simply monsoon.

Which month is the rainy season?

The rainy season or monsoon typically occurs from June to September in India, but this can vary based on geographic location.

Why did the blood rain happen in Kerala?

The phenomenon of blood rain in Kerala is due to the airborne spores of a particular type of green microalgae. When these spores mix with rain, they give it a reddish or brownish hue.

Which city rains the most?

Mawsynram, in Meghalaya, India, is considered the wettest place on Earth, receiving the most rainfall annually.

Where is red rain in India?

Red rain, also known as blood rain, has been predominantly reported in the southern state of Kerala in India.

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    10 Lines on Autumn Season in Hindi. 10 Lines on Winter Season in Hindi. 10 Lines on Summer Season in hindi. हमें आशा है आप सभी को Rainy Season in hindi पर छोटा सा लेख पसंद आया होगा। आप इस लेख को अपने स्कूल में 10 lines about ...

  20. 10 Lines on Rainy Season in Hindi

    6. Rainbows appear many times in the rainy season. 7. Rainfall brings many festivals along with you. 8. Rainfall also has a very good effect on nature. 9. During the rainy season, the whole sky is shiny and new leaves begin to appear on the trees and the flowers start blooming. 10.

  21. वर्षा ऋतु पर निबंध

    वर्षा ऋतु पर निबंध (Rainy Season Essay In Hindi) यहाँ रशा ऋतू पर 100 शब्दों में, 200 शब्दों में तथा 500 शब्दों में निबन्ध दिया गया है। ... Essay on Diwali for Class 8th; महात्मा ...

  22. Essay on Rainy Season for Students and Children

    Reasons for Rainy Season. Although the rainy season is a periodical occurrence that happens due to the change of flow of wind that carries clouds and c. When during the day earth surface temperature rises the surrounding air rise up and create a low-pressure zone. This pushes the moisture loaded winds from oceans towards the land.

  23. Paragraph on Rainy Season for Class 1 to 8

    Paragraph on Rainy Season for Class 4. Rainy season, often known as the monsoon, is filled with soft, gentle rains and sometimes heavy downpours. This season turns the world into a giant green garden, with trees and plants dripping with raindrops. Rivers and ponds become full, and the sound of rain creates a soothing melody.