HindiKiDuniyacom

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

विद्यालय अर्थात विद्या का आलय या घर, मतलब वो स्थान जहां विद्या उपार्जन होता हो। हमारे संस्कारों में विद्या को देवी का स्थान दिया गया है और विद्यालय को ‘मंदिर’ की उपमा दी गयी है। मेरा विद्यालय एक ऐसा विषय है, जिस पर अक्सर निबंध आदि लिखने को दिया जाता रहता है। हमारी जिन्दगी का सबसे अहम समय हम अपने विद्यालय में ही बिताते है। विद्यालय से हमारी ढ़ेरो यादे जुड़ी रहती है। इसलिए विद्यालय सबकी जिन्दगी में बहुत मायने रखता है।

मेरा विद्यालय पर छोटे – बड़े निबंध (Short and Long Essay on My School in Hindi, Mera Vidyalaya par Nibandh Hindi mein)

मेरा विद्यालय पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द).

मेरा विद्यालय एक आदर्श विद्यालय है। मेरे विद्यालय में पठन पाठन उच्च स्तर का है। मेरे विद्यालय में शिक्षा के महत्त्व को समझते हुए, विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करते है। मेरा विद्यालय सारी सुविधाओं से लैस है।

मेरे विद्यालय का स्थान

मेरे विद्यालय का नाम बाल निकेतन है। यह शहर की भीड़-भाड़ से दूर, बेहद शांत माहौल में विद्यमान है। इसके चारों ओर हरियाली ही हरियाली है। जिस कारण वातावरण शुध्द रहता है और हमें शुध्द वायु भी मिलती है। मेरा विद्यालय मेरे घर से थोड़ी ही दूरी पर है। मेरे विद्यालय का व्यास बहुत बड़ा है। इसके चारों तरफ सुंदर-सुंदर फूलों की क्यारियां लगी है।

पठन पाठन का तरीका

हमारे विद्यालय का परिणाम (रिजल्ट) प्रति वर्ष शत-प्रतिशत आता है। मेरे विद्यालय की गणना शहर के अच्छे स्कूलों में की जाती है। मेरे विद्यालय में हर वर्ष वार्षिकोत्सव होता है, जिसमें कई प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम कराये जाते हैं। जिसमें हर प्रतियोगिता में उत्तीर्ण बच्चों को पुरस्कृत किया जाता है। मेरे विद्यालय में प्रायोगिक शिक्षा पर भी ध्यान दिया जाता है। हमारे शिक्षक हमारे भीतर कौशल के विकास पर भी ध्यान देते है।

हमारा और सरकार का यह दायित्व है की हमारा विद्यालय आदर्श विद्यालय बने। हमारे विद्यालय से आदर्श विद्यार्थी निकलने चाहिए, जो राष्ट्र को नई दिशा दे सके। 

निबंध 2 (400 शब्द) – विद्यालय की भूमिका

मेरा विद्यालय मुझे बहुत पसंद है। हमारा विद्यालय हमारे भविष्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी उपयोगिता कोई नज़रअंदाज नहीं कर सकता। विद्यालय ही है, जो हमें सामान्य से विशेष बनाता है। हमारी छिपी प्रतिभा को खोज निकालता है। हमारा स्वयं से साक्षात्कार कराता है।

विद्यालय की परिभाषा

विद्यालय अर्थात विद्या का आलय या घर। ऐसा स्थान जहां अध्ययन-अध्यापन के द्वारा शिक्षा प्रदान की जाती है।

विद्यालय की परिकल्पना

विद्यालय की परंपरा कोई नयी नहीं है। सदियों से हमारा देश ज्ञान का स्रोत रहा है। हमारे यहां आदिकाल से ही गुरुकुल परंपरा रही है। बड़े-बड़े राजा महाराजा भी अपना राजसी वैभव छोड़कर ज्ञान-प्राप्ति के लिए गुरुकुल जाते थे। यहा तक की ईश्वर के अवतार श्रीकृष्ण और श्रीराम भी पढ़ने के लिए गुरुकुल आश्रम गये थे। गुरू का स्थान ईश्वर से भी ऊपर होता है, संसार को ऐसी सीख दी।

विद्यालय की भूमिका

जिन्दगी का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है, हमारा बाल्यकाल। यही वो समय होता है जब हम केवल खुद के लिए जीते है। दोस्त बनाते हैं। दोस्तों के साथ हंसते है, रोते है। जीवन का असली आनंद अनुभव करते हैं। इन सब खुशी के पलों में हमारा विद्यालय हमारे साथ होता है।

कभी-कभी तो मां-बाप से ज्यादा नजदीकी हमारे शिक्षक हो जाते है। हमें हर कदम पर थामने और सम्भालने के लिए तैयार रहते है। मां-बाप के डर के कारण बहुत से बच्चे अपने शिक्षकों से ही अपनी परेशानियां बताते है। विद्यार्थी के जीवन को सही राह एक शिक्षक ही दिखाता है।

विद्यालय सरकारी और निजी दोनों प्रकार होते है। आजकल ऐसी लोगों की धारणा हो गयी है कि केवल निजी विद्यालयों में ही पढ़ाई होती है। यह धारण गलत है। इसी बात का लाभ ढ़ेरो  विद्यालय वाले उठाते है। हर माता-पिता अपने बच्चों को श्रेष्ठ शिक्षा देना चाहते है। किंतु सबकी हैसियत इतनी नहीं होती कि वो इन विद्यालयों की मोटी शुल्क राशि को भर सकें।

आजकल शिक्षा का व्यवसायीकरण हो गया है। सभी केवल अपनी जेब भरने में लगे है। बच्चों के भविष्य की किसी को चिंता नहीं है। दिन पर दिन शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। विद्यालय ही तो वो जरिया होता है, जहां से देश के भविष्य का सृजन होता है। सरकार ने इस संबंध में कई नियम बनाये हैं। किन्तु पालन तो आम जनता को ही करना है।

निबंध 3 (500 शब्द) – विद्यालय की विशेषताएं व प्रकार

मेरे विद्यालय का नाम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है। मेरे विद्यालय का परिसर काफी बड़ा है। मेरे विद्यालय में दो-दो मंजिल की चार इमारतें है। इसके चारों तरफ बड़े-बड़े पेड़ लगे हुए है। इसमें बड़े-बड़े पचास से भी ज्यादा कमरे है। हर कमरे में बड़ी-बड़ी खिड़कियां और दो-दो दरवाजे है। बड़े-बड़े तीन खेल के मैदान है। साथ में लगा हुआ बास्केट-बॉल कोर्ट भी है।

हमारे विद्यालय में पचास से ज्यादा शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं। सभी बहुत ही सहृदयी और मिलनसार है। बच्चों की हर संभव सहायता करते है।

विद्यालय की विशेषताएं

नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क 2005 (NCF 2005) और शिक्षा का अधिकार 2009 (RTE 2009) ने कुछ मानक तय कर रखे हैं, जिसके अनुसार ही विद्यालय की बनावट और वातावरण होना चाहिए। नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क 2005 (NCF 2005) ने भारत में शिक्षा के स्तर में प्रोन्नति हेतु महत्वपूर्ण कदम उठायें हैं। जो बहुत कारगर भी सिध्द हुएं हैं। RTE 2009 ने विद्यार्थियों के समग्र विकास में विद्यालय की विशेष और महत्वपूर्ण भूमिका बतायी है। विद्यालय की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह बच्चों की हर छोटी-बड़ी आवश्यकताओं का ध्यान रखे।

मानक के अनुसार कुछ विशेषताएं अधोलिखित हैं-

  • शांत वातावरण होना चाहिए।
  • ट्रेंड टीचर्स होने चाहिए।
  • विद्यालय का बोर्ड परीक्षाओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन होना चाहिए।
  • नियमित गृह कार्य दिया जाना चाहिए।
  • छात्र/छात्राओं के मूल्यांकन हेतु सतत मूल्यांकन पद्धति अपनायी जानी चाहिए।
  • स्वाध्याय हेतु एक पुस्तकालय एवं वाचनालय होना चाहिए।
  • अतिरिक्त पाठ्येतर गतिविधि पर बल देना चाहिए ।
  • विभिन्न विषयों में प्रतियोगी परीक्षाओं की व्यवस्था होनी चाहिए
  • अध्यापन हेतु कक्ष विशाल और हवादार होने चाहिए।
  • सी० बी० एस० ई० के निर्देशानुसार सत्र 2009 – 2010 से ही कक्षा 9 व् 10 में भी अंको के स्थान पर ग्रेडिंग व्यवस्था लागू कर दिया गया है, जिसका पालन होना चाहिए।
  • शीतल पेय-जल की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए ।
  • समुचित शौचालयों का प्रबंध होना चाहिए ।
  • शारीरिक, योग, नृत्य एवं संगीत शिक्षा की उचित व्यवस्था होनी चाहिए ।
  • छात्रो की अंतः क्रियाओं एवं मानसिक विकास हेतु वाद-विवाद प्रतियोगिता आदि कराना चाहिए।
  • विद्यालय की वार्षिक पत्रिका छपनी चाहिए, जिसमें हर क्षेत्र के मेधावी बच्चों का उल्लेख होना चाहिए।
  • सभी कक्षाओं में स्मार्ट कक्षा की व्यवस्था होना चाहिए ।

विद्यालय के प्रकार

बचपन से बड़े होने तक हम अलग-अलग विद्यालयों में पढ़ते है। विद्यालयों के भी कई प्रकार होते हैं, जैसे

  • आंगनवाड़ी – आंगनवाड़ी में सामान्यतः छोटे बच्चों को बैठना और बाकी आधारभूत चीजें सिखाते हैं।
  • प्राथमिक विद्यालय – प्राथमिक पाठशाला में एक से पाँच तक की पढ़ाई होती है।
  • माध्यमिक विद्यालय – इस व्यवस्था में प्रथम से आठवीं तक की शिक्षा दी जाती है। कभी-कभी यह कक्षा छः से आठ तक भी होती है।
  • उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय – बारहवीं तक की शिक्षा यहां संपादित होती है।

विद्यालय में जब हमारा दाखिला होता है तो उस वक़्त हम नन्हें पौधे रहते हैं। हमारा विद्यालय ही हमे सींच कर बड़ा वृक्ष बनाता है। और इस दुनिया में रहने योग्य बनाता है। अपने जीवन की सबसे महत्वपूर्ण घड़ियां हम अपने विद्यालय में ही बिताते है। बड़े होने पर हम सबसे अधिक विद्यालय में बिताये लम्हों को ही याद करते हैं।

Related Information:

मेरे प्रिय अध्यापक पर निबंध

My School Essay in Hindi

FAQs: Frequently Asked Questions on My School (मेरा स्कूल पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

उत्तर- सन 1715 में, संत जॉर्ज एंग्लो-इंडियन हायर सेकेंडरी स्कूल, चेन्नई में है।

उत्तर- तक्षशिला

उत्तर- सन 1848 में सावित्री बाई फुले ने देश का पहला बालिका विद्यालय खोला था।

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

हॉकी

हॉकी पर निबंध (Hockey Essay in Hindi)

Hindi Ki Baat

mera school essay in hindi for class 1

कक्षा 1 के लिए विभिन्न विषयों पर हिंदी में निबंध. Essays for Class 1 in Hindi

निबंध लेखन को दुनिया भर में हर प्रतियोगी परीक्षा के सबसे आवश्यक और रचनात्मक भागों में से एक माना जाता है। यह एक छात्र की प्रतिभा, सोचने की क्षमता, रचनात्मकता और लेखन क्षमता का आकलन करने में मदद करता है।

यहाँ कक्षा 1 के विद्यार्थियों के लिए विभिन्न विषयों पर निबंध दिए गए हैं। ये सभी निबंध को 10 पॉइंट्स के रूप में लिखा गया है, जिससे कक्षा 1 के विद्यार्थियों को समझने में आसानी हो।

कक्षा 1 के लिए विभिन्न विषयों पर हिंदी में निबंध (Essay in Hindi on various topics for class 1)

  • Essay on my mother for class 1 in Hindi
  • Essay on my garden for class 1 in Hindi
  • Essay on mango for class 1 in Hindi
  • Essay on my parents for class 1 in Hindi
  • Essay on my book for class 1 in Hindi
  • Essay on my favorite teacher for class 1 in Hindi
  • Essay on my school for class 1 in Hindi
  • Essay on my dear friend for class 1 in Hindi
  • Essay on my father for class 1 in Hindi
  • Essay on cow for class 1 in Hindi
  • Essay on my dream home for class 1 in Hindi
  • Essay on my family for class 1 in Hindi
  • Essay on self for class 1 in Hindi

कक्षा 1 के लिए मेरी माँ पर निबंध। Essay on my mother for class 1 in Hindi

कक्षा 1 के लिए मेरी माँ पर निबंध। Essay on my mother for class 1 in Hindi

  • मेरी माँ का नाम श्रीमती जोया रॉय है।
  • मेरी माँ एक ताकत का प्रतीक है जो पूरे परिवार को एक साथ रखती है।
  • वह पेशे से शिक्षिका है और स्वभाव से बहुत मिलनसार व्यक्ति है।
  • वह एक बहुत ही देखभाल करने वाला व्यक्ति है जो मेरे परिवार के सभी सदस्यों पर प्यार और स्नेह दिखाता है।
  • वह मेरे परिवार के विभिन्न सदस्यों की एक कड़ी है क्योंकि वह सभी को एक साथ बांधती है।
  • वह मेरे चेहरे पर मुस्कान देखने के लिए अपनी सभी इच्छाओं, जरूरतों और इच्छाओं का त्याग करती है।
  • वह मेरी पढ़ाई में मेरी मदद करती है और मेरा स्कूल का होमवर्क करते समय मेरा मार्गदर्शन करती है।
  • मेरे प्रति उसका प्यार बिना शर्त है और वह मेरा और पूरे परिवार का ख्याल रखती है।
  • वह मेरे लिए एक सुरक्षित और सुरक्षित वातावरण प्रदान करता है और मुझे समाज की बुराइयों से बचाता है।
  • मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह अपने प्रभामंडल और हार्दिक को बनाए रखें और किसी भी बीमारी से उसकी रक्षा करें।

कक्षा 1 के लिए मेरा बगीचा पर निबंध. Essay on my garden for class 1 in Hindi

कक्षा 1 के लिए मेरा बगीचा पर निबंध. Essay on my garden for class 1 in Hindi

  • मेरे घर के सामने एक छोटा सा सुंदर बगीचा है।
  • मेरे बगीचे में गुलाब, ऑर्किड, सूरजमुखी और गेंदे जैसे कई खूबसूरत फूल हैं।
  • मेरे दादाजी को बागवानी बहुत पसंद है और वह हमारे बगीचे में रोज़ जाते हैं।
  • उन्होंने मुझे सिखाया कि कैसे पौधों को रोजाना पानी दिया जाए।
  • मैं हर शाम अपने पालतू कुत्ते, जिमी के साथ बगीचे में खेलता हूं।
  • जब भी मैं अपने परिवार के साथ छुट्टी मनाने जाता हूं, तो हम पड़ोस में नर्सरी में जाते हैं और अपने बगीचे के लिए अधिक पौधे पौधे एकत्र करते हैं।
  • मेरा पसंदीदा फूल एक आर्किड है और हमारे बगीचे में विभिन्न किस्में हैं।
  • हर दिन सूरज पौधों पर उज्ज्वल चमकता है और फूलों के ऊपर सुंदर तितलियां मंडराती हैं।
  • मेरे बगीचे में एक सेब का पेड़ है जिसमें मीठे फल लगते हैं।
  • बागवानी मेरा पसंदीदा शौक है और मुझे अपने बगीचे में समय बिताना बहुत पसंद है।

कक्षा 1 के लिए आम पर निबंध. Essay on mango for class 1 in Hindi

कक्षा 1 के लिए आम पर निबंध. Essay on mango for class 1 in Hindi

  • आम भारत का राष्ट्रीय फल है जो एक और सभी को पसंद है।
  • यह एक बहुत ही रसदार, गूदा और सुस्वाद फल है।
  • पके आम का सेवन या तो कच्चे या सलाद, जूस, जाम, मिल्कशेक या अचार के रूप में किया जा सकता है।
  • आम विभिन्न विटामिन और खनिजों का एक समृद्ध स्रोत है।
  • यह फलों का राजा माना जाता है और विभिन्न आकृतियों और आकारों में आता है।
  • भारत में विभिन्न प्रकार के आमों की खेती की जाती है जैसे अल्फांसो, दशेरी, लंगड़ा, बादामी, मालदा, बंगानपल्ली।
  • यह भारत में विभिन्न भागों में गर्मी के मौसम के दौरान बड़े पैमाने पर बढ़ता है।
  • आम मेरा पसंदीदा फल है क्योंकि इसमें मीठा और ताज़ा स्वाद होता है।
  • इसके स्वाद के अलावा, फल के कई पोषण और स्वास्थ्य लाभ भी हैं।
  • आम एक स्वादिष्ट फल है और हर कोई इसके रसदार और होंठ-स्मूदी स्वाद से प्यार करता है।

कक्षा 1 के लिए मेरे माता-पिता पर निबंध. Essay on my parents for class 1 in Hindi

कक्षा 1 के लिए मेरे माता-पिता पर निबंध. Essay on my parents for class 1 in Hindi

  • मेरे माता-पिता दुनिया के सबसे शानदार लोग हैं।
  • वे हमारे शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और समग्र व्यक्तित्व विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • मेरे माता-पिता वही हैं जो मुझे सही और गलत रास्ते के बीच अंतर करने में मदद करते हैं।
  • वे मुझे और मेरे भाई को समाज की बुराइयों से बचाते हैं।
  • वे हमारी सभी समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनते हैं और जीवन में निर्णय लेने में हमारी मदद करते हैं।
  • वे हमारे जन्मदिन और त्योहारों के दौरान हमें सुंदर उपहार खरीदते हैं।
  • मेरे भाई और मैं अपने माता-पिता के बिना हमारे जीवन की कल्पना नहीं कर सकते।
  • मेरी माँ हमारे लिए स्वादिष्ट भोजन तैयार करती है और मेरे पिता नियमित रूप से हमारी पढ़ाई में हमारी मदद करते हैं।
  • मेरे माता-पिता हमेशा हमें विभिन्न इनडोर और आउटडोर खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
  • मैं अपने माता-पिता दोनों से प्यार करता हूं और हर समय उनकी सलामती के लिए भगवान से प्रार्थना करता हूं।

कक्षा 1 के लिए मेरी पुस्तक पर निबंध. Essay on my book for class 1 in Hindi

कक्षा 1 के लिए मेरी पुस्तक पर निबंध. Essay on my book for class 1 in Hindi

  • पुस्तकें अपने पाठकों के लिए जानकारी और ज्ञान का एक बड़ा स्रोत हैं।
  • किताबें पढ़ना एक अच्छी आदत मानी जाती है क्योंकि यह हमारे ज्ञान और ज्ञान को बढ़ाती है।
  • पुस्तकें हमें अपनी सोच क्षमता का विस्तार करने और अपनी शब्दावली बढ़ाने के लिए अंतर्दृष्टि प्रदान करती हैं।
  • मेरी पसंदीदा पुस्तक नड्डी स्टोरीबुक ट्रेजरी है, जिसे एनिड ब्लटन ने लिखा है।
  • इस स्टोरीबुक में टॉयलैंड के नॉड्डी और उसके सभी टॉय टाउन दोस्तों की कहानियों का शानदार संग्रह शामिल है।
  • मैं हर दिन सोते समय स्टोरीबुक पढ़ता हूं क्योंकि सभी कहानियां वास्तव में पढ़ने के लिए दिलचस्प हैं।
  • इस पुस्तक में सुंदर चित्रों के साथ-साथ कहानियों का एक अद्भुत संग्रह है।
  • चित्र कहानियों को अधिक रोचक और पढ़ने के लिए आकर्षक बनाते हैं।
  • स्टोरीबुक्स मेरी कल्पना को बढ़ाने में मदद करता है और मुझे नोडडी और उसके दोस्तों की एक काल्पनिक दुनिया में ले जाता है।
  • मुझे स्टोरीबुक पढ़ना पसंद है और अन्य प्रकार की पुस्तकों का भी पता लगाना चाहता हूं।

कक्षा 1 के लिए मेरा प्रिय शिक्षक पर निबंध. Essay on my favorite teacher for class 1 in Hindi

कक्षा 1 के लिए मेरा प्रिय शिक्षक पर निबंध. Essay on my favorite teacher for class 1 in Hindi

  • मेरे पसंदीदा शिक्षक का नाम सुश्री स्टेला डिसूजा है।
  • वह मेरी क्लास टीचर है और रोजाना हमारी उपस्थिति लेती है।
  • हालाँकि उसकी एक सख्त शख्सियत है, लेकिन वह स्वभाव से बहुत ही केयरिंग और दयालु है।
  • वह बहुत अनुशासित और समय की पाबंद है और हमेशा समय पर क्लास आती है।
  • वह हमें अंग्रेजी विषय पढ़ाती है और हमें कई दिलचस्प कहानियाँ सुनाती है।
  • हमारे शिक्षक हमें हर दिन हमारी कक्षा में और बाहर चलने से पहले एक गर्म गले लगाते हैं।
  • वह किसी भी स्कूल फंक्शन या प्रतियोगिता के दौरान हमारा बहुत अच्छे से मार्गदर्शन करती है।
  • वह हमें अपने सहपाठियों के बीच चीजों को पढ़ना और साझा करना सिखाती है और हमें हर दिन होमवर्क का भार नहीं देती है।
  • वह हमारी पढ़ाई में हमारी मदद करती है और इसे सभी छात्रों के लिए एक दिलचस्प सीखने का अनुभव बनाती है।
  • मेरा क्लास टीचर एक गाइड की तरह है जो हमें नियमित रूप से अपनी पढ़ाई में अच्छा करने के लिए प्रेरित करता है।

कक्षा 1 के लिए मेरा स्कूल पर निबंध. Essay on my school for class 1 in Hindi

कक्षा 1 के लिए मेरा स्कूल पर निबंध. Essay on my school for class 1 in Hindi

  • मेरा स्कूल शहर के सबसे लोकप्रिय स्कूलों में से एक है।
  • मेरी स्कूल की इमारत बहुत विशाल और सुंदर है।
  • मेरे स्कूल में एक बहुत बड़ा खेल का मैदान है जहाँ मैं विभिन्न आउटडोर खेल खेल सकता हूँ।
  • मेरे स्कूल में मेरे कई दोस्त हैं जहाँ हम एक साथ पढ़ते हैं और खेलते हैं।
  • मेरे स्कूल के शिक्षक बहुत दयालु हैं और सभी की देखभाल करते हैं।
  • हम अपने स्कूल में सभी राष्ट्रीय समारोह बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं।
  • मेरे स्कूल में एक विशाल पुस्तकालय है जहाँ हम किताबें पढ़ सकते हैं।
  • मेरा विद्यालय प्रत्येक सप्ताह में एक बार शारीरिक शिक्षा कक्षाएं संचालित करता है।
  • मेरे स्कूल में एक विज्ञान प्रयोगशाला है जो अच्छी तरह से सुसज्जित है।
  • मुझे स्कूल जाना पसंद है क्योंकि मैं हर दिन नई चीजें सीखता हूं।

कक्षा 1 के लिए मेरा प्रिय मित्र पर निबंध. Essay on my dear friend for class 1 in Hindi

कक्षा 1 के लिए मेरा प्रिय मित्र पर निबंध. Essay on my dear friend for class 1 in Hindi

  • मेरे स्कूल में मेरे दोस्तों का एक बड़ा समूह है, लेकिन मेरे सबसे अच्छे दोस्त का नाम अर्जुन है।
  • वह भूरे बालों और आंखों के साथ एक गोल चेहरा है।
  • मेरा सबसे अच्छा दोस्त स्वभाव से मजाकिया और आउटगोइंग है।
  • वह एक सौम्य और अच्छा व्यवहार करने वाला लड़का है जिसे एक और सभी से प्यार है।
  • वह अपनी पढ़ाई में बहुत अच्छा है और मेरी पढ़ाई में भी मेरी मदद करता है।
  • हम स्कूल में एक साथ बैठते हैं, पढ़ते हैं और खेलते हैं।
  • अर्जुन और मैं एक ही इलाके में रहते हैं।
  • उनके माता-पिता और मेरे माता-पिता भी अच्छे दोस्त हैं। वे अक्सर हमसे मिलने आते हैं।
  • ब्रेक टाइम के दौरान, हम अपना लंच एक दूसरे के साथ खाते हैं और साझा करते हैं।
  • मेरे जन्मदिन पर, वह मुझे अद्भुत उपहार देता है। मैं उनके जन्मदिन पर उन्हें अच्छे उपहार भी देता हूं।
  • मैं हमेशा भगवान से प्रार्थना करता हूं कि वे हमें हर समय सुरक्षित और स्वस्थ रखें।

कक्षा 1 के लिए मेरे पिता पर निबंध. Essay on my father for class 1 in Hindi

कक्षा 1 के लिए मेरे पिता पर निबंध. Essay on my father for class 1 in Hindi

  • मेरे पिता का नाम श्री राज शर्मा है।
  • वह एक प्यार करने वाला और कर्तव्यपरायण व्यक्ति है जो मेरे पूरे परिवार की देखभाल करता है।
  • वह पेशे से इंजीनियर है और बहुत मेहनती व्यक्ति है।
  • वह एक बुद्धिमान व्यक्ति है जो मेरे सभी सवालों का मजाकिया अंदाज में जवाब देता है।
  • मेरे पिता अपने माता-पिता, मेरी माँ और मेरे परिवार के प्रत्येक सदस्य का सम्मान करते हैं।
  • वह हमारे रिश्तेदारों, दोस्तों और पड़ोसियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखता है।
  • वह मुझे और मेरी बहन को स्कूल और मेरी माँ को हर दिन काम पर ले जाता है।
  • वह हर रोज हमारी और मेरी छोटी बहन की पढ़ाई में मदद करता है।
  • वह हमें अच्छे शिष्टाचार, मानवता और जीवन की नैतिकता सिखाता है।
  • मेरे पिता मेरे आदर्श हैं और मैं एक दिन उनके जैसा बनना चाहता हूं।

कक्षा 1 के लिए गाय पर निबंध. Essay on cow for class 1 in Hindi

कक्षा 1 के लिए गाय पर निबंध. Essay on cow for class 1 in Hindi

  • गाय एक घरेलू जानवर है जिसे मानव जाति के लिए उपयोगी माना जाता है।
  • इसका उपयोग मुख्य रूप से दूध, घी और पनीर जैसे विभिन्न डेयरी उत्पादों को उपलब्ध कराने के लिए पशुधन के रूप में किया जाता है।
  • यह दुनिया भर के विभिन्न रंगों, आकारों और आकारों में पाया जाता है।
  • भारत में, गाय को एक पवित्र जानवर माना जाता है और प्राचीन काल से हिंदुओं द्वारा पूजा की जाती है।
  • इसके दो कान और आंखें हैं, एक बड़ी नाक, दो तेज सींग, एक लंबी पूंछ और चार अंग हैं।
  • यह ताजा घास, भूसी, अनाज और सब्जियां खाता है।
  • गाय का दूध बहुत ही पौष्टिक और मानव उपभोग के लिए फायदेमंद है।
  • नियमित रूप से गाय का दूध पीने से हमारा दिमाग तेज होता है और इम्यूनिटी पावर बढ़ती है।
  • किसान अक्सर खेतों को हल करने और गाड़ियां खींचने के लिए बैल के रूप में जानी जाने वाली नर गाय का उपयोग करते हैं।
  • गाय के गोबर का उपयोग लोग पौधों के लिए ईंधन और उर्वरक के रूप में करते हैं और कीटों को दोहराते हैं।

कक्षा 1 के लिए मेरा सपनों का घर पर निबंध. Essay on my dream home for class 1 in Hindi

कक्षा 1 के लिए मेरा सपनों का घर पर निबंध. Essay on my dream home for class 1 in Hindi

  • मेरा सपनों का घर एक ऐसी जगह है जहाँ मैं अपने माता-पिता और भाई-बहनों के साथ रहना चाहता हूँ।
  • यह भूतल पर दो बेडरूम का कॉटेज होना चाहिए।
  • घर में एक विशाल बरामदा होना चाहिए जो ड्राइंग-कम-डाइनिंग हॉल से जुड़ा हो।
  • इसमें एक विशाल रसोईघर और दो बाथरूम होने चाहिए जो कि बेडरूम से जुड़े होते हैं।
  • मेरा सपना घर ईंटों, सीमेंट, मार्बल और सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ टाइलों से बना होना चाहिए।
  • मेरे घर के सभी कमरे हवादार और विशाल धनुष खिड़कियों से सुसज्जित होने चाहिए।
  • मेरे घर की दीवारों का रंग हल्के पीले रंग का होना चाहिए जो कि अंदरूनी रंगों को उज्ज्वल रूप दे।
  • बालकनी से खेल के मैदान और पार्क का सुंदर दृश्य दिखाई देना चाहिए।
  • मेरा घर पेड़ों, छोटे पौधों और फूलों के साथ बाहर एक छोटे से बगीचे से घिरा होना चाहिए।
  • मेरा मीठा घर एक आदर्श स्थान होना चाहिए जहां मुझे वहां रहने के लिए सुरक्षित और आरामदायक महसूस करना चाहिए।

कक्षा 1 के लिए मेरे परिवार पर निबंध. Essay on my family for class 1 in Hindi

कक्षा 1 के लिए मेरे परिवार पर निबंध. Essay on my family for class 1 in Hindi

  • मेरे पास एक अद्भुत परिवार है और मेरे परिवार के सभी सदस्यों से प्यार है।
  • मेरे परिवार में दस सदस्य हैं – दादा-दादी, माता-पिता, चाचा, चाची, दो भाई, एक बहन और मैं।
  • मेरे पिता एक इंजीनियर हैं और मेरी माँ पेशे से एक स्कूल टीचर हैं।
  • मेरे दादा एक सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी हैं और मेरी दादी गृहिणी हैं।
  • मेरे चाचा और चाची वकील हैं और मेरे सभी भाई-बहन एक ही स्कूल में जाते हैं।
  • मेरे सभी परिवार के सदस्य एक-दूसरे के लिए प्यार, सम्मान और देखभाल करते हैं।
  • मेरा परिवार हर दो सप्ताह में एक बार पिकनिक पर जाता है।
  • हम सभी को हर रात खाने के बाद एक-दूसरे के साथ समय बिताना पसंद है।
  • मेरे परिवार ने मुझे आपस में प्यार, एकता और सहयोग के बारे में अच्छे सबक सिखाए हैं।
  • मैं अपने परिवार को सभी बुराइयों और कुरीतियों से बचाने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं और हमें जीवन के सभी खतरों से सुरक्षित रखता हूं।

कक्षा 1 के लिए स्वयं पर निबंध. Essay on self for class 1 in Hindi

कक्षा 1 के लिए स्वयं पर निबंध. Essay on self for class 1 in Hindi

  • मेरा नाम अंजलि शर्मा है।
  • मैं 6 साल की लड़की हूं और नई दिल्ली में रहती हूं।
  • मेरे दो बड़े भाई हैं और मैं अपने परिवार का सबसे छोटी सदस्य हूं।
  • मेरे पिता एक डॉक्टर हैं और मेरी माँ एक स्कूल टीचर हैं। वे हम सभी को बहुत प्यार करते हैं।
  • मैं सेंट टेरेसा कॉन्वेंट में कक्षा 1 में पढ़ता हूं। मुझे हर दिन स्कूल जाना बहुत पसंद है।
  • मैं अपने सभी शिक्षकों का सम्मान करता हूं और स्कूल में मेरे कई दोस्त हैं।
  • मुझे अपने दोस्तों के साथ गुड़िया और खिलौनों से खेलना पसंद है।
  • मुझे चिप्स और आइसक्रीम खाना बहुत पसंद है। मेरे माता-पिता हमें हर महीने में एक बार पिकनिक के लिए ले जाते हैं।
  • मेरे शौक कार्टून देख रहे हैं और मैं हर दिन स्कूल से लौटने के बाद संगीत सुनता हूं।
  • मुझे रात के आकाश में तारे देखने का आनंद मिलता है और जब मैं बड़ा होता हूं तो एक अंतरिक्ष यात्री बनना चाहता हूं।

• हिंदी में moral stories पढ़ें।

Share this:

Leave a comment cancel reply.

Notify me of follow-up comments by email.

Notify me of new posts by email.

{{#message}}{{{message}}}{{/message}}{{^message}}Your submission failed. The server responded with {{status_text}} (code {{status_code}}). Please contact the developer of this form processor to improve this message. Learn More {{/message}}

{{#message}}{{{message}}}{{/message}}{{^message}}It appears your submission was successful. Even though the server responded OK, it is possible the submission was not processed. Please contact the developer of this form processor to improve this message. Learn More {{/message}}

Submitting…

Hindi Yatra

Mera Vidyalaya Essay in Hindi – मेरा विद्यालय पर निबंध

दोस्तो आज हमने Mera Vidyalaya Essay in Hindi लिखा है मेरा विद्यालय पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए है. इस लेख में हमने विद्यालय के बारे में बताया है विद्यालय और शिक्षा हमारे जीवन में किस प्रकार महत्व रखती है यह हमने निबंध की सहायता से बताया है. शिक्षा प्राप्त करके हम किसी भी असंभव कार्य को कर सकते हैं इसलिए हमें विद्यालय जरूर जाना चाहिए.

(1) Mera Vidyalaya Essay in Hindi for Class 2,3

मेरा विद्यालय दिल्ली शहर में स्थित है यह मेरे घर से पांच मिनट की दूरी पर ही पड़ता है यह एक आदर्श विद्यालय हैं. मेरा विद्यालय नर्सरी से लेकर कक्षा आठ तक है . मेरा विद्यालय दो मंजिला इमारत में बना हुआ है जिसमें तीस हवादार कक्ष है. मेरे विद्यालय के चारों ओर सफेद रंग किया गया है जो कि देखने में बहुत ही सुंदर और मन को शांति पहुंचाता है.

Mera Vidyalaya Essay in Hindi

Get Some Mera Vidyalaya Essay in Hindi for Student – 150, 250, 500 or 1100 words.

विद्यालय में बीस अध्यापक-अध्यापिकाओं का स्टाफ है जो कि हमें अलग-अलग विषय पढ़ाते है. विद्यालय के पीछे एक ग्राउंड है जिसमें पेड़ पौधे लगे हुए हैं और हम वहीं पर सुबह प्रार्थना करते हैं और आधी छुट्टी होने पर वही पर हम खेलते है. हमारे विद्यालय का परिणाम हर बार शत-प्रतिशत रहता है.

मेरे विद्यालय में कोई सांस्कृतिक एवं अन्य प्रतियोगिताएं होती है. मेरे विद्यालय के प्रधानाचार्य बहुत ही सज्जन व्यक्ति हैं वह हमें रोज शिक्षाप्रद कहानी सुनाते हैं मुझे मेरा विद्यालय बहुत पसंद है.

(2) Mera Vidyalaya Essay in Hindi for class 4,5,6,7,8

मेरे विद्यालय का नाम आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय है यह हमारे शहर के सबसे अच्छे विद्यालय में से एक है. हमारे विद्यालय में लगभग 800 विद्यार्थी पढ़ते है, मेरा विद्यालय कक्षा 6 से 12वीं तक है. विद्यालय में 40 अध्यापक अध्यापिकाओं का स्टाफ है और 4 चपरासी हैं और एक दरबान है.

विद्यालय शहर के शोर शराबे से दूर एक शांति स्थल पर स्थित है जिसके कारण हमें पढ़ने में कोई दिक्कत नहीं आती है. विद्यालय के चारों ओर बहुत हरियाली है जिससे वहां का वातावरण बहुत ही अच्छा है. विद्यालय में 50 कमरे है. मेरे विद्यालय में एक कंप्यूटर लैब है

जिसमें हम कंप्यूटर की जानकारी लेते हैं और एक लाइब्रेरी भी है जहां पर हम अखबार पढ़ते हैं और अच्छे कवियों द्वारा लिखी गई किताबें भी पढ़ते हैं यहां पर करीब 1000 किताबों का संग्रह है.

यह भी पढ़ें –   Essay on Cleanliness in School in Hindi – स्वच्छ विद्यालय पर निबंध

विद्यालय में प्रधानाचार्य जी के बैठने के लिए एक अलग कार्यालय बनाया गया है जो कि बहुत ही सुंदर है वहां पर अच्छी सजावट की गई है. विद्यालय में जगह-जगह पर कूड़ादान लगाए गए हैं जिससे विद्यालय में गंदगी नहीं फैलती है.

विद्यालय मैं एक बड़ा खेल का मैदान है जहां पर हम रोज खेलते हैं विद्यालय में हमें हर सप्ताह कबड्डी, खो-खो, बैडमिंटन , हॉकी, क्रिकेट आदि खेलना सिखाया जाता है.

विद्यालय में NCC और स्काउट भी है. विद्यालय में कुछ दिनों पहले ही वार्षिक उत्सव मनाया गया था जिसमें हमने खूब बढ़ चढ़कर भाग लिया था इसमें हमें पुरस्कार भी मिला था.

मेरे विद्यालय के सभी लोग बहुत अच्छे हैं यहां पर पढ़ाई भी बहुत अच्छी होती है इसीलिए मुझे मेरा विद्यालय बहुत अच्छा लगता है.

(3) Mera Vidyalaya Essay in Hindi 500 words

विद्यालय का नाम प्रेरणा पब्लिक स्कूल है इस विद्यालय से हर बार 10वीं और 12वीं कक्षा में विद्यार्थी मैरिट में आते है इसलिए आज से यह विद्यालय पढ़ाई के क्षेत्र में बहुत ही अच्छा है साथ ही यहां के छात्र-छात्राएं खेलकूद में भी अव्वल रहते है.

यहां पर आने वाले हर विद्यार्थी को अच्छी शिक्षा दी जाती है. विद्यालय में प्रवेश करते हैं मां सरस्वती का मंदिर है जो कि संगीत और विद्या की देवी है हम सबसे पहले उनके दर्शन करते हैं फिर उनसे प्रार्थना करते है. मेरे विद्यालय का गर्मियों में टाइम 7:00 बजे से 1:00 बजे तक का होता है और सर्दियों में 10:00 बजे से 4:00 बजे तक का होता है.

विद्यालय में कक्षा प्रारंभ होने से पहले मैदान में प्रार्थना करवाई जाती है और प्रत्येक दिन हमारे प्रधानाचार्य हमें कुछ नई बातें बताते हैं जो कि हमारे बहुत काम आती है यहीं पर हमें विद्यालय में होने वाले कार्यक्रमों की सूचना भी दी जाती है.

Mera Vidyalaya में छात्र और छात्राएं एक साथ पढ़ते है. विद्यालय में प्रत्येक कक्षा के लिए दो कमरे बनवाए गए हैं ताकि बच्चों की संख्या अधिक होने पर दूसरा सेक्शन बनाया जा सके. विद्यालय का भवन बहुत ही सुंदर, खुला और हवादार है. विद्यालय के आगे दो बगीचे हैं जिनमें तरह-तरह के फूलों के पौधे लगे हुए हैं जो कि देखने में भी सुंदर लगते हैं और साथ ही विद्यालय के वातावरण को भी सुगंधित बना देते है. विद्यालय में एक कैंटीन भी है जहां पर हम दोपहर में खाना खा सकते है.

यह भी पढ़ें –  Mera Priya Mitra Essay in Hindi – मेरा प्रिय मित्र पर निबंध

विद्यालय में मेरिट में आने वाले विद्यार्थियों को और गरीब छात्र-छात्राओं को हर साल छात्रवृत्ति दी जाती है. मेरे विद्यालय की ड्रेस सफेद शर्ट, नीली पेंट, कमर में पहनने के लिए बेल्ट है और एक नीले रंग की टाई है जो कि मुझे बहुत पसंद है.

विद्यालय में विद्यार्थियों के बैठने के लिए टेबल और कुर्सी लगे हुए हैं जिस पर हम आराम से बैठकर पढ़ाई कर सकते है. मेरे विद्यालय में एक पुस्तकालय और एक कंप्यूटर लैब भी है. विद्यालय के मैदान में घात लगाई हुई है जिसके कारण रेत नहीं उड़ती है और विद्यालय साफ सुथरा रहता है.

विद्यालय के चारों ओर ऊंची चारदीवारी है जिससे कोई अन्य व्यक्ति विद्यालय में प्रवेश नहीं कर सकता है. मेरे विद्यालय में कई प्रकार की प्रतियोगिताएं भी होती हैं जिनमें हम बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते है. हमें योगा भी सिखाया जाता है जिससे हमारा स्वास्थ्य एकदम सही रहता है और हम हर रोज विद्यालय जा पाते है.

मेरे विद्यालय में अनेक प्रकार की खेल खेलने भी शिकायत जाते हैं जिनमें खो-खो , कबड्डी, क्रिकेट, शतरंज, फुटबॉल आदि सिखाए जाते है और हर साल हमारे विद्यालय के विद्यार्थी जिला और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं पिछले साल क्रिकेट में हमारे विद्यालय के विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल मिला था.

Mera Vidyalaya के प्रधानाचार्य बहुत अच्छे हैं उन्होंने जब से अपना कार्यभार संभाला है तब से विद्यालय की प्रतिष्ठा और बढ़ गई है. मेरे विद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद भी कराया जाता है इससे हमारा सर्वागीण विकास होता है इसलिए मुझे मेरा विद्यालय बहुत अधिक पसंद है.

(4) My School Essay in Hindi 1100 Words

मेरा विद्यालय बहुत सुंदर है और मुझे बहुत अच्छा लगता है मेरा विद्यालय मेरे घर से लगभग 2 किलोमीटर दूर पड़ता है इसलिए हमारे विद्यालय से रोज एक पीले रंग की स्कूल बस समय लेने आती है मेरी माता जी रोज मुझे बस में बिठा कर स्कूल भेजती है.

मेरा विद्यालय शहर की भीड़भाड़ से दूर एकांत स्थल पर है जहां पर किसी प्रकार का शोर शराबा नहीं होता और यह अच्छा भी है क्योंकि पढ़ाई के लिए शांति की आवश्यकता होती है. मेरा विद्यालय बहुत बड़ी जगह में फैला हुआ है इसके चारों ओर ऊंची दीवारें है.

मेरे विद्यालय में चार मंजिला इमारत है जिसमें 80 हवादार कमरे है. इन कमरों की चपरासी द्वारा रोज सफाई की जाती है जिसे हम स्वच्छ माहौल में पढ़ाई कर पाते है. मेरा विद्यालय कक्षा 6 से कक्षा 12 तक का है मैं कक्षा आठ में पढ़ता हूं मेरी कक्षा विद्यालय के द्वितीय मंजिल पर है. विद्यालय में जल की व्यवस्था के लिए चार वाटर कूलर लगे हुए हैं दिल से हमें गर्मियों में ठंडा पानी मिलता है और साधारण पानी के लिए पानी की छ: बड़ी टंकिया है.

मेरे विद्यालय के दोनों तरफ छात्र छात्राओं के लिए अलग-अलग 10 शौचालय की व्यवस्था है. विद्यालय में एक बड़ी लाइब्रेरी है जिसमें हम हर रोज जाकर समाचार, पत्र पत्रिकाएं एवं कहानियों की किताबें पढ़ते है. आजकल कंप्यूटर का युग है इसलिए हमारे विद्यालय में 100 कंप्यूटरों की एक बड़ी लाइव है जिसमें हर दिन हमारा एक पीरियड कंप्यूटर से संबंधित आता है जिसमें हमें कंप्यूटर सिखाया जाता है.

मेरे विद्यालय में शिक्षकों के बैठने के लिए एक स्टाफ रूम में जिसमें सभी शिक्षक बैठकर आपस में विचार विमर्श करते है. यहां पर एक अन्य बड़ा कमरा भी है जहां पर विद्यालय का ऑफिशियल वर्क देखा जाता है वहां से किसी भी प्रकार की विद्यालय के बारे में जानकारी ली जा सकती है.

मेरे विद्यालय में प्रवेश करते ही मां सरस्वती का मंदिर है जिसमें हम रोज जाकर प्रार्थना करते है और मां सरस्वती का आशीर्वाद लेकर अपनी पढ़ाई शुरू करते है.

मेरे विद्यालय में बैठने के लिए प्रत्येक कक्षा में टेबल और कुर्सी की व्यवस्था की गई है और गर्मियों में हवा के लिए प्रत्यक्षा में चार पंखे लगे हुए है. हर कक्षा के बाहर छोटा कूड़ादान रखा गया है जिसमें हम क्लास का कूड़ा डालते हैं जिससे विद्यालय में गंदगी नहीं फैलती है.

प्रत्येक कक्षा में एक बड़ा ब्लैक बोर्ड है जहां पर हमारे अध्यापक अध्यापिकाएं आकर हमें किसी भी विषय के बारे में चांक से लिखकर समझाते है विषय में प्रत्येक विषय समझने में बहुत आसानी होती है. ह मारे विद्यालय में कुल 50 अध्यापक – अध्यापिकाओं का स्टाफ है जो कि प्रत्येक कक्षा में अलग-अलग विषय पढ़ाते हैं वह अपने विषय में विद्वान है. जिस कारण हमें हर विषय सरलता से समझ में आ जाता है.

Mera Vidyalaya में प्रत्येक सप्ताह योगा की क्लास भी लगती है जिसमें में योगा करना सिखाया जाता है और हमारे स्वास्थ्य को कैसे अच्छा रखना है यह बताया जाता है. योगा से हमारे तन-मन में चुस्ती और स्फूर्ति बनी रहती है जिससे हमारा पढ़ाई में मन लगा रहता है.

विद्यालय के प्रधानाध्यापक बहुत ही शांत और अच्छे व्यक्तित्व के व्यक्ति हैं वह हमें हमेशा कुछ नया करने की सलाह देते हैं और रोज प्रार्थना में हमें एक शिक्षाप्रद कहानी सुनाकर हमें शिक्षा का महत्व बताते है उन्होंने जब से विद्यालय में कार्यभार संभाला है शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है और साथ ही विद्यालय की प्रतिष्ठा भी बढ़ गई है.

मेरे विद्यालय में आठ चपरासी हैं और एक दरबान है. चपरासी विद्यालय के छोटे-मोटे काम देखते है जैसे अध्यापक-अध्यापिकाओं को चाय पानी देना, स्कूल की साफ सफाई करना आदि है. दरबान स्कूल में आने वाले प्रत्येक विद्यार्थी के लिए दरवाजा खोलते हैं और ध्यान रखते हैं कि कोई अन्य व्यक्ति स्कूल में प्रवेश ना करें.

वे हमें रोज स्कूल बस से उतारते हैं हमने उनका नाम रामू काका रख रखा है वह हमें कभी-कभी टोफियाँ भी बांटते है वे हमसे बहुत प्यार करते है.

मेरे विद्यालय के आगे छोटे-छोटे चार बगीचे हैं जिनमें छोटी छोटी घास लगी हुई है और अनेक प्रकार के फूलों के पौधे लगे हुए हैं जिनसे मनमोहक खुशबू आती है और यह देखने में बहुत ही सुंदर लगते हैं यह बगीचे विद्यालय की सुंदरता में चार चांद लगा देते हैं.

मेरे विद्यालय के पीछे की और एक बहुत बड़ा ग्राउंड है जिसमें हम सभी विद्यार्थी खेलते हैं यही पर हमारा प्रार्थना स्थल है जहां पर हम सुबह प्रार्थना करते है. विद्यालय के ग्राउंड के चारों ओर बड़े-बड़े वृक्ष लगे हुए हैं और विद्यालय के ग्राउंड पर छोटी-छोटी घास लगी हुई है इससे हमारे विद्यालय का वातावरण बहुत ही अच्छा रहता है और यह देखने में भी बहुत सुंदर लगता है.

हमारे विद्यालय में प्रत्येक सप्ताह है कोई ना कोई प्रतियोगिता होती रहती है जैसे चित्र-कला, वाद-विवाद, कविताएं आदि की प्रतियोगिता होती रहती है जिसमें हम बढ़-चढ़कर भाग लेते है. हमारे विद्यालय में कुछ बड़ी संस्थाओं द्वारा भी प्रतियोगिताएं रखी जाती है जिसमें से एक प्रतियोगिता में मैंने भाग लिया था.

वह प्रतियोगिता सुंदर डिजाइन तैयार करने पर थी मैंने उस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता था उस दिन मुझे स्टेज पर बुलाकर सभी विद्यार्थियों के सामने गोल्ड मेडल दिया गया था यह मेरे लिए बहुत बड़े सम्मान की बात थी और मेरे विद्यालय के लिए भी.

मेरे विद्यालय का मैदान बड़ा होने के कारण खेलकूद की जिला स्तरीय प्रतियोगिता हमारे विद्यालय में ही होती है इसमें हमारे विद्यालय के विद्यार्थी विचार लेते हैं जो कि हर बार पुरस्कार भी प्राप्त करते है मेरे विद्यालय में हॉकी, फुटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, क्रिकेट, कबड्डी आदि की प्रतियोगिताएं होती है.

Mera Vidyalaya में हर साल 15 अगस्त , 26 जनवरी, वार्षिक उत्सव और अन्य जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है जिनमें हम बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं 15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन हमारे विद्यालय में एन.सी.सी. के विद्यार्थी परेड करते हैं इसके बाद हमारे विद्यालय की प्रधानाचार्य हमारे देश का तिरंगा झंडा फहराते है इसके बाद हमारे देश का राष्ट्रगान गाया जाता है और इसके पश्चात देशभक्ति गानों पर तरह तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है.

विद्यालय के वार्षिकोत्सव के दिन भी बहुत सारे सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं इसके साथ ही स्कूल में प्रथम आए विद्यार्थियों को पुरस्कार दिए जाते है. मैं हर बार वार्षिक उत्सव में गीत गायन में हिस्सा लेता हूं जिसमें हम सबसे पहले मां सरस्वती की वंदना करते हैं इसके पश्चात अन्य कार्यक्रम होते है.

मेरे विद्यालय का परिणाम हर बार शत-प्रतिशत ही रहता है जिसके कारण हमारा विद्यालय हमारे शहर का जाना-माना विद्यालय बन गया है. यहां के शिक्षक गण भी बहुत ही विद्वान और अच्छे व्यक्तित्व के है.

मेरा विद्यालय सभी विद्यालयों में श्रेष्ठ हैं और मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं एक अच्छे विद्यालय में पढ़ता हूं. यहां पर हमें अच्छी शिक्षा मिलती है और अपना अच्छा भविष्य बनाने के लिए एक अच्छा स्कूल बहुत जरूरी है.

यह भी पढ़ें –

Essay on Badminton in Hindi – बैडमिंटन पर निबंध

Mera Priya Khel Kho Kho in Hindi – खो-खो खेल पर निबंध

“15 अगस्त” स्वतंत्रता दिवस पर निबंध | Swatantrata Diwas Par Nibandh

आदर्श विद्यार्थी पर निबंध – Adarsh Vidyarthi Essay in Hindi

हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Mera Vidyalaya Essay in Hindi  आपको पसंद आया होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले। इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

38 thoughts on “Mera Vidyalaya Essay in Hindi – मेरा विद्यालय पर निबंध”

Hamare vidalaya bohut helpfull hai

Hey!! I want to ask that which school you’re describing in the last essay because my school is almost same as you described in the last essay.

Good job 👍 wonderful paragraph 😊

Thank you Himanshi for appreciation

very nice essay

Thank you Ishaan banerjee

Thanks it helped me… 😊😊

Welcome Roopesh Patel, thank you for appreciation.

Thanks for the essay aaj tumhare liye bach gya bhai teacher ne school se essay likne ko kaha thaa THANK U SOO MUCH🙂

Aap sab ki sahayta ke liye hi to hamne ye essay likha, hamari website ko itna payar dene ke liye Dhiman talukder aap ka bahut bahut dhanyawad

thanxxx fir give me essay

Welcome Ayush Raj and keep visiting hindiyatra.

Nice essay wonderful😀well done

Thank you MD.Aehtisham for appreciation.

I want 4th and 5th class level paragraph

Arshnoor Kaur, we have already provided paragraph for 4th and 5th class, please check again Thank you.

Brilliant paragraph.☺👍👌

Thank you Stuti

Brilliant paragraph and very helpful to everyone. ☺👍👌

Thank you Stuti for appreciation, keep visiting hindiyatra.

Very nice essay and website to get everything in hindi

Thank you rishabh yadav for appreciation and keep visiting hindiyatra.

It is a very good website to learn paragraph writing in hindi……

Thank you Prashant Singh for Appreciation.

Very helpful it help me to do my homework

Thank you very much Shashank Gupta

It is best. It is very helpful for me and friends.☺️☺️☺️☺️☺️

thank you Arya Sonpipare, keep visiting our website.

very nycc paragraph thnx gor help me

Welcome Khushi, Keep visiting our website.

Very helpful. It help me in my exam very much. 😍😍. I like it. It is in all language and can be easily understood.

Thank you Krishna mallick, keep visiting our website.

Very helpful. It help me in my exam very much. 😍😍

It’s good it helps me to write Hindi paragraph easily

Thank you parismitaboro

It’s good. It’s helpful. It helps me very much

Brilliant essay good job

Thank you Arman for appreciation.

Leave a Comment Cancel reply

mera school essay in hindi for class 1

45,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today

Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.

mera school essay in hindi for class 1

Verification Code

An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify

mera school essay in hindi for class 1

Thanks for your comment !

Our team will review it before it's shown to our readers.

mera school essay in hindi for class 1

  • Hindi Grammar /

Mera School Essay in Hindi: कुछ ऐसे लिखें परीक्षा में मेरे स्कूल पर निबंध

mera school essay in hindi for class 1

  • Updated on  
  • दिसम्बर 20, 2023

Mera School Essay In Hindi

विद्यार्थियों को अपने स्कूली जीवन में मेरा स्कूल विषय पर निबंध दिया जाता है। क्योंकि अपने स्वयं के स्कूल के बारे में लिखने से छात्रों को अपने विचारों, भावनाओं और अनुभवों को व्यक्त करने का मौका मिलता है। इससे वे स्कूल के माहौल के साथ अपने व्यक्तिगत जुड़ाव पर विचार करने के लिए भी प्रोत्साहित होते हैं। इसके साथ ही मेरा स्कूल विषय पर निबंध लेखन से विद्यार्थियों में संचार कौशल विकसित करने में मदद मिलती है। Mera School Essay in Hindi के बारे मैं जानने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें। 

This Blog Includes:

मेरा स्कूल पर निबंध 100 शब्दों में, मेरा स्कूल पर निबंध 200 शब्दों में, मेरा स्कूल में पहली पसंद, मेरे स्कूल में मिलने वाली शिक्षा का स्तर, मेरे स्कूल पर 10 लाइन्स.

स्कूल हमें जिम्मेदार नागरिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अच्छे शिक्षकों के द्वारा अक्सर अच्छे छात्र तैयार किए जाते हैं। मेरे भी उत्कृष्ट शिक्षक हैं और वे एकेडमिक्स के साथ खेल और अन्य गतिविधियों में भी हमारी सहायता करते हैं।  

ये शिक्षक हमारे स्कूल की नींव की तरह हैं, जो हमें मूल्यवान सबक देते हैं जिन्हें हम अपने दैनिक जीवन में उपयोग कर सकते हैं। स्कूल में हम न केवल गणित और विज्ञान जैसे विषयों के बारे में सीखते हैं बल्कि अपने दोस्तों के साथ सहयोग करने के बारे में भी सीखते हैं। 

हमारे स्कूल में विभिन्न विषयों के लिए अलग-अलग कक्षाएँ हैं, और पढ़ाई और पाठ्येतर गतिविधियों दोनों को समान महत्व दिया जाता है। यह हमें न केवल शैक्षणिक रूप से बल्कि एक जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में विकसित होने में मदद करता है।

यह भी पढ़ें : परीक्षा में ऐसे लिखें मेरा देश पर निबंध

Mera School Essay in Hindi 200 शब्दों में नीचे दिया गया है:

मेरा स्कूल एक जादुई जगह है जहाँ पढ़ना एक रोमांच जैसा लगता है। हर दिन, मैं अपने दोस्तों और शिक्षकों से मुस्कुराहट के साथ स्कूल में मिलता हूं। मेरे स्कूल की इमारत बहुत ऊँची है, सभी कक्षाएं रंगीन हैं, जहां पढ़ने में और भी अधिक आनंद आता है।

सुबह में, हम असेंबली एरिया में इकट्ठा होते हैं, जहां झंडा गर्व से फहराता है और हम उत्साह के साथ राष्ट्रगान गाते हैं।  कक्षाएँ खज़ाने की पेटी की तरह होती हैं, प्रत्येक में ज्ञान का एक नया टुकड़ा होता है जो खोजे जाने की प्रतीक्षा कर रहा होता है। शिक्षक जादूगरों की तरह हैं, जो संख्याओं, शब्दों और विज्ञान की दुनिया में हमारा मार्गदर्शन करते हैं।

ब्रेक के दौरान मेरे स्कूल का मैदान मौज-मस्ती और खेल की जगह बन जाता है। मित्र कहानियाँ साझा करते हैं और वातावरण हँसी से भर जाता है। कैफेटेरिया एक जादुई रसोईघर है जहां स्वादिष्ट सुगंध हवा में फैलती है और हम प्यार से भरे दोपहर के भोजन का आनंद लेते हैं।

मेरा स्कूल सिर्फ सीखने की जगह नहीं है; यह एक परिवार है। हम त्यौहार मनाते हैं, खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं और साथ मिलकर नाटक प्रस्तुत करते हैं।  दीवारें हमारी कलाकृति से सजी हैं और बुलेटिन बोर्ड हमारी उपलब्धियों की कहानी बताते हैं।

जैसे ही दिन के अंत में छुट्टी के समय घंटी बजती है, मैं ज्ञान से भरा बैग और यादों से भरा दिल लेकर निकल पड़ता हूँ।  मेरा स्कूल सिर्फ एक इमारत से कहीं अधिक है;  यह एक ऐसी जगह है जहां सपने उड़ान भरते हैं और दोस्ती बनती है।

मेरा स्कूल पर निबंध 500 शब्दों में

Mera School Essay in Hindi 500 शब्दों में नीचे दिया गया है:

शिक्षा हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जो हमें दूसरों से अलग करती है और स्कूल इस आवश्यक यात्रा का शुरुआती बिंदु हैं। वे पहली जगह हैं जहां हम सीखना शुरू करते हैं, अपनी शिक्षा की नींव रखते हैं।  अपने स्कूल के बारे में इस निबंध में, मैं बताऊंगा कि मुझे यह क्यों पसंद है और इसने मुझे क्या महत्वपूर्ण सबक सिखाए हैं।

हम सभी ने स्कूल जाने की खुशी का अनुभव किया है, वहां बिताए हर पल को संजोकर रखा है क्योंकि वे हमारे जीवन की आधारशिला हैं। स्कूल वह जगह हैं जहां हमें शिक्षा की पहली चिंगारी मिलती है, हम न केवल शैक्षणिक विषयों को सीखते हैं बल्कि जीवन के बुनियादी सिद्धांतों को भी सीखते हैं, कैसे बढ़ें और फलें-फूलें। वे हमारे अंदर ऐसे मूल्य और सिद्धांत स्थापित करते हैं जो बच्चे के विकास का मूल आधार बनते हैं।

मेरा स्कूल मेरे लिए दूसरे घर की तरह है, जहाँ मैं अपना काफी समय बिताता हूँ। यह व्यक्तिगत विकास के लिए एक मंच प्रदान करता है और मेरे व्यक्तित्व को आकार देने में मदद करता है। मैं खुद को शहर के सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक का हिस्सा होने के लिए भाग्यशाली मानता हूं, जिसमें कई चीज़ें हैं जो मेरे शैक्षिक अनुभव को बढ़ाती हैं। 

किंडरगार्टन से शुरू करके प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय और फिर बारहवीं कक्षा तक की हमारी यात्रा तक, स्कूल एक ऐसा स्थान बन जाता है जहां हम न केवल पढ़ते हैं बल्कि बढ़ते हैं, खुद को स्थापित करते हैं, मेलजोल बढ़ाते हैं, दूसरों से दोस्ती करते हैं, मदद की पेशकश करते हैं और प्यार का अनुभव करते हैं। यह एक निरंतर साथी की तरह है जो हमारे शुरुआती वर्षों से लेकर जीवन के अंत तक हमारे साथ रहता है। स्कूल में हम सभी खुशी से पढ़ते हैं, सभी दोस्त एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं, खुशी के पल बांटते हैं और साथ मिलकर नए कार्यों और उत्सावों के लिए तैयार रहते हैं।

मेरा स्कूल आधुनिक शिक्षा को क्लासिक वास्तुकला के साथ खूबसूरती से जोड़ता है। पुरानी इमारतें न केवल देखने में आश्चर्यजनक हैं; वे नए उपकरणों से सजी हैं। मैं अपने स्कूल को शिक्षा के एक स्तंभ के रूप में देखता हूं, जो मुझे ज्ञान और नैतिक मूल्य दोनों प्रदान करती हैं।

किसी स्कूल की पहचान बनाने में शिक्षण स्टाफ का बहुत महत्व होता है। वे किसी भी शैक्षिक समुदाय की रीढ़ होते हैं, छात्रों को सीखने और समझने के लिए मार्गदर्शन करते हैं, अच्छी आदतें और मूल्य पैदा करते हैं।

मेरा स्कूल हमारे शैक्षणिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने के साथ छात्रों के समग्र विकास को प्राथमिकता देता है। यह एक्स्ट्रा कैरिकुलर एक्टिविटीज के लिए एक सहायक वातावरण प्रदान करता है, यहां प्रत्येक छात्र पर ध्यान दिया जाता है, साथ ही यह आत्मविश्वास को बढ़ावा देता है।

जो चीज़ मेरे स्कूल को असाधारण बनाती है, वह इसकी मान्यता है कि हर एक जगह खास है। मेरे स्कूल में एक पुस्तकालय, कंप्यूटर कक्ष, खेल का मैदान और बास्केटबॉल कोर्ट जैसी सुविधाएं हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि छात्रों के पास उनकी ज़रूरत की हर चीज़ हो।

मेरे लिए, मेरा स्कूल एक शैक्षणिक संस्थान से बढ़कर है; यह मेरा दूसरा परिवार है। अद्भुत मित्रों, उत्कृष्ट शिक्षकों और स्कूल की यादों से भरपूर परिवार। मुझे अपने स्कूल से प्यार है क्योंकि यहीं मैं एक अच्छा नागरिक बनना और अपने लक्ष्यों को हासिल करना सीखता हूं।  यह एक ऐसी जगह है जहां दोस्ती बिना किसी निर्णय के बनाई जाती है और करीबी दोस्तों के साथ समय बिताना आरामदायक लगता है, चाहे स्थिति कोई भी हो।

यह भी पढ़ें : जानिए परीक्षाओं पूछे जाने वाले वन महोत्सव पर निबंध

मेरे स्कूल ने ऐसे पाठ पढ़ाए हैं जो इतने मूल्यवान हैं कि मैं उन्हें एक वाक्य में प्रस्तुत नहीं कर सकता। यहां की सीख अपूरणीय हैं, और मैं उनके लिए अविश्वसनीय रूप से आभारी हूं। उदाहरण के लिए दोस्तों के साथ चीज़ें बांटना और अन्य लोगों के प्रति प्रेम भावना। यहीं पर मैंने जानवरों की सहायता करना सीखा और बाद में इसी प्रेम के चलते मैने एक पालतू जानवर भी गोद लिया। 

स्कूल न केवल शैक्षणिक ज्ञान के बारे सिखाते हैं; 

मेरा स्कूल हमें एक ज़िम्मेदार व्यक्ति बनने के लिए भी प्रेरित करता है। मैने यहां बहुत सारे कौशल सीखे जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों चर्चा या घरेलू कार्यों का प्रबंधन करना, मुश्किल की परिस्थिति में धैर्य से काम करना ये सभी वास्तविक दुनिया में आवश्यक हैं। 

कार्यों में नए विचारों को अपनाना और ज़रूरत पड़ने पर उनका प्रयोग करना, जिससे मुझे ग्रेड से परे अपनी कार्य क्षमता के बारे में सिखाया गया।

विद्यार्थियों के प्रति समर्पित शिक्षकों की बदौलत स्कूल के माहौल में कलात्मक कौशल विकसित हुआ। इससे मुझे अंतर-स्कूल प्रतियोगिताओं में भाग लेने और पुरस्कार अर्जित करने का मौका मिला। सबसे अधिक महत्वपूर्ण में अपने स्कूल में असफलता का सामना और अपनी महत्वाकांक्षाओं को कभी न छोड़ने के बारे में सीखा। 

स्काउट्स और गाइड्स से लेकर खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों तक पाठ्येतर गतिविधियों ने मेरे स्कूल के अनुभव को समृद्ध किया। शिष्टाचार, चरित्र विकास और नैतिक शिक्षा पर हमारे प्रिंसिपल के दैनिक व्याख्यान ने मेरे मूल्यों को आकार दिया।  मैं आज जो भी हूं उसका श्रेय अपने स्कूल को देता हूं, इसे सर्वश्रेष्ठ संस्थान मानता हूं।

स्कूल का एक और महत्वपूर्ण सबक टीम वर्क है। यह अक्सर पहली जगह होती है जहां बच्चे अपने से भिन्न लोगों के साथ सहयोग करना सीखते हैं। यह समझना कि टीम की सफलता प्रत्येक व्यक्ति के योगदान पर निर्भर करती है, छात्रों में स्थापित एक बुनियादी सिद्धांत है, जो उन्हें टीम में मिलकर और व्यक्तिगत उपलब्धियों दोनों के लिए तैयार करता है।

संक्षेप में कहूं तो, एक प्रतिष्ठित स्कूल का हिस्सा बनना मेरे लिए एक जबरदस्त व्यक्तिगत विकास यात्रा रही है। मेरे चरित्र को ढालने और अमूल्य शिक्षाएँ प्रदान करने के लिए मैं अपने विद्यालय का बहुत आभारी हूँ। जो मित्रताएं बनीं और असाधारण शिक्षकों का मार्गदर्शन वे खजाने हैं जिन्हें मैं हमेशा संजो कर रखूंगा। मेरा लक्ष्य अपने स्कूल द्वारा स्थापित मूल्यों को बनाए रखना, जीवन में सफल होने का प्रयास करना और उस संस्थान को सम्मान दिलाना है जिसने आज मैं जो कुछ भी हूं उसे आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

Mera School Essay in Hindi पर 10 लाइन्स नीचे दी गई है:

  • मेरा स्कूल हमारे क्षेत्र में प्रसिद्ध है, स्थानीय लोगों के बीच अपनी लोकप्रियता और उच्च प्रतिष्ठा के लिए जाना जाता है।
  • स्कूल की इमारत विशाल है, हरियाली से सुसज्जित है, एक विशाल और सौंदर्य की दृष्टि से मनभावन वातावरण बनाती है।
  • एक विस्तृत खेल का मैदान विभिन्न बाहरी गतिविधियों और खेलों में शामिल होने के लिए पर्याप्त जगह प्रदान करता है।
  • शारीरिक शिक्षा सत्र साप्ताहिक रूप से आयोजित किए जाते हैं, जो हमारी समग्र फिटनेस और कल्याण में योगदान करते हैं।
  • स्कूल में अच्छे शिक्षक हैं जो एक सहायक और देखभाल करने वाला सीखने का माहौल बनाते हैं।
  • मैं स्कूल में कई दोस्तों के साथ आनंददायक पल साझा करता हूं, जहां हम एक साथ खेलते और पढ़ते हैं, जिससे सौहार्द की मजबूत भावना को बढ़ावा मिलता है।
  • स्कूल की व्यापक लाइब्रेरी पुस्तकों का विविध संग्रह प्रदान करती है, जो सीखने के लिए एक मूल्यवान संसाधन प्रदान करती है।
  • अच्छी तरह से सुसज्जित विज्ञान और सामाजिक विज्ञान प्रयोगशालाएँ हमारी व्यावहारिक समझ और प्रयोग को बढ़ाती हैं।
  • स्कूल सांस्कृतिक विविधता और एकता को बढ़ावा देते हुए कई राष्ट्रीय और धार्मिक त्योहारों को उत्साहपूर्वक मनाता है।
  • स्कूल में हर दिन एक खुशी है क्योंकि मैं नई चीजें सीखने और अपने ज्ञान का विस्तार करने के अवसर का उत्सुकता से स्वागत करता हूं।

स्कूल जीवन के ऐसे पाठ प्रदान करता है जो शिक्षा से परे है इसलिए प्रत्येक बच्चे के लिए स्कूल जाना महत्वपूर्ण है स्कूल हम सभी को शिक्षा के साथ ऐसा अनुभव प्रदान करता है, जो सामाजिक कौशल, पाठ्येतर गतिविधियाँ और मूल्यवान जीवन सबक भी प्रदान करता है।

स्कूल बुनियादी ज्ञान और कौशल प्रदान करता है, जिसमें बुनियादी शिक्षा और कला और सार्वजनिक बोलने जैसी प्रतिभाओं का विकास शामिल है। सबसे बढ़कर, यह छात्रों में अनुशासन पैदा करता है, भविष्य की सफलता के लिए उनके चरित्र को आकार देता है।

मेरा स्कूल अपनी उत्कृष्ट प्रतिष्ठा, विशाल और सुंदर परिसर, समर्पित शिक्षकों और समग्र विकास में योगदान देने वाली पाठ्येतर गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए जाना जाता है।

मेरे स्कूल में हर सप्ताह एक बार शारीरिक शिक्षा कक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जिसमें समग्र फिटनेस और कल्याण बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया जाता है।

आशा हैं कि आपको इस ब्लाॅग में Mera School Essay in Hindi पर निबंध के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य   निबंध से सम्बंधित ब्लॉग्स  पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

' src=

Team Leverage Edu

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

Contact no. *

browse success stories

Leaving already?

8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs

Grab this one-time opportunity to download this ebook

Connect With Us

45,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..

mera school essay in hindi for class 1

Resend OTP in

mera school essay in hindi for class 1

Need help with?

Study abroad.

UK, Canada, US & More

IELTS, GRE, GMAT & More

Scholarship, Loans & Forex

Country Preference

New Zealand

Which English test are you planning to take?

Which academic test are you planning to take.

Not Sure yet

When are you planning to take the exam?

Already booked my exam slot

Within 2 Months

Want to learn about the test

Which Degree do you wish to pursue?

When do you want to start studying abroad.

September 2024

January 2025

What is your budget to study abroad?

mera school essay in hindi for class 1

How would you describe this article ?

Please rate this article

We would like to hear more.

मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi (Class 1 to10)

मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi

इस लेख में आप मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi पढ़ सकते है। जिसे बेहद ही सरल भाषा में लिखा है। मेरे विद्यालय पर निबंध कक्षा 3 से 8 तक परीक्षाओं में विभिन्न रूपों से पूछा जाता है।

इसमें हमने प्रस्तावना, मेरे विद्यालय का नाम, अनुशासन, शिक्षक, पुस्ताकालय, वार्षिकोत्सव, तथा 10 लाइन के बारे में लिखा है।

Table of Contents

प्रस्तावना (मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi)

किसी भी राष्ट्र के विकास में शिक्षा का महत्वपूर्ण स्थान होता है। बच्चे किसी भी देश की वास्तविक निधि होते हैं क्योंकि शिक्षा के जरिए यही भविष्य में बड़े-बड़े डॉक्टर, नेता, पुलिस और कलाकार आदि बनते हैं।

बच्चों के भविष्य निर्माण में शिक्षा स्थानों की भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण होती है। विद्यालय दो शब्दों से मिलकर बना है विद्या+आलय।

शिक्षा प्राप्त करने का प्राथमिक स्रोत विद्यालय होता है जहां सभी बच्चों को शुरुआत से शिक्षा प्रदान की जाती है। विद्यालय में सभी बच्चे अनुशासन के साथ अपनी पढ़ाई करते हैं। अनुशासन तोड़ने पर शिक्षकों द्वारा बच्चों को सजा भी दी जाती है।

विद्यालय में सभी कक्षाओं के लिए अलग-अलग शिक्षक होते हैं जो बच्चों को विभिन्न विषयों का ज्ञान देते हैं। विद्यालयों में कई कमरों की सुविधाएं होती है जिसमें बेंच पर बैठकर बच्चे अपनी पढ़ाई करते हैं। यहां के सभी कमरे हवादार और रोशनी वाले होते हैं।

हर वर्ष बच्चों के बौद्धिक और शारीरिक विकास के लिए अलग-अलग प्रकार के महोत्सव का आयोजन किया जाता है। सभी बच्चे बड़े हर्षोल्लास के साथ प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं जिसमें जीतने वाले को इनाम भी दिया जाता है।

हमारे विद्यालय का नाम Our School Name in Hindi

मेरे विद्यालय का नाम विवेकानंद हाई स्कूल है जो पूरे शहर में प्रख्यात विद्यालयों में से एक है। मेरे विद्यालय में कुल एक से लेकर 12वीं तक की शिक्षा दी जाती है।

हमारे विद्यालय में कुल दो हज़ार छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। इसके अलावा बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए कुल एक सौ पचास शिक्षक और आठ चपरासी हैं।

मेरे विद्यालय में बिजली की अच्छी व्यवस्था है तथा आवश्यकता के लिए जनरेटर भी लगाया गया है। बच्चों के पीने के लिए साफ पानी की व्यवस्था की गई है।

विद्यालय के चारों ओर हरे-भरे मैदान हैं जिनमें कई प्रकार के वृक्ष लगाए गए हैं। यह वृक्ष पूरे विद्यालय को बेहद ठंडा और सुकून भरा वातावरण प्रदान करते हैं।

मेरा विद्यालय बाहर से देखने पर बेहद शानदार दिखाई देता है। विद्यालय में कुल चार मंजिलें हैं जिनमें प्रत्येक मंजिलें में 12 कमरे स्थित हैं। यहां के प्रत्येक कमरे अत्यंत हवादार और रोशनी दार हैं।

विद्यालय के प्रत्येक कमरों में 6 खिड़कियां हैं जिनसे बाहर का हरा भरा दृश्य दिखाई देता है। बच्चों के बैठने के लिए लकड़ी के बेंच तथा शिक्षकों के बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की गई है।

प्रत्येक कमरे में बड़े ब्लैक बोर्ड लगवाए गए हैं जिन पर लिखकर मेरे शिक्षक हमें विभिन्न विषयों की शिक्षा देते हैं।

बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए कंप्यूटर लैब की भी व्यवस्था की गई हैं जिनमें प्रत्येक हफ्ते में 3 दिन सभी बच्चों को यहां पर ले जाया जाता है। इसके अलावा मेरे विद्यालय में स्मार्ट बोर्ड की भी व्यवस्था है जिसके द्वारा शिक्षक हमें पाठ्यक्रम तथा इसके अलावा आवश्यक जानकारियां देते हैं।

मेरे विद्यालय का अनुशासन Discipline My School in Hindi

मेरे विद्यालय के नियम बहुत सख़्त हैं, जिन्हें सभी बच्चों को आवश्यक रूप से पालन करना होता है।

विद्यालय की सुरक्षा के लिए मुख्य द्वार पर एक चौकीदार बैठता है जिसका मुख्य कार्य समय पर द्वार खोलने तथा बंद करने का होता है।

सभी कक्षाएं नियमित रूप से प्रातः काल निश्चित समय पर लगने शुरू हो जाती हैं। विलंब से आने वाले छात्रों को शिक्षक द्वारा दंडित किया जाता है।

मेरे विद्यालय में सभी विद्यार्थियों के वेशभूषा और व्यवहार पर खास ध्यान दिया जाता है। इसके लिए हर रोज शिक्षक सभी बच्चों के नाखून, बाल और यूनिफॉर्म नियमित रूप से देखते हैं। यदि कोई विद्यार्थी विद्यालय के अनुशासन का पालन ना करें तो उसे प्रधानाचार्य द्वारा कड़ी सजा दी जाती है।

इसके अलावा विद्यालय के सभी कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। यदि कोई विद्यार्थी दूसरे विद्यार्थी के साथ लड़ाई झगड़ा करता पकड़ाया गया तो उसे विद्यालय से दरखास्त भी कर दिया जाता है।

विद्यालय में प्रवेश तथा छुट्टी के समय सभी बच्चे कतार में खड़े होकर शांति से जाते हैं। यदि कोई बच्चा अनुशासनहीनता करता है तो शिक्षक उसे सबसे आखिर में जाने देते हैं।

मेरे विद्यालय के शिक्षक My School Teachers in Hindi

मेरे विद्यालय में पढ़ाने वाले प्रत्येक शिक्षक बहुत परिश्रमी और विद्वान हैं जो हर समय बच्चों के हित का ध्यान रखते हैं। शिक्षको के परिश्रम के कारण मेरे विद्यालय के विद्यार्थियों का परिणाम बहुत अच्छा आता है।

विभिन्न विषयों को अलग-अलग शिक्षकों द्वारा हमें पढ़ाया जाता है। सभी शिक्षक पूरी लगन और श्रद्धा से बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा देने का प्रयास करते हैं।

वे हमें लिखित तथा मौखिक रूप से अभ्यास करवाते हैं और घर के लिए अभ्यास कार्य भी देते हैं। मेरे शिक्षक सभी विद्यार्थियों पर समान रूप से ध्यान देते हैं और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते हैं।

मेरे विद्यालय का पुस्ताकालय Library in My School in Hindi

मेरे विद्यालय में एक विशाल पुस्तकालय भवन की स्थित है। इस पुस्तकालय में विद्यार्थियों तथा शिक्षकों के पढ़ने के लिए की व्यवस्था की गई है।

पुस्तकालय भवन बहुत बड़ा है जिसमें साफ सफाई के लिए विशेष ध्यान रखा जाता है, जिसके लिए कूड़ेदान की व्यवस्था की गई है।

जहाँ अलग-अलग भाषाओं में समाचार पत्र , मासिक पत्र, वार्षिक पत्र, तथा अर्धवार्षिक पत्र रखे गए हैं। इसके अलावा विद्यार्थियों के पढ़ने के लिए रोमांचक तथा साहसिक कहानियों की पुस्तकें भी रखी गई हैं।

पुस्तकालय में बच्चों के परीक्षाओं के रिकार्ड्स भी रखे गए हैं। इसके अलावा चित्रकला प्रतियोगिता में जीतने वाले बच्चों के द्वारा बनाए गए चित्र यहां के दीवारों पर लगाए गए हैं।

मेरे विद्यालय का वार्षिकोत्सव School’s Annual Function in My School

मेरे विद्यालय में प्रत्येक वर्ष वार्षिक उत्सव का आयोजन किया जाता है जिसमें विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। इन प्रतियोगिताओं में विद्यार्थी बड़ी प्रसन्नता से भाग लेते हैं।

शुरुआत में सबसे पहले विद्यार्थीगण द्वारा राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत गाए जाते हैं जिसके बाद शिक्षक तथा प्रधानाचार्य अपनी तरफ से विद्यालय के लिए भाषण देते हैं।

वार्षिक महोत्सव के प्रारंभ में प्रधानाचार्य विद्यालय के इतिहास के बारे में सभी को संबोधित करते हैं जिसके बाद कार्यक्रम का प्रारंभ होता है।

मेरे विद्यालय में प्रत्येक वर्ष वार्षिकोत्सव के दिन छुट्टी होती है जिसके अंतर्गत विद्यार्थी द्वारा कला प्रदर्शनी और खेलकूद की प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा नाटक, नृत्य, संगीत आदि कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है।

विद्यार्थियों के साथ शिक्षक भी अपनी तरफ से विद्यालय के लिए कविता और लेख प्रस्तुत करते हैं। इन सभी कार्यक्रमों में प्रधानाचार्य द्वारा जीतने वाले उम्मीदवार को पुरस्कार दिया जाता है।

अंत में प्रधानाचार्य द्वारा पूरे वर्ष में आयोजित हुए प्रतियोगिताओं में जीतने वाले विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार के इनाम दिए जाते और उन्हें मंच पर बुलाकर सम्मानित भी किया जाता है। वार्षिक उत्सव खत्म होने पर सभी बच्चों को मिठाईयां और चॉकलेट्स दी जाती है।

मेरे विद्यालय पर 10 लाइन Best 10 Lines on My School in Hindi

  • मेरे विद्यालय में सरस्वती माता का एक छोटा सा मंदिर है।
  • हमारे विद्यालय में साफ सफाई के लिए हर कक्षा में कूड़ेदान की व्यवस्था की गई है।
  • प्रत्येक वर्ष विद्यालय द्वारा सभी छात्र छात्राओं को पिकनिक पर ले जाया जाता है।
  • मेरे विद्यालय में प्रत्येक वर्ष वार्षिक उत्सव का आयोजन किया जाता है।
  • विद्यालय में प्रत्येक दिन अन्य विषयों के साथ पीटी का भी विषय होता है।
  • मेरे विद्यालय में कंप्यूटर लैब तथा साइंस लैब की सुविधा है।
  • हमारा विद्यालय बहुत ही विशाल तथा सुंदर है।
  • मेरे विद्यालय के चारों ओर हरा भरा मैदान है।
  • हमारे विद्यालय में वर्तमान के सभी तकनीकों की सुविधाएं उपलब्ध है।
  • विद्यार्थियों के बौद्धिक विकास के लिए मेरे विद्यालय में सभी प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।

निष्कर्ष Conclusion

इस लेख में आपने मेरा विद्यालय पर निबंध (My School Essay in Hindi) पढ़ा। आशा है यह लेख आपको जानकारी से भरपूर लगी हो। अगर यह लेख आपको पसंद आया हो तो इसे शेयर जरुर करें।

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi

मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi

इस पोस्ट में हमने मेरा विद्यालय पर निबंध (Essay on My School in Hindi) हिन्दी में लिखा है। स्कूल के विद्यार्थी जो मेरी पाठशाला पर निबंध की खोज में हैं वे इस स्कूल पर सुंदर निबंध की मदद ले सकते हैं।

Table of Content

मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi (1000 Words)

स्कूल में हमारे अध्यापक गण अपना ज्ञान हमें प्रदान कर सफलता पाने का सही रास्ता दिखाते हैं। आज इस लेख में मैंने मेरे विद्यालय पर बच्चों और विद्यार्थियों के लिए निबंध प्रस्तुत किया है।

मेरे विद्यालय का नाम और रूप Name and Structure of My School

मेरे विद्यालय का नाम अरविन्द पब्लिक स्कूल है। मेरा विद्यालय बहुत बड़ा और भव्य है, यह भुबनेश्वर में स्थित है।  यह तीन मंजिला है और इसकी  इमारत बहुत ही सुन्दर है। यह मेरे घर के पास शहर के केंद्र में स्थित है।

मेरे विद्यालय की सुविधाएँ Facilities in My School

सबसे नीचे विद्यालय में ऑडिटोरियम है जहां सभी वार्षिक कार्य और बैठकें संपन्न होती हैं। स्कूल में दोनों सिरों पर सीढ़ियां हैं, जो हमें हर एक मंजिल तक ले जाती हैं।

इसमें विज्ञान और वाणिज्य में 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए कक्षाएं हैं तथा नर्सरी के बच्चों के लिए भी यही कक्षायें बनायी गई है और दूसरी मंजिल पर एक कंप्यूटर प्रयोगशाला है, तथा यहाँ पर कक्षा पांच से दश तक के छात्र एवं छात्राओं की पढाई के लिए उत्तम व्यवस्था की गई है।

जिसमें से एक रात्री के समय विद्यालय की देखभाल के लिये वहां रहता भी है। उसके लिए विद्यालय के किनारे पर एक छोटा सा घर बनाया गया है।  

ड्राइंग रूम, म्यूजिक रूम, साइंस लेबोरेटरीज और ऑडियो वीडियो रूम भी हैं। हमारे विद्यालय में पांच हजार छात्र हैं। जिनमें 2000 लड़कियां और 3000 लड़के है। हमारे स्कूल के ज्यादातर छात्र ज्यादातर स्कूल इंटर-स्कूल प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं और उच्च स्थान लाते हैं और सभी गतिविधियों का समर्थन करते है।

मेरे स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षक Principal and Teachers of My School

मेरे विद्यालय में शिक्षा व उत्सव education and celebrations in my school.

मेरे स्कूल के अध्ययन मानदंड बहुत ही रचनात्मक हैं जो हमें किसी भी कठिन विषय को आसानी से समझने में मदद करते हैं। हमारे शिक्षक हमें बहुत ईमानदारी से सब कुछ सिखाते हैं और हमें व्यावहारिक रूप से ज्ञान भी देते हैं।

मेरा विद्यालय उन छात्रों को बस सुविधा प्रदान करता है जो बच्चे स्कूल से बहुत दूर रहते हैं। सभी छात्र सुबह खेल के मैदान में इकट्ठे होते हैं और सुबह की प्रार्थना करते हैं और फिर सभी अपनी कक्षाओं में जाते हैं।

मेरा स्कूल हर साल लगभग 2000 छात्रों को नर्सरी कक्षा में प्रवेश प्रदान करता है। मेरे विद्यालय में विभिन्न विषयों जैसे गणित, अंग्रेजी, हिंदी, मराठी, जीके, इतिहास, भूगोल, विज्ञान, चित्रकला, खेल और शिल्प इत्यादि के लिए अलग-अलग अध्यापक हैं।

मेरे विद्यालय में पाठ्यक्रम गतिविधियाँ Curriculum activities in My School

हमारे विद्यालय में तैराकी, स्काउटिंग, एनसीसी, स्कूल बैंड, स्केटिंग, गायन, नृत्य इत्यादि कई सह-पाठ्यचर्या गतिविधियाँ हैं। विद्यालय के मानदंडों के अनुसार कक्षा शिक्षक द्वारा अनुचित व्यवहार और अनुशासित गतिविधियों वाले छात्रों को दंडित भी किया जाता है।

हमारे प्रधानाचार्या हमारे चरित्र निर्माण, शिष्टाचार, नैतिक शिक्षा, अच्छे मूल्यों को प्राप्त करने और दूसरों का सम्मान करने के लिए 10 मिनट के लिए मीटिंग हॉल में प्रतिदिन प्रत्येक छात्र की कक्षाएं लेते हैं। इस तरह मेरी प्रधानाचार्या एक अच्छी शिक्षक भी है।

विद्यालय जाने का समय My School Time

मेरा विद्यालय पर 10 लाइन 10 lines on my school in hindi, निष्कर्ष conclusion.

हमारे विद्यालय के शिक्षक बहुत ही अनुभवी और योग्य है। शिक्षकों और हमारी प्राचार्या के नेतृत्व में हमारा विद्यालय लगातार उन्नति कर रहा है।  आशा करते हैं आपको मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi हिन्दी में अच्छा लगा होगा।

mera school essay in hindi for class 1

Similar Posts

संगीत पर निबंध essay on music in hindi, अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर निबंध essay on international girl’s day in hindi, दोस्ती या मित्रता पर निबंध essay in friendship in hindi, बाल गंगाधर तिलक निबंध व जीवनी lokmanya bal gangadhar tilak biography in hindi, मानव अंग तस्करी पर निबंध essay on human organ trafficking in hindi, भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी पर निबंध essay on national game of india in hindi, leave a reply cancel reply, 42 comments.

Essay on My School in Hindi – मेरा विद्यालय पर निबंध 150, 300 और 600 शब्दों में

Essay on My School in Hindi

Essay on My School in Hindi : हमारी जिंदगी में विद्यालय और शिक्षा काफी महत्व रखती है। बिना विद्यालय और शिक्षा के हम एक अच्छे जीवन की कल्पना नही कर सकते है। इसलिए हमें विद्यालय के महत्व को जानना बहुत ज़रूरी है।

स्कूलों में अक्सर मेरा विद्यालय पर निबंध लिखने के लिए दिया जाता है। अगर आपको भी Mera  School Par Nibandh लिखने के लिए कहा गया है, तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े। मेरा विद्यालय निबंध हिंदी में Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7 और 8 सभी के लिए उपयोगी हैं। मैने यहां पर My School Essay in Hindi में 150, 300 और 600 शब्दों में लिखा है।

मेरा विद्यालय पर निबंध 150 शब्दों में (Essay on My School in Hindi)

स्कूल विद्या का मंदिर होता है, जहां पर हमें विद्या (शिक्षा) मिलती है। विद्यालय में हम शिक्षा के महत्व को समझते है, और शिक्षा की मदद से हम अपनी जिंदगी को एक सही दिशा देते है।

अगर मैं अपने स्कूल की बात करूँ तो मेरे स्कूल का नाम “ महावीर विद्या मंदिर ” है, जो राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित है। मेरा स्कूल शहर से थोड़ी दूर शांत जगह पर है, जहां हम बस की मदद से जाते है। मेरे स्कूल में लगभग 1000 छात्र पढ़ते हैं, और सभी छात्र अनुशासन में रहते है।

मेरे विद्यालय का भवन काफी सुंदर है, जहां पर सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां पर एक बड़ा खेल का मैदान, एक पुस्तकालय, एक विज्ञान की प्रयोगशाल और एक कंप्यूटर लैब है। इसके अलावा एक बहुत बड़ा हॉल भी हैं, जहां हम सभी मिलकर सुबह-सुबह प्रार्थना करते है।

मेरे विद्यालय में अनेक तरह के खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है। मेरे स्कूल के सभी अध्यापक और अध्यापिकाएँ बहुत अच्छी हैं, जो हमें प्यार से पढ़ाते हैं। मुझे यहां पर बहुत कुछ सिखने को मिल रहा है, और मैं अपने स्कूल को बहुत प्यार करता हूँ।

मेरा विद्यालय पर निबंध 300 शब्दों में (My School Essay in Hindi)

प्रस्तावना.

विद्यालय हमारी जिंदगी का काफी अहम हिस्सा है। जब बड़े हो जाते है, तब भी स्कूली घटनाएं हमारी जिंदगी की सबसे यादगार घटनाओं में से एक होती है। क्योंकि स्कूल के साथ हमारे बच्चपन की यादे जुड़ी होती है। विद्यालय हमें जिंदगी में आगे बढ़ना सिखाता है।

विद्यालय की परीभाषा

विद्यालय एक ऐसा स्थान है, जहां पर शिक्षा ग्रहण की जाती है। यहां पर बच्चों के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक एवं नैतिक गुणों का विकास होता है। यह एक मंदिर है जहां सभी प्रकार के बच्चे एक ही तरह की ड्रेस पहनकर पढ़ाई करते है।

विद्यालय में बिना भेदभाव के अध्यापक बच्चों को शिक्षा देते है। यहां पर बच्चों को शिक्षा, ज्ञान और कौशल प्राप्त होता है, और अंतत बच्चे का व्यक्तित्व निर्माण होता है।

मेरे विद्यालय का भवन

मेरे स्कूल का नाम “ महावीर विद्या मंदिर ” है, और यह राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थिति है। मेरा विद्यालय भवन तीन मंजिला है, जहां सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध है। मेरे स्कूल में कक्षा 10वीं तक पढ़ाई करवाई जाती हैं। मेरे स्कूल में एक बड़ा हॉल और एक बड़ा खेलकूद का मैदान भी है।

मेरे विद्यालय में बड़ी-बड़ी कक्षाएं, एक पुस्तकालय, एक विज्ञान की प्रयोगशाला, और कंप्यूटर लैब भी है। मेरे विद्यालय में प्रेवश करते ही सामने प्रधानाचार्य का ऑफिस है। इसके अलावा विद्यालय के चारों तरफ पेड़-पौधे भी हैं।

मेरा विद्यालय की अध्यापक-अध्यापिकाएँ

मेरे स्कूल में कुल आठ अध्यापक और अध्यापिकाएँ हैं, जो काफी अच्छे से पढ़ाती है। मेरी स्कूल के सभी टीचर्स अनुभवी और विद्वान है। मेरे विद्यालय में सभी तरह के विषय पढ़ाए जाते हैं, जैसे- हिंदी, गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान आदि। और सभी विषय के लिए विशेष अनुभवी अध्यापक मौजुद है।

मेरी स्कूल एक पीटी टिचर और एक योगा टीचर भी है, जो हमारी शेहत का ख्याल रखते है। हमारी स्कूल में समय-समय पर खेल प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते है, जिसमें सभी अध्यापक अपना योगदान देते है।

विद्यालय में अनुशासन

मेरे विद्यालय में काफी अनुशासन है, और इसके लिए विद्याल में कुछ कठोर नियम भी बनाए गए हैं। सभी विद्यार्थी नियमों की पालना करते है, और स्कूल में अनुशासन बनाए रखते है। विद्यालय में अनुशासन बहुत जरूरी है, क्योंकि बिना अनुशासन के पढ़ाई नही की जा सकती है।

उपसंहार

मेरा विद्यालय बहुत अच्छा है, जहां मुझे सभी तरह की सुविधाएं मिलती है। मुझे पूरा यकिन है कि मैं यहां पर पढ़कर एक अच्छा इंसान बनूंगा, और अपने पूरे परिवार व स्कूल का नाम रोशन करूंगा। मैं अपने सभी अध्यापकों का धन्यवाद करता हूँ, जो मुझे इतना अच्छे से और प्यार से पढ़ा रहे है।

Essay on My School in Hindi से हम विद्यालय के महत्व को समझ सकते है।

मेरा विद्यालय पर निबंध 600 शब्दों में (Essay on My School in Hindi)

उपसंहार (विद्यालय का परिचय).

 स्कूल एक ऐसा स्थान है जहां पर हम धीरे-धीरे बड़े होते है, और हमारे व्यक्तित्व का निर्माण होता है। मेरा अधिकतर समय स्कूल में बितता है, जहां मैं अपने दोस्तों के साथ पढ़ाई भी करता हूँ और मस्ती भी करता हूँ। मेरी स्कूल का नाम “ महावीर विद्या मंदिरा उच्च माध्यमिक विद्यालय ”  है, जहां 12वीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता है।

मेरा विद्यालय बहुत अच्छा है, जहां पर सभी अध्यापक अच्छे और अनुभवी है, और सभी सुख-सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां पर पढ़ाई करने योग्य अनुकूल माहौल है। मेरे स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ नैतिक शिक्षा और कौशल पर भी ध्यान दिया जाता है। सच में, मेरा विद्यालय काफी अच्छा है, जिसे मैं बहुत प्यार करता हूँ।

विद्यालय क्या है, इसके प्रकार

विद्यालय का शाब्दिक अर्थ होता है- विद्या और आलय। इसका मतलब है कि एक ऐसा स्थान जहां पर विद्या मिलती हो। प्राचीन समय में पहले गुरुकुल हुआ करते थे, जहां पर गुरू शिष्यों को अनेक तरह की शिक्षाएं देते थे। हालांकि अब गुरुकुल को विद्यालय और स्कूल बोला जाता है। और इसके साथ ही प्राचीन काल की तुलना में शिक्षा का ढंग भी बदल गया है। विद्यालय मंदिर का रूप होता है, जहां व्यक्ति के व्यक्तित्व का निर्माण होता है।

हम बचप्पन से बड़े होने तक अलग-अलग विद्यालयों में पढ़े हैं, जैसे- आंगनवाड़ी, प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय और फिर उच्च माध्यमिक विद्यालय। इसके बाद महाविद्यालय (कॉलेज) में जाकर पढ़ाई करते है।

इसके अलावा भी विद्यालय के अन्य प्रकार होते हैं, जैसे- सरकारी विद्यालय, निजी विद्यालय, आवासीय विद्यालय, धार्मिक विद्यालय, कौशल निर्माण विद्यालय और सैनिक विद्यालय।

मेरे विद्यालय की विशेषताएं

मेरा विद्यालय काफी अच्छा हैं, जहां सभी सुविधाएं दी गयी है। यहां पर कोई भी बच्चा आसानी से पढ़ सकता है। मेरे स्कूल की निम्नलिखित विशेषताएं हैं-

  • मेरा विद्यालय शहर से थोड़ा दूर शांत जगह पर है, और चारों तरफ खुला वातावरण है।
  • मेरे स्कूल में सभी विषय के लिए विशेष अनुभवी अध्यापक और अध्यापिकाएं हैं।
  • मेरा स्कूल तीन मंजिला है, और स्कूल के बाहर एक गार्डन भी है।
  • स्कूल में एक प्रार्थन हॉल, एक पुस्तकालय, एक कंप्यूटर लैब, और एक विज्ञान प्रयोगशाला है।
  • विद्यालय में शीतल जल और शुद्ध पानी की व्यवस्था है।
  • विद्यालय में अनेक खेलकूद और सांस्कृतिक प्रोग्राम होते हैं।
  • मेरे स्कूल में पढ़ने के लिए काफी अच्छा वातावरण है।
  • मेरे विद्यालय में काफी अच्छा अनुशासन है।
  • मेरे स्कूल में कक्षा 12 तक पढ़ाई करवाई जाती हैं।

मेरे विद्यालय में विद्यार्थियों का अनुशासन

मेरे विद्यालय में सबसे ज्यादा अनुशासन पर ध्यान दिया जाता है। क्योंकि जब तक अनुशासन नही होगा, तब तक पढ़ाई संभव नही है। अनुशासन की वजह से ही सभी कक्षाएं समय पर लगती है, और बच्चे भी समय पर स्कूल आते है। व्यक्ति के जीवन में अनुसाशन होना बहुत जरूरी है, और यह अनुसाशन स्कूल की मदद से ही आता है।

हमारी स्कूल में अच्छा अनुसाशन होने की वजह से हम समय पर पढ़ते है और समय पर खेलते भी हैं। जिंदगी में अनुशासन का होना बेहद ज़रूरी है।

मेरे विद्यालय की शिक्षण प्रणाली

एक अच्छे विद्यालय में अच्छी शिक्षण प्रणाली होना बहुत ज़रूरी है, और मेरे विद्यालय में है। मेरे स्कूल में एक दिन में दो पारीयां चलती हैं, जिसमें सुबह के समय प्राथमिक कक्षा से 6वीं कक्षा के विद्यार्थी आते है। और फिर 12 बजे के बाद 7वीं कक्षा से 12 कक्षा के विद्यार्थी आते है।

मेरे स्कूल में रेगुलर क्लासेस चलती है, और बीच में रेस्ट भी मिलती है। पढ़ाई के बाद बच्चों को खेलने का समय भी दिया जाता है। इसके अलावा जो भी बच्चे पढ़ाई में कमजोर होते है, उन्हे विशेष क्लासेस भी दी जाती है।

सभी कक्षाओं में समय-समय पर टेस्ट भी होते हैं, ताकि बच्चों की स्थिति का पता चल सके।

प्रतियोगिताओं का आयोजन

मेरे विद्यालय में हर साल अनेक तरह की प्रतियोगिताएं भी होती है जैसे- चित्र-कला, वाद-विवाद, कविताएँ आदि, ताकि हम पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कौशल भी सीख सके। यहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते है, जिससे हमें काफी कुछ नया सिखने को मिलता है।

विद्यालय के प्रति हमारा कर्तव्य

विद्यालय एक विद्या का मंदिर है, जिसके प्रति हर विद्यार्थी के कुछ कर्तव्य होते हैं। हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है कि हम अपने स्कूल में अनुसाशन को बनाए रखे। और अच्छा रिजल्ट प्राप्त करके स्कूल का नाम रोशन करें। हमे अपने शिक्षकों को सम्मान देना चाहिए, और उन्हे अपनी लाइफ में हमेशा याद रखना चाहिए।

विद्यालय एक बच्चे के जीवन में काफी अहम भूमिका निभाता है, क्योंकि विद्यालय से बच्चे को शिक्षा, ज्ञान और कौशल मिलता है,और एक अच्छा व्यक्तित्व का निर्माण होता है। यहां पर मुझे पढ़ाई के साथ-साथ और भी कई तरह के अनुभव भी मिल रहे है। मैं अपनी स्कूल को बहुत प्यार करता हूं, और मैं हमेशा अपने विद्यालय पर गर्व महसूस करूंगा।

मेरा विद्यालय पर निबंध हिंदी में 10 लाइन (Mera  School Par Nibandh)

  • मेरी स्कूल का नाम “महावीर विद्या मंदिर माध्यमिक विद्यालय” है जो शहर कुछ दूर स्थित है।
  • मेरा विद्यालय एक शांत जगह पर है, जहां पढ़ाई का माहौल काफी अच्छा है।
  • मेरे विद्यालय में बहुत सारे कमरे, प्रार्थना स्थ, खेलकूद का मैदान, पुस्तकालय और लैब उपलब्ध हैं।
  • मेरे स्कूल में रोज़ाना सुबह 30 मिनट तक प्रार्थना होती है, और फिर भोजन से पूर्व भी छोटी-सी प्रार्थना होती है।
  • मेरे विद्यालय में प्रत्येक विषय को पढ़ाने के लिए अनुभवी और योग्य शिक्षक मौजुद हैं।
  • स्कूल में बच्चों के प्रति प्रधानाचार्य और सभी शिक्षकों का काफी अच्छा व्यवहार है।
  • मेरे स्कूल में अनुशासन पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
  • स्कूल के बाहर गार्डन में सभी बच्चे रोज़ाना खेलते है।
  • मेरे विद्यालय में हर साल अनेक तरह के सांस्कृतिक प्रोग्राम और प्रतियोगिताएं होती हैं।
  • मैं अपने स्कूल से काफी प्यार करता हूँ, और मैं अपने स्कूल के लिए गर्व महसूस करता हूं।

इसे भी पढ़े:

Essay on Noise Pollution in Hindi

Global Warming Essay in Hindi

Share this:

  • Click to share on Facebook (Opens in new window)
  • Click to share on Twitter (Opens in new window)
  • Click to share on WhatsApp (Opens in new window)
  • Click to share on Telegram (Opens in new window)
  • Click to share on Pinterest (Opens in new window)

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

  • Study Material

mera school essay in hindi for class 1

Essay on My school in Hindi – मेरा विद्यालय पर निबंध (1000+ शब्द)

Essay on My school in Hindi: दोस्तो आज हमने मेरा विद्यालय पर निबंध  कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है।

500+ Words Essay on My School

शिक्षा हमारे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है। हम ज्ञान के बिना कुछ भी नहीं हैं, और शिक्षा वह है जो हमें दूसरों से अलग करती है। शिक्षा प्राप्त करने का मुख्य कदम एक स्कूल में स्वयं को नामांकित करना है। स्कूल अधिकांश लोगों के लिए पहली सीखने की जगह के रूप में कार्य करता है। इसी तरह, यह एक शिक्षा प्राप्त करने वाली पहली स्पार्क है। मेरा स्कूल मेरा दूसरा घर है जहाँ मैं अपना अधिकांश समय बिताता हूँ। इन सबसे ऊपर, यह मुझे जीवन में बेहतर करने के लिए एक मंच देता है और मेरे व्यक्तित्व का निर्माण भी करता है। मैं शहर के सबसे प्रतिष्ठित और सम्मानित स्कूलों में से एक में पढ़कर धन्य महसूस करता हूं। इसके अलावा, मेरे स्कूल में बहुत सारी संपत्तियां हैं जो मुझे इसका हिस्सा बनने के लिए भाग्यशाली महसूस करती हैं। अपने स्कूल के इस निबंध में, मैं आपको बताऊंगा कि मुझे अपने स्कूल से प्यार क्यों है और मेरे स्कूल ने मुझे क्या सिखाया है।

आई लव माय स्कूल?

मेरा स्कूल आधुनिक शिक्षा और पुरानी वास्तुकला के बीच सही संतुलन बनाता है। मेरे विद्यालय की पुरानी इमारतें कभी भी अपनी शानदार सुंदरता से मुझे मंत्रमुग्ध करने में विफल रही हैं।

हालांकि, उनकी पुरानी वास्तुकला का मतलब यह नहीं है कि यह आउट-डेटेड है, क्योंकि यह सभी समकालीन गैजेट्स से सुसज्जित है। मैं अपने विद्यालय को शिक्षा के प्रकाशस्तंभ के रूप में देखता हूं जो ज्ञान को प्रदान करने के साथ-साथ नैतिक आचरण भी करता है। अन्य स्कूलों के विपरीत, मेरा स्कूल पूरी तरह से अकादमिक प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित नहीं करता है। दूसरे शब्दों में, यह उनके छात्रों के समग्र विकास पर जोर देता है।

हमारे शिक्षाविदों के साथ, हमारे स्कूल में पाठ्येतर गतिविधियों का आयोजन भी किया जाता है। यह एक मुख्य कारण है कि मैं अपने स्कूल से प्यार करता हूं क्योंकि यह सभी को समान पैमाने पर मापता नहीं है। हमारे मेहनती कर्मचारी प्रत्येक बच्चे को अपनी गति से बढ़ने का समय देते हैं जो उनमें आत्मविश्वास पैदा करता है। मेरे स्कूल में एक पुस्तकालय , कंप्यूटर कक्ष, खेल का मैदान, बास्केटबॉल कोर्ट और बहुत कुछ है, यह सुनिश्चित करने के लिए कि हमारे पास यह सब है।

मेरे स्कूल ने मुझे क्या सिखाया है?

अगर कोई मुझसे पूछे कि मैंने अपने स्कूल से क्या सीखा है, तो मैं एक वाक्य में इसका जवाब नहीं दे पाऊंगा। सबक के लिए अपूरणीय हैं और मैं उनके लिए कभी भी आभारी नहीं हो सकता। मैंने अपने स्कूल के कारण साझा करना सीखा। सामायिक और सहानुभूति की शक्ति मुझे मेरे विद्यालय ने सिखाई थी। मैंने सीखा कि जानवरों के प्रति कैसे विचार किया जाए और यह भी एक मुख्य कारण है कि मैंने एक पालतू जानवर को अपनाया।

एक स्कूल एक ऐसी जगह है जहाँ मैंने अपने कलात्मक कौशल को विकसित किया है जो मेरे शिक्षकों द्वारा आगे बढ़ाया गया था। इसके बाद, इसने मुझे अंतर-विद्यालयी पूर्णताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जिसके माध्यम से मैंने विभिन्न पुरस्कार अर्जित किए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मेरे स्कूल ने मुझे सिखाया कि कैसे कृपा के साथ असफलताओं का सामना करना पड़ता है और कभी भी अपनी महत्वाकांक्षाओं को नहीं छोड़ना चाहिए, चाहे कुछ भी हो जाए।

इसे योग करने के लिए, सम्मानित स्कूलों में से एक में अध्ययन करने से मुझे व्यक्तिगत रूप से बहुत मदद मिली है। अपने व्यक्तित्व को आकार देने और मुझे अमूल्य पाठ पढ़ाने के लिए मैं हमेशा अपने विद्यालय का ऋणी रहूंगा। इसने मुझे जीवन और शिक्षकों के लिए दोस्त दिए हैं जो मैं हमेशा देखूंगा। मैं जीवन में अच्छा करने और गर्व करने के लिए अपने स्कूल द्वारा आत्मसात किए गए मूल्यों को निभाने की आकांक्षा रखता हूं।

छात्रों और बच्चों के लिए मेरा स्कूल पर निबंध

मेरा स्कूल कक्षा 6 के लिए निबंध.

स्कूल पृथ्वी पर एक ऐसा प्यारा स्वर्ग है जो महान कार्यों के लिए छोटे दिमागों को तैयार करता है। स्कूल बेहतर जीवन जीने और कल के लिए प्रगति करने के लिए शिक्षा प्रदान करता है। यह न केवल शिक्षा प्रदान करता है बल्कि यह एक राष्ट्र के चरित्र निर्माण का एक उपकरण है। अच्छे स्कूल एक राष्ट्र की सच्ची संपत्ति होते हैं। मैं इतने महान स्कूल में पढ़कर धन्य हूं। मेरा स्कूल हमारे पूरे शहर का सबसे अच्छा स्कूल है।

मैं हमारे शहर के सबसे अच्छे स्कूल में से एक में पढ़ता हूं। मेरे स्कूल का नाम (अपने स्कूल का नाम लिखें) है। मेरे विद्यालय में मेरे देश की सेवा करने का एक महान इतिहास है। मेरे स्कूल ने मेरे देश के लिए कई महान लोगों का उत्पादन किया है। इसकी एक बड़ी और खूबसूरत इमारत है जो दूर से देखने में चमकदार लगती है।

मैं अपने निर्धारित समय पर पहुँचता हूँ। मैं अपने अन्य दोस्तों के साथ स्कूल आता हूं। हम बहुत आत्मविश्वास के साथ खुशी से स्कूलों में प्रवेश करते हैं। हम स्कूल असेंबली में हिस्सा लेते हैं और फिर हम अपनी कक्षाओं में जाते हैं। जैसे ही मैं अपनी कक्षा में प्रवेश करता हूं मुझे काफी सुकून मिलता है।

हमारा क्लास टीचर हमें रोजाना बधाई देता है और हमारे बारे में पूछता है। वह काफी कूल और दयालु आदमी हैं। वह अपने विषय को पढ़ाने के साथ हमारा मनोरंजन करता है। हम यहां शिष्य, स्व सहायता, आत्मविश्वास और सहयोग जैसी कई चीजें सीखते हैं।

मेरे स्कूल में खेल के मैदान, एक पुस्तकालय, एक विज्ञान हॉल और एक शानदार कंप्यूटर लैब जैसी सर्वोत्तम उपलब्ध सुविधाएं हैं। हमारे स्कूल का पुस्तकालय बहुत बड़ा है और सभी छात्रों के लिए किताबें रखता है।

हम सभी स्कूल गतिविधियों जैसे गायन, नृत्य, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, लेखन प्रतियोगिता, सारणी और अन्य में भाग लेते हैं। वास्तव में, यह हमारे शिक्षकों द्वारा की गई मेहनत का परिणाम है।

500+ Essays in Hindi – सभी विषय पर 500 से अधिक निबंध

अच्छे स्कूल भगवान का असली आशीर्वाद हैं। वे एक राष्ट्र की सेवा करते हैं। वे राष्ट्रीय प्रगति के लिए रास्ता तैयार करते हैं। यह आशीर्वाद है कि हमारे देश में बहुत सारे महान स्कूल हैं। मैं खुद को इस स्कूल में पढ़कर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं अपने देश और अपने स्कूल का नाम रोशन करूंगा।

स्कूल पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q.1 प्रत्येक बच्चे को स्कूल क्यों जाना चाहिए?

A.1 स्कूल जाना हर बच्चे के लिए ज़रूरी है क्योंकि स्कूल हमें वो सबक सिखाता है जो कहीं और हासिल नहीं किया जा सकता। अनुभव एक तरह का है और शिक्षा के साथ-साथ, हम कई अन्य चीजें सीखते हैं जैसे सामाजिककरण, पाठ्येतर गतिविधियां और बहुत कुछ।

Q.2 स्कूल हमें क्या सिखाता है?

A.2 स्कूल हमें कुछ बेहतरीन चीजें सिखाता है जैसे सबसे पहले, यह हमें बुनियादी शिक्षा देती है। यह हमें कला, नृत्य, सार्वजनिक बोलना और अधिक जैसे हमारे कौशल विकसित करना सिखाता है। सबसे महत्वपूर्ण बात, यह हमें अनुशासन सिखाता है।

RELATED ARTICLES MORE FROM AUTHOR

mera school essay in hindi for class 1

How to Write an AP English Essay

Essay on India Gate in Hindi

इंडिया गेट पर निबंध – Essay on India Gate in Hindi

Essay on Population Growth in Hindi

जनसंख्या वृद्धि पर निबंध – Essay on Population Growth in Hindi

Leave a reply cancel reply.

Log in to leave a comment

Essays - निबंध

10 lines on diwali in hindi – दिवाली पर 10 लाइनें पंक्तियाँ, essay on my school in english, essay on women empowerment in english, essay on mahatma gandhi in english, essay on pollution in english.

  • Privacy Policy

HiHindi.Com

HiHindi Evolution of media

मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi

नमस्कार दोस्तों आज का निबंध मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi पर दिया गया हैं.

मेरी स्कूल पर सरल निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के स्टूडेंट्स के लिए 100, 200, 250, 300, 400, 500 शब्दों में छोटा बड़ा माय स्कूल एस्से इन हिंदी के रूप में याद करवा सकते हैं.

मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi

Paragraph On My School In Hindi & English For Students: Here We Share With You Short Paragraph On My School For Students In English & Hindi Language.

Write A Short Paragraph Of About 100 Words On My School Use Following Words- Govt, Big, Building, Room, Airy, Doors, Hall, Library, Reading Room, Headmaster, Students, Teachers.

My School Paragraph In English In 100 Words

I Read In Government Upper Primary School. The Building Of The School Is Very Grand. It Is In The Center Of the City.

There Are Thirty Rooms In My School. All The Rooms Are Very Big And Airy. Our School Has a Big Hall. There Is A Good Library In Our School.

There Are Two thousand Books In It. There Is A Reading Room. We Read Newspapers And Magazines In It. Our School Has a Big Playground.

We Play Games There In The Evening. There Are Five Hundred Students In Our School. All Are Teachers Are Very Kind And Learned. Our Headmaster Is A Learned Men.

My School Paragraph In Hindi In 100 Words

मैं राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में पढ़ता हूँ. स्कूल की इमारत बहुत भव्य हैं. यह शहर के मध्य में हैं. मेरे स्कूल में तीस कमरे हैं. सारे कमरे बहुत बड़े और हवादार हैं.

हमारे स्कूल में एक बड़ा हॉल हैं. हमारे स्कूल में एक अच्छा पुस्तकालय हैं. इसमें दो हजार पुस्तकें हैं. इसमें दो हजार पुस्तके हैं. एक वाचनालय हैं. हम इसमें समाचार पत्र और पत्रिकाएँ पढ़ते हैं.

हमारे स्कूल में एक बड़ा खेल का मैदान हैं. हम शाम को वहां खेल खेलते हैं. हमारे स्कूल में पांच सौ विद्यार्थी हैं. सब अध्यापक बहुत दयालु और विद्वान हैं.

(मेरा विद्यालय) Essay On My School In English And Hindi

why I like my school- I read in ramjas senior secondary school no 5. it always shows good results. it is situated in Karol Bagh.

its pass percentages are cent percent. the teacher is good and able. they are hard-working. the principal is a good guide. the students are hard-working and sincere. the school discipline is good.

in has the grand building is good playgrounds. the rooms are big and the games are compulsory.

our school library is housed in a hall. there are 50,000 books in it.

moral teaching is imparted to the students in our school. our principal and teachers take personal care of the students. so I like my school very much.

मेरा विद्यालय पर निबंध ( Mera Vidyalaya Nibandh in Hindi)

मैंने रामजस उच्च माध्यमिक विद्यालय संख्या 5 में पढ़ता हूँ। यह मेरा विद्यालय हर साल अच्छे परिणाम देता है। यह करोल बाग में स्थित है।

हमारे यहाँ का पास शत प्रतिशत रहता है. सभी अध्यापक लग्न व मेहनत से शिक्षण कार्य करवाते है. हमारे विद्यालय के प्रधानाचार्य एक अच्छे गाइड के रूप में विद्यार्थियों को निर्देशित करते है. उनकी इमानदारी व् लग्न से विद्यालय में अच्छा अनुशासन का माहौल है.

मेरे विद्यालय में बड़ा स्कूल भवन है तथा एक अच्छा खेल मैदान है, जहाँ पर नियमित रूप से खेलों का आयोजन किया जाता है. स्कूल में कई बड़े कमरे है, जिनमें एक पुस्तकालय कक्ष भी है, जिनमें पढ़ने के लिए पचास हजार से अधिक विभिन्न विषयों की पुस्तकें है.

विद्यालय में एकेडमिक शिक्षा के अलावा नैतिक शिक्षा का भी अच्छा प्रबंध है. प्रधानाचार्य व सभी अध्यापक छात्र छात्राओं की देखभाल करते है. तथा विद्यालय में घर जैसा माहौल मिलता है. इस कारण मेरा विद्यालय मुझे बहुत पसंद है.

हमारा विद्यालय पर निबंध हिंदी में

हमारा विद्यालय उदयपुर शहर के मध्य में स्थित है. इसका नाम महाराणा भूपालसिंह राजकीय प्राथमिक विद्यालय है. हमारे विद्यालय में लगभग 400 विद्यार्थी पढ़ते है. यहाँ पर शिक्षा का उत्तम प्रबंध है.

इसमें 15 बड़े कमरे, एक विशाल पुस्तकालय और एक वाचनालय है. वाचनालय में अनेक समाचार पत्र और पत्रिकाएँ आती है. हमारे विद्यालय में खेलकूद के लिए एक विशाल मैदान है. और खेलकूद की अच्छी व्यवस्था है.

हमारा विद्यालय अनुशासन में श्रेष्ट है. इसमें आठ अध्यापक तथा सात अध्यापिकाएं है. एक शारीरिक शिक्षक तथा एक पुस्तकालय अध्यक्ष भी है.

हमारे सभी गुरुजनों के साथ छात्रों का अच्छा व्यवहार है, हमारे विद्यालय के प्रधानाध्यापक जी विद्यालय की प्रगति का पूरा ख्याल रखते है. हमारे स्कूल में पढाई के अतिरिक्त कई विषयों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है.

अन्य सह शैक्षणिक क्रियाकलाप भी चलते रहते है. इन सब विशेषताओं से हमें अपने विद्यालय पर गर्व है.

500 Words विद्यालय पर निबंध Essay on School in Hindi

विद्यालय देश का वह पवित्र स्थान हैं जहाँ देश के भविष्य का निर्माण होता हैं, विद्यालय विद्या विद्या की देवी का पवित्र मंदिर हैं. जिस स्थान पर विद्यार्थी विद्याअध्ययन के लिए आते हैं.

वह स्थान ही स्कूल या विद्यालय कहलाता हैं. विद्यालय दो शब्दों से मिलकर बनता हैं- विद्या+आली अर्थात विद्या का घर. विद्यालय में गुरू एवं शिष्य के सम्बन्ध अत्यंत मधुर होते हैं. मुझे अपने विद्यालय पर गर्व हैं. हमारे विद्यालय का नाम आदर्श विद्या मंदिर हैं.

मेरा विद्यालय भवन

हमारे विद्यालय का भवन अत्यंत सुंदर व विशाल है इसमें बीस कमरे हैं. प्रत्येक कमरा हवादार एवं प्रकाशयुक्त हैं. पुस्तकालय कक्ष, विज्ञान प्रयोगशाला, खेलकूद कक्ष, स्काउट कक्ष एवं एक बड़ा मीटिग हॉल भी हमारे विद्यालय में हैं.

शिक्षकों के बैठने के लिए एक स्टाफ रूम हैं. प्रधानाचार्य का कक्ष मुख्य द्वार के पास ही हैं, प्रत्येक छात्र के बैठने के लिए अलग अलग कुर्सी मेज की व्यवस्था हैं.

मेरे विद्यालय का वातावरण

हमारे विद्यालय में चालीस शिक्षक हैं. सभी शिक्षक अपने अपने विषय के विद्वान् हैं. छात्रों के साथ शिक्षक बहुत अच्छा व्यवहार करते हैं. कक्षा में शिक्षक इतनी अच्छी तरह से समझाते हैं कि छात्रों को सब कुछ समझ में आ जाता हैं.

शिक्षक अपने साथ शिक्षण से सम्बन्धित सहायक सामग्री लाते हैं. जिससे हम सब छात्र अत्यंत रूचि के साथ पढ़ते हैं.

हमारे विद्यालय का शैक्षिक वातावरण अत्यंत सुंदर हैं. जिस समय कक्षाएं चलती हैं. उस समय पूरे विद्यालय प्रांगण में शांति रहती हैं.

जिन छात्रों का समय खेलकूद का होता हैं वे चुपचाप पंक्तिबद्ध होकर मैदान में चले जाते हैं, जहाँ खेलकूद के शिक्षक तरह तरह के खेल सिखाते हैं. तथा साथ खेलते भी हैं.

मेरे विद्यालय के प्रधानाचार्य

हमारे विद्यालय के प्रधानाचार्य अत्यंत कुशल प्रशासक हैं. वे अनुशासनप्रिय हैं वे स्वयं अच्छे खिलाड़ी हैं. तथा अंग्रेजी विषय में पीएचडी हैं उनका व्यवहार हमेशा विद्यार्थियों तथा बच्चों के साथ अच्छा रहता हैं.

वे विद्यालय की सफाई पर विशेष ध्यान देते हैं. विद्यालय की सफाई के लिए चार अनुचर भी हैं.

विद्यालय व्यवहारिक विषयों की जानकारी देते हैं. यहाँ हमें मिलकर रहना सिखाया जाता हैं. माता-पिता गुरूजनों का आदर करना हम यही से सीखते हैं. देश के प्रति प्रेम रखना तथा राष्ट्रीय एकता की बाते विद्यालय में ही सिखाई जाती हैं.

अपना विद्यालय मुझे कितना पसंद हैं, इसे शब्दों में व्यक्त कर पाना कठिन हैं. विद्यालय मेरा पूजाघर हैं. मैं इसकी वन्दना करता हूँ और नित्य प्रति इसे शीश झुकाकर नमन करता हूँ.

मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi

मैं एक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पढ़ता हूँ, मेरेव विद्यालय का नाम सरस्वती विद्या मंदिर हैं. इनकी गिनती शहर के प्रसिद्ध विद्यालयों में होती हैं. पढ़ाई खेल तथा अन्य गतिविधियाँ हमारे स्कूल का प्रमुख हिस्सा हैं.

मेरे विद्यालय में लगभग 750 विद्यार्थी हैं. 30 से ज्यादा अध्यापक और अध्यापिकाएं हैं. इनके अतिरिक्त 4 लिपिक और 2 चपरासी भी यहाँ कार्यरत हैं. अध्यापकगण अनुभवी विद्वान एवं परिश्रमी हैं.

हमारे प्रधानाचार्य बहुत ही गुणी और अनुशासनप्रिय हैं. विद्यार्थियों के साथ उनका व्यवहार बहुत ही मधुर हैं. समय समय पर वे विद्यार्थियों को मार्गदर्शन भी देते हैं.

मेरे विद्यालय की इमारत पक्की हैं. इसमें 25 हवादार कमरे हैं. विद्यालय के एक कमरे में प्रधानाचार्य कार्यालय भी हैं. जो कि साफ़ सुथरा और भली भांति सजा हुआ हैं. कक्षाओं में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, सुभाषचंद्र बोस, भगत सिंह आदि स्वतंत्रता सैनानियों के फोटो लगे हुए हैं.

विद्यालय में एक पुस्तकालय भी हैं जहाँ से सभी छात्रों कप पढने के लिए पुस्तकें उपलब्ध होती हैं. विद्यालय में प्रायोगिक कक्षाओं के लिए लैब भी बनी हुई हैं. मेरे विद्यालय का परीक्षा परिणाम लगभग शत प्रतिशत रहता हैं और कई विद्यार्थी मेरिट में भी स्थान पाते हैं.

निर्धन छात्रों को प्रतिवर्ष छात्रवृति भी उपलब्ध करवाई जाती हैं. मेधावी छात्रों का प्रतिवर्ष सम्मान भी किया जाता हैं. बोर्ड की कक्षाओं में गणित और विज्ञान संकाय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल देने की परम्परा हैं. मुझे अपने इस विद्यालय पर बहुत गर्व हैं.

मेरा विद्यालय निबंध Mera Vidyalaya Essay in Hindi

मैं नवम कक्षा का विद्यार्थी हूँ. मैं राजेन्द्र नगर स्थित बाल भारती पब्लिक स्कूल में पढ़ता हूँ. यह विद्यालय नगर के मध्य में एक लम्बे चौड़े स्थान में स्थित हैं. मेरे विद्यालय का दोमंजिला भवन बहुत विस्तृत हैं.

यह नगर के श्रेष्ट विद्यालयों में से एक हैं. इसका परीक्षाफल प्रतिवर्ष बहुत अच्छा रहता हैं. इस विद्यालय के भवन में लगभग ४० कमरें हैं. जो बहुत ही सुंदर हैं ये कमरे विद्यार्थियों को बहुत पसंद हैं. इन कमरों में विद्युत् वायु प्रकाश की उचित व्यवस्था हैं. विद्यालय के प्रांगण में एक सुंदर सी फुलवाड़ी हैं.

जिसकी हरी भरी घास रंग बिरंगे फूल और लहलहाती लताएं विद्यालय में आने वालों का मन मोह लेती हैं. विद्यालय के मध्य एक बहुत बड़ा मैदान हैं. जहाँ हमारी प्रार्थना होती हैं और खेल के समय अध्यापक बच्चों को खेल खिलाते हैं.

मेरे विद्यालय में लगभग दो हजार छात्र एवं छात्राएं विद्या का अध्ययन करते हैं. यह विद्यालय प्रथम कक्षा से 12 वीं कक्षा तक हैं. मेरे विद्यालय में लगभग साठ अध्यापक तथा अध्यापिकाएं कार्यरत हैं. ये सभी प्रशिक्षित तथा अपने विषय के पूर्ण ज्ञाता हैं.

मेरे विद्यालय में एक प्रधानाचार्य तथा एक उप प्रधानाचार्य हैं जो बहुत अनुशासनप्रिय हैं. प्रधानाचार्य तथा उप प्रधानाचार्य जी के कमरों के साथ विद्यालय का कार्यालय भी हैं.

एक बड़े कमरे में पुस्तकालय तथा तीन बड़े बड़े कमरों में विज्ञान की प्रयोगशालाएं स्थित हैं. मेरे विद्यालय के सभी अध्यापक व अध्यापिकाएं बहुत ही दयालु तथा विद्यार्थियों की हितैषी हैं वे विद्यार्थियों की कठिनाइयों को सुलझाने का प्रयास करते हैं. विद्यार्थी भी अपने गुरूजनों का बहुत सम्मान करते हैं.

विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम विद्यालय में चलाए जाते हैं. जैसे स्काउटिंग, रेडक्रोस, एनसीसी वाद विवाद प्रतियोगिता, नाटक, लोक नृत्य आदि. इसके अतिरिक्त कुछ खेल भी खिलवाएं जाते हैं. जैसे वालीवाल, क्रिकेट, फुटबाल, हॉकी आदि.

प्रत्येक वर्ष मेरा विद्यालय मेरा विद्यालय खेल कूद व भाषण प्रतियोगिता में कोई न कोई पुरस्कार प्राप्त कर लेता हैं. स्वच्छता और अनुशासन तो मेरे विद्यालय की मुख्य विशेषताएं है. यहाँ विद्यार्थी अनुशासन, आज्ञाकारिता और सद्व्यवहार की शिक्षा ग्रहण करते हैं.

इन सब विशेषताओं के कारण मुझे अपने विद्यालय पर गर्व हैं. यह सारे नगर में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता हैं.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

मेरा स्कूल पर निबंध – My school essay in Hindi (1000 Words)

मेरा स्कूल पर निबंध (My school essay in Hindi): जीवन में हमारा दूसरा घर स्कूल होता है. स्कूल में ही हम सब जीवन के मुख्य उद्देश्य को समझते है. और स्कूल में हमे कभी न कभी हमारे स्कूल के बारे में लिखने का मौका मिलता है. और ये लिखने के मौके को हम सिर्फ निबंध में ही व्यक्त कर सकते हैं. इसलिए में आज आपके लिए लेकर आया हूँ मेरा विद्यालय पर निबंध (Essay on my school in Hindi).

मेरा स्कूल पर निबंध – My school essay in Hindi

प्रस्तावना – स्थिति – कक्षाओं और छात्रों की संख्या – स्कूल का घर – स्थापना और प्रबंधन – शिक्षक और अन्य कर्मचारी – त्योहार – बगीचा – पुस्तकालय – खेल मैदान – वस्त्र – परीक्षा परिणाम – उपसंहार

ईश्वर के पास जितने भी संसाधन है, मानव संसाधन उन सभी में सर्वश्रेष्ठ हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि मानव संसाधनों के समुचित विकास के साथ, अन्य सभी प्राकृतिक संसाधनों का विकास संभव होगा. इस मानव संसाधन के विकास के लिए स्कूल कई औपचारिक साधनों में से एक हैं. हमारे देश में कई तरह के स्कूल हैं, जैसे प्राथमिक स्कूल और हाई स्कूल. मैं जिस स्कूल में जाता हूं वह हाई स्कूल है. उसका नाम माध्यमिक बोर्ड हाई स्कूल है. यहाँ 6 वीं से 10 वीं कक्षा तक की शिक्षा देता है.

हमारा स्कूल कटक सहर के बजरकबती रोड के पास स्थित है. मौजूदा बजरकबती रोड रानीहाट चौक को डोलमुंडई चौक से जोड़ता है. पश्चिम में फ्रेंड्स कॉलोनी है, उत्तर में रानीहाट गोपाल साही है और दक्षिण में ओडिशा माध्यमिक शिक्षा समिति का कार्यालय है.

my school essay in Hindi

कक्षाओं और छात्रों की संख्या

हमारा स्कूल में 6 वीं से 10 वीं कक्षा तक शिक्षा प्रदान किया जाता है. 6 वीं से 7 वीं कक्षा में 3 विभाग और अन्य कक्षाओं में 4 विभाग है. स्कूल के अठारह विभागों में लगभग 1,000 छात्रों पढ़ते हैं. यहाँ का पाठ्यक्रम का अनुसरण माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा किया जाता है. उच्च वर्ग साहित्य, अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, कला, शारीरिक शिक्षा और काम का अनुभव के बारे में शिक्षा दिया जाता है.

स्कूल का घर

हमारा स्कूल तीन मंजिला इमारत है. महल में छोटे बड़े 12 कमरे हैं. इसमें शिक्षकों के विश्राम कक्ष, पुस्तकालय, प्रधानाध्यापक कार्यालय, विद्यालय के कार्यालय भवन, 10 वीं कक्षा के 4 विभाग, हिंदी और संस्कृत के लिए एक अलग कक्षा है. दूसरी मंजिल पर एक खेल शिक्षक का कमरा, राष्ट्रीय युद्ध शैक्षिक बलों के लिए एक विशेष कमरा और एक हवाई क्षेत्र, एक प्रयोगशाला, विज्ञान वर्ग के लिए एक गैलरी और भूगोल के लिए एक विशेष कमरा है. इस दूसरी मंजिल पर 8 वीं और 9 वीं कक्षा में से प्रत्येक में 4 विभाग भी होते हैं. इसी तरह, तीसरी मंजिल में 6 वीं और 7 वीं कक्षा है. इस मंजिल पर एक छोटा हॉल या मीटिंग रूम भी है. यद्यपि यह हमारे विद्यालय के सभी छात्रों के लिए पर्याप्त नहीं है, फिर भी यहाँ छोटी बैठकें करना संभव है.

स्थापना और प्रबंधन

हमारे स्कूल की स्थापना 3 अगस्त, 1959 को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा की गई थी. तब से, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड स्कूल की इमारत का विस्तार कर रहा है, शिक्षकों की आवश्यक संख्या को काम पर रखने के साथ-साथ सभी स्कूल खर्चों को कवर करता है. स्कूल में अधिकारियों को सलाह देने के लिए एक प्रबंधन समिति है. माध्यमिक शिक्षा परिषद के संपादक, स्कूल प्रिंसिपल, शिक्षक प्रतिनिधि और 2 निर्वाचित माता-पिता संचालन समिति के सदस्य हैं. समिति वर्ष के विभिन्न समयों में होती है और सदस्य स्कूल के बारे में सोची समझी सलाह देते हैं.

शिक्षक और अन्य कर्मचारी

हमारे विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री राम शर्मा. उन्होंने मेधावी शिक्षक के रूप में राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार जीते हैं. उनके अलावा, 35 अन्य प्रशिक्षित शिक्षक, 13 4th ग्रेड के कर्मचारी और 2 कार्यालय सहायक यहां काम कर रहे हैं. दो शिक्षकों को राज्यपाल ने मेधावी शिक्षकों के रूप में सम्मानित किया है.

स्कूल में गणेश पूजा, सरस्वती पूजा, गुरु दिवस, पुरस्कार समारोह, स्थापना दिवस, स्वतंत्रता दिवस, बाल दिवस, जन राज्य दिवस आदि मनाया जाता है. हमारे स्कूल के छात्र कटक शहर और राज्य के विभिन्न हिस्सों में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेते रहे हैं और पुरस्कार और प्रमाण पत्र जीतने के साथ-साथ स्कूल की प्रतिष्ठा भी बढ़ाते हैं.

बगीचा                                

हमारे स्कूल में एक सुंदर फूलों का बगीचा है. बगीचे के अंदर महात्मा गांधी की मूर्ति है. उद्यान को 8 भाग में विभाजित किया गया है. प्रत्येक कियारी में फ्लैट कालीन की तरह हरी घास और कियारी के चारों ओर फूलों की सुंदर बाड़ है. ये पेड़ बहुत सुंदर लगते हैं क्योंकि वे एक निश्चित ऊंचाई तक कट जाते हैं. हरी घास और उसके चारों ओर मौसमी फूलों की लाइनिंग बगीचे की सुंदरता को कई गुना बढ़ा देती है. यद्यपि एक शिक्षक बगीचे का प्रभारी है, लेकिन स्कूल के अन्य सभी शिक्षक बगीचे के समग्र सुधार में योगदान करते हैं. छात्रों नियमित रूप से समय पर शिक्षक की देखरेख में बगीचे में काम करते हैं. सभी के प्रयासों के कारण, बगीचा बहुत आकर्षक हो गया है.

हमारे स्कूल में एक पुस्तकालय है. इसमें लगभग 10,000 पुस्तकें हैं. एक शिक्षक इसके प्रबंधन का प्रभारी होते हैं. पुस्तकालय के लिए एक निर्दिष्ट समय है. शिक्षक कक्षा की पाठ्यपुस्तकें और अन्य सहायक पुस्तकें पुस्तकालय से लेते हैं. कुछ शिक्षक और छात्र स्कूल के बाद पुस्तकालय में रहते हैं और स्कूल में आने वाली विभिन्न पुस्तकों और समाचार पत्रों और पत्रिकाओं को पढ़ते हैं. जैसा कि हमारा पुस्तकालय एक अच्छी तरह से संचालित पुस्तकालय है, यह शिक्षकों और छात्रों के ज्ञान को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

हमारे स्कूल में एक छोटा सा खेल का मैदान है. शनिवार को यहां सामूहिक अभ्यास आयोजित किए जाते हैं. उत्साही छात्र खेल शिक्षक की देखरेख में स्कूल के काम और अन्य छुट्टियों के बाद खेल का अभ्यास करते हैं. छात्र शहर और राज्य में आयोजित विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेते रहे हैं.

स्कूल के छात्रों निर्दिष्ट वस्त्र पहनते हैं. लड़कों  गहरे नीले रंग की पैंट और सफेद हाफ शर्ट पहनते हैं  और लड़कियों आसमानी नीले रंग की फ्रॉक पहनते हैं. स्कूल-नामांकित पदक छात्रों द्वारा उपयोग किए जाते हैं. इससे छात्रों में स्कूल के प्रति जुनून का पता चलता है.

परीक्षा परिणाम

हमारे स्कूल के परीक्षा परिणाम बहुत संतोषजनक हैं. हर साल, सैकड़ों छात्र प्रथम श्रेणी से पास होते हैं. प्रथम श्रेणी में पास होने वाले छात्रों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है और द्वितीय श्रेणी में पास होने वाले छात्रों की संख्या धीरे-धीरे कम हो रही है. हमारे स्कूल में शिक्षक नियमित कक्षाओं में पढ़ाते हैं. लगभग हर वर्ष, इस विद्यालय के छात्र विद्यालय की प्रतिष्ठा को बढ़ाकर विद्यालय में स्थान प्राप्त करते हैं.

हमारा स्कूल अन्य स्कूलों जितना पुराना नहीं है. इसलिए इसकी कोई समृद्ध परंपरा नहीं है. छात्रों और शिक्षकों के प्रयासों और माता-पिता के सक्रिय सहयोग के लिए धन्यवाद, स्कूल धीरे-धीरे सुधार कर रहा है और एक उज्जवल परंपरा का निर्माण कर रहा है. मुझे अपने स्कूल पर गर्व है. यदि स्कूल का प्रत्येक छात्र इतना गर्व महसूस करता है और समर्पण के साथ काम करता है, तो स्कूल पूरे राज्य में आदर्श स्कूलों में से एक बन सकता है.

  • My favourite teacher essay in Hindi
  • My country essay in Hindi
  • Essay on internet in Hindi

ये था मेरा स्कूल पर निबंध (Essay on my school in Hindi) . अगर आपको कभी अपने स्कूल के ऊपर निबंध लिखने के लिए कहा जाता है, तो आप ऊपर दिए गए निबंध को अनुसरण कर के लिख सकते हो.

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

मेरा विद्यालय निबंध – Mera School Hindi Essay

by Editor December 10, 2018, 12:45 PM 2 Comments

मेरा विद्यालय हिन्दी निबंध | स्कूल पर हिन्दी निबंध | Mera School, Mera Vidyalay Hindi Essay

किसी भी विद्यार्थी के लिए उसका विद्यालय एक शिक्षा का मंदिर होता है और एक विद्यार्थी हमेशा अपने शिक्षा के मंदिर का ऋणी रहता है क्यूंकी उसके भविष्य का निर्माण वहीं से होता है। यहाँ हम “ मेरा विद्यालय ” पर निबंध लेकर आए हैं, परीक्षा में अकसर आपसे इसके बारे में पूछा जाता है। 

मेरा विद्यालय (150 शब्द) 

मेरे विद्यालय का नाम शारदा विद्यालय है। मेरे विद्यालय में कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई होती है। मेरा स्कूल मेरे घर से कुछ ही दूरी पर है इसलिए मैं पैदल चलकर ही अपने स्कूल जाता हूँ। मेरा विद्यालय क्षेत्रफल की दृष्टि से बहुत विशाल है और इसके अंदर एक बहुत बड़ा खेल का मैदान है। खेल के मैदान के बगल में सुंदर बगीचा भी है जहां सुंदर-सुंदर फूल और पेड़ लगे हुये हैं।

इसके साथ ही मेरे विद्यालय में एक बड़ी प्रयोगशाला और पुस्तकालय भी है जो हर वर्ग के विद्यार्थियों के लिए बनाया गया है।

हमारे स्कूल के सभी शिक्षक बहुत ही अच्छे हैं और हमें बहुत ही अच्छी तरह से पढ़ाते हैं। हमारे प्रधानाचार्य बहुत ही विनम्र स्वभाव के हैं और हर रोज विद्यार्थियों से वार्तालाप करने क्लास में जरूर आते हैं।

हर वर्ष हमारे स्कूल मे तरह तरह के कार्यक्रम, नाटक, प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। सच मुच मेरा विद्यालय सबसे अच्छा है और पढ़ाई के लिए अनुकूल।

मेरा विद्यालय हिन्दी निबंध (300 शब्द) 

मेरे स्कूल का नाम सरस्वती विद्या मंदिर है। मेरे घर से स्कूल की दूरी सिर्फ आधे किलोमीटर जितनी है इसलिए मैं पैदल चलकर ही अपने स्कूल जाता हूँ। मेरे स्कूल की इमारत पक्की है और किसी भी मौसम में हमें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होती। बैठने की उचित व्यवस्था, पीने का साफ पानी, शौचालय आदि की अच्छी सुविधा है।

मेरे विद्यालय में खेल कूद के लिए विशाल मैदान है जहां हम लोग खेलते हैं। इसके साथ साथ एक सुंदर बगीचा भी है जहां सुंदर पुष्प और वृक्ष लगे हुये हैं।

मेरे स्कूल के सभी शिक्षक अति विनम्र हैं और बड़ी अच्छी तरह से हमें पढ़ाते हैं। हमारे प्रधानाचार्य हमें सदा अच्छी बातें बताते हैं और हर रोज स्कूल की क्रियाओं का अवलोकन करते हैं।

हमारे विद्यालय में एक बड़ा पुस्तकालय है जहां सभी विद्यार्थियों के पढ़ने के लिए अच्छी-अच्छी पुस्तकें हैं। साथ ही साथ एक बड़ी प्रयोगशाला भी है जहां विज्ञान से संबन्धित प्रयोग किए जाते हैं।

हमारा विद्यालय एक बड़े ही शांत वातावरण में स्थित है जहां किसी भी प्रकार का ध्वनि या वायु प्रदूषण नहीं है, इसलिए सभी विद्यार्थी एक अच्छे और शांत वातावरण में पढ़ाई करते हैं। हमारे विद्यालय में हर साल तरह तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जाते हैं ताकि विद्यार्थीगण अपने अंदर छुपी कला का प्रदर्शन कर सकें। हर वर्ष हम शिक्षक दिवस, बाल दिवस, गणतन्त्र दिवस, योग दिवस आदि को मनाते हैं।

हमारे स्कूल में सभी विद्यार्थी नियमित आते हैं और यहाँ अनुशासन का खास पालन किया जाता है। हर माह विद्यार्थियों के लिए परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है।

मैं प्रतिदिन अपने स्कूल जाता हूँ और पढ़ाई के साथ-साथ अलग-अलग आयोजनों में भी भाग लेता हूँ। ये मेरा सौभाग्य है की मैं सरस्वती विद्या मंदिर का विद्यार्थी हूँ। शिक्षा प्राप्त करने के लिए मेरा विद्यालय एक आदर्श है।

मेरा विद्यालय (600 शब्द) 

विद्यालय शिक्षा का मंदिर होता है और मेरा स्कूल भी मेरे लिए एक मंदिर के समान है। मेरे विद्यालय का नाम उन्नति विद्या विहार है और मेरे शहर के सबसे उच्च कोटी के विद्यालयों में से एक है। मेरे घर से मेरे स्कूल की दूरी बहुत कम है इसलिए मैं पैदल चलकर ही स्कूल जाता हूँ। प्रतिदिन स्कूल के कार्य की शुरुआत प्रार्थना और राष्ट्रगान से होती है। 

हमारे विद्यालय में कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक की पढ़ने की व्यवस्था है और हिन्दी, इंग्लिश दोनों माध्यमों की पढ़ाई यहाँ होती है।

मेरा स्कूल बहुत बड़े क्षेत्रफल में फैला हुआ है और पक्की इमारत का बना हुआ है। किसी भी मौसम में हमें किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता। सभी कक्षाओं में बैठने के लिए अच्छी सुविधा है और साथ ही पीने का साफ पानी, शौचालय आदि की सुंदर व्यवस्था है।

मेरे स्कूल के मध्य में एक बड़ा सा खेल का मैदान है जहां सभी विद्यार्थी खेलने का आनंद लेते हैं। बच्चों से लेकर बड़ों के लिए यहाँ खेल कूद के कई साधन भी हैं। हर साल इसी मैदान में कई आयोजन किए जाते हैं।

मेरे विद्यालय में एक विशाल पुस्तकालय भी है जहां कई तरह की ज्ञानवर्धक पुस्तकों की व्यवस्था है। एक बड़ी प्रयोगशाला पुस्तकालय के बगल में स्थित है जहां विज्ञान से संबन्धित प्रयोगों को किया जाता है। एक विशाल खंड भी है जहां सभी शिक्षकगण बैठक करते हैं।

कम्प्युटर के दौर को ध्यान मे रखते हुए  हमारे स्कूल मे एक बड़ा कम्प्युटर रूम भी है जहां विद्यार्थियों को कम्प्युटर की शिक्षा दी जाती है।

मेरे स्कूल के सभी शिक्षक अति विद्वान, विनम्र और व्यवहारिक हैं। हमारे साथ बहुत ही अच्छा वर्तन किया जाता है और हम सभी विद्यार्थी भी अपने शिक्षकों का बहुत मान-सम्मान करते हैं। मेरे स्कूल के प्रधानाचार्य एक अच्छे व्यक्तित्व के धनी हैं और हमेशा स्कूल के विधार्थियों का उत्साह बढ़ाते रहते हैं। यही नहीं स्कूल में काम करने वाले अन्य कामदार भी बहुत ही अच्छे हैं।

हमारे स्कूल में हर वर्ष कई तरह तरह के खेल कूद, नाटक, प्रतियोगिताओं आदि का आयोजन किया जाता है और मैं भी इसमें बढ़-चढ़कर भाग लेता हूँ।

किसी भी विद्यालय में पढ़ने-लिखने का अच्छा वातावरण का होना बहुत ही आवश्यक होता है इसी चीज को ध्यान में रखते हुये हमारा स्कूल ऐसी जगह पर स्थित है जहां किसी भी प्रकार का ध्वनि या वायु प्रदूषण नहीं है। एक बहुत ही सुंदर और शांत वातावरण हमें पढ़ाई करने के लिए प्रदान किया जाता है।

मेरे विद्यालय में दूर-दूर से विद्यार्थी भी पढ़ने के लिए आते हैं इसलिए उनके लिए खास बस का इंतजाम भी किया गया है। स्कूल के सभी विद्यार्थियों के लिए एक ही तरह की ड्रेस है जो की हमें हर रोज पहनकर जाना पड़ता है।

किसी भी विद्यालय में अनुशासन ना हो तो वहाँ शिक्षा का स्तर भी गिरता है इसलिए हमारे स्कूल में सभी विद्यार्थियों से अनुशासन का चुस्त पालन कराया जाता है और अनुशासन तोड़ने वाले को दंडित भी किया जाता है।

हर वर्ष हमारे विद्यालय में बाल दिवस, योग दिवस, गणतन्त्र दिवस, शिक्षक दिवस आदि का आयोजन किया जाता है और सभी इसमें बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं।

Leave a Reply Cancel reply

' src=

Your email address will not be published. Required fields are marked *

EMI debit card kya hai

EMI on Debit Card क्या है?

AI Kya hai

Artificial Intelligence (AI) क्या है?

© Copyright 2018. · All Logos & Trademark Belongs To Their Respective Owners

Nibandh

मेरा विद्यालय पर निबंध

ADVERTISEMENT

रूपरेखा : मेरे विद्यालय का परिचय - विद्यालय की विशेषताएँ - विद्यार्थियों की प्रतिभा - मेरे विद्यालय की पुस्तकालय - भारत यात्रा और सालगिरह - मेरे विद्यालय में कमियाँ - विद्यालय के प्रति हमारा कर्तव्य - उपसंहार।

मेरे विद्यालय का नाम ज्ञानदीप पब्लिक विद्यालय है | इसमें पहली से दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है। यह सेण्ट्रल बोर्ड ऑफ सेकेण्डरी एजूकेशन, बिहार से सम्बद्ध है। इसमें लगभग 812 विद्यार्थी हैं, 29 अध्यापक हैं, चार क्लर्क हैं, चार चपरासी, तीन सफाई कर्मचारी तथा दो वाटर-मैन हैं। मेरे विद्यालय का भवन विशाल और बहुत ही सूंदर है। श्रेणी कक्षों के अलावा प्राचार्य तथा क्लर्क रूम हैं। इनके अतिरिक्त एक बड़ा 'टीचर्स रूम' है तथा एक विशाल पुस्तकालय कक्ष भी है। स्वागत कक्ष, संगीत, आलेखन, इंडोरगेम, एन.सी.सी. के लिए भी एक बड़ा सा कक्ष हैं। विद्यालय-भवन के साथ ही एक बड़ा खेल का मैदान है।

विद्यालय को प्रथम विशेषता है विद्यालय का अनुशासन। विद्यालय का वातावरण बहुत ही शांत है । कोई विद्यार्थी व्यर्थ में ना घूमता मिलेगा नाही कही बैठा हुआ मिलेगा। कोई बाहरी आदमी अध्ययन के समय कक्षाओं के सामने से नहीं गुजर पाएगा। कोई कक्षा बिना अध्यापक के नहीं होगी। कोई अध्यापक ऐसा नहीं होगा जिसका ' पीरियड ' हो और वह अपने कक्षा में न हो। वातावरण की यह विशेषता ही छात्रों को अध्ययन करने की प्रेरणा देती है।

विद्यालय की दूसरी विशेषता है 'स्वच्छता'। विद्यालय आरम्भ होने से पहले प्रत्येक कमरा साफ होता है। शीशे, दरवाजे, तथा बेंच साफ होते है। कागज या रोटी का टुकड़ा, फलों या सब्जी के छिलके फर्श तथा गैलरी में नहीं मिलेंगे। कूड़ा-करकट डालने के लिए स्थान-स्थान पर 'डस्ट-बिन' रखे गए हैं। पेशाब-घर तथा शौचालय दुर्गन्ध रहती हैं।

विद्यालय की तीसरी विशेषता है 'शिक्षण'। शिक्षण एक कला है और सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। कलात्मक शिक्षण अथवा कला के संग शिक्षा प्रदान करना विद्यार्थी को सिखाने का सरल उपाय है। औसत विद्यार्थी को भी योग्य बनाने की विशिष्ट शैली है। शिक्षक प्रतिदिन छात्रों का गृह-कार्य देते है तथा अगले दिन उसे देखते हैं। कमजोर छात्र-छात्राओं को विद्यालय अवकाश के बाद आधा घंटा ज्यादा समय दिया जाता है। बोर्ड की परीक्षाओं से एक महीने पहले दो घंटे के तीन अतिरिक्त पीरियड लगते हैं, जिनमें विद्यार्थी अपनी कमी को दूर करते हैं। यही कारण है कि हमारे विद्यालय का परीक्षा-परिणाम न केवल शत-प्रतिशत रहता है, दसवीं में कई छात्र राज्य में अवल भी आते है।

विद्यालय की चौथी विशेषता शिक्षणेतर गतिविधि हैं। इनमें खेल-कूद का प्रथम स्थान है। हॉकी, क्रिकेट, फुटबॉल, वॉली-बॉल, कबड्डी, खो-खो, जिमनास्टिक शिक्षा की भी व्यवस्था है। यही कारण है, हमारा विद्यालय नगर के विद्यालयों की प्रतियोगिता और प्रान्तीय प्रतियोगिताओं की अनेक ट्रॉफी अथवा अवॉर्ड्स जीतकर लाता है।

विद्यालय की हर शुक्रवार के दिन सभी विद्यार्थी अपनी प्रतिभा दिखा कर अपनी एक अलग पहचान दिखाते है। जीवन और जगत की विविधता की जानकारी देती है। विद्यार्थियों में छिपी वाकू-शक्ति को एक दूसरे के साथ शेयर करते है। एक ओर प्रति शनिवार वीडियो फिल्म द्वारा एक विषय-विशेष की जानकारी दी जाती है तो दूसरी ओर विद्यार्थी को कविता, कहानी, चुटकुला सुनाने के लिए उनका उत्साह बढ़ाया जाता है। हर महीने के अंतिम शनिवार को बात-विवाद प्रतियोगिता अथवा सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताएँ होती हैं । प्रथम, द्वितीय और तृतीय, इन तीन विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।

हमारे विद्यालय में एक बहुत ही विशाल पुस्तकालय है। इसमें नर्सरी से लेकर दसवीं कक्षा तक की विभिन्न विषयों की पुस्तकें हैं। इस पुस्तकालय में हिंदी के दैनिक समाचार पत्र और कई महत्वपूर्ण मासिक अर्धवार्षिक और वार्षिक पत्रिकाएँ भी आती है। पुस्तकालयाध्यक्ष बहुत ही परिश्रमी और अच्छे व्यक्ति हैं। हमें पुस्तकालय से हमारी जरूरत की प्रत्येक पुस्तक मिल जाती है जिसे घर भी ले जाया जा सकता है। पुस्तकालय से पुस्तक को केवल कुछ निश्चित समय के लिए ही घर पर ले जाने की अनुमति मिलती है।

हर साल एक बार दिसंबर के महीनों में चुने हुए विद्यार्थियों को भारत- यात्रा पर ले जाया जाता है। इसमें विद्यार्थी भारतमाता की विविधता के दर्शन भी करते हैं और अपने सहपाठी को अधिक समझने का अवसर प्राप्त करते हैं। विद्यालय के सालगिरह के दिन विद्यार्थी के लिए प्रोत्साहन का अवसर रहता है | इसमें विविध खेलों के श्रेष्ठ खिलाडियों, संगीत के वाद्य-यत्त्रों में दक्ष विद्यार्थियों तथा वार्षिक परीक्षा में आए प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय परीक्षार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं । इस अवसर पर छात्र रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत करते हैं, जिसमें गीत-संगीत, काव्य-पाठ, एकांकी-अभिनय प्रमुख होते हैं, जिसे देखकर दर्शक भाव-विभोर हो जाते हैं। विद्यालय में वर्ष में एक बार शिक्षक-अभिभावक-दिवस भी मनाया जाता है। इसमें विद्यार्थियों के माता-पिता या संरक्षक एकत्र होते हैं। अभिभावकों के साथ छात्र भी विद्यालय की कमियों और सुधारों पर खुले मन से विचार करते हैं।

मेरे विद्यालय में भी लोगों को कुछ कमियाँ देखते हैं। यहाँ प्रवेश पाना थोड़ा कठिन-सा है । अपवाद छोड़ दें तो सिफारिश न किसी अधिकारी की चलती है, न धन की । योग्यता की दीड़ में जो जीत जाए, वह प्रवेश ले ले ऐसा मेरा विद्यालय हैं। दूसरे, विद्यालय के अनुशासन की कठोरता ने विद्यार्थियों का सैनिकीकरण-सा कर दिया है। परिणामत: विद्यार्थियों की सच्ची शिकायत की भी उपेक्षा होती रहती है।

विद्यालय एक विद्या का मंदिर होता है जहाँ मनुष्य ज्ञान प्राप्त करता है। जिस तरह भक्तों के लिए मंदिर और पूजा स्थल पवित्र स्थान होता है उसी तरह से एक विद्यार्थी के लिए उसका विद्यालय एक पवित्र स्थल होता है। इस पवित्र मंदिर के भगवान हैं हमारे शिक्षक जो हमारे अज्ञान रूपी अंधकार को दूर कर हमारे मन में ज्ञान रूपी प्रकाश को फ़ैलाने में मदत करते है। इसी लिए हमें अपने शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए तथा उनके कहने के अनुसार अपने शिक्षण कार्य का संपादन करना चाहिए। हमें अपने विद्यालय के नियमों का श्रद्धा के साथ पालन करना चाहिए। हमारा कर्तव्य बनता है की जब तक हम विद्यालय में है तब तक हमें उचित ज्ञान प्राप्त करनी चाहिए तथा अपने शिक्षकों को सम्मान देना चाहिए। विद्यालय जीवन समाप्त होने के बाद भी हमे अपने शिक्षक एवं विद्यालय को भूलना नहीं चाहिए। जब मौका मिले या जब हम अपने कामों से मुक्त रहे तो हमें अपने विद्यालय अपने शिक्षक से भेट करने जाना चाहिए जो कि मैं भविष्य में अवश्य जाऊँगा।

विद्यालय एक सार्वजनिक संपत्ति होती हैं। यह हमारी राष्ट्रिय निधि है, इसलिए विद्यार्थी को इसकी रक्षा के लिए हमेशा जागरूक रहना चाहिए। विद्यालय सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान का माध्यम नहीं है बल्कि ज्ञान प्राप्ति के हर अवसर वहाँ पर उपलब्ध होते हैं। विद्यालय बालकों को खेल-कूद, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर देता है जिससे बालकों का मानसिक एवं शारीरिक विकास होती है। उन्हीं विषयों के मार्ग दर्शन के लिए शिक्षक होते हैं इसलिए विद्यार्थी को अपने स्कूलों से पूरा लाभ उठाना चाहिए। विद्यालय हमें हर प्रकार के ज्ञान का प्रकाश मिलता है। इसीलिए हमारा विद्यालय हर तरह से प्रेणादायक भूमिका निभाती है। इसीलिए मुझे मेरा विद्यालय बहुत प्रिय है।

Nibandh Category

mera school essay in hindi for class 1

Essay on My School in Hindi, मेरा विद्यालय पर निबंध हिंदी में

essay on my school in Hindi

मेरा विद्यालय पर निबंध –  Essay of my school in Hindi is Important for all classes 5th to 12th.

Essay on My School in Hindi – इस लेख में हमने विद्यालय के बारे में बताया है। विद्यालय और शिक्षा हमारे जीवन में किस प्रकार महत्व रखती है, यह हमने निबंध की सहायता से बताया है। School पर निबंध लिखने से पूर्व आपको अपने विद्यालय की छवि को अपने सम्मुख रखना चाहिए। इससे आपको निबंध लिखने में महत्वपूर्ण सहायता प्राप्त होती है।

सामग्री (Content)

मेरे विद्यालय पर निबंध 200 शब्दों में

विद्यालय स्थल, विद्यालय इमारत, विद्यालय परिसर, विद्यालय की सुख-सुविधाएँ, विद्यालय में अनुशासन, विद्यालय के विविध अध्यापक-अध्यापिकाएँ व् विविध विषय, विद्यालय के प्रधानाध्यापक, विद्यालय में प्रतियोगिताएँ, विद्यालय के समारोह, विद्यालय का परीक्षा-परिणाम.

स्कूल एक ऐसी जगह है जहां बच्चे बड़े हो सकते हैं और खेल सकते हैं। मेरा स्कूल वह है जहाँ मैं अपना अधिकांश दिन बिताता हूँ, और इसने मेरे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मेरे स्कूल में अच्छी तरह से रखे गए बगीचों और खेल के मैदानों के साथ एक सुंदर परिसर है। इसमें एक अच्छी तरह से सुसज्जित पुस्तकालय, विज्ञान प्रयोगशालाएँ और कंप्यूटर प्रयोगशालाएँ हैं, जो सभी हमारी पढ़ाई में सहायता करती हैं। कक्षाएँ विशाल और अच्छी तरह हवादार हैं, जिससे सीखने का अनुकूल माहौल बनता है। शिक्षाविदों के अलावा, मेरा विद्यालय खेल, संगीत, नृत्य और नाटक जैसी पाठ्येतर गतिविधियों पर जोर देता है। पूरे वर्ष के दौरान, स्कूल छात्रों को अपनी प्रतिभा और कौशल दिखाने के लिए कई तरह के कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है। मेरे शिक्षक जानकार, अनुभवी और सहायक हैं। वे न केवल हमें विषय पढ़ाते हैं, बल्कि हमें व्यक्तिगत और सामाजिक रूप से विकसित करने में भी मदद करते हैं। वे हमेशा हमारी सहायता करने और हमें आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए तैयार रहते हैं। संक्षेप में, मेरा विद्यालय सीखने की जगह से कहीं अधिक है; यह एक ऐसी जगह भी है जहाँ मैंने आजीवन दोस्त बनाए हैं, बहुमूल्य अनुभव प्राप्त किए हैं, और ऐसी यादें बनाई हैं जिन्हें मैं अपने शेष जीवन के लिए संजो कर रखूँगा। मेरा स्कूल (My School) पर 10 लाइन

विद्यालय को प्राचीन काल से ही मंदिर का स्थान दिया गया है।  प्राचीन काल में बालक 6, 8 अथवा 11 वर्ष की अवस्थाओं में गुरुकुलों (विद्यालयों) में ले जाए जाते थे और गुरु के पास बैठकर ब्रह्मचारी के रूप में शिक्षा प्राप्त करते थे। गुरु उनके शारीरिक और बौद्धिक संस्कारों को पूर्ण करता हुआ, उन्हें सभी शास्त्रों एवं उपयोगी विद्याओं की शिक्षा देता तथा अंत में दीक्षा देकर उन्हें विवाह कर गृहस्थाश्रम के विविध कर्तव्यों का पालन करने के लिए वापस भेजता। वर्तमान के विद्यालय, प्राचीन काल के गुरुकुलों से बहुत अलग अवश्य हैं किन्तु आज भी विद्यालयों को मंदिरों का और अध्यापकों को भगवान् का दर्जा दिया जाता है।

मेरा विद्यालय बहुत सुंदर है और मुझे मेरा विद्यालय बहुत अच्छा लगता है। मेरा विद्यालय मेरे घर से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, इसलिए हमारे विद्यालय से एक पीले रंग की स्कूल बस रोज़ सुबह 8 बजे समय पर मेरे घर के सामने मुझे लेने आती है और मेरी माता जी रोज मुझे बस में बिठा कर स्कूल भेजती हैं। मेरा विद्यालय शहर की भीड़भाड़ से दूर एकांत स्थल पर है। प्राचीन काल से ही विद्यालयों के लिए ऐसे स्थान को उपयुक्त समझा जाता था, जहाँ पर किसी प्रकार का शोर न हो, क्योंकि पढ़ाई के लिए शांति की आवश्यकता होती है। मेरा विद्यालय बहुत बड़ी जगह में फैला हुआ है, इसके चारों ओर ऊँची-ऊँची दीवारें हैं।

Top Related – Essays in Hindi

मेरे विद्यालय की इमारत चार मंजिला है। जो अंग्रेज़ी के L आकार में निर्मित की गई है। विद्यालय में 80 कमरे हैं। प्रत्येक कमरे में हवादार खिड़कियाँ हैं। इन कमरों की चपरासी द्वारा रोज सफाई की जाती है जिससे हम स्वच्छ माहौल में पढ़ाई कर पाते है। मेरे विद्यालय में कक्षा 6 से कक्षा 12 तक की पढ़ाई होती है। मैं कक्षा आठ में पढ़ता हूँ। मेरी कक्षा विद्यालय के द्वितीय मंजिल पर है।

मेरे विद्यालय के पीछे की ओर एक बहुत बड़ा मैदान है। जिसमें हम सभी विद्यार्थी खेल-कूद का आनंद लेते हैं। यही पर हमारा प्रार्थना स्थल है जहां पर हम सुबह प्रार्थना करते है और अपने दिन की शुरुआत करते हैं। विद्यालय के मैदान के चारों ओर बड़े-बड़े वृक्ष लगे हुए हैं और छोटी-छोटी घास लगी हुई है। विद्यालय परिसर में कई छोटी-छोटी वाटिकाएँ भी हैं, जिनमें रंग-बिरंगे फूल खिले होते है। इससे हमारे विद्यालय का वातावरण बहुत ही अच्छा रहता है और यह देखने में भी बहुत सुंदर लगता है।

Top Related – Vayu pradushan par nibandh in Hindi

(i) विद्यालय में प्रवेश करते ही माँ सरस्वती का मंदिर है जहाँ हम रोज जाकर प्रार्थना करते हैं और माँ सरस्वती का आशीर्वाद लेकर अपनी पढ़ाई शुरू करते हैं। (ii) मेरे विद्यालय में कक्षा 6 से कक्षा 12 तक के विषयों को हिन्दी और अंग्रेज़ी दोनों माध्यमों में पढ़ाया जाता है। (iii) विद्यालय में जल की व्यवस्था के लिए चार वाटर कूलर लगे हुए हैं जिससे हमें गर्मियों में ठंडा पानी मिलता है और साधारण पानी के लिए पानी की छ: बड़ी टंकियाँ हैं। (iv) मेरे विद्यालय के दोनों तरफ छात्र छात्राओं के लिए अलग-अलग 10 शौचालयों की व्यवस्था है। (v) विद्यालय में एक बड़ी लाइब्रेरी है, जिसमें हम हर रोज जाकर समाचार, पत्र पत्रिकाएँ एवं कहानियों की किताबें पढ़ते हैं। (vi) हमारे विद्यालय में 100 कंप्यूटरों का एक बड़ा कक्ष है, जिसमें हर दिन हमारी एक कक्षा कंप्यूटर से संबंधित होती है। (vii) मेरे विद्यालय में शिक्षकों के बैठने के लिए एक स्टाफ रूम की व्यवस्था भी है, जिसमें सभी शिक्षक बैठकर आपस में विचार विमर्श करते है। (viii) मेरे विद्यालय में प्रत्येक कक्षा में विद्यार्थियों के बैठने के लिए टेबल और कुर्सी की व्यवस्था की गई है और गर्मियों में हवा के लिए प्रत्येक कक्षा में चार पंखे लगे हुए है। (ix) हर कक्षा के बाहर छोटा कूड़ादान रखा गया है, जिसमें विद्यार्थी अपनी कक्षा का कूड़ा डालते हैं। इससे विद्यालय में गंदगी नहीं फैलती। (x) प्रत्येक कक्षा में एक बड़ा ब्लैक बोर्ड है जहाँ पर हमारे अध्यापक-अध्यापिकाएँ आकर हमें किसी भी विषय के बारे में लिखकर समझाते है। (xi) विद्यालय में एक तरणताल भी है, जहाँ छात्र तैराकी करते और सीखते हैं। (xii) विद्यालय में एक विशाल सभागार भी है, जहाँ पर उत्सवों और रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। (xiii) हमारा विद्यालय गरीब छात्रों के लिए वर्दी और पुस्तकों का भी उचित प्रबंध करता है। योग्य छात्रों को छात्रवृत्ति भी दी जाती है।

Top Related – Essay on Women Empowerment in Hindi

अनुशासन किसी भी व्यक्ति की सफलता में अहम् भूमिका निभाता है। जब बच्चा छोटा होता है तो वह पहले परिवार से तथा बाद में विद्यालय में जाकर अनुशासन के महत्त्व को समझता है। अनुशासन की दृष्टि से हमारा विद्यालय बहुत कठोर है। विद्यालय में यदि कोई विद्यार्थी अनुशासन का उल्लंघन करता है तो उसे कड़ा दंड दिया जाता है। प्रतिदिन वर्दी, नाखून और दाँतों का निरिक्षण किया जाता हैं। प्रत्येक विद्यार्थी के घर पर उसके अनुशासन की मासिक रिर्पोट भेजी जाती है।

हमारे विद्यालय में कुल 50 अध्यापक-अध्यापिकाएँ है, जो कि प्रत्येक कक्षा में अलग-अलग विषय पढ़ाते हैं। सभी अध्यापक-अध्यापिकाएँ अपने-अपने विषयों में विद्वान है जिस कारण हमें हर विषय सरलता से समझ में आ जाता है। हमारे विद्यालय में प्रत्येक सप्ताह योगा की कक्षा भी होती है जिसमें योगा करना सिखाया जाता है तथा योगा के महत्त्व को समझाया जाता है। हमें अपने स्वास्थ्य को कैसे अच्छा रखना है, यह भी बताया जाता है। योगा से हमारे तन-मन में चुस्ती और स्फूर्ति बनी रहती है, जिससे हमारा पढ़ाई में मन लगा रहता है।

Top Related – Pollution Essay in Hindi

हमारे विद्यालय के प्रधानाध्यापक बहुत ही शांत और अच्छे व्यक्तित्व के व्यक्ति हैं। वह हमें हमेशा कुछ नया करने की सलाह देते हैं और रोज प्रार्थना में हमें एक शिक्षाप्रद कहानी सुनाकर हमें शिक्षा का महत्व बताते है। उन्होंने जब से विद्यालय का कार्यभार संभाला है, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है और साथ ही विद्यालय की प्रतिष्ठा भी बढ़ गई है।

हमारे विद्यालय में प्रत्येक सप्ताह कोई ना कोई प्रतियोगिता होती रहती है, जैसे – चित्र-कला, वाद-विवाद, कविताएँ आदि की प्रतियोगिताएँ होती रहती है। जिसमें सभी विद्यार्थी बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। हमारे विद्यालय में कुछ बड़ी संस्थाओं द्वारा भी प्रतियोगिताएँ रखी जाती है, जिसमें विद्यार्थियों को इनाम के तौर पर कभी-कभी कुछ शुल्क भी दिया जाता है। हमारे विद्यालय का मैदान बड़ा होने के कारण खेलकूद की जिला स्तरीय प्रतियोगिताएँ हमारे विद्यालय में ही होती है। इसमें हमारे विद्यालय के विद्यार्थी भी भाग लेते हैं। मेरे विद्यालय में हॉकी, फुटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, क्रिकेट, कबड्डी आदि की प्रतियोगिताएँ होती है।

Top Related – Soil Pollution Essay in Hindi

विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है कि विद्यार्थियों का शारीरिक, मानसिक विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक विकास भी हो। इसके लिए हमारे विद्यालय में हर साल 15 अगस्त, 26 जनवरी और वार्षिक उत्सव पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है। जिनमें सभी विद्यार्थी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। 15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन हमारे विद्यालय में एन.सी.सी. के विद्यार्थी परेड करते हैं, इसके बाद हमारे विद्यालय के प्रधानाचार्य हमारे देश का तिरंगा झंडा फहराते हैं, फिर हमारे देश का राष्ट्रगान गाया जाता है और इसके पश्चात देशभक्ति गीतों  पर तरह-तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है। विद्यालय के वार्षिकोत्सव के दिन भी बहुत सारे सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। इसके साथ ही स्कूल में अलग-अलग गतिविधियों में प्रथम, द्वितीय और तृतीय  आए विद्यार्थियों को पुरस्कार दिए जाते है।

हमारे विद्यालय का परिणाम हर वर्ष शत-प्रतिशत ही रहता है, जिसके कारण हमारा विद्यालय हमारे शहर का जाना-माना विद्यालय बन गया है। विद्यालय के परीक्षा-परिणाम  के शत-प्रतिशत रहने का कारण यहाँ के शिक्षकों का विद्वान और अच्छे व्यक्तित्व का होना भी है, जो विद्यार्थियों के सभी प्रश्नों को धैर्य के साथ सुनते हैं तथा उनका समाधान करते हैं। अध्यापकों के साथ-साथ बच्चों और उनके अभिभावकों की मेहनत के कारण भी विद्यालय का परीक्षा परिणाम हर वर्ष शत-प्रतिशत रहता है।

Related – Bhumi Pradushan par nibandh in Hindi

किसी भी राष्ट्र की सर्वोत्तम निधि उस राष्ट्र के बच्चों को कहा जाता है। राष्ट्र के विकास के लिए आवश्यक है कि बच्चों का सर्वांगीण विकास अच्छे से हो और बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय एक उपयुक्त जगह है। जहाँ पर बच्चा पढ़-लिख कर सुसंस्कृत और सभ्य नागरिक बनता है और देश की प्रगति में अपना सहयोग देता है। विद्यालय और शिक्षा का एक व्यक्ति के जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान होता है। अतः हम सभी को चाहिए कि हम प्रत्येक बच्चे को विद्यालय और शिक्षा के समीप लाएँ ताकि वह देश की प्रगति में अपना अथाह सहयोग प्रदान करे।

Recommended Read –

  • दुर्गा पूजा पर निबंध
  • बसंत ऋतु पर निबंध
  • भारत में साइबर सुरक्षा पर निबंध
  • भारत में चुनावी प्रक्रिया पर निबंध
  • योग पर निबंध
  • स्टार्टअप इंडिया पर निबंध
  • फिट इंडिया पर निबंध
  • द्रौपदी मुर्मू पर निबंध
  • क्रिकेट पर निबंध
  • क्रिप्टो करेंसी पर निबंध
  • सौर ऊर्जा पर निबंध
  • जनसंख्या वृद्धि पर निबंध
  • भारत में भ्रष्टाचार पर निबंध for UPSC Students
  • शहरों में बढ़ते अपराध पर निबंध
  • पर्यावरण पर निबंध
  • भारतीय संविधान पर निबंध
  • भारत के प्रमुख त्योहार पर निबंध
  • भारत में बेरोजगारी की समस्या पर निबंध
  • टेलीविजन पर निबंध
  • परिश्रम का महत्व पर निबंध 
  • गणतंत्र दिवस पर निबंध 
  • विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर निबंध
  • टीचर्स डे पर निबंध
  • वैश्वीकरण पर निबंध
  • जलवायु परिवर्तन पर निबंध
  • मंकी पॉक्स वायरस पर निबंध
  • मेक इन इंडिया पर निबंध
  • भारत में सांप्रदायिकता पर निबंध
  • वेस्ट नील वायरस पर निबंध
  • पीएसयू का निजीकरण पर निबंध
  • भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्रूड ऑयल की बढ़ती कीमतों का प्रभाव पर निबंध
  • नई शिक्षा नीति 2020 पर निबंध
  • आधुनिक संचार क्रांति पर निबंध
  • सोशल मीडिया की लत पर निबंध
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निबंध
  • महिला सशक्तिकरण पर निबंध
  • प्रदूषण पर निबंध
  • मृदा प्रदूषण पर निबंध
  • वायु प्रदूषण पर निबंध
  • गाय पर हिंदी में निबंध
  • वन/वन संरक्षण पर निबंध
  • हिंदी में ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध
  • चंद्रयान पर निबंध
  • हिंदी में इंटरनेट पर निबंध
  • बाल श्रम या बाल मज़दूरी पर निबंध
  • ताजमहल पर निबंध
  • हिंदी में अनुशासन पर निबंध
  • भ्रष्टाचार पर निबंध
  • मेरा विद्यालय पर निबंध हिंदी में
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध
  • स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध
  • गणतंत्र दिवस निबंध हिंदी में
  • स्वतंत्रता दिवस पर निबंध
  • हिंदी में दिवाली पर निबंध
  • होली पर निबंध
  • नोट-बंदी या विमुद्रीकरण पर निबंध
  • निबंध लेखन, हिंदी में निबंध

Hindi Essays

  • असंतुलित लिंगानुपात पर निबंध
  • परहित सरिस धर्म नहीं भाई पर निबंध
  • चंद्रयान 3 पर निबंध
  • मुद्रास्फीति पर निबंध
  • युवाओं  पर निबंध
  • अक्षय ऊर्जा: संभावनाएं और नीतियां पर निबंध
  • राष्ट्र निर्माण में युवाओं का महत्व पर निबंध
  • सच्चे धर्म पर निबंध
  • बैंकिंग संस्थाएं और उनका महत्व पर निबंध
  • नई शिक्षा नीति के प्रमुख लाभ पर निबंध
  • भारतीय संस्कृति के प्रमुख आधार पर निबंध
  • समय के महत्व पर निबंध
  • सड़क सुरक्षा पर निबंध
  • सामाजिक न्याय के महत्व पर निबंध
  • छात्र जीवन पर निबंध
  • स्वयंसेवी कार्यों पर निबंध
  • जल संरक्षण पर निबंध
  • आधुनिक विज्ञान और मानव जीवन पर निबंध
  • भारत में “नए युग की नारी” की परिपूर्णता एक मिथक है
  • दूरस्थ शिक्षा पर निबंध
  • प्रधानमंत्री पर निबंध
  • यदि मैं प्रधानमंत्री होता
  • हमारे राष्ट्रीय चिन्ह पर निबंध
  • नक्सलवाद पर निबंध
  • आतंकवाद पर निबंध
  • भारत के पड़ोसी देश पर निबंध
  • पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी पर निबंध
  • किसान आंदोलन पर निबंध
  • ऑनलाइन शिक्षा पर निबंध
  • डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम पर निबंध
  • मदर टेरेसा पर निबंध
  • भारत में भ्रष्टाचार पर निबंध
  • परिश्रम का महत्व पर निबंध
  • गणतंत्र दिवस पर निबंध

Hindi Writing Skills

  • Formal Letter Hindi
  • Informal Letter Hindi
  • ई-मेल लेखन | Email Lekhan in Hindi Format
  • Vigyapan Lekhan in Hindi
  • Suchna lekhan
  • Anuched Lekhan
  • Anuchchhed lekhan
  • Samvad Lekhan
  • Chitra Varnan
  • Laghu Katha Lekhan
  • Sandesh Lekhan

HINDI GRAMMAR

  • 312 हिंदी मुहावरे अर्थ और उदाहरण वाक्य
  • Verbs Hindi
  • One Word Substitution Hindi
  • Paryayvaachi Shabd Class 10 Hindi
  • Anekarthi Shabd Hindi
  • Homophones Class 10 Hindi
  • Anusvaar (अनुस्वार) Definition, Use, Rules, 
  • Anunasik, अनुनासिक Examples
  • Arth vichaar in Hindi (अर्थ विचार), 
  • Adverb in Hindi – क्रिया विशेषण हिंदी में, 
  • Adjectives in Hindi विशेषण, Visheshan Examples, Types, Definition
  • Bhasha, Lipiaur Vyakaran – भाषा, लिपिऔरव्याकरण
  • Compound words in Hindi, Samaas Examples, Types and Definition
  • Clauses in Hindi, Upvakya Examples, Types 
  • Case in Hindi, Kaarak Examples, Types and Definition
  • Deshaj, Videshaj and Sankar Shabd Examples, Types and Definition
  • Gender in Hindi, Ling Examples, Types and Definition
  • Homophones in Hindi युग्म–शब्द Definition, Meaning, Examples
  • Indeclinable words in Hindi, Avyay Examples, Types and Definition
  • Idioms in Hindi, Muhavare Examples, Types and Definition
  • Joining / combining sentences in Hindi, Vaakya Sansleshan Examples, Types and Definition
  • संधि परिभाषा, संधि के भेद और उदाहरण, Sandhi Kise Kehte Hain?
  • Noun in Hindi (संज्ञा की परिभाषा), Definition, Meaning, Types, Examples
  • Vilom shabd in Hindi, Opposite Words Examples, Types and Definition
  • Punctuation marks in Hindi, Viraam Chinh Examples, Types and Definition
  • Proverbs in Hindi, Definition, Format, मुहावरे और लोकोक्तियाँ
  • Pronoun in Hindi सर्वनाम, Sarvnaam Examples, Types, Definition
  • Prefixes in Hindi, Upsarg Examples, types and Definition
  • Pad Parichay Examples, Definition
  • Rachna ke aadhar par Vakya Roopantar (रचना के आधार पर वाक्य रूपांतरण) – Types , Example
  • Suffixes in Hindi, Pratyay Examples, Types and Definition
  • Singular and Plural in Hindi (वचन) – List, Definition, Types, Example
  • Shabdo ki Ashudhiya (शब्दों की अशुद्धियाँ) Definition, Types and Examples
  • Shabdaur Pad, शब्द और पद Examples, Definition, difference in Shabd and Pad
  • Shabd Vichar, शब्द विचार की परिभाषा, भेद और उदाहरण | Hindi Vyakaran Shabad Vichar for Class 9 and 10
  • Tenses in Hindi (काल), Hindi Grammar Tense, Definition, Types, Examples
  • Types of sentences in Hindi, VakyaVishleshan Examples, Types and Definition
  • Voice in Hindi, Vachya Examples, Types and Definition
  • Verbs in Hindi, Kirya Examples, types and Definition
  • Varn Vichhed, वर्ण विच्छेद Examples, Definition
  • Varn Vichar, वर्ण विचार परिभाषा, भेद और उदाहरण
  • Vaakya Ashudhhi Shodhan, वाक्य अशुद्धिशोधन Examples, Definition, Types
  • List of Idioms in Hindi, Meaning, Definition, Types, Example

Latest Posts

  • The Old Man and The Sea: Book Review Summary, Explanation, Theme | Maharashtra State Board Class 10 English Lesson
  • A Shipwrecked Sailor Question Answers WBBSE Class 9 English Bliss Book
  • A Shipwrecked Sailor Summary, Explanation, Difficult Words | WBBSE Class 9 English Lesson 11
  • The Price of Bananas Question Answers WBBSE Class 9 English Bliss Book
  • The Price of Bananas Summary, Explanation, Difficult Words | WBBSE Class 9 English Lesson 10
  • The Height of the Ridiculous Question Answers Class 10 Maharashtra State Board
  • Raksha Bandhan Wishes in Hindi | रक्षाबंधन की शुभकामनाएँ
  • Surdas ke Pad | सूरदास के पद अर्थ सहित
  • Raksha Bandhan Wishes in Hindi
  • Birthday Wishes in Hindi
  • Anniversary Wishes in Hindi
  • Father’s Day Quotes and Messages
  • Father’s Day quotes in Hindi
  • International Yoga Day Slogans, Quotes and Sayings
  • अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस Slogans, Quotes and Sayings
  • Good Morning Messages in Hindi
  • Good Night Messages in Hindi | शुभ रात्रि संदेश
  • Wedding Wishes in Hindi

दा इंडियन वायर

स्कूल का पहला दिन पर निबंध

mera school essay in hindi for class 1

By विकास सिंह

my first day at school in hindi

विषय-सूचि

स्कूल का पहला दिन पर निबंध (my first day at school essay in hindi)

यह स्कूल में मेरा पहला दिन था। मेरे पास एक नया बैग, पानी की बोतल, नई किताबें, जूते और मोजे और साथ ही डोरा आकार का टिफिन बॉक्स था। मैं इन सभी नई चीजों के साथ स्कूल जाने के बारे में खुश था, लेकिन मुझे जो दुख हुआ वह यह था कि मुझे नए दोस्त भी बनाने थे। इसलिए, मैं उस दिन खुद मेरे लिए एक दोस्त खोजने के लिए भगवान से पूछने के लिए घर छोड़ने से पहले प्रार्थना कक्ष में भाग गया।

मुझे लगा कि स्कूल का मेरा पहला दिन बहुत उबाऊ होगा – अकेले बैठे हुए केवल नोट्स की नकल करना और दूसरों को अपने दोस्तों के साथ बात करते और हँसते हुए देखना। मैं अपनी कक्षा में पहुँच गया। जब मैं नया था तब सभी मुझे देख रहे थे। सुकर है! शिक्षक तेजी से आया, क्योंकि सभी चिल्ला रहे थे। हमें अपना परिचय देना था। जब मैंने अपना परिचय दिया और अपनी जगह पर बैठा तो मुझे अचानक अपनी पीठ से एक छोटी सी आवाज़ सुनाई दी। किसी ने कहा, “मुझे माफ कर दो” और मैं घूम गया।

मेरे आश्चर्य करने के लिए यह एक सुंदर लड़की थी। “हाँ” मैंने कहा, और फिर उसने मुझसे पूछा कि क्या मैं उसका दोस्त बन सकता हूँ? मैं बहुत खुश था कि मैं खुद को हाँ कहने से रोक नहीं पाया। स्कूल के पहले दिन एक दोस्त !! घर पहुँचने के बाद मैं प्रार्थना कक्ष में भाग गया और भगवान का धन्यवाद किया क्योंकि स्कूल जाने से पहले मैंने भगवान से उस दिन मेरे लिए एक दोस्त खोजने के लिए कहा था। उसका नाम बेथ है। वह सात साल की है और उसका जन्मदिन 13 मई को है, जो मेरा है। हम अभी अच्छे दोस्त हैं और तभी से हम एक साथ कई गतिविधियाँ करते हैं। हम हमेशा हमेशा के लिए सबसे अच्छे दोस्त होंगे।

my first day at school

पाठशाला का पहला दिन पर निबंध (essay on my first day at school in hindi)

उस दिन परिवार बेहद उत्साहित था। मेरे माता-पिता मुझे पिछले दिन मंदिर ले गए थे और मेरा बैग बहुत देखभाल के साथ पैक किया गया था। मुझे अपने जीवन में पहली बार पाठशाला जाना था। मैं तीन साल का था और मुझे आज भी याद है कि मैं पहली बार पाठशाला गया था। मेरे पिता मुझे अपनी कक्षा में छोड़ने आए और मुझे अपने शिक्षक और कक्षा से परिचित होने में मदद की। मुझे घर से इतने घंटे दूर रहने के ख्याल से नफरत थी। कार से उतरते ही मैंने आँसू बहा दिए और मेरे पिता का हाथ थाम लिया।

मेरे पिता मेरे डर को महसूस कर सकते थे और खेल के मैदान पर मेरा ध्यान आकर्षित करके मुझे खुश करने की कोशिश करते थे, जहां झूले मुझे आने और खेलने के लिए आमंत्रित कर रहे थे। मैं थोड़ा बेहतर हूं क्योंकि मैंने कई अन्य लड़कों और लड़कियों को कक्षा में प्रवेश करते हुए देखा, जहां मुझे जाना था।

श्रीमती स्मिथ वह एक दयालु महिला थीं, जिन्होंने हम सभी को सहज महसूस कराया। जल्द ही मुझे एहसास हुआ कि स्कूल मजेदार था क्योंकि श्रीमती स्मिथ ने हमें कुछ गाने सिखाए और हमें कुछ कहानियाँ सुनाईं। उसने हमारे पाठशाला में हमारी माँ की जगह ली।

मेरा साथी मेरे साथ अपना दोपहर का भोजन साझा करने लगा। हम सबसे अच्छे दोस्त बन गए और जल्द ही मुझे अपने पाठशाला से प्यार हो गया। हालाँकि आज भी, जब मैं पाठशाला 1 में अपने पहले दिन के बारे में सोचता हूँ, तो मुझे उस डर को याद करना चाहिए जो मेरे पास था और कैसे मेरे शिक्षक और मेरे दोस्तों ने इस भावना को दूर करने में मेरी मदद की।

पाठशाला में पहले दिन की मेरी यादें आज तक मुझे परेशान करती हैं। फिर कभी मैंने अजीब भावनाओं के मिश्रण का अनुभव नहीं किया है। नए दोस्त बनाने के उत्साह के साथ-साथ स्कूल में होने की चिंता-इन सभी ने स्कूल में मेरा पहला दिन सबसे यादगार बना दिया और मैं उस मासूमियत और मस्ती के लिए लंबी हो गई जो मेरे और मेरे दोस्तों के बीच आम थी।

विद्यालय का पहला दिन पर निबंध (essay on my first day at school in hindi)

यह एक चमकदार धूप का दिन था, मेरी माँ ने मुझे स्कूल के मुख्य द्वार पर गिरा दिया। मैंने एक गहरी साँस ली और मुख्य द्वार की ओर चलने लगा। मैं एक भावनात्मक उथल-पुथल में था। मैं उत्तेजित था, डर गया और थोड़ा सा घबरा गया।

मैं धीरे-धीरे आगे बढ़ता गया क्योंकि मैंने बाकी सभी बच्चों को देखना शुरू किया। अधिकांश समूह में थे और सभी हंसते और मुस्कुराते हुए बात कर रहे थे। मैं बहुत छोटा महसूस करता था, जैसे कि मैं एक एलियन था, जो अभी-अभी धरती पर आया था। मैं वापस जाना चाहता था लेकिन यह संभव नहीं था। जब मैं स्कूल के मुख्य भवन में पहुँचा तो मैं स्वागत क्षेत्र तक गया जहाँ मैंने अपने कक्षा कक्ष के बारे में पूछताछ की।

इसके बजाय, मुझे लगा जैसे मुझे सिर्फ हत्या के लिए गिरफ्तार किया गया था। मुझे एक साथ लगभग 5 प्रश्नों के साथ बमबारी की गई थी। मैंने उन सभी को जवाब दिया।

मैं एक जोकर की तरह प्रत्येक वर्ग में गया, क्योंकि हर कोई मुझे देखता था क्योंकि मैंने उनकी तरह कपड़े नहीं पहने थे। मुझे लगा कि कोई आकर मुझे ‘हैलो’ कहेगा। आज तक, मैं अभी भी इंतजार कर रहा हूं। मुझे या मेरी तरह जानने के लिए किसी ने भी यहां समय नहीं लिया। मुझे पता है कि वे सभी मुझे जज करते हैं, क्योंकि मैंने भी उन्हें जज किया है।

अंत में, मैंने अपनी कक्षा को पाया और पाया कि दो शिक्षकों ने वास्तव में मुझे प्रभावित किया, जिसने मुझे आश्चर्यचकित किया; मुझे नहीं लगा कि पूरे स्कूल में कोई मुझे प्रभावित करेगा। शिक्षक ने मुझे कक्षा में एक नए छात्र के रूप में पेश किया और मुझे अपनी सीट दिखाई। मैं एक विज्ञान मॉडल की तरह महसूस कर रहा था और वे मुझ पर प्रयोग करने जा रहे थे।

विराम में, मैं अपनी कक्षा से बाहर आया, कैंटीन में अकेला बैठा था और अपनी माँ और पिताजी को याद कर रहा था। फिर से, मैं अपनी कक्षा में वापस चला गया। मैं बहुत अकेला महसूस कर रहा था। अंतिम अवधि एक नृत्य अवधि थी। हर कोई अपने साथियों के साथ नाच रहा था लेकिन मैं अकेला बैठा था। दिन के अंत में, मुझे अभी भी नए स्कूल से नफरत थी, अपने सभी पुराने दोस्तों को याद कर रहा था।

हालाँकि, जैसे-जैसे समय बीतता गया, मैंने नए दोस्त बनाए। आज, मैं एक शानदार छात्र और फुटबॉल टीम का कप्तान हूं। मैंने अब स्कूल जाना सीख लिया है।

[ratemypost]

इस लेख से सम्बंधित यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

Related Post

Paper leak: लाचार व्यवस्था, हताश युवा… पर्चा लीक का ‘अमृत काल’, केंद्र ने पीएचडी और पोस्ट-डॉक्टोरल फ़ेलोशिप के लिए वन-स्टॉप पोर्टल किया लॉन्च, एडसिल विद्यांजलि छात्रवृत्ति कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ, 70 छात्रों को मिलेगी 5 करोड़ की छात्रवृत्ति, 9 thoughts on “स्कूल का पहला दिन पर निबंध”.

Kya sachmuch aapke school ka pahla din aaisa Gaya tha

Bahut hi Ganda hai modern jamane ke hisaab se lekin whasy achacha hai

Bhaut Bai Kar ha 😠😠😠😡😡

Page love Jo ISA banay ha🤮👹👹👹👹👹👺👺💀☠️💩💩💩💩💩

it is fine telling lie bikar hai

it was amazing and agar tum log ko lagta hai ki bekar hai to khud isse accha likh ke dikhao

bohot acha hai agar tomare lie bekar hai to khud post kar lo ek essay unho ne itni mehnat ki he

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Landslide in Kerala: वायनाड भूस्खलन- प्राकृतिक हादसा या मानव जनित?

Paris olympic 2024: “जलवायु आपातकाल” के बीच ऐतिहासिक आयोजन, 25 जुलाई को मनाया जायेगा संविधान हत्या दिवस – अमित शाह, आईएएस पूजा खेड़कर – जानिए पूरी कहानी.

हिंदी कोना

मेरा स्कूल पर 10 लाइन निबंध। 10 lines on my school in hindi

10 lines on my school in hindi

स्कूल जिसे हम सभी पाठशाला, शिक्षा का मंदिर या विद्यालय के नाम से जानते है। स्कूल की आवश्यकता मानक जीवन को सवारने के लिए बहुत आवश्यक है। mera school in hindi अक्सर विद्यालयों में निबंध के रूप में पुछा जाता है। इसलिए आज हम “ मेरा स्कूल पर 10 लाइन निबंध ” लेकर आपके समक्ष आये है इस आर्टिकल में आप ’ 10 lines on my school in hindi ’ में पढ़ेंगे।

my school essay in hindi class 1

  • मेरे स्कूल का नाम नवजीवन स्कूल है।
  • मेरा विद्यालय दिल्ली में स्थित है।
  • मेरे विद्यालय में प्रथम वर्ष से बारहवीं कक्षा तक पढ़ाई होती है।
  • हमारे स्कूल में छात्र और छात्राएं दोनों साथ में पढ़ते है।
  • मेरे स्कूल के छात्रों की पोषक का रंग आसमानी है।
  • मेरे स्कूल का समय सुबह 8 बजे से लेकर 2 बजे तक का है।
  • हमारे स्कूल में सुन्दर गार्डन है जिसमे सुन्दर पेड़ पौधे लगे हुए है।
  • इस स्कूल में कुल 40 कमरें है।
  • हमारे स्कूल के अध्यापक और अध्यापिकाओं की संख्या 35 है।
  • मुझे मेरा स्कूल बहुत अच्छा लगता है।

Also Read :-

10 Lines on Independence Day in Hindi

10 Lines on Jawaharlal Nehru in Hindi

10 Lines About Hindi Diwas in Hindi

10 Lines About Gandhi Jayanti in Hindi

10 Lines About Lal Bahadur Shastri Jayanti in Hindi

10 Lines About Teachers Day in Hindi

10 Lines on Computer in Hindi

स्कूल शिक्षा का मंदिर है। हम सभी को स्कूल जाना चाहिए इससे हम अपने समाज और राष्ट्र दोनों के निर्माण की आधार शिला कैसे बने ये जान पाएंगे। हमें आशा है आप सभी को mera vidyalaya पर छोटा सा लेख पसंद आया होगा। आप इस लेख को importance of school in hindi के रूप में भी प्रयोग कर सकते है।

मेरा विद्यालय पर अनुच्छेद | Article on My School in Hindi

mera school essay in hindi for class 1

मेरा विद्यालय पर अनुच्छेद | Article on My School in Hindi!

ADVERTISEMENTS:

मैं एक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पढ़ता हूँ । मेरे विद्यालय का नाम सरस्वती विद्या मंदिर है । इसकी गिनती शहर के प्रसिद्ध विद्यालयों में होती है । पढ़ाई, खेलकूद तथा अन्य गतिविधियां हमारे स्कूल का प्रमुख हिस्सा हैं ।

मेरे विद्यालय में लगभग 750 विद्यार्थी हैं । 30 से ज्यादा अध्यापक अध्यापिकाएं हैं । इनके अतिरिक्त 4 लिपिक और 2 चपरासी भी यंहा कार्यरत हैं । अध्यापक गण अनुभवी, विद्वान एवं परिश्रमी हैं । हमारे प्रधानाचार्य बहुत ही गुणी एवं अनुशासनप्रिय व्यक्ति हैं ।

विद्यार्थियों के साथ उनका व्यवहार बहुत ही मधुर है । समय-समय वे विद्यार्थियों को मार्गदर्शन भी देते रहते हैं । मेरे विद्यालय की इमारत पक्की है । इसमें 25 हवादार कमरे है । विद्यालय के एक कमरे में प्रधानाचार्य का कार्यालय भी है जो कि साफ-सुथरा और भलीभांति सजा हुआ है । कक्षाओं में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, सुभाषचंद्र बोस, भगत सिंह आदि स्वतंत्रता सेनानियों के फोटो लगे हुए हैं ।

विद्यालय में एक पुस्तकालय भी है । जहां से सभी छात्रों को पुस्तकें पढ़ने के लिए उपलब्ध होती है । विद्यालय में प्रयोगिक कक्षाओं के लिए लैब भी बनी है । मेरे विद्यालय का परीक्षा परिणाम लगभग शत-प्रतिशत रहता है और कई छात्र मेरिट में भी स्थान पाते हैं ।

निर्धन छात्रों को प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति भी उपलब्ध कराई जाती है । छात्रों का प्रतिवर्ष सम्मान भी किया जाता है । बोर्ड की कक्षाओं में गणित और विज्ञान संकाय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल देने की भी परंपरा है । मुझे अपने इस विद्यालय पर बहुत गर्व है ।

Related Articles:

  • मेरा विद्यालय पर निबंध |Essay on My School
  • मेरा विद्यालय पर निबंध | Essay for Kids on My School in Hindi
  • मेरा विद्यालय पर निबंध / A New Essay on My School in Hindi
  • विद्यालय में मेरा पहला दिन पर निबन्ध | Essay on My First Day at School in Hindi

IMAGES

  1. मेरा विद्यालय पर 20 लाइन/20 lines Essay on My School in Hindi Writing/मेरा विद्यालय निबंध/My School

    mera school essay in hindi for class 1

  2. मेरा विद्यालय पर हिंदी निबंध || 20 lines Essay on my school in hindi

    mera school essay in hindi for class 1

  3. Mera School Par Essay In Hindi

    mera school essay in hindi for class 1

  4. How To Write Essay On My School In Hindi

    mera school essay in hindi for class 1

  5. 20 lines essay on my school in hindi/मेरा विद्यालय पर निबंध/essay on my

    mera school essay in hindi for class 1

  6. Mera School Ka Pehla Din Essay In Hindi

    mera school essay in hindi for class 1

COMMENTS

  1. मेरा विद्यालय पर निबंध

    Essay In Hindi कक्षा 1 से 4 के लिए निबंध कक्षा 5 से 9 के लिए निबंध कक्षा 10 से 12 के लिए निबंध प्रतियोगी परीक्षा के लिए निबंध ऋतुओं पर निबंध त्योहारों ...

  2. मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

    मेरा विद्यालय पर छोटे - बड़े निबंध (Short and Long Essay on My School in Hindi, Mera Vidyalaya par Nibandh Hindi mein) मेरा विद्यालय पर निबंध - 1 (250 - 300 शब्द)

  3. कक्षा 1 के लिए विभिन्न विषयों पर हिंदी में निबंध. Essays for Class 1 in

    कक्षा 1 के लिए आम पर निबंध. Essay on mango for class 1 in Hindi. आम भारत का राष्ट्रीय फल है जो एक और सभी को पसंद है।. यह एक बहुत ही रसदार, गूदा और सुस्वाद फल है ...

  4. Mera Vidyalaya Essay in Hindi

    (1) Mera Vidyalaya Essay in Hindi for Class 2,3. मेरा विद्यालय दिल्ली शहर में स्थित है यह मेरे घर से पांच मिनट की दूरी पर ही पड़ता है यह एक आदर्श विद्यालय हैं.

  5. Mera School Essay in Hindi: कुछ ऐसे लिखें परीक्षा में मेरे स्कूल पर

    मेरा स्कूल पर निबंध 200 शब्दों में. Mera School Essay in Hindi 200 शब्दों में नीचे दिया गया है: मेरा स्कूल एक जादुई जगह है जहाँ पढ़ना एक रोमांच जैसा लगता है ...

  6. मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi (Class 1 to10)

    मेरे विद्यालय पर 10 लाइन Best 10 Lines on My School in Hindi. मेरे विद्यालय में सरस्वती माता का एक छोटा सा मंदिर है।. हमारे विद्यालय में साफ सफाई के लिए हर ...

  7. My school essay in hindi: मेरा विद्यालय/पाठशाला पर निबंध, हिंदी में

    मेरा विद्यालय मेरे घर से लगभग 1 किमी दूर स्थित है। यह बहुत साफ और शांतिपूर्ण दिखता है। मेरा स्कूल एक मंदिर की तरह है जहाँ हम रोज़ जाते ...

  8. मेरा विद्यालय पर निबंध Essay on My School in Hindi

    इस पोस्ट में हमने मेरा विद्यालय पर निबंध (Essay on My School in Hindi) हिन्दी में लिखा है। यह मेरी पाठशाला पर निबंध Class 3, 4, 5, 7 मे अधिकतर ... essay on school very easy 4th class. Reply ...

  9. Essay on My School in Hindi

    मेरा विद्यालय पर निबंध 150 शब्दों में (Essay on My School in Hindi) स्कूल विद्या का मंदिर होता है, जहां पर हमें विद्या (शिक्षा) मिलती है। विद्यालय में हम ...

  10. Essay on My school in Hindi

    500+ Words Essay on My School. शिक्षा हमारे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है। हम ज्ञान के बिना कुछ भी नहीं हैं, और शिक्षा वह है जो हमें दूसरों से अलग करती है ...

  11. My School Essay in Hindi

    मेरा स्कूल पर निबंध - My School Essay in Hindi - Mere School par Nibandh - Mera School Essay in Hindi - Essay on My School in Hindi. ADVERTISEMENT. रुपरेखा : प्रस्तावना - मेरा स्कूल - मेरे स्कूल के बारे में - मेरे ...

  12. मेरा विद्यालय पर निबंध My School Essay in Hindi

    The Building Of The School Is Very Grand. It Is In The Center Of the City. There Are Thirty Rooms In My School. All The Rooms Are Very Big And Airy. Our School Has a Big Hall. There Is A Good Library In Our School. There Are Two thousand Books In It. There Is A Reading Room. We Read Newspapers And Magazines In It. Our School Has a Big Playground.

  13. मेरा स्कूल पर निबंध

    मेरा स्कूल पर निबंध (My school essay in Hindi): जीवन में हमारा दूसरा घर स्कूल होता है. स्कूल में ही हम सब जीवन के मुख्य उद्देश्य को समझते है.

  14. मेरा विद्यालय निबंध

    मेरा विद्यालय हिन्दी निबंध | स्कूल पर हिन्दी निबंध | Mera School, Mera Vidyalay Hindi Essay किसी भी विद्यार्थी के लिए उसका विद्यालय एक शिक्षा का मंदिर होता है और एक विद्यार्थी ...

  15. मेरा विद्यालय पर निबंध

    Essay In Hindi कक्षा 1 से 4 के लिए निबंध कक्षा 5 से 9 के लिए निबंध कक्षा 10 से 12 के लिए निबंध प्रतियोगी परीक्षा के लिए निबंध ऋतुओं पर निबंध त्योहारों ...

  16. Essay on My School in Hindi, मेरा विद्यालय पर निबंध

    मेरा विद्यालय पर निबंध - Essay of my school in Hindi is Important for all classes 5th to 12th. Essay on My School in Hindi - इस लेख में हमने विद्यालय के बारे में बताया है। विद्यालय और शिक्षा ...

  17. मेरा स्कूल पर अनुच्छेद

    मेरा स्कूल पर अनुच्छेद | Paragraph on My School in Hindi प्रस्तावना: मैं डी.ए.वी. सीनियर सेकेण्डरी स्कूल में पढ़ता हूँ । यह सरकारी स्कूल स्कूल नहीं है । इसे सरकार से वित्तीय ...

  18. मेरा विद्यालय पर निबंध

    मेरे विद्यालय पर निबंध mere vidyaalay par nibandh Essay On My School In Hindi मेरे विद्यालय पर निबंध 200 ... तो आप सही जगह पर हैं। क्योंकि यहां आपको Mera Vidaalay Par Nibandh ...

  19. मेरा विद्यालय पर निबंध / A New Essay on My School in Hindi

    मेरा विद्यालय पर निबंध / A New Essay on My School in Hindi! मेरे विद्यालय का नाम राजकीय सहशिख्या माध्यमिक विद्यालय, किर्ति नगर है । यह एक आदर्श विद्‌यालय ...

  20. स्कूल का पहला दिन पर निबंध, पाठशाला/विद्यालय में पहला दिन: my first day

    स्कूल का पहला दिन पर निबंध (my first day at school essay in hindi) यह स्कूल में मेरा पहला दिन था। मेरे पास एक नया बैग, पानी की बोतल, नई किताबें, जूते और मोजे और साथ ही डोरा आकार का ...

  21. मेरा स्कूल पर 10 लाइन निबंध। 10 lines on my school in hindi

    स्कूल जिसे हम सभी पाठशाला, शिक्षा का मंदिर या विद्यालय के नाम से जानते है। स्कूल की आवश्यकता मानक जीवन को सवारने के लिए बहुत आवश्यक है। mera school in hindi अक्सर ...

  22. मेरा विद्यालय पर अनुच्छेद

    मेरा विद्यालय पर अनुच्छेद | Article on My School in Hindi! मैं एक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पढ़ता हूँ । मेरे विद्यालय का नाम सरस्वती विद्या मंदिर है ...