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गणतंत्र दिवस पर निबंध- Essay on Republic Day 100, 200, 250, 300 400 words in Hindi

Essay on Republic Day in Hindi भारत में गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। यह एक राष्ट्रीय अवकाश है जो साल हर भारत में उल्लास के साथ मनाया जाता है। साल 2020 में भारत का 71 वां गणतंत्र दिवस मनाया जाता है, इस मौके पर बहुत से स्कूल में गणतंत्र दिवस दिवस पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। जिसकी वजह से बहुत से छात्र गूगल पर “gantantra diwas par nibandh in hindi” और republic day essay in hindi सर्च करते हैं। अगर आप भी गणतंत्र दिवस पर निबंध खोज रहें हैं तो आप बिलकुल सही जगह पर है। इस लेख में आपको आपको 100, 200, 250, 300 essay on republic day in hindi उपलब्ध करा रहें हैं।

गणतंत्र दिवस पर निबंध (100 शब्द) 100 Words Essay on Republic Day in Hindi

Gantantra diwas par nibandh in hindi: रिपब्लिक डे या गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय त्यौहार है जिसे भारत में हर साल मनाया जाता है। आपको बता दें कि इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। भारत के संविधान ने भारत सरकार अधिनियम 1935 को हटा दिया था और इसकी जगह 26 जनवरी 1950 को भारत के एक विशेष दस्तावेज के रूप में लिया। इस दिन को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है। भारत में लोग इस खास दिन को अपने अपने तरीके से मानते हैं। इस दिन भारत के राष्ट्रपति की उपस्थिति में भारत की राष्ट्रीय राजधानी, नई दिल्ली में राजपथ (इंडिया गेट के सामने) परेड होती है।

गणतंत्र दिवस पर निबंध (150 शब्द) 150 Words republic day essay in hindi

ntantra diwas par nibandh in hindi भारत में 1950 के बाद से हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था।  गणतंत्र दिवस का भारत के इतिहास में बहुत महत्व है क्योंकि यह भारतीय स्वतंत्रता के प्रत्येक और हर संघर्ष के बारे में याद दिलाता है। भारत की आजादी के लिए लड़ रहे लोगों ने 1930 में  भारत की पूर्ण स्वतंत्रता (पूर्णा स्वराज्य) को हासिल करने के लिए लाहौर में रावी नदी के तट पर एक संकल्प लिया, जो वर्ष 1947 में 15 अगस्त को पूरा हुआ।

26 जनवरी 1950 में भारत को एक संप्रभु, धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी और लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में घोषित किया गया था, जिसका अर्थ है कि भारत के लोगों में देश के लिए सरकार चुनने की शक्ति है। यह राष्ट्रीय त्यौहार हर साल भारत के राष्ट्रपति की उपस्थिति में राजपथ, नई दिल्ली में विशेष परेड के साथ एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन करके, राष्ट्रीय ध्वज फहराकर और राष्ट्रगान गाकर मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस पर निबंध (200 शब्द) 200 Words Gantantra diwas par nibandh in hindi

पूरे भारत में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत को 15 अगस्त, 1947 को आजादी मिली थी जिसक लगभग ढाई साल बाद भारत एक

डेमोक्रेटिक रिपब्लिक बन गया था। यह दिन भारत के हर एक देशीवासी के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था और स्वतंत्रता संग्राम के लंबे समय भारत को एक गणतंत्र देश के रूप में घोषित किया गया था।

भारत के संविधान का इतिहास

बता दें कि 28 अगस्त 1947 को हुई एक बैठक में यह निर्णय लिया गया कि भारत के लिए एक स्थायी संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए एक मसौदा समिति की नियुक्ति की जाएगी। जिसके बाद  डॉ बी।आर। अम्बेडकर को ड्राफ्टिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया, जिन्होंने मसौदा तैयार करने की जिम्मेदारी ली और और 4 नवंबर 1947 के दिन भारत के संविधान को विधानसभा में प्रस्तुत किया। जिसे बाद में  26 नवंबर, 1949 को अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया।

भारत में गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय अवकाश है। इस दिन को सभी लोग अपने अपने तरीके से मनाते हैं। इस दिन बहुत से लोग गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए टेलीविजन से चिपके रहते हैं और छोटे  बच्चे स्कूलों में गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। गणतंत्र दिवस के मौके पर सबसे बड़ा उत्सव राजपथ, नई दिल्ली में होता है। इस उत्सव में  भारत के राष्ट्रपति राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा परेड का आयोजन भी किया जाता है। लोग भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को भी श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने राष्ट्र को स्वतंत्र कराने  के लिए अपना बलिदान दिया था।

गणतंत्र दिवस पर निबंध (250 शब्द) 250 Words republic day essay in hindi

भारत में हर साल 26 जनवरी के दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। यह दिन भारत के राष्ट्रीय त्योहार में से एक है जिसे राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है। गणतंत्र दिवस के अलावा गांधी जयंती और स्वतंत्रता दिवस भी भारत के अन्य दो राष्ट्रीय अवकाश हैं। 26 जनवरी1950 के दिन हमारा देश भारतीय संसद में भारत के संविधान के सुदृढीकरण के बाद एक पूर्ण लोकतांत्रिक गणराज्य बना था।

गणतंत्र दिवस कैसे मनाया जाता है

भारत में गणतंत्र दिवस के मौके पर भारतीय सेना द्वारा परेड का आयोजन किया जाता है जो कि आम तौर पर विजय चौक से शुरू होती है और इंडिया गेट पर समाप्त होती है। इस दिन भारतीय सशस्त्र बल (सेना, नौसेना और वायु सेना) राजपथ पर परेड करते हुए भारत के राष्ट्रपति को सलामी देते हैं। परेड में भारतीय सशस्त्र बलों की क्षमताओं को दिखाया गया है जो देश के हथियारों और युद्ध का प्रदर्शन करते हुए नजर आते हैं। इस शानदार प्रदर्शन के बाद प्रत्येक राज्य की संस्कृति और परंपराओं को प्रदर्शित करने वाली झांकी निकली जाती है। गणतंत्र दिवस के मौके पर स्कूल और कॉलेजों में भी परेड, ध्वजारोहण, भाषण प्रतियोगिताओं, नाटकों और कई अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।

गणतंत्र दिवस भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है जो हमें उन महान नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों की याद दिलाता है जिन्होंने देश के लिए जान देने से पहले

अपने और अपने परिवार के बारे में नहीं सोचा। जो लोकतंत्र हमें मिला है, उसे सभी को महत्व देना चाहिए। भारत के हर एक नागरिक को राष्ट्र के विकास के लिए अपना योगदान देना चाहिए और शांति, प्रेम और सद्भाव का प्रसार करना चाहिए।

गणतंत्र दिवस पर निबंध (300 शब्द) 300 Words republic day speech in hindi

26 जनवरी के दिन को पूरे भारत में गणतंत्र दिवस के रूप में जाना जाता है। इस दिन को भारत के लोग हर साल बहुत खुशी और उत्साह के साथ मानते है। रिपब्लिक डे को भारत के संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य होने के महत्व का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है। 26 जनवरी 1950 को भारत के संविधान के लागू होने के बाद इसे घोषित किया गया था। यह दिन को ब्रिटिश शासन से भारत की ऐतिहासिक स्वतंत्रता की ख़ुशी के रूप में भी मनाया जाता है।

  गणतंत्र दिवस स्कूलों में समारोह

गणतंत्र दिवस के खास अवसर पर स्कूलों में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। स्कुल के छात्र इन कार्यक्रमों में बड़े जोश और उत्साह के साथ भाग लेते हैं।  इसके अलावा अन्य सभी शिक्षण संस्थानों में विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे निबंध लेखन, भाषण, ड्राइंग और पेंटिंग आदि आयोजित की जाती हैं। छात्र इस दिन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को दिखाने वाले नाटक का हिस्सा भी बनते हैं।

राजपथ नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह

भारत सरकार हर साल राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में एक प्रमुख कार्यक्रम आयोजित करती है जहाँ पर राष्ट्रपति द्वारा ध्वजारोहण कार्यक्रम, भारतीय सशस्त्र बल परेड और विभिन्न अन्य गतिविधियाँ इंडिया गेट के सामने आयोजित की जाती हैं। इस शानदार उत्सव को देखने के लिए लोग सुबह से ही राजपथ पर इकट्ठा होना शुरू कर देते हैं।

इस दिन भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा विजय चौक से तीनों विंगों की एक परेड से शुरू होती है जो देश की उन्नत युद्ध क्षमताओं को भी प्रदर्शित करती है। इस परेड में सभी रेजिमेंट के सैन्य बैंड, एनसीसी कैडेट और पूर्व सेना के लोग भी परेड में हिस्सा लेते हैं। परेड के बाद सभी राज्यों से भारत की समृद्ध परंपरा को दर्शाने वाली तबले का प्रदर्शन भी किया जाता है। राजपथ पर प्रतिभागियों और सेना के कर्मियों द्वारा लोक नृत्य और विभिन्न स्टंट भी किये जाते हैं जिन्हें देखना एक शानदार अनुभव होता है।

गणतंत्र दिवस केवल एक राष्ट्रीय त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारत के लोकतंत्र और स्वतंत्रता का उत्सव है। इस दिन  हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं और उनके असीम बलिदान के लिए उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं तथा उनका धन्यवाद करते हैं। आज हम जो स्वतंत्रतापूर्वक एक लोकतांत्रिक राष्ट्र में रह रहे हैं यह सब उन्ही शहीदों की बदोलत है।

गणतंत्र दिवस पर निबंध (400 शब्द) 400 Words Essay on Republic Day in Hindi

हमारा देश भारत लंबे समय तक ब्रिटिश शासन का अधीन था, जिस दौरान देश के लोगों का शोषण किया जाता था और ब्रिटिश शासन द्वारा बनाये गए कानूनों का पालन भी पड़ता था। लेकिन हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा लंबे समय तक संघर्ष करने के बाद 15 अगस्त 1947 को हमारा देश भारत आजाद हो गया। आजाद होने के ढाई साल बाद भारत सरकार ने अपना संविधान लागू किया और 26 जनवरी 1950 को भारत को लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया। इसके बाद से ही 26 जनवरी के दिन को भारत में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस का महत्व गणतंत्र दिवस उस दिन की याद दिलाता है जब हमारा संविधान लागू हुआ था। कोई भी भारतवासी इस दिन के महत्व को कभी भूल नहीं सकता क्योंकि यह वो दिन है जब हमारा भारत देश एक गणतंत्र बन गया था। हर साल गणतंत्र दिवस को भारत में और विदेशों में रहने वाले भारतियों द्वारा बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। इस दिन देश में कई सारे कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं जिनमें लोग बहुत खुशी और उत्साह के साथ भाग लेते हैं।

26 जनवरी पर समारोह राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी का काम एक महीने पहले से ही शुरू हो जाता है। भारत की राजधानी दिल्ली और राज्यों की राजधानियों में इस उत्सव को मनाने के लिए पूरी व्यवस्था की जाती है। राजपथ, नई दिल्ली में उत्सव भारत के राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने और राष्ट्रगान गाने के साथ शुरू होता है। इसके बाद यहां पर भारतीय सशस्त्र बल परेड, राज्यवार झाँकी, मार्च-पास्ट, पुरस्कार वितरण आदि जैसी गतिविधियाँ होती हैं।

गणतंत्र दिवस के मौके पर देश की हवा देशभक्ति की खुशबू से भर जाती है और हर जगह देशभक्ति के गीत और राष्ट्रीय ध्वज के उड़ने की आवाज़ सुनी जा सकती है। इस खास मौके पर देशभर के स्कूल और कॉलेजों के छात्र जश्न मनाने के लिए पहले से ही तैयारी कर लेते हैं। जो लोग इस जश्न में शामिल नहीं हो पते वे लोग अपने टेलीविजन पर राजपथ, नई दिल्ली में उत्सव और परेड देखने के लिए सुबह जल्दी तैयार हो जाता है। इस खास मौके पर कई जगहों पर ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है और लोग अपने निजी मुद्दों को भूल जाते हैं। अब लोग राष्ट्रीयता और एकजुटता के साथ इस राष्ट्रीय त्योहार को मनाते हैं।

गणतंत्र दिवस एक ऐसा त्यौहार है जिसे हर भारतीय को धूम धाम से मनाना चाहिए और अपने देश के प्रति अपनी देशभक्ति दिखानी चाहिए। यह दिन हम सबको अपने मौलिक कर्तव्यों का पालन करना और अपने देश के संविधान का सम्मान करना सिखाता है।

Diwali Essay in Hindi यहां देखें

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गणतंत्र दिवस | 26 जनवरी पर निबंध हिंदी में- Republic Day Essay in Hindi

दोस्तों इस आर्टिकल में हम आपके लिए Republic Day Essay in Hindi ( Gantantra Diwas | 26 january par nibandh ) शेयर कर रहे है, हमने 100 words, 200 words, 250 words, 300 words, 500 words 800 words ke essay लिखे है जो की class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12 ke students | Vidyarthi ke liye upyogi hai.

In this article, we are providing information about Republic Day in Hindi | 5 well written essay on Republic Day in Hindi. गणतंत्र दिवस पर पूरी जानकारी जैसे की इतिहास, महत्व-विशेषता, राष्ट्रीय पर्व का दिन, राजधानी में समारोह  सरकार के प्रयत्न, राजनीतिक सफलता का निवास  अदि के बारे बताया गया है। 

Republic day Essay in Hindi | राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस पर निबंध

Republic Day Essay in Hindi 10 Lines

1. गणतंत्र दिवस भारत का महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है।

2. 26 जनवरी 1950 को भारतवर्ष में लोकतंत्र की स्थापना हुई थी।

3. इसी दिन भारत में गवर्नर जनरल के पद की समाप्ति हुई थी और शासन का प्रतीक राष्ट्रपति बना था।

4. स्वाधीन होने पर देश के कर्णधारों ने नवीन संविधान का निर्माण किया और 26 जनवरी सन् 1950 को सर्वप्रथम उसे देश पर लागू किया।

5. 26 जनवरी, 1950 को प्रात:काल अंतिम गवर्नर जनरल सी राज गोपालचार्या ने नव-निर्वाचित राष्ट्रपति प्रसाद को कार्य भार सोपा था।

6. इस दिन भारत की राजधानी दिल्ली में इस उत्सव का विशेष आयोजन होता है।

7. भारत के राष्ट्रपति लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और देशवासियों को संदेश देते हैं।

8. राष्ट्रपति भवन, संसद, सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय झंडा फहराया जाता है।

9. गणतंत्र दिवस के अवसर पर तरह-तरह के आयोजन किये जाते हैं।

10. गणतंत्र दिवस समूचे देश में यह पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

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Short Republic Day Essay in Hindi ( 150 words )

पहले हमारे देश पर अंग्रेज शासन करते थे। वे अपने कानून से देश चलाते थे । हमारा देश आजाद हुआ । हमने अपने देश को चलाने के लिए स्वयं कानून बनाया। देश को चलाने वाले कानून को ‘संविधान’ कहते हैं। 26 जनवरी 1950 से संविधान के अनुसार देश का काम-काज होने लगा। संविधान में कहा गया है कि हमारा देश ‘गणतंत्र’ है। तब से 26 जनवरी को ‘गणतंत्र दिवस’ मनाते हैं।

विद्यालयों, कॉलेजों, दफ्तरों में झण्डा फहराया जाता है। विद्यालयों में खेल कूद की स्पर्धा होती है| बच्चों में मिठाईयाँ बाँटी जाती हैं।

इस दिन दिल्ली में घूम मची रहती है। देश के राष्ट्रपति लाल किले पर झण्डा फहराते हैं । हर राज्य की झांकी निकलती है । सेना के तीनों कमान की परेड होती है। पाठशाला के बच्चे भी परेड में भाग लेते हैं । शाम में राष्ट्रपतिभवन तथा राजपथ को सुन्दर तरीके से सजाया जाता है। इस तरह 26 जनवरी को लोग बड़े उत्साह से मनाते हैं ।

गणतंत्र दिवस |26 जनवरी पर निबंध | 26 January Essay in Hindi ( 300 words )

गणतंत्र दिवस भारत का महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है। गणतंत्र दिवस का उत्सव प्रति वर्ष छब्बीस जनवरी को भारत के नगर-नगर और ग्राम-ग्राम में बड़े ही हर्ष, उत्साह और उमंग के वातावरण में मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस छब्बीस जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है? इसके पीछे भी एक विशेष भावना काम कर रही है। स्वतन्त्रता संग्राम के दिनों में लाहौर कांग्रेस के अध्यक्ष पद से 26 जनवरी के दिन ही पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि “यदि ब्रिटिश सरकार हमें औपनिवेशिक स्वराज्य देना चाहें तो उसे 31 जनवरी 1931 से लागू करने की घोषणा करे, अन्यथा 1 जनवरी से हमारी माँग पूर्ण स्वाधीनता होगी। तभी से 26 जनवरी को स्वतन्त्रता दिवस मानकर उस दिन पूर्ण स्वाधीनता की माँग दोहराई जाती थी। यह क्रम भारत के स्वाधीन होने तक चला। उसी ऐतिहासिक भावना को सुरक्षित रखने के लिए छब्बीस जनवरी का दिन ही गणतंत्र दिवस घोषित किया गया।

स्वाधीन होने पर देश के कर्णधारों ने नवीन संविधान का निर्माण किया और 26 जनवरी सन् 1950 को सर्वप्रथम उसे देश पर लागू किया। उसी संविधान के अनुसार देश को गणराज्य घोषित किया गया।

भारत की राजधानी दिल्ली में इस उत्सव का विशेष आयोजन होता है।

इस दिन प्रातः नौ बजे के लगभग राष्ट्रपति महोदय विजय चौक पर विशेष रूप से सजे हुए मंच पर उपस्थित होते हैं। इसी समय इक्कतीस तोपें दाग कर राष्ट्रपति का अभिवादन किया जाता है। राष्ट्रपति सैनिकों और अन्य नागरिकों को अलंकरण प्रदान करते हैं और तदनन्तः सैनिक संचलन प्रारम्भ होता है। तक राष्ट्रपति भवन से जल, स्थल और वायु सेना के सौनिक पथ संचलन करते हुए और राष्ट्रपति का अभिवादन करते हुए आगे बढ़ते हैं। यह परेड लाल किले तक जाती है। इस संचलन में सैनिकों के अतिरिक्त एन.सी. सी. के छात्र, दिल्ली के चुने हुए विद्यालयों के छात्र-छात्राएँ तथा सैनिक बैंड भी होते हैं। इनके साथ ही युद्ध में काम आने वाले शस्त्रास्त्रों का प्रदर्शन भी होता है। इसके पीछे विभिन्न प्रान्तों की सुन्दर झाँकियाँ भी होती हैं।

रात को सरकारी भवनों पर प्रकाश किया जाता है। और आतिशबाजी छोड़ी जाती है।

वस्तुतः यह हमारे राष्ट्रीय गौरव का दिन है, जो हमको देश भक्ति की नवीन प्रेरणा देता है।

Gantantra Diwas Essay in Hindi ( 500 words )

भूमिका

भारत की पवित्र भूमि पर प्रति वर्ष अनेक पर्व तथा उत्सव मनाए जाते हैं। इन पवों का अपना विशेष महत्व होता है, किंतु धार्मिक तथा सांस्कृतिक पवों के अतिरिक्त कुछ ऐसे पर्व हैं, जिनका संबंध सारे राष्ट्र तथा उस में निवास करने वाले जन-जीवन से होता है, ये राष्ट्रीय पर्वो के नाम से प्रसिद्ध हैं। 26 जनवरी इन्हीं में से एक है।

राजनीतिक सफलता का निवास  

छब्बीस जनवरी राष्ट्रीय पर्वो में महापर्व है, क्योंकि मुक्ति संघर्ष के बाद राष्ट्रीय इतिहास में राष्ट्र को सर्वप्रभुता-संपन्न गणतंत्रात्मक गणराज्य का स्वरूप प्रदान करने का श्रेय इसी पुण्य तिथि की है। भारतीय गणतंत्रात्मक लोकराज्य का स्व-निर्मित संविधान इसी पुण्य तिथि को कार्य रूप में परिणत हुआ था। इसी दिन भारत में गवर्नर जनरल के पद की समाप्ति हुई थी और शासन का प्रतीक राष्ट्रपति बना था।

इतिहास

 सन् 1929 में जब लाहौर में कांग्रेस का अधिवेशन हुआ तो उसमें कांग्रेस के अध्यक्ष श्री जवाहर लाल नेहरू बने थे। उन्होंने प्रस्ताव पारित किया कि 26 जनवरी के दिन प्रत्येक भारतवासी राष्ट्रीय पताका के नीचे खड़ा होकर प्रतिज्ञा करे कि हम भारत के लिए पूर्ण स्वाधीनता की माँग करेंगे और उसके लिए अंतिम दम तक संघर्ष करेंगे। तब से प्रति वर्ष 26 जनवरी का पर्व मदाने की परंपरा चल पड़ी। स्वाधीनता प्राप्ति के पश्चात् भारतीय नेताओं ने 26 जनवरी के दिन नवीन विधान को भारत पर लागू करना उचित समझा। 26 जनवरी, 1950 को प्रात:काल अंतिम गवर्नर जनरल सी राज गोपालचार्या ने नव-निर्वाचित राष्ट्रपति प्रसाद को कार्य भार सोपा था ।

सरकार के प्रयत्न

आज राष्ट्रीय त्योहारों के मनाने का ढंग राष्ट्रीय नहीं बल्कि सरकारी है। यह समारोह इस ढंग से मनाए जाते है की साधारण जनता को न तो इससे प्रेरणा ही मिलती है और न ही समारोहों से उनमें आंतरिक उल्लास और स्फूर्ति की जागृत होती है। सरकार 26 जनवरी को लोकप्रिय उत्सव बनाने के लिए प्रयत्नशील है। दिल्ली में असाधारण समारोह होता है। आशा करनी चाहिए की यह उत्सव नगरों तक सीमित न रह कर ग्रामीण जनता के लिए भी सुरुचिपूर्ण एवं आकर्षण का केंद्र बन जाएगा ।

राजधानी में समारोह  

यद्यपि यह समारोह देश के प्रत्येक ओर-छोर में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है, किंतु भारत की राजधानी दिल्ली में इसकी शोभा देखते ही बनती है। मुख्य समारोह सलामी, पुरस्कार वितरण आदि तो इंडिया गेट पर ही होता है। पर शोभा यात्रा नई दिल्ली की प्राय: सभी सड़कों पर घूमती है। इसके साथ तीनों सेनाएँ घुड़सवार, टैंक, मशीन गनें, टैंक नाशक तोपें, विध्वंसक तथा विमान भेदी आदि यंत्र रहते हैं। विभिन्न प्रांतों के लोग नृत्य तथा शिल्प आदि का प्रदर्शन करते हैं। कई ऐतिहासिक महत्व की वस्तुएँ भी उपस्थित की जाती है छात्र-छात्राएँ भी इसमें भाग लेती हैं और कला का प्रदर्शन करती हैं।

उपसंहार  

26 जनवरी के उत्सव को साधारण जन समाज का पर्व बनने के लिए इसमें पर्त्यक भारतवासी को आवश्य भाग लेना चाहिए । इस दिन राष्ट्रवासियों का आत्म-निरीक्षण भी करना चाहिए और सोचना चाहिए की हमने क्या खोया त था क्या पाया है, अपनी निश्चित की गई योजनाओं में हमें कहाँ तक सफलता प्राप्त हुई है। हमने जो लक्ष्य निर्धारित किए थे क्या हम वहाँ तक पहुँच पाए है। इस दरसती से आगे बड़ने का दृढ़ संकल्प करना चाहिए ।

Republic Day Essay in Hindi

Republic Day Essay in Hindi Lines

Long Essay on Republic Day in Hindi with headings ( 800 words )

आज संसार में लोकतांत्रिक शासन-प्रणाली सबसे अच्छी मानी जाती है। इस शासन प्रणाली में देश का शासन जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा होता है। 26 जनवरी 1950 को भारतवर्ष में लोकतंत्र की स्थापना हुई। इसलिए यह दिवस हमारे लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। यह दिवस हमारे देश के इतिहास में सदा अमर रहेगा। स्वतंत्रता के बाद लोकतांत्रिक प्रणाली कायम करने के उद्देश्य से बड़े-बड़े विधिवेत्ताओं के परामर्श और सहयोग से भारतीय संविधान की रचना की गई। संविधान को बनाने में दो वर्ष ग्यारह मास और अट्ठारह दिन लगे। यही संविधान 26 जनवरी सन् 1950 को लागू हुआ और उसी अनुसार हमारे देश का शासन आरम्भ हुआ। इसी के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाने की परम्परा शुरू हुई। आज हमारे देश का शासन इसी संविधान के अनुसार चल रहा है। यह दिवस भारत का एक पवित्र पर्व है। यह हमारा महत्वपूर्ण राष्ट्रीय त्यौहार है।

इतिहास ( History of Republic Day in Hindi )

प्रश्न उठता है कि 26 जनवरी का महत्व क्यों है? 26 जनवरी सन् 1926 को रावी नदी के तट पर कांग्रेस अधिवेशन आयोजित किया गया था। इस अधिवेशन की अध्यक्षता पं. जवाहर लाल नेहरू कर रहे थे। नेहरूजी के नेतृत्व में इस अधिवेशन में पूर्ण स्वतंत्रता का प्रस्ताव पारित किया गया और यह प्रतिज्ञा की गई कि जब तक हमारा देश पूर्ण स्वतंत्र नहीं होगा, हम आजादी का संघर्ष जारी रखेंगे। सारा देश आजादी की लड़ाई में जुट गया। स्वतंत्रता संग्राम में अनेक वीर शहीद हुए और अनेकों ने जेल यात्राएँ कीं। अंग्रेजों का दमन तेज हुआ, किन्तु भारतीय अपनी स्वतंत्रता के लिए निरंतर संघर्ष करते रहे। अन्ततः 15 अगस्त सन् 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ। शताब्दियों की परतंत्रता की बेड़ियों से भारत माँ मुक्त हुई। पूरा देश खुशी से नाच उठा। जगह-जगह आजादी के उत्सव मनाए गए। अंग्रेज अपने देश वापस चले गये।

महत्व-विशेषता

लोकतंत्र आधुनिक समाज और विश्व की सर्वश्रेष्ठ शासन प्रणाली है। सचमुच हम 26 जनवरी सन् 1950 को ही पूर्ण स्वतंत्र हुए। भारत सार्वभौम देश घोषित हुआ। धर्म निरपेक्षता, लोकतंत्र और समाजवाद हमारी शासन प्रणाली का लक्ष्य निर्धारित हुआ। धर्म, जाति, वर्ण, लिंग आदि के आधार पर भेदभाव भूलकर सब को समान अधिकार प्राप्त हुए। हमारा संविधान इसी मूल भावना को व्यक्त करता है। भारत के हर बालिग नागरिक को मताधिकार का अधिकार प्राप्त हुआ। ज्यों-ज्यों समय व्यतीत हो रहा है, हमारा लोकतंत्र सुदृढ़ होता जा रहा है। हमें अपने लोकतंत्र की रक्षा के लिए सदैव सतर्क रहने की आवश्यकता है।

राष्ट्रीय पर्व का दिन

26 जनवरी हमारा परम पवित्र राष्ट्रीय दिवस है। इस दिन समूचे देश में यह पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है । सभी बच्चे, जवान, बूढ़े, स्त्री-पुरुष गणतन्त्र को आनन्द और उल्लास के साथ मनाते हैं। भारत की राजधानी दिल्ली में 26 जनवरी बड़ी शान और धूमधाम से मनायी जाती है। भारत के राष्ट्रपति लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और देशवासियों को संदेश देते हैं। इस अवसर पर भारत की तीनों सेनाओं और देश के अन्य भागों की सांस्कृतिक झांकिया निकाली जाती है । राष्ट्रपति भवन, संसद, सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय झंडा फहराया जाता है। देश के अन्य प्रान्तों की राजधानियों में भी इस प्रकार के आयोजन किये जाते हैं। जहाँ राज्यपालों द्वारा राष्ट्रीय पताका फहराई जाती है तथा अनेक सांस्कृतिक आयोजन किये जाते हैं। इसके अतिरिक्त अन्य शैक्षणिक संस्थाओं, सामाजिक प्रतिष्ठानों द्वारा भी गणतन्त्र दिवस के अवसर पर तरह-तरह के आयोजन किये जाते हैं। प्रात: काल से रात तक खेलकुद, नाटक, कवि सम्मेलन, संगीत आदि के कार्यक्रम पूरे देश में आयोजित किये जाते हैं। इस दिन पूरा भारत उत्सवमय हो जाता है।

उपसंहार

राष्ट्रीय पर्व हमारे हृदय में देश भक्ति की प्रेरणा देते हैं। इस अवसर पर हम देश पर अपने प्राण उत्सर्ग करने वाले शहीदों को श्रद्धापूर्वक याद करते हैं और उनके जीवन से प्रेरणा लेते हैं। इस दिन हमें यह शिक्षा मिलती है कि बिना त्याग, तप और बलिदान के कोई भी राष्ट्र महान नही बन सकता है। यह पर्व हमें व्यक्तिगत स्वार्थ से उठकर देश, जाति और समाज की सेवा की प्रेरणा देता है। इतिहास इस बात का साक्षी है कि जिस देश में राष्ट्रीयता का अभाव होता है और लोग अपनी स्वार्थपूर्ति में लगे रहते हैं, उस देश की स्वतन्त्रता कभी सुरक्षित नहीं रह सकती है। अतः हमें पूरी सतर्कता से अपनी स्वतन्त्रता की रक्षा के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए।

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गणतंत्र दिवस पर निबंध

गणतंत्र दिवस पर हिन्दी निबंध (Essay on Republic Day) - 26 जनवरी को मनाया जाने वाला भारत का गणतंत्र दिवस उस तारीख को चिह्नित करता है जब 1950 में भारत के संविधान को लागू किया गया था। गणतंत्र दिवस भारत के तीन राष्ट्रीय पर्वों में से एक है, इसलिए इस दिन को हर जाति और संप्रदाय के लोग बड़े सम्मान और उत्साह के साथ मनाते हैं। इस दिन स्कूल, कॉलेजों, सरकारी दफ्तर में झण्डारोहण कर गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। स्कूल-कॉलेजों में बच्चों द्वारा तरह-तरह के कार्यक्रम, भाषण आदि भी प्रस्तुत किये जाते है। गणतंत्र दिवस (Republic Day) 26 जनवरी को मनाया जाता है और यह उस दिन को चिन्हित करता है जब 1950 में भारत का संविधान लागू हुआ था। भारत की संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को भारत के संविधान को अपनाया और यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। इसलिए उस दिन से 26 जनवरी को भारत में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। यह भारत के तीन राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है, अन्य दो गांधी जयंती और स्वतंत्रता दिवस हैं। इस दिन पूरे देश में राष्ट्रीय अवकाश होता है। इस लेख के द्वारा स्कूलों में दिये गये गणतंत्र दिवस पर हिन्दी निबंध (Essay on Republic Day) लिखना सीख सकते है अक्सर बच्चों को गणतंत्र दिवस का महत्व समझाने के लिए 26 जनवरी पर निबंध (Essay on 26th January) लिखने को कहा जाता है। जिसके द्वारा बच्चों को गणतंत्र दिवस के महत्व (Importance of Republic Day) को समझा सके। ये भी पढ़ें- गणतंत्र दिवस 2024 पर भाषण

गणतंत्र दिवस पर 100 शब्दों में निबंध (Essay on Republic Day in 100 words)

गणतंत्र दिवस पर निबंध (Essay on Republic Day in Hindi): भारत हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस बहुत गर्व और उत्साह के साथ मनाता है। यह एक ऐसा दिन है जो प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए महत्वपूर्ण है। यह उस दिन का प्रतीक है जब भारत वास्तव में स्वतंत्र हुआ और लोकतंत्र को अपनाया। दूसरे शब्दों में, यह उस दिन का जश्न मनाता है जिस दिन हमारा संविधान लागू हुआ था। आजादी के लगभग 3 साल बाद 26 जनवरी 1950 को हम एक धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी, लोकतांत्रिक गणराज्य बन गए। भारतीय हर साल 26 जनवरी को बहुत उत्साह और जोश के साथ मनाते हैं। इस दिन लोग अपना धर्म, जाति, लिंग भूल कर इस दिवस को मनाते हैं। यह पूरे देश को एक साथ लाता है। यह सचमुच हमारे देश की विविधता को दर्शाता है। भारत की राजधानी, नई दिल्ली, इसे गणतंत्र दिवस परेड के साथ मनाती है जो भारतीय सेना की ताकत और हमारे देश की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करती है। ये परेड अन्य शहरों में भी होती हैं, जहाँ बहुत सारे स्कूल भाग लेते हैं। बच्चों और पेशेवरों को इतना प्रयास करते हुए देखना खुशी की बात है। जिस तरह से वे परेड की शोभा बढ़ाते हैं उससे किसी को भी अपने देश पर गर्व होता है। इस दिन हम राष्ट्रीय ध्वजारोहण भी करते हैं। नई दिल्ली में, भारत के राष्ट्रपति द्वारा हमारा राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने के बाद, सैन्य बैंड द्वारा बजाए गए राष्ट्रगान के साथ 21 तोपों की सलामी दी जाती है। इसके अलावा सभी स्कूलों में इस दिन बडें ही धूम-धाम से बच्चों द्वारा तरह-तरह के कार्यक्रम, भाषण कवितायें आदि प्रस्तुत किये जाते है। मिठाईयां बांटी जाती है। यह दिन हर भारतवासियों के लिए बहुत ही गर्व का दिन होता है। हालांकि यह बहुत खुशी का दिन है, हमें स्वतंत्रता के उस संघर्ष को नहीं भूलना चाहिए जिसमें हमारे पूर्वजों ने भाग लिया था।

गणतंत्र दिवस पर 500 शब्दों में निबंध (Essay on Republic Day in 500 words)

गणतंत्र दिवस पर निबंध (Essay on Republic Day in Hindi): भारत में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में भारत के लोगों द्वारा बेहद खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य होने के महत्व को सम्मान देने के लिये इसको मनाया जाता है, जो 26 जनवरी 1950 में भारत के संविधान के लागू होने के बाद से मनाया जाता है। इस दिन को भारत सरकार द्वारा पूरे देश में राजपत्रित अवकाश के रूप में घोषित किया गया है। इसे पूरे भारत वर्ष में विद्यार्थियों द्वारा स्कूल, कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों में मनाया जाता है। हम सभी को इस बात पर गर्व होना चाहिए कि हम भारत जैसे देश के नागरिक हैं जो गणतांत्रिक होने के साथ-साथ लोकतांत्रिक भी है और जहाँ सभी को समान अधिकार प्राप्त हैं।

गणतंत्र दिवस का इतिहास

गणतंत्र दिवस पर निबंध (Essay on Republic Day): 15 अगस्त 1947 को हमें ब्रिटिश शासन से आजादी तो मिल गई, लेकिन हमारे देश में अभी भी एक ठोस संविधान का अभाव था। इसके अलावा, भारत के पास कोई विशेषज्ञ और राजनीतिक शक्तियाँ भी नहीं थीं जो राज्य के मामलों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करतीं। तब तक, 1935 के भारत सरकार अधिनियम को मूल रूप से शासन करने के लिए संशोधित किया गया था। हालांकि, वह अधिनियम औपनिवेशिक शासन की ओर अधिक झुका हुआ था। इसलिए, एक विशेष संविधान बनाने की सख्त जरूरत थी जो भारत के सभी विचारों को प्रतिबिंबित करें। इस प्रकार, डॉ. बीआर अंबेडकर ने 28 अगस्त, 1947 को एक संवैधानिक मसौदा समिति का नेतृत्व किया। मसौदा तैयार करने के बाद, इसे 4 नवंबर, 1947 को उसी समिति द्वारा संविधान सभा में प्रस्तुत किया गया। यह पूरी प्रक्रिया बहुत विस्तृत थी और इसमें 166 दिन लग गए। इसके अलावा, समिति द्वारा आयोजित सत्र जनता के लिए खुले रखे गए थे। चुनौतियों और कठिनाइयों से कोई फर्क नहीं पड़ता, हमारी संवैधानिक समिति ने सभी के अधिकारों को शामिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसका उद्देश्य सही संतुलन बनाना था ताकि देश के सभी नागरिक अपने धर्म, संस्कृति, जाति, लिंग, पंथ और अन्य से संबंधित समान अधिकारों का आनंद ले सकें। आख़िरकार उन्होंने 26 जनवरी 1950 को देश के सामने आधिकारिक भारतीय संविधान प्रस्तुत किया।

गणतंत्र दिवस समारोह

26 जनवरी का दिन भारत के लिए गौरवमय दिन है। इस दिन देश भर में विशेष कार्यक्रम होते हैं। विद्‌यालयों, कार्यालयों तथा सभी प्रमुख स्थानों में राष्ट्रीय झंडा तिरंगा फहराने का कार्यक्रम होता है। बच्चे इनमें उत्साह से भाग लेते हैं। लोग एक-दूसरे को बधाई देते हैं। स्कूली बच्चे जिला मुख्यालयों, प्रांतों की राजधानियों तथा देश की राजधानी के परेड में भाग लेते हैं। विभिन्न स्थानों में सांस्कृतिक गतिविधियाँ होती हैं। लोकनृत्य, लोकगीत, राष्ट्रीय गीत तथा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते हैं। देशवासी देश की प्रगति का मूल्यांकन करते हैं। यह पर्व हम भारतवासियों के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है। यही वो दिन है, जो हमें हमारे संविधान का महत्व बताता है। भले ही हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ, परंतु भारत को उसका वास्तविक अस्तित्व 26 जनवरी को ही मिला है। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस का पर्व हमारे लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। क्योंकि हमारे देश का संविधान व इसका गणतांत्रिक रूप ही हमारे देश को कश्मीर से कन्याकुमारी तक जोड़ता है। यह वह दिन है जब हमारा देश विश्व मानचित्र में गणतंत्र के रूप में स्थापित हुआ। इस दिन हम सभी नागरिकों को प्रतिज्ञा करनी चाहिए कि हम भारत के संविधान की गरिमा को बनाए रखेंगे। इसकी सुरक्षा करेंगे और शांति व समरसता को बनाये रखेंगे और देश के विकास में सहयोग देंगे। गणतंत्र दिवस के दिन पूरे भारत के सभी राज्यों की राजधानियों और राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में भी एक बड़े पैमाने पर उत्सव का खास प्रबंध किया जाता है औक बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रपति द्वारा ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के साथ की जाती है। इतना ही नहीं इसके बाद तीनों सेनाओं द्वारा परेड होती है। जो सामान्यत: विजय चौक से शुरू होती है और इंडिया गेट पर जाकर खत्म होती है। इस दौरान राष्ट्रपति को तीनों भारतीय सेनाओं (थल, जल, और नभ) द्वारा सलामी दी जाती है। साथ ही अत्याधुनिक हथियारों और टैंकों का प्रदर्शन भी सेना के द्वारा किया जाता है। जो कि हमारे राष्ट्रीय शक्ति का प्रतीक है। इतना ही नहीं साथ ही राज्यों की झाकियोँ की प्रदर्शनी, पुरस्कार वितरण, मार्च पास्ट आदि क्रियाएँ भी होती हैं। अंत में पूरे भारत का वातावरण “जन गण मन गण” से गूँजता है।

गणतंत्र दिवस के दिन हम सभी को यह प्रण लेना चाहिए कि हम अपने भारत देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करेंगे तथा हमेशा एकजुट होकर रहेंगे। भारत को विश्वव्यापी ताकत बनाने का जो सपना हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने देखा था उसे हमें हर हाल में पूरा करना होगा। ये ही गणतंत्र की असली पहचान होगी।

26 जनवरी पर निबंध 10 लाइनों में (Essay on Republic Day in 10 Lines)

  • भारत का गणतंत्र दिवस प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी के दिन मनाया जाता है।
  • 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान पूर्ण रूप से लागू हुआ।
  • भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान माना गया है।
  • गणतंत्र दिवस राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्र ध्वज का ध्वजारोहण होता है।
  • भारत का संविधान देश का सर्वोच्च कानून है।
  • 26 जनवरी को विद्यालयों और अन्य शिक्षण और सरकारी संस्थानों में झंडा फहराया जाता है।
  • 26 जनवरी के दिन दिल्ली में इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक परेड निकाली जाती है।
  • इस परेड में भारत की थलसेना, वायुसेना और नौसेना भाग लेते हैं व अपने तरीके से गणतंत्र दिवस की शोभा बढ़ाते है।
  • इस दिन सभी सरकारी और गैर सरकारी दफ्तर का अवकाश होता है।
  • हमे अपने गणतंत्र और देश के कानून का सम्मान करना चाहिए।

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गणतंत्र दिवस परेड पर निबंध (Republic Day Parade Essay in Hindi)

गणतंत्र दिवस हमारे राष्ट्रीय पर्वों में से एक है। इस मौके पर होने वाली परेड हमारी शक्ति और सामर्थ्य का प्रतीक-चिह्न है। हमारे देश के भव्य आयोजनों में से एक गणतंत्र दिवस परेड की छटा देखने लायक होती है। यह हर वर्ष 26 जनवरी को नई दिल्ली के राजपथ पर सम्पन्न होती है। यहाँ हम आपको अलग-अलग शब्द-सीमाओं में बंधे गणतंत्र दिवस परेड पर निबंध प्रस्तुत कर रहें है।

26 जनवरी परेड पर छोटे-बड़े निबंध (Short and Long Essay on Republic Day Parade in Hindi, Holi par Nibandh Hindi mein)

निबंध  – 1 (250 शब्द).

गणतंत्र दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है, जिसका आयोजन प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को होता है। इसी दिन ‘26 जनवरी 1950’ को पूरे देश में संविधान (कानूनी किताब) लागू हुआ था। हमारा देश एक समप्रभुता-सम्पन्न, न्याय-वादी, धर्म-निरपेक्ष, समाजवादी लोकतंत्रात्मक गणराज्य घोषित हुआ था।

इतिहास के पन्नों को पलटकर देखा जाय तो हमें पता चलता है कि इसी दिन, भारत सरकार एक्ट (1935) को हटाकर भारत के संविधान को अपनाया गया था। संविधान तो हमारा 26 नवम्बर 1949 को ही देश के लोगों को सौंप दिया गया था, किन्तु 26 जनवरी 1950 को पूरे मान-सम्मान के साथ लोकतंत्र प्रणाली के साथ अंगीकृत किया गया।

इस वर्ष 2024 में हम अपना 75वाँ गणतंत्र मना रहे हैं। हमारे राष्ट्रपति महामहिम द्रौपदी मुर्मू राजपथ के ध्वज आरोहण करने के बाद, तीनों सेनाएँ राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी देती है। तत्पश्चात् परेड का आयोजन होता है, जिसमें हमारी सेना और विभिन्न स्कूली बच्चे मार्च पास्ट करते हुए राष्ट्रपति को सेल्यूट करते है।

हमारी राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर भव्य परेड होती है। बड़ा ही अद्भुत नजारा होता है, जब सेना के सभी जवान एक साथ कदम-ताल करते हुए एक धुन में परेड करते है। इस मौके पर होने वाले परेड और समारोह को देखने लोग दूर-दूर से आते है। यह परेड राष्ट्रपति-भवन से इंडिया-गेट तक जाती है। उसके बाद तीनों सेनाएँ अपनी-अपनी शक्ति, सामर्थ्य का प्रदर्शन करते है। पूरा अंबर हमारे तिरंगे के रंग में रंग जाता है। यही वो अवसर होता है जब पूरी दुनिया के सामने हम अपना दम-खम दिखा सकते है।

परेड का शुभारंभ झण्डा फहराने के बाद होता है। 26 जनवरी पर राष्ट्रपति के झंडा फहराने के बाद यह श्रृंखला शुरू हो जाती है। झंडारोहण के तुरंत बाद राष्ट्र-गान होता है और 21 तोपों की सलामी दी जाती है। रायसीना हिल्स (राष्ट्रपति भवन) से शुरू होकर इंडिया-गेट तक यह कारवाँ गुजरता है।

निबंध  – 2 (300 शब्द)

“ सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा ”

यह गीत कानों में पड़ते ही मन प्रफुल्लित हो उठता है और सर गर्व से ऊँचा हो जाता है। दिल्ली की परेड का आनंद उठाने देश-विदेश से लोग आते है। खासकर वो लोग, जो देश के बाहर रह रहें हैं। इसी बहाने देश से जुड़ने को मौका मिलता है। देश की कला, संस्कृति के बारे में जानने का अवसर भी मिलता है।

हमारा देश लोकतांत्रिक गणराज्य है। किसी भी देश के लिए उसकी आजादी का दिन सबसे खास होता है। और ये तब और भी महत्वपूर्ण हो जाता है, जब बात उसके संविधान की हो। हमारे तीन राष्ट्रीय पर्व हैं- 26 जनवरी, 15 अगस्त और 2 अक्टूबर, जिन्हें हम गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयन्ती के रूप में जानते है। ये तीनों दिवस अपने आप में बहुत खास है। ‘26 जनवरी’ ही वे दिन है, जब हम पूर्णतः एक गणतंत्र राष्ट्र घोषित हुए थे।  इस दिन हमें अपनी कानूनी किताब ‘संविधान’ प्राप्त हुई थी।

गणतंत्र दिवस आयोजन-स्थल

गणतंत्र दिवस का इन्तजार लोगों को कई दिनों से रहता है। इस महोत्सव की तैयारी में महीनों पहले ही जुट जाते है। स्कूल-कॉलेजो में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ परेड की तैयारी भी जोरो-शोरो से की जाती है। सरकारी संस्थानों में राष्ट्रीय अवकाश होता है। आकर्षण का मुख्य केन्द्र राजधानी दिल्ली का भव्य परेड और समारोह होता है। गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन राजधानी दिल्ली के राजपथ पर होता है। जहाँ हमें देश के विकास और अदम्य साहस देखने को मिलता है।

गणतंत्र दिवस परेड

इस दिन को पूरे देश में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। एक महिने पहले से ही इसकी तैयारियाँ शुरू हो जाती है। 26 जनवरी पर राष्ट्रपति झंडा फहराते है। हमारी तीनों सेनाएँ राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी देते है। उसके बाद भव्य परेड का आयोजन होता है, जिसका साक्षी पूरा विश्व बनता है।

देश के सभी राज्य अपने-अपने तरीके से गणतंत्र दिवस का उत्सव मनाते हैं। विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी हो या प्राइवेट सभी जगहों पर गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। लोग सुबह से ही गणतंत्र दिवस परेड का दिल्ली के राजपथ से सीधा प्रसारण देखने के लिए टी.वी. के सामने बैठ जाते है।

राष्ट्रपति की अध्यक्षता में गणतंत्र दिवस के रंगारंग कार्यक्रम का आगाज़ होता है। राष्ट्रपति राष्ट्र को संबोधित करते हुए अपने देश की उपलब्धियों की चर्चा करते है। इसके बाद परमवीर चक्र, अशोक चक्र, वीर चक्र जैसे वीरता और शौर्य के पुरस्कारों का वितरण किया जाता है।

निबंध – 3 (400 शब्द)

26 जनवरी 2023 दिन गुरुवार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी के द्वारा ध्वजारोहण के साथ ही इस ऐतिहासिक दिन की शुरूआत होती है। भारत के प्रधानमंत्री इंडिया गेट पर जाकर अमर जवान ज्योति पर हमारे अमर शहीदों को याद करते हैं और श्रध्दांजलि देते है।

गणतंत्र दिवस परेड का स्वरूप

गणतंत्र दिवस परेड को राष्ट्रपति लीड करते है। राष्ट्रपति झंडा फहराते है और भारतीय सशस्त्र सेना का कमांडर इन चीफ होने के नाते तीनों सेनाएँ राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी देते हैं। झंडारोहण के तुरंत बाद राष्ट्रगान गाया जाता है।

हर वर्ष किसी न किसी मेहमान खास को गणतंत्र दिवस के खास मौके पर आमंत्रित किया जाता है। इस बार भी किया गया था। 2021 के खास मेहमान थे, UK के बोरिस जॉनसन। लेकिन उन्होंने बढ़ते कोविड केसेस को देखते हुए भारत आने से मना कर दिया था।

गणतंत्र दिवस परेड का महत्व

बहुतो के मन में ये बात आ रही होगी कि, यदि संविधान 26 नवंबर को ही बन गया था तो उसे उसी दिन लागू क्यों नहीं किया। इस दिन को चुनने के पीछे भी एक महत्वपूर्ण कारण है। 26 जनवरी 1930 में, लाहौर अधिवेशन के दौरान पंडित नेहरू ने अर्धरात्रि  को रावी नदी के तट पर पूर्ण स्वराज की घोषणा कर दी थी।

हमें 15 अगस्त 1947 को ही आजादी मिल गयी। अतः 26 जनवरी की ऐतिहासिक महत्ता को देखते हुए और अपनी घोषणा को सम्मान देते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने इस दिन के अविस्मरणीय बनाने का निर्णय लिया। और तभी से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाना प्रारंभ हो गया।

गणतंत्र दिवस समारोह भारतीय आन-बान-शान का द्योतक होता है। लगभग 400 सालों की गुलामी के बाद हमें यह आजादी का सूरज नसीब हुआ है। यह हमारे देश की विकास-यात्रा का प्रतिनिधित्व करता है। देश की सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक और सांस्कृतिक विकास को दर्शाने का एक कुशल प्लैटफॉर्म है।

निबंध – 4 (500 शब्द)

गणतंत्र दिवस का नाम सुनते ही जो पहली छवि उभरती है, वो है परेड। राष्ट्रपति, गैलेंट्री अवार्डस्, राज्यों की भव्य झांकियाँ, तीनों सेनाओं का करिश्माई प्रदर्शन सहसा ही आखों के सामने उभर जाता है।

Essay on Republic Day Parade in Hindi

गणतंत्र दिवस परेड कब और कहाँ आयोजित की जाती है।

गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को पूरे देश में जोश और उल्लास के साथ मनाया जाता है। भारत के सभी 28 राज्यों और 9 केन्द्र-शासित प्रदेशो में यह पर्व अपने-अपने तरीके से मनाया जाता है। सबकी नज़र दिल्ली के राजपथ पर टिकी रहती है, क्योंकि राष्ट्रपति के राजपथ पर झंडा फहराने के बाद ही सम्पूर्ण राज्य अपने यहाँ झंडा फहरा सकता है।

आज जितना भव्य और वृहद रूप हमारे सामने है, प्रारंभ से ऐसा नहीं है। आज हम अपना 74वाँ गणतंत्र दिवस मना रहे है। ऐसे में यह जानना बेहद रोमांचकारी है, कि भारत का पहला गणतंत्र कैसे रहा होगा।

आइए इस पक्ष पर थोड़ी नज़र डालते है। आज जहाँ गणतंत्र दिवस परेड होती है, वहाँ पहली बार नही हुई थी। पहली बार दिल्ली के ब्रिटिश स्टेडियम में गणतंत्र दिवस परेड हुआ था। वो दृश्य भले ही साधारण था किन्तु अलौकिक था। हमारे प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने पहली बार आजाद भारत में तिरंगा फहराया था। उनके लिए वह पल कितना शानदार होगा, जिसने गुलामी के दंश झेला हो। हमारे कल्पना के भी परे है। तोपो की सलामी से सर्वत्र किला गूंजित हो उठा।

राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड कैसे की जाती है।

गणतंत्र दिवस पर परेड की परम्परा नवीन नहीं है। अगर किसी से पूछा जाय कि गणतंत्र दिवस परेड कहाँ होता है, तो झट से यही जवाब आता है कि राजपथ। आज के परिपेक्ष्य में सर्वथा उचित है, लेकिन अगर आप पहला भी राजपथ सोच रहे तो आप गलत है। हमारा प्रथम गणतंत्र दिवस समारोह राजपथ पर नही बल्कि दिल्ली के पुराने किले के इर्विन स्टेडियम में हुआ था, जहाँ आज नेशनल स्टेडियम बन गया है।

परेड एक तरह का मार्च-पास्ट होता है। इसे सेना के सारे जवान और अकादमिक बच्चे एक क्रम में कदम-ताल करते हुए करते है। यह राजपथ से शुरू होकर इंडिया गेट तक जाता है। उसके बाद प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति पर फूल-माला चढ़ाकर अमर शहीदों (देश के लिए मर मिटने वाले जवान) को श्रद्धांजलि देते है।

“ हिन्दी है हम वतन है, हिन्दोस्तां हमारा ”

हमारा राष्ट्रीय पर्व होने के नाते इससे हमारे देश की गरिमा जुड़ी होती है। इस उपलक्ष्य पर उन वीर बच्चों को भी सम्मानित किया जाता है, जो अपनी ज़ान की परवाह किए बिना दूसरों की ज़ान बचाते है।

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गणतंत्र दिवस पर निबंध – Republic Day essay in Hindi

by Editor December 26, 2018, 3:05 PM 6 Comments

गणतंत्र दिवस पर निबंध | Gantantra Diwas Nibandh | Republic Day Essay in Hindi 

स्कूल और कॉलेजों में  गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर निबंध अक्सर पूछा जाता है। यहा हम सभी वर्गों के विद्यार्थियों के लिए 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर निबंध लेकर आए हैं, जो की आपकी तैयारी में काफी काम आ सकते हैं। 

150, 300, 400 और 700 Words Essay on Republic Day 

गणतंत्र दिवस पर निबंध (150 शब्द) 

गणतंत्र दिवस हमारे भारत देश का राष्ट्रिय त्योहार है और इसे 26 जनवरी और रिपब्लिक डे भी कहा जाता है। भारत के लिए यह दिन बहुत विशेष है क्यूंकी इसी दिन हमारा संविधान लागू किया गया था और भारत एक गणराज्य देश बना था। हमारे देश को आज़ादी 15 अगस्त 1947 के दिन ही मिल गयी थी लेकिन 26 जनवरी 1950 के दिन भारत एक स्वतंत्र गणराज्य देश बना था।

डॉ. भीमराव अंबेडकर जी ने हमारे देश के संविधान का निर्माण किया था। गणतंत्र दिवस के मौके पर अवकाश रहता है और देश की राजधानी नयी दिल्ली के राजपथ पर विशाल आयोजन किया जाता है। इस आयोजन में देश के राष्ट्रपति राष्ट्र ध्वज को सलामी देते हैं और हमारे देश की तीनों सेना राजपथ पर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हैं। इस विशाल आयोजन को देखने पूरे भारत से लोग आते हैं।

गणतंत्र दिवस के मौके पर स्कूल, कॉलेज में भी ध्वजारोहण का आयोजन किया जाता है और पूरा देश खुशी से यह पर्व मनाता है।

गणतंत्र दिवस निबंध (300 शब्द) 

गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) हमारे भारत देश के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण राष्ट्रिय पर्व है क्यूंकी यही वो दिन है जब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा निर्मित हमारा संविधान देश में लागू किया गया था।

देश को आजादी मिलने के पश्चात ढाई साल बाद 26 जनवरी 1950 के दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था और भारत एक गणराज्य बना था – इसीलिए पूरा देश इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाता है।

गणतंत्र दिवस के दिन राष्ट्रिय अवकाश होता है और इस दिन पूरा देश इस त्योहार को मनाता है। गणतंत्र दिवस का सबसे बड़ा आयोजन देश की राजधानी दिल्ली में किया जाता है। इस दिन राजपथ पर देश के राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं और तीनों सेनाओं के जवान परेड कर राष्ट्रपति और मुख्य अथिति को सलामी देते हैं। देश की सेनाओं के जवान इस दिन राजपथ पर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हैं और साथ ही देश की सुरक्षा करने वाले शस्त्रो को भी दिखाया जाता है।

राजपथ पर गणतंत्र दिवस के आयोजन में परेड और शस्त्रों के प्रदर्शन के साथ-साथ अलग-अलग राज्यों की संस्कृति और सभ्यता की झाँकियाँ भी आकर्षण का केंद्र बनतीं हैं।

देश के सभी राज्यों की राज्य सरकारे भी अपने अपने राज्यों में राष्ट्रिय ध्वज को फहराते हैं और वहाँ भी सुरक्षा जवानों और पुलिस द्वारा परेड का आयोजन किया जाता है। इसके उपरांत सभी सरकारी संस्थानों में भी गणतंत्र दिवस को मनाया जाता है।

स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थानों में भी गणतंत्र दिवस को मनाया जाता है और नाटक, निबंध लेखन, भाषण, ध्वजारोहण, गीत-संगीत जैसे तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

अंग्रेजों की गुलामी से मुक्ति मिलने के बाद हमारा देश एक गणराज्य बना और देश को अपना संविधान मिला यही खुशी मनाने के लिए 26 जनवरी को पूरा देश एकत्र होता है और एक साथ मिलकर इस पर्व को मनाते हैं।

गणतंत्र दिवस निबंध 400 शब्द 

भारत देश के प्रमुख राष्ट्रिय त्योहारों में से एक गणतंत्र दिवस को 26 जनवरी और रिपब्लिक डे भी कहा जाता है। 26 जनवरी 1950 के दिन भारत सरकार अधिनियम एक्ट को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। भारत देश एक स्वतंत्र गणराज्य बना और देश में कानून का राज स्थापित हुआ इसीलिए 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस के दिन राष्ट्रिय अवकाश होता है और इस दिन पूरे देश में इस पर्व को लेकर काफी उत्साह होता है। देश की राजधानी नयी दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस को मनाने के लिए विशाल आयोजन किया जाता है जो की पूरे देश के आकर्षण का केंद्र होता है। इस दिन राजपथ पर देश के राष्ट्रपति ध्वज वंदन करते हैं और इसके बाद सामूहिक रूप में खड़े होकर राष्ट्रगान गाया जाता है।

देश की सेनाओं के द्वारा विशाल परेड का आयोजन राजपथ पर किया जाता है जिसे देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ जमा होती है। जल, थल और वायु सेना के साथ-साथ पुलिस बल के जवान भी इस विशाल परेड का हिस्सा बनते हैं।

राजपथ पर होने वाले गणतंत्र दिवस के आयोजन के मौके पर हर साल अलग-अलग देशों के के विशेष अथिति को बुलाया जाता है। राजपथ पर परेड के साथ-साथ शस्त्रों का प्रदर्शन भी किया जाता है। इसके साथ ही साथ देश की संस्कृति और सभ्यता को दिखातीं झाकियाँ भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनतीं हैं। इस पूरे आयोजन का प्रसारण भी टेलीविज़न पर किया जाता है जिसे पूरा देश बड़े उत्साह के साथ देखता है।

राजपथ पर होने वाले इस गणतंत्र दिवस के आयोजन के साथ-साथ देश के अलग-अलग राज्यों की राज्य सरकारें भी अपने अपने राज्यों में गणतंत्र दिवस को मनातीं हैं। राज्यों में भी राज्य सरकारे राष्ट्रगान के साथ ध्वजारोहण करतीं हैं और पुलिस, सेना के जवानों द्वारा परेड का आयोजन किया जाता है।

इसके उपरांत स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में भी गणतंत्र दिवस को बड़ी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन स्कूल, कॉलेज में ध्वज वंदन के साथ-साथ बच्चे नाटक, गीत-संगीत, निबंध लेखन, भाषण आदि कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।

गणतंत्र दिवस के समाप्त होने के बाद 29 जनवरी के दिन बीटिंग रिट्रीट का आयोजन होता है। इस मौके पर तीनों सेनाओं के बैंड के द्वारा सुंदर प्रदर्शन किया जाता है और राष्ट्रपति भवन को सुंदर तरीके से लाइटों से सजाया जाता है।

गणतंत्र दिवस हमें हमारे देश के गणराज्य बनने की याद दिलाता है और किस प्रकार हमारा देश कड़े संघर्ष के बाद स्वतंत्र संवैधानिक देश बना इसकी याद दिलाता है।

गणतंत्र दिवस निबंध (700 शब्द)

गणतंत्र दिवस हमारे भारत देश का प्रमुख राष्ट्रीय त्योहार है जो प्रति वर्ष 26 जनवरी के दिन बड़ी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। इसी दिन सन् 1950 को भारत सरकार अधिनियम एक्ट को निरस्त कर भारत का संविधान लागू किया गया था। भारत देश के एक स्वतंत्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित होने की खुशी में 26 जनवरी का दिन गणतंत्र दिवस के रूप मे मनाया जाता है।

भारत देश के आज़ाद हो जाने के बाद संविधान सभा की घोषणा हुई और इसने अपना कार्य 9 दिसम्बर 1947 से आरम्भ कर दिया। संविधान निर्माण में कुल 22 समितीयां थी जिसमें प्रारूप समिति सबसे प्रमुख एवं महत्त्वपूर्ण समिति थी। संविधान लिखने और उसके निर्माण का कार्य इस समिति के पास ही था। इस समिति के अध्यक्ष डॉ० भीमराव आंबेडकर थे। प्रारूप समिति ने 2 वर्ष, 11 माह, 18 दिन में भारतीय संविधान का निर्माण किया और संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को 26 नवम्बर 1949 को भारत का संविधान सुपूर्द किया, इसलिए 26 नवम्बर दिवस को भारत में संविधान दिवस के रूप में प्रति वर्ष मनाया जाता है।

अनेक सुधारों और बदलावों के बाद हमारा संविधान 26 जनवरी 1950 के दिन पूरे देश में लागू हो गया। 26 जनवरी का महत्व बनाए रखने के लिए इसी दिन को पूरा देश गणतंत्र दिवस के रूप में मनाता है।

गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन

गणतंत्र दिवस के दिन देश में राष्ट्रिय अवकाश होता है। इस दिन पूरा देश बड़े धूम-धाम से गणतंत्र दिवस को मनाता है। जगह-जगह कई सुंदर-सुंदर आयोजन किए जाते हैं।

राजपथ पर गणतंत्र दिवस का आयोजन

गणतंत्र दिवस के दिन देश की राजधानी नयी दिल्ली में होने वाला विशेष आयोजन पूरे देश के आकर्षण का केंद्र होता है। पूरा देश इस विशाल आयोजन का साक्षी बनता है। राजपथ पर होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में देश के राष्ट्रपति ध्वजारोहण करते हैं और इसके बाद राष्ट्रगीत गाया जाता है। इस मौके पर हर वर्ष अलग-अलग देशों के प्रतिनिधि को मुख्य अथिति के रूप में निमंत्रित किया जाता है।

राजपथ पर गणतंत्र दिवस के मौके पर सबका ध्यान अगर कोई खींचता है तो वो है हमारी तीनों सेनाओं का शक्ति प्रदर्शन। इस दिन राजपथ पर देश की तीनों सेनाओं के जवान परेड करते हैं वो नज़ारा देखने लायक होता है और हर भारतीय उस नज़ारे को देख कर एक शब्द बोलता है जय जवान। इसके साथ ही राजपथ पर सेना के अलग-अलग छोटे-बड़े शस्त्रों का प्रदर्शन किया जाता है जिसमे टैंक, मिसाइल, रडार, लड़ाकू जहाज़, तोप आदि बड़े-बड़े शस्त्रों का प्रदर्शन किया जाता है।

सेना के अलावा पुलिस बल और विशेष कर महिला जवान भी इस परेड का हिस्सा बनतीं हैं। राजपथ पर होने वाली परेड के साथ-साथ अलग-अलग राज्यों की संस्कृति की झांकी का प्रदर्शन भी किया जाता है। पूरे समारोह का समापन हमारी वायु सेना के सुंदर करतबों से होता है जिसमे आकाश में वायु सेना के जवान लड़ाकू जहाजों से दिल थामने वाले करतब दिखाते हैं।

सभी राज्यों में सुंदर आयोजन

राजपथ पर होने वाले गणतंत्र दिवस के आयोजन के साथ-साथ देश के सभी राज्यों की राज्य सरकारें भी अपने-अपने राज्यों में गणतंत्र दिवस समारोह का सुंदर आयोजन करते हैं। राज्यों में ध्वजारोहण के साथ-साथ पुलिस और सुरक्षा जवानों के द्वारा परेड का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा सरकारी संस्थानों में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

शैक्षणिक संस्थानों में गणतंत्र दिवस

गणतंत्र दिवस का आयोजन शैक्षणिक संस्थानों में भी किया जाता है। स्कूल, कॉलेज में प्रधानाचार्य द्वारा ध्वज वंदन किया जाता है और साथ ही नाटक, भाषण, गीत-संगीत,निबंध लेखन, चित्रकाम आदि रंगा-रंग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। स्कूल के शिक्षक और प्रधानाचार्य इस मौके पर विद्यार्थियों को गणतंत्र दिवस का महत्व बताते हैं।

गणतंत्र दिवस के पश्चात बीटिंग रिट्रीट

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भारतीय राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध

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26 जनवरी पर निबंध हिंदी में | Republic Day 2023 Essay in Hindi

250 words essay on republic day in hindi

गणतंत्र दिवस वो दिन है जिसे पूरा देश एक साथ मिलकर बहुत ही उत्साह के साथ मनाता है। भारत के लोगों के लिये 26 जनवरी का दिन गणतंत्र का दिन है। यह महत्वपूर्णं इसलिये क्योकि 26 जनवरी 1950 को ही हमारे देश का संविधान लागू किया गया था तब से हर साल हम गणतंत्र दिवस से रूप में मना रहे हैं। आईए इस निबंध के द्वारा अपने बच्चों को हम इससे जुड़े हुए इतिहास के बारे में बताते हैं। आपको बता दें कि ये निबंध बहुत ही आसान शब्दों में लिखा गया है जिससे इसको बच्चे आसानी से समझ सकें। साथ ही ये इंटरनेट पर अभिभावकों को विभिन्न शब्द सीमा के साथ मिलेगा। Republic Day Essay in Hindi इस पेज से प्राप्त करें।

26 जनवरी पर निबंध हिंदी में | Republic Day Essay in Hindi

लंबे समय तक हमारी मातृभूमि भारत पर ब्रिटीश शासन का राज रहा है। और भारत के लोगों ने सालों तक गुलामी की है। जिसके कारण भारत के लोगों को ब्रिटीश शासन द्वारा बनाये गये कानूनों का पालन करना पड़ता था।

लंबे संघर्ष के बाद भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने अंतत: 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी दिलाई। आजादी के लगभग ढाई साल बाद यानी कि 26 जनवरी 1950 को भारत देश ने अपना संविधान लागू कर दिया। और भारत ने खुद को एक लोकतांत्रिक गणराज्य के रुप में घोषित कर दिया।

भारतीय संविधान को हमारी संसद ने लगभग 2 साल 11 महीने और 18 दिनों के बाद 26 जनवरी 1950 को पास किया गया। भारत ने खुद को संप्रभु, लोकतांत्रिक, गणराज्य घोषित कर दिया। जिसके बाद 26 जनवरी को भारत के लोगों द्वारा गणतंत्र दिवस के रुप में मनाया जाने लगा।

लगभग ढाई साल का समय लगने के बाद तैयार हुआ संविधान

आजादी के बाद एक ड्राफ्टिंग कमेटी को 28 अगस्त 1947 की मीटिंग में भारत के स्थायी संविधान का प्रारुप तैयार करने के लिए कहा गया था। डॉ बी.आर.अंबेडकर की अध्यक्षता में 4 नवंबर 1947 को भारतीय संविधान के प्रारुप को सदन में रखा गया। लगभग तीन साल का समय लगने के बाद ये पूरी तरह से तैयार हो पाया था। और आखिरकार इंतजार की घड़ी 26 जनवरी 1950 को खत्म हो गई। और इसको लागू कर दिया गया।

गणतंत्र दिवस मनाना है सम्मान की बात

भारत में रह रहे लोगों और साथ ही विदेश में भी रहने वाले भारतीयों के लिए गणतंत्र दिवस का उत्सव मनाना बहुत ही सम्मान की बात है। स्कूलों में, कॉलेजों में, अॉफिस में आदि हर जगह 26 जनवरी को भारत देश का झंडा फहराया जाता है और काफी सारे प्रोग्राम होते हैं, जिनकी तैयारी महीनो पहले से होने लगती हैं। भारत के लोग 26 जनवरी को पूरे उत्साह और खुशी के साथ मनाते हैं। सुरक्षा कारणों से लोगों की आवाजाही को इंडिया गेट पर रोक दिया जाता है।

पूरा भारत जन गण मन गण से गूंजता है

26 जनवरी के दिन पूरे भारत के सभी राज्यों की राजधानियों और राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में भी एक बडे पैमाने पर उत्सव का खास प्रबंध किया जाता है। आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रपति द्वारा ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के साथ की जाती है। इतना ही नहीं इसके बाद तीनों सेनाओं द्वारा परेड होती है। जो सामान्यत: विजय चौक से शुरु होती है और इंडिया गेट पर जाकर खत्म होती है। इस दौरान राष्ट्रपति को तीनों भारतीय सेनाओं (थल, जल, और नभ) द्वारा सलामी दी जाती है। साथ ही अत्याधुनिक हथियारों और टैंकों का प्रदर्शन भी सेना के द्वारा किया जाता है। जो कि हमारे राष्ट्रीय शक्ति का प्रतीक है। इतना ही नहीं साथ ही राज्यों की झाकियोँ की प्रदर्शनी, पुरस्कार वितरण, मार्च पास्ट आदि क्रियाएँ भी होती हैं। और अंत में पूरा भारत का वातावरण “जन गण मन गण” से गूँजता है।

गणतंत्र दिवस लेखन हिंदी में

  • गणतंत्र दिवस भाषण
  • गणतंत्र दिवस निबंध
  • गणतंत्र दिवस सन्देश
  • गणतंत्र दिवस शायरियाँ

देश की हर गली में हम तिरंगा फहराएंगे, गणतंत्र दिवस का यह त्यौहार हम शान से मनाएंगे।

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गणतंत्र दिवस पर निबंध | Republic Day Essay in Hindi | 26 जनवरी : गणतंत्र दिवस पर हिन्दी निबंध

By: Amit Singh

भारत में गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है। 70 साल पहले 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू हुआ था। जिसके बाद से भारत न सिर्फ एक गणतंत्रात्मक लोकतंत्र बन गया बल्कि पूर्ण रुप से स्वतंत्र देश भी बना और राष्ट्रपति को देश का मुखिया नियुक्त किया गया।

लगभग 200 साल से भी ज्यादा की गुलामी और एक लम्बे स्वतंत्रता संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 के दिन भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुई। लेकिन आजाद भारत की सुबह भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 के साथ हुई। हालांकि देश को चलाने के लिए जिन नियमों और कानूनों का उपयोग हो रहा था, उनकी जड़ें अभी तक ब्रिटिश शासन से जुड़ीं हुई थीं। यही नहीं भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 को भी ब्रिटिश संसद से ही पारित किया था।

गौतम का जो वतन है , जापान का हरम है ,

ईसा के आशिक़ों को मिस्ले-यरूशलम है ,

मदफ़ून जिस ज़मीं में इस्लाम का हरम है ,

हर फूल जिस चमन का , फिरदौस है , इरम है ,

मेरा वतन वही है , मेरा वतन वही है॥

#सम्बंधित : Hindi Essay, Hindi Paragraph, हिंदी निबंध।

Essay on My School in Hindi मेरी माँ पर निबंध शरद ऋतु पर निबंध Hemant Season Essay in Hindi शीत ऋतु पर निबंध

ऐसे में जाहिर है, देश को एक नए संविधान की जरुरत थी, जो न सिर्फ नवनिर्मित सरकार को देश चलाने का खाका पेश करे बल्कि आम नागरिकों को भी उनके हक मुहैया कराने में पूरी तरह से सक्षम हो। republic day history

लिहाजा आजादी के फौरन बाद भारत में संविधान सभा गठन किया गया। जिसके सदस्यों का चयन जनता द्वारा प्रत्यक्ष मतों के आधार पर किया था। यही नहीं संविधान सभा में भारत के हर कोनों के नुमाइंदें मैजूद होने के कारण देश की विविधताओं की झलक आसानी से देखी जा सकती थी। constituent assembly

मौलिक भी अधिकार दिए हैं

धर्म कर्म संसार दिया है

जीने का अधिकार दिया है

सबको भाषण की आजादी

कोई भी बन जाये गांधी

Republic Day Essay in Hindi

इसी कड़ी में संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसम्बर 1946 को हुई थी। जहां देश की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने इस बैठक में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था, वहीं बंटवारे की मांग पर अडिग मुस्लिम लीग ने बैठक का बहिष्कार कर दिया।

संविधान सभा की पहली बैठक में कुल 211 सदस्यों ने शिरकत की। डॉक्टर सच्चिदानन्द सिन्हा को सभा का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया गया। बाद में डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद को अध्यक्ष के तौर पर चुना गया। वहीं एच.सी.मुखर्जी और वी.टी.कृष्णामचारी को सभा का उपाध्यक्ष बनाया गया। इसके साथ-साथ बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर को संविधान की ड्राफ्टिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया।

13 दिसम्बर 1946 को पंडित जवाहरलाल नेहरु ने सभा के समक्ष संविधान की प्रस्तावना पेश की, जिसमें संविधान के तत्वों का विवरण शामिल किया गया था।

इसके अलावा 22 जनवरी 1947 को तिरंगे झंडे को राष्ट्रीय ध्वज के रुप में अपनाया गया। 24 जनवरी 1950 को जन गण मन को राष्ट्रीय गान और वंदे मातरम को राष्ट्रीय गाना चुना गया। वहीं संविधान के निर्माण में कुल 64 लाख का खर्च आया था।

आखिरकार 2 साल 11 महीनें 18 दिनों में लगभग 60 देशों के संविधानों को खंगालने और कुल 11 बैठकों के बाद 26 नवम्बर 1949 को सर्वसम्मति के साथ संविधान को हरी झंडी दिखाई गयी। जिसके बाद देश का संविधान 26 जनवरी 1950 के दिन से अस्तित्व में आया। indian constitution

26 जनवरी 1950, इस तारीख से महज 30 साल पहले गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा समूचा देश आजादी की गगुहार लगा रहा था, तभी कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन के दौरान 26 जनवरी 1930 को गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस ने पहली बार पूर्ण स्वराज का नारा दिया था।

यही कारण है कि आजादी के बाद इसी दिन को संविधान निर्माताओं द्वारा गणतंत्र दिवस के रुप में चुना गया। republic day importance

ताकतवर बहुत है यह गणतंत्र , बदल देता है यह राज्य तंत्र।

कमजोर नहीं शक्तिशाली है यह , है सत्ता परिवर्तन का सहज यह मंत्र।।

संविधान देता है सबको हक़ जीने का, अवसर शाशन हेतु साठ महीने का।

जनता बिठाती है सर आँखों पर लेकिन , बदले में चाहती है शाशन करीने का।।

हर साल गणतंत्र दिवस के दिन देश के राष्ट्रपति दिल्ली के राजपथ से देश को संबोधित करते हुए जश्न का आगाज करते हैं। जहां एख तरफ इस दिन को देश में राष्ट्रीय अवकाश के रुप में मनाया जाता है, वहीं राजपथ पर विभिन्न झांकियां देश में मौजूद विविधताओं को बखूबी दर्शाती हैं। republic day celebration

26 जनवरी के दिन राजधानी दिल्ली सकड़ो पर होने वाली परेड रक्षा मंत्रालय द्वारा आ.जित की जाती है। यह परेड रायसेना हिल पर  स्थित राष्ट्रपति भवन से राजपथ होते हुए इंडिया गेट तक जाती है। तीन दिनों चलने वाली यह परेड गणतंत्र दिवस का सबसे बड़ा आकर्षण होती है।

इस परेड में भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय जल सेना से कुल 9 से 11 विभिन्न रेजिमेंट शिरकत करते हैं। इसके साथ-साथ 12 पैरा-मिलीट्री फोर्स और पुलिस फोर्स भी इस परेड का हिस्सा होते हैं। यह परेड सेना के कमांडर इन चीफ यानी राष्ट्रपति को सलामी देते हैं। republic day parade

26 जनवरी सेतीन दिन तक चलने वाले गणतंत्र दिवस के जश्न के बाद 29 जनवरी की शाम को बीटिंग रीट्रीट की शुरुआत होती है। इसका आगाज भारत की तीनों प्रमुख सेनाएं रायसेना हिल पर स्थित राष्ट्रपति भवन से राजपथ तक करती हैं।

इस सेरेमनी में राष्ट्रपति मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करते हैं। राष्ट्रपति के आगमन के बाद सेनाएं उन्हें सलामी देते हुए राष्ट्रीय गान गाया गाती हैं। बीटिंग रीट्रीट के दौरान सेना के जवान कई गायनयंत्र बजाते हुए पहले भारतीय सेना की विभिन्न रेजीमेंट कार्यक्रम प्रस्तुत करते हैं, जिसके बाद भारतीय जल सेना और वायु सेना भी महात्मा गांधी की पसंदीदा धुन अबाईड विद मी के साथ प्रस्तुती पेश करते हैं।

अंत में सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा गीत के साथ बीटिंग रीट्रीट सेरेमनी को शत्म किया जाता है। beating retreat

26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति देश की कुछ प्रमुख हस्तियों को उनके अद्भुत कार्य के लिए विभिन्न खिताबों से नवाजते हैं। इस कड़ी में भारत रत्न, पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री का नाम शामिल है।

भारत रत्न देश का सर्वोच्च पुरुस्कार है। यह पुरुस्कार हर गणतंत्र दिवस पर महज तीन नामचीन शख्सियतों को दिया जाता है। वहीं पद्म विभूषण दूसरा, पद्म भूषण तीसरा और वद्म श्री चौथा सबसे बड़ा खिताब है।

इसके अलावा गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति देश के शहीदों और सेना के जवानों को उनके शौर्य के लिए कई सेना मेडल भी प्रदान करते हैं। सेना का सर्वोच्च पुरुस्कार परमवीर चक्र भी राष्ट्रपति द्वारा गणतंत्र जिवस के मौके पर ही दिया जाता है। republic day award ceremony

गणतंत्र दिवस पर कविता | poem on republic day

मैं भारत का संविधान हूं , लालकिले से बोल रहा हूं

मैं शक्ति का अमर गर्व हूं, आजादी का विजय पर्व हूं

पहले राष्ट्रपति का गुण हूं, बाबा भीमराव का मन हूं

मैं बलिदानों का चन्दन हूं, कर्त्तव्यों का अभिनन्दन हूं

लोकतंत्र का उदबोधन हूं, अधिकारों का संबोधन हूं

मैं आचरणों का लेखा हूं, कानूनी लक्ष्मन रेखा हूं

कभी-कभी मैं रामायण हूं, कभी-कभी गीता होता हूं

मैं भारत का संविधान हूं , लालकिले से बोल रहा हूं … ।

Republic Day Essay in Hindi FAQ

गणतंत्र दिवस कब और क्यों मनाया जाता है.

26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था। इसीलिए 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रुप में मनाया जाता है।

भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को ही क्यों लागू हुआ

26 जनवरी 1950 से 30 साल पहले कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन के दौरान 26 जनवरी 1930 को गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस ने पहली बार पूर्ण स्वराज का नारा दिया था।

भारत को गणतंत्र क्यों कहते हैं?

भारत का राष्ट्रपति का निर्वाचन अप्रत्यक्ष रुप से जनता द्वारा ही होता है, इसीलिए भारत को एक गणतांत्रकि देश कहा जाता है

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भारतीय उत्सवों पर निबंध

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ESSAY KI DUNIYA

HINDI ESSAYS & TOPICS

Short Essay on Republic Day in Hindi – गणतंत्र दिवस पर लघु निबंध

October 4, 2017 by essaykiduniya

Gantantra Diwas Par Nibandh. Here you will get Paragraphs and Short Essay on Republic Day in Hindi Language for students of all Classes in 100, 250, 300 and 350 words. यहां आपको सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए हिंदी भाषा में गणतंत्र दिवस पर लघु निबंध मिलेगा।

Short Essay on Republic Day in Hindi – गणतंत्र दिवस पर लघु निबंध

Short Essay on Republic Day in Hindi

Short Essay on Republic Day in Hindi – Gantantra Diwas Par Nibandh (100 Words)  

26 जनवरी 1950 को भारत एक गणतंत्र देश बना था। देश के संविधान इस दिन लागू हुआ था। भारत एक धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक देश बना था। आम लोगों के हाथों में सरकार की शक्ति पारित हुई सभी जातियों, धर्मों और धर्म कानून की दृष्टि में समान हैं। यह देश के इतिहास में एक लाल-पत्र का दिन है। यह पूरे उत्साह के साथ पूरे देश में मनाया जाता है राष्ट्रीय ध्वज सभी सार्वजनिक इमारतों में फहराया गया है। दिल्ली में एक बड़ा समारोह आयोजित किया जाता है देश के राष्ट्रपति इस समारोह की अध्यक्षता करते हैं। यह देखने लायक है यह दिन एक राष्ट्रीय अवकाश है|

Short Essay on Republic Day in Hindi – 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर निबंध (250 Words) 

26 जनवरी को देश भर में मनाया जाता है, क्योंकि गणतंत्र दिवस हमारे 3 राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है जो उत्साह और सम्मान के पूरे उत्साह से मनाया जाता है। 26 जनवरी का उत्सव भारत के संविधान के संशोधन को मनाने के लिए एक कारण लाता है। इस दिन, निजी संस्थानों के साथ सभी सरकारी संस्थानों को करीब बना दिया गया है, लेकिन स्कूल खुले हैं।

आम तौर पर, स्कूलों में गणतंत्र दिवस मनाने के लिए कर्मचारियों द्वारा विभिन्न कार्यों का आयोजन किया गया था। आमतौर पर, शिक्षक गणतंत्र दिवस के महत्व को महसूस करने के लिए छात्रों में राष्ट्रभक्ति की भावना लाने के लिए गणतंत्र दिवस के भाषण देते हैं। दूसरी ओर, गणतंत्र दिवस विशेष बनाने के लिए छात्र नृत्य और गायन कार्यक्रम में भाग लेते हैं। हालांकि, यह पोस्ट आपके लिए कुछ गणतंत्र दिवस सामान भी लाती है। यदि आप बच्चों के लिए गणतंत्र दिवस पर निबंध की तलाश कर रहे हैं, तो आप सही पृष्ठ पर उतर आए हैं। हम इस पोस्ट को तैयार करते हैं जिसमें विद्यालय में गणतंत्र दिवस समारोह पर रिपोर्ट लिखना शामिल है, जिसमें छात्र आसानी से अपनी आवश्यकताओं के अनुसार उपयोग कर सकते हैं।

Essay on Republic Day in Hindi – गणतंत्र दिवस पर निबंध (300 Words) 

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस कहते हैं। यह एक राष्ट्रीय त्योहार है। इस दिन हमारा देश गणतंत्र बना। भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद थे। भारत के प्रथम प्रधान मंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू थे। 26 जनवरी को पूरे भारत में छुट्टी होती है। स्कूल, दफ़्तर, बाज़ार आदि बंद होते हैं। झंडा फहराया जाता है। राष्ट्रगीत गाया जाता है। दिल्ली को ख़ूब सजाया जाया है। विजय चौक से एक लम्बा जुलूस निकलता है। इसे देखने के लिए दूर – दूर से लोग आते हैं। राष्ट्रपति की बग्घी आती है। सैनिक बैण्ड को सुरीली धुन के साथ मार्च करते हुए आते हैं।

भारत के भिन्न – भिन्न प्रदेशों की झाँकिया दिखाई जाती हैं। वायुयान पुष्प वर्षा करते हैं। यह जुलूस लाल क़िले पर समाप्त होता है। रात को ऐतिहासिक स्थानों पर रोशनी की जाती है। कवि दरबार होते हैं। 26 जनवरी को राष्ट्रपति का राष्ट्र के नाम सन्देश आता है। मुझे यह त्योहार बहुत अच्छा लगता है हमें इस दिन उन वीरों को याद करना चाहिएक जिन्होंने देश के लिए अपना तन, मन और धन लगा दिया। हमें देश की एकता और रक्षा की प्रतिज्ञा करनी चाहिए।

उपसंहार :  भारत एक विशाल देश है। वर्षों को पराधीनता के बाद इसे स्वाधीनता प्राप्त हुई। फिर यह स्वतंत्र बना। इसकी कई आकांक्षाएँ हैं। इसकी उन्नति के लिए भारत के युवकों को अपना तन, मन और धन लगाना होगा। भारत के लोगों को विश्व की विदुषीत भावनाओं से अलग रह कर प्रेम एकता और बंधुत्व की भावना को सबल बनाना होगा। तभी हमारा देश गणतंत्र रह कर संसार में उन्नति कर सकेगा।

Short Essay on Republic Day in Hindi – गणतंत्र दिवस पर निबंध (350 Words) 

26 जनवरी 1950 आधुनिक भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन, भारत को एक सार्वभौम लोकतांत्रिक गणतंत्र घोषित किया गया था। चूंकि उस तारीख को 26 जनवरी को हर साल हमारे गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रभु का मतलब एक ऐसा देश है जो किसी भी बाहरी नियंत्रण के बिना आंतरिक रूप से सर्वोच्च और बाहरी है। लोकतंत्र का मतलब लोगों की सरकार है, लोगों द्वारा और लोगों के लिए एक गणराज्य में, राज्य के प्रमुख, लोगों के प्रतिनिधियों द्वारा चुने जाते हैं।

26 जनवरी, 1950 को भारत का संविधान भी लागू हुआ था। 26 जनवरी, 1930 को याद करते हुए एआईसीसी ने अपने लाहौर सत्र में जवाहरलाल नेहरू के दिवंगत अध्यक्ष पद के अधीन आयोजित किया था कि भारत का उद्देश्य पमा स्वम है, जो विदेशी शासन से पूर्ण स्वतंत्रता है । गणतंत्र दिवस हमें अपने लंबे आजादी के संघर्ष और भारतीय आजादी के लक्ष्य की शहीद के बलिदान की याद दिलाता है। दिन बहुत उत्साह और गर्व के साथ मनाया जाता है यह हमारा राष्ट्रीय त्योहार है सभी स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालय, दुकानें बंद रहती हैं यह एक राष्ट्रीय अवकाश है गणतंत्र दिवस परेड देश की राजधानी न्यू पेली और राज्य की राजधानियों में आयोजित किए जाते हैं।

राष्ट्रीय महत्व की इस भव्य आयोजन की तैयारी बहुत पहले से शुरू हुई। 24 जनवरी को एक पूर्णतया रिहर्सल आयोजित किया जाता है। काफी कुछ लोग इस परेड को देख रहे हैं। जो लोग राजपथ या भारत गेट पर परेड देखना चाहते हैं, उन्हें पारित किया जाता है। टिकट भी बेचे जाते हैं किसी भी संभव पांचवें स्तंभ गतिविधि के खिलाफ बहुत सख्त जांच है। बहुत से लोग अपने टेलीविजन सेटों पर इस परेड को देखना पसंद करते हैं। इस वर्ष, मैंने अपने दोस्तों के साथ भारत की तारीख से परेड देखने के लिए योजना बनाई थी। अग्रिम व्यवस्थाएं बनाई गई थीं।

हम आशा करेंगे कि आपको यह निबंध ( Gantantra Diwas Par Nibandh – Short Essay on Republic Day in Hindi – गणतंत्र दिवस पर निबंध) पसंद आएगा।

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गणतंत्र दिवस पर निबंध

भारत में विभिन्न जाति धर्म के लोग हैं, जिसके कारण यहां विभिन्न तरह के पर्व मनाए जाते हैं। लेकिन एकमात्र राष्ट्र पर्व ऐसा है, जो भारत के हर एक धर्म के लोग मनाते हैं। क्योंकि राष्ट्र पर्व किसी धर्म या जाति से संबंधित ना होकर हर एक भारतीयों का पर्व होता है।

गणतंत्र दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है। हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। इस साल 2024 को भारत में 75 वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा।

Essay on Republic Day In Hindi

गणतंत्र दिवस के दिन स्कूल कॉलेज में बच्चों को निबंध लेख दिया जाता है ताकि बच्चे निबंध के जरिए गणतंत्र दिवस कब, क्यों मनाया जाता है और इसके महत्व के बारे में जान सके।

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गणतंत्र दिवस पर निबंध (Gantantra Diwas Par Nibandh)

यहां गणतंत्र दिवस पर निबंध हिंदी में शेयर कर रहे हैं यह निबन्ध बहुत ही सरल और साधारण भाषा के साथ ही अलग अलग शब्द सीमा में लिखे गये है।

यहां पर गणतंत्र दिवस पर निबंध 150, 200, 250, 300, 400, 500, 600, 800 और 1000 शब्दों में शेयर किये है।

गणतंत्र दिवस पर निबंध 150 शब्दों में

गणतंत्र दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है। हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस मनाने की शुरुआत 26 जनवरी 1950 से हुई थी। यह दिन हमारे देश के संविधान को अपनाने के याद में मनाया जाता है।

26 नवंबर 1949 को हमारे देश के संविधान को संविधान सभा के द्वारा स्वीकार किया गया था और 26 जनवरी 1950 को इसे पूरे भारत में लागू किया गया था। इस तरह देश में संविधान लागू होते ही हमारा देश एक लोकतांत्रिक गणराज्य बन गया।

26 जनवरी के दिन हर साल भारत की राजधानी नई दिल्ली में कर्तव्यपथ (राजपथ) पर बहुत बड़ा समारोह आयोजित किया जाता है। उस समारोह में दूसरे देश से विशेष व्यक्ति को चीफ गेस्ट के रूप में आमंत्रित किया जाता है। इससे हमारे देश की विदेश नीति और भी ज्यादा मजबूत होती है।

उसके बाद देश के राष्ट्रपति ध्वज फहराते हैं। वहां उपस्थित सभी लोग खड़े होकर राष्ट्रगान करते हैं। उसके बाद हमारे देश की तीनों सेना थल सेना, जल सेना और वायु सेना की रेजिमेंट अपने बहादुरी को प्रदर्शित करते हुए परेड करती हैं।

इसके साथ ही हमारे देश के विभिन्न धर्म और संस्कृति को दर्शाती हुई झांकियां भी निकाली जाती है। इस दिन हमारे देश के प्रधानमंत्री हमारे देश को संबोधित करते हुए स्पीच भी देते हैं।

गणतंत्र दिवस निबंध हिंदी में 200 शब्द (essay on republic day 200 words)

हमारे देश में प्रतिवर्ष 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। देश भर में 26 जनवरी का दिन एक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। हमारे देश में इस राष्ट्रीय पर्व को मनाने का कारण यह है कि हमारे देश में ऐसी दिन आजादी के बाद में सविधान को लागू किया गया था।

देश में 26 जनवरी 1950 को सविंधान लागू होने के बाद में प्रतिवर्ष इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमारे देश में 26 जनवरी के दिन के दिन हर सरकारी कार्यालय में आयोजन और तिरंगा लहराया जाता है।

साथ ही साथ इस दिन हर जगह सांस्कर्तिक कार्यक्रम का आयोजन होता है। दिल्ली के लाल किले पर हमारे देश की तीनों सेनाओं के द्वारा भव्य प्रदर्शन किया जाता है। हमारे देश की वायु सेना के द्वारा आसमान में तिरंगा लहराया जाता है। हमारे देश का सविधान जिसे डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर की अधयक्षता में लिखा गया।

हमारे इस के सविधान को लिखने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगे थे। देश का सविधान आजादी के बाद लिखना शुरू किया गया था। सविधान पूरा लिखा जाने के बाद इसे पुरे देश में 26 जनवरी 1950 के दिन लागू किया गया था।

गणतंत्र दिवस पर निबंध 250 शब्दों में (essay on republic day 250 words)

26 जनवरी का दिन भारत में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भारत में गणतंत्र और संविधान लागू हुआ था। इस दिन को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है और इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है। 26 जनवरी के दिन संविधान लागू होते ही भारत पूरी तरह से लोकतांत्रिक गणराज्य बन गया था।

26 जनवरी को तीनों भारतीय सेनाओं (जल, थल और नभ) के द्वारा भव्य परेड किया जाता है, जो विजय चौक से प्रारंभ होकर इंडिया गेट पर समाप्त होती है। भारतीय सेनाओं के द्वारा राष्ट्रपति को सलामी दी जाती है तथा अत्याधुनिक हथियारों और टैंकों का प्रदर्शन किया जाता है। देश की राष्ट्रीय शक्ति का प्रभाव दिखाया जाता है।

इसके पश्चात सभी राज्यों द्वारा अपनी झांकियों के माध्यम से संस्कृति और परंपरा की प्रस्तुति दी जाती है। तत्पश्चात भारतीय वायु सेना द्वारा हमारे राष्ट्रीय झंडे के रंग (केसरिया, सफेद और हरा) की तरह आसमान से फूलों की बारिश की जाती है।

यह दिन खास तौर पर सरकारी संस्थान और शिक्षण संस्थाओं में बहुत खास तरीके से मनाया जाता है। इस दिन ध्वजारोहण झंडा वंदन के पश्चात राष्ट्रगान जन-गण-मन का गायन किया जाता है और देश भक्ति से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

आजादी के पश्चात ड्राफ्टिंग कमेटी को 28 अगस्त 1947 की मीटिंग में भारत के लिए स्थाई संविधान का प्रारूप तैयार करने के लिए कहा गया। 4 नवंबर 1947 को डॉ. बी. आर. अंबेडकर की अध्यक्षता में भारतीय संविधान का प्रारूप सदन में स्थापित किया गया।

भारत का संविधान 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन में बनकर तैयार हुआ और 26 जनवरी 1950 को इस को संपूर्ण भारत में लागू कर दिया गया।

Gantantra Diwas Par Nibandh

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गणतंत्र दिवस पर निबंध 300 शब्दों में (republic day par nibandh)

प्रतिवर्ष 26 जनवरी के दिन भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। 26 जनवरी के दिन ही भारत का संविधान लागू किया गया था और इसीलिए हम सब लोग इस दिन को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाते हैं। साथ ही 26 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश भी मनाया जाता है।

26 जनवरी के अलावा स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती को भी राष्ट्रीय अवकाश सरकार द्वारा घोषित किया हुआ है।  26 जनवरी 1950 में भारतीय संसद में भारत के संविधान लागू किया गया, उसके बाद हमारा देश पूरी तरह से एक लोकतांत्रिक गणराज्य बन गया।

गणतंत्र दिवस पर भव्य कार्यक्रम

26 जनवरी के दिन भारतीय सेना द्वारा भव्य कार्यक्रम भी किया जाते हैं। जिनमें उनके द्वारा एक भव्य परेड की जाती है, जो कि विजय चौक से शुरू होकर इंडिया गेट पर खत्म होती है। 26 जनवरी के शुभ अवसर पर भारत की तीनों सेना जल थल और नभ द्वारा राष्ट्रपति को सलामी दी जाती है।

साथ ही भारतीय सैनिकों द्वारा आधुनिक हथियारों और टैंकों का भी प्रदूषण किया जाता है। भारतीय सेना द्वारा परेड का कार्यक्रम होने के बाद सभी राज्यों द्वारा कई सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रम की भी प्रस्तुति की जाती है।

26 जनवरी का कार्यक्रम देशभर के स्कूलों में काफी धूमधाम से मनाया जाता है। साथ ही स्कूलों में 26 जनवरी यह दिन कई भिन्न-भिन्न प्रकार के भव्य कार्यक्रम भी किए जाते हैं।

गणतंत्र दिवस का इतिहास

भारत देश को 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली थी और आजादी के बाद एक ड्राफ्टिंग कमेटी की मीटिंग स्थापित की गई थी, जो कि 28 अगस्त 1947 को थी।

28 अगस्त 1947 के स्थाई संविधान का प्रारूप तैयार करने के लिए कहा गया उसके पश्चात 4 नवंबर 1947 को डॉ भीमराव की अध्यक्षता में भारतीय संविधान के प्रारूप को सदन में पेश किया गया।

2 वर्ष 11 माह और 18 दिनों में संविधान को बनाकर तैयार कर दिया गया। आखिरकार संविधान को लागू करने के लिए इंतजार की घड़ी समाप्त हुई, वह 26 जनवरी 1950 को इस संविधान को संपूर्ण देश के लिए लागू कर दिया गया।

26 जनवरी के दिन स्कूल कॉलेजों में विद्यार्थी परेड, खेल, नाटक, भाषाण निबंध लेखन जैसे कई सामाजिक अभियान को भी चला जाता है।

साथ ही स्वतंत्रता सेनानियों के किरदार निभाते कर कई अलग-अलग प्रकार के नाटक भी किए जाते हैं। साथ ही इसी दिन संपूर्ण भारतीयों को अपने देश को शांतिपूर्ण व विकसित बनाने के लिए प्रतिज्ञा करनी चाहिए।

गणतंत्र दिवस पर निबंध 400 शब्द (nibandh on gantantra diwas)

प्रतिवर्ष भारत में 26 जनवरी के दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में नागरिकों द्वारा बहुत ही खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। 26 जनवरी के दिन को लोकतांत्रिक गणराज्य होने के महत्व को सम्मान देने के लिए आयोजित जाता है।

26 जनवरी 1950 से लेकर वर्तमान समय तक भारत में 26 जनवरी के दिन को नियमित रूप से काफी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन को संपूर्ण देश में सरकारी अवकाश घोषित किया हुआ है। मुख्य रूप से इस पर्व को स्कूल कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों पर आयोजित किया जाता है।

26 जनवरी के दिन‌ दिल्ली की भारतीय सेना परेड

भारतीय सरकार द्वारा प्रतिवर्ष राजधानी नई दिल्ली में एक बहुत ही भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस कार्यक्रम में इंडिया गेट पर एक बहुत ही शानदार परेड का आयोजन भी होता है। सुबह के समय ही इस महान कार्यक्रम को देखने के लिए लाखों की संख्या में लोग राजपथ पर इकट्ठा हो जाते हैं।

इसके अलावा विजय चौक पर तीनों सेनाओं द्वारा कई भिन्न भिन्न प्रकार की कलाओं का प्रदर्शन किया जाता है। साथ ही इस राष्ट्रीय पर्व के दिन देश के कई आधुनिक अस्त्र-शस्त्र का भी प्रदर्शन होता है।

26 जनवरी के दिन राष्ट्रीय उत्सव

भारत में गणतंत्र दिवस के दिन को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में तो मनाया ही जाता है। साथ ही यह दिन भारतीय नागरिकों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं होता है। 26 जनवरी के दिन समाचार देखकर या स्कूल में भाषण के द्वारा भारत की आजादी से संबंधित कई प्रतियोगिताएं भी होती है।

साथ ही इस देश का सबसे बड़ा 26 जनवरी का कार्यक्रम देश की राजधानी में रखा जाता है। जहां पर झंडारोहण, राष्ट्रगान किया जाता है। उसके बाद भारतीय सेनाओं द्वारा अलग-अलग कलाओं का प्रदर्शन किया जाता है।

रंगारंग कार्यक्रम

गणतंत्र दिवस के इस पर्व को मनाने के लिए स्कूल, कॉलेजों के विद्यार्थी बेहद उत्साहित तो रहते ही है। साथ ही इनकी एक महीने पहले से ही इस कार्यक्रम के लिए तैयारियां शुरू हो जाती है।

इसी दिन में विद्यार्थियों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में कई बेहतरीन प्रदर्शन किया जाता है तो उनको पुरस्कार इनाया प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाता है।

इसके अलावा 26 जनवरी के दिन देशभर में कई भिन्न भिन्न प्रकार के रंगारंग कार्यक्रम को भी आयोजित किया जाता है। 26 जनवरी के दिन सुबह 8:00 बजे से कार्यक्रम की शुरुआत हो जाती है।

भारत देश में प्राचीन समय से ही संस्कृति चली आ रही है। भारत की आजादी के बाद विविधता में एकता के अस्तित्व को दिखाने के लिए देश में विभिन्न राज्यों में खास सांस्कृतिक परंपरा और प्रगति को दर्शाने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम रखे जाते हैं।

जिन कार्यक्रम के माध्यम से लोक नृत्य, गायन, नृत्य और वाद्य यंत्रों को बजाया जाता है। इसके अलावा इस कार्यक्रम के अंत में भारत देश के तिरंगे के रूप में (केसरिया सफेद और हरा) फूलों की बारिश वायु सेना द्वारा आसमान की ऊंचाइयों में की जाती है।

इसके अलावा संपूर्ण राष्ट्र में शांति को प्रदर्शित करने के लिए कुछ रंग-बिरंगे गुब्बारों को भी आसमान में छोड़ा जाता है।

26 जनवरी के दिन सभी नागरिकों को यह वादा करना चाहिए कि वह अपने देश के संविधान की सुरक्षा करेंगे। साथ ही देश को समर सत्ता और शांति के साथ आगे बढ़ाएंगे और देश के विकास में भी सहयोग करेंगे।

26 जनवरी पर निबंध 500 शब्द (gantantra diwas nibandh)

26 जनवरी के दिल को भारत के संपूर्ण राष्ट्रीय पर्व में से एक माना जाता है। इस विशेष दिन को संपूर्ण भारत देशभर में काफी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। 26 जनवरी 1950 के दिन भारतीय संविधान के उपलक्ष्य में में हर वर्ष गणतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

भारतीय गणतंत्र दिवस का इतिहास

जितना रोचक 26 जनवरी का दिन है, उससे भी कई रोचक इस दिन का इतिहास है। 26 जनवरी की शुरुआत 26 जनवरी 1950 से हुई थी। भारत सरकार अधिनियम को हटाकर भारत के संविधान को लागू किया गया था और 1950 से लेकर अब तक के रूप में माना जाता है और इसको गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

26 जनवरी की शुरुआत 1950 से भी पहले एक बार हुई थी वह दिन 26 जनवरी 1930 था और इसी दिन कांग्रेस ने पहली बार पूर्ण स्वराज की मांग रखी थी।

इसकी शुरुआत 1929 में लाहौर में पंडित जवाहरलाल नेहरु की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस अधिवेशन के दौरान यह प्रस्ताव पारित किया गया कि 26 जनवरी 1930 तक अंग्रेजी सरकार भारत द्वारा ‘डोमीनियन स्टेटस’ नही घोषित किया तो भारत अपने आप को पूर्णतः स्वतंत्र घोषित कर देगा।

फिर 26 जनवरी 1930 के दिन अंग्रेजी हुकूमत से किसी भी प्रकार का कोई जवाब नहीं आया, तो कांग्रेस ने संपूर्ण भारत को स्वतंत्रता निश्चित कर दिया गया।

फिर अपना सक्रिय आंदोलन शुरू किया गया और अंत में 15 अगस्त 1947 के दिन हमारा देश स्वतंत्र हो गया। 26 जनवरी के इस ऐतिहासिक दिन को देखते हुए आज भी इस दिन को संपूर्ण देशभर में काफी धूमधाम से मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस का महत्व

26 जनवरी के दिन महत्व हमारे अंदर आत्म गौरव भरना है तथा हमें स्वतंत्रता की अनुभूति करवाता है। यही कारण है कि इस दिन को पूरे देश में काफी हर्षोल्लास के साथ इस पर्व को आयोजित जाता है और गणतंत्र दिवस का यह पर्व सबके लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

क्योंकि इसी दिन हमारे देश में संविधान लागू हुआ था। 26 जनवरी को महत्व देशभर में लोकतांत्रिक गणतंत्र दिवस के रूप में दिया जाता है।

26 जनवरी के दिवस को मनाने का उद्देश्य

26 जनवरी के दिवस को मनाने के क्या क्या उद्देश्य है, वह निम्न है:

  • 26 जनवरी के पर्व को मना कर संपूर्ण देश के नागरिकों को इसके बारे में अवगत कराया जाता है।
  • 26 जनवरी के पर्व का आयोजन इसलिए किया जाता है ताकि वर्तमान समय की पीढ़ी को स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में याद दिलाया जा सके।
  • 26 जनवरी के दिन कई सांस्कृतिक सामाजिक कार्यक्रम को आयोजित किया जाता है, जिसके माध्यम से देश की संस्कृति को कायम रखना।

गणतंत्र दिवस का यह राष्ट्रीय पर्व हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह वह दिन है जब हमारा देश विश्व के मानचित्र पर एक गणतंत्र देश के रूप में स्थापित हुआ था और इसी के कारण देश के हर एक कोने में इस पर्व को बहुत ही धूमधाम व हंसी खुशी के साथ मनाया जाता है।

26 जनवरी पर निबंध 600 शब्द (gantantra diwas essay in hindi)

भारत का गणतंत्र दिवस 26 जनवरी है और सन 1950 में हमारे देश में संविधान को लागू किया गया। गणतंत्र दिवस के साथ-साथ भारत के 3 राष्ट्रीय पर्वों को भी इसी तरह मनाया जाता है और इस पर्व को हर एक जाति व संप्रदाय द्वारा काफी उत्साह के साथ मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं?

गणतंत्र दिवस को मनाने का मुख्य कारण इस दिन हमारे देश के सविधान का प्रभाव आया था। हालांकि इसके अलावा इस दिन को एक और ऐतिहासिक दिन के तौर पर मनाया जाता है।

इसी दिन पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारत को 26 जनवरी 1930 को पूर्णता स्वतंत्र घोषित किया था और इसीलिए इस दिन को संविधान की स्थापना के लिए भी चुना गया।

भारत का राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस

26 जनवरी का दिन कोई साधारण दिन नहीं है, यह वह दिन है, जो कि हमारे देश के लिए काफी महत्वपूर्ण है। वैसे तो भारत 15 अगस्त 1947 के दिन है। स्वतंत्र हो गया लेकिन इस दिन लोकतांत्रिक गणतंत्र राज्य बनाने के लिए भारत सरकार ने इसी दिन भारतीय संविधान की शुरुआत की थी।

26 जनवरी के दिन भारत के सरकार अधिनियम को हटाकर भारत ने नवनिर्मित संविधान को लागू करके देश को गणतंत्र राज्य बनाया गया।

गणतंत्र दिवस से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

  • 26 जनवरी के दिन पहली बार पूर्ण स्वराज्य का कार्यक्रम मनाया गया, जिसमें अंग्रेजों की हुकूमत से पूरी तरह से आजादी मिलने का भी प्रण लिया गया था।
  • गणतंत्र दिवस के दिन परेड के दौरान क्रिस्चियन ध्वनि बजाई जाती है, जिसका नाम अबाईड वीथ मई है। क्योंकि यह ध्वनि महात्मा गांधी के प्रिय ध्वनियों में से एक है।
  • भारत के पहले गणतंत्र समारोह में मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो थे।
  • गणतंत्र दिवस का समारोह राजपथ पर पहली बार वर्ष 1955 को आयोजित किया था।
  • भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान भारतीय सेनाओं द्वारा भारत के राष्ट्रपति को 31 तोपों की सलामी दी जाती है।

गणतंत्र दिवस हमारे राष्ट्रीय पर्व में से एक है और इस दिन का हर नागरिक को सम्मान करना चाहिए और गणतंत्र दिवस के महत्व का एहसास होना चाहिए।

26 जनवरी के दिन भारत की सेनाओं द्वारा शक्ति प्रदर्शन किया जाता है, जो कि इस बात का संकेत देने के लिए होता है कि हम अपनी रक्षा करने में संपूर्ण सक्षम है।

गणतंत्र दिवस पर निबंध 800 शब्द (ganatantra divas nibandh)

गणतंत्र दिवस की शुरुआत 26 जनवरी 1950 को हुई, जब हमारे देश में भारतीय सरकार अधिनियम को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया। तब से ही हमारे देश और गणतंत्र को सम्मान देने के लिए हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रुप में मनाया जाता हैं।

इसका इतिहास महत्वपूर्ण घटना से है 26 जनवरी 1930 से हुई थी। जब कॉन्ग्रेस ने पूर्ण स्वराज की मांग रखी थी।

लाहौर में 1929 मे पंडित जवाहर लाल नेहरु की अध्यक्षता में कॉन्ग्रेस अधिवेशन में यह प्रस्ताव पारित किया गया कि यदि भारत को यदि स्वायत्त शासन दिया गया तो भारत स्वयं को स्वतंत्र घोषित कर देंगा।

इसके बाद 26 जनवरी 1930 तक अंग्रेजी सरकार ने कांग्रेस की इस मांग का कोई जवाब नहीं दिया। उस दिन से कांग्रेस में भारत को पूर्ण स्वतंत्रता दिलाने के लिए सक्रिय आंदोलन प्रारंभ कर दिया। इसके फलस्वरुप 15 अगस्त 1947 को भारत स्वतंत्र हो गया।

26 जनवरी के महत्व को ध्यान रखते हुए गणतंत्र की स्थापना के लिये चुना गया। हमारे देश का संविधान प्रभावी हुआ। हमारा देश विश्व में गणतांत्रिक देश रुप में स्थापित हुआ।

आज के समय में अपने संविधान के कारण हम स्वतंत्र रूप से कोई फैसला ले सकते है। 26 जनवरी 1930 को पहली बार पूर्ण स्वराज्य का कार्यक्रम मनाया गया।

गणतंत्र दिवस में परेड के समय एक क्रिश्चियन धुन बजाई जाती है। यह गांधीजी की पसंदीदा धुन में से एक है। प्रथम गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि इंडोनेशिया की राष्ट्रपति सुकणौ थे।

गणतंत्र दिवस का समारोह

गणतंत्र दिवस का राजपथ में आयोजन 1955 में किया गया था। भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह के दिन राष्ट्रपति को 31 तोपो की सलामी दी जाती हैं। हर साल 26 जनवरी को दिल्ली में राजपथ पर गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जाता हैं।

शुरु से ही इस में विदेशी अतिथियों को बुलाने की परंपरा रही हैं। कई बार एक से अधिक अतिथि आते हैं। राष्ट्रपति सर्वप्रथम झंडा फहराते हैं।

इसके बाद सभी खड़े होकर राष्ट्र गान गाते हैं। इसके बाद कई प्रकार की सांस्कृतिक व पारंपरिक झांकियां निकाली जाती है, जो कि देखने में बहुत ही मनमोहक लगती हैं।

विद्यालयों में गणतंत्र दिवस

गणतंत्र दिवस समारोह को मनाने के लिये स्कूल तथा कॉलेज के बच्चे बहुत ही ज्यादा खुश होते हैं। इसकी तैयारी वह महीना भर पहले शुरु कर देते हैं।

वह पी.टी.,परेड व अन्य प्रकार के कार्यक्रम की तैयारी करते हैं और इस अवसर पर विद्यार्थियों को अकादमी में शिक्षा, विज्ञान खेलकूद आदि क्षेत्रो में बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कृत व सम्मानित किया जाता हैं।

इस दिन के समारोह का आयोजन बड़े स्टेडियम किया जाता हैं। आम जनता और बच्चों के अभिभावक आदि लोग उपस्थित होते हैं। अंत में बच्चों को लड्डू और मिठाई दी जाती हैं। दिल्ली राजपथ में होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह का प्रसारण टी.वी. पर किया जाता हैं।

26 जनवरी के दिन मनाया जाने वाला हमारा गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस हर भारतीय में आत्म गौरव भरने का काम करता हैं। हमें पूर्ण स्वतंत्रता की अनुभूति कराता हैं। यही कारण है 26 जनवरी गणतंत्र दिवस समारोह को हमारे यहां धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता हैं।

भारतीयों के लिए गणतंत्र दिवस का समारोह

यह पर्व हम भारतवासियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। यही वो दिन है, जो हमें हमारे संविधान का महत्व बतलाता हैं। भले ही हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ, परंतु भारत को उसका वास्तविक अस्तित्व 26 जनवरी को ही मिला हैं।

26 जनवरी गणतंत्र दिवस का पर्व हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। क्योंकि हमारे देश का संविधान व इसका गणतांत्रिक रुप ही हमारे देश को कश्मीर से कन्याकुमारी तक जोडता हैं।यह वह दिन है जब हमारा देश विश्व मानचित्र में गणतंत्र के रूप में स्थापित हुआ।

इस दिन हम सभी नागरिकों को प्रतिज्ञा करनी चाहिए कि हम भारत के संविधान की गरिमा को बनाए रखेंगे। इसकी सुरक्षा करेंगे और शांति व समरसता को बनाये रखेंगे और देश के विकास में सहयोग देंगे।

गणतंत्र दिवस भारत में एक पर्व के रूप में मनाया जाता है। यह त्यौहार जिसको सभी सरकारी कार्यालयों में आयोजित किया जाता है। सभी सरकारी दफ्तरों में इस दिन झंडा रोहन किया जाता है। यह पर्व सविधान लागु करने के उपलक्ष में मनाया जाता है। भारत में इस दिन स्कूलों में सांस्कारिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है।

देश में स्वतंत्रता दिवस के साथ साथ गणत्रत दिवस को बड़े धूम धाम से मनाया जाता है। भारत में 26 जनवरी के दिन यह त्यौहार मनाया जाता है। देश में यह दिन जिसे देश का दिन भी माना जाता है। भारत में इस दिन लाल किले पर कार्यक्रम का आयोजन होता है।

गणतंत्र दिवस पर निबंध 1000 शब्दों में

हमारा देश विभिन्नताओं में एकता वाला देश है। यहां पर पूरे साल विभिन्न तरह के त्योहार मनाए जाते हैं। हालांकि ज्यादातर त्यौहार विशेष धर्म और जाति से संबंधित होते हैं लेकिन एकमात्र राष्ट्रीय पर्व ही ऐसा है, जो किसी धर्म या संप्रदाय से संबंधित ना होकर भारत में निवास कर रहे हर एक नागरिकों से संबंधित होता है।

भारत में दो राष्ट्रीय पर्व मनाए जाते हैं एक स्वतंत्रता दिवस और दूसरा गणतंत्र दिवस। गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस क्या होता है?

भारत एक लोकतांत्रिक देश है। हमें पता है लेकिन भारत केवल लोकतांत्रिक ही नहीं यह एक गणतंत्र देश भी है। इसीलिए इसे लोकतांत्रिक गणराज्य कहा जाता है। गणतंत्र देश का अर्थ एक ऐसा देश होता है, जहां पर राष्ट्र की सत्ता वंशानुगत ना होकर जनता के द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों के द्वारा होती हैं।

भारत गणतंत्र देश होने के कारण ही यहां पर हर 5 साल में चुनाव होते हैं, जिसमें देश के नागरिक अपने मत के अधिकार का प्रयोग करते हुए एक सही उम्मीदवार का चयन करते हैं, जिनके हाथों में अगले 5 वर्षों के लिए देश की बागडोर दी जाती है।

इस तरह गणतंत्र दिवस उस दिन की याद दिलाता है, जिस दिन हमारे देश को लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में पहचान मिली।

गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है?

गणतंत्र दिवस मनाने का महत्वपूर्ण कारण है कि इसी दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था और भारत को एक गणतांत्रिक देश की पहचान मिली थी। भारत में सत्ता वंशानुगत ना हो, भारत के नागरिकों को खुद की सरकार चुनने का अधिकार दिया जाए।

इसके साथ ही भारत के नागरिकों को लोकतांत्रिक होने का एहसास दिलाने के लिए उनके पास कुछ मौलिक अधिकार और कुछ कर्तव्य हो उसके लिए देश के संविधान बनाने का निर्णय लिया गया था।

डॉ बी.आर अंबेडकर की अध्यक्षता में 9 दिसंबर 1946 को देश के संविधान बनाने की शुरुआत की गई। लगभग 2 साल 11 महीने और 18 दिन के बाद हमारे देश का संविधान बनकर तैयार हो गया।

देश के संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान को स्वीकारा और अगले ही साल 26 जनवरी 1950 को पूरे देश में भारतीय संविधान को लागू कर दिया।

इस तरह दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान भारत के संविधान को पूरे देश में लागू करने की याद में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है?

गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है यह हम जानते हैं क्योंकि उसी दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था। लेकिन देश के संविधान को लागू करने के लिए 26 जनवरी का ही दिन क्यों चुना गया था। क्योंकि देश का संविधान तो 26 नवंबर 1949 को ही स्वीकार कर लिया गया था।

इसके पीछे का इतिहास भी काफी रोचक है। 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद होने के बाद भारत एक लोकतांत्रिक देश बना था और भारत का संविधान लागू होने के बाद यह लोकतांत्रिक गणराज्य बना।

लेकिन भारत को आजाद होने से पहले ही इसे लोकतांत्रिक यानी की पूर्ण स्वराज घोषित कर दिया गया था। दरअसल दिसंबर 1929 में लाहौर में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के अध्यक्षता में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन हुआ था।

उस अधिवेशन में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने ब्रिटिश सरकार से 26 जनवरी 1930 को भारत को एक डोमिनियन का दर्जा देने की मांग की थी। इसके साथ ही यह भी चेतावनी दी थी कि अगर यह मांग पूरी नहीं हुई तो भारत को पूर्ण स्वराज के रूप में घोषित कर दिया जाएगा।

26 जनवरी 1930 का दिन आया लेकिन उस दिन ब्रिटिश सरकार की तरफ से कोई भी जवाब नहीं दिया गया, जिसके बाद विभिन्न क्रांतिकारियों ने मिलकर आंदोलन किया।

सभी क्रांतिकारियों ने ब्रिटिश राज से स्वतंत्र भारत को अपना स्ल राज्य बनाने की प्रतिज्ञा ली थी। इस तरह 26 जनवरी को ही देश को पूर्ण स्वराज बनाने के लिए देश की क्रांतिकारी के द्वारा प्रतिज्ञा ली गई थी। उस याद में भी गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस के दिन स्कूल कॉलेज में भी विभिन्न तरह के कार्यक्रम होते हैं और विभिन्न तरह की प्रतियोगिता आयोजित होती है। बच्चे गणतंत्र दिवस पर भाषण देते हैं।

बच्चों को गणतंत्र दिवस के ऊपर लेख लिखने के लिए भी दिया जाता है। इस तरह गणतंत्र दिवस के दिन हर एक भारतीयों में हर्ष और उल्लास देखने को मिलता है।

गणतंत्र दिवस कैसे मनाया जाता है?

हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भारत की राजधानी नई दिल्ली में बहुत बड़ा कार्यक्रम का आयोजन होता है। यह कार्यक्रम कर्तव्य पथ जिसका पहले नाम राजपथ था, वहां पर आयोजित होता है।

इस कार्यक्रम में देश के सभी महत्वपूर्ण नेता उपस्थित होते हैं। इसके साथ ही इस कार्यक्रम में दूसरे देश के भी विशेष व्यक्तियों को मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल किया जाता है। इससे हमारे देश की विदेश नीति को मजबूत बनाने का अवसर मिलता है।

गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में देश के राष्ट्रपति के द्वारा ध्वज फहराया जाता है। उसके बाद वहां उपस्थित सभी लोग खड़े होकर राष्ट्रीय गान करते हैं। उसके बाद हमारे देश के प्रधानमंत्री कर्तव्य पथ पर अमर जवान ज्योति पर पुष्पांजलि अर्पित करते हैं।

उसके बाद हमारे देश की तीनों सेना वायु सेना, जल सेना और थल सेना के द्वारा बहादुर और शौर्य को प्रदर्शित करता हुआ परेड किया जाता है। गणतंत्र दिवस के मुख्य कार्यक्रम का एक खास आकर्षण सांस्कृतिक और पारंपरिक झांकियां भी होती हैं।

इन झांकियों से पता चलता है कि हमारे देश में विभिन्न तरह के धर्म जाति के लोग हैं और उनकी अपनी – अपनी संस्कृति और परंपरा है लेकिन उसके बावजूद सभी में एकता है।

गणतंत्र दिवस के बारे में रोचक तथ्य

  • गणतंत्र दिवस के दिन कर्तव्य पथ पर कार्यक्रम आयोजित होता है लेकिन सबसे पहला गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में आयोजित हुआ था।
  • वर्ष 1955 में पहली बार कर्तव्य पथ पर परेड हुआ था, जिसमें मुख्य अतिथि पाकिस्तान के गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मोहम्मद थे।
  • 1950 में पहला गणतंत्र दिवस हुआ था, उस दिन के परेड में 3000 भारतीय सैन्य कर्मी और 100 से भी अधिक विमान ने परेड में हिस्सा लिया था।
  • गणतंत्र दिवस पर हमेशा दूसरे देश से मुख्य अतिथि बुलाए जाते हैं। सबसे पहला गणतंत्र दिवस में आमंत्रित किए जाने वाले पहले मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो थे।
  • गणतंत्र दिवस के दिन “एबाइड विद मी” के नाम से एक खास प्रकार का ईसाई धुन बजाया जाता है। कहते हैं यह गांधी जी की पसंदीदा धुनों में से एक थी।

गणतंत्र दिवस हर एक भारतीयों का पर्व है क्योंकि यह एक राष्ट्रीय पर्व है। गणतंत्र दिवस एक ऐतिहासिक पर्व है, जो हमें हमारे देश के इतिहास की याद दिलाता है। यह दिन खास है क्यों यह हमारे देश के गणतंत्र होने के महत्व को दर्शाता है।

इस तरह इस लेख में गणतंत्र दिवस पर निबंध हिंदी में (republic day essay in hindi) के जरिए आपने गणतंत्र दिवस के बारे में सारी जानकारी प्राप्त की।

हमें उम्मीद है कि यह पोस्ट आपको पसंद आया होगा। अगर इस लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न या सुझाव हो तो आप हमें कमेंट में लिखकर बता सकते हैं।

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Rahul Singh Tanwar

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250 words essay on republic day in hindi

26 january essay in hindi | Essay On Republic Day In Hindi | गणतंत्र दिवस पर निबंध

Essay On Republic Day In Hindi

26 january essay in hindi : गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है, जिसे 26 जनवरी के दिन पूरे देश मे उत्साह के साथ मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस मनाने की शुरुआत 26 जनवरी 1950 से हुई थी, जब देश मे संविधान लागू हुआ था।

Eassy On Republic day के इस आर्टिकल में हम जानेंगे गणतंत्र दिवस पर निबंध जो कि अलग अलग शब्द सीमाओं के अंदर रहेंगे।

कई Students निबंध की तलाश करते हैं, इसलिए हमने पूरी कोशिश की है कि इस निबंध को बहुत ही आसान शब्दों में लिखा जाए, ताकि याद करने में आसानी हो.

Table of Contents

गणतंत्र दिवस पर निबंध (Essay On Republic Day In Hindi) – (26 January essay in Hindi) 250 शब्द (Words)

प्रस्तावना.

हमारा देश भारत काफी लंबे वक़्त की गुलामी के बाद जब 1947 में आजाद हुआ था तो देश के सामने कई तरह की चुनौतियां थी, जिसमे से सबसे बड़ी चुनौती शासन व्यवस्था की थी।

देश का शासन किस तरह चलेगा, इसके क्या नियम कानून होंगे यह सब निर्धारित नही था। जबकि इतने बड़े देश को चलाने के सबसे जरूरी यही काम था।

इसीलिए उस वक़्त के प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू ने बिना देर करते हुए एक कमेटी का गठन किया, जिसका काम था देश का संविधान तैयार करना।

करीब 2 वर्ष की मेहनत के बाद देश का संविधान बनकर तैयार हुआ और 26 जनवरी 1950 को देश मे लागू हो गया। तभी से इसी दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं।

जब बनकर तैयार हुआ सबसे बड़ा लिखित संविधान.

हमारे देश का संविधान दुनियाँ का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। इसी वजह से संविधान को बनने में ढाई वर्ष से भी ज्यादा वक्त लग गया।

28 जनवरी 1948 को ड्राफ्टिंग कमेटी को नियुक्त किया गया था, जिसने संविधान बनाने के लिए पूरे 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन का समय लिया और कुल 114 दिनों की बैठक करके संविधान को तैयार किया।

देशभक्ति की लहर से झूम उठता है देश.

26 जनवरी को पूरे देश के लोगों में देशभक्ति की भावना भरी रहती है। फिर क्या बच्चे और क्या बुजुर्ग, सभी की जुबान पर बस देशभक्ति के गीत छाए रहते हैं। इस दिन सभी स्कूलों में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित करवाये जाते हैं।

इन कार्यक्रमों में सभी कक्षा के बच्चे भाग लेते हैं। इस दिन स्कूल में ध्वज के नीचे बने मंच से छात्र एवं छात्राएं ओजस्वी भाषण देते हैं, तो कुछ गीत से लोगों का मन लुभाते हैं।

दिल्ली की परेड.

26 जनवरी के प्रमुख आकर्षण दिल्ली में होने वाली सेना की परेड भी है, जिसमे सेना के तीनों विभाग, जल सेना, थल सेना और वायु सेना शामिल होती है। देश के प्रधानमंत्री लाल किला में ध्वजारोहण करते हैं।

26 जनवरी इस बात का प्रतीक है कि हमारा देश कितना मजबूत है। हम सब देशवासी संविधान की इज्जत करते हैं और इसमे बनाए गए नियमों के दायरे में रहकर अपना काम करते हैं। यही हमारे देश की शक्ति है।

गणतंत्र दिवस पर निबंध (Essay On Republic Day In Hindi) – (26 January essay in Hindi) 300 शब्द (Words)

हमारे देश हर वर्ष 26 जनवरी का राष्ट्रीय पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन देश की गली-गली में देखभक्ति से ओतप्रोत गाने सुनने को मिलते हैं।

हर वर्ष गणतंत्र दिवस का पूरे उत्साह के साथ मनाया जाना इस बाद का सबूत है कि देश का हर एक नागरिक भारत के संविधान की इज्जत करता है और इसे मानता है।

राष्ट्रीय पर्व होने के नाते इस दिन पूरे देश मे अवकाश होता है। सभी स्कूल, कॉलेज और सरकारी कार्यालयों में ध्वजारोहण किया जाता है।

क्यों मनाते हैं गणतंत्र दिवस (Why celebrate Republic Day)?

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस इस वजह से मनाया जाता है, क्योंकि 26 जनवरी 1950 को जब हमारा संविधान बनकर देश में लागू हुआ था, तब देश गणराज्य बना था। इसी के उपलक्ष्य में तभी से हर वर्ष गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस हमारे देश की एकता का प्रतीक है। हर वर्ष इसका आयोजन होता है जो कि यह बात सिद्ध करता है देश मे जनता का शासन है,और यह जनता के लिए जनता के द्वारा बनाया गया है।

संविधान ने इस देश के लोगो को यह ताकत दी थी कि वह अपनी मर्जी से नेता का चुनाव कर सकते हैं। सरकार के द्वारा किये जाने वाले काम की जानकारी लोगो तक सही सही पहुँच सकें, इसके लिए संविधान में मीडिया को बहुत अहम बताया गया है।

राजधानी दिल्ली में होती है विशेष परेड.

वैसे तो गणतंत्र दिवस का उत्साह देश के हर राज्य में दिखाई देता है लेकिन दिल्ली में विशेष कार्यक्रम होते हैं। दिल्ली के लाल गेट में सेना की टुकड़ियां परेड करती है देश के राष्ट्रपति को सलामी देते हैं।

इसके बाद वायु सेना के विशेष विमान हवा में सांस रोक देने वाले करतब दिखाते हैं। इस दिन परेड में भारत अपनी शक्ति का प्रदर्शन भी करता है।

किसी भी तरह के नए हथियार, मिसाइल आदि दुनियाँ को इसी दिन दिखाया जाता है। सेना के जवानों के बाद पुलिस की भी परेड होती है।

गणतंत्र दिवस सिर्फ एक राष्ट्रीय पर्व नही बल्कि देश की एकता का एहसास कराने वाला है। यह दिन हमें बताता है कि देश कितनी कठिन परिस्थिति से उबरकर यहाँ आकर खड़ा हुआ है।

गणतंत्र दिवस पर निबंध (Essay On Republic Day In Hindi) – (26 January essay in Hindi) 400 शब्द (Words)

हमारा देश अंगेजो का गुलाम था। देश मे उन्ही की कानून व्यवस्था थी। यह व्यवस्था इस प्रकार थी, कि भारतीयों का शोषण आसानी से किया जा सकता था।

इन वजहों से देश मे आजादी की लहर बह रही है। हर व्यक्ति आजाद होना चाहता था, और देश का यह सपना पूरा भी हुआ 15 अगस्त 1947 को जब अंग्रेजो को मजबूर होकर वापस ब्रिटेन जाना पड़ा।

अब देश को जरूरत थी ऐसे कानूनों की जो देश मे अमन कायम कर सकें और देश के लोगों को अधिकार दे सके। इन्ही बातों को ध्यान में रखते हुए भारत देश का संविधान बनाया गया और 26 जनवरी 1950 को जब संविधान देश में लागू हुआ तो भारत एक गणराज्य बन गया।

तभी से यह दिन गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

संविधान है देश की जान.

देश की आजादी के बाद संविधान निर्माण की जिम्मेदारी डॉ भीमराव अंबेडकर और उनकी कमेटी को दी गई। डॉ. भीमराव अंबेडकर ने कमेटी के साथ मिलकर संविधान पूरे संविधान को बनाया और 26 जनवरी 1950 को लागू कर दिया गया।

संविधान को बनाने में कुल 2 वर्ष 11 माह और 18 दिनों का लंबा वक्त लगा, लेकिन संविधान ऐसा था, जिसमें हर जाति धर्म के लोगो को समान अधिकार दिए गए थे।

संविधान में सभी को बराबर महत्व दिया गया था यही इसकी विशेषता थी। संविधान ने देश को एक पंथनिरपेक्ष राज्य का दर्जा दिया।

गणतंत्र दिवस ओर समारोह.

गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर पूरे देश में रंगारंग कार्यक्रम किये जाते हैं। देश के समस्त विद्यालयो, कालेज और सरकारी दफ्तरों में ध्वजारोहण अनिवार्य रूप से होता है।

इसके बाद जन-गण-मन राष्ट्रगान गया जाता है और फिर भारत माता की जय के नारे से आसपास का माहौल देशभक्ति से भर जाता है।

विद्यालयों में बच्चे भाषण देते है, देशभक्ति के संगीत प्रस्तुत करते हैं और नाटक आदि के माध्यम से जान चेतना को जगाने का काम करते हैं।

गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर सबसे आकर्षक कार्यक्रम दिल्ली में आयोजित किया है। दिल्ली देश की राजधानी है। दिल्ली के राजपथ में सेना की परेड सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र होती है।

देश की सशस्त्र बल के तीनों विभाग अपने सुप्रीम कमांडर जो कि देश के राष्ट्रपति है उनको सलामी देती है।

शुरू से ही देश मे ऐसी प्रथा चली आ रही है कि गणतंत्र दिवस में शामिल होने के लिये अपने मित्र देश के प्रमुख को आमंत्रित किया जाता है।

अब तक कई देशो की बड़ी-बड़ी शख्शियत इस दिन के साक्षी बन चुके हैं। बराक ओबामा भी इस गणतंत्र दिवस में एक बार मुख्य अथिति रह चुके हैं।

यह दिन हर एक भारतीय है, इसलिये इसे पूरे धूमधाम के साथ जरूर मनाया जाना चाहिये। साथ ही इस बात का भी संकल्प करना चाहिये की हम अपने देश के संविधान के प्रति जिम्मेदार रहेंगे और इसका पालन करेंगे।

गणतंत्र दिवस पर निबंध (Essay On Republic Day In Hindi) – (26 January essay in Hindi) 500 शब्द (Words)

देश का एक राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस 26 जनवरी के दिन मनाया जाता है। यह पर्व देश में गणतंत्र लागू होने की खुशी में मनाया जाता है।

26 जनवरी को देश का संविधान बनकर लागू हुआ था, इस वजह से 15 अगस्त की तरह ही यह दिन भी देश के लिये एक ऐतिहासिक दिन ही था।

देश के संविधान के इस देश को लोकतांत्रिक शक्तियां दी थी। संविधान लागू होने के बाद ही संविधान के अनुसार देश के राष्ट्रपति की नियुक्ति हुई।

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को देश का पहला राष्ट्रपति बनने का गौरव प्राप्त हुआ। 26 जनवरी 1950 के बाद ही देश मे कई तरह के बदलाव हुए इस वजह से यह दिन बहुत खास है।

गणतंत्र दिवस मनाने की ऐतिहासिक वजहें.

गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को ही मनाया जाता है, इसकी दो वजहें हैं। इसकी एक वजह जो हम सबको पता है वह यह है कि इसी दिन देश ने खुद का संविधान लागू किया था।

26 जनवरी के दिन भारत एक गणतंत्र बना था, जिसकी खुशी को शब्दों में बयान करना बहुत मुश्किल है। इसलिए इस दिन को ऐतिहासिक मानते हुए प्रति वर्ष 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस मनाने का निर्णय लिया गया।

वही इसकी दूसरी वजह की जड़ 1929 में हुए लाहौर अधिवेशन से जुड़ी हैं। पंडित नेहरू की अध्यक्षता में लाहौर में कॉंग्रेस कमेटी की बैठक हई।

जिसमे यह कहा गया कि यदि अंग्रेजी शासन ने हमे डोमीनियन स्टेटस नही दिया तो हम खुद को एक स्वतंत्र देश घोषित कर देंगे। लेकिन 26 जनवरी 1930 तक अंग्रेजो की तरफ से कांग्रेस की एक भी बात नही मानी गई।

तब कांग्रेस के नेताओं से देश को एक स्वतंत्र देश घोषित कर दिया और पहली बार ध्वजारोहण किया गया। हालांकि आगे चलकर देश 15 अगस्त को आजाद हुआ, इस वजह से 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है।

लेकिन इस बात का ध्यान रखा गया कि 26 जनवरी के महत्व भी बना रहे, इसलिए संविधान को इस दिन लागू किया गया और यह दिन आज हम सब देशवासी स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाते हैं।

गणतंत्र दिवस का महत्व.

गणतंत्र दिवस का हमारे इतिहास में क्या महत्व है यह तब समझ पाएंगे जब हम गणतंत्र की ताकत को समझते हो। आज भारत पूरी दुनियाँ का सबके बड़ा लोकतांत्रिक देश है।

लोकतांत्रिक देश का मतलब है, ऐसा देश जहां जनता अपना नेता खुद चुनती है। लोकतंत्र में जनता से बड़ा कोई नही होता है।

हमारे देश के लोकतंत्र में दिया गया है कि देश में जनता का शासन, जनता के द्वारा और जनता के लिए ही होगा।

आज बहुत कम देश है जहां लोकतंत्र है और सफलता पूर्वक चल भी रहा है। निश्चितरूप से भारत ऐसे देशों के लिए एक प्रेरणाश्रोत जरूर होगा।

राष्ट्रीय पर्व का उत्साह.

गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है। गणतंत्र दिवस के अलावा स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती ही राष्ट्रीय पर्व हैं। राष्ट्रीय पर्व में अवकाश होता है। ध्वजारोहण का कार्यक्रम इसका प्रमुख आकर्षण रहता है।

प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में किसी न किसी राष्ट्र के प्रमुख जरूर शामिल होते हैं। इन राष्ट्रप्रमुखों को सबसे पहले 21 तोपो की सलामी दी जाती है, इसके बाद सेना के द्वारा राष्ट्रपति को सलामी दी जाती है।

सेना के वीर जवान तरह तरह के खतरनाक कलाबाजियां दिखाते है, जो देखने वालों के होश उड़ा देते हैं। लाल किला से देश के प्रधानमंत्री देश को संबोधित करते हैं।

इस संबोधन में आमतौर पर देश के इतिहास से लेकर भविष्य की संभावनाओं की बात शामिल होती है। रंगारंग कार्यक्रम सिर्फ दिल्ली तक ही सीमित नही रहते हैं, बल्कि हर राज्य के मुख्यमंत्री, राज्यपाल के द्वारा भी ध्वजारोहण किया जाता है।

सभी सरकारी कार्यालयों में ध्वजारोहण किया जाता है। लेकिन इसमे चार चांद लगाने का काम स्कूल के बच्चे करते हैं, जो अपने अपने स्कूलों में कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करते हैं।

गणतंत्र दिवस हर उस नागरिक के लिए रख गर्व का पल है जिसे आजादी से प्यार है। जिसे इस बात का एहसास है कि हमारे संविधान के कारण ही आज हम आजाद है। जबकि हम अपने पड़ोस में बसे कुछ देशों की स्थिति देख सकते हैं जो देखने मे तो काफी मजबूत है पर देश के लोग लोकतंत्र की मांग कर रहे हैं।

इसलिए हमें इस बात के महत्व को समझना चाहिये, और उत्साह के साथ गणतंत्र दिवस मनाना चाहिए।

गणतंत्र दिवस पर निबंध (Essay On Republic Day In Hindi) – (26 January essay in Hindi) 600 शब्द (Words)

26 जनवरी 1950 को हमारे देश का संविधान लागू हुआ था, तभी से देश मे हर साल 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

26 जनवरी 1950 को देश मे संविधान लागू किया गया था, जिसके बाद भारत देश एक लोकतांत्रिक देश बनकर दुनियाँ के सामने खड़ा हुआ था।

यह दिन हम सब देशवाशियों के लिए एक गर्व का पल जरूर है क्योंकि आज हम अपने जीवन मे जितनी आजादी को महसूस करते हैं, वह सब इसी संविधान की देन है।

वरना दुनियाँ में कई देश ऐसे भी है जहां कुछ गलत बोलने पर ही मृत्युदंड दे दिया जाता है।

भारतीय संविधान की विशेषता.

भारतीय संविधान को बहुत लचीला संविधान कहा जाता है, और यही लचीलापन इसकी विशेषता है। देश के शासन को संविधान में दो हिस्सों में बांटा गया है। जिसका एक हिस्सा राज्य सरकार है दूसरा केंद्र सरकार।

राज्य सरकार की शासन व्यवस्था राज्य तक ही सीमित रहेगी। हमारे संविधान में दो तरह की व्यवस्था दी गई है, जिसमे से एक संघात्मक है जबकि दूसरी एकात्मक.

विशेष परिस्थितियों में केंद्र के पास ज्यादा ताकत आ जाती है, जबकि सामान्य स्थिति में राज्यों के पास पूरी ताकत होगी कि वह अपने राज्य की व्यवस्था को संभाल सके।

गणतंत्र दिवस से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य.

  • 26 जनवरी 1930 को पहली देश को आजाद घोषित किया। कांग्रेस ने इसे स्वाधीनता दिवस के रूप में मनाया था और देश का ध्वज फहराया था।
  • गणतंत्र दिवस में पहली बार 1955 मे राजपथ में परेड का आयोजन किया गया था।
  • भारतीय संविधान की दो प्रतियां हैं जिनमे से एक हिंदी और दूसरी अंग्रेजी भाषा है। दोनों ही प्रतियां हाथों से लिखी गई हैं।
  • संविधान को बनाने में 2 वर्ष 11 माह और 18 दिनों का वक़्त लगा था।
  • गणतंत्र दिवस 3 दिनों तक चलता है और 29 जनवरी को बीटिंग रिट्रीट के साथ समाप्त होता है।
  • गणतंत्र दिवस के पहले अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो थे।
  • डॉ भीम राव अम्बेडकर को संविधान बनाने का श्रेय जाता है।

गणतंत्र दिवस का उत्सव (26 January essay in Hindi)

गणतंत्र दिवस को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया है। इस दिन देश के हर कोने में लोग राष्ट्रध्वज को फहराते हैं और उसके बात राष्ट्रगान गाते हैं।

राष्ट्रगान की समाप्ति के बाद कई तरह के रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन होता है। खासकर स्कूल में गणतंत्र दिवस की एक अलग ही छटा दिखाई देती है। बच्चे अपने हाथों में छोटे छोटे राष्ट्रध्वज लिए रहते हैं, स्कूल प्रशासन एक छोटी सी रैली भी बच्चों की निकालता है, जो ज्यादा बड़ी नही होती है।

बच्चे बढ़चढ़ भाषण, गीत, नृत्य आदि में हिस्सा लेते हैं। कई जगहों पर बच्चों को पुरुस्कार भी दिया जाता है। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद शिक्षक के द्वारा बच्चों को प्रसाद दिया जाता है,इसके बाद सभी अपने घर चले जाते हैं।

राज्य स्तर में भी ध्वजारोहण के बाद कुछ कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। लेकिन सबसे ज्यादा आकर्षक का केंद्र राजपथ से लालकिला तक का एरिया होता है, क्योंकि यहां पर परेड होती है।

इस परेड को देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं। परेड में देश की शक्ति और संस्कृति दोनों की झलक देखने को मिलती है।

इस मौके पर जश्न सुबह से ही शुरू हो जाता है। राजपथ पर सभी राजनेता और आम लोग इकट्ठा होने लगते हैं।

परेड में जल, थल और वायु सेना सांस रोक देने वाले करतब दिखाती है। इस खास मौके पर सबसे पहले राष्ट्रपति को 21 तोपो की सलामी दी जाती है।

भारत एक मात्र ऐसा देश जहां इतनी ज्यादा विविधिता है। पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक यहां सब कुछ अलग है। लेकिन फिर भी यह देश एक चीज़ से जुड़ा है और वो है अनेकता में एकता।

गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है और यह हर एक भारतीय को एहसास कराता है कि हम सब एक है और हमारी पहचान एक है, फिर भले ही हम किसी धर्म, जाति से नाता क्यों न रखते हो, सबसे पहले हम भारतीय हैं।

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10 Lines on Republic Day – गणतंत्र दिवस पर 10 lines

  • भारत में गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है।
  • 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ।
  • वह दिन था जब भारत एक गणतंत्र बन गया था।
  • संविधान को अपना अंतिम रूप लेने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगे।
  • 26 जनवरी को पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जाता है।
  • भारत के गणतंत्र दिवस का प्रमुख और औपचारिक उत्सव नई दिल्ली में राजपथ पर होता है।
  • समारोह और परेड का आयोजन भारत की विविधता, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सैन्य शक्ति को श्रद्धांजलि के रूप में किया जाता है।
  • भारत के राष्ट्रपति इस दिन राजपथ पर झंडा फहराते हैं।
  • गणतंत्र दिवस हम सभी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है।

Republic Day Essay in Hindi – 100 Words

भारत हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाता है। देश के राष्ट्रपति नई दिल्ली में इंडिया गेट के पास झंडा फहराते हैं। इस समारोह में कई प्रस्तुतियाँ होती हैं, और राष्ट्रगान गाया जाता है।

गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय अवकाश है, और इसे राष्ट्रीय त्योहार की तरह मनाया जाता है। पहला गणतंत्र दिवस 1950 में समर्पित किया गया था। इसी दिन पहली बार भारत का संविधान लागू किया गया था। republic day essay in hindi for class 3

Gantantra Diwas पर, एक परेड होती है जो देश की राजधानी में इंडिया गेट के पास होती है। परेड में भारत के सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश भाग लेते हैं। हर साल, विभिन्न देशों से अतिथि वक्ताओं को आमंत्रित किया जाता है। यह सब गणतंत्र दिवस पर आयोजित समारोह का एक हिस्सा है।

Gantantra Diwas Par Nibandh – 200 Words

भारत प्रतिवर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस बहुत ही गर्व और जोश के साथ मनाता है। यह एक ऐसा दिन है जो प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए महत्वपूर्ण है। यह उस दिन का प्रतीक है जब भारत वास्तव में स्वतंत्र हुआ और लोकतंत्र को अपनाया। दूसरे शब्दों में, यह उस दिन को मनाता है जिस दिन हमारा संविधान लागू हुआ था। आजादी के लगभग 3 साल बाद 26 जनवरी 1950 को हम एक संप्रभु, धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी, लोकतांत्रिक गणराज्य बन गए।

गणतंत्र दिवस का ऐतिहासिक महत्व है। 15 अगस्त 1947 को हमें अंग्रेजों से आजादी मिली, लेकिन हमारे पास किसी भी तरह की सरकार या संविधान या राजनीतिक दल नहीं थे। 26 जनवरी 1950 को भारत ने संविधान लागू किया। पंडित जवाहरलाल नेहरू भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में चुने गए और 26 जनवरी 1930 को पूर्ण स्वराज की घोषणा की गई। हालाँकि, हमें 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता मिली। republic day essay in hindi 20 lines

स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी कार्यालयों और निजी संगठनों में, उत्सव का पूरे उत्साह के साथ आनंद लिया जाता है। स्कूलों में मार्च पास्ट और परेड समेत अन्य कार्यक्रमों का आयोजन होता है। कई स्कूलों ने छात्रों को मिठाइयां बांटी। देश भर में भारतीय स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाते हैं और जाति, धर्म, भाषा और संस्कृति जैसे अंतरों को भूल जाते हैं।

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गणतंत्र दिवस पर निबंध 10 Lines (Republic Day 2024 Essay) 100, 150, 200, 400, शब्दों मे

250 words essay on republic day in hindi

गणतंत्र दिवस पर निबंध : हमारे देश में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज ही के दिन 1950 में हमारे देश के संविधान को औपचारिक रूप से अपनाया गया था और भारत पूर्ण रूप से संप्रभु राज्य बन गया था। देश का मौलिक कानून, संविधान, महात्मा गांधी जैसे महापुरुषों और हमारे देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों के परिश्रम और परिश्रम से बनाया गया था। इसलिए, 26 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया था और तब से इसे भारत के गणतंत्र दिवस के रूप में पहचाना और मनाया जाता है।

इतिहास (History)

स्वतंत्रता के बाद, देश में कोई स्व-निर्मित आधिकारिक संविधान नहीं था, इसके बजाय, इसके कानून संशोधित औपनिवेशिक कृत्यों पर आधारित थे। इसलिए, हमारे अपने देश के लिए एक आधिकारिक संविधान की स्थापना भारत सरकार के सामने सबसे बड़ा काम था। हमारा संविधान डॉ. राजेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में संविधान सभा के सम्मानित सदस्यों की कड़ी मेहनत और संघर्ष का परिणाम है। डॉ. अम्बेडकर हमारे संविधान के जनक थे। अन्य देशों के विभिन्न संविधानों का गहराई से अध्ययन करने के बाद, हमारे संस्थापकों ने हमारा संविधान बनाया और यह दुनिया का सबसे लंबा संविधान है। यह इन महापुरुषों के समर्पण और दूरदर्शिता को दर्शाता है। इस तरह संविधान अस्तित्व में आया। संविधान को पूरा करने में दो साल, ग्यारह महीने और अठारह दिन लगे।नवंबर 1949 , यह 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ।

गणतंत्र दिवस निबंध 10 पंक्तियाँ (Republic Day Essay 10 Lines in Hindi)

  • 26 जनवरी को हम भारत में लगातार हर साल गणतंत्र दिवस मनाते हैं।
  • 1950 में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा संविधान की शुरुआत की गई थी।
  • भारत इस दिन एक धर्मनिरपेक्ष और कानून आधारित या लोकतांत्रिक राष्ट्र में बदल गया।
  • इस दिन, सभी कार्यस्थल और संगठन बंद रहते हैं क्योंकि यह दिन एक राष्ट्रीय अवसर होता है।
  • स्कूल, विश्वविद्यालय और अन्य शिक्षाप्रद प्रतिष्ठान इस दिन को अविश्वसनीय परेड और शो के साथ मनाते हैं।
  • छात्र मुख्य रूप से आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं।
  • नई दिल्ली में, भारत की राजधानी, एक विशाल जुलूस का नेतृत्व सेना, नौसेना और वायु सेना द्वारा किया जाता है।
  • मुख्य अतिथि के रूप में विभिन्न देशों के वीआईपी का स्वागत किया जाता है।
  • लाल किले पर, राष्ट्रीय ध्वज फहराना और व्यक्तियों का जमावड़ा देखा जाता है।
  • यह दिन सभी को एकजुटता और आजादी का संदेश देता है।

गणतंत्र दिवस निबंध 100 शब्द (Republic Day Essay 100 Words in Hindi)

भारत हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाता है। देश के राष्ट्रपति नई दिल्ली में इंडिया गेट के पास झंडा फहराते हैं। इस समारोह में कई प्रस्तुतियाँ होती हैं, और राष्ट्रगान गाया जाता है।

गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय अवकाश है, और इसे राष्ट्रीय त्योहार की तरह मनाया जाता है। पहला गणतंत्र दिवस 1950 में समर्पित किया गया था। इसी दिन पहली बार भारत का संविधान लागू किया गया था।

गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर देश की राजधानी में इंडिया गेट के पास परेड होती है। परेड में भारत के सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश भाग लेते हैं। हर साल, विभिन्न देशों से अतिथि वक्ताओं को आमंत्रित किया जाता है। यह सब गणतंत्र दिवस पर आयोजित समारोह का एक हिस्सा है।

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गणतंत्र दिवस निबंध 150 शब्द (Republic Day Essay 150 Words in Hindi)

गणतंत्र दिवस का देश के लिए बहुत ऐतिहासिक महत्व है। 26 जनवरी 1950 को देश ने सबसे पहले संविधान को लागू किया था। जवाहरलाल नेहरू भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे, और पूर्ण स्वराज या स्वतंत्रता दिवस 26 जनवरी, 1930 को घोषित किया गया था। हालाँकि, वास्तविक अर्थों में, हमें 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्रता मिली। ऐतिहासिक महत्व के कारण उस दिन, 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस घोषित किया गया था।

26 जनवरी 1950 से भारत ने उस दिन अपना गणतंत्र दिवस मनाया। इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाता है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर, देश के राष्ट्रपति राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, जिसके बाद राष्ट्रगान गाया जाता है। देश में इंडिया गेट के पास राजपथ पर समारोह होते हैं। देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में खूबसूरत झांकियां हैं। गणतंत्र दिवस समारोह के लिए आमंत्रित अंतर्राष्ट्रीय अतिथि और वक्ता हैं। गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए देश भर से लोग राजधानी आते हैं। गणतंत्र दिवस समारोह का देश के राष्ट्रीय चैनल पर सीधा प्रसारण किया जाता है।

गणतंत्र दिवस निबंध 200 शब्द (Republic Day Essay 200 Words in Hindi)

गणतंत्र दिवस को एक राष्ट्रीय त्योहार माना जाता है और हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। यह देश के नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि इसी दिन हमें अपना संविधान मिला था। 15 अगस्त को जब भारत को आजादी मिली तो कुछ दिनों बाद एक समिति का गठन किया गया। 29 अगस्त को एक संविधान सभा का गठन किया गया था, और इसे देश के लिए संविधान बनाने के कर्तव्य के साथ नियुक्त किया गया था। डॉ. बीआर अम्बेडकर को इस समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। संविधान बनाने में संविधान सभा को दो साल, ग्यारह महीने और अठारह दिन लगे।

जनवरी 1950 में, संविधान की हस्तलिखित प्रतियों पर संविधान सभा के सदस्यों द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे। दो दिन बाद 26 जनवरी 1950 को गणतंत्र दिवस के रूप में घोषित किया गया। इस दिन से काफी ऐतिहासिक महत्व जुड़ा हुआ है। 1930 में इसी दिन देश में पूर्ण स्वराज की घोषणा की गई थी। उसी दिन जवाहरलाल नेहरू को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था।

भले ही INC ने 1930 में स्वतंत्रता दिवस घोषित किया, 17 साल बाद अंग्रेजों से आजादी के लिए भारत, 15 अगस्त, 1947 को, इसलिए, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया गया। गणतंत्र दिवस देश के लिए बहुत खुशी और देशभक्ति के साथ मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस निबंध 400 शब्द (Republic Day Essay 400 Words in Hindi)

हमारी भारत माता ब्रिटिश शासन की दासी थी, जिसके दौरान भारतीय जनता ने ब्रिटिश शासन द्वारा बनाए गए कानूनों का पालन करने के लिए मजबूर किया था, भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के लंबे संघर्ष के बाद, भारत को 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्रता प्राप्त हुई। सोलह वर्ष बाद में, भारत ने अपना संविधान लागू किया और खुद को एक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया। 26 जनवरी 1950 को करीब 2 साल 11 महीने 18 दिन बाद हमारी संसद ने भारतीय संविधान को पारित किया। एक संप्रभु, लोकतांत्रिक, गणतंत्र के रूप में खुद की घोषणा के साथ, भारत के लोगों ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया।

विदेशों में रहने वाले लोगों और भारतीयों के लिए गणतंत्र दिवस मनाना सम्मान की बात है। इस दिन का विशेष महत्व है और इसे कई गतिविधियों और लोगों को संगठित करके बड़े उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाता है। लोग अक्सर इस दिन का हिस्सा बनने का इंतजार करते हैं। गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी कम से कम एक महीने पहले शुरू होती है और इस अवधि के दौरान सुरक्षा कारणों से इंडिया गेट पर लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित है ताकि घटना से पहले किसी भी तरह की आपराधिक घटनाओं को रोका जा सके. . यह सुनिश्चित करता है कि उस दिन वहां मौजूद लोगों की सुरक्षा भी हो।

इस दिन सभी राज्यों की राजधानी और राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में इस त्योहार पर विशेष व्यवस्था की जाती है। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रपति रोहन द्वारा ध्वजारोहण और राष्ट्रगान से होती है। इसके बाद तीनों सेनाओं द्वारा परेड गतिविधियों, राज्य प्रदर्शनी, पुरस्कार वितरण, मार्च पास्ट आदि की प्रदर्शनी लगाई जाती है। और अंत में पूरा माहौल “जन गण मन गण” के इर्द-गिर्द घूमता है।

स्कूल और कॉलेज के छात्र इस त्योहार को मनाने के लिए काफी उत्साहित हैं और एक महीने पहले से ही इसकी तैयारी शुरू कर देते हैं। इस दिन छात्रों को शिक्षा, खेल या शिक्षा के अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार, पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए जाते हैं। परिवार इस दिन को अपने दोस्तों, परिवार और बच्चों के साथ मनाते हैं और सामाजिक स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। सुबह 8 बजे से पहले राजपथ पर कार्यक्रम टीवी पर देखने के लिए तैयार हो जाता है। इस दिन सभी को एक वादा करना चाहिए कि वे अपने देश के संविधान की रक्षा करेंगे, देश की सद्भावना और शांति बनाए रखेंगे और देश के विकास में मदद करेंगे।

गणतंत्र दिवस पर अनुच्छेद पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

देश ने 2024 में गणतंत्र दिवस का कौन सा वर्ष मनाया.

देश ने 2024 में अपना 74वां गणतंत्र दिवस मनाया।

26 जनवरी की तिथि का ऐतिहासिक महत्व क्या है?

26 जनवरी 1930 को दो महत्वपूर्ण घटनाएँ घटीं। पहली घटना यह थी कि नेहरू को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था, और उन्होंने देश को स्वतंत्रता का वादा किया था। दूसरे, देश में पूर्ण स्वराज या स्वतंत्रता की घोषणा की गई।

भारत का संविधान किसने बनाया?

संविधान सभा ने भारत का संविधान बनाया। संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ.बी.आर. अम्बेडकर थे।

देश में गणतंत्र दिवस कैसे मनाया जाता है?

26 जनवरी को, नई दिल्ली में राजपथ पर विभिन्न उत्सव आयोजित किए जाते हैं। देश के राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं।

हम भारत को गणतंत्र देश क्यों कहते हैं?

हालांकि भारत 15 अगस्त 1947 को एक स्वतंत्र देश बन गया, लेकिन यह 26 जनवरी 1950 तक पूरी तरह से स्वतंत्र नहीं था, जब भारत का पहला संविधान बनाया गया था, जिसने भारत को एक संपूर्ण स्व-शासन वाला देश बना दिया था।

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Republic Day Essay: गणतंत्र दिवस पर 200 शब्दों में निबंध

छात्रों के लिए गणतंत्र दिवस 2024 पर निबंध.

Republic Day Essay

  • 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू किया गया था।
  • संविधान लागू हुआ तब डॉ. राजेंद्र प्रसाद देश के पहले राष्ट्रपति बने थे।
  • गण का अर्थ है जनसमूह और तंत्र का अर्थ है प्रणाली।

Republic Day Essay

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  • गणतंत्र दिवस पर निबंध | Essay on Republic Day in Hindi

250 words essay on republic day in hindi

गणतंत्र दिवस पर निबंध | Essay on Republic Day in Hindi!

गणतंत्र दिवस भारत का राष्ट्रीय पर्व है । यह दिवस भारत के गणतंत्र बनने की खुशी में मनाया जाता है । 26 जनवरी, 1950 के दिन भारत को एक गणतांत्रिक राष्ट्र घोषित किया गया था । इसी दिन स्वतंत्र भारत का नया संविधान अपनाकर नए युग का सूत्रपात किया गया था । यह भारतीय जनता के लिए स्वाभिमान का दिन था । संविधान के अनुसार डॉ. राजेन्द्र प्रसाद स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति बने । जनता ने देश भर में खुशियाँ मनाई । तब से 26 जनवरी को हर वर्ष गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है ।

26 जनवरी का दिन भारत के लिए गौरवमय दिन है । इस दिन देश भर में विशेष कार्यक्रम होते हैं । विद्‌यालयों, कार्यालयों तथा सभी प्रमुख स्थानों में राष्ट्रीय झंडा तिरंगा फहराने का कार्यक्रम होता है । बच्चे इनमें उत्साह से भाग लेते हैं । लोग एक-दूसरे को बधाई देते हैं । स्कूली बच्चे जिला मुख्यालयों, प्रांतों की राजधानियों तथा देश की राजधानी के परेड में भाग लेते हैं । विभिन्न स्थानों में सांस्कृतिक गतिविधियाँ होती हैं । लोकनृत्य, लोकगीत, राष्ट्रीय गीत तथा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम होते हैं । देशवासी देश की प्रगति का मूल्यांकन करते हैं ।

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ADVERTISEMENTS:

गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य कार्यक्रम राजधानी दिल्ली में होता है । विजय चौक पर मंच बना होता है तथा दर्शक दीर्घा होती है । राष्ट्रपति अपने अंगरक्षकों के साथ यहाँ पधारते हैं और राष्ट्रध्वज फहराते हैं । उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाती

है । सेना के बैंड राष्ट्रगान की धुन गाते हैं । राष्ट्रपति परेड का निरीक्षण करते हैं । परेड में विभिन्न विद्‌यालयों के बच्चे, एन.सी.सी. के कैडेट्‌स पुलिस अर्द्धसैनिक और सेना के जवान भाग लेते हैं । परेड को देखने नेतागण, राजदूत और आम जनता बड़ी संख्या में आती है । इस अवसर पर किसी राष्ट्राध्यक्ष को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है ।

गणतंत्र दिवस की परेड का दृश्य बहुत आकर्षक होता है । सेना और अर्द्धसैनिक बलों की टुकड़ियाँ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ती हैं । परेड के बाद झांकियों का दृश्य सलामी मंच के सामने से गुजरता है । एक से बढ्‌कर एक सजी- धजी झाकियाँ । किसी में कश्मीर के शिकारे का दृश्य तो किसी में महात्मा बुद्ध की शांत मुद्रा की झलक । किसी में महाराणा प्रताप अपने घोड़े चेतक पर नजर आते है तो किसी में रणचंडी बनी लक्ष्मीबाई । किसी-किसी झाँकी में नृत्यांगनाएँ नाचती-गाती सबको मंत्रमुग्ध किए चलती हैं । विभिन्न राज्य अपनी झाँकी में अपनी संस्कृति को दर्शाते हैं । बहादुर बच्चे हाथी या जीप पर सवार होकर बहुत प्रसन्न दिखाई देते है । गणतंत्र दिवस के समारोह में राष्ट्रपति देश के निमित्त असाधारण वीरता प्रदर्शित करनेवाले सेना और पुलिस के जवानों को वीरता पुरस्कार एवं पदक प्रदान करते है ।

गणतंत्र दिवस अपनी उपलब्धियों के मूल्यांकन का दिन है । गणतंत्र भारत ने कौन-कौन सी मंजिलें तय कर लो और किन-किन मंजिलों की छूना अभी बाकी है इसकी समीक्षा की जाती है । अखबारों और पत्रिकाओं मैं इससे संबंधित अनेक रिपोर्टें छपती हैं । टेलीविजन पर रंगारंग कार्यक्रम होते हैं । जगह-जगह पर कव्वालियों, मुशायरों और कवि सम्मेलनों की घूम मची रहती है राजधानी की मरकारा इमारतों पर मनमोहक रोशनी की जाती है । राष्ट्र अपने गणतंत्र पर गर्व महसूस करता है ।

गणतंत्र दिवस पर राष्ट्र अपने महानायकों को स्मरण करता है । हजारों-लाखों लोगों की कुर्बानियों के बाद देश को आजादी मिली अंगे फिर राष्ट्र गणतंत्र बना । स्वतंत्रता हमें भीख में नहीं मिली । कइयों ने इसके लिए अपनी जान गँवायी । महात्मा गाँधी, जवाहरलाल नेहरू, लाला लाजपतराय, बाल गंगाधर तिलक, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस जैसे नेताओं ने जान की बाजी लगा दी । इन्होंने देशवासियों क सामने जीवन-मूल्य रखे । हमारा गणतंत्र इन्हीं जीवन-मूल्यों पर आधारित है । अत: इनकी रक्षा की जानी चाहिए । समय, व्यक्ति की गरिमा, विश्व बंधुत्व, सर्वधर्म-समभाव, सर्वधर्म-समभाव, धर्मनिरपेक्षता गणतंत्र के मूलतत्व हैं । अपने गणतंत्र को फलता-फूलता देखने के लिए हमें इन्हें हृदय में धारण करना होगा ।

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गणतंत्र दिवस पर निबंध 2024 Essay On Republic Day In Hindi And English

गणतंत्र दिवस पर निबंध 2024 Essay On Republic Day In Hindi And English :  Our India is a democratic country since 26 January 1950.

गणतंत्र दिवस निबंध On 26 January our constitution was applied all over India. Remembering this day we celebrate Republic Day every year on 26 January. We bring  Essay On Republic Day In Hindi And English for students and kids.

they can use this  Republic Day Essay for the prepared speech on  Republic Day In Hindi And English . 

Essay On Republic Day is ready for children to point of view if they read in class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 so can use this Republic Day Hindi Essay oF various word limit lengths like (100, 150, 200, 250, 300, 400 and 500 words)

short and the long essay on Indian Republic Day In Hindi & English language Essay On Republic Day In Hindi And English गणतंत्र दिवस पर निबंध .

गणतंत्र दिवस पर निबंध 2024 Essay On Republic Day In Hindi English

The republic day celebration Or national Festival Or the festival I like most essay in English-

india is republic. it means that it has a government of the people. on January 26, 1950. india become a republic. since then we have been celebrating this day every year.

it is an important day. it is the national festival. I like it most. the rich and the poor celebrate. it alike. in Delhi, a ground procession is taken out. this year, I went to the India gate, to see it. people sat by the roadside to watch the procession.

the president took the salute from the army. thousands of soldiers took part in the parade. they passed through the main roads. school boys and girls also took part.

then followed the pagent. the scene was beautiful. they showed the ways of life in different states. the whole procession was lovely.

गणतंत्र दिवस पर निबंध- Essay On Republic Day In Hindi

भारत गणराज्य है। इसका मतलब है कि हमारे देश में सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रत्याशियों का चुनाव जनता द्वारा किया जाता है। 26 जनवरी, 1950 को भारत एक गणतंत्र राष्ट्र बन गया था। तब से हम हर साल २६ जनवरी के दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते आ रहे रहे हैं।

यह हमारे देश के इतिहास का महत्वपूर्ण दिन है। रिपब्लिक डे हमारा राष्ट्रीय त्यौहार है। मुझे यह सबसे ज्यादा पसंद है। अमीर और गरीब जश्न मनाते हैं।

दिल्ली के इंडिया गेट पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस साल, मैं इसे देखने के लिए इंडिया गेट गया था। लोग गणतंत्र दिवस का जुलूस देखने के लिए सड़क के किनारे बैठे थे।

राष्ट्रपति ने सेना को सलामी दी। परेड में हजारों सैनिकों ने भाग लिया। वे मुख्य सड़कों से गुज़र गए। स्कूल लड़कों और लड़कियों ने भी भाग लिया। राष्ट्रगान गाया गया।

गनतंत्र दिवस का यह दृश्य बहुत सुंदर था। यहाँ पर विभिन्न राज्यों में जीवन की विभिन्न झलकियाँ प्रस्तुत की गईं, जों रिपब्लिक डे सेलिब्रेशन का एक अहम आकर्षण केंद्र था.

गणतंत्र दिवस पर निबंध (26 जनवरी)

26 जनवरी सन 1950 को हमारे देश का नया संविधान लागू हुआ था. अपना संविधान लागू होने से हमारा देश पूर्ण रूप से गणतंत्र बन गया. इसलिए हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते है.

गणतंत्र दिवस हमारे लिए राष्ट्रीय त्योहार है. पूरे देश में इस पर्व को बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है. भारत की राजधानी दिल्ली में बड़ी तैयारियां की जाती है.  राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, लाल किले व सरकारी इमारतों पर रोशनी की जाती है.

इस दिन हमारे देश के राष्ट्रपति विजय चौक पर झंडा फहराते है. समारोह के सारे कार्यक्रम वही पर आयोजित किये जाते है. राष्ट्रपति राष्ट्र के नाम संदेश देते है तथा सेना की तीनों टुकड़ियों की सलामी लेते है. सभी राज्यों की सुंदर झाकियां निकाली जाती है.

हमारे विद्यालय में भी गणतंत्र दिवस उत्साह के साथ मनाया जाता है. प्रधानाध्यापक महोदय झंडा फहराते है. कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है. सभी विद्यार्थियों को मिठाई बांटी जाती है.

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Republic Day Essay in Hindi भारतीय गणतंत्र दिवस पर निबंध (रिपब्लिक डे एस्से). essays on Republic Day in Hindi language for students: 

हमारे राष्ट्रीय पर्वों में स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस प्रमुख हैं. गणतंत्र का अभिप्रायः हैं गण=समूह, तंत्र=व्यवस्था. अर्थात समूह द्वारा शासन को संचालित करना.

वर्ष 1947 से पहले भारत में अंग्रेजों की सरकार थी. स्वतंत्र होने के बाद जनता के प्रतिनिधियों ने सरकार का गठन किया तथा गणतंत्रात्मक पद्धति से शासन का संचालन प्रारम्भ हुआ, यह व्यवस्था जिस दिन से प्रारम्भ की गई, वह दिन ही गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता हैं.

गणतंत्र दिवस मनाने का कारण – जब 1947 में जब देश आजाद हुआ तो शासन चलाने के लिए अपना संविधान बनाया गया. यह संविधान 26 जनवरी 1950 को क्रियान्वित किया गया.

हमारा देश उसी दिन से गणतंत्र बन गया. इसी ख़ुशी को व्यक्त करने के लिए पूरा राष्ट्र 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में धूमधाम के साथ मनाता हैं.

रिपब्लिक डे गणतंत्र दिवस मनाने का तरीका – गणतंत्र दिवस समारोह पूरे देश में मनाया जाता हैं. भारतवर्ष की राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस विशेष रूप से मनाया जाता हैं

इस दिन प्रातः आठ बजे के बाद भारत के राष्ट्रपति इंडिया गेट के पास सलामी लेते है और ध्वजारोहण करते हैं, अनेक रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं.

सभी राज्यों में सरकारी भवनों, स्कूलों, कॉलेजों में राष्ट्रध्वज फहराया जाता हैं. रात्रि में सरकारी भवनों पर रोशनी की जाती हैं.

इस दिन दिल्ली को विशेष रूप से दुल्हन की तरह सजाया जाता हैं. महीनों पहले गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियां चलती हैं.

विदेशों से अनेक सम्मानित अतिथि गणतंत्र दिवस समारोह को देखने के लिए दिल्ली आते हैं. भारत के हर नगर में प्रभात फेरी निकाली जाती हैं. स्कूल कोलेज में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं.

उपसंहार- गणतंत्र दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व हैं. इसके साथ हमारी भावनाएं जुड़ी हुई हैं. आजादी की रक्षा का हमारा संकल्प भी हम इसी दिन लेते हैं. तथा स्वतंत्रता प्राप्त करने में जिन वीरों ने अपने प्राणों का बलिदान कर दिया हैं, उन्हें हम याद करके स्वयं को गौरवान्वित करते हैं.

गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2024 पर भाषण Republic Day Speech/ Bhashan Hindi

भारत में सभी उत्सव और पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाए जाते है कुछ पर्व धार्मिक सामाजिक तो कुछ राष्ट्रीय पर्व होते हैं. 26 जनवरी हमारा राष्ट्रीय पर्व हैं.

इसी दिन वर्ष 1950 में हमारा भारत देश अंग्रेजों की गुलामी से स्वतंत्र हुआ था. भारत ने इस दिन अपना स्वयं का संविधान अंगीकार किया तथा देश में एक नई लोकतांत्रिक प्रणाली की स्थापना हो गई.

26 जनवरी ही वो दिन इसलिए बनाया गया जब इस दिन संविधान लागू करना था. इसके पीछे की कहानी यह है कि इसी दिन वर्ष 1930 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में पहली बार पूर्ण स्वराज्य की मांग की गई थी.

26 जनवरी को राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली में किया जाता हैं. जिसके मुख्य अतिथि राष्ट्रपति होते है वे परेड की सलामी लेते है तथा ध्वजारोहण के बाद राष्ट्र के नाम अपना संदेश देते हैं.

26 जनवरी गणतंत्र दिवस Gantantra Diwas 2024 के इस पावन अवसर पर सभागार में उपस्थित सभी लोगों की इस पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं. आज 74 वाँ रिपब्लिक डे मनाने जा रहे हैं.

यह सम्पूर्ण भारत देश के लिए एक गर्व का दिन हैं. भारत कई वर्षों तक ब्रिटिश राज का गुलाम था. आखिर वे गुलामी की बेड़ियाँ 15 अगस्त सन 1947 में टूटी और हमारा देश आजाद हो गया था. मगर आजादी के बाद भी भारत में अंग्रेजों के बनाएं कानून ही चलन में थे.

अतः भारत के राजनीतिज्ञों ने देश को अपना एक संविधान देने का निश्चय हुआ. इस बाबत कई वर्षों की मेहनत के बाद भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ, और इसे 26 जनवरी 1950 को पूरे भारत में लागू करने के साथ ही हमारा देश पूर्ण रूप से अंग्रेजों के शासन से मुक्त हो गया था.

Essay On Republic Day In Hindi And English | गणतंत्र दिवस पर निबंध

भारत की स्वतंत्रता- स्वतंत्रता मानव मात्र का जन्म सिद्ध अधिकार हैं. पशु पक्षी भी बंधन और परतन्त्रता में दुखी रहते हैं. हमारा देश समय चक्र और हमारी भूलों के कारण परतंत्र हो गया.

सैकड़ों वर्षों तक हमें पराधीनता का अपमानजनक जीवन बिताना पड़ा. किन्तु देश भक्तों के संघर्ष और बलिदान ने परतन्त्रता की जंजीरों को तोड़ डाला और 15 अगस्त 1947 को हमारा प्यारा भारत स्वतंत्र हो गया.

गणतंत्र की स्थापना- 15 अगस्त को हम स्वतंत्र तो हो गये लेकिन देश में विदेशियों के बनाए विधान और कानून बने रहे. अन्तः 26 जनवरी 1950 को हमारे देश में अपना संविधान लागू किया गया.

हमने देश में पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न लोकतंत्रात्मक शासन की स्थापना की. 26 जनवरी 1929 को ही हमारे नेताओं और जनता ने रावी नदी के तट पर पूर्ण स्वतंत्रता का संकल्प लिया था. इसी कारण 26 जनवरी को ही गणतंत्र स्थापना का दिन निश्चित किया गया.

देश में तथा दिल्ली में मनाया जाना- 26 जनवरी को पूरे देश में गणतंत्र दिवस बड़े उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता हैं. लेकिन दिल्ली में इसका आयोजन बड़ी धूमधाम और भव्यता से होता हैं.

इस दिन प्रातःकाल प्रधानमंत्री इंडिया गेट पर स्थित अमर जवान ज्योति पर जाकर देश के शहीदों के प्रति पुष्पांजलि अर्पित करते हैं. विजय चौक पर मुख्य आयोजन होता हैं.

राष्ट्रपति के आयोजन स्थल पर आने पर प्रधानमंत्री उनका स्वागत करते हैं. किसी देश के प्रमुख को इस दिन मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता हैं.

राष्ट्रपति राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और आयोजन प्रारम्भ हो जाता हैं. सेना के तीनों अंग तथा पुलिस बल राष्ट्रपति को सलामी देते हुए गुजरते हैं. सेना के प्रमुख अस्त्र शस्त्रों का प्रदर्शन किया जाता हैं.

विद्यालयों के बच्चे तथा विभिन्न राज्यों से आए लोक कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं. वीरतापूर्ण कार्यों के लिए पुरस्कार प्राप्त बच्चें हाथी पर बैठकर राष्ट्रपति को अभिवादन करने निकलते हैं.

अंत में देश के सभी राज्यों की विविध झांकिया निकलती हैं. रात को सरकारी भवनों तथा राष्ट्रपति भवन को बिजली की बत्तियों से सजाया जाता हैं. दिल्ली के साथ ही देश के सभी राज्यों के सरकारी विभागों में तथा विद्यालयों में गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता हैं.

गणतंत्र दिवस का संदेश- गणतंत्र दिवस हमें देश की स्वतंत्रता के लिए बलिदान होने वाले वीर सपूतों की याद दिलाता हैं और राष्ट्रीय एकता बनाए रखने का संदेश देता हैं. गणतंत्र दिवस हमे याद दिलाता है कि गणतंत्र में जनता ही महत्वपूर्ण होती हैं.

यह स्वयं अपनी शासक होती हैं. अपनी प्रगति के लिए योजना बनाने तथा उसको लागू करने का अधिकार भी जनता का ही होता हैं. वह अपने चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा ही शासन करती हैं.

अपने निर्वाचित प्रतिनिधियों के भ्रष्ट और स्वेच्छाकारी होने पर उनको हटाने तथा नयें प्रतिनिधियों को चुनने का अधिकार भी जनता का ही होता हैं. गणतंत्र दिवस हमें बताता है कि हमें मताधिकार का प्रयोग सावधानीपूर्ण करना चाहिए.

उपसंहार- राष्ट्रीय पर्वों का हमारे लिए अत्यंत महत्व है. ये दिवस हमें राष्ट्रीय गौरव से ओत प्रेत करते है और देश भक्ति की भावना जगाते हैं. हम सभी को इनमें उत्साह के साथ भाग लेना चाहिए.

गणतंत्र दिवस पर निबंध कक्षा 7, 8 के लिए 2024

हमारा भारत देश 200 वर्षो तक अंग्रेजो की गुलामी से 15 अगस्त 1947 को जाकर आजाद हुआ था. देश की आजादी के बाद भी ब्रिटिश सरकारों के बने कानूनों से हमारी शासन व्यवस्था चलती थी.

राष्ट्र के बड़े नेताओं द्वारा स्वयं की कानून व्यवस्था तैयार करने के लिए सविधान सभा का गठन किया गया जिसनें कड़ी मेहनत से नवम्बर 1949 को भारत का सविधान तैयार किया गया, जिन्हें 26 जनवरी 1950 को पुरे देश में लागू किया गया था. इस दिन को यादगार बनाने के लिए हम हर साल  गणतंत्र दिवस को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाते है.

हमारा देश त्योहारों के लिए प्रसिद्ध है. जब से हमारा देश आजाद हुआ है जब से राष्ट्रिय भावनाओं पर आधारित कुछ पर्वो की शुरुआत हो गई है. कुछ पर्व देश के महान महापुरुषों के जन्म दिन और उनकी याद में मनाए जाते है.

जिनमे 2 अक्टूबर को गाँधी, शास्त्री जयंती आदि. कुछ पर्व हमारे देश की द्रष्टि से अति महत्वपूर्ण होते है. जिनमे 15 अगस्त और 26 जनवरी मुख्य है. 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाता है.

राष्ट्रिय द्रष्टि से 26 जनवरी यानि  गणतंत्र दिवस का बड़ा महत्व है. इसी दिन भारत को गणतंत्र घोषित किया गया था. साथ ही इस दिन भारत का सविधान लागू हुआ था.

मनाने का ढंग- 26 जनवरी के दिन पुरे देश में प्रसन्नता और हर्ष की लहर दौड़ जाती है. इस दिन सुबह से शाम तक प्रत्येक शहर/नगर में कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.

कई ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन होता है, जिनमे सभी शहरवासी शामिल होकर सामूहिक रूप से भाग ले सके तथा इस दिन को आनन्द पूर्वक मना सके. 

गणतंत्र दिवस के दिन देशभर में राजकीय अवकाश होता है. हर स्कुल में कोई न कोई कार्यक्रम का आयोजन अवश्य होता है.

इस  गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में विद्यालयों व कोलेजों में ध्वजारोहण के साथ ही कार्यक्रम की शुरुआत होती है, जिनमे सभी शिक्षक और छात्र सम्मलित होते है. इस दिन गाँवों व् शहरों में सुबह प्रभात फेरी निकाली जाती है.

राज्य स्तरीय  गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में राज्यपाल और मुख्यमंत्री शामिल होते है. राष्ट्रिय स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली में होता है.

हमारे देश का सैन्य विकास तथा कुशलता व देश की सांस्कृतिक विविधता की गौरवपूर्ण एवं मनोरम झांकिया प्रस्तुत की जाती है,  सायकाल में भी अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जाते है.

उपसंहार- इस तरह यह हमारा राष्ट्रिय पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है. यह दिन हमे याद दिलाता है कि अपने देश की स्वतंत्रता और लोकतंत्र की रक्षा करनी चाहिए. तथा हमे पूर्ण रूप से अनुशासित रहकर देश के विकास में सहयोग करना चाहिए.

Republic Day 2024 Essay in Hindi For Class 5,6

प्रस्तावना – हमारे राष्ट्रीय पर्वों में  स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस प्र मुख हैं. गणतंत्र का अभिप्राय हैं गण=समूह+तंत्र- व्यवस्था, अर्थात समूह द्वारा शासन को संचालित करना. वर्ष 1947 से पूर्व भारत में अंग्रेजों की सरकार थी.

स्वतंत्र होने के बाद जनता के प्रतिनिधियों की सरकार का गठन किया तथा गणतंत्रतात्मक पद्धति से शासन का संचालन आरम्भ किया. यह व्यवस्था जिस दिन से प्रारम्भ की गई, वह दिन ही गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता हैं.

गणतंत्र दिवस मनाने का कारण – वर्ष 1947 में जब हमारा भारत देश आजाद हुआ तो शासन चलाने के लिए संविधान का निर्माण किया गया. यह संविधान 26 जनवरी 1950 को पूरे देश में लागू किया गया.

हमारा देश उसी दिन से गणतंत्र बन गया. इस ख़ुशी को व्यक्त करने के लिए पूरा राष्ट्र 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में धूमधाम से मनाता हैं.

26 जनवरी, गणतंत्र दिवस मनाने का तरीका-   गणतंत्र दिवस का समारोह पूरे देश में मनाया जाता हैं. भारतवर्ष की राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस विशेष उत्सव मनाया जाता हैं.

इस दिन प्रातः आठ बजे के बाद भारत के राष्ट्रपति इंडिया गेट के पास सलामी लेते हैं, तथा ध्वजारोहण करते हैं.

अनेक रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. सभी राज्यों में सरकारी भवनों पर, स्कूल कोलेजों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता हैं. रात्रि में सरकारी भवनों पर रोशनी की जाती हैं.

इस दिन दिल्ली को विशेष दुल्हन की तरह सजाया जाता हैं. महीनों पहले गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियां चलती हैं.

विदेशों से अनेक सम्मानित अतिथि गणतंत्र दिवस समारोह को देखने के लिए दिल्ली आते हैं. भारत के हर नगर में प्रभात फेरी निकाली जाती हैं, स्कूल कॉलेज में अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं.

उपसंहार-  गणतंत्र दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व हैं. इसके साथ हमारी भावनाएं जुड़ी हुई हैं. आजादी की रक्षा का संकल्प भी हम इस दिन लेते हैं.

तथा स्वतंत्रता प्राप्ति में जिन वीरों ने अपने प्राणों का बलिदान कर दिया, उन्हें हम ताड़ करके स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते हैं.

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Republic Day Essay in Hindi

10 Lines on Republic Day in Hindi: गणतंत्र दिवस पर भाषण/निबंध

Republic Day यानी गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को इसलिए मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन साल 1950 में हमारे देश का संविधान लागू किया गया था। भारत आज़ाद होने के बाद शासन चलाने के लिए यह काफ़ी महत्वपूर्ण कदम है, और गणतंत्र दिवस पूरे धूम-धाम से मनाया जाता है। विद्यालयों में अक्सर 10 Lines on Republic Day in Hindi Essay लिखने को कहा जाता है, इसलिए आज हम लाए हैं ‘ 26 January Essay गणतंत्र दिवस पर निबंध’ एक विशेष लेख।

10 Lines on Republic Day in Hindi

  • भारत का राष्ट्रीय पर्व ‘गणतंत्र दिवस’ 26 January को मनाया जाता है।
  • इन दिन सन 1950 में भारतीय संविधान को लागू किया गया।
  • गणतंत्र दिवस का पर्व राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली में मनाया जाता है।
  • उस दिन प्रातः देश के प्रधानमंत्री इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
  • फिर देश के राष्ट्रपति वहाँ पर बने सलामी मंच पर विराजमान होते हैं।
  • राष्ट्रपति को सलामी देने के लिए सेना के तीनों अंगों के जवान विभिन्न टुकड़ियों में बैंड बाजे के साथ आते हैं। उनका जुलूस लाल किले तक पहुँचता है।
  • उनके साथ ही उस दिन राष्ट्रपति के सामने सेना के अस्त्र-शस्त्र, साज-समान व लड़ाकू विमानों का भी प्रदर्शन होता है।
  • फिर स्कूल के बच्चे भी विभिन्न कार्यक्रम पेश करते हैं। देश के विभिन्न राज्यों की झांकियाँ भी इस दिन दिखाई जाती हैं।
  • Republic Day की शाम को राष्ट्रपति द्वारा अपने निवास पर सांसदों, राजनीतिज्ञों, राजदूतों तथा अन्य गणमान्य लोगों को भोज दिया जाता है।
  • प्रत्येक गणतंत्र दिवस में किसी विदेशी मेहमान को मुख्य अतिथि बनाया जाता है।

Few Lines on Republic Day Hindi Essay

  • राष्ट्रीय पर्वों में 26 जनवरी का विशेष महत्व है।
  • स्वतंत्रता से पहले इस दिन स्वतंत्र होने की प्रतिज्ञा दोहरायी जाती थी।
  • लेकिन अब स्वतंत्रता मिलने के बाद इस दिन हम अपनी प्रगति पर दृष्टि डालते हैं।
  • गणतंत्र दिवस पूरे देश में पूरे धूम-धाम से मनाया जाता है।
  • 15 अगस्त 1947 को भारत आज़ाद हुआ। उसके बाद भारत में शासन चलाने के लिए एक संविधान बनाया गया।
  • उसके अनुसार देश में प्रजातंत्र शासन लागू करने की व्यवस्था रखी गयी।
  • प्रजातंत्र या गणतंत्र का अर्थ है प्रजा का शासन। गणतंत्र की यह प्रणाली हमारे देश में 26 जनवरी, 1950 से लागू हुई।
  • इसलिए उस दिन से 26 जनवरी को प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

10 Lines on Republic Day (English Essay)

  • Republic Day is a National festival of India which is celebrated on 26th of January every year.
  • On this day 1950, India was declared a Republic and its constitution came into effect.
  • People all across the country celebrate this day, hoist the national flag and organize events.
  • The day reminds each and every citizen of India his/her responsibility to the country.
  • There is an elaborate arrangement near the area of Rashtrapati Bhavan, Parliament House and the entire area is cordoned off for the hundreds of VIPs who come to see the parade on the occasion.
  • This huge procession moves through the streets of Delhi right from the Rashtrapati Bhavan to Red fort and reflects the past and present glory of the might of India.
  • On this day every year, all schools, colleges and offices are closed and the entire population of the country joins hands in the national festivities.
  • Republic Day is also a vivd reminder to all about the hard work that brought this pleasure for us.
  • All people are seen in coloured attires, and the tricolour would be seen almost everywhere.
  • The scene is just unforgettable, and it gives the impression that we Indians are very attacked to our country.

इसे भी पढ़ें: 26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है?

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World Environment Day 2024: विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध, Essay on in Hindi

World environment day 2024 essay: विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध यहां प्राप्त करें। स्कूल में अपने विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध तैयार करने के लिए इन निबंधों का उपयोग करें। जानिए पर्यावरण दिवस की विशिष्टताएं i.

Essay on World Environment Day 2024 in Hindi: निबंध किसी खास विषय पर बच्चों के ज्ञान और रचनात्मकता को सामने लाने का सबसे अच्छा तरीका है। वे जो विचार लिखते हैं, वे उनकी समझ और रुचि को व्यक्त करते हैं, जिससे शिक्षकों और माता-पिता को उसी के अनुसार प्रयास करने में मदद मिलती है।

100 Words World Environment Day Essay in Hindi:विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध (100 शब्द)

150 words world environment day essay in hindi:विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध (150 शब्द), 200 words world environment day essay in hindi:विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध (200 शब्द).

पर्यावरण के महत्व को रेखांकित करने के लिए हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1972 के स्टॉकहोम सम्मेलन के बाद 1973 में हुई थी। इस दिवस के ज़रिए पर्यावरण प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता में कमी जैसी समस्याओं पर वैश्विक ध्यान आकर्षित किया जाता है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर साल एक अलग विषय चुना जाता है, जो किसी खास पर्यावरणीय चुनौती पर फोकस करता है। इस दिवस पर वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान, जागरूकता कार्यक्रम आदि का आयोजन किया जाता है।

250 Words World Environment Day Essay in Hindi:विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध (250 शब्द)

पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1972 के स्टॉकहोम सम्मेलन के बाद 1973 में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम द्वारा की गई थी। इस दिवस के ज़रिए पर्यावरण प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता में कमी जैसी गंभीर समस्याओं पर वैश्विक चर्चा को बढ़ावा दिया जाता है।

संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर साल एक अलग विषय चुना जाता है, जो किसी खास पर्यावरणीय चुनौती पर फोकस करता है। इस साल के विषय (वर्ष 2024 का विषय डालें) के ज़रिए (विषय से जुड़ी समस्या का संक्षिप्त वर्णन) पर जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जा रहा है।

300 Words World Environment Day Essay in Hindi:विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध (300 शब्द)

पृथ्वी हमारा एकमात्र घर है, जो जीवन को संभव बनाता है। हरे-भरे जंगल, स्वच्छ वायु, निर्मल जल और विविध जीव-जंतु मिलकर इस धरती को एक संतुलित पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करते हैं। यह तंत्र ही हमारे अस्तित्व का आधार है। वायु हमें सांस लेने के लिए ऑक्सीजन प्रदान करती है, पेड़ पौधे कार्बन डाईऑक्साइड सोखकर वायु को शुद्ध करते हैं, नदियाँ हमें जीवनदायी जल देती हैं और जीव-जंतु पारिस्थितिकी तंत्र की खाद्य श्रृंखला को बनाए रखते हैं।

दुर्भाग्यवश, आज हमारी पृथ्वी खतरे में है। प्रदूषण, वनों की कटाई, जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएं लगातार गंभीर होती जा रही हैं। इन समस्याओं के कारण न सिर्फ पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है बल्कि जैव विविधता का भी तेजी से ह्रास हो रहा है। यदि हमने समय रहते इन समस्याओं का समाधान नहीं ढूंढा तो इसका सीधा प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ेगा।

इसलिए विश्व पर्यावरण दिवस, जो हर साल 5 जून को मनाया जाता है, हमारे लिए एक महत्वपूर्ण जागरूकता दिवस है। इस दिन पर्यावरण की रक्षा के लिए सामूहिक प्रयासों को बढ़ावा दिया जाता है। भारत सरकार भी पर्यावरण संरक्षण के लिए कई महत्वपूर्ण पहल कर रही है। स्वच्छ भारत अभियान, नमामि गंगे परियोजना, सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना आदि ऐसे ही कुछ प्रयास हैं।

व्यक्तिगत स्तर पर भी हम पर्यावरण को बचाने में योगदान दे सकते हैं। जल और बिजली की बचत, प्लास्टिक का कम से कम उपयोग, पेड़ लगाना, कचरे का निपटान सही तरीके से करना आदि छोटे-छोटे कदम पर्यावरण की रक्षा में बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाकर हम दूसरों को भी इसमें शामिल कर सकते हैं।

विश्व पर्यावरण दिवस हमें याद दिलाता है कि पृथ्वी हमारा अनमोल खजाना है। इसे बचाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। "हमारी धरती, हमारा भविष्य" विषय के साथ इस वर्ष का विश्व पर्यावरण दिवस हमें भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखा सहनशीलता पर ध्यान देने का संदेश देता है। आइए, हम सब मिलकर अपनी पृथ्वी को स्वच्छ और सुरक्षित बनाए रखने का संकल्प लें। यह न सिर्फ हमारे लिए बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी बेहतर भविष्य का निर्माण करेगा।

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  4. गणतंत्र दिवस

    दोस्तों इस आर्टिकल में हम आपके लिए Republic Day Essay in Hindi ( Gantantra Diwas | 26 january par nibandh ) शेयर कर रहे है, हमने 100 words, 200 words, 250 words, 300 words, 500 words 800 words ke essay लिखे है जो की class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12 ke students | Vidyarthi ke liye upyogi hai.

  5. 26 जनवरी : गणतंत्र दिवस पर हिन्दी निबंध (Essay on Republic Day)

    गणतंत्र दिवस पर हिन्दी निबंध (Essay on Republic Day) - 26 जनवरी को मनाया जाने वाला भारत का गणतंत्र दिवस उस तारीख को चिह्नित करता है जब 1950 में भारत के संविधान को लागू किया ...

  6. गणतंत्र दिवस परेड पर निबंध (Republic Day Parade Essay in Hindi)

    26 जनवरी परेड पर छोटे-बड़े निबंध (Short and Long Essay on Republic Day Parade in Hindi, Holi par Nibandh Hindi mein) निबंध - 1 (250 शब्द) गणतंत्र दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है, जिसका आयोजन ...

  7. गणतंत्र दिवस पर निबंध

    by Editor 5 years ago 6. गणतंत्र दिवस पर निबंध | Gantantra Diwas Nibandh | Republic Day Essay in Hindi. स्कूल और कॉलेजों में गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर निबंध अक्सर पूछा जाता है। यहा हम ...

  8. 26 जनवरी पर निबंध हिंदी में

    26 जनवरी पर निबंध हिंदी में | Republic Day Essay in Hindi. लंबे समय तक हमारी मातृभूमि भारत पर ब्रिटीश शासन का राज रहा है। और भारत के लोगों ने सालों तक गुलामी की है। जिसके ...

  9. गणतंत्र दिवस निबंध हिंदी में: छात्रों के लिए 26 जनवरी रिपब्लिक डे निबंध

    Essay on Republic Day in Hindi, गणतंत्र दिवस पर निबंध हिंदी में यहां 100, 150, 250 शब्दों और अधिक में ...

  10. गणतंत्र दिवस पर निबंध

    Republic Day Essay in Hindi गणतंत्र दिवस निबंध हिंदी में 15 लाइन, गणतंत्र दिवस पर निबंध 1000 शब्दों में, गणतंत्र दिवस पर निबंध 10 लाइन, गणतंत्र दिवस पर निबंध 250 शब्द, गणतंत्र ...

  11. गणतंत्र दिवस पर निबंध हिंदी में

    4. Save. Download Post as PDF. भारत का गणतंत्र दिवस (Republic Day of India in Hindi) हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। यह वह दिन है जब हर भारतीय का दिल अपने प्यारे देश के लिए ...

  12. Short Essay on Republic Day in Hindi

    Republic Day Essay in Hindi Language- गणतंत्र दिवस पर निबंध: Paragraph & Short Essay on Republic Day in Hindi Language for Students of all Classes in 100, 250, 300, 350 words. Gantantra Diwas Par Nibandh

  13. गणतंत्र दिवस पर निबंध

    गणतंत्र दिवस पर निबंध 250 शब्दों में (essay on republic day 250 words) 26 जनवरी का दिन भारत में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भारत में गणतंत्र ...

  14. गणतंत्र दिवस पर निबंध Essay On Republic Day In Hindi

    Essay On Republic Day In Hindi भारत में गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। यह एक राष्ट्रीय अवकाश है जो एक स्वतंत्र गणराज्य के लिए ब्रिटिश प्रभुत्व

  15. 26 january essay in hindi

    गणतंत्र दिवस पर निबंध (Essay On Republic Day In Hindi) - (26 January essay in Hindi) 250 शब्द (Words) जब बनकर तैयार हुआ सबसे बड़ा लिखित संविधान. देशभक्ति की लहर से झूम उठता है देश.

  16. Republic Day Essay in Hindi, गणतंत्र दिवस निबंध हिंदी में

    Essay on Republic day in Hindi | हिंदी में गणतंत्र दिवस पर निबंध, Format, Samples . Republic day Essay in Hindi - In this Essay on Republic Day in Hindi, we will discuss in detail one of the important festivals of India, Republic Day.Republic Day is one of the three important national festivals of India, so everyone should have complete ...

  17. गणतंत्र दिवस पर निबंध

    Republic Day Essay in Hindi: यह भारत गणराज्य का हिस्सा होने पर गर्व महसूस करने का दिन है। यह उस दिन को चिह्नित करता है जब भारत को वास्तव में स्वतंत्रता मिली

  18. गणतन्त्र दिवस पर निबंध । Essay on Republic Day in Hindi Language

    List of Essays on Republic Day. 1. गणतन्त्र दिवस । Essay on Republic Day in Hindi Language (National Festival) 2. गणतन्त्र दिवस (26 जनवरी) | Paragraph on Republic Day: 26th of January, for School Students in Hindi Language (National Festival) 3.

  19. गणतंत्र दिवस पर निबंध 10 Lines (Republic Day 2024 Essay) 100, 150, 200

    गणतंत्र दिवस निबंध 10 पंक्तियाँ (Republic Day Essay 10 Lines in Hindi) 26 जनवरी को हम भारत में लगातार हर साल गणतंत्र दिवस मनाते हैं।. 1950 में हमारे स्वतंत्रता ...

  20. Republic Day Essay: गणतंत्र दिवस पर 200 शब्दों में निबंध

    Republic Day Essay : मेरा मुल्क, मेरा देश, मेरा ये वतन! 26 जनवरी पर हम इस तरह के ...

  21. गणतंत्र दिवस पर निबंध

    गणतंत्र दिवस पर निबन्ध | Essay for Kids on Republic Day in Hindi. गणतन्त्र दिवस समारोह पर अनुच्छेद | Paragraph on Republic Day Celebration in Hindi. ADVERTISEMENTS: गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य ...

  22. गणतंत्र दिवस पर निबंध 2024 Essay On Republic Day In Hindi

    November 8, 2023 Kanaram siyol HINDI NIBANDH. गणतंत्र दिवस पर निबंध 2024 Essay On Republic Day In Hindi And English : Our India is a democratic country since 26 January 1950. गणतंत्र दिवस निबंध On 26 January our constitution was applied all over India. Remembering this day we ...

  23. Republic Day Essay in Hindi & English (10 Lines) गणतंत्र दिवस पर निबंध

    Republic Day is a National festival of India which is celebrated on 26th of January every year. On this day 1950, India was declared a Republic and its constitution came into effect. People all across the country celebrate this day, hoist the national flag and organize events. The day reminds each and every citizen of India his/her ...

  24. World Environment Day 2024: विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध, Essay on in Hindi

    250 Words World Environment Day Essay in Hindi:विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध (250 शब्द)