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इस पृष्ट आप स्वस्थ भोजन (Healthy Foods in Hindi) की लिस्ट और उनके लिंक पर उनके फायदे और नुकसान (Advantages and Side-effects) के विषय में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आप इससे कई फलों, बीजों, और प्राकृतिक खाद्य सामग्रियों के विषय में पूरी जानकारी पढ़ सकते हैं।
शास्त्रों में स्वस्थ जीवन के लिए तीन चीज़ें बहुत ही आवश्यक बताई गयी हैं पर्याप्त व्यायाम (Proper Workout), स्वस्थ भोजन (Healthy food), पर्याप्त विश्राम (Proper Rest)। इस लेख में आप भोजन सम्बन्धी जरुरी जानकारियाँ प्राप्त करेंगे साथ ही कुछ छोटे-मोटे रोगों को अपने भोजन में परिवर्तन कर कैसे दूर करें यह भी जानेंगे।
इसलिए आपसे निवेदन है की आप इस लेख को पूरा पढ़ें और साथ में एक नोट-कलम जरुर रख लें क्योंकि इस लेख में आपको स्वास्थ्य से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें जानने को मिलेंगी।
उपरोक्त बातें ध्यान में रखते हुए स्वस्थ भोजन अर्थात ऐसा भोजन को मनुष्य के प्रकृति में विघ्न उत्पन्न किये बिना सुपाच्य व शरीर तथा मन के लिए लाभकारी हो।
ग्रहण किये गए आहार से शरीर को प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, कैल्शियम तथा अन्य जरूरी तत्व प्राप्त होते है और उन्हीं तत्वों के मदद से शरीर का विकास होता है।
3. छाछ के स्वास्थ्य लाभ और साइड-इफ़ेक्ट – क्या आप जानते आयुर्वेद में छाछ को सात्विक आहार की श्रेणी में रखा गया है। इसके सभी फायदे और नुकसान जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें।
7. गाजर के जूस के फायदे और साइड-इफ़ेक्ट – गाजर एक बहुत ही बेहतरीन मीठी सब्जी है जिससे हजारों प्रकार के स्वस्थ भोजन बनाए जा सकते हैं साथ ही इसे कच्चा भी खाया जाता है। इसके स्वास्थ्य लाभ के विषय में जानने के लिए पूरेेे लेख को पढ़ें।
11. लेमन ग्रास के फायदे और नुकसान- लेमन ग्रास एक प्रकार का पौष्टिक और औषधीय पौधा है जिसे की प्रकार से एक स्वस्थ भोजन के रूप उपयोग किया जाता है। इसके सभी लाभ को जानने के लिए लिंक पर जाएं।
15. ब्लूबेरी (नीलबदरी) खाने के फायदे नुकसान – ब्लूबेरी को बहुत ही पौष्टिक स्वस्थ भोजन माना जाता है। इसमे कैलोरी, पोटेशियम, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, शर्करा विटामिन A, विटामिन C, विटामिन B-6, मैग्नीशियम पाया जाता है। इसके लाभ के विषय में पूरी जानकारी के लिए पूरा लेख पढ़ें।
20. मसूर की दाल खाने के फायदे – मसूर की दाल में प्रचुर मात्र में कलोरी होता है। यह आसानी से उपलब्ध हो जाता है और इसे दाल और सब्जी दोनों में उपयोग किया जा सकता है। यह बहुत ही स्वादिष्ट होता है।
25. चिया बीज के स्वास्थ्य लाभ – चिया बीज एक बहुत ही जादुई भोजन जो वज़न काम करने मे बहुत मदद करता है। इसके अन्य लाभ जानने के लिए पूरे लेख को पढ़ें।
चलो भीड़ से अलग
Healthy food in hindi essay : संतुलित आहार किसे कहते हैं अर्थ & चार्ट, healthy food name list in hindi- संतुलित आहार किसे कहते है.
Table of Contents
स्वस्थ आहार वह है जो कि स्वास्थ्य को बनाए रखने या उसे सुधारने में मदद करता है। यह कई चिरकालिक स्वास्थ्य जोखिम जैसे कि: मोटापा, हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण है।
आइए जानें क्या है संतुलित आहार और उसका हमारे जीवन में महत्व। हमारे शरीर को पूरी तरह स्वस्थ रहने के लिए तमाम पोषक पदार्थों की जरूरत होती है। ये पोषक पदार्थ अलग-अलग तरह के भोजन से हमें मिलते हैं, मसलन ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां, सूखे मेवे, डेयरी उत्पाद और मीट वगैरह से।
“संतुलित आहार या बैलेंस्ड डाइट एक ऐसा आहार होता है जो आपके शरीर को ज़रूरी पोषक तत्व देने में मदद करता है। इन पोषक तत्वों में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा जैसे पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं।”
एक स्वस्थ आहार में समुचित मात्रा में सभी पोषक तत्वों और पानी का सेवन शामिल है। पोषक तत्व कई अलग खाद्य पदार्थों से प्राप्त किए जा सकते हैं, अतः विस्तृत विविध आहार मौजूद हैं जिन्हें स्वस्थ आहार माना जा सकता है। स्वस्थ्य आहार हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है ।
1990 के दशक के मध्य तक उच्च कोलेस्ट्रॉल संबंधी आशंकाओं पर अक्सर आवाज उठाई गई। तथापि, अभी हाल के अनुसंधान ने दर्शाया है कि जब कोलेस्ट्रॉल के दुष्प्रभाव की बात की जा रही हो, उच्च और न्यून-घनत्व के लिपोप्रोटीन (क्रमशः ‘अच्छे’ और ‘बुरे’ कोलेस्ट्रॉल) के बारे में समाधान होना चाहिए। विभिन्न प्रकार के आहार वसा का कोलेस्ट्रॉल के रक्त स्तरों पर अलग-अलग प्रभाव होता है। उदाहरण के लिए, बहुअसंतृप्त वसा कोलेस्ट्रॉल के दोनों प्रकार को कम करने की ओर प्रवृत्त होते हैं; एकसंतृप्त वसा LDL को कम और HDL को बढ़ाने की ओर प्रवृत्त होते हैं; संतृप्त वसा या तो HDL को बढ़ाने या HDL और LDL दोनों को बढ़ाने की ओर प्रवृत्त होते हैं; और, पार वसा LDL को बढ़ाने और HDL को कम करने की ओर प्रवृत्त होते हैं। स्वयं आहार कोलेस्ट्रॉल केवल मांस, अंडे और डेयरी जैसे पशु उत्पादों में ही पाया जाता है, लेकिन अध्ययनों से पता चला है कि बड़ी मात्रा में आहार कोलेस्ट्रॉल का केवल ख़ून के कोलेस्ट्रॉल पर नगण्य प्रभाव पड़ता है।
सीधे बच्चों के लिए बाज़ार में बेचे जाने वाले बड़े पैमाने पर उत्पादित, संसाधित, “हल्का नाश्ता” या “मीठे” उत्पादों के बारे में मीडिया कवरेज ने खाने की आदतों में सुधार संबंधी नीतिपरक प्रभावों को क्षति पहुंचाने का काम किया है। ऐसे विज्ञापनों से खाद्य पदार्थों के लिए प्रमुख समस्या यह है कि शराब और फ़ास्ट फ़ुड को उत्तेजना, पलायन और तत्काल परितोष देने वाले के रूप में चित्रित किया जाता है।
विशेष रूप से पिछले पांच वर्षों में सरकारी एजेंसियों ने “जंक” खाद्य पदार्थों पर मीडिया कवरेज के लिए खर्च की गई राशि और विधि से निपटने का प्रयास किया है। सरकार कारोबारों पर भी स्वस्थ भोजन विकल्प को बढ़ावा देने के लिए दबाव डालती है, राज्य द्वारा संचालित विद्यालयों में जंक फ़ुड की उपलब्धता को सीमित करने और उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थों पर कर लगाने पर विचार करती हैं। अभी हाल ही में, यूनाइटेड किंगडम ने मॅकडोनॉल्ड्स के अपने उत्पादों को विज्ञापित करने के अधिकार को हटा दिया, चूंकि देखा गया कि अधिकांश कम पोषक तत्व वाले खाद्य पदार्थ “ख़ुशनुमा भोजन” की आड़ में बच्चों के प्रति लक्षित किए गए थे।
सुबह-सुबह – सुबह की शुरूआत ज्यादा भारी खाने से बचें। आप एक गिलास दूध मलाई रहित लीजिए, इसके अलावा 3-4 बादाम भी दूध के साथ ख सकते हैं।
सुबह नौ बजे – यह समय ब्रेकफास्ट का है, ज्यादातर लोग इस समय अपने काम की शुरूआत करते हैं। नाश्ते में अंकुरित अनाज एक प्लेट मिक्स या वेजीटेबल उपमा ले सकते हैं। इसके साथ ग्रीन टी या एक गिलास जूस भी फायदेमंद होगा।
दोपहर यानी लंच – दोपहर 12 बजे लंच का समय होता है। इस समय खाना खा सकते हैं। दो चपाती चौकर सहित, छिलके वाली दाल एक कटोरी, चावल आधा कटोरी, हरी सब्जी एक कटोरी, दही एक कटोरी, सलाद एक प्लेट शामिल करना आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा साथ ही इनमें भरपूर मात्रा में पोषण होता है जो शरीर को हेल्दी रखता है।
तीन या चार बजे के बीच – लंच करने के लगभग तीन घंटे बाद हल्का सा नाश्ता करना चाहिए। इसके लिए चाय एक कप, भेल एक प्लेट या दो बिस्किट, कोई भी सीजनल एक फल (इसमें सेव, संतरा, कच्चा जाम, अनार, नाशपती आदि) ले सकते हैं।
रात यानी डिनर – डिनर में दोपहर जैसा खाना ले सकते हैं। रात के खाने में चावल ज्यादा मात्रा में शामिल न करें। इसमें दाल, दो चपाती, हल्का चावल, एक कप दही और एक प्लेट सलाद लीजिए। सोनेसे करीब तीन घंटे पहले डिनर करना चाहिए, इससे खाना अच्छे से डाइजेस्ट हो जाता है और पेट की समस्या (कब्ज और एसिडिटी) नही होती है।
सोने से पहले – डिनर करने के करीब एक घंटे बाद एक फल या दूध आधा गिलास लीजिए, जूस भी ले सकते हैं।
डाइट चार्ट बनाने के बाद उसका नियमित पालन कीजिए, पानी ज्यादा पीजिए। हल्के-फुल्के व्यायाम तथा सुबह की सैर को अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करना चाहिए।
एक स्वस्थ संतुलित आहार का सेवन स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सभी के लिए सबसे महत्वपूर्ण है विटामिन और खनिज का सही संतुलन प्राप्त करना। इनमें से कुछ थायमिन पदार्थ ;जैसे फलियां, नट्स और बीज आदि चयापचय में सुधार के लिए आवश्यक हैं। एस्कोर्बिक एसिड लौह अवशोषण और प्रतिरोधक क्षमता को बनाये रखने में मदद करता है जो साइट्रस फल और सब्ज़ियों जैसे टमाटर, आलू, सलाद पत्ते आदि में पाया जाता है। कोबलमीन (विटामिन बी 12) नयी कोशिकाओं को बनाता है जो मीट, चिकन, मछली, सी फ़ूड, अंडों, दूध और दूध से बने उत्पादों को खाने से मिलता है। विटामिन ए, शकरकंदी, गाजर, हरी सब्ज़ियों, आदि में पाया जाता है।
इस ब्लॉग के निर्माता हिमांशु सक्सैना हैं जो बुलन्दशहर जिले के निवासी हैं | इन्हें अपनी मातृ भाषा हिन्दी से काफी प्रेम है इसलिये इन्हे हिन्दी में लिखने का शोक भी है | लोगो के दिमाग में आज भी यही बात जुबान पर रहती है कि जो कुछ भी है वो इंग्लिश से है, इस बात को गलत साबित करने के उद्देश्य से ही इन्होने इस ब्लॉग का निर्माण किया है |
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नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “ Junk Food and Healthy Food ” अर्थात “जंक फूड और स्वस्थ भोजन” के विषय में बताने जा रहे हैं. आज हम आपको बताएंगे “जंक फूड और स्वस्थ भोजन क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. कई लोगों के मन में ये सवाल अक्सर उत्पन्न होते रहते हैं कि आखिर दोनों में क्या अंतर है और कौन सा भोजन किस श्रेणी में आता है. यदि ऐसे ही सवाल आपके भी मन में हैं तो परेशान न हो, क्यूंकि आज हम आपके लिए इसी विषय को लेके आये हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.
जंक फूड वो फ़ूड है, जिसमे पौषण न के बराबर होता है, इसमें अधिकतर unhealthy भोजन आता है. जैसे कि चिप्स, नमकीन, बिस्किट, फ्रेंचफ्रिज़, पापड़, आदि. इस प्रकार के भोजन वो भोजन हैं, जिन्हे लोग स्वाद के लिए खाना पसंद करते हैं. इसे खाने से कोई पोषण प्राप्त नहीं होता है, और शरीर को नुकसान और मोटापा अलग से झेलना पड़ता है. जो भी अभी हमने जंक फ़ूड के उदाहरण दिए हैं, वो मात्र कुछ उदाहरण हैं, क्यूंकि जंक फ़ूड में और भी कई सारी खाने की चीजे शामिल हैं. जंक फ़ूड का स्तर पैसे वालों के लिए ज्यादा ऊंचा है जबकि मिडिल क्लास वालों उससे कुछ नीचे और गरीबों के लिए जंक फ़ूड नाम की कोई चीज नहीं होती है. क्यूंकि वो दो वक्त की रोटी खाने के पैसे ही जुटा पाते हैं और वो इन सब चीजों से काफी दूर रहते हैं.
स्वस्थ भोजन वो भोजन है, जिसे खाने के बाद हम स्वस्थ रहते हैं. इस प्रकार के भोजन से हमे नियमित रूप से पोषण मिलता रहता है. जो कि हमारे शरीर के लिए काफी आवश्यक होता है. इस प्रकार के भोजन में आने वाली सामग्री: दाल, चावल, रोटी, हरी सब्जियां, सलाद, फल, दही, दूध आदि आता है. इस प्रकार के भोजन से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है. इसलिए इस भोजन को स्वस्थ भोजन का नाम दिया गया है. इसमें भी जो उदाहरण दिए हैं वो मात्र कुछ वस्तुएं है, इनके अलावा भी बहुत सी चीजें हैं जो स्वस्थ भोजन के अंतर्गत आती हैं.
# जंक फूड खाने से स्वास्थ्य खराब होता है और स्वस्थ भोजन खाने से स्वास्थ अच्छा रहता है.
# जंक फूड से किसी प्रकार को पोषण नहीं मिलता है जबकि स्वस्थ भोजन से पोषण और शक्ति मिलती है.
# यदि नियमित रूप से स्वस्थ भोजन लिया जाये तो शरीर सदैव स्वस्थ और फिट रहता है जबकि जंक फ़ूड अधिक खाने से शरीर अस्वस्थ और मोटापा बढ़ता है.
# जंक फ़ूड में आने वाली चीजे चिप्स, नमकीन, बिस्किट, फ्रेंचफ्रिज़, पापड़, आदि हैं जबकि स्वस्थ भोजन में आने वाली चीजें दाल, चावल, रोटी, हरी सब्जियां, सलाद, फल, दही, दूध आदि हैं.
# जंक फ़ूड को अस्वस्थ भोजनऔर स्वस्थ भोजन को पौष्टिक भोजन भी कहते हैं.
# डॉक्टर सदैव स्वस्थ भोजन खाने की सलाह देता हैं न कि जंक फ़ूड की.
# जंक फ़ूड जल्दी बनने वाला भोजन है जबकि स्वस्थ भोजन जल्दी और समय लेके दोनों तरह से बनता है.
# हमे रोजाना भोजन में दाल, चावल, सब्जी और रोटी का सेवन करना चाहिए न कि चिप्स, नमकीन, बिस्किट, फ्रेंचफ्रिज़, पापड़, आदि का.
उम्मीद है दोस्तों कि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और आपके काफी काम भी आयी होगी. यदि फिर भी कोई गलती आपको हमारे ब्लॉग में दिखे या आपके मन में कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो वो भी आप हमसे पूछ सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे उस सवाल का जबाब आपको देने और आपके सुझाव को समझने और उसे पूरा करने की. धन्यवाद !!!
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स्वास्थ्य एक व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक कल्याण को दर्शाता है। किसी व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेने के लिए कहा जाता है जब वह किसी भी शारीरिक बीमारियों से रहित होता है, मानसिक तनाव होता है और अच्छे पारस्परिक संबंधों का आनंद लेता है।
विषय-सूचि
लोकप्रिय धारणा के विपरीत, स्वास्थ्य का अर्थ केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ होना और किसी भी बीमारी से रहित होना नहीं है, इसका अर्थ व्यक्ति का समग्र कल्याण भी है। इसमें मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत होना, स्वस्थ अंतर-व्यक्तिगत संबंधों को रखना, अच्छे संज्ञानात्मक कौशल होना और आध्यात्मिक रूप से जागृत होना शामिल है।
स्वस्थ होना कोई अवस्था नहीं है; यह जीवन का एक तरीका है। यह एक प्रक्रिया है। अपने शारीरिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आपको हर दिन उचित आहार की आवश्यकता होती है। आप सप्ताह में दो दिनों के लिए पौष्टिक आहार नहीं ले सकते हैं और बाकी के लिए जंक पर हॉग कर सकते हैं और फिर भी स्वस्थ रह सकते हैं।
इसी तरह, आप एक ही दिन 24 घंटे नहीं सो सकते हैं और अगले तीन दिनों तक जाग सकते हैं। अच्छे आकार में रहने और अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेने के लिए स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखना आवश्यक है। पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करने के अलावा, स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए रोजाना पर्याप्त नींद और व्यायाम भी करना चाहिए।
अपने आप को उन लोगों से घेरना भी आवश्यक है जो सकारात्मकता लाते हैं और आपको नीचे खींचने के बजाय आपके सर्वश्रेष्ठ को बाहर लाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। सामाजिक रूप से सक्रिय होने और लोगों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के अलावा, भीतर देखना भी आवश्यक है। अपनी आवश्यकताओं को बेहतर ढंग से समझने और अपने जीवन को सही दिशा में ले जाने के लिए हर दिन कुछ समय अपने आप बैठने के लिए निचोड़ें। यह आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
“स्वास्थ्य केवल आपके खाने के बारे में नहीं है। यह इस बारे में भी है कि आप क्या सोच रहे हैं और क्या कह रहे हैं। “आम तौर पर, किसी व्यक्ति को स्वस्थ तब कहा जाता है जब वह मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हो और अच्छे स्वास्थ्य का आनंद ले सके। हालांकि, स्वास्थ्य इससे कहीं ज्यादा है। स्वास्थ्य की आधुनिक परिभाषा में विभिन्न अन्य पहलू शामिल हैं जिन्हें स्वस्थ जीवन का आनंद लेने के लिए बरकरार रखने की आवश्यकता है।
प्रारंभ में, स्वास्थ्य का अर्थ केवल शरीर की अच्छी तरह से कार्य करने की क्षमता था। यह केवल शारीरिक बीमारी या बीमारी के कारण बाधित था। यह 1948 में था कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) एक व्यक्ति के समग्र शारीरिक, मानसिक और सामाजिक कल्याण के साथ स्वास्थ्य शब्द से जुड़ा हुआ है, न कि केवल बीमारी का अभाव है।
हालांकि इस परिभाषा को कुछ लोगों ने स्वीकार किया, लेकिन इसकी काफी आलोचना हुई। यह कहा गया था कि स्वास्थ्य की यह परिभाषा बेहद व्यापक थी और इस प्रकार यह अस्पष्ट थी। लंबे समय तक अव्यावहारिक होने के कारण इसे छोड़ दिया गया था। 1980 स्वास्थ्य की एक नई अवधारणा लेकर आया है। इसने स्वास्थ्य को जीने के लिए एक संसाधन के रूप में बताया और न केवल एक राज्य के रूप में।
आज, एक व्यक्ति को स्वस्थ माना जाता है यदि वह अच्छे शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, आध्यात्मिक और संज्ञानात्मक स्वास्थ्य का आनंद ले रहा है।
अच्छा स्वास्थ्य जीवन में विभिन्न अन्य कार्यों को पूरा करने का आधार बनता है। यहाँ है कि यह कैसे मदद करता है:
पारिवारिक जीवन: कोई व्यक्ति जो शारीरिक रूप से अनफिट है, वह अपने परिवार की देखभाल नहीं कर सकता है। इसी तरह, कोई व्यक्ति मानसिक तनाव का अनुभव कर रहा है और अपनी भावनाओं को संभालने में असमर्थता अच्छे पारिवारिक संबंधों का निर्माण और प्रचार नहीं कर सकता है।
कार्य: यह बिना कहे चला जाता है कि शारीरिक रूप से अनफिट व्यक्ति ठीक से काम नहीं कर सकता है। अच्छी तरह से काम करने के लिए अच्छा मानसिक स्वास्थ्य भी उतना ही आवश्यक है। काम पर पहचान पाने के लिए अच्छे सामाजिक और संज्ञानात्मक स्वास्थ्य का भी आनंद लेना चाहिए।
अध्ययन: गरीब शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अध्ययन में बाधा है। अच्छी तरह से अध्ययन करने के लिए अच्छे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के अलावा अच्छे संज्ञानात्मक स्वास्थ्य को बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
अपने स्वास्थ्य का अत्यधिक ध्यान रखना आवश्यक है। यह केवल तभी है जब आप स्वस्थ होंगे आप अपने जीवन के अन्य पहलुओं का अच्छे से ध्यान रख पाएंगे।
स्वास्थ्य उस राज्य को दिया गया नाम है जहाँ व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ है, उसके पारस्परिक संबंध अच्छे हैं और वह आध्यात्मिक रूप से जागृत है। एक संपूर्ण जीवन का आनंद लेने के लिए व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य के हर पहलू का अत्यधिक ध्यान रखना चाहिए।
स्वास्थ्य को अनुकूलित करने में सहायता के लिए यहां कुछ सरल तकनीकें दी गई हैं:
स्वस्थ आहार योजना का पालन करें: अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने की दिशा में पहला कदम विभिन्न सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर आहार है। आपके आहार में विशेष रूप से ताजे फल और हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल होनी चाहिए। इसके अलावा दालें, अंडे और डेयरी उत्पाद हैं जो आपके संपूर्ण विकास और अनाज में मदद करते हैं जो आपको पूरे दिन चलने के लिए ऊर्जा प्रदान करते हैं।
उचित आराम करें: अपने शरीर को स्वस्थ रहने और काम करने के लिए ऊर्जा बनाए रखने के लिए पर्याप्त आराम देना आवश्यक है। इसके लिए रोजाना 8 घंटे की नींद जरूरी है। किसी भी हालत में आपको अपनी नींद से समझौता नहीं करना चाहिए। नींद की कमी आपको सुस्त बनाती है और आपको शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से नालियां बना देती है।
नियमित व्यायाम करें: यह आपकी पसंद के किसी भी शारीरिक व्यायाम में लिप्त होने के लिए अपने दैनिक कार्यक्रम से कम से कम आधा घंटा निकालने का सुझाव दिया गया है। आप ब्रिस्क वॉकिंग, जॉगिंग, स्विमिंग, साइकिलिंग, योगा या अपनी पसंद के किसी अन्य व्यायाम की कोशिश कर सकते हैं। यह आपको शारीरिक रूप से फिट रखता है और आपके दिमाग को आराम देने का एक शानदार तरीका भी है।
ब्रेन गेम्स खेलें: आपके लिए शारीरिक व्यायाम करना जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही आपके लिए ब्रेन गेम खेलना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। ये आपके संज्ञानात्मक स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं।
ध्यान लगाएं: ध्यान अपने मन को शांत करने और आत्मनिरीक्षण में बैठने का एक शानदार तरीका है। यह आपको उच्च स्थिति में ले जाता है और विचारों की अधिक स्पष्टता देता है।
अपने आसपास सकारात्मक लोगों को रखें: सकारात्मक लोगों के साथ खुद को घेरना आपके लिए जरूरी है। उन लोगों के साथ रहें, जिनके साथ आप स्वस्थ और सार्थक चर्चा में लिप्त हो सकते हैं और वे भी जो आपको हतोत्साहित करने के बजाए आपके भीतर श्रेष्ठता लाते हैं। यह आपके भावनात्मक के साथ-साथ सामाजिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
रूटीन चेक-अप के लिए जाएं: वार्षिक स्वास्थ्य जांच के लिए नामांकन करना एक अच्छा विचार है। एहतियात हमेशा इलाज से बेहतर है। इसलिए यदि आपको रिपोर्ट में किसी भी प्रकार की कमी या ऐसा कोई मुद्दा दिखाई दे तो आप चिकित्सा सहायता ले सकते हैं और ठीक होने से ठीक पहले उसे ठीक कर सकते हैं।
आज, लोग एक दुसरे से प्रतिस्पर्धा में इतने फंस गए हैं कि वे अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना भूल जाते हैं। यह समझना आवश्यक है कि स्वास्थ्य पहले आता है। स्वास्थ्य का अनुकूलन करने और आनंदपूर्वक जीने के लिए पूर्वोक्त बिंदुओं का पालन करना चाहिए।
स्वास्थ्य शारीरिक, मानसिक और सामाजिक कल्याण की स्थिति है। स्वास्थ्य का प्रमुख महत्व है और बाकी सब कुछ बाद में आता है। अच्छी सेहत बनाए रखना हम हवा में सांस लेने, पीने के पानी, हम जो खाना खाते हैं, जिस तरह के लोगों से हम निपटते हैं और व्यायाम की मात्रा में हम शामिल हैं, सहित कई कारकों पर निर्भर करता है।
जहां एक व्यक्ति के शुरुआती वर्षों से ही शारीरिक रूप से स्वस्थ होने पर बहुत अधिक महत्व दिया जाता है, वहीं कई लोग भावनात्मक और मानसिक रूप से मजबूत रहने के लिए जरूरत और महत्व को नजरअंदाज कर देते हैं। यह समय है कि लोगों को यह समझना चाहिए कि मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखना और उस दिशा में काम करना कितना महत्वपूर्ण है।
माता-पिता को अक्सर उनके बच्चों को खाने के लिए महत्व देना चाहिए और उनके शारीरिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छता के स्तर को बनाए रखने की आवश्यकता होती है। कई माताओं को अपने बच्चों के खाने की आदतों पर चिंता दिखाई देती है। वे अपने बच्चों को शारीरिक रूप से फिट और ऊर्जावान बनाए रखने के लिए विभिन्न माध्यमों का उपयोग करके भोजन करने के लिए मजबूर करते हैं।
लेकिन हमने शायद ही किसी को देखा हो जो अपने बच्चे के दिमाग में क्या चल रहा है, इसे समझने के लिए उतना ही ध्यान देता है। माता-पिता अक्सर अपने बच्चों को कार्य करने के लिए निर्देश देते हैं, लेकिन यह विश्लेषण करने की कोशिश नहीं करते हैं कि उनका बच्चा किसी चीज से परहेज या इनकार क्यों कर रहा है। बच्चों के साथ समय बिताना और उनकी भावनात्मक जरूरतों को पूरा करना उतना ही ज़रूरी है जितना उन्हें खाना खिलाना।
यह न केवल बच्चों के लिए बल्कि हर उम्र के लोगों के लिए अच्छा है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को उतना ही महत्व देना चाहिए जितना वह अपने शारीरिक कल्याण को देता है। यह इसी की कमी है जो अवसाद, उच्च रक्तचाप और तनाव जैसी समस्याओं को जन्म दे रहा है।
भारत के नागरिकों के लिए कोई राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा प्रणाली नहीं है। यही कारण है कि निजी क्षेत्र देश में मुख्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाता है। जबकि देश में कई स्थानों पर सरकारी अस्पताल हैं जहाँ निदान मुफ्त में किया जाता है और लोगों को मुफ्त दवाएँ भी दी जाती हैं, बहुत से लोग स्वच्छता की कमी के कारण इन सुविधाओं का दौरा करने में संकोच करते हैं। इसके अलावा, इन सेवाओं की मुफ्त सेवाओं के बाद से यहाँ बहुत प्रतीक्षा है।
सरकार को इन सुविधाओं को बनाए रखने के लिए काम करना चाहिए और इनमें से अधिक स्थापित करना चाहिए ताकि हर नागरिक की जरूरतों को पूरा किया जा सके। भारत में आम आदमी को भारी स्वास्थ्य देखभाल खर्च वहन करने की आवश्यकता होती है। उनके द्वारा की गई अधिकांश बचत उनके परिवार के स्वास्थ्य की देखभाल करने में खर्च की जाती है। हेल्थकेयर इंश्योरेंस खरीदने वालों को भी अपनी जेब से राशि खर्च करनी पड़ती है, जब यह विभिन्न उपचारों से गुजरना पड़ता है क्योंकि इन नीतियों में खामियां हैं।
जीवन में हर कदम पर इतनी प्रतिस्पर्धा है। प्रत्येक व्यक्ति दूसरे को पछाड़ना चाहता है, चाहे वह स्कूल या कॉलेज स्तर पर हो या जीवन में बाद में जीवनशैली को बनाए रखने और अपने स्वास्थ्य को पीछे ले जाने के लिए। लोगों को इस तथ्य को पहचानना चाहिए कि स्वास्थ्य पहले आता है। यह तभी है जब हम स्वस्थ हों हम जीवन के अन्य पहलुओं पर बेहतर काम कर सकते हैं। सरकार को देश की भलाई के लिए अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए।
स्वास्थ्य को शुरू में एक अवस्था के रूप में जाना जाता था जिसमें एक व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से फिट था। किसी व्यक्ति के बीमार पड़ने या अन्य शारीरिक बीमारियों से पीड़ित होने पर उसे बाधित होने के लिए कहा गया था। हालांकि, दशकों से, स्वास्थ्य की परिभाषा में बदलाव आया है और यह अब एक व्यापक परिप्रेक्ष्य को कवर करता है।
स्वास्थ्य के मूल रूप से पाँच घटक हैं। एक व्यक्ति को स्वस्थ माना जाता है जब ये सभी जांच में होते हैं। इन घटकों पर एक नज़र है:
शारीरिक स्वास्थ्य: शारीरिक स्वास्थ्य किसी भी बीमारी या बीमारी से रहित, शारीरिक रूप से स्वस्थ हो रहा है। अच्छा शारीरिक स्वास्थ्य लंबे जीवन काल को बढ़ावा देता है।
यह मूल रूप से एक शिक्षा अनुशासन है जो उचित सांस्कृतिक जानकारी के बारे में शिक्षित करता है। यह अंतर-सांस्कृतिक या अंतर-सांस्कृतिक क्षमता को संदर्भित करता है जो प्रभावी क्रॉस-सांस्कृतिक संचार स्थापित करने के लिए आवश्यक है।
इसे चार श्रेणियों में बांटा गया है:
राष्ट्रीय: यह उस व्यक्ति के मूल्यों, सिद्धांतों और हितों के बारे में सांस्कृतिक साक्षरता पर केंद्रित है जो किसी व्यक्ति का है।
चिकित्सा: यह चिकित्सा प्रतिनिधियों और संगठनों की सांस्कृतिक क्षमता पर केंद्रित है।
जातीय: यह सांस्कृतिक साक्षरता पर ध्यान केंद्रित करता है जो एक व्यक्ति से संबंधित जातीय समूह के मूल्यों, सिद्धांतों और हितों के बारे में है।
शिक्षा: यह छात्रों और पेशेवरों की सांस्कृतिक साक्षरता पर केंद्रित है। कई स्कूलों ने इसे अपने पाठ्यक्रम में शामिल करना शुरू कर दिया है।
स्वास्थ्य का मतलब केवल यह नहीं है कि आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में ऊपर वर्णित विभिन्न अन्य तत्वों का समावेश हो। जबकि अच्छा शारीरिक स्वास्थ्य एक स्वस्थ जीवन के लिए आधार देता है, आपको संपूर्ण जीवन का आनंद लेने के लिए अन्य सभी स्वास्थ्य घटकों को बरकरार रखना चाहिए।
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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.
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hey thanks ,now i could compete my homework
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Train accident: एक और रेल हादसा… पश्चिम बंगाल में मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस की टक्कर, ls election 2024 results: “जनता ही जनार्दन है”, प्रहलाद जोशी के निमंत्रण पर मल्लिकार्जुन खड़गे शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए: रिपोर्ट.
आजकल जंक फूड का प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है लेकिन यह हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है। जिससे सभी बच्चों और किशोरों को अवश्य जानना चाहिए, क्योंकि वे आमतौर पर जंक फूड खाना पसंद करते हैं। कई सारी निबंध प्रतियोगिता में जंक फूड पर निबंध लिखने का कार्य दिया जाता है। जो बच्चों को जंक फूड के विषय में जागरूक करने के लिए दिया जाता है।
जंक फूड पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द).
जंक फूड ऐसे फूड है जो उच्च कैलोरी और कम पोषकतत्वों से युक्त होते है। आधुनिक समाज में फास्ट फूड हमारे जीवन का हिस्सा बनता जा रहा है। आमतौर पर, जंक फूड देखने में बहुत ही आकर्षक और स्वादिष्ट लगते हैं और सभी आयु वर्ग के लोगों द्वारा इन्हें पसंद भी किया जाता है। लेकिन वास्तव में जंक फूड स्वास्थ के लिए काफी हानिकारक होते हैं।
जंक फूड के प्रकार
जंक फूड हमारे बीच बिस्कुट, चीज , बर्गर , पिज्जा आदि के रूप में पाए जाते है। जंक फूड स्वास्थ्य के लिए बहुत ही बेकार होते हैं और वे व्यक्ति जो नियमित रुप से इनका सेवन करते हैं, वे बहुत सी बीमारियों को आमंत्रित करते हैं। जंक फूड स्वाद से भरे होते है परन्तु उनमें पोषक तत्व नगण्य होता है।
जंक फूड के नुकसान
जंक फूड से हृदय संबंधी बीमारियाँ, कैंसर, समय से पहले अधिक आयु का लगना, उच्च रक्तचाप, हड्डियों की समस्याएं, मधुमेह (डायबिटिज़), मानसिक रोग, पाचन तंत्र की समस्याएं, लीवर संबंधित समस्याएं, ब्रेस्ट कैंसर आदि बहुत सी बीमारियाँ होती है। शोध के अनुसार यह पाया गया है कि युवा अवस्था बहुत ही संवेदनशील आयु होती है, जिसके दौरान एक व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्यवर्धक भोजन करना चाहिए।
अगर हम अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते है तो हमें जंक फ़ूड का इस्तेमाल बंद करना होगा। हमें भोजन करने के उद्देश्य को समझना होगा। हमें भोजन स्वाद के लिए नहीं बल्कि स्वस्थ रहने के लिए करना चाहिए।
जंक फूड शब्द का अर्थ उस भोजन से है, जो स्वस्थ शरीर के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता है। इसमें पोषण की कमी होती है और इसके साथ ही यह शरीर के लिए भी हानिकारक होता है। ज्यादातर जंक फूड उच्च स्तर पर वसा, शुगर, लवणता, और बुरे कोलेस्ट्रॉल से परिपूर्ण होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए जहर होते हैं। इनमें पोषक तत्वों की कमी होती है इसलिए आसानी से कब्ज और अन्य पाचन संबंधी बीमारियों का कारण बनते हैं। जंक फूड ने अच्छे स्वाद और आसानी से पकने के कारण बहुत अधिक प्रसिद्धि प्राप्त कर ली है। बाजार में पहले से ही निर्मित जंक फूड पॉलिथीन में पैक होकर उपलब्ध हैं। बहुत से लोग अपनी व्यस्त दिनचर्या या भोजन पकाने की अज्ञानता के कारण इस तरह, के पैक किए गए जंक फूड पर निर्भर रहते हैं।
स्वास्थ्य के लिए जहर है फ़ास्ट फ़ूड
जंक फ़ूड टाइफाइड, ह्रदय से जुड़े रोग, कुपोषण, हाइपरटेंशन जैसे जुडी भयानक बीमारियों का कारण बनता है। ये हमारे सोच से कई ज्यादा नुकसान दायक होता है। जंक फूड बहुत तेलीय होते हैं और उनमें पोषक तत्वों की कमी होती है इस कारण, उन्हें पचाने में काफी कठिनाई होती है और इनके क्रिया के लिए शरीर से अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है और व्यक्ति के शरीर में ऑक्सीजन स्तर में कमी करते हैं, जिससे मस्तिष्क का उचित विकास नहीं होता।
पूरे संसार में जंक फूड का उपभोग दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा है, जो भविष्य के लिए अच्छा नहीं है। सभी आयु वर्ग के लोग जंक फूड खाना पसंद करते हैं और आमतौर पर, जब वे अपने परिवार के साथ कुछ विशेष समय, जैसे- जन्मदिन, शादी की सालगिरह, आदि का आनंद लेने के दौरान वे इन्हें ही चुनते हैं। वे बाजार में उपलब्ध जंक फूड की विभिन्न किस्मों जैसे; कोल्ड ड्रिंक, वेफर्स, चिप्स, नूडल्स, बर्गर, पिज्जा, फ्रेंच फ्राईस, चाइनीज खाना आदि का प्रयोग करते हैं।
जंक फूड शब्द का इस्तेमाल सबसे पहले 1972 में किया गया था। हममें से लगभग सभी लोग जंक फूड से वाकिफ हैं और इसके लिए किसी भी तरह के परिचय की कोई आवश्यकता नहीं है।
फिर भी, यह बहुत ही दिलचस्प सवाल है कि आखिर इसकी असलियत जानने के बाद भी सभी लोग जंक फूड खाना क्यों पसंद करते हैं? आजकल हम में से सभी जंक फूड के स्वाद का आनंद लेते हैं क्योंकि ये स्वादिष्ट वहन करने योग्य और तैयार मिलते हैं। जंक फूड में कोई भी पोषक तत्व और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोषक मूल्यों की कमी होती है।
यदि नियमित रुप से इनका उपभोग किया जाए तो ये स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है। ये शरीर के ऊर्जा स्तर में कमी करते हैं और अनिद्रा का कारण बनते हैं। यह एकाग्रता के स्तर में कमी करते हैं और घातक बीमारियों; जैसे- कब्ज, गैस, हार्मोन असंतुलन, हृदय रोग, उच्च रक्तदाब, मधुमेह (डायबिटिज़) आदि को निमंत्रण देते हैं।
जंक फूड में पोषक तत्वों की कमी
जंक फूड बहुत तैलीय होते हैं और उनमें पोषक तत्वों की काफी कमी होती है। इस कारण से उन्हें पचाने में कठिनाई होती है और इसके साथ ही इनके पाचक क्रिया के लिए शरीर में काफी अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है और व्यक्ति के शरीर में ऑक्सीजन स्तर में कमी करते हैं, जिससे मस्तिष्क का उचित विकास नहीं होता। जंक फूड में बुरे कॉलेस्ट्रॉल की अधिकता होती है और इसके साथ ही यह शरीर को भी नुकसान पहुँचाने का कार्य करता है। पोषक तत्वों की कमी के कारण पेट तथा अन्य पाचन अंगों में खिंचाव होता है। जिसके कारण कब्ज की समस्या उत्पन्न होती है। जंक फूड खाने के कारण हमें वजन बढ़ना, मोटापा, टायफॉइड, कुपोषण, आदि जैसे रोगों का सामना करना पड़ सकता है।
जंक फूड स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक होते हैं और यदि ये नियमित रुप से ग्रहण किए जाए तो बिना किसी लाभ के स्वास्थ्य को नुकसान ही पहुँचाते हैं। हमें पूरे जीवन भर अच्छा, स्वस्थ और सुखद जीवन जीने के लिए जंक फूड का सेवन नही करना चाहिए। कैलोरीज की मात्रा फास्ट फूड में अधिक होने के कारण मोटे व्यक्ति के लिए यह अधिक हानिकारक होती है।
जंक फूड शब्द अपने आपमें बहुत कुछ कहता है और स्वास्थ्य के लिए इसकी हानिकारक प्रकृति की ओर संकेत करता है। जंक फूड स्वास्थ्य के लिए बेकार खाना होता है क्योंकि इनमें कैलोरी, वसा, कॉलेस्ट्रॉल, शुगर और लवणता आदि तत्वों की अधिकता पाई जाती है। आजकल, बच्चे और युवा बड़ी मात्रा में जंक फूड खाने के बहुत ही शौकीन है। वे अस्वास्थ्यकर जीवन-शैली के माध्यम से अपने जीवन को खतरे की ओर ले जा रहे हैं। वे आमतौर पर, जब भी भूख महसूस करते हैं तो चिप्स, फ्रेंच फ्राईस, क्रैक्स, स्नैक, चाउमीन, बर्गर, पिज्जा, पास्ता, और अन्य जंक फूड का सेवन करते हैं। जंक फूड हमारे लिए लाभप्रद नहीं है और कुछ भी पोषण प्रदान नहीं करते हैं।
जंक फूड से मोटापा का खतरा
ये सभी तरीकों से सभी आयु वर्ग के लोगों के जीवन, वजन, और स्वास्थ्य परिस्थितियों को प्रभावित करता है। जंक फूड में अधिक मात्रा में कैलोरी पाई जाती है हालांकि, जो भी इस तरह का खाना खाता है उसे जल्दी-जल्दी भूख भी लगती है। जंक फूड से आवश्यक स्तर की ऊर्जा नहीं मिलती है; इस तरह, भोजन करने वाले में जल्दी-जल्दी खाना खाने की प्रवृति उत्पन्न हो जाती है। हमें जंक फूड से जो भी प्राप्त होता है उसमें अस्वास्थ्यकर वसा होता है और उसमें कोई भी अच्छा तत्व नहीं होता है; इस प्रकार, हमें ऑक्सीजन कमी महसूस होती है और जो मस्तिष्क के कार्य करण को बेकार करता है।
जंक फ़ूड खाने के परिणाम
शोध के अनुसार, बच्चे और किशोर अधिक मात्रा में नियमित आधार पर अधिक जंक फूड खाते हैं और जिसके कारण उनका वजन बढ़ता है और हृदय और लीवर की बहुत सी समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं। इस प्रकार के बच्चों को कम उम्र में ही शरीर में अधिक शुगर के एकत्र होने के कारण मधुमेह (डायबिटिज) और आलस्य जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जंक फूड में उच्च स्तरीय सोडियम खनिज के होने के कारण उनका रक्तदाब उच्च होता है। बच्चों और किशोरों को अभिभावकों द्वारा बचपन में ही अच्छी आदतों को विकसित करना चाहिए।
माता-पिता को अपने बच्चों की खाने-पीने की आदतों का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि बचपन में बच्चे सही और गलत को न ही जानते हैं और न ही उसका निर्णय कर पाते हैं। इसलिए वे अभिभावक ही होते हैं, जो बच्चों में सही और गलत आदतों के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार होते हैं। उन्हें बचपन से ही अपने बच्चों को खाने की आदतों के बारे में सिखाना चाहिए साथ ही स्वास्थ्य वर्धक भोजन और जंक फूड में अन्तर को स्पष्ट करना चाहिए।
पूरे संसार में जंक फूड का उपभोग दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है, जो भविष्य के लिए अच्छा नहीं है। सभी आयु वर्ग के लोग जंक फूड खाना पसंद करते हैं और आमतौर पर, जब वे अपने परिवार के साथ कुछ विशेष समय, जैसे- जन्मदिन, शादी की सालगिरह, आदि का आनंद लेने के दौरान वे इन्हें ही चुनते हैं। वे बाजार में उपलब्ध जंक फूड की विभिन्न किस्मों जैसे; कोल्ड ड्रिंक, वेफर्स, चिप्स, नूडल्स, बर्गर, पिज्जा, फ्रेंच फ्राईस, चाइनीज खाना आदि का प्रयोग करते हैं।
जंक फूड का स्वाद अच्छा होता है, जिसके कारण वो लगभग सभी आयु वर्ग के लोगों द्वारा विशेष रुप से बच्चों और स्कूल व कालेज जाने वाले बच्चों द्वारा यह काफी पसंद किए जाते हैं। आमतौर से बच्चे बचपन से ही काफी जंक फूड खाते हैं जिसके कारण उनमें यह प्रवृति विकसित हो जाती है। इसके साथ अभिभावकों द्वारा रोक-टोक ना होने पर जंक फूड खाने की यह समस्या एक तल बन जाती है और आगे चलकर बड़ी समस्याओं का कारण बनता हैं।
वैज्ञानिकों के शोध के अनुसार यह पाया गया है कि, वे स्वास्थ्य पर बहुत तरीकों से नकारात्मक प्रभावों को डालते हैं। ये आमतौर पर तले हुए पैक खाद्य पदार्थ होते हैं, जो बाजार में मिलते हैं। इनमें कैलोरी और कॉलंस्ट्रॉल, सोडियम खनिज, शुगर, स्ट्रॉच, अस्वास्थ्यकर वसा की अधिकता और पोषक तत्वों और प्रोटीन के तत्वों की कमी होती है।
जंक फ़ूड क्या होता है ?
अगर आसान शब्दों में हम जंक फ़ूड का वर्णन करें तो यह मनुष्य के शरीर के लिए लाभदायक कम और हानिकारक ज्यादा है। जंक फूड तेजी से वजन बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ होते हैं और पूरे जीवन भर शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। यह एक व्यक्ति के वजन को काफी बढ़ा देता है, जिसके कारण व्यक्ति मोटापे से ग्रस्त हो जाता है। जंक फूड का स्वाद अच्छा होता है और ये दिखने में भी अच्छे होते हैं हालांकि, शरीर में स्वस्थ कैलोरी की आवश्यकता को पूरा नहीं करता है।
कुछ भोजन जैसे- फ्रेंच फ्राईस, तला हुआ भोजन, पिज्जा, बर्गर, कैंडी, कोल्ड ड्रिंक, आईस क्रीम आदि उच्च स्तर के वसा और शुगर वाले हैं। केन्द्रीय बीमारी नियंत्रक और निरोधक केन्द्र के अनुसार यह पाया गया है कि, जो बच्चे और किशोर जंक फूड खाते हैं उन्हें अलग-अलग तरह का मधुमेह (डायबिटिज) होता है। ये अलग-अलग तरह का मधुमेह शरीर में नियमित शुगर स्तर को नियमित करने में सक्षम नहीं होता। इस बीमारी के बढ़ना मोटापे और अधिक वजन के जोखिम को बढ़ाता है। यह किडनी (गुर्दों) के फेल होने के जोखिम को भी बढ़ाता है।
जंक फ़ूड खाने के दुष्परिणाम
प्रतिदिन जंक फूड खाना हमारे शरीर को पोषण की कमी की ओर ले जाता है। इनमें आवश्यक पोषण, विटामिन, आयरन, खनिज आदि पोषक तत्वों की कमी होती है। यह हृदय संबंधी घातक बीमारियों के खतरे को भी बढ़ाता है क्योंकि इसमें वसा, सोडियम, बैड कॉलेस्ट्रॉल आदि की अधिकता होती है। अधिक सोडियम और बुरा कॉलेस्ट्रॉल शरीर के रक्तदाब को बढ़ाता है और हृदय पर पड़ने वाले अधिक दबाव से भी सुरक्षा करता है। एक व्यक्ति जो अधिक जंक फूड खाता है, उसके वजन बढ़ने का खतरा बना रहता है।
जंक फूड में उच्च स्तर की कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, जो खून में तेजी से शुगर के स्तर में वृद्धि और व्यक्ति को आलसी बनाता है। इस तरह के भोजन को नियमित खाने वाले व्यक्ति का प्रतिबिम्ब और संवेदन अंग दिन प्रति दिन बेजान होते जाते हैं। इस प्रकार, वे बहुत ही सुस्त जीवन जीते हैं। जंक फूड कब्ज और अन्य बीमारियों, जैसे- मधुमेह, हृदय रोग, हार्ट- अटैक आदि का स्रोत है, जो खराब पोषण के कारण होती है।
जंक फूड हमारे लिए काफी हानिकारक हैं और नियमित रुप से इनका सेवन करने से यह स्वास्थ के लिए भी कई गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर देते हैं। हमें इसका सेवन काफी कम मात्रा में करना चाहिए और यदि संभव हो तो बिल्कुल ही नही करना चाहिए। जंक फूड खाने वाला व्यक्ति अन्य व्यक्तियों की तुलना में काफी कम भोजन करता है और इसकी वजह से बच्चे मोटापे का शिकार भी हो जाते हैं। इसलिए हमें जंक फूड के उपयोग से बचना चाहिए और अपने जीवन को स्वस्थ तथा सुरक्षित बनाना चाहिए।
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500+ words essay on healthy food.
Healthy food refers to food that contains the right amount of nutrients to keep our body fit. We need healthy food to keep ourselves fit.
Furthermore, healthy food is also very delicious as opposed to popular thinking. Nowadays, kids need to eat healthy food more than ever. We must encourage good eating habits so that our future generations will be healthy and fit.
Most importantly, the harmful effects of junk food and the positive impact of healthy food must be stressed upon. People should teach kids from an early age about the same.
Healthy food does not have merely one but numerous benefits. It helps us in various spheres of life. Healthy food does not only impact our physical health but mental health too.
When we intake healthy fruits and vegetables that are full of nutrients, we reduce the chances of diseases. For instance, green vegetables help us to maintain strength and vigor. In addition, certain healthy food items keep away long-term illnesses like diabetes and blood pressure.
Similarly, obesity is the biggest problems our country is facing now. People are falling prey to obesity faster than expected. However, this can still be controlled. Obese people usually indulge in a lot of junk food. The junk food contains sugar, salt fats and more which contribute to obesity. Healthy food can help you get rid of all this as it does not contain harmful things.
In addition, healthy food also helps you save money. It is much cheaper in comparison to junk food. Plus all that goes into the preparation of healthy food is also of low cost. Thus, you will be saving a great amount when you only consume healthy food.
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If we look at the scenario today, we see how the fast-food market is increasing at a rapid rate. With the onset of food delivery apps and more, people now like having junk food more. In addition, junk food is also tastier and easier to prepare.
However, just to satisfy our taste buds we are risking our health. You may feel more satisfied after having junk food but that is just the feeling of fullness and nothing else. Consumption of junk food leads to poor concentration. Moreover, you may also get digestive problems as junk food does not have fiber which helps indigestion.
Similarly, irregularity of blood sugar levels happens because of junk food. It is so because it contains fewer carbohydrates and protein . Also, junk food increases levels of cholesterol and triglyceride.
On the other hand, healthy food contains a plethora of nutrients. It not only keeps your body healthy but also your mind and soul. It increases our brain’s functionality. Plus, it enhances our immunity system . Intake of whole foods with minimum or no processing is the finest for one’s health.
In short, we must recognize that though junk food may seem more tempting and appealing, it comes with a great cost. A cost which is very hard to pay. Therefore, we all must have healthy foods and strive for a longer and healthier life.
Q.1 How does healthy food benefit us?
A.1 Healthy Benefit has a lot of benefits. It keeps us healthy and fit. Moreover, it keeps away diseases like diabetes, blood pressure, cholesterol and many more. Healthy food also helps in fighting obesity and heart diseases.
Q.2 Why is junk food harmful?
A.2 Junk food is very harmful to our bodies. It contains high amounts of sugar, salt, fats, oils and more which makes us unhealthy. It also causes a lot of problems like obesity and high blood pressure. Therefore, we must not have junk food more and encourage healthy eating habits.
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Food is essential for our body for a number of reasons. It gives us the energy needed for working, playing and doing day-to-day activities. It helps us to grow, makes our bones and muscles stronger, repairs damaged body cells and boosts our immunity against external harmful elements like pathogens. Besides, food also gives us a kind of satisfaction that is integral to our mental wellbeing, but there are some foods that are not healthy. Only those food items that contain nutrients in a balanced proportion are generally considered as healthy. People of all ages must be aware of the benefits of eating healthy food because it ensures a reasonably disease-free, fit life for many years.
Switching to a healthy diet doesn't have to be a one-size-fits-all approach. You don't have to be perfect, you don't have to eliminate all of your favourite foods and you don't have to make any drastic changes all at once—doing so frequently leads to straying or abandoning your new eating plan.
Making a few tiny modifications at a time is a recommended approach. Maintaining modest goals will help you achieve more in the long run without feeling deprived or overwhelmed by a very drastic diet change. Consider a healthy diet as a series of tiny, accessible actions such as including a salad in your diet once a day. You can slowly add additional healthy options as your minor modifications become habitual.
Cultivating a positive relationship with food is also crucial. Rather than focusing on what you should avoid, consider what you may include on your plate that will benefit your health such as nuts for heart-healthy, predominant fat that reduces low-density lipoprotein levels called monounsaturated fatty acids(raspberries) for fibre and especially the substances that inhibit oxidation which we call antioxidants.
Living a healthy lifestyle has immense payback. Over time, making smart eating choices lowers your risk of cardiovascular disease, certain malignancies, type 2 diabetes, obesity, and even anxiety and depression. Daily, you will have more energy, feel better and possibly even be in a better mood.
It all boils down to how long and how good your life is. According to several surveys, A healthy diet consists of whole grains, vegetables, fruits, nuts, and fish. A higher diet of red or processed meats on the other hand doubled the chance of dying young.
Following are the various types of healthy foods and their respective nutritional value:
Cereals,potatoes,bread and other root vegetables- These are the main sources of carbohydrates. The calories obtained from them enable us to do work.
Pulses, milk and milk products, eggs, bird meat, animal meat in limited quantities - these are great sources of protein. They build muscles and repair the damaged cells of our body, i.e., they are important for our immunity.
Ghee, butter, nuts and dry fruits, edible oil used in restrained quantities- These are rich sources of good fat. They provide more energy to our body than carbohydrates but should be consumed in a smaller amount.
Fresh fruits, vegetables and leafy vegetables, fish, egg, milk-these are good sources of vitamins, minerals and antioxidants are essential for normal functioning of the body. Though they are needed in small amounts, nowadays, nutrition experts prescribe their higher consumption as they help to fight lifestyle diseases like diabetes, obesity and even cancer.
Different types of healthy food when included in our daily diet in the right proportions along with water and roughage comprise a balanced diet. However, a balanced diet is not the same for all individuals considering many factors. It depends on a person’s age, gender, condition of the body-healthy or suffering from any disease and the type of work or physical activity a human does.
Healthy food intake nourishes both our physical and mental health and helps us stay active for many years. One who break downs this broad benefit into micro-benefits will see that eating healthy:
Helps us in weight management
Makes us agile and increases our productivity
Decreases the risk of heart diseases, stroke, diabetes mellitus, poor bone density, and some cancers, etc.
Helps in uplifting mood
Improves memory
Improves digestion and appetite
Improves sleep cycle
Healthy food habits are inculcated in children by their parents early on. These habits along with the right education and physical exercise lead to an overall development of an individual which ultimately becomes the greatest resource of a country.
To fully understand the prominence of healthy food in our diet, we must also be aware of unhealthy food, that is, the food that we must avoid eating. These are mainly junk food items which are low in nutritional value and contain an excessive amount of salt, sugar and fats which is not healthy for a human body.
Junk food is one of the unhealthy intakes in the present day scenario. It makes us more unfit than ever before. It is high time that one realised this and adopted a healthy food habit for a sustainable lifestyle.
Make a detailed plan; break down the timings; kind of food to be included in each meal and keep the plan weekly and avoid making the process dull and repetitive.
Cook your food, minimise eating from outside. It helps keep the ingredients, quality and measurements in check as well as saves money.
Stock your kitchen with healthy snacks for your cravings rather than processed food so that your options are reduced to consuming unhealthy food.
Take the process slowly. You do not have to have a strict plan; ease yourself into a healthy mindset. Your mind and body will adjust gradually. Consistency is important.
Track your eating habits to understand the intake of food, items, portions etc. This motivates you to see the progress over time and make changes according to your needs.
Carrots affect eyesight: According to historic times, during World War II, there was a popular belief that eating a lot of veggies would assist maintain the pilot's eyes in good repair. In actuality, the fighter pilot's eyesight was aided by advanced technology. However, the myth has persisted since then and many parents still use this narrative to get their children to eat more veggies. Carrots are high in vitamin A and make a terrific supplement to any healthy diet, but they don't usually help you see better.
Fat-Free Food : Health foods continue to dominate grocery store shelves but it's always a good idea to look beyond the label before buying. This is especially true when it comes to "fat-free," "low-fat," and "non-fat" foods. It's generally true that anything with less fat is preferable for some dairy and meat items.
Lower fat alternatives in packaged and processed foods contain other dangerous additives as fat substitutes. Manufacturers compensate for the loss of fat in packaged cookies, for example, by adding other undesirable elements like sugar.
Protein shakes: Pre-made smoothie beverages and protein powder mixes which typically claim to contain less sugar than milkshakes, slushies and diet sodas are likely to be the popular choice among customers because of the above mentioned reason. They both have the same amount of sugar and artificial sweeteners.
However, this is not true of all pre-made protein shakes and smoothies. Many of them, particularly the plant-based mixtures, are still nutritious additions to a balanced diet. Check the nutrition label to be sure there are no added sugars or artificially sweetened mixtures.
Organic food is better: Foods that are grown organically are better for you. Nutritionists labelling a product as organic doesn't mean it's superior to non-organic foods. It's a popular misperception that organic produce is nutritionally superior to non-organic produce. Organic produce has the same caloric and nutritional value as non-organic produce since it is grown and prepared according to federal rules.
1) Is sugar unhealthy?
Sugar is considered to be harmful for a healthy diet. Since it tastes so good in many foods, humans tend to increase it’s intake. It is also hidden in foods you wouldn't expect. It makes body organs fat, depresses well-being and also leads to heart diseases. However, to maintain a healthy diet, it is necessary to distinguish between natural and added sugars. Sugars are carbs that provide an essential source of energy and nourishment, nevertheless, sugar is often added to many popular dishes, which is when sugar becomes unhealthy. Natural sugars found in fruits and vegetables are regarded as healthy when consumed in moderation. Still added sugars give little nutritional benefit and contribute considerably to weight gain, compromising your healthy diet. As a result, it's critical to double-check the label.
2) What is Omega 3?
Omega-3 is the superfood of the fat group, which is particularly useful for various conditions, since the term "superfood" was coined. Omega-3 fatty acid is a medicine used in treating nutritional deficiencies. It is one of the essential nutrients with good antioxidant properties. Depression, memory loss, heart problems, joint and skin disorders and general improvement of physical and mental health and wellness are among them. Omega-3 which is abundant in fish-based diets is considered a necessary fatty acid for good health.
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संतुलित आहार पर निबंध Essay on Healthy Food in Hindi: हेलों दोस्तों, आज हम बात करने जा रहे हैं. संतुलित आहार, भोजन अथवा जिसे कह सकते हैं पौष्टिक आहार balanced diet पर.
जीवन में सभी चीजों के मध्य संतुलन और सामजस्य होना बेहद जरुरी हैं. तभी जीवन रुपी यह साइकिल ठीक से चल पाएगी.
संतुलित भोजन निबंध में खासकर बच्चों के लिए संतुलित आहार पर छोटा निबंध और पेरोग्राफ यहाँ बता रहे हैं. परीक्षा के दृष्टिकोण से भी आप इस एस्से को याद कर सकते हैं.
खाना हम सभी खाते हैं. खाते और पीते समय हम दूध, दलिया, फल, जूस का सेवन भी करते हैं. आजकल फास्टफूड चलन में हैं. फास्ट फूड जितनी तेजी से बनता हैं,
उतनी ही तेजी से वह शरीर को नुक्सान भी पहुचाता हैं. दूध दलिया, फल, और जूस को प्रारम्भ से ही भोजन में शामिल करने के लिए कहा जाता हैं.
दूध – दूध एज्मात्र ऐसा संतुलित आहार हैं, जिसका व्यक्ति बचपन से वृद्धावस्था तक उपयोग करता हैं. दूध अपने आप में सम्पूर्ण आहार माना जाता हैं. इसमें पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं.
यह हमारे शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान कर उसे मजबूत बनाता हैं. बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार करता हैं. और शरीर का शारीरिक और मानसिक विकास करता हैं.
दूध को प्रकृति का कल्याण पेय कहा गया हैं. इसमें केल्शियम, पौटेशियम, प्रोटीन, फास्फोरस, राइबोफ्लेविन, नियासिन, विटामिन ए, डी और बी 12 होते हैं. दूध स्मरण शक्ति में वृद्धि करता हैं. दूध अत्यंत गुणकारी हैं. इसे आज से ही अपने आहार में शामिल कर लीजिए.
दलिया -दलिया एक सुपाच्य पदार्थ हैं. इसे गेहूं को दरदरा पीसकर बनाया जाता हैं. स्वास्थ्य के लिए दलिया बहुत लाभदायक हैं. इसे नाश्ते में शामिल अवश्य रूप से करना चाहिए. दलिया खाने से वजन कम होता हैं. यदि प्रतिदिन दलिए का सेवन किया जाए तो पूरे दिन शरीर में ऊर्जा बनी रहती हैं.
शरीर में ऊर्जा के कारण मेटाबोलिज्म सिस्टम भी बढ़िया रहता हैं. दलिया में भरपूर एंटी ओक्सिडेंट होते हैं, जो शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकाल देते हैं. और शरीर को स्वस्थ बनाते हैं.
दलिया खाने से हीमोग्लोबिन बढ़ता हैं. इन्हें दूध फल के साथ नमकीन या मीठा बनाया जा सकता हैं. इसमें यह पोषक तत्व होने के साथ साथ स्वादिष्ट भी लगता हैं.
फल -प्रतिदिन फल का सेवन करने से बीमारियाँ दूर रहती हैं. और सेहत अच्छी होती हैं. यह कहावत तो आप सबने सुनी होगी कि एक सेब रोज खाओ और डॉक्टर को दूर भगाओ.
सभी फल गुणकारी होते हैं. सेब में जहाँ विटामिन ए प्रचुर मात्रा में होता हैं. वही खट्टे फल जैसे संतरा, आम आदि में विटामिन भरपूर होते हैं.
बच्चों को मौसमी फलों का सेवन अवश्य करना चाहिए. इन दिनों आम, लीची, हरे बादाम, जामुन और तरबूज का सेवन करना चाहिए. इनका सेवन करने से गर्मी नहीं सताती हैं और शरीर को ठंडक मिलती हैं.
जूस – आप जिन फलों का सेवन करने से घबराते हैं, उन्हें जूस के रूप में ले सकते हैं. जूस बेहद स्वादिष्ट लगता हैं. आम, गन्ना, संतरा, अनार, मौसमी, घृतकुमारी, नीम्बू, आंवला बाजार में सहजता से मिल जाते हैं.
घृतकुमारी और आंवला जैसे जूस का सेवन तो अनेक बीमारियों से बचाता हैं. आप सभी अपनी पसंद के अनुसार जूस का सेवन कर सकते हैं और स्वयं को स्वस्थ रखकर सुखी व अच्छा जीवन जी सकते हैं.
मोटा मनुष्य ही स्वस्थ होगा, यह कोई अनिवार्य शर्त नहीं हैं. किसी भी शरीर के आकार का इंसान स्वस्थ हो सकता हैं. जीवन में कामयाबी के लिए अच्छे स्वास्थ्य का होना बहुत जरुरी हैं.
विशेष कर विद्यार्थी जीवन में स्वास्थ्य का बड़ा महत्व हैं. यदि स्टूडेंट्स पूर्ण रूप से स्वस्थ नहीं होगा तो वह हमेशा औरों से स्वयं को कमजोर महसूस करेगा, पढ़ाई लिखाई में उसका मन नहीं लगेगा तथा पिछड़ जाएगा.
संतुलित भोजन खाने से हमारा स्वास्थ्य भी अच्छा रहता हैं. अच्छे संतुलित आहार में सभी प्रकार के पोषक तत्व सम्मिलित होते हैं. शरीर के लिए आवश्यक विटामिन, प्रोटीन, खनिज तत्व आदि शामिल किये जाते हैं.
दूध, घी, मक्खन, हरी सब्जियों के सेवन से हमारी सेहत अच्छी रहती हैं. विद्यार्थी को समय पर भोजन करने की आदत विकसित करनी चाहिए. साथ ही उन्हें अच्छे स्वास्थ्य से जुड़ी पुस्तकों सेहत की देखभाल से जुड़े लेख नित्य पढने चाहिए.
व्यक्ति के स्वस्थ रहने के लिए उसे स्वच्छता पर भी ध्यान देना चाहिए. उनके पहनने के कपड़े, सोने के बिस्तर, अपना कमरा आदि भी साफ़ सुथरे होने चाहिए. जहाँ आप अधिकतर समय बीताते हैं वहां पर्याप्त मात्रा में रोशनी भी होनी चाहिए.
अधिक समय तक सोते रहना अच्छे स्वास्थ्य की निशानी नहीं हैं. हमें जल्दी सोकर जल्दी उठने की आदत विकसित करनी चाहिए.
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500+ words essay on healthy food.
Before starting your daily activity, you must have food. Food is essential for our body besides water. Eating healthy food gives you the required nutrients you need to maintain a healthy lifestyle. Your daily food should have carbohydrates, proteins, water, vitamins, fat and minerals. To keep ourselves fit, we need healthy food.
When we talk about our health, healthy food plays a crucial role. It helps preserve our health, and some nutrients renew the health of various organs. Besides, healthy food is always delicious and mouthwatering. Kids, nowadays, should eat healthy food more than ever. We must encourage kids to eat healthy food so that our future generations become healthy and fit.
We should speak more often about the harmful effects of unhealthy food and the positive impact of healthy food. In this way, we can teach our kids about eating healthy foods from an early age.
To keep our internal organs healthy, we should make a habit of eating healthy food. Unhealthy food welcomes life-threatening diseases like heart attack, high or low blood pressure, increased or decreased glucose level, etc. In today’s scenario, with so many changes around the world in terms of climate, pollution, etc., eating healthy food should be on our priority list.
In today’s scenario, consumption of junk food is increasing rapidly, due to which the fast-food market is also growing fast. Junk foods are easier to prepare and delicious. It became more accessible after the arrival of the food delivery apps. People can now sit at their homes and order junk food as per their choice.
But, unknowingly, we are compromising our health by having junk food. After eating it, you will feel more satisfied. Junk food leads to poor concentration and creates digestive problems as it contains less fibre, which causes indigestion.
Junk food also results in varying blood sugar levels because it contains less protein and carbohydrates. Consumption of junk food also increases levels of triglyceride and cholesterol.
When we talk about healthy food, it contains a plethora of nutrients. It keeps our bodies physically and mentally fit. It enhances our immune system and develops our brain functionality. If we are worried about our health, we should not consume processed food.
We know that junk food seems to be more appealing and tempting, but it comes at a very high price. Therefore, we should eat healthy food to live a longer and healthier life.
We can end the essay by stating that eating healthy food is our primary need. Eating healthy food is a simple way to increase the ease of the body and the happiness of the mind. Eating junk food will make our bodies weaker and have low immunity. So, it is essential to consume healthy food to maintain good health.
Students of the CBSE Board can get essays on different topics from BYJU’S website. They can visit our CBSE Essay page and learn more about essays.
What are the negative impacts of junk food.
1. High sodium content 2. Excessive carb intake and cholesterol intake 3. Obesity and cardiac diseases
1. Fruits and vegetables 2. Foods with high fibre content 3. Foods containing saturated fats 4. Foods with less salt and sugar
1. Eat at regular intervals 2. Do not overeat or have junk food 3. Drink water and be hydrated
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Consumption of tainted bootleg alcohol has caused several instances of mass deaths in recent years as drinkers seek out illicit liquor to save money or evade the law.
By Mujib Mashal and Hari Kumar
Reporting from New Delhi
The death toll from tainted liquor in the southern Indian state of Tamil Nadu has reached 53, officials say, and is likely to rise, with many others in critical condition. The victims were sickened by drinking a bootleg alcohol with a high content of methanol.
Rajat Chaturvedi, the police superintendent in the Kallakurichi District, where the past week’s deaths have occurred, said that 98 people had been hospitalized. “The dead and hospitalized people are mostly daily wage laborers,” he said.
The first death, from drinking local alcohol sold in small pouches for about 50 cents, Mr. Chaturvedi said, was reported on Wednesday. The village of Karunapuram was the worst hit, with more than a dozen victims receiving last rites in a mass cremation on Thursday.
Consumption of tainted alcohol has caused several mass-casualty events across India in recent years. In some states that prohibit alcohol, people turn to smuggled or unregulated liquor. Elsewhere, villagers choose the bootleg product because of its lower price.
In 2019, at least 150 people died in two districts of the northeastern state of Assam from drinking bootleg alcohol. Weeks earlier, 100 people had died in the states of Uttar Pradesh and Uttarakhand.
In August 2020, at least 120 people died in Punjab from drinking toxic local alcohol, with 92 of the deaths in just one district.
In December 2022, at least 70 people died from drinking tainted alcohol in the eastern state of Bihar. Bihar has banned the sale and consumption of alcohol since 2016, but people consume illegal smuggled alcohol or cross the border into Nepal for cheap local alcohol.
Last year, at least 22 people died from consuming similar toxic local alcohol in two other districts of Tamil Nadu, where liquor sales are legal but the number of outlets is restricted. The latest mass casualty has put the state’s government under pressure from opposition leaders as well as from the state’s high court. Opposition lawmakers, who arrived at the assembly dressed in black, called for the resignation of Tamil Nadu’s chief minister, M.K. Stalin.
Mr. Stalin announced an investigation headed by a retired judge and ordered the police across the state to crack down on the homemade liquor trade.
The man accused of making this week’s batch of poisonous alcohol has been arrested, along with his wife and at least one other person, according to police officials. The Kallakurichi District’s top civilian official has been transferred, while several police officers have been suspended.
Local residents have said that the police were complicit, taking a cut from the bootlegger’s peddlers who brought the alcohol to the villages, according to the Indian news outlet The News Minute .
“We cannot say direct involvement of local police, but due to their lack of action, police people were suspended, right from constable to deputy superintendent of police,” said Mr. Chaturvedi, who took charge of the district’s police force after the tragedy.
Mujib Mashal is the South Asia bureau chief for The Times, helping to lead coverage of India and the diverse region around it, including Bangladesh, Sri Lanka, Nepal and Bhutan. More about Mujib Mashal
Hari Kumar covers India, based out of New Delhi. He has been a journalist for more than two decades. More about Hari Kumar
नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप लोगों को बताएंगे स्वस्थ भोजन पर निबंध, पौष्टिक आहार पर निबंध सभी की जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से दी जाएगी। तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें और अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
स्वस्थ भोजन पर निबंध//essay on healthy food in Hindi |
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Table of contents
आप स्वस्थ भोजन पर निबंध कैसे लिखेगे?
स्वस्थ रहने के लिए भोजन का क्या महत्व है?
स्वस्थ भोजन से आप क्या समझते हैं?
कौन सा भोजन हमें स्वस्थ रखता है?
शुद्ध और स्वच्छ भोजन का क्या महत्व है?
स्वस्थ व्यक्ति को कितना भोजन करना चाहिए?
प्रतिदिन स्वस्थ्य भोजन कैसे करें?
हमें भोजन की आवश्यकता क्यों है?
स्वस्थ आहार कैसे दिखता है?
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जो भोजन हम अपने शरीर में डालते हैं उसका सीधा प्रभाव हमारे समग्र स्वास्थ्य और खुशहाली पर पड़ता है पौष्टिक संपूर्ण खाद पदार्थों से भरपूर आहार खाने से हमें स्वस्थ वजन बनाए रखने पुरानी बीमारियों को रोकने और अपना सर्वश्रेष्ठ महसूस करने में मदद मिल सकती है। हमारे शारीरिक और मानसिक कल्याण के लिए जागरूक स्वस्थ भोजन विकल्प चुनना महत्वपूर्ण है विभिन्न प्रकार के फलों सब्जियों साबुत अनाज और लीन प्रोटीन को अपने आहार में शामिल करके हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हमारे शरीर को 1 पोषक तत्व मिल रहे हैं जिनकी उन्हें आवश्यकता है यहां स्वस्थ भोजन पर निबंध के बारे में चर्चा करें।
स्वस्थ भोजन पर 100 शब्दों में निबंध
स्वस्थ और संतुलित जीवन शैली बनाए रखने के लिए स्वस्थ भोजन आवश्यक है सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण स्वस्थ भोजन वह भोजन है जो पौष्टिक और शरीर के लिए अच्छा हो इसका मतलब है कि यह शरीर को ठीक से काम करने की आवश्यक विटामिन खनिज और अन्य पोषक तत्व प्रदान करता है। स्वस्थ भोजन कई रूपों में आ सकता है जिनमें फल सब्जियां साबुत अनाज दुबला प्रोटीन और स्वस्थ बसा शामिल है। स्वस्थ शरीर और दिमाग को बनाए रखने के लिए स्वस्थ भोजन महत्वपूर्ण है।यह शरीर को ठीक से काम करने के लिए आवश्यक पोषक तत्व और ऊर्जा प्रदान करता है और कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं को रोकने में मदद कर सकता है इसलिए यदि आप अपना सर्वश्रेष्ठ महसूस करना चाहते हैं तो स्वस्थ भोजन को अपने जीवन में प्राथमिकता देना सुनिश्चित करें।
स्वस्थ भोजन पर 200 शब्दों में निबंध
स्वस्थ भोजन का मतलब सिर्फ यह नहीं है कि आप क्या खाते हैं इस बारे में भी है कि आप इसे कैसे खाते हैं उदाहरण के लिए प्यार और देखभाल के साथ घर पर तैयार किए गए ताजा संपूर्ण खाद पदार्थ खाना आमतौर पर प्रा संस्कृत पहले से पैक किए गए खाद पदार्थ जिनमें नमक चीनी और अस्वास्थ्य कर वसा की मात्रा अधिक होती है। खाने की तुलना में अधिक स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है। इसके अतिरिक्त सीमित भोजन करना और अधिक मात्रा में खाने से बचना स्वस्थ आहार बनाए रखने की कुंजी है।
स्वस्थ भोजन खाने के कई कारण हैं लेकिन सबसे स्पष्ट कारण यही है कि यह कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने में मदद कर सकता है। फलों सब्जियों और अन्य स्वस्थ खाद पदार्थों से भरपूर आहार खाने से हृदय रोग स्ट्रोक मोटापा और अन्य प्राणी स्थितियों के जोख़िम को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके अतिरिक्त स्वस्थ भोजन आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। जिससे आपके शरीर को बीमारी और संक्रमण से लड़ने के लिए आवश्यक उपकरण मिलते हैं। लेकिन स्वस्थ भोजन के लाभ सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य से परे हैं। अच्छा भोजन करने से आपके मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव पड़ सकता है। एक स्वस्थ आहार तनाव और चिंता को कम करने मोड में सुधार करने और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकता है। यह संज्ञानात्मक कार और स्मृति को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकता है। जिससे ध्यान केंद्रित करना और ध्यान केंद्रित करना आसान हो जाता है।
स्वस्थ भोजन पर 500 शब्दों में निबंध
स्वस्थ भोजन स्वस्थ जीवन शैली का एक अनिवार्य पहलू है यह ना केवल शारीरिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि यह हमारे मानसिक और भावनात्मक कल्याण पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।विभिन्न प्रकार की फल सब्जियां साबुत अनाज और कम वसा वाले प्रोटीन युक्त संतुलित आहार खाने से हमें ऊर्जावान केंद्रित और खुश महसूस करने में मदद मिल सकती है। लेकिन कई लोगों के लिए स्वस्थ भोजन करना एक चुनौती हो सकता है ऐसी दुनिया में जहां फास्ट फूड और प्रोसेस स्नेक्स आसानी से उपलब्ध है। और अक्सर खाना पकाने की तुलना में अधिक सुविधाजनक होते हैं। आ स्वास्थ्य का विकल्प चुनना आकर्षक हो सकता है। और व्यस्त कार्यक्रम और व्यस्त जीवन के साथ स्वस्थ भोजन की योजना बनाने और तैयार करने के लिए समय और ऊर्जा निकालना मुश्किल हो सकता है।
हालांकि स्वस्थ भोजन के लाभ चुनौतियों से कई अध्यक्ष हैं यह न केवल हमें स्वस्थ वजन बनाए रखने और हृदय रोग मधुमेह और कैंसर जैसी बीमारी के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है। बल्कि यह हमारे मूल ऊर्जा स्तर और जीवन की समग्र गुणवत्ता में भी सुधार कर सकता है।
मेरा अनुभव
जैसे ही मैं दोपहर के भोजन के लिए चिप्स का एक बैग और सोडा लेकर अपनी मेज पर बैठा मुझे एहसास हुआ कि मैं पूरे सप्ताह अस्वस्थ कर भोजन चुन रहा था। मैं काम और अन्य दायित्वों में इतना व्यस्त था कि मुझे स्वस्थ भोजन की योजना बनाने और तैयार करने का समय नहीं मिला। मैंने उसी समय बदलाव करने का निर्णय लिया मैंने आने वाले सप्ताह के लिए पौष्टिक संपूर्ण खाद्य पदार्थों और भोजन योजना की किराने की सूची बनाकर शुरुआत की। मैंने देखा उद्या फास्ट फूड पर निर्भर रहने के बजाय अक्सर घर पर खाना पकाने की प्रतिबद्धता भी जताई। शुरुआत में यह आसान नहीं था लेकिन समय के साथ मुझे अपनी ऊर्जा के स्तर और समग्र मनोदशा में अंतर नजर आने लगा। मुझे शारीरिक और मानसिक रूप से बेहतर महसूस हुआ और मैं स्वस्थ वजन बनाए रखने में सक्षम हो गया स्वस्थ भोजन चुनना मेरे लिए प्राथमिकता बन गया है और अब मैं पौष्टिक आहार के आतंक लाभ उठा रहा हूं।
स्वस्थ आहार के प्रमुख घटकों में से एक विविधता है विभिन्न प्रकार के फल सब्जियां साबुत अनाज और दुबला प्रोटीन खाने से हमारे शरीर को पोषक तत्व विटामिन और खनिज मिल सकते हैं। जिनके हमें सर्वोत्तम कार्य करने की आवश्यकता होती है अपने आहार में इंद्रधनुषी रंगों को शामिल करने का प्रयास करना महत्वपूर्ण है। क्योंकि प्रत्येक रंग समूह विभिन्न पोषक तत्वों और स्वास्थ्य लाभों का प्रतिनिधित्व करता है। उदाहरण के लिए नारंगी और पीले फल और सब्जियां विटामिन सी और बीटा कैरोटीन से भरपूर होती है। जो स्वस्थ त्वचा और दृष्टि का समर्थन कर सकती हैं पालक और केले जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं। और स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करने में मदद कर सकती है। और नीली और बैगनी फल और सब्जियां जैसे ब्लूबेरी और बैगन फ्लूवोनेइट्स में उच्च है। और मस्तिक स्वास्थ्य और संज्ञानात्मक कार्य का समर्थन करने में मदद कर सकती हैं।
विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियां खाने के अलावा हमारे आहार में साबुत अनाज को शामिल करना ही महत्वपूर्ण है। क्यिनोवा ब्राउन राइस और ओटमील जैसे साबुत अनाज फाइबर का एक बड़ा स्रोत है जो हमें पूर्ण और संतुष्ट महसूस कराने में मदद कर सकते हैं। वे हमारे रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकते हैं जो हमारी ऊर्जा के स्तर को स्थिर रख सकता है और आस्वास्थ्य कर लालसा को रोक सकता है।
1-आप स्वस्थ भोजन निबंध कैसे लिखेंगे? उत्तर- स्वस्थ भोजन के एक नहीं बल्कि अनेक फायदे हैं यह हमें जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में मदद करता है स्वस्थ भोजन ना केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालता है जब हम पोषक तत्वों से भरपूर स्वस्थ फलों और सब्जियों का सेवन करते हैं तो हम बीमारियों की संभावना कम कर देते हैं।
2-स्वस्थ भोजन से आप क्या समझते हैं? उत्तर- स्वस्थ आहार का मतलब ऐसे खाद्य पदार्थों से है जो विटामिन कैल्शियम प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं आहार जो आपको सेहतमंद और तंदुरुस्त रखने का काम करें और आपको बीमारियों से दूर रखें स्वस्थ आहार को 5 श्रेणी में बांटा जा सकता है हरी सब्जियां और फल है।
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Essay on Healthy Food in Hindi: हम यहां पर स्वस्थ भोजन पर निबंध शेयर कर रहे है। इस निबंध में स्वस्थ भोजन के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। यह निबंध सभी ...
Healthy Food Essay in Hindi - Postik aahar essay in hindi. कुल वसा, संतृप्त वसा, जस्ता, विटामिन डी, कैल्शियम और प्रोटीन का सेवन कम करना। संतुलित स्नैक में ...
क्या आप स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ भोजन के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख में स्वस्थ भोजन क्या है, स्वस्थ भोजन के फायदे, स्वस्थ भोजन का महत्व, स्वस्थ ...
Few points on Healthy Food in Hindi Language - संतुलित आहार पर निबंध. 1. संतुलित आहार अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही आवश्यक है और इसे स्वस्थ भोजन भी कहा जाता है।. 2 ...
आज के इस लेख में आप संतुलित आहार पर निबंध Essay on Balanced Diet in Hindi पढ़ेंगे। इसमे आप प्रकार, और समय के अनुसार स्वस्थ भोजन की थाली में ... Types of Healthy Food in Hindi.
The Nutrition Source does not recommend or endorse any products. हारवर्ड द्वारा बनाई गई स्वस्थ भोजन की थाली अब हिन्दी में उप्लब्ध है (The Hindi translation of Harvard's Healthy Eating Plate.)
4. संतुलित आहार में मछली और समुद्री भोजन - Santulit Aahar Me Fish And Seafood in Hindi. 5. स्वस्थ आहार में शामिल करें अनाजों को - Cereals for healthy Food in Hindi. 6. स्वस्थ आहार ...
10 lines on Healthy Food in Hindi स्वस्थ भोजन पर 10 लाइन निबंध with 10 lines on Balance Diet in Hindi to learn and write Hindi Essay / Speech for class 1 ...
स्वस्थ कैसे रहें पर निबंध (How to Keep Healthy Essay in Hindi) हमेशा से ही कहा जाता रहा है कि 'सेहत' ही इंसान की असली दौलत होती है। हमारे शरीर की फिटनेस और ...
10/5 Lines on Healthy Food In Hindi For Class 1 To 5. 1) स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ भोजन बहुत आवश्यक है । 2) स्वस्थ भोजन खाने से हमारे शरीर को एनर्जी मिलती है और हमारा दिमाग तेज रहता है ।
संतुलित आहार पर निबंध- Essay on Healthy Food in Hindi. भोजन हर व्यक्ति की जरूरत है जिससे हमें ऊर्जा मिलती है। ऊर्जा के लिए भोजन का संतुलित होना जरूरी है। संतुलित आहार का ...
Eating healthy food keeps the body alive. 7- As a healthy food, we should consume pulses, vegetables, milk and fruits. 8. Eating healthy food provides vitamins which are very essential for our body. 9. Healthy eating helps to maintain weight, reduce fatigue, stay away from diseases and live longer. 10.
स्वस्थ भोजन की लिस्ट List of Healthy Foods in Hindi. 1. तरबूज बीज के फायदे और नुक्सान - तरबूज एक फल है और यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा होता है। तरबूज ...
Healthy Food Name List in Hindi- संतुलित आहार किसे कहते है? स्वस्थ आहार वह है जो कि स्वास्थ्य को बनाए रखने या उसे सुधारने में मदद करता है। यह कई चिरकालिक स्वास्थ्य जोखिम ...
जंक फूड क्या है | What is Junk food in Hindi !! जंक फूड वो फ़ूड है, जिसमे पौषण न के बराबर होता है, इसमें अधिकतर unhealthy भोजन आता है. जैसे कि चिप्स, नमकीन ...
स्वास्थ्य पर निबंध, health essay in hindi (200 शब्द) लोकप्रिय धारणा के विपरीत, स्वास्थ्य का अर्थ केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ होना और किसी भी बीमारी से रहित होना नहीं है ...
जंक फूड पर निबंध (Junk Food Essay in Hindi) By अर्चना सिंह / January 13, 2017. आजकल जंक फूड का प्रचलन बढ़ता ही जा रहा है लेकिन यह हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी ...
स्वस्थ भोजन पर निबंध हिंदी, Essay On Healthy Food in Hindi. एक स्वस्थ आहार में आपके शरीर को फिट रखने के लिए सही मात्रा में पोषक तत्व शामिल होते हैं। फिट रहने के लिए हमें ...
500+ Words Essay on Healthy Food. Healthy food refers to food that contains the right amount of nutrients to keep our body fit. We need healthy food to keep ourselves fit. Furthermore, healthy food is also very delicious as opposed to popular thinking. Nowadays, kids need to eat healthy food more than ever. We must encourage good eating habits ...
Essay on Healthy Food. Food is essential for our body for a number of reasons. It gives us the energy needed for working, playing and doing day-to-day activities. It helps us to grow, makes our bones and muscles stronger, repairs damaged body cells and boosts our immunity against external harmful elements like pathogens.
Essay on Healthy Food in Hindi संतुलित आहार पर निबंध खाना हम सभी खाते हैं. खाते और पीते समय हम दूध, दलिया, फल, जूस का सेवन भी करते हैं.
500+ Words Essay on Healthy Food. Before starting your daily activity, you must have food. Food is essential for our body besides water. Eating healthy food gives you the required nutrients you need to maintain a healthy lifestyle. Your daily food should have carbohydrates, proteins, water, vitamins, fat and minerals.
The death toll from tainted liquor in the southern Indian state of Tamil Nadu has reached 53, officials say, and is likely to rise, with many others in critical condition.
स्वस्थ भोजन पर निबंध//essay on healthy food in Hindi. नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप लोगों को बताएंगे स्वस्थ भोजन पर निबंध, पौष्टिक आहार पर निबंध सभी की जानकारी इस ...