- वाह जिन्दगी !
- About the Author
- About Education Aacharya
शोध पत्र कैसे लिखें ?[HOW TO WRITE A RESEARCH PAPER ?]
एक शोध कर्त्ता जब अपना शोध कार्य पूर्ण करता है तब वह शोध के लाभ को जन जन तक या तत्सम्बन्धी परिक्षेत्र के लोगों को उससे परिचित कराना चाहता है और शोध से प्राप्त दिशा पर विद्वत जनों काप्रतिक्रियात्मक दृष्टि कोण जानना चाहता है ऐसी स्थिति में सहज सर्वोत्तम विकल्प दिखता है -शोध पत्र सम्पूर्ण शोध ग्रन्थ को सार रूप में सरल,बोध गम्य,शीघ्र अधिगमन योग्य बनाने के लिए शोध पत्र का प्रयोग किया जाता है ऐसे कई शोध पत्र,शोध पत्रिकाओं का हिस्सा बन जाते हैं एवम ज्ञान पिपासुओं की ज्ञान क्षुधा की तृप्तीकरण का कार्य करते हैं तथा जन जन तक इसका लाभ पहुँचना सुगम हो जाता है सेमीनार में इन्ही शोधपत्रों का वाचन होता है। शोधपत्र से आशय(Meaning Of Research Paper )- शोधपत्र,शोध रिपोर्ट या शोध कार्य का व्यावहारिक प्रस्तुति योग्य सार आलेख है जो परिणाम को अन्तिम रूप में समेट भविष्य की दिशा निर्धारण में सहयोगान्मुख है। प्रो 0 एस 0 पी 0 गुप्ता ने अपनी पुस्तक अनुसंधान संदर्शिका में बताया – “पत्र पत्रिकाओं (Journals) में प्रकाशित होने वाले अथवा संगोष्ठियों (Seminars) व सम्मेलनों(Conferences) में वाचन हेतु तैयार किये गए अनुसन्धान कार्य सम्बन्धी लेखों को प्रायः अनुसंधान पत्रक (Research Paper)का नाम दिया जाता है।” इस सम्बन्ध में एक अन्य शिक्षा शास्त्री डॉ 0 आर 0 ए 0 शर्मा ने अपनी पुस्तक “शिक्षा अनुसन्धान के मूल तत्व एवं शोध प्रक्रिया” में लिखा – “शोध प्रपत्र लिखना कठिन कार्य है क्योंकि यह कार्य आलोचनात्मक,सृजनात्मक तथा चिन्तन स्तर का है। शोध प्रपत्र लेखन में एक विशिष्ट प्रक्रिया का अनुसरण करना होता है जिसमें समुचित क्रम को अपनाया जाता है।” अतः उक्त आलोक में कहा जा सकता है कि शोध प्रपत्र सम्पूर्ण शोध के परिणाम व सुझाव से युक्त वह प्रपत्र है जो स्व विचार के स्थान पर तथ्य निर्धारण हेतु तत्पर शोध आधारित दृष्टिकोण से वास्ता रखता है। शोध प्रपत्र के प्रकार (Types Of Research Paper)- काल व शोध के प्रकार के आधार पर शोध पत्र के प्रकारों का निर्धारण विद्वतजनों द्वारा किया गया है कुछ विशेष प्रकारों को इस प्रकार क्रम दे सकते हैं – विवाद प्रिय या तार्किक शोध पत्र (Argumentative Research Paper) कारण प्रभाव शोध पत्र (Cause and Effect Research Paper) विश्लेणात्मक शोध पत्र (Analytical Research Paper) परिभाषीकरण शोध पत्र (Definition Research Paper) तुलनात्मक शोध पत्र (Contrast Research Paper) व्याख्यात्मक शोध पत्र (Interpretive Research Paper) शोध प्रपत्र का प्रारूप (Research Paper Format)- शोध पत्र लिखने का कोई पूर्व निर्धारित प्रारूप सभी प्रकार के शोध हेतु निर्धारित नहीं है शोध कर्त्ता का सम्यक दृष्टि कोण ही शोध प्रपत्र का आधार बनता है फिर भी अपूर्णता से बचने हेतु सभी प्रमुख बिंदुओं को सूची बद्ध कर लेना चाहिए।दिशा,प्रवाह, अनुभव,अवलोकन सभी से शोध पत्र को प्रभावी बनाने में मदद मिलती है सामान्यतः शोध प्रपत्र प्रारूप में अधोलिखित बिन्दुओं को आधार बनाया सकता है। – (अ)- भूमिका (ब)- विषय वस्तु (स)- मुख्य अंश (द)- परिणाम व सुझाव संक्षेप में भूमिका लिखने के बाद विषय वस्तु से परिचय कराना चाहिए यहीं शोध शीर्षक के बारे में लिखकर मुख्य अंश के रूप में शोध प्रक्रिया,उपकरण व प्रदत्त संग्रहण,विश्लेषणआदि के बारे में संक्षेप में लिखते हुए प्राप्त परिणामों को सम्यक ढंग से प्रस्तुत करना चाहिए व इसी आधार पर सुझाव देने चाहिए अपने दृष्टिकोण को थोपने से बचना चाहिए। अच्छे शोध प्रपत्र के गुण (Qualities Of a Good Research Paper ) या अच्छे शोध प्रपत्र की विशेषताएं (Characteristics Of a Good Research Paper ) या अच्छे शोध प्रपत्र के लाभ (Advantage Of a Good Research Paper )- शोध प्रपत्र लिखना और सम्यक सन्तुलित शोध प्रपत्र लिखने में अन्तर है अतः प्रभावी शोध पत्र लिखने हेतु आपकी जागरूकता के साथ निम्न गुण ,विशेषताओं का होना आवश्यक है तभी समुचित लाभ प्राप्त होगा। (1 )- नवीन ज्ञान से संयुक्तीकरण। (2 )-शोध कार्यों सम्बन्धित दृष्टिकोण का सम्यक विकास। (3 )-पुनः आवृत्ति से बचाव। (4 )-परिश्रम को उचित दिशा। (5 )-विभिन्न परिक्षेत्र के शोधों से परिचय। (6 )-समीक्षा में सहायक। (7 )-विशेषज्ञों के सुझाव जानने का अवसर। (8 )-शक्ति व धन की मितव्ययता। (9 )-अनुभव में वृद्धि। (10 )-प्रसिद्धि में सहायक। सम्पूर्ण शोध पत्र लेखन के उपरान्त यदि वैदिक काल की मर्यादा के अनुसार सन्दर्भ ग्रन्थ सूची भी दे दी जाए तो कृतज्ञता ज्ञापन के साथ दूसरे शोध कर्त्ताओं की मदद हो सकेगी।
Share this:
- Click to share on Twitter (Opens in new window)
- Click to share on Facebook (Opens in new window)
Related Posts
परिकल्पना: कार्य, महत्त्व, विशेषता( hypothesis: functions, importance, characteristics), measurment (मापन), शोध परिकल्पना-आशय,प्रकार व स्रोत [research hypothesis- meaning, types and sources], cancel reply.
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
Notify me of follow-up comments by email.
Notify me of new posts by email.
Recent Posts
- गुरुओं से फक़त एक डपट चाहिए।
- ENVIRONMENT
- BIODIVERSITY
- ENVIRONMENT MANAGEMENT
- INCLUSIVE EDUCATION
My Facebook Page
https://www.facebook.com/EducationAacharya-2120400304839186/
- February 2024
- September 2023
- August 2023
- January 2023
- December 2022
- November 2022
- October 2022
- September 2022
- August 2022
- February 2022
- January 2022
- December 2021
- November 2021
- January 2021
- November 2020
- October 2020
- September 2020
- August 2020
- February 2020
- January 2020
- December 2019
- November 2019
- October 2019
- September 2019
- August 2019
- February 2019
- January 2019
- December 2018
- November 2018
- October 2018
- September 2018
- August 2018
- Uncategorized
SHIKSHAN SANSHODHAN [ ISSN(O): 2581-6241 ] Peer-Reviewed, Referred, Indexed Research Journal. Impact Factor : 6.831
Research Paper, Article Publication in Hindi, Gujarati, Sanskrit, English and other National Languages.
Shikshan Sanshodhan : Journal of Arts, Humanities and Social Sciences
शिक्षण संशोधन : कला, मानविकी और सामाजिक विज्ञान जर्नल
Monthly, Peer-Reviewed, Refereed, Indexed Research
Journal run by ‘Research Culture Society’ (International Scientific Research Organization).
Publication in Asian and European Countries Languages : Multilingual Publications.
Impact Factor : 6.831
Submissions are open on all days ! Volume – 7 | |
( Download ⇒ ) | |
Visit our upcoming International Conferences in association with different Universities / Institutions. Click on Conference / Seminar Flyer. | |
follows UGC – CARE Journals criteria (UGC-CARE Form file for download and recommendation) |
(Journal’s pattern/system of digital ID) |
ARTS – HUMANITIES – SOCIAL SCIENCES | ||
Hindi Literature | Anthropology | Economics |
English Literature | History | Geography |
Gujarati Literature | Philosophy | Sociology |
Marathi Literature | Religion | Psychology |
Punjabi Literature | Theology | Political Science |
Sanskrit Literature | Linguistics | Gender Study |
Performing Art | Culinary Art | Culture Study |
Visual Art | Archaeology | Country / Area Study |
Architecture | Languages | Organization Study |
Sculpture | Physical Education | Library Science |
Applied Arts | Education | Management |
Literature Arts | Media and Journalism | Law |
- Shikshan Sanshodhan is an Open-Access, Peer-Reviewed, Indexed, Refereed Research Journal.
- Author Research Guidelines & Support.
- Platform to researchers and scholars of different study fields and languages.
- Reliable, Easy and Rapidly growing Publication with nominal processing charge.
- Communication of authors to get the manuscript status time to time.
- Full text of all articles in the form of PDF format and Digital Object Identification DOIs.
- Individual copy of “Certificate of Publication” to all Authors of Paper.
- Indexing of Journal in major online journal databases like Google Scholar, Academia, Scribd, Mendeley.
- Open Access Journal Database for High visibility and promotion of your article with keyword and abstract.
- अन्वेषण करें हमारे बारे में समुदाय विविध लेख श्रेणियाँ
- श्रेणियाँ (categories) खोजें
- विकिहाउ के बारे में
- लॉग इन/ खाता बनाएं
- शिक्षा और संचार
कैसे ऐब्सट्रैक्ट लिखें (Write an Abstract)
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Megan Morgan, PhD . मेगन मॉर्गन जॉर्जिया यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ पब्लिक एंड इंटरनेशनल मामलों में ग्रेजुएट प्रोग्राम एकेडेमिक एडवाइजर हैं। उन्होंने 2015 में जॉर्जिया यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी में PhD की डिग्री प्राप्त की। यहाँ पर 13 रेफरेन्स दिए गए हैं जिन्हे आप आर्टिकल में नीचे देख सकते हैं। यह आर्टिकल १३,५७९ बार देखा गया है।
यदि आपको किसी अकादमिक या वैज्ञानिक पेपर के लिए ऐब्स्ट्रैक्ट लिखना हो, तब घबराइए मत! आपका ऐब्स्ट्रैक्ट तो किसी पेपर या काम का, एक संक्षिप्त, अपने आप में सम्पूर्ण सारांश है जिसका उपयोग दूसरे लोग विहंगावलोकन के लिए करते हैं। [१] X विश्वसनीय स्त्रोत University of North Carolina Writing Center स्त्रोत (source) पर जायें आपने लेख में क्या लिखा है इसका विवरण ऐब्स्ट्रैक्ट में होता है, चाहे वह वैज्ञानिक परीक्षण हो या साहित्यिक विश्लेषणात्मक पेपर। इससे आपके पाठक को पेपर समझने में सहायता मिलनी चाहिए और जो इस पेपर को खोज रहे हों, उसे पढ़ने से पहले ही, उनको यह निर्णय करने में सहायता मिलनी चाहिए कि क्या यह उनके काम का है। ऐब्स्ट्रैक्ट लिखने से पहले अपने पेपर को पूरा करिये, फिर उसका सारांश बनाइये जिससे उसके उद्देश्य, समस्या, विधि, परिणाम और आपके काम के निष्कर्ष पहचाने जा सकें। जब यह सब विवरण मिल जाएगा, तब केवल उसे संगठित करने का कार्य रह जाएगा। चूंकि ऐब्स्ट्रैक्ट आपके द्वारा किए हुये काम का संक्षिप्तिकरण मात्र है, इसे कर पाना सरल है!
ऐब्स्ट्रैक्ट की शुरुआत (Getting Your Abstract Started)
- थीसिस और ऐब्स्ट्रैक्ट दो बिलकुल अलग चीज़ें हैं। किसी पेपर की थीसिस में मुख्य विचार या प्रश्न का परिचय दिया जाता है, जबकि ऐब्स्ट्रैक्ट में पूरे पेपर की, विधि और परिणामों के साथ, समीक्षा की जाती है।
- चाहे आपको पता भी हो कि आपका पेपर किस बारे में होने वाला है, सदैव ऐब्स्ट्रैक्ट को अंत के लिए बचा कर रखिए। अगर आप ऐसा करेंगे तो बहुत हद तक सही सारांश प्रस्तुत कर पाएंगे – जो भी आपने लिखा है बस उसका संक्षिप्तिकरण कर दीजिये।
- क्या लंबाई की कोई अधिकतम या न्यूनतम सीमा है?
- क्या शैली संबंधी कोई आवश्यकताएँ हैं?
- आप किसी इंस्ट्रक्टर के लिए लिख रहे हैं या प्रकाशन के लिए?
- क्या आपकी फ़ील्ड के दूसरे अकादमिक यह ऐब्स्ट्रैक्ट पढ़ेंगे?
- क्या इसे किसी सामान्य पाठक या किसी दूसरी फ़ील्ड के व्यक्ति के लिए पहुँचने योग्य होना चाहिए?
- विवरणात्मक ऐब्सट्रैक्ट उद्देश्य, लक्ष्य तथा रिसर्च की विधि बताते हैं परंतु परिणाम का हिस्सा छोड़ देते हैं। ये आम तौर पर 100-200 शब्दों के होते हैं।
- सूचनात्मक ऐब्सट्रैक्ट आपके पेपर के कंडेंस्ड वर्ज़न की तरह होते हैं जिसमें आपकी रिसर्च और उसके परिणामों का ओवरव्यू मिलता है। ये विवरणात्मक ऐब्सट्रैक्टों से कहीं लंबे होते हैं तथा एक पैरा से लेकर एक पृष्ठ तक के हो सकते हैं। [४] X रिसर्च सोर्स
- ऐब्सट्रैक्ट की दोनों शैलियों में मूल जानकारी एक सी ही होती है, मुख्य अंतर केवल यह होता है कि सूचनात्मक ऐब्सट्रैक्ट में ही परिणाम शामिल किए जाते हैं, और सूचनात्मक ऐब्सट्रैक्ट, विवरणात्मक ऐब्सट्रैक्ट से अधिक लंबा होता है।
- एक आलोचनात्मक ऐब्सट्रैक्ट का आम तौर पर इस्तेमाल नहीं होता है, परंतु कुछ कोर्सों में इसकी आवश्यकता हो सकती है। आलोचनात्मक ऐब्सट्रैक्ट से भी वही लक्ष्य प्राप्त होते हैं जो अन्य ऐब्सट्रैक्टों से, परंतु इसके द्वारा चर्चा किए जा रहे अध्ययन या काम का लेखक की अपनी रिसर्च से भी संबंध स्थापित किया जाता है। इसमें रिसर्च डिज़ाइन या विधि की भी आलोचना हो सकती है। [५] X विश्वसनीय स्त्रोत University of North Carolina Writing Center स्त्रोत (source) पर जायें
ऐब्सट्रैक्ट का लेखन
- आपने इस अध्ययन या प्रोजेक्ट का निर्णय क्यों किया?
- आपने अपनी रिसर्च कैसे की?
- आपको क्या प्राप्त हुआ?
- आपकी रिसर्च के नतीजे क्यों महत्वपूर्ण हैं?
- कोई आपका पूरा लेख क्यों पढ़े?
- आपकी रिसर्च किस समस्या को बेहतर समझने या सुलझाने में सहायक है?
- आपके अध्ययन का स्कोप क्या है – एक सामान्य समस्या, या कुछ विशेष?
- आपका मुख्य दावा या तर्क क्या है?
- वेरिएबल तथा अपनी अप्रोच को देते हुये अपनी रिसर्च की चर्चा करिए।
- अपने दावे के समर्थन में साक्ष्यों को बताइये।
- अपने सबसे महत्त्वपूर्ण स्त्रोतों का ओवरव्यू दीजिये।
- अपनी रिसर्च या अध्ययन से आप किस निष्कर्ष पर पहुंचे?
- क्या आपकी अवधारणा या तर्क को समर्थन मिला?
- आम निष्कर्ष क्या हैं?
- आपके कार्य का तात्पर्य क्या है?
- आपके परिणाम सामान्य हैं, अथवा विशिष्ट।
ऐबस्ट्रैक्ट को फॉरमैट करना
- अनेक जर्नलों में ऐबस्ट्रैक्टों के लिए विशेष शैली संबंधी दिशा निर्देश होते हैं। यदि आपको भी कोई नियम सूची या निर्देश दिये गए हों, तो उनका अक्षरशः पालन करिए। [१०] X विश्वसनीय स्त्रोत PubMed Central स्त्रोत (source) पर जायें
- ऐबस्ट्रैक्ट में सीधे सीधे ऐक्रोनिम या ऐब्रीविएशन का इस्तेमाल मत करिए क्योंकि पाठक को समझाने के लिए इन्हें स्पष्ट करना होगा। इससे लिखने की क़ीमती जगह घिरती है, तथा सामान्यतः इससे बचा जाना चाहिए।
- यदि आपका विषय किसी जानी - पहचानी चीज़ के बारे में है, तो आप उन लोगों के नामों या जगहों का संदर्भ दे सकते हैं जिन पर आपका पेपर केन्द्रित हो।
- ऐबस्ट्रैक्ट में तालिकाएँ, संख्याएँ, स्त्रोत, या लंबे उद्धरण मत शामिल करिए। ये बहुत जगह लेते हैं तथा सामान्यतः आपके पाठक ऐबस्ट्रैक्ट में इन्हें नहीं चाहते।
- उदाहरण के लिए, यदि आप संस्कृतियों के अंतर के कारण स्कीज़ोफ़्रेनिया के बोध पर पेपर लिख रहे हों, तब “स्कीज़ोफ्रेनिया,” “सांस्कृतिक आदान-प्रदान,” ”संस्कृति-बद्ध” तथा “सामाजिक स्वीकार्यता” जैसे शब्दों का अवश्य इस्तेमाल करें।
- शब्दजाल से बचना सुनिश्चित करिए। यह विशिष्ट शब्द आपके सामान्य पाठकों द्वारा शायद नहीं समझे जाएँगे और उन्हें उलझन में डाल सकते हैं। [१३] X रिसर्च सोर्स
- प्रोफ़ेसर से, अपने क्षेत्र के सहकर्मी से, ट्यूटर से या लेखन केंद्र के सलाहकार से चर्चा करना बहुत लाभदायक हो सकता है। यदि आपके पास ये संसाधन उपलब्ध हों, तो इनका उपयोग करिए।
- सहायता मान कर आप अपने क्षेत्र में चल रही परम्पराओं के बारे में जान सकते हैं। जैसे कि, विज्ञान में सामान्यतः पैसिव वॉइस का उपयोग (“प्रयोग किए गए थे”) करते हैं। जबकि, हयूमनिटीज़ में ऐक्टिव वॉइस पसंद की जाती है।
- आमतौर पर ऐब्सट्रैक्ट एक या दो पैरा के होते हैं, और उन्हें पूरे लेख की लंबाई के 10 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए। समान प्रकाशनों में अन्य ऐब्सट्रैक्ट देखिये और समझिए कि आपका कैसा होना चाहिए।. [१५] X रिसर्च सोर्स
- ध्यान से विचार करिए कि आपका पेपर या ऐब्सट्रैक्ट कितना तकनीकी होना चाहिए। यह मान लेना उचित होगा कि आपके पाठकों को आपके क्षेत्र की कुछ समझ होगी और उसमें चलने वाली भाषा की भी, परंतु ऐब्सट्रैक्ट को जितना सहज पठनीय बना सकेंगे उतना ही अच्छा होगा।
संबंधित लेखों
- ↑ http://writingcenter.unc.edu/handouts/abstracts/
- ↑ http://writing.wisc.edu/Handbook/presentations_abstracts_examples.html
- ↑ http://owl.english.purdue.edu/owl/resource/656/1/
- ↑ http://uss.tufts.edu/arc/HOW%20TO%20WRITE%20AN%20ABSTRACT%20for%20Tufts%20Symp.pdf
- ↑ https://www.ece.cmu.edu/~koopman/essays/abstract.html
- ↑ https://owl.english.purdue.edu/owl/resource/656/1/
- ↑ http://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3136027/
- ↑ http://writing.wisc.edu/Handbook/presentations_abstracts.html
विकीहाउ के बारे में
- प्रिंट करें
यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?
सम्बंधित लेख.
हमें फॉलो करें
- हमें कॉन्टैक्ट करें
- यूज़ करने की शर्तें (अंग्रेजी में)
- Do Not Sell or Share My Info
- Not Selling Info
Contents in the Article
अनुसंधान का अर्थ ( Meaning of Research)
अनुसंधान के द्वारा उन मौलिक प्रश्नों के उत्तर देने के प्रयास किया जाता है जिनका उत्तर अभी तक उपलब्ध नहीं हो सका है। यह उत्तर मानवीय प्रयासों पर आधारित होता है इस प्रत्यय को चन्द्रमा के एक उदाहरण से स्पष्ट किया जा सकता है। कुछ वर्ष पहले जब तक मनुष्य चन्द्रमा पर नहीं पहुँचा था, चन्द्रमा वास्तव में क्या हैं ? इस सम्बन्ध में सही जानकारी नहीं थी। यह एक समस्या भी थी जिसका कोई समाधान भी नहीं था। मनुष्य को चन्द्रमा के सम्बन्ध में मात्र आवधारणाएं ही थी, शुद्ध ज्ञान नहीं था। परन्तु मनुष्य अपने प्रयास से चन्द्रमा पर पहुंच गया है। इस प्रकार शोध कार्यों द्वारा उन प्रश्नों का उत्तर खोजने का प्रयास किया जाता है जिनका उत्तर साहित्य में उपलब्ध नहीं है अथवा मनुष्य की जानकारी में नहीं है। उन समस्याओं का समाधान खोजने का प्रयत्न किया जाता है जिसका समाधान उपलब्ध नहीं है और न ही मनुष्य की जानकारी में है।
अनुसंधान की परिभाषा ( Definition of Research)
अनेक परिभाषाएं अनुसन्धान की गई है प्रमुख परिभाषा इस प्रकार हैं-
रेडमेन एवं मोरी के अनुसार- “नवीन ज्ञान की प्राप्ति के लिए व्यावस्थित प्रयास ही अनुसंधान हैं।”
पी० एम० कुक के अनुसार- ‘अनुसंधान किसी समस्या के प्रति ईमानदारी, एवं व्यापक रूप में समझदारी के साथ की गई खोज है। जिसमें तथ्यों, सिद्धान्तों तथा अर्थों की जानकारी की जाती है। अनुसंधान की उपलिब्ध तथा निष्कर्ष प्रामाणिक तथा पुष्टि करने योग्य होते हैं। जिससे ज्ञान में वृद्धि होती है।
उद्देश्य ( Objectives of Research)
शोध समस्याओं की विविधता अधिक है इसके चार प्रमुख उद्देश्य होते हैं- सैद्धान्तिक उद्देश्य, तथ्यात्मक उद्देश्य, सत्यात्मक उद्देश्य तथा व्यावहारिक उद्देश्य इनका संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है-
- सैद्धान्तिक उद्देश्य ( Theoretical Objectives)- अनुसंधान में वैज्ञानिक शोध कार्य द्वारा नये सिद्धान्तों तथा नये नियमों का प्रतिपादन किया जाता है। इस प्रकार के शोध कार्य में अर्थापन होता है। इसमें चरों के सम्बन्धों को प्रगट किया जाता है और उनके सम्बन्ध में सामान्यीकरण किया जाता है। इससे नवीन ज्ञान की वृद्धि होती है, जिनका उपयोग शिक्षण तथा निर्देशन की प्रक्रिया को प्रभावशाली बनाता है।
- तथ्यात्मक उद्देश्य ( Factual Objectives)- शिक्षा के अन्तर्गत ऐतिहासिक शोध-कार्यो। द्वारा नये तथ्यों की खोज की जाती है। इनके आधार पर वर्तमान को समझने में सहायता मिलती है। इन उद्देश्यों की प्रकृति वर्णनात्मक होती है। क्योंकि तथ्यों की खोज करके, उनका अथवा घटनाओं का वर्णन किया जाता है। नवीन तथ्यों की खोज शिक्षा-प्रक्रिया के विकास तथा सुधार में सहायक होती है, निर्देशन प्रक्रिया का विकास तथा सुधार किया जाता है।
- सत्यात्मक उद्देश्य ( Establishment of Truth Objective)- दार्शनिक शोध कार्यों द्वारा नवीन सत्यों का प्रतिपादन किया जाता है। इनकी प्राप्ति अन्तिम प्रश्नों के उत्तरों से की जाती है। दार्शनिक शोध-कार्यों द्वारा शिक्षा के उद्देश्यों, सिद्धान्तों तथा शिक्षण विधियों तथा पाठ्यक्रम की रचना की जाती है। शिक्षा की प्रक्रिया के अनुभवों का चिन्तन बौद्धिक स्तर पर किया जाता है। जिससे नवीन सत्यों तथा मूल्यों को प्रतिपादन किया जा सकता है।
- व्यावहारिक उद्देश्य ( Application Objectives)- शैक्षिक अनुसंधा निष्कर्षों का व्यावहारिक प्रयोग होना चाहिए। परन्तु कुछ शोध-कार्यों में केवल इन्हें विकासात्मक अनुसन्धान भी कहते है। क्रियात्मक अनुसन्धान से शिक्षा की प्रक्रिया में सुधार तथा विकास किया जाता है अर्थात् इनका उद्देश्य व्यावहारिक होता है। स्थानीय समस्या के समाधान से इसका उपयोग अधिक होता है। स्थानीय समस्या के समाधान से भी इस उद्देश्य की प्राप्ति की जाती है। निर्देशन में इसकी उपयोगिता अधिक होती है।
अनुसन्धान का वर्गीकरण (Classification of Research)
अनुसन्धान के उद्देश्यों से यह स्पष्ट है कि अनुसन्धानों का वर्गीकरण कई प्रकार से किया जा सकता है। प्रमुख वर्गीकरण मानदण्ड पर आधारित है-
योगदान की दृष्टि से (Contribution Point of View)
शोध कार्यों के योगदान की दृष्टि से शैक्षिक अनुसन्धानों को दो भागों में विभाजित कर सकते हैं-
मौलिक अनुसंधान ( Basic or Fundamental Research)- इन शोध कार्यों द्वारा नवीन ज्ञान की वृद्धि की जाती है-नवीन सिद्धान्तों का प्रतिपादन नवीन तथ्यों की खोज, नवीन तथ्यों का प्रतिपादन होता है। मौलिक-अनुसन्धानों से ज्ञान के क्षेत्र में वृद्धि की जाती है। इन्हें उद्देश्यों की दृष्टि से तीन भागों में बाँटा जा सकता है-
- प्रयोगात्मक शोध-कार्यों से नवीन सिद्धान्तों तथा नियमों का प्रतिपादन किया जाता है। सर्पक्षण शोध से इसी प्रकार का योगदान होता है।
- ऐतिहासिक शोध कार्यो से नवीन तथ्यों की खोज की जाती है। जिनमें अतीत का अध्ययन किया जाता है और उनके आधार पर वर्तमान को समझने का प्रयास किया जाता है।
- दार्शनिक शोध कार्यों से नवीन सत्यों एवं मूल्यों का प्रतिपादन किया जाता है। शिक्षा का सैद्धान्तिक दार्शनिक अनुसन्धानों से विकसित किया जा सकता है।
महत्वपूर्ण लिंक
- निर्देशन (Guidance)- अर्थ, परिभाषा एवं विशेषतायें, शिक्षा तथा निर्देशन में सम्बन्ध
- सूक्ष्म-शिक्षण- प्रकृति, प्रमुख सिद्धान्त, महत्त्व, परिसीमाएँ
- निर्देशन के उद्देश्य (Aims of Guidance in Hindi)
- शैक्षिक निर्देशन (Educational Guidance)-परिभाषा, विशेषताएँ, सिद्धान्त
- शैक्षिक निर्देशन-उद्देश्य एवं आवश्यकता (Objectives & Need)
- व्यावसायिक निर्देशन (Vocational guidance)- अर्थ, उद्देश्य, शिक्षा का व्यावसायीकरण
- परामर्श (Counselling)- परिभाषा, प्रकार, उद्देश्य, विशेषताएँ
- विशेष शिक्षा की आवश्यकता | Need for Special Education
- New Education Policy- Characteristics & Objectives in Hindi
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति-1992 की संकल्पनाएँ या विशेषताएँ- NPE 1992
- सूक्ष्म शिक्षण- परिभाषा, सूक्ष्म शिक्षण प्रक्रिया, प्रतिमान, पद
- व्यावसायिक निर्देशन- आवश्यकता एवं उद्देश्य (Need & Objectives)
Disclaimer: wandofknowledge.com केवल शिक्षा और ज्ञान के उद्देश्य से बनाया गया है। किसी भी प्रश्न के लिए, अस्वीकरण से अनुरोध है कि कृपया हमसे संपर्क करें। हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश करेंगे। हम नकल को प्रोत्साहन नहीं देते हैं। अगर किसी भी तरह से यह कानून का उल्लंघन करता है या कोई समस्या है, तो कृपया हमें [email protected] पर मेल करें।
About the author
Wand of Knowledge Team
बहुत सुन्दर प्रस्तुति। सम्पूर्ण जानकारी देने में सक्षम है।
Leave a Comment X
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
IMAGES
VIDEO
COMMENTS
कैसे एक शोधपत्र (Research Paper) लिखें. स्कूल की ऊंची कक्षाओं में पढ़ने के दौरान और कॉलेज पीरियड में हमेशा ही, आपको शोध-पत्र तैयार करने के लिए कहा जाएगा। एक शोध ...
वैचारिक तूफ़ान को शोध एक सृजनात्मक आयाम देता है व अस्तित्व में ...
Research Paper. Like 2. Dislike 0. 526. Oral and Written Traditions in Documentation of Dance Notation in Indian classical Dances. Nehru Memorial Museum & Library. Like 3. Dislike 0. 677. Pratham Aadivasi Loksahitya Shastra. Nehru Memorial Museum & Library. Like 2. Dislike 0. 185. Recollection Of Manipuri Drama So Far Published And Produced.
शोध प्रपत्र का प्रारूप (Research Paper Format)-. शोध पत्र लिखने का कोई पूर्व निर्धारित प्रारूप सभी प्रकार के शोध हेतु निर्धारित नहीं है शोध ...
Video Title:Research Paper क्या होता है | What is Research Paper | M. Tech. / Ph. D. Research Paper प्यारे बच्चों,मैं 'डॉ. कपिल ...
SHIKSHAN SANSHODHAN [ ISSN(O): 2581-6241 ] Peer-Reviewed, Referred, Indexed Research Journal. Impact Factor : 6.831. Research Paper, Article Publication in Hindi, Gujarati, Sanskrit, English and other National Languages.
Discover the world's research. 25+ million members; 160+ million publication pages; 2.3+ billion citations; Join for free. Public Full-text 1. Content uploaded by Patanjali Mishra. Author content.
In the previous video, I had told you about my publication in Frontiers in Microbiology. Based on that video, I am gonna explain the nitty-gritty of writing ...
कैसे ऐब्सट्रैक्ट लिखें (Write an Abstract). यदि आपको किसी अकादमिक या ...
अनुसंधान का अर्थ (Meaning of Research) अनुसंधान की परिभाषा (Definition of Research) उद्देश्य (Objectives of Research) अनुसन्धान का वर्गीकरण (Classification of Research) योगदान की दृष्टि से ...
The Anveshan: A Multidisciplinary Journal in Hindi [Peer Reviewed Journal *** ISSN: 2581-4044 (online)] The Anveshan: A Multidisciplinary Journal in Hindi is a peer review, open access journal that provides multidisciplinary platform for those academicians, researchers and young scientists to promote, share & discuss research & innovation done on any area related to science, technology ...
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ हिन्दी रिसर्च पत्रिका का प्राइम फोकस हिंदी से संबंधित लेख प्रकाशित करने के लिए है। यह पत्रिका हिन्दी अनुसंधान ...
व्यापक अर्थ में शोध या अनुसन्धान (Research) किसी भी क्षेत्र में 'ज्ञान की खोज करना' या 'विधिवत गवेषणा' करना होता है। वैज्ञानिक अनुसन्धान में ...
find relevant notes-https://viden.io/search/knowledge?query=computer+sciencealso search PDFs notes-https://viden.ioMore videos like this:https://www.youtube....
The Shodhganga@INFLIBNET Centre provides a platform for research students to deposit their Ph.D. theses and make it available to the entire scholarly community in open access. ... Vyakti aur Samaj Ke antarsambandh ke paripekshya mein samkalim hindi kahani ka adhyayan: Singh, Abhishek Kumar: Singh, Krishna Mohan: 6-May-2024: Hindi Natyalochan ki ...
The Shodhganga@INFLIBNET Centre provides a platform for research students to deposit their Ph.D. theses and make it available to the entire scholarly community in open access. ... Cultural aspect of tribal life and Hindi novels: Kumar Patel, Anand: Lugun, Anuj: Collection's Items (Sorted by Upload Date in Descending order): 1 to 4 of 4 Discover ...
pravashi hindi sahityo me vyakt bhartiya evam pashchyat sanskruti ka sangharsh: sarvaiya mayur parshotambhai: ravjibhai m rathod: 8-Aug-2023: gujarati ek malvi lokgeet loknatya lok sahitya ke drashyo shravygt anushilan: pargi nayna v: Gamit, N.T. 8-Aug-2023: hindi ki peamukh mahila kahanikaro ke kahani sahitya me nirupit samajik samashya
Swati Anil More. Dhananjay Bhagwan Sutar. This paper analyzed the articles published in Journal of Shivaji University. It covers a total number of 74 articles published in 9 volumes of 'Journal ...
PDF | On Oct 18, 2013, Sanjeev kumar Prajapati published hindi article 1 | Find, read and cite all the research you need on ResearchGate.
Journals. [] IHR (English) The Indian Historical Review ( IHR) which is listed in Thomson Reuters Citation Index is among the most prestigious publications of ICHR. Two issues of IHR are brought out every year - one in June and the other in December, since 1974. IHR has been an important means of transmitting results of researches in history.
In recent years, Natural Language Processing (NLP) and text analysis has been a topic of great interest among researchers. The utilization of deep learning techniques such as LSTM, Bi-LSTM, CNN and Transformers in text handling has given us remarkable results. In this work, we review a large group of deep learning designs for text classification tasks, particularly for Hindi text. Due to the ...
Script/language :Devnagiri / Hindi Category : Research paper Keywords: निर्गुण प्रेम मार्गी सूफ़ी संत कवि, ज्ञान मार्गी संत काव्य धारा, निर्गुण प्रेम मार्गी सूफ़ी संत काव्य ...
Explore the latest full-text research PDFs, articles, conference papers, preprints and more on HINDI LITERATURE. Find methods information, sources, references or conduct a literature review on ...
Harvard Business School Working Paper, No. 24-073, May 2024. ... Faculty Research; Private Equity Fund Valuation Management during Fundraising. By: Brian K. Baik. 2021; Faculty Research; Do Public Financial Statements Influence Venture Capital and Private Equity Financing? By: Brian K. Baik, Natalie Berfeld and Rodrigo S. Verdi
Twenty-six years of lightning data were paired with over 68,000 LIW reports to understand lightning flash characteristics responsible for ignition in between 1995 and 2020. Results indicate that 92% of LIW were started by negative cloud-to-ground (CG) lightning flashes and 57% were single stroke flashes. Moreover, 62% of LIW reports did not ...