HindiKiDuniyacom

विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर निबंध (Science is a Boon or Curse Essay in Hindi)

क्या आप बिजली, टेलीविजन, पंखे, मोबाइल, फ्रिज इत्यादि के बिना जीवन की कल्पना कर सकते है? बिना किसी परिवहन के साधन के मीलों की यात्रा करना पहले आसान नहीं हुआ करता था। लोग अपने करीबियों, रिश्तेदारों, दोस्तों या अन्य किसी के साथ बात नहीं कर पाते थे, क्योंकि उन दिनों पत्र भेजने के आलावा हमारे पास कोई अन्य विकल्प नहीं था। यह केवल विज्ञान के कारण ही संभव हो सका है, जिसने विज्ञान के विशाल प्रौद्योगिकियों के साथ हमारे जीवन को बहुत ही सरल बना दिया है। विज्ञान ने जहां तकनीकियों और प्रौद्योगिकियों से हमारे जीवन को सरल और सुगम बनाया है वही विज्ञान मानव जीवन के विनाश का कारण भी है।

विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर लघु व दीर्घ निबंध (Short and Long Essay on Science is a Boon or Curse in Hindi, Vigyan Vardan ya Abhishap par Nibandh Hindi mein)

मैंने इस निबंध के माध्यम से विज्ञान के सभी पहलुओं पर चर्चा करने की कोशिश की है जो ये साबित करेगा की विज्ञान अगर वरदान है तो अभिशाप भी है। यह निबंध सभी छात्रों को निबंध लिखने, प्रोजेक्ट बनाने इत्यादि में अवश्य सहायक सिद्ध होगी।

विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर लघु निबंध – 400 शब्द

विज्ञान एक ऐसा विषय है जिसका सीमा तथा क्षेत्र दिनो-दिन बढ़ता जा रहा है। प्राकृतिक तथा किसी वस्तु या प्राणी का क्रमवद्ध ज्ञान, विज्ञान कहलाता है। हम सभी जानते हैं, पानी का उबलना एक प्राकृतिक घटना है, पर पानी सदैव 100 डिग्री पर उबलता है तथा 0 डिग्री पर जमता है यह विज्ञान है।

विज्ञान के अविष्कार जो पृथ्वी के लिए वरदान हैं तो अभिशाप भी हैं

  • रॉकेट बम मिसाइल – विज्ञान की देन रॉकेट बम मिसाइल तथा परमाणु शक्ति हैं, जो हमारे मुसीबत में तो काम आते हैं पर इनकी बढ़ती संख्या विश्व के लिए संकट है। आतंकवाद इसके माध्यम से ससक्त होता है, साथ ही परमाणु शक्ति भी विश्व भर में खतरे का संकेत हैं। यह अत्यधिक खतरनाक शक्तियां है। 6 अगस्त 1945 की सुबह अमेरीकी वायु सेना ने जापान के शहर हिरोशिमा पर “लिटिल बॉय” परमाणु बम गिराया तथा इसके तीन दिन बाद नागासाकी पर “फैट मैन” परमाणु बम गिराया। जिसका दुष्परिणाम आज भी वहां देखा जा सकता है। परमाणु शक्ति से विश्व परिचित है इसलिए यह प्रावधान है कि, पाँच देशों के अनुमति के बिना, यह किसी भी देश द्वारा उपयोग में नहीं लाया जा सकता है।
  • बड़े बड़े कारखाने – विज्ञान के मदद से, विश्व विकास के उच्च आयाम को प्राप्त कर चुँका है पर विश्व में विज्ञान के माध्यम से प्रदुषण भी उतनी ही तेजी से बढ़ रहा है। कारखानों से निकता गैस, हवा को दुषित करता है। जीवाश्म ईंधन के निरंतर जलने से यह पर्यावरण पर अपना अनुचित प्रभाव छोड़ रहा है। जिसके वजह से ठण्ड के समय में दक्षिण एशिया पर इसका प्रभाव हम साफ तौर पर देख सकते हैं, जहां अनुमानित समय से कई अधिक समय तक, दूर-दूर तक धुंध फैला होता है।
  • यंत्र व उपकरण – हमारा काम आसान करने के लिए विज्ञान ने उपहार के रूप में हमें, यंत्र व उपकरण तो दिया है। जिसके वजह से यह कई लोगों का काम अकेला और कम समय में कर सकता है। पर इसके परिणाम स्वरूप बड़ी-बड़ी उद्योग कम्पनीयां 100 लोगों के स्थान पर एक मशीन का ही उपयोग कर रही हैं। जिससे रोजगार बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ है और बेरोजगारी बढ़ी है।
  • कार, फ्रिज आदि – विज्ञान के सराहनीय अविष्कार जो हमारे दैनिक जीवन को सरल बनाते हैं जैसे कार, मोटर सायकिल, फ्रिज आदि इनसें निकलने वाले हानिकारक गैस हमारे स्वास्थ्य पर गहरा असर डालते हैं, तथा यह वातावरण के लिए भी श्राप हैं।

विज्ञान के चमत्कार से हमें अनेकों लाभ हैं। यह हमारे जीवन को आसान बनाने के साथ-साथ आरामदायक भी बनाता है। पर जिस प्रकार हर सिक्के के दो पहलु होते हैं, उसी प्रकार विज्ञान के भी लाभ तथा हानि दोनों ही व्यक्ति और पर्यावरण को प्राभवित करते हैं।

विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर दीर्घ निबंध – 1450 शब्द

प्राचीन समय में मनुष्य एक खानाबदोश की तरह जीवन व्यतीत करता था, जब की आज वो एक सभ्य नागरिक में परिवर्तित हो गया है। यह सब केवल विज्ञान के उपयोग से ही संभव हो सका हैं। हमारे जीवन की हर घटना में विज्ञान शामिल है। हमारे दिनचर्या के सभी कार्यों से लेकर उपग्रह और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों के अविष्कार तक विज्ञान की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। अविष्कारों के विकासों से पहले का जीवन बहुत ही कठिन था। विकास में हुए कमी के कारण जीवन के हर काम में समय लगता था। बुद्धिमानों के दिमाग ने इन आवश्यकताओं को सुविधाओं में बदल दिया और इसे ही हम विज्ञान के नाम से जानते है।

विज्ञान एक अविरल जिज्ञासा है

हर दिन हमारे दिमाग में अलग-अलग सोच और विचार आते हैं। इन विचारों को अविष्कार में बदलने के लिए केवल एक चिंगारी की आवश्यकता होती है। विज्ञान का मूल अर्थ है जिज्ञासा का पालन करना। यह हमारे आस-पास घट रही विभिन्न घटनाओं को जानने के बारे में होती है। हमारे विचारों को खोज में परिवर्तित करने को ही विज्ञान कहा जाता है, जो हमारे विचारों और जिज्ञासाओं का उत्तर देती है।

जिज्ञासा और नई खोज हमें एक नई तकनीकी विकास की ओर ले जाती हैं, जिन्होंने हमारे जीवन को और भी आसान और सुविधाजनक बना दिया है। विज्ञान ने हमारे जीवन की कई बड़ी जटिलताओं को आसान बना दिया है। विज्ञान प्रकृति और उनमें होने वाली घटनाओं, मौसम में विविधता और जलवायु परिस्थितियों और अंतरिक्ष में होने वाली गतिविधियां, इत्यादि सभी में मौजूद है। हमारे मन में उठाने वाले प्रत्येक सवालों का जबाब केवल विज्ञान के द्वारा ही संभव हो सकता है।

कंप्यूटर – विज्ञान का एक महान योगदान

इस वैज्ञानिक युग को कंप्यूटर युग के रूप में भी जाना जाता है, और कंप्यूटर विज्ञान के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। चिकित्सा, कृषि, औद्योगिक क्षेत्र, शिक्षण, अनुसंधान, और विकास के हर क्षेत्र ने कंप्यूटर बहुत ही आवश्यक बन गया हैं। हम कंप्यूटर का उपयोग करके हम सभी संदेहों को दूर कर सकते हैं। यह केवल इस उपकरण के उपयोग के कारण ही संभव हो सका है, जिसने दुनिया को संचार के माध्यम से जोड़ा है और दुनिया में हो रही सभी घटनाओं की जानकारी को हम तक पहुंचाया है।

मोबाइल फोन और स्मार्ट कंप्यूटर को आजकल हर किसी के हाथों में देखा जा सकता है। तकनीकी प्रगति में विकास करके मोबाइल फोन का निर्माण किया गया है। ये बहुत ही उपयोगी हैं और इन्हें आसानी से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। इसके द्वारा किए गए अधिकतर कार्य जैसे – ब्राउज़िंग, मेल, सन्देश भेजना जैसे कई कार्यों को बहुत ही आसानी के साथ सेकंडों में किया जा सकता हैं। यह विज्ञान और विज्ञान के दृष्टिकोण के बिना संभव नहीं हो सकता है।

प्रौद्योगिकी के रूप में विज्ञान के लाभ

1. हमारे जीवन स्तर में सुधार

विज्ञान ने हमारे जीवन को एक सामान्य स्तर से एक शानदार और अच्छे स्तर तक ले आया है। विज्ञान के द्वारा ही हमें बहुत सारी सुविधाएं मिली हैं। पहले के दिनों में परिवहन के साधन सिमित थे और आज हमारे यहां हर घरों में कार या बाइक अवश्य ही होती है। टी.वी., होम थियेटर, लैपटॉप, फ्रिज, वासिंग-मशीन इत्यादि के आने से हमारे जीवन स्तर में बहुत बदलाव आये है।

2. हमारे दैनिक दिनचर्या में शामिल

पंखा, गीजर, फ्रिज, वाशिंग मशीन, टेलीविजन, गैस स्टोव इत्यादि का उपयोग मनुष्य अपने दैनिक जीवन में करता है, जो विज्ञान की अविश्वसनीय खोज के रूप में हैं। आज के दिनों में इन सभी तकनीकियों के बिना हम अपने जीवन की कल्पना तक नहीं कर सकते है। ये सभी चीजें हमारे दैनिक जीवन की जरुरत बन गयी हैं।

3. चिकित्सा विज्ञान और उपचार में

विभिन्न प्रकार के कई रोगों के लिए इलाज और दवाएं बाजारों में उपलब्ध हैं। मानव शरीर के विभिन्न रोगों के निदान के लिए विभिन्न मशीनें विकसित की गयी हैं। जिन रोगों का पहले निदान नहीं किया जा सकता था आज उन रोगों के निदान करना बहुत ही आसान हो गया है। विज्ञान ने ऐसी चीजों को संभव कर दिया हैं, जो एक समय में असंभव मानी जाती थी। विज्ञान के द्वारा ही कई प्रकार की पुरानी बीमारियों का इलाज संभव हो सका हैं।

4. सुगम संचार

आज लोग आसानी के साथ संदेश और मेल इत्यादि भेज सकते हैं। विज्ञान के द्वारा तकनीक कुछ इस कदर बढ़ी है कि एक देश में बैठा व्यक्ति दूसरे देशों के लोगों के साथ आसानी से संपर्क कर सकता है। यह व्यापार और दूसरे देशों से व्यवसाय करने के लिए सम्पर्क और संचार का एक सबसे बेहतर माध्यम बन चूका है। इसके द्वारा ही हमारे राष्ट्र की अर्थ व्यवस्था को बढ़ावा मिलता है।

5. सीखने और सिखाने में सहायक

इस वैज्ञानिक युग में अनेको परिवर्तन हुए हैं। बोर्ड, चाक और डस्टर की जगह इसने स्मार्ट क्लास का रूप ले लिया हैं। उन छात्रों के लिए शिक्षा आसान हो गयी हैं, जो दूर क्षेत्रों में रहते हैं और कक्षाओं में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाते हैं।

प्रौद्योगिकी के रुप में विज्ञान के नुकसान

1. पर्यावरणीय दुर्दशा या नुकसान

औद्योगिक क्षेत्रों और वाहनों से उत्पन्न धुएं और धूल, NOx, SOx जैसे गैसीय प्रदूषक, कारखानों से निकलने वाला अपशिष्ट हमारे पर्यावरण के लिए एक बहुत बड़ा खतरा उत्पन्न कर रहे हैं। ये सभी हमारी हवा, पानी और गुणवत्ता को दिन-ओ-दिन खराब कर रही हैं। ये विभिन्न प्रकार के विकसित अविष्कार विज्ञान की देन हैं और अगर ये सभी हमारे पर्यावरण को नुकसान पंहुचा रहे हैं तो यह पूरी तरह से एक अभिशाप के रूप में हैं।

2. जीवन को समाप्त कर देने वाले हथियारों के निर्माण

विज्ञान और उसकी प्रौद्योगिकियों का नकारात्मक रूप से उपयोग कर जैविक हथियारों का निर्माण, पूरी दुनिया के विनास का कारण बन सकती है। प्रौद्योगिकियों का उपयोग आधुनिक हथियारों को बनाने के लिए किया जा सकता है, जो मानव के विनाश का कारण बन सकती है। यह मानव के अस्तित्व को धरती पर से पूरी तरह खत्म कर सकता हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए परमाणु बम के विनासकारी प्रभाव आज तक देखे जा सकते हैं। यह भी विज्ञान की ही एक देन थी।

विज्ञान वरदान है या अभिशाप?

विज्ञान मनुष्यों के लिए एक वरदान के रूप में है। विज्ञान ने कई असंभव चीजों को संभव बना दिया है। इसके द्वारा ही आज विभिन्न तकनीकियों, अंतरिक्ष यान, उपग्रह और परमाणु अस्त्रों का विकास हुआ हैं। इसी तकनीक और विज्ञान ने मानव को चाँद और मंगल तक पंहुचा दिया है। पाषाण युग में जो मनुष्य थे, विज्ञान ने आज उन्हें आधुनिक मनुष्यों में बदल दिया है। देश को किसी भी प्रकार के खतरे से बचाने और रक्षा की नई प्रणाली और प्रौद्योगिकी का निर्माण विज्ञान के द्वारा ही संभव हो सका हैं।

विज्ञान ने वभिन्न प्रकार के विकासों और अविष्कारों को जन्म दिया है, जो मानव जाति के लिए बहुत ही उपयोगी है। लेकिन दूसरी तरफ इसके कई अभिशाप भी है, क्योंकि यह देखा गया है कि विज्ञान ने मनुष्यों को बहुत ही आलसी और स्वास्थ्य की कई समस्याओं से ग्रसित कर दिया है। मनुष्य अपने लाभ और जीवन को सरल बनाने के लिए विज्ञान का उपयोग करता है और उसी विज्ञान से खतरनाक हथियार और विनाशकारी बम बनाकर दूसरों का विनाश करता है, जो की कई निर्दोष लोगों की मृत्यु का कारण बनती है। विज्ञान के द्वारा एक ही समय में हम पर्यावरण की देखभाल और मानव जाति के लिए विज्ञान का उपयोग अच्छे तरीके से कर सकते है। विज्ञान के सही तरीके से उपयोग से हमें अच्छे परिणाम मिलेंगे, जबकि नकारात्मक तरीके से उपयोग प्रकृति और मानव जीवन के अंत और विनाशकारी हो सकता है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग मानव जाति के विकास में सहायता के रूप में किया जाना चाहिए। इससे मानव जाती के विकास में मदद मिलेगी। विज्ञान को हमारे ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिए। यदि विज्ञान मानव जाति पर हावी हुआ तो इसके विनाशकारी परिणाम देखने को मिलेंगे। इससे प्रकृति के साथ-साथ मानव जाती के ऊपर नकारात्मक प्रभाव और उनका विनाश तक देखने को मिल सकते है। मनुष्य स्वार्थी हो गया है और केवल अपने हित की सोचता है, जो की पर्यावरण की खराब दुर्दशा का कारण है।

FAQs: Frequently Asked Questions on Science is a Boon or Curse in Hindi

उत्तर – आदिमानव से आधुनिक मानव बनने और वर्तमान में मानव को इतना विकसित बनाने में विज्ञान की ही देन है।

उत्तर – यातायात, चिकित्सा क्षेत्र, बिजली, दूरसंचार, मनोरंजन, मोबाइल और कंप्यूटर आदि कई वैज्ञानिक आविष्कार हमारे लिए वरदान हैं।

उत्तर – विज्ञान के गलत इस्तेमाल से बनाए गए परमाणु बम एवं अन्य खतरनाक हथियार मानवजाति का अंत कर सकते है।

उत्तर – विज्ञान ने मानवजाति के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई परन्तु इसके दुरुपयोग ने पर्यावरण पर बुरा असर डाला है।

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

Leave a comment.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

science curse or boon essay in hindi

विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर निबंध | Essay on Is science a boon or a curse in Hindi

by Meenu Saini | Jun 28, 2022 | Hindi | 0 comments

Hindi Essay Writing – विज्ञान वरदान है या अभिशाप (Is science a boon or a curse?)

विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर निबंध

विज्ञान क्या है

  • विज्ञान के बढ़ते कदम
  • विज्ञान से हानि

आज का युग विज्ञान का युग है आदि काल से लेकर अब तक मनुष्य ने जितनी भी प्रगति की है वह सब विज्ञान की ही देन है। यह हम सब भली भांति जानते हैं कि- ” आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है”  और जैसे-जैसे मनुष्य की आवश्यकताएं बढ़ती जा रही है ,‌ वह नए-नए आविष्कार करता जा रहा है और आगे भी करता जाएगा। प्राचीन काल में असंभव समझे जाने वाले तथ्यों, कार्यों को विज्ञान ने आज संभव कर दिखाया है । छोटी-सी सुई से लेकर आकाश की दूरी नापते हवाई जहाज तक सभी विज्ञान की ही देन हैं । आगे चलकर कई ऐसे आविष्कार भी होने हैं जिन पर हो सकता है अभी हम को विश्वास ही ना हो , विज्ञान ने वास्तव में, हमें बहुत कुछ दिया है , जिसके हम सदा ऋणी रहेंगे।   Top  

  विज्ञान दो शब्दों से मिलकर बना है – वि+ज्ञान । वि का अर्थ है विशेष और ज्ञान का अर्थ है जानना। इस  प्रकार किसी विशेष को जानना ही विज्ञान हैं। दूसरे शब्दो में कहे तो विशिष्ट प्रकार का ज्ञान ही विज्ञान हैं। विज्ञान ने आज हमारे जीवन को बदल कर रख दिया है , मनुष्य जीवन को बहुत ही सुविधाजनक बना दिया है। अतः यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि विज्ञान किसी वरदान से कम नहीं ।   आज इंसान ने बैलगाड़ी से लेकर अंतरिक्ष तक की यात्रा का सफर तय कर लिया है। विज्ञान से मानव को असीमित शक्ति प्राप्त हुई है। आज मनुष्य विज्ञान की सहायता से पक्षियों की भांति आसमान में उड़ सकता है। गहरे से गहरे पानी में सांस ले सकता है। पर्वतों को लांघ सकता हैं तथा कई मीलों की दूरियों को चंद घंटो में पार कर सकता है।   Top  

 विज्ञान के बढ़ते कदम

विज्ञान की वजह से मनुष्य का जीवन बहुत आरामदायक हो गया है । इसमें हमारे समय की भी बचत की है।  

  • घर में – विज्ञान की सहायता से हमारा घरेलू जीवन भी सुखमय हो गया है। आज घरों में हीटर, रेफ्रिजरेटर टेलीविजन, रेडियो,  टेप रिकॉर्डर टेलीफोन, स्कूटर आदि वस्तुएं आ गई है। गृहणियों के अनेक कार्य आज विज्ञान की सहायता से मिनटों में हो जाते हैं।
  •   यातायात के क्षेत्र में-  दो पहिए की गाड़ी से शुरू हुआ सफर अंतरिक्ष तक पहुंच गया है । हमने कई महीनों के सफर को मिनटों में तय कर लिया है। विज्ञान के आविष्कार का प्रत्यक्ष उदाहरण हमारे सामने है बुलेट ट्रेन। हवाई जहाज के माध्यम से हम मीलों का सफर मिनटों में तय कर लेते हैं । चाहे कश्मीर से कन्याकुमारी तक का सफर ही क्यों ना हो । विज्ञान ने इसे सहज और सरल बना दिया है। आज विज्ञान ने जल, थल, आकाश तीनों की दूरियों को माप लिया है। जल में बड़े-बड़े जहाज, थल पर बुलेट ट्रेन और हवा में हवाई जहाज ‌,‌‌ हेलीकॉप्टर ने मीलों की दूरियों को समेट दिया है। 
  •   संचार के क्षेत्र में – संचार के क्षेत्र में विज्ञान ने तेजी से प्रगति की है। 1GB से शुरू हुआ यह सफर 5gb तक पहुंच चुका है। इंटरनेट प्रकाश की गति से पंख लगाकर उड़ने को तत्पर है। इंटरनेट की स्पीड आज इतनी है जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की थी। वीडियो कॉल,‌ वर्चुअल कॉल विज्ञान की वजह से संभव हुआ हैं।
  •   शिक्षा के क्षेत्र में – शिक्षा के क्षेत्र में विज्ञान ने कई आविष्कार किए हैं । आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस,‌ रोबोट के आ जाने से स्कूलों में पढ़ाने के तरीकों में बदलाव आया है । विजुअल तकनीक के माध्यम से आज कठिन विषयों को भी आसानी से पढ़ाया जा रहा हैं। 
  •   मनोरंजन के क्षेत्र में – मनोरंजन के क्षेत्र में विज्ञान ने अपना बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मनोरंजन करना इंसान की स्वाभाविक प्रकृति होती है। विज्ञान की तरक्की के साथ मनोरंजन के साधनों में भी प्रगति हुई है। चलचित्र, वीडियो, दूरदर्शन, खेल आदि सभी मनोरंजन के आधुनिक और वैज्ञानिक साधन हैं
  • चिकित्सा के क्षेत्र में – चिकित्सा के क्षेत्र में तो विज्ञान ने आश्चर्यजनक चमत्कार किए हैं । आज दुर्लभ से दुर्लभ बीमारी का इलाज भी विज्ञान ने ढूंढ निकाला है, आज चिकित्सा बहुत आसान हो गई है। एक्स रे मशीन की सहायता से शरीर के अंदर के भागों का रहस्य जाना जा सकता है । शरीर के किसी भी भाग का ऑपरेशन किया जाना संभव है ।  लेजर के आविष्कार से बिना चीरफाड़ के ऑपरेशन किए जा रहे हैं । अंग प्रत्यारोपण की सुविधा आज विज्ञान की वजह से संभव हो पाई है । रक्तदान, प्लास्टिक सर्जरी जैसे दुर्लभ कार्य आज विज्ञान की वजह से संभव है। स्मार्टफोन पर बैठे ही अपना इलाज करवा कर, दवाइयों की होम डिलीवरी भी करवा सकते हैं । इसने  समय और पैसे दोनों की बचत की है।
  • विद्युत – विज्ञान ने मनुष्य को भाप, खनिज, तेल, कोयला, व बिजली को असीमित शक्ति के रूप में प्रदान किया है। बिजली के आविष्कारों ने चारों तरफ चकाचौंध कर दिया है। बिजली एक तरफ तो हमें शक्ति देती है तो दूसरी तरफ रौशनी देकर रात को दिन की तरह बना देती है। आज के समय में बिजली ने मनुष्य का बहुत कल्याण किया है।
  •   कंप्यूटर के क्षेत्र में – आज हर कोई कंप्यूटर चलाना और उस पर काम करना जानता है । ऐसा कोई क्षेत्र नहीं रहा जो कंप्यूटर से अछूता हो । विज्ञान का सबसे बड़ा आविष्कार तो  स्मार्टफोन है जो आज हर आम आदमी की पहुंच में है । जिसकी वजह से घर बैठे आप शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं, जो चाहे सीख सकते हैं,‌ घर बैठे बिजनेस शुरू कर सकते हैं या दुनिया भर की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं,  यह ऐसा अद्भुत चमत्कार है जिसने असंभव को भी संभव बना दिया है।‌ कंप्यूटर में भी दिन प्रतिदिन कई तकनीकों के आ जाने से हमारा काम और भी तेजी से कम समय में सुविधा पूर्वक हो जाता है।
  •   अंतरिक्ष के क्षेत्र में – अब अंतरिक्ष कोई अनजान विषय नहीं रहा । धीरे-धीरे विज्ञान की मदद से अंतरिक्ष के रहस्यों से पर्दा उठ रहा है । विज्ञान के माध्यम से आज अंतरिक्ष के सारे रहस्यों को वैज्ञानिक सुलझा रहे हैं । भारत का मंगलयान, चंद्रयान जैसे मिशन अंतरिक्ष की तरफ बढ़ते इंसानों के कदमों की पदचाप है।
  •   सुरक्षा के क्षेत्र में – आज ड्रोन, सीसीटीवी‌‌ कैमरे,‌ पासवर्ड , वर्चुअल ताले आ जाने से सुरक्षा के क्षेत्र में कई सारे बदलाव हुए हैं ।
  • कृषि के क्षेत्र में -नवीन वैज्ञानिक आविष्कार ने कृषि उत्पादन में वृद्धि की है साथ ही साथ कार्यों को आसान बना दिया है।  ट्रैक्टर और नवीनतम आधुनिक उपकरणों के आ जाने से खेती और भी सरल और सहज हो गई है। 

  Top  

विज्ञान से हानि 

विज्ञान ने यदि हमारे जीवन को सर्व सुलभ बनाया है तो वहीं कई सारी समस्याएं भी उत्पन्न की है।   दुर्लभ बीमारियां – 

  • आजकल इतनी दुर्लभ तरीके की बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं जिनका पहले कभी नामोनिशान नहीं था। कोरोनावायरस इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है, पहले इस तरह का कोई वायरस नहीं था।
  • खेतों में हानिकारक रसायनिक पदार्थों के छिड़काव से उत्पादन तो बढ़ रहा है लेकिन फसल में वह पोषक तत्व और वह शुद्धता नहीं रही और इस वजह से कई बीमारियां उत्पन्न हो रही है।

ग्लोबल वार्मिंग – 

  • वृक्षों की अंधाधुंध कटाई से, बढ़ते औद्योगिकीकरण से,‌ वातावरण में बहुत ही तेजी से परिवर्तन हो रहे हैं । ग्लेशियर पिघल रहे हैं, ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है।
  • जल स्त्रोतों की कमी हो रही है और तो और वृक्षों की कमी से प्राणवायु ऑक्सीजन में भी कमी आ रही है।
  •  पर्यावरण प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण अनेक प्रकार की बीमारियां उत्पन्न हुई है ।
  • तकनीक पर अत्यधिक निर्भरता के कारण भी कई संकट उत्पन्न हुआ है। यदि आज के समय में इंटरनेट बंद हो जाए तो कई करोड़ों लोग बेरोजगार हो जाएंगे क्योंकि हमने खुद को विज्ञान पर इतना अधिक निर्भर कर लिया है कि अब इसके बिना हमारी अर्थव्यवस्था नहीं चल सकती।

तकनीक पर अत्यधिक निर्भरता  

  • विज्ञान ने जहां एक ओर कई सुविधाएं दी हैं तो कई समस्याएं भी पैदा की हैं । तकनीक ने जहां कई कार्यों को आसान बनाया है, वही हमें आलसी भी बना दिया है। आज हर छोटे से छोटे काम के लिए हम तकनीक पर निर्भर हो गए हैं। चाहे घर में खाना बनाना हो, कपड़े धोना हो या मनोरंजन ,‌हर चीज के लिए हमें तकनीक की आवश्यकता होती है ।

मोबाइल एडिक्शन

  • कोरोना काल में हम सभी घर पर बंद हो गए थे और इस वजह से छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक का स्क्रीन टाइम काफी बढ़ गया था । इस वजह से बच्चे मोबाइल स्क्रीन के आदी हो चुके हैं । जिस वजह से वह बचपन से ही उनके आंखों पर चश्मा लग गया है और मोबाइल एडिक्शन के कारण चिड़चिड़ापन, अत्यधिक क्रोध आना ,भूख ना लगना ध्यान केंद्रित ना हो पाना जैसी कई समस्याएं पैदा हुए हैं।
  • इन सब की वजह से आज मनुष्य खुद की बनाई तकनीकों की वजह से परेशान हो रहा है।

इस प्रकार हम देखते हैं कि जिस प्रकार हर सिक्के के 2 पहलू होते हैं उसी प्रकार विज्ञान के भी दो पहलू हैं    एक सकारात्मक पक्ष जिससे हमने बहुत कुछ अर्जित किया है तो वही नकारात्मक पक्ष जहां हमने बहुत कुछ खोया है।   अंग्रेजी में कहावत है कि –    “साइंस इज ए गुड सर्वेंट बट अ बेड मास्टर”  अर्थात  साइंस विज्ञान एक अच्छा नौकर तो है किंतु एक बुरा मालिक है ।   यदि हमने विज्ञान का सही तरीके से इस्तेमाल किया तो यह हमारे भविष्य में भी लाभदायक होगा। किंतु यदि हमने तकनीक को खुद के ऊपर हावी होने दिया तो वह दिन दूर नहीं जब हम इसके पूरी तरह गुलाम बन जाएंगे।    विज्ञान ने एक ओर मनुष्य को जहाँ अपार सुविधाएँ प्रदान की हैं वहीं दूसरी ओर दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि नाभिकीय यंत्रों आदि के विध्वंशकारी आविष्कारों ने संपूर्ण मानवजाति को विनाश के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है । वास्तविक रूप में यदि हम विज्ञान से होने वाले लाभ और हानियों का अवलोकन करें तो हम देखते हैं कि विज्ञान का सदुपयोग व दुरुपयोग मनुष्य के हाथ में है । यह मनुष्य पर निर्भर करता है कि वह इसे किस रूप में लेता है । उदाहरण के तौर पर यदि नाभिकीय ऊर्जा का सही दिशा में उपयोग किया जाए तो यह मनुष्य को ऊर्जा प्रदान करता है जिसे विद्‌युत उत्पादन जैसे उपभोगों में लिया जा सकता है । परंतु दूसरी ओर यदि इसका गलत उपयोग हो तो यह अत्यंत विनाशकारी हो सकता है । द्‌वितीय विश्व युद्‌ध के समय जापान के हिरोशिमा एवं नागासाकी शहरों में परमाणु बम द्‌वारा हुई विनाश-लीला इसका ज्वलंत उदाहरण है । विश्व आज अनेक खेमों में बँट गया है । इसके अतिरिक्त स्वयं को अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए (हाइड्रोजन बमों एवं परमाणु बमों की खोज ने) हथियारों की होड़-सी लग गई है । जिसने संपूर्ण मानव सभ्यता को विनाश के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है । बेरोजगारी व निर्धनता दिन-प्रतिदन बढ़ रही है। लोगों का गाँवों से शहरों की ओर पलायन जारी है, जिससे महानगरों एवं शहरों की जनसंख्या अत्यधिक बढ़ गई है ।    इस प्रकार विज्ञान का दुरुपयोग संपूर्ण मानव सभ्यता के लिए अभिशाप सिद्‌ध हो रहा है ।‌ विज्ञान का समुचित उपयोग न करने का ही यह परिणाम है कि आज दुनिया की आबादी बेतहाशा बढ़ रही है । आबादी रोकने के जितने भी साधन विज्ञान ने उपलब्ध कराए हैं वे सभी निर्विवाद रूप से कारगर हैं पर अविकसित देशों द्‌वारा इन साधनों को न अपनाने के फलस्वरूप ऐसे देश कई प्रकार की समस्याओं से घिर गए हैं ।   विज्ञान की मदद से बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध हो सकता है लेकिन कई देशों में अपने संसाधनों का इस्तेमाल न कर पाने की समस्या है । विज्ञान ने बृहत् पैमाने पर शिक्षा देने के साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित कर दी है फिर भी कई देशों में भारी तादाद में अनपढ़ लोग हैं । वैज्ञानिक कृषि अपनाए जाने पर दुनिया से भुखमरी और कुपोषण की समस्या समाप्त हो सकती है, बावजूद इसके लोग खाद्‌यान्नों के बिना संकटग्रस्त दशा में हैं । अत: कहा जा सकता है कि वे अभिशाप जो विज्ञान के कारण उत्पन्न समझे जाते हैं वास्तव में मानव सृजित हैं ।   हम सभी का यह कर्तव्य है कि हम विज्ञान की अद्‌भुत देन का रचनात्मक कार्यों में ही प्रयोग करें । विज्ञान के दुरुपयोग के विरुद्‌ध अभियान छेड़ा जाना चाहिए । विश्व के समस्त देशों को विश्व शांति का प्रयास करना चाहिए तथा हथियारों की जो होड़ बढ़ती जा रही है उसका विरोध एवं उस पर अंकुश लगाना चाहिए ।   Top  

Recommended Read –

  • दुर्गा पूजा पर निबंध
  • बसंत ऋतु पर निबंध
  • भारत में साइबर सुरक्षा पर निबंध
  • भारत में चुनावी प्रक्रिया पर निबंध
  • योग पर निबंध
  • स्टार्टअप इंडिया पर निबंध
  • फिट इंडिया पर निबंध
  • द्रौपदी मुर्मू पर निबंध
  • क्रिकेट पर निबंध
  • क्रिप्टो करेंसी पर निबंध
  • सौर ऊर्जा पर निबंध
  • जनसंख्या वृद्धि पर निबंध
  • भारत में भ्रष्टाचार पर निबंध for UPSC Students
  • शहरों में बढ़ते अपराध पर निबंध
  • पर्यावरण पर निबंध
  • भारतीय संविधान पर निबंध
  • भारत के प्रमुख त्योहार पर निबंध
  • भारत में बेरोजगारी की समस्या पर निबंध
  • टेलीविजन पर निबंध
  • परिश्रम का महत्व पर निबंध 
  • गणतंत्र दिवस पर निबंध 
  • विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर निबंध
  • टीचर्स डे पर निबंध
  • वैश्वीकरण पर निबंध
  • जलवायु परिवर्तन पर निबंध
  • मंकी पॉक्स वायरस पर निबंध
  • मेक इन इंडिया पर निबंध
  • भारत में सांप्रदायिकता पर निबंध
  • वेस्ट नील वायरस पर निबंध
  • पीएसयू का निजीकरण पर निबंध
  • भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्रूड ऑयल की बढ़ती कीमतों का प्रभाव पर निबंध
  • नई शिक्षा नीति 2020 पर निबंध
  • आधुनिक संचार क्रांति पर निबंध
  • सोशल मीडिया की लत पर निबंध
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निबंध
  • महिला सशक्तिकरण पर निबंध
  • प्रदूषण पर निबंध
  • मृदा प्रदूषण पर निबंध
  • वायु प्रदूषण पर निबंध
  • गाय पर हिंदी में निबंध
  • वन/वन संरक्षण पर निबंध
  • हिंदी में ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध
  • चंद्रयान पर निबंध
  • हिंदी में इंटरनेट पर निबंध
  • बाल श्रम या बाल मज़दूरी पर निबंध
  • ताजमहल पर निबंध
  • हिंदी में अनुशासन पर निबंध
  • भ्रष्टाचार पर निबंध
  • मेरा विद्यालय पर निबंध हिंदी में
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध
  • स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध
  • गणतंत्र दिवस निबंध हिंदी में
  • स्वतंत्रता दिवस पर निबंध
  • हिंदी में दिवाली पर निबंध
  • होली पर निबंध
  • नोट-बंदी या विमुद्रीकरण पर निबंध
  • निबंध लेखन, हिंदी में निबंध

Submit a Comment Cancel reply

You must be logged in to post a comment.

Hindi Essays

  • असंतुलित लिंगानुपात पर निबंध
  • परहित सरिस धर्म नहीं भाई पर निबंध
  • चंद्रयान 3 पर निबंध
  • मुद्रास्फीति पर निबंध
  • युवाओं  पर निबंध
  • अक्षय ऊर्जा: संभावनाएं और नीतियां पर निबंध
  • राष्ट्र निर्माण में युवाओं का महत्व पर निबंध
  • सच्चे धर्म पर निबंध
  • बैंकिंग संस्थाएं और उनका महत्व पर निबंध
  • नई शिक्षा नीति के प्रमुख लाभ पर निबंध
  • भारतीय संस्कृति के प्रमुख आधार पर निबंध
  • समय के महत्व पर निबंध
  • सड़क सुरक्षा पर निबंध
  • सामाजिक न्याय के महत्व पर निबंध
  • छात्र जीवन पर निबंध
  • स्वयंसेवी कार्यों पर निबंध
  • जल संरक्षण पर निबंध
  • आधुनिक विज्ञान और मानव जीवन पर निबंध
  • भारत में “नए युग की नारी” की परिपूर्णता एक मिथक है
  • दूरस्थ शिक्षा पर निबंध
  • प्रधानमंत्री पर निबंध
  • यदि मैं प्रधानमंत्री होता
  • हमारे राष्ट्रीय चिन्ह पर निबंध
  • नक्सलवाद पर निबंध
  • आतंकवाद पर निबंध
  • भारत के पड़ोसी देश पर निबंध
  • पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी पर निबंध
  • किसान आंदोलन पर निबंध
  • ऑनलाइन शिक्षा पर निबंध
  • डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम पर निबंध
  • मदर टेरेसा पर निबंध
  • भारत में भ्रष्टाचार पर निबंध
  • परिश्रम का महत्व पर निबंध
  • गणतंत्र दिवस पर निबंध

Hindi Writing Skills

  • Formal Letter Hindi
  • Informal Letter Hindi
  • ई-मेल लेखन | Email Lekhan in Hindi Format
  • Vigyapan Lekhan in Hindi
  • Suchna lekhan
  • Anuched Lekhan
  • Anuchchhed lekhan
  • Samvad Lekhan
  • Chitra Varnan
  • Laghu Katha Lekhan
  • Sandesh Lekhan

HINDI GRAMMAR

  • 312 हिंदी मुहावरे अर्थ और उदाहरण वाक्य
  • Verbs Hindi
  • One Word Substitution Hindi
  • Paryayvaachi Shabd Class 10 Hindi
  • Anekarthi Shabd Hindi
  • Homophones Class 10 Hindi
  • Anusvaar (अनुस्वार) Definition, Use, Rules, 
  • Anunasik, अनुनासिक Examples
  • Arth vichaar in Hindi (अर्थ विचार), 
  • Adverb in Hindi – क्रिया विशेषण हिंदी में, 
  • Adjectives in Hindi विशेषण, Visheshan Examples, Types, Definition
  • Bhasha, Lipiaur Vyakaran – भाषा, लिपिऔरव्याकरण
  • Compound words in Hindi, Samaas Examples, Types and Definition
  • Clauses in Hindi, Upvakya Examples, Types 
  • Case in Hindi, Kaarak Examples, Types and Definition
  • Deshaj, Videshaj and Sankar Shabd Examples, Types and Definition
  • Gender in Hindi, Ling Examples, Types and Definition
  • Homophones in Hindi युग्म–शब्द Definition, Meaning, Examples
  • Indeclinable words in Hindi, Avyay Examples, Types and Definition
  • Idioms in Hindi, Muhavare Examples, Types and Definition
  • Joining / combining sentences in Hindi, Vaakya Sansleshan Examples, Types and Definition
  • संधि परिभाषा, संधि के भेद और उदाहरण, Sandhi Kise Kehte Hain?
  • Noun in Hindi (संज्ञा की परिभाषा), Definition, Meaning, Types, Examples
  • Vilom shabd in Hindi, Opposite Words Examples, Types and Definition
  • Punctuation marks in Hindi, Viraam Chinh Examples, Types and Definition
  • Proverbs in Hindi, Definition, Format, मुहावरे और लोकोक्तियाँ
  • Pronoun in Hindi सर्वनाम, Sarvnaam Examples, Types, Definition
  • Prefixes in Hindi, Upsarg Examples, types and Definition
  • Pad Parichay Examples, Definition
  • Rachna ke aadhar par Vakya Roopantar (रचना के आधार पर वाक्य रूपांतरण) – Types , Example
  • Suffixes in Hindi, Pratyay Examples, Types and Definition
  • Singular and Plural in Hindi (वचन) – List, Definition, Types, Example
  • Shabdo ki Ashudhiya (शब्दों की अशुद्धियाँ) Definition, Types and Examples
  • Shabdaur Pad, शब्द और पद Examples, Definition, difference in Shabd and Pad
  • Shabd Vichar, शब्द विचार की परिभाषा, भेद और उदाहरण | Hindi Vyakaran Shabad Vichar for Class 9 and 10
  • Tenses in Hindi (काल), Hindi Grammar Tense, Definition, Types, Examples
  • Types of sentences in Hindi, VakyaVishleshan Examples, Types and Definition
  • Voice in Hindi, Vachya Examples, Types and Definition
  • Verbs in Hindi, Kirya Examples, types and Definition
  • Varn Vichhed, वर्ण विच्छेद Examples, Definition
  • Varn Vichar, वर्ण विचार परिभाषा, भेद और उदाहरण
  • Vaakya Ashudhhi Shodhan, वाक्य अशुद्धिशोधन Examples, Definition, Types
  • List of Idioms in Hindi, Meaning, Definition, Types, Example

Latest Posts

  • Teacher’s Day Wishes in Hindi | शिक्षक दिवस की शुभकामनाएँ
  • Ganesh Chaturthi Wishes in Hindi | गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएँ
  • Life Summary, Explanation, Theme | Maharashtra State Board Class 9 English
  • The Gift of the Magi Question Answers Class 10 Maharashtra State Board
  • Olympics 2024 MCQ Quiz | Paris Olympics 2024 MCQs
  • The Gift of the Magi Summary, Explanation, Theme | Maharashtra State Board Class 10 English Lesson
  • Character Sketch of the Writer (Dr. Bhimrao Ambedkar)| Shram Vibhaajan Aur Jaati-Pratha
  • Character Sketch of the Writer (Hazari Prasad Dwivedi)| Shirish ke Phool
  • Teacher’s Day Wishes in Hindi
  • Ganesh Chaturthi Wishes in Hindi
  • Janmashtami Messages in Hindi
  • Raksha Bandhan Wishes in Hindi
  • Birthday Wishes in Hindi
  • Anniversary Wishes in Hindi
  • Father’s Day Quotes and Messages
  • Father’s Day quotes in Hindi
  • International Yoga Day Slogans, Quotes and Sayings
  • अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस Slogans, Quotes and Sayings
  • Good Morning Messages in Hindi
  • Good Night Messages in Hindi | शुभ रात्रि संदेश
  • Wedding Wishes in Hindi

Important Days

  • National Space Day Quiz| National Space Day MCQs
  • World Soil Day – Date, History, Significance
  • International Yoga Day Slogans, Quotes and Sayings by Famous people 2024
  • Calendar MCQ Quiz for Various Competitive Exams
  • CUET 2024 MCQ Quiz on Important Dates
  • एस.एस.सी. सीजीएल
  • करेंट अफेयर्स
  • करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तरी
  • GK in Hindi
  • प्राचीन भारतीय इतिहास
  • मध्यकालीन भारतीय इतिहास
  • Class 6 Hindi
  • Class 6 English
  • Class 6 Maths
  • Class 6 Science
  • Class 7science
  • Class 7 Maths
  • Class 7 English
  • Class 7th: Supplementary Reader English
  • Class 7 Hindi
  • Class 7 Social Science
  • Class 7 Sanskrit
  • Class 8 Social Science
  • class 8 science
  • Class 8 Maths
  • Class 8 Honeydew
  • Class 8: It So Happened
  • Class 9 English
  • Class 9 Maths
  • Class 9 Science
  • Class 9 Social Science
  • Class 9 in Hindi Medium
  • RD Sharma Class 10 Maths
  • class 10 science
  • Class 10 English
  • Class 10th Sanskrit
  • Class 10 Foundation of Information Technology
  • Class 10 Social Science
  • Class 10 Hindi Sanchayan
  • Class 10 Hindi Sparsh
  • Class 10 Hindi Kshitij
  • Class 10 Hindi Kritika
  • Class 11 Maths
  • Class 11 Chemistry
  • Class 11 Physics
  • Class 11 Biology
  • Class 11 Python
  • TS Grewal Accountancy
  • Class 11 Business Studies
  • Class 11 Psychology
  • Class 11 Economics
  • Class 12 Physics
  • Class 12 Chemistry
  • Class 12 Biology
  • Class 12 (Python)
  • Class 12 (C++)
  • NCERT Accountancy
  • Class 12 Business Studies
  • Class 12 Entrepreneurship
  • Class 12 History
  • Class 12 Political Science
  • Class 12 Psychology
  • Class 12 Sociology
  • Class 12 English Vistas
  • Class 12th English Flamingo
  • Class 12th maths
  • Class 12 Micro Economics
  • Class 12 Macro Economics
  • Advance Maths
  • CHART PAPER
  • KIDS ALL IN ONE

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध (Essay On Science Boon Or Curse In Hindi)

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध (essay on science boon or curse in hindi) :.

science curse or boon essay in hindi

भूमिका : आज का युग विज्ञान का युग है। आज के वैज्ञानिक युग ने मनुष्य के जीवन में बहुत ही प्रभाव उत्पन्न किया है। आज मनुष्य के जीवन में जितनी भी गतिविधियाँ हो रही हैं वो सब विज्ञान की वजह से ही संभव हो पायी हैं। आज के समय में पुराने रहस्यों को भी खोज लिया गया है आज विज्ञान की वजह से ही आकाश की उंचाईयों से लेकर पाताल की गहराईयों को नापना संभव हो पाया है।

मनुष्य ने जो प्रगति की है उसका इतिहास इस बात का साक्षी है कि वह किसी समय जानवरों जैसा जीवन जीता था। गुफाओं में रहता था, कच्चा मांस और फल सब्जियां खाता था, पेड़ों और पौधों की पत्तियों और छालों को कपड़े की तरह पहनता था। धीरे-धीरे उसने आग जलाना सिखा और वहाँ से वह निरंतर आगे बढ़ता चला गया और आधुनिक युग में बहुत आगे बढ़ता चला गया है।

विज्ञान की वजह से मनुष्य जीवन हर तरह से बदल गया है। विज्ञान की वजह से ही मनुष्य आज इतनी ऊँचाईयों पर पहुंच पाया है। विज्ञान सुखों के लिए दुःख से जुडकर उसे वरदान और अभिशाप दोनों की तरह प्रस्तुत हुआ है।

विज्ञान का अर्थ : विज्ञान का अर्थ होता है- विशिष्ट ज्ञान। अथार्त किसी वस्तु या विषय के बारे में विशेष और व्यवस्थित ज्ञान होना। जब किसी के पास विशेष ज्ञान होता है तभी विशेष काम किये जाते हैं। विज्ञान शब्द दर्शन और साहित्य के क्षेत्र में भी अर्थ दे सकता है क्योंकि किसी भी विषय का विशिष्ट ज्ञान होना ही विज्ञान कहलाता है।

आज तक जो भी तरह-तरह के अविष्कार और खोज हुई हैं वे सब विज्ञान के ही परिणाम थे। विज्ञान का हमारे जीवन में इतना महत्व हो गया है कि हम सोते-जागते विज्ञान के आविष्कारों को अपने पास देखते हैं और उन्हें प्रयोग में लाते हैं।

आज के समय में जिस मनुष्य के पास विज्ञान है उसका जीवन सभ्य है लेकिन जिसके पास विज्ञान नहीं है उसका जीवन निरर्थक है। विज्ञान ने अपने बल पर पूरे संसार को एक परिवार बना दिया है आज के समय में ऐसी कोई जगह नहीं है जहाँ पर इसके उपकरण उपलब्ध न हों।

विज्ञान के लाभ : विज्ञान की वजह से मनुष्य जीवन आज बहुत ही सुखमय हो गया है। आज के समय में विज्ञान मनुष्य के जीवन से जुड़ गया है जिसके बिना मनुष्य अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता है। विज्ञान ने मनुष्य के जीवन को सरल और सुखमय बनाने के लिए बहुत से आविष्कार किये हैं जैसे खेती को सरल बनाने के लिए हैकर, ट्रैक्टर, क्म्पाइन जैसी मशीने, घरेलू कामों को सुखमय बनाने के लिए प्रेस, फ्रिज, मिक्सी जैसी मशीनों का आविष्कार किया है।

कोई ऐसा समय था जब लोगों के अकाल से मरने की खबर को बहुत सुना जाता है लेकिन विज्ञान की वजह से आज के समय में शायद ही कोई ऐसी खबर सुनने को मिलती है जिसमें लोग भूख से मरते हैं। पहले लोग पेड़-पौधों की पत्तियों और जानवरों की खाल से अपने शरीर को ढकते थे लेकिन आज के समय में सभी के पास अपने शरीर को ढकने के लिए कपड़े हैं।

पहले लोग प्लेग, मलेरिया, डेंगू, हैजा जैसी बीमारियों से ग्रस्त होकर मर जाते थे लेकिन आज के समय में विज्ञान ने इस सब बीमारियों को अपने नियंत्रण में कर लिया है। विज्ञान की वजह से हमारे दैनिक जीवन की सुख-सुविधाओं का भी आयोजन हो पाया है।

आज के समय में दुश्मनों से अपनी रक्षा करने के लिए बहुत से साधन उपलब्ध हैं। आज के वैज्ञानिक युग में हमारे लिए सुईं से लेकर बड़े-बड़े जहाजों, ट्रेनों, विमानों और कृत्रिम गृह तक बनाए जा चुके हैं। इन सब का उपयोग हम प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से करते हैं।

विज्ञान का प्रयोग : विज्ञान का प्रयोग हर क्षेत्र में किया जाता है। आज के समय में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहाँ पर विज्ञान का प्रयोग नहीं होता है। विज्ञान के साधन को हर क्षेत्र में देखा जा सकता है। मानव जीवन के क्षेत्र में विज्ञान एक वरदान की तरह है जिसे वह अपने जीवन में प्रयोग करता है।

1. संचार के क्षेत्र में : संचार के क्षेत्र में विज्ञान की वजह से बेतार के तार देना संभव हो पाया है। विज्ञान की वजह से ही टीवी, रेडियो, तार, टेलीफोन, फैक्स, इमेल और मोबाईलफोन आदि के आविष्कार की वजह से ही आज समाचार एक पल में एक जगह से दूसरी जगह भेजा जा सकता है। जितने भी कृत्रिम उपगृह हैं उन्होंने इस दिशा में और अधिक सफलता प्राप्त की है और नई-नई खबरें पल भर में प्राप्त हो जाती हैं।

2. यातायात के क्षेत्र में : पहले समय में मनुष्य को लंबी और दूर की यात्रा को पूरा करने के लिए वर्षों लग जाते थे लेकिन विज्ञान की मदद से आज मनुष्य ट्रेन, मोटर, पानी के जहाज, हवाई जहाज से दूर-से-दूर की यात्रा को बहुत ही जल्दी पूरा कर लेते हैं। यातायात में उन्नति होने की वजह से व्यापार के क्षेत्र में भी उन्नति हुई है। आज विज्ञान की वजह से ही व्यापार अपनी असीम उंचाईयों तक पहुंच पाया है।

3. दैनिक जीवन में : आज विज्ञान की वजह से मनुष्य की दैनिक जिन्दगी और अधिक सुखमय हो गई है। विज्ञान की वजह से कपड़े धोना, प्रेस करना, भोजन पकाना, सर्दियों में गर्मी और गर्मियों में सर्दी महसूस कराना, गर्मियों में ठंडा पानी करना जैसी सुविधाएँ उपलब्ध हो पायी हैं। विज्ञान की वजह से ही सर्दी और गर्मी दोनों से ही हमारी रक्षा होती है। आज की सारी औद्योगिक प्रगति इसी पर निर्भर करती है।

4. औषधीय क्षेत्र में : जिस तरह से मनुष्य ने विज्ञान के क्षेत्र में नए-नए आविष्कार किये हैं उसी तरह से मानव समाज ने नए-नए रोगों को भी प्राप्त किया है। आज मनुष्य भयानक और संक्रामक रोगों से ग्रस्त होने के बाद भी मौत के मुंह से बच जाता है इन सब का श्रेय विज्ञान को ही जाता है।

विज्ञान की वजह से ही एक्स-रे, अल्ट्रासाउण्ड टेस्ट, एंजियोग्राफी, कैट स्केन, सिटी स्कैन जैसी मशीनों की वजह से शरीर के अंदर के रोगों के बारे में पता लगाया जा सकता हैऔर उस रोग का तुरंत उपचार करना भी संभव हो जाता है। विज्ञान की वजह से ही अंधों को आँखें और बहरों को कान और अंगहीनों को अंग देना संभव हो सका है।

5. औद्योगिक क्षेत्र में : विज्ञान के कारण ही औद्योगिक क्षेत्र की बड़ी-बड़ी मशीनों का निर्माण करना संभव हो पाया है। विज्ञान के कारण कल कारखानों का निर्माण किया गया जिससे मेहनत, समय और धन की बचत होने के साथ-साथ उसका सही मात्रा में उत्पादन भी हो सके। इसकी वजह से लोगों को वस्तुएँ सस्ते मूल्यों में उपलब्ध करायी जा सकती हैं।

6. कृषि क्षेत्र में : जिस देश की जनसंख्या 121 करोड़ से भी अधिक है अगर वो आज कृषि के क्षेत्र में अग्रसर हो पाया है तो यह विज्ञान की वजह से ही हुआ है। विज्ञान की वजह से ही किसान को उत्तम बीज, विकसित तकनीक, रासायनिक खाद, कीटनाशक, ट्रैक्टर और बिजली मिली है जिसकी वजह से कृषि को करना सरल हो गया है।

छोटे-छोटे बांधों की सहायता से नहरों को निकालना भी विज्ञान के कारण ही संभव हो पाया है जिसकी वजह से किसानों को कृषि में सहायता के लिए उनकी आवश्यकता के अनुसार पानी मिल सके।

7. शिक्षा के क्षेत्र में : शिक्षा के क्षेत्र में विज्ञान ने अपने आविष्कारों जैसे- इंटरनेट, कंप्यूटर से बहुत बड़ा योगदान दिया है। विज्ञान की वजह से ही शिक्षा के क्षेत्र में मुद्रा के यंत्रों का आविष्कार होना संभव हो पाया है। आज मुद्रण यंत्रों की वजह से ही पुस्तकों को छापना संभव हुआ है। इसके अलावा समाचार-पत्रों, पत्र-पत्रिकाओं और किताबों को छापना संभव हो पाया है। मुद्रण यंत्रों की वजह से जो क्रांति हुई है वह घर-घर पहुंचकर लोगों के ज्ञान में वृद्धि कर रही है।

8. मनोरंजन के क्षेत्र में : विज्ञान के कारण ही आज मनोरंजन के अनेक साधन जैसे- टीवी, रेडियो, चलचित्र का आविष्कार होना संभव हुआ है। विज्ञान ने ही मनुष्य को सस्ता और सुलभ साधन दिया है।

वरदान के रूप में : विज्ञान एक वरदान होता है। विज्ञान उस नौकर की तरह होता है जिससे मनुष्य कुछ भी करवा सकता है और आवश्यकता के अनुसार उसके साथ कुछ भी कर सकता है। आज के मनुष्य का पूरा जीवन विज्ञान के वरदानों के आलोक से ही तो आलोकित है।

सुबह से लेकर शाम तक हम जो भी काम करते हैं वो सब सिर्फ विज्ञान के साधनों की वजह से ही संचालित होते हैं। जिन साधनों का प्रयोग हम अपने दैनिक जीवन में प्रयोग करते हैं वे सभी हमें विज्ञान के वरदान के रूप में प्राप्त हुए हैं। इसी वजह से कहा जाता है कि जो मनुष्य अनुभवी होता है वह विज्ञान के माध्यम से प्रकृति पर जीत प्राप्त कर सकता है।

आज के समय में रोज नए-नए आविष्कार हो रहे हैं। आज के समय में मनुष्य जितने भी साधनों का प्रयोग करता है वो सभी विज्ञान ने ही हमें दिए हैं।

आधुनिक युग : आज का युग बटन का युग है। आज के समय में विज्ञान की सहायता से बटन दबाने से पंखा चल जाता है और हमें शीतल हवा प्रदान करता है। अगर आप दुबारा बटन दबाते हैं तो पंखा बंद हो जाता है। आपके बस बटन दबाने की वजह से ही टीवी चल जाता है और अपने पर्दे पर सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है। टीवी से किसी गायक की सुंदर आवाज को आसानी से सुना जा सकता है। हम लोग गायक को देख भी सकते हैं और उसके गीतों का आनंद भी ले सकते हैं।

विज्ञान की हानियाँ : विज्ञान ने जहाँ पर मनुष्य के जीवन को इतने लाभ दिए हैं वहीं पर हानियाँ भी दी हैं। जहाँ विज्ञान ने मनुष्य जीवन को सभ्य और सहज बनाया है वहीं पर बंदूकों, बम्बों, मिसाइलों और जहरीली गैसों की वजह से मनुष्य के जीवन को बहुत भारी नुकसान भी पहुंचाया है।

विज्ञान ने मनुष्य को अपने भविष्य के प्रति भयभीत कर दिया है। आज के समय में पूरा विश्व एटम बम्बों और मिसाइलों के डर से कांप रहा है। इन सब की वजह से प्रदूषण में वृद्धि हुई है और वायुमण्डल की ओजोनमंडल को भी बहुत नुकसान पहुँचा है।

अभिशाप के रूप में : विज्ञान का एक पक्ष वरदान है तो एक पक्ष अभिशाप भी है। विज्ञान एक ऐसा साधन है जिससे असीम शक्ति प्राप्त की जा सकती है। मनुष्य जिस तरह से चाहता है उस तरह से इसका प्रयोग कर सकता है। सभी को पता है कि विज्ञान में दैवीय शक्ति के साथ-साथ असुरी शक्ति भी है।

जब किसी मनुष्य की दैवीय शक्ति प्रबल होती है तो वह लोगों के हित के लिए काम करता है। लेकिन जब किसी मनुष्य में राक्षसी शक्ति प्रबल होती है तो वह हिंसक हो जाता है उसी तरह से विज्ञान की राक्षसी शक्ति विध्वंसक और संहारक शक्ति का रूप ले लेती है। जो गत विश्व युद्ध हुआ था उससे लेकर अब तक मनुष्य ने विज्ञान में बहुत उन्नति की है तो यह कहना यथार्त है कि विज्ञान की विध्वंसक शक्ति और अधिक बढ़ गई होगी।

विज्ञान ने विध्वंसक तरीकों के अलावा भी अन्य कई तरीकों से मनुष्य को नुकसान पहुंचाया है। विज्ञान ने भौतिकवादी प्रवृति को प्रेरणा दी है जिसकी वजह से धर्म और अध्यात्म से जो भी संबंधित विश्वास होते हैं वो थोथे और खोखले नजर आते हैं। मानव जीवन के जो भी पारस्परिक संबंध होते हैं वो कमजोर होने लगते हैं।

आज के विज्ञान की वजह से मनुष्य का जीवन और अधिक खतरों से भर गया है। विज्ञान के वरदान मशीनों ने अगर मनुष्य को सुख के साधन उपलब्ध कराये हैं तो साथ ही साथ उसके रोजगार को भी छीन लिया है। बिजली विज्ञान की एक महान देन है लेकिन बिजली का एक झटका ही मनुष्य की जान ले लेता है।

जिस तरह से रोज विज्ञान के आविष्कार हो रहे हैं उस तरीके से मनुष्य पर्यावरण असंतुलित होता जा रहा है। मनुष्य जीवन में सुख सुविधाओं की वजह से मनुष्य आलसी और आराम लेने वाला बन गया है जिसकी वजह से उसकी शारीरिक शक्ति खत्म होती जा रही है। इस वजह से नए-नए रोग उत्पन्न हो रहे हैं और मनुष्य में सर्दी और गर्मी सहने की शक्ति कम होती जा रही है।

उपसंहार : जहाँ पर विज्ञान मनुष्य के लिए वरदान साबित हुआ है वहीं पर अभिशाप भी शाबित होता है। यह बात मनुष्य पर निर्भर करती है कि वह उसका प्रयोग वरदान के रूप में करता है या फिर अभिशाप के रूप में। विज्ञान एक तलवार की तरह होता है जिससे मनुष्य की रक्षा भी की जा सकती है और अपने आप को हानि भी पहुंचाई जा सकती है।

इसमें तलवार का दोष नहीं होता है मनुष्य का होता है। विज्ञान एक ऐसा साधन जिसने विकास के मार्ग को खोल दिया है जिससे मनुष्य विश्व की बेरोजगारी, भुखमरी, महामारी को खत्म किया जा सकता है लेकिन यह तभी संभव है जब मनुष्य में आध्यात्मिक दृष्टि का विकास हो मानव कल्याण की सात्विक भावना जागे।

राष्ट्रीय एकीकरण (Hindi Essay Writing)

बेटी बचाओ (hindi essay writing), वर्षा जल संचयन (hindi essay writing), असहिष्णुता (hindi essay writing), स्वच्छ भारत अभियान (hindi essay writing), महिला सशक्तिकरण (hindi essay writing), कन्या भ्रूण हत्या (hindi essay writing), समय का महत्व (hindi essay writing), बाल श्रम (hindi essay writing), भ्रष्टाचार (hindi essay writing), गरमी का ताप : गरीबों का संताप (hindi essay writing), ग्लोबल वार्मिंग का बढ़ता खतरा (hindi essay writing), मेरी यात्रा (hindi essay writing), मां पर निबंध (hindi essay writing), प्रदूषण : एक गंभीर समस्या (hindi essay writing), मेरा प्रिय शौक (hindi essay writing), read more……., share this:.

  • Click to share on Twitter (Opens in new window)
  • Click to share on Facebook (Opens in new window)

3 Responses

science curse or boon essay in hindi

So amazing…..and this is so helpful for students…and you gave us so many information….🙏🙏

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Notify me of follow-up comments by email.

Notify me of new posts by email.

NCERT & CBSE ALL SUBJECT

Recent posts.

  • Top 10 Lines On Raksha Bandhan In Hindi
  • What is Animation?
  • Equivalence Relation on Set (advance math)
  • Transitive Relation on Set (advance math)
  • Anti-symmetric Relation on Set (advance math)
  • Advance math
  • Class 10 Science
  • Class 11 Accountancy
  • Class 11 Computer Science (Python)
  • Class 11 Math
  • Class 12 Accountancy
  • Class 12th English
  • Class 6th Sanskrit
  • Class 7 Hindi Textbook – हिंदी वसंत भाग-II
  • Class 7 Science
  • Class 7: An Alien Hand Supplementary Reader
  • Class 8 Science
  • Class 8th maths
  • Class 9 English Beehive
  • english letter writing
  • Hindi and English
  • Hindi Nibandh Lekhan हिंदी निबंध लेखन
  • Important Questions for Class 12 Computer Science (Python)
  • NCERT Solutions for Class 12 Computer Science (C++)
  • NCERT Solutions For Class 7 Honeycomb English
  • NCERT Solutions For Class 8 Honeydew – All Chapters
  • NCERT Solutions for Class 8 Social Science
  • NCERT Solutions For Class 8: It So Happened – All Chapters
  • RD Sharma Class 10
  • RD Sharma Solutions Class 12 Maths
  • SSC CGL English Comprehension
  • SSC CGL General Awareness
  • SSC CGL Quantitative Aptitude
  • Tally ERP 9
  • Uncategorised
  • Vistas-English 12th
  • आधुनिक भारत का इतिहास
  • ऋतुओं पर निबंध (Essay On Seasons In Hindi)
  • त्योहारों पर निबंध (Essay On Festivals In Hindi)
  • दिवसों पर निबंध (Essay On Days In Hindi)
  • नेताओं पर निबन्ध (Essay On Leaders In Hindi)
  • पर्यावरण सामान्य ज्ञान
  • भारतीय राजव्यवस्था
  • भारतीय संस्कृति
  • विज्ञान पर निबंध (Essay On Science In Hindi)
  • स्वास्थ्य और खेल संबंधी निबंध (Essay On Health And Sports In Hindi)

© 2024 ncert-solution.in. Built using WordPress and EmpowerWP Theme .

hindimeaning.com

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध-Essay On Science Boon Or Curse In Hindi

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध (essay on science boon or curse in hindi) :.

science curse or boon essay in hindi

भूमिका : आज का युग विज्ञान का युग है। आज के वैज्ञानिक युग ने मनुष्य के जीवन में बहुत ही प्रभाव उत्पन्न किया है। आज मनुष्य के जीवन में जितनी भी गतिविधियाँ हो रही हैं वो सब विज्ञान की वजह से ही संभव हो पायी हैं। आज के समय में पुराने रहस्यों को भी खोज लिया गया है आज विज्ञान की वजह से ही आकाश की उंचाईयों से लेकर पाताल की गहराईयों को नापना संभव हो पाया है।

मनुष्य ने जो प्रगति की है उसका इतिहास इस बात का साक्षी है कि वह किसी समय जानवरों जैसा जीवन जीता था। गुफाओं में रहता था, कच्चा मांस और फल सब्जियां खाता था, पेड़ों और पौधों की पत्तियों और छालों को कपड़े की तरह पहनता था। धीरे-धीरे उसने आग जलाना सिखा और वहाँ से वह निरंतर आगे बढ़ता चला गया और आधुनिक युग में बहुत आगे बढ़ता चला गया है।

विज्ञान की वजह से मनुष्य जीवन हर तरह से बदल गया है। विज्ञान की वजह से ही मनुष्य आज इतनी ऊँचाईयों पर पहुंच पाया है। विज्ञान सुखों के लिए दुःख से जुडकर उसे वरदान और अभिशाप दोनों की तरह प्रस्तुत हुआ है।

विज्ञान का अर्थ : विज्ञान का अर्थ होता है- विशिष्ट ज्ञान। अथार्त किसी वस्तु या विषय के बारे में विशेष और व्यवस्थित ज्ञान होना। जब किसी के पास विशेष ज्ञान होता है तभी विशेष काम किये जाते हैं। विज्ञान शब्द दर्शन और साहित्य के क्षेत्र में भी अर्थ दे सकता है क्योंकि किसी भी विषय का विशिष्ट ज्ञान होना ही विज्ञान कहलाता है।

आज तक जो भी तरह-तरह के अविष्कार और खोज हुई हैं वे सब विज्ञान के ही परिणाम थे। विज्ञान का हमारे जीवन में इतना महत्व हो गया है कि हम सोते-जागते विज्ञान के आविष्कारों को अपने पास देखते हैं और उन्हें प्रयोग में लाते हैं।

आज के समय में जिस मनुष्य के पास विज्ञान है उसका जीवन सभ्य है लेकिन जिसके पास विज्ञान नहीं है उसका जीवन निरर्थक है। विज्ञान ने अपने बल पर पूरे  संसार को एक परिवार बना दिया है आज के समय में ऐसी कोई जगह नहीं है जहाँ पर इसके उपकरण उपलब्ध न हों।

विज्ञान के लाभ : विज्ञान की वजह से मनुष्य जीवन आज बहुत ही सुखमय हो गया है। आज के समय में विज्ञान मनुष्य के जीवन से जुड़ गया है जिसके बिना मनुष्य अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता है। विज्ञान ने मनुष्य के जीवन को सरल और सुखमय बनाने के लिए बहुत से आविष्कार किये हैं जैसे खेती को सरल बनाने के लिए हैकर, ट्रैक्टर, क्म्पाइन जैसी मशीने, घरेलू कामों को सुखमय बनाने के लिए प्रेस, फ्रिज, मिक्सी जैसी मशीनों का आविष्कार किया है।

कोई ऐसा समय था जब लोगों के अकाल से मरने की खबर को बहुत सुना जाता है लेकिन विज्ञान की वजह से आज के समय में शायद ही कोई ऐसी खबर सुनने को मिलती है जिसमें लोग भूख से मरते हैं। पहले लोग पेड़-पौधों की पत्तियों और जानवरों की खाल से अपने शरीर को ढकते थे लेकिन आज के समय में सभी के पास अपने शरीर को ढकने के लिए कपड़े हैं।

पहले लोग प्लेग, मलेरिया, डेंगू, हैजा जैसी बीमारियों  से ग्रस्त होकर मर जाते थे लेकिन आज के समय में विज्ञान ने इस सब बीमारियों  को अपने नियंत्रण में कर लिया है। विज्ञान की वजह से हमारे दैनिक जीवन की सुख-सुविधाओं का भी आयोजन हो पाया है।

आज के समय में दुश्मनों से अपनी रक्षा करने के लिए बहुत से साधन उपलब्ध हैं। आज के वैज्ञानिक युग में हमारे लिए सुईं से लेकर बड़े-बड़े जहाजों, ट्रेनों, विमानों और कृत्रिम गृह तक बनाए जा चुके हैं। इन सब का उपयोग हम प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से करते हैं।

विज्ञान का प्रयोग : विज्ञान का प्रयोग हर क्षेत्र में किया जाता है। आज के समय में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहाँ पर विज्ञान का प्रयोग नहीं होता है। विज्ञान के साधन को हर क्षेत्र में देखा जा सकता है। मानव जीवन के क्षेत्र में विज्ञान एक वरदान की तरह है जिसे वह अपने जीवन में प्रयोग करता है।

1. संचार के क्षेत्र में : संचार के क्षेत्र में विज्ञान की वजह से बेतार के तार देना संभव हो पाया है। विज्ञान की वजह से ही टीवी, रेडियो, तार, टेलीफोन, फैक्स, इमेल और मोबाईलफोन आदि के आविष्कार की वजह से ही आज समाचार एक पल में एक जगह से दूसरी जगह भेजा जा सकता है। जितने भी कृत्रिम उपगृह हैं उन्होंने इस दिशा में और अधिक सफलता प्राप्त की है और नई-नई खबरें पल भर में प्राप्त हो जाती हैं।

2. यातायात के क्षेत्र में : पहले समय में मनुष्य को लंबी और दूर की यात्रा को पूरा करने के लिए वर्षों लग जाते थे लेकिन विज्ञान की मदद से आज मनुष्य ट्रेन, मोटर, पानी के जहाज, हवाई जहाज से दूर-से-दूर की यात्रा को बहुत ही जल्दी पूरा कर लेते हैं। यातायात में उन्नति होने की वजह से व्यापार के क्षेत्र में भी उन्नति हुई है। आज विज्ञान की वजह से ही व्यापार अपनी असीम उंचाईयों तक पहुंच पाया है।

3. दैनिक जीवन में : आज विज्ञान की वजह से मनुष्य की दैनिक जिन्दगी और अधिक सुखमय हो गई है। विज्ञान की वजह से कपड़े धोना, प्रेस करना, भोजन पकाना, सर्दियों में गर्मी और गर्मियों में सर्दी महसूस कराना, गर्मियों में ठंडा पानी करना जैसी सुविधाएँ उपलब्ध हो पायी हैं। विज्ञान की वजह से ही सर्दी और गर्मी दोनों से ही हमारी रक्षा होती है। आज की सारी औद्योगिक प्रगति इसी पर निर्भर करती है।

4. औषधीय क्षेत्र में : जिस तरह से मनुष्य ने विज्ञान के क्षेत्र में नए-नए आविष्कार किये हैं उसी तरह से मानव समाज ने नए-नए रोगों को भी प्राप्त किया है। आज मनुष्य भयानक और संक्रामक रोगों से ग्रस्त होने के बाद भी मौत के मुंह से बच जाता है इन सब का श्रेय विज्ञान को ही जाता है।

विज्ञान की वजह से ही एक्स-रे, अल्ट्रासाउण्ड टेस्ट, एंजियोग्राफी, कैट स्केन, सिटी स्कैन जैसी मशीनों की वजह से शरीर के अंदर के रोगों के बारे में पता लगाया जा सकता हैऔर उस रोग का तुरंत उपचार करना भी संभव हो जाता है। विज्ञान की वजह से ही अंधों को आँखें और बहरों को कान और अंगहीनों को अंग देना संभव हो सका है।

5. औद्योगिक क्षेत्र में : विज्ञान के कारण ही औद्योगिक क्षेत्र की बड़ी-बड़ी मशीनों का निर्माण करना संभव हो पाया है। विज्ञान के कारण कल कारखानों का निर्माण किया गया जिससे मेहनत, समय और धन की बचत होने के साथ-साथ उसका सही मात्रा में उत्पादन भी हो सके। इसकी वजह से लोगों को वस्तुएँ सस्ते मूल्यों में उपलब्ध करायी जा सकती हैं।

6. कृषि क्षेत्र में :  जिस देश की जनसंख्या 121 करोड़ से भी अधिक है अगर वो आज कृषि के क्षेत्र में अग्रसर हो पाया है तो यह विज्ञान की वजह से ही हुआ है। विज्ञान की वजह से ही किसान को उत्तम बीज, विकसित तकनीक, रासायनिक खाद, कीटनाशक, ट्रैक्टर और बिजली मिली है जिसकी वजह से कृषि को करना सरल हो गया है।

छोटे-छोटे बांधों की सहायता से नहरों को निकालना भी विज्ञान के कारण ही संभव हो पाया है जिसकी वजह से किसानों को कृषि में सहायता के लिए उनकी आवश्यकता के अनुसार पानी मिल सके।

7. शिक्षा के क्षेत्र में : शिक्षा के क्षेत्र में विज्ञान ने अपने आविष्कारों जैसे- इंटरनेट, कंप्यूटर से बहुत बड़ा योगदान दिया है। विज्ञान की वजह से ही शिक्षा के क्षेत्र में मुद्रा के यंत्रों का आविष्कार होना संभव हो पाया है। आज मुद्रण यंत्रों की वजह से ही पुस्तकों को छापना संभव हुआ है। इसके अलावा समाचार-पत्रों, पत्र-पत्रिकाओं और किताबों को छापना संभव हो पाया है। मुद्रण यंत्रों की वजह से जो क्रांति हुई है वह घर-घर पहुंचकर लोगों के ज्ञान में वृद्धि कर रही है।

8. मनोरंजन के क्षेत्र में : विज्ञान के कारण ही आज मनोरंजन के अनेक साधन जैसे- टीवी, रेडियो, चलचित्र का आविष्कार होना संभव हुआ है। विज्ञान ने ही मनुष्य को सस्ता और सुलभ साधन दिया है।

वरदान के रूप में : विज्ञान एक वरदान होता है। विज्ञान उस नौकर की तरह होता है जिससे मनुष्य कुछ भी करवा सकता है और आवश्यकता के अनुसार उसके साथ कुछ भी कर सकता है। आज के मनुष्य का पूरा जीवन विज्ञान के वरदानों के आलोक से ही तो आलोकित है।

सुबह से लेकर शाम तक हम जो भी काम करते हैं वो सब सिर्फ विज्ञान के साधनों की वजह से ही संचालित होते हैं। जिन साधनों का प्रयोग हम अपने दैनिक जीवन में प्रयोग करते हैं वे सभी हमें विज्ञान के वरदान के रूप में प्राप्त हुए हैं। इसी वजह से कहा जाता है कि जो मनुष्य अनुभवी होता है वह विज्ञान के माध्यम से प्रकृति पर जीत प्राप्त कर सकता है।

आज के समय में रोज नए-नए आविष्कार हो रहे हैं। आज के समय में मनुष्य जितने भी साधनों का प्रयोग करता है वो सभी विज्ञान ने ही हमें दिए हैं।

आधुनिक युग : आज का युग बटन का युग है। आज के समय में विज्ञान की सहायता से बटन दबाने से पंखा चल जाता है और हमें शीतल हवा प्रदान करता है। अगर आप दुबारा बटन दबाते हैं तो पंखा बंद हो जाता है। आपके बस बटन दबाने की वजह से ही टीवी चल जाता है और अपने पर्दे पर सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है। टीवी से किसी गायक की सुंदर आवाज को आसानी से सुना जा सकता है। हम लोग गायक को देख भी सकते हैं और उसके गीतों का आनंद भी ले सकते हैं।

विज्ञान की हानियाँ : विज्ञान ने जहाँ पर मनुष्य के जीवन को इतने लाभ दिए हैं वहीं पर हानियाँ भी दी हैं। जहाँ विज्ञान ने मनुष्य जीवन को सभ्य और सहज बनाया है वहीं पर बंदूकों, बम्बों, मिसाइलों और जहरीली गैसों की वजह से मनुष्य के जीवन को बहुत भारी नुकसान भी पहुंचाया है।

विज्ञान ने मनुष्य को अपने भविष्य के प्रति भयभीत कर दिया है। आज के समय में पूरा विश्व एटम बम्बों और मिसाइलों के डर से कांप रहा है। इन सब की वजह से प्रदूषण में वृद्धि हुई है और वायुमण्डल की ओजोनमंडल को भी बहुत नुकसान पहुँचा है।

अभिशाप के रूप में : विज्ञान का एक पक्ष वरदान है तो एक पक्ष अभिशाप भी है। विज्ञान एक ऐसा साधन है जिससे असीम शक्ति प्राप्त की जा सकती है। मनुष्य जिस तरह से चाहता है उस तरह से इसका प्रयोग कर सकता है। सभी को पता है कि विज्ञान में दैवीय शक्ति के साथ-साथ असुरी शक्ति भी है।

जब किसी मनुष्य की दैवीय शक्ति प्रबल होती है तो वह लोगों के हित के लिए काम करता है। लेकिन जब किसी मनुष्य में राक्षसी शक्ति प्रबल होती है तो वह हिंसक हो जाता है उसी तरह से विज्ञान की राक्षसी शक्ति विध्वंसक और संहारक शक्ति का रूप ले लेती है। जो गत विश्व युद्ध हुआ था उससे लेकर अब तक मनुष्य ने विज्ञान में बहुत उन्नति की है तो यह कहना यथार्त है कि विज्ञान की विध्वंसक शक्ति और अधिक बढ़ गई होगी।

विज्ञान ने विध्वंसक तरीकों के अलावा भी अन्य कई तरीकों से मनुष्य को नुकसान पहुंचाया है। विज्ञान ने भौतिकवादी प्रवृति को प्रेरणा दी है जिसकी वजह से धर्म और अध्यात्म से जो भी संबंधित विश्वास होते हैं वो थोथे और खोखले नजर आते हैं। मानव जीवन के जो भी पारस्परिक संबंध होते हैं वो कमजोर होने लगते हैं।

आज के विज्ञान की वजह से मनुष्य का जीवन और अधिक खतरों से भर गया है। विज्ञान के वरदान मशीनों ने अगर मनुष्य को सुख के साधन उपलब्ध कराये हैं तो साथ ही साथ उसके रोजगार को भी छीन लिया है। बिजली विज्ञान की एक महान देन है लेकिन बिजली का एक झटका ही मनुष्य की जान ले लेता है।

जिस तरह से रोज विज्ञान के आविष्कार हो रहे हैं उस तरीके से मनुष्य पर्यावरण असंतुलित होता जा रहा है। मनुष्य जीवन में सुख सुविधाओं की वजह से मनुष्य आलसी और आराम लेने वाला बन गया है जिसकी वजह से उसकी शारीरिक शक्ति खत्म होती जा रही है। इस वजह से नए-नए रोग उत्पन्न हो रहे हैं और मनुष्य में सर्दी और गर्मी सहने की शक्ति कम होती जा रही है।

उपसंहार : जहाँ पर विज्ञान मनुष्य के लिए वरदान साबित हुआ है वहीं पर अभिशाप भी शाबित होता है। यह बात मनुष्य पर निर्भर करती है कि वह उसका प्रयोग वरदान के रूप में करता है या फिर अभिशाप के रूप में। विज्ञान एक तलवार की तरह होता है जिससे मनुष्य की रक्षा भी की जा सकती है और अपने आप को हानि भी पहुंचाई जा सकती है।

Related posts:

  • परीक्षाओं में बढती नकल की प्रवृत्ति पर निबंध-Hindi Nibandh
  • प्रातःकाल का भ्रमण पर निबंध-Paragraph On Morning Walk In Hindi
  • ई-कॉमर्स व्यवसाय पर निबंध
  • भारत के गाँव पर निबंध-Essay On Indian Village In Hindi
  • डॉ मनमोहन सिंह पर निबंध-Dr. Manmohan Singh in Hindi
  • मानव और विज्ञान पर निबंध-Science and Human Entertainment Essay In Hindi
  • पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं पर निबंध-Hindi Essay on Paradhi Supnehu Sukh Nahi
  • नर हो न निराश करो मन को पर निबंध
  • दूरदर्शन के लाभ, हानि और महत्व पर निबंध-Television Essay in Hindi
  • झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई पर निबंध-Rani Laxmi Bai In Hindi
  • प्रदूषण पर निबंध-Essay On Pollution In Hindi
  • दशहरा पर निबंध-Essay On Dussehra In Hindi
  • बाल दिवस पर निबंध-Essay On Children’s Day In Hindi
  • मेक इन इंडिया पर निबंध-Make In India Essay In Hindi
  • हॉकी पर निबंध-Hockey In Hindi
  • कुत्ते पर निबंध-Essay On Dog In Hindi
  • जवाहर लाल नेहरु पर निबंध-Essay On Jawaharlal Nehru In Hindi
  • मेरी माँ पर निबंध-My Mother Essay In Hindi
  • Hindi Nibandh For Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7 And 8
  • Beti Bachao Beti Padhao In Hindi-बेटी बचाओ बेटी पढाओ से जुडी कुछ महत्वपूर्ण बातें

HiHindi.Com

HiHindi Evolution of media

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध | Essay on Science Blessing or Curse in Hindi

नमस्कार आज विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध Essay on Science Blessing or Curse in Hindi पढ़ेगे. इस निबंध में जानेगे कि आज के जीवन में विज्ञान हमारे लिए अभिशाप है या वरदान, क्यों और कैसे. परीक्षा के लिहाज से भी छात्र इस निबंध को याद कर सकते हैं.

Essay on Science Blessing or Curse in Hindi

Essay on Science Blessing or Curse in Hindi

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध

प्रस्तावना – मनुष्य ही इस सृष्टि का एकमात्र ऐसा प्राणी है जिसके पास विवेक बुद्धि हैं. विवेक द्वारा वह  उचित  अनुचित  का निर्धारण कर उचित को ग्रहण करता है और अनुचित से बचता हैं.

बुद्धि उसको नवीन बातें सोचने की क्षमता देती हैं. इसी कारण सभ्यता, संस्कृति, विज्ञान आदि का विकास हुआ हैं. विज्ञान प्रस्तुत शताब्दियों की ऐसी मानव उपलब्धि है, जिसने संसार का स्वरूप ही बदल दिया हैं.

कल्पवृक्ष विज्ञान – आज विज्ञान मानव जीवन के लिए हर मनोकामना की पूर्ति करने वाला कल्पवृक्ष बना हुआ हैं. विज्ञान ने मानव को प्रकृति पर निर्भरता से मुक्त करके उसे अकल्पनीय सुख सुविधाएँ और सुरक्षा उपलब्ध कराई हैं.

वही रासायनिक खादों, उन्नत बीजों, कृषि यंत्रों, बांधों, नहरों और कृत्रिम वर्षा से मानव के कृषि भंडार को भर रहा हैं. वही नाना प्रकार की गृह निर्माण सामग्री और शैल्पिक ज्ञान से मानव के विलास भवनों की रचना कर रहा हैं.

वही मानव तन को मन मोहक, कृत्रिम और परम्परागत वस्त्रों से अलंकृत कर रहा हैं. क्षय, कैंसर, कुष्ट तथा एड्स जैसे रोगों पर विजय पाने यह संघर्षरत हैं.

जीन से लेकर क्लोन बनाने तक की मंजिल तय करके वह जीवन के रहस्य को ढूढ़ रहा हैं.प्लास्टिक सर्जरी के कुरूपों को सुरूप बना रहा हैं. मस्तिष्क, ह्रदय और गुर्दों की पुनः स्थापना कर रहा हैं.

भीमकाय यंत्रों को उसी की विद्युत् शक्ति घुमा रही हैं वही जल, थल, नभ में नाना प्रकार के वाहनों में दौड़ लगवा रहा है अंतरीक्ष और ब्रह्मांड के कुंवारे पथों को नाप रहा हैं. मोबाइल फोन, टेलीफोन, टेलीविजन और इंटरनेट जैसे उपकरणों से उसने सारे विश्व को सिकोड़कर छोटा कर डाला हैं.

रेडियो दूरबीनों से यह ब्रह्मांड की छानबीन कर रहा है, वसुंधरा के गर्भ में झाँक रहा हैं,  सागरों के अतल तल को माप रहा हैं. मनोरंजन के अनेक साधनों के साथ व्यापार के क्षेत्र में भी उसने  ई  मेल, ई  बैंकिंग  जैसे   साधन उपलब्ध कराएं हैं.

विज्ञान का अभिशाप – विज्ञान की उपर्युक्त वरदात्री छवि के पीछे उसका अभिशापी चेहरा भी छिपा हुआ हैं. विज्ञान द्वारा अनेक महाविनाशकारी अस्त्र शस्त्रों का आविष्कार हुआ हैं. परमाणु हथियार विध्वंसक गैसें, जीवाणु विषाणु बम आदि मनुष्य का थोक में विनाश करने में सक्षम हैं.

हिरोशिमा और नागासाकी जैसे नगरों को विश्व के मानचित्र से मिटाने का श्रेय  भी  विज्ञान  को  ही जाता हैं. विज्ञान की कृपा से ही आज का यह जगमगाता प्रगतिशील विश्व बारूद के ढेर पर बैठा हुआ हैं.

मानव मूल्यों का हास – विज्ञान के कारण श्रेष्ठ मानव मूल्य ध्वस्त हो गये हैं. प्रेम, त्याग, परोपकार, अहिंसा आदि गुणों को कोई पूछ नहीं पूछ रहा. कवि दिनकर ने विज्ञान की विभूति पर इठलाने वाले आज के मानव को सावधान किया हैं.

सावधान मनुष्य यदि विज्ञान है तलवार तो इसे दे फेंक तजकर मोह स्मृति के पार हो चुका है सिद्ध है तू शिशु अभी नादान फूल काँटों की तुझे कुछ भी नहीं पहचान

उपसंहार – ज्ञान का ही रूप है विज्ञान, नहीं वह अभिशाप या वरदान. एक ही वस्तु एक पक्ष से देखने पर वरदान प्रतीत होती है और वही दूसरे पक्ष से देखने पर अभिशाप प्रतीत होती हैं. औषधि के रूप में जो विष जीवन रक्षक है, वही विष के रूप में प्राण घातक हैं.

एक ही लोहे से बधिक की तलवार और शल्य चिकित्सक की छुरी बनती है, किन्तु इसमें विष या लोहे को दोषी नहीं बताया जा सकता. ज्ञान का उपयोग ही उसके परिणाम को निश्चित करता हैं.

विज्ञान भी विशिष्ट और क्रमबद्ध ज्ञान ही हैं. हम चाहें तो उसे सत्य, शिव और सुंदर की अर्चना बना दें और चाहें तो उसे महाविनाश, अमंगल और कुरूपता का उपकरण बना दे.

विज्ञान वरदान या अभिशाप निबंध | Long Essay on Science, A Boon or Bane in Hindi

आधुनिक युग विज्ञान का युग है. विज्ञान आज मानव जीवन से इस प्रकार घुल मिल गया है, कि उसे जीवन से अलग करना लगभग असम्भव सा हो गया है.

विज्ञान मानव जीवन का अनिवार्य अंग बन गया है.और अब हम पग पग पर उसका सहारा लेने लगे है. ऐसें समय में आज यह विचारणीय प्रश्न उत्पन्न हो गया है.

कि विज्ञान मानवता को लाभान्वित कर रहा है अथवा पतन के गर्त की ओर ले जा रहा है. इस सबंध में कई विद्वानों की राय है कि विज्ञान ने मानवता को नष्ट किया है, जबकि अन्य विद्वान चिंतक विज्ञान की मुक्तकंठ से प्रशंसा करने में लगे है. इन प्रश्नों का उतर सही कहा जाए तो अब तक मानव जाति को नही मिल पाया है.

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर कविता (Poem on science)

“”सदुपयोग इसे वरदान बनाता, सुख सुविधा को सम्मुख लाता पलक झपकते होते काम विज्ञान ने दिया हमे यह वरदान पर दरुपयोग है बड़ा विनाशक अभिशाप जैसा यह नाशक””

विज्ञान के बढ़ते कदम (Increasing steps of science)

गत शताब्दी में विज्ञान ने अभूतपूर्व प्रगति और विकास किया है. जहाँ आज से सौ वर्ष पहले मनुष्य बैल गाड़ियों और घोड़ो पर बैठकर यात्रा करता था और सौ मिल की यात्रा करने में उनको कई दिन चलना पड़ता था.

वहां आज सैकड़ो मील की यात्रा वह चुटकियों में तय कर लेता है. और वायु से क्या ध्वनि की गति से भी तीव्र चलने वाले यानों से यात्रा करता है.

विज्ञान के द्वारा प्रदत सुविधाओं से वह सैकड़ों मील दूर के द्रश्य देख लेता है तथा मीलों दूर बैठे व्यक्ति से वार्तालाप कर सकता है. आज हम घर बैठें संसार के सर्वश्रेष्ठ गायक गायिकाओं के गाने सुन सकते है तथा संसार की सर्वश्रेष्ठ सुन्दरियों के नजाकत भरे अभिनय के दर्शन भी कर सकते है., आज आवाज भी टैप में कैद होती है.

सामरिक क्षेत्र में भी विज्ञान की सहायता से ऐसें ऐसें बंम और राकेट बना दिए है कि आज युद्ध प्राचीनकाल से कठिन और विनाशक हो गया है.

आज तो बस बटन दबाने भर की देर है और एक परमाणु सम्पन्न देश दूसरें को नष्ट कर सकता है. विज्ञान की इस असीमित उन्नति आगे भी होती रहेगी, ऐसा पूर्ण विश्वास है.

विज्ञान मानव के लिए वरदान (science ke chamatkar, science boon or bane in hindi)

विज्ञान से मानव को जितना लाभ हुआ है उतना उसे प्राचीन युग में ईश्वर या धर्मों से नही हुआ है. विज्ञान से समाज और व्यक्ति दोनों समान रूप से उपकृत हुए है. व्यक्ति का जीवन पग पग में सरल और उच्च स्तरीय बन गया है.

सौ वर्ष पहले परिवार की कोमलांगी गृहणियों खाना पकाने के लिए लकड़ी जलाती थी. धुंए से उनकी आँखे ओस से भीगे हुए कमल के समान लाल होकर आसुंओ से नम हो जाती थी और कोमल हाथ क्षत विक्षत हो उठते थे.

लेकिन आज विज्ञान की सहायता से उस वीभत्स समस्या का अंत हो गया है. आज गृहणियाँ गैस के चूल्हे या स्टोव पर खाना पकाती है. जिससे उसका कोमल सौदर्यपूर्ण सुरक्षित रहता है. ऐसा ही जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी है.

आज अगर राजस्थान में अकाल पड़ता है तो पंजाब से वहां के लिए गेहूं पहुच जाता है. पहले यह संभव नही था. विश्वभर के समाचारों को समाचार पत्र पढ़ने वाले आधुनिक व्यक्ति के व्यक्तित्व का बौद्धिक विकास हो गया है.

विज्ञान मानव के लिए अभिशाप (vigyan pragati Science curse for human)

लेकिन साथ ही विज्ञान ने मनुष्य के महत्व और कार्यक्षेत्र का असीमित विस्तार करके उसे बहुत ज्यादा व्यस्त बना दिया है. विज्ञान ने मनुष्य के सामने विचार का इतना बड़ा क्षेत्र खोल दिया है. वह ढूढने पर स्वयं को खोज नही पाता है.

वह एक विशाल मशीनरी सभ्यता का स्वचालित यंत्र मात्र बनकर रह गया है. इसी भयंकर व्यस्तता से वह अपने अन्दर की मानवीय भावनाओं को आहिस्ते आहिस्ते भूला बैठा है और वह यंत्रवत होता जा रहा है.

विज्ञान से दूसरी हानि यह है कि विज्ञान द्वारा जुटाये गये सुख के साधन इतने मोहक और लुभावने है कि व्यक्ति उन्हें प्राप्त करने के लिए अपना मनुष्यत्व भूल जाता है. इसी से भ्रष्टाचार की असीमित स्थिति हो गई है. इससे आज भौतिकवादी प्रवृति बढ़ रही है और लोग सुख विलास को ही जीवन का ध्येय मान रहे है.

विज्ञान ने अणु आयुधों एवं विषाक्त गैसों का निर्माण करके मानव जाति के समूल विनाश का भय उत्पन्न कर दिया है. यह मानव जाति के लिए अभिशाप दिखाई दे रहा है. अतः विज्ञान की अति भौतिकवादी प्रयोग हानिकारक ही है.

विज्ञान का सदुपयोग (importance of science essay)

आज इस तरह के चिंतन की जरुरत है कि विज्ञान की प्रगति मानवीय दृष्टि से समन्वित रहे. किसी विद्वान का कथन है कि व्यक्ति को धन का गुलाम नही बनना चाहिए. वरन धन को गुलाम बनाकर उससे काम लेना चाहिए. यही बात विज्ञान के सन्दर्भ में कही जा सकती है. मानवता का स्थान सर्वोपरि है.

विज्ञान हमारी सुविधा के लिए है, हम इसकी सुविधा के लिए नही है. अतः विज्ञान के द्वारा प्रदत सुविधाओं को उसी हद तक महत्व मिलना चाहिए, जिससे मनुष्य की मनुष्यता सुरक्षित रहे, अमानवीय न बन जाए तथा उसकी आत्मा सूखे नाले की तरह नीरस न हो जाए.

विज्ञान को अभिशाप बनाने का उत्तरदायित्व बुद्दिमान और विवेकशील लोगों पर है. इसलिए विज्ञान के सुपरिणामों को सही रूपों में प्राप्त करने के लिए यह अनिवार्य है कि लोगों को सही रूप में शिक्षा प्रदान कर उनमे वैज्ञानिक समझदारी बढाई जाए. मूर्खों तथा स्वार्थी लोगों के हाथ में पड़कर कोऊ अच्छी चीज भी बुरी बन जाती है.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Hindi Essay

Essay on Science Boon or Curse in Hindi | विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध PDF

Essay on science boon or curse in hindi.

Essay on Science Boon or Curse in Hindi 1000 Words (Download PDF) विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध – विज्ञानं के अविष्कार ने मानवजाति का भविष्य बदल दिया है। विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध हिंदी में, हम जानेगे की विज्ञानं ने हमारे जीवन पर क्या प्रभाव डाला है। तो आइये शुरू करते है।

आव्श्यक्ता ही आविष्कार की जननी है। अनादि काल से मनुष्य वह सब कुछ प्राप्त करने का साधक रहा है जिसकी मनुष्य को आवश्यकता है। इन नई विधियों और आविष्कारों ने विज्ञान को जन्म दिया। इसी का नतीजा है कि आज विज्ञान इतनी आगे बढ़ चुका है कि इसे चमत्कार कहना गलत नहीं होगा क्योंकि विज्ञान ने जीवन के हर क्षेत्र में अद्भुत आविष्कार करके चमत्कार किए हैं। हर दिन हो रहे वैज्ञानिक आविष्कार दुनिया में एक नई क्रांति ला रहे हैं और मानव जीवन सुविधाजनक होता जा रहा है।

अर्थ और अभिप्राय

विज्ञान शब्द ‘वी + ज्ञान’ से बना है। जिसमें उपसर्ग वि लगा है, वि का अर्थ है विशेष अर्थात संसार का विशेष ज्ञान और विशेष ज्ञान वह कहलाता है जो किसी कल्पना और अंधविश्वास पर आधारित न हो। विज्ञान किसी भी संभावना को तब तक स्वीकार नहीं करता जब तक कि बुद्धि के संज्ञान में कोई कारण न आ जाए।

विश्वसनीय वह है जिसका प्रयोगात्मक अध्ययन संभव हो। इसकी सबसे बड़ी कसौटी उपयोग पर इसकी प्रामाणिकता साबित करना है। आज के समय में जिस देश में विज्ञान है उसका भविष्य उज्ज्वल है लेकिन जिसके पास विज्ञान नहीं है उसका भविष्य अर्थहीन है। विज्ञान के आविष्कार ने पूरी दुनिया को एक सूत्र में पिरोया है, आज के समय में कोई भी ऐसा स्थान नहीं है जहां संपूर्ण विज्ञान न हो।

विज्ञान का क्षेत्र

इस सदी में विज्ञान ने इतनी प्रगति की है जितनी पहले कभी नहीं हुई। इस सदी में विज्ञान ने हर क्षेत्र में चमत्कार किए हैं। फ्रांस, जापान, जर्मनी, इंग्लैंड, रूस, अमेरिका आदि देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में अद्भुत आविष्कार किए हैं और विज्ञान को प्रगति के शिखर पर पहुंचा दिया है और यह दिन-प्रतिदिन प्रगति कर रहा है।

यातायात के क्षेत्र में

मनुष्य जिस क्षेत्र में दिन और महीनों में यात्रा करता था, वह अब घंटों में करने में सक्षम हो गया है। मोटर कार, ट्रेन, बस, हवाई जहाज, जहाज आदि परिवहन के मुख्य साधन हैं। इन साधनों ने सारे संसार को सीमित कर एक सूत्र में बांध दिया है। अब पूरा विश्व एक राष्ट्र जैसा लगने लगा है। मेट्रो रेल के आविष्कार ने शहरी जीवन को बहुत सुविधाजनक बना दिया है।

बिजली उपकरणों का विकास

पहले सभी कार्य मानव शक्ति और पशु शक्ति द्वारा किए जाते थे, आज भाप, खनिज, तेल, कोयला और बिजली ने मनुष्य को असीमित शक्ति दी है। बिजली के आविष्कार ने हर जगह रोशनी बिखेर दी है। बिजली एक ओर हमें शक्ति देती है और दूसरी ओर प्रकाश देकर रात को दिन के समान उज्ज्वल बनाती है।

ये भी देखें – Essay on cricket in Hindi

चिकित्सा में विज्ञान

चिकित्सा के क्षेत्र में भी विज्ञान ने मनुष्य को एक नया जीवन दिया है। जिन असाध्य रोगों और महामारियों को मानव स्वभाव ने चुपचाप एक क्रोध या अभिशाप के रूप में सहन किया था, उन्हें विज्ञान ने चुटकियों में दूर भगा दिया है। हैजा, चेचक, प्लेग जैसी महामारियों को विज्ञान ने जड़ से उखाड़ फेंका है।

इंजेक्शन, एक्स-रे, रेडियम और इलेक्ट्रिकल थेरेपी ने मृत इंसान को जीवनदान दिया है। मनुष्य ने शल्य चिकित्सा के द्वारा अद्भुत और आश्चर्यजनक सफलता प्राप्त की है। रोगी के शरीर को फाड़कर उस पर कृत्रिम सामग्री डालकर एक अद्भुत उपचार किया गया है।

संचार के क्षेत्र में

संचार के क्षेत्र में भी विज्ञान ने अद्भुत प्रगति की है। पहले किसी खबर को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने में कई दिन और महीने लग जाते थे। आज उस खबर तक पहुंचने में मिनट या सेकंड लगते हैं। दुनिया के किसी भी क्षेत्र में घटने वाली कोई घटना मिनटों में बिजली की तरह पूरे विश्व में फैल जाती है। रेडियो और टेलीविजन ने इस दिशा में अपार सफलता हासिल की है, रेडियो और टेलीविजन प्रसारण के द्वारा इन घटनाओ का प्रचार होता है।

हथियारों के क्षेत्र में

आधुनिक युग में तोप, बम, टैंक और मिसाइल से युद्ध होता है। युद्ध में बमवर्षक विमानों ने अद्भुत भूमिका निभाई है। 10000 किमी तक की मारक क्षमता वाली इंटरकांटिनेंटल मिसाइलें दुनिया को तबाही की ओर ले जा रही हैं। रूस, अमेरिका, चीन, ब्रिटेन ने इस दिशा में जबरदस्त प्रगति की है। अनु बम विनाश का पर्याय है।

मनोरंजन का विकास

मनोरंजन करना मानव स्वभाव है। विज्ञान की प्रगति के साथ मनोरंजन के साधनों में भी प्रगति हुई है। सिनेमा, वीडियो, टेलीविजन, नए खेल आदि मनोरंजन के आधुनिक वैज्ञानिक साधन हैं। आज इंसान घर बैठे टेलीविजन पर फिल्में और धरावाहिक देखकर अपना मनोरंजन करता है।

विज्ञान के लाभ

विज्ञान के नवीनतम आविष्कारों के कारण आज मानव जीवन बहुत सुविधाजनक हो गया है। मनुष्य का जीवन विज्ञान से इस प्रकार जुड़ा है कि विज्ञान के बिना मनुष्य अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता। आज के वैज्ञानिक युग में सुई से लेकर बड़े जहाज, ट्रेन, विमान इंसानों के लिए बनाए गए हैं। इन सबका उपयोग हम अपने जीवन में करते हैं।

नवीनतम विज्ञान के आविष्कार ने मानव जीवन को आसान और खुशहाल बनाने के लिए कई आविष्कार किए हैं। खेती के क्षेत्र को सरल बनाने के लिए ट्रैक्टर, कंबाइन आदि कई मशीनों का आविष्कार किया गया है। इसके अलावा घरेलू कामों को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रेस, फ्रिज, मिक्सर आदि घरेलू उपकरणों का आविष्कार किया गया है।

प्लेग, मलेरिया, डेंगू, हैजा आदि कई खतरनाक बीमारियों पर विज्ञान ने काबू पा लिया है। पहले इंसान इन बीमारियों से मरते थे, लेकिन विज्ञान ने उन्हें जड़ से उखाड़ फेंका है।

ये भी देखें – Essay on Diwali in Hindi

विज्ञान अभिशाप के रूप में

किसी चीज की अति विनाश का कारण बनती है। विज्ञान ने मनुष्य को जो भी न्यूनतम संसाधन उपलब्ध कराए हैं, वह बेशक उसकी सुविधा के लिए हैं, लेकिन अगर उनका अनुचित तरीके से उपयोग किया जाए, तो वे हमारे लिए घातक साबित हो सकते हैं।

जहां परिवहन के साधनों ने लोगों के समय की काफी बचत की है, वहीं कई दुर्घटनाएं भी होती हैं। विमानों, ट्रेनों, बसों के हादसों में हर दिन एक पल में हजारों लोगों की मौत हो जाती है। आजकल इन साधनों ने मनुष्य के जीवन को बिल्कुल क्षणभंगुर बना दिया है।

आज बिजली ने इंसान को अपना गुलाम बना लिया है। हर दिन कार्रवाई बिजली के कारण होती है। जरा सी लापरवाही किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। आधुनिक हथियारों का आविष्कार वैज्ञानिक प्रगति का सबसे बड़ा अभिशाप है।

पहले के युद्धों में केवल सेना को नुकसान होता था, लेकिन अब ऐसे हथियार बन गए हैं, जिससे निर्दोष लोग, जानवर, पक्षी, पूरा पशु जगत मौत के मुंह में पहुंच जाता है।

विज्ञान हमारे लिए वरदान भी है और अभिशाप भी। विज्ञान द्वारा आविष्कार किए गए साधन हमारे लिए वरदान साबित हुए हैं, लेकिन अगर हम उन उपकरणों का गलत इस्तेमाल करते हैं, तो वे हमारे लिए अभिशाप बन जाते हैं, विनाशकारी युद्धों को रोकना चाहिए। अत: मनुष्य को चाहिए कि वह विज्ञान का प्रयोग स्वयं को बचाने के लिए वरदान के रूप में करे।

Download PDF – Click Here

FAQs. Essay on Science Boon or Curse in Hindi

विज्ञान के बारे में इतना महत्वपूर्ण क्या है.

उत्तर – विज्ञान एक ऐसा तरीका है जो हमारे दैनिक जीवन के लिए समाधान बनाता है। यह हमें ब्रह्मांड के महान रहस्यों का जवाब देने में मदद करता है। यह ज्ञान के सबसे महत्वपूर्ण उपकरणों में से एक है। विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवीनतम विचारों को इसे और अधिक न्यायसंगत और सतत विकास द्वारा आगे ले जाना चाहिए।

विज्ञान क्या है और इसके उपयोग ?

उत्तर – विज्ञान हमारे आस-पास के वातावरण को रोशन करने वाले नए उपकरण और विचार बनाकर ब्रह्मांड के बारे में नवीनतम चीजों की खोज करने और ज्ञान का निर्माण करने का एक तरीका है। यह हमें व्यावहारिक समस्याओं को हल करने, नई तकनीकों को विकसित करने और सूचित निर्णय लेने में मदद करता है।

विज्ञान के जनक कौन है?

उत्तर – महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने गैलीलियो को “आधुनिक विज्ञान का जनक” कहा। गैलीलियो का जन्म 15 फरवरी, 1564 को इटली के पीसा में हुआ था, लेकिन उन्होंने अपना अधिकांश बचपन फ्लोरेंस, इटली में बिताया।

Related Articles

Essay on Delhi in Hindi

दिल्ली पर निबंध | Essay on Delhi in Hindi 1000 Words | PDF

Benefits of lockdown in India Essay

लॉकडाउन के फायदे पर निबंध | Benefits Of Lockdown In India Essay In Hindi

Muft Shiksha Par Nibandh

Muft Shiksha Par Nibandh | Essay on Education Should Be Free in Hindi

Essay on increasing price of petrol and diesel in Hindi

Essay on Increasing Price of Petrol and Diesel in Hindi | PDF

Leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

HindiKhojijankari

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध | Essay on Science Boon or Curse in Hindi

Essay-on-Science-Boon-or-Curse-in-Hindi

विज्ञान एक वरदान या अभिशाप पर निबंध लिखें, (Vigyan Vardan Ya Abhishap Par Nibandh, Essay on Science Boon or Curse in Hindi, Science blessing or curse Essay in hindi 500 words, in 1000 words)

विज्ञान आज हमारी हर छोटी से बड़ी जरूरत पूरी कर रहा है विज्ञान की बदोलत ही हम आज इतना सुविधाजनक जीवन जी रहे हैं। लेकिन यह विज्ञान एक सिक्के की तरह है जिसके दो पहलू हैं अगर इसका एक पहलू सृजन है तो दूसरा विनाश।

शायद आपने इनमें से दोनों पहलुओं को देख भी रखा हो। विज्ञान के यह दो स्वरूप लोगों को भ्रम में डाल देते हैं, लेकिन वह या नहीं समझ पाते की आखिर इसका वास्तविक स्वरूप कौन सा है। लेकिन हमें यह समझना होगा कि विज्ञान के यह स्वरूप हमारी उपयोगिता पर निर्भर करते हैं। हम जिस प्रकार विज्ञान का अनुप्रयोग करेंगे इस प्रकार हमें विज्ञान से परिणाम भी मिलेंगे।

विज्ञान की इस दोहरी प्रकृति के बारे में हम सब जानते हैं। विज्ञान मानव जीवन के लिए वरदान भी है और अभिशाप भी। जब तक इसका मानव जीवन के लिए सदुपयोग किया जाएगा तब तब यह एक वरदान की भूमिका निभाएगा लेकिन जब इसी विज्ञान का दुरुपयोग करके मानव जीवन को क्षति पहुंचाने के प्रयास किए जाएंगे तो यह मानव जीवन के लिए अभिशाप बन जाएगा।

विज्ञान के अनुप्रयोगों के प्रति विद्यार्थीयों के भीतर जागरूकता फैलाने के लिए अक्सर विज्ञान: एक वरदान या अभिशाप जैसे विषयों पर निबंध लेखन करवाया जाता है ताकि छात्र जीवन से ही लोग विज्ञान के सदुपयोग के लाभ तथा दुरुपयोग की हानि को समझ सकें।

विभिन्न अन्य कार्यक्रमों में भी विज्ञान वरदान या अभिशाप जैसे महत्वपूर्ण बिंदु पर निबंध लेखन और भाषण की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। आइए इस निबंध को समझते हैं।

आज के इस लेख में हम आपके लिए विज्ञान: वरदान या अभिशाप पर निबंध (Science: Blessings Or Curse In Hindi) लेकर आए हैं। इस निबंध लेखन शैली का उपयोग करके आप अपनी परीक्षाओं में विज्ञान वरदान अथवा अभिशाप पर निबंध (Vigyan Vardan Ya Abhishap Par Nibandh) लिख सकते हैं।

विषय–सूची

विज्ञान: एक वरदान या अभिशाप पर निबंध (Essay on Science A Boon or A Curse in Hindi)

प्रस्तावना –.

आज हम जिस दौर में जी रहे हैं यह विज्ञान और तकनीक का दौर है। विज्ञान ने मानव जीवन की उन परिकल्पनाओं को साकार करके दिखाया है, जिन्हें शायद असंभव ही समझा जाता था। संसार का कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां विज्ञान ने अपनी उपयोगिता साबित ना की हो।

मानव हमेशा से ही एक जिज्ञासु प्राणी रहा है जिनकी जिज्ञासा समय के साथ बढ़ती ही जा रही है। और यही जिज्ञासा विज्ञान की जननी मानी जाती है। जैसे-जैसे मानव जीवन की आवश्यकताएं बढ़ती जाएंगी वैसे वैसे नए नए अविष्कार सामने आते रहेंगे।

हालांकि सिक्के के दो पहलुओं की तरह विज्ञान के भी दो पहलू हैं। एक ओर जहां विज्ञान मानव जीवन के लिए वरदान है तो वहीं दूसरी ओर इसे अभिशाप भी माना जाता है। विज्ञान के भीतर सृजन और विनाश दोनों की क्षमताएं हैं। जिनके बल पर विज्ञान नए नए अविष्कार भी कर सकता है और मानव जाति का विनाश भी।

Join our Whatsapp Group HK 1

आज स्वास्थ्य चिकित्सा, दूरसंचार, यातायात, सूचना प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष विज्ञान इन सभी क्षेत्रों में विज्ञान की अपनी विशेष भूमिका है। जिस मानव समाज में हमेशा से केवल चंदामामा की कहानियां सुनाई जाती थी आज वही मानव प्रजाति अंतरिक्ष और चंद्रमा दोनों पर पहुंच भी चुकी है।

विज्ञान की बदोलत ही आज आज दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए मोबाइल फोन से लेकर सुपर कंप्यूटर तक मौजूद हैं।

Essay-on-Science-Boon-or-Curse-in-Hindi

विज्ञान का अर्थ और परिभाषा –

विज्ञान शब्द की उत्पत्ति वि + ज्ञान से हुई है। इन दोनों शब्दों में से वि का अर्थ विशिष्ट अथवा विशेष तथा ज्ञान का अर्थ बोध या जानना होता है।

अगर सरल शब्दों में विज्ञान की परिभाषा दी जाए तो विज्ञान और कुछ नहीं बल्कि एक प्रकार का विशिष्ट ज्ञान है। किसी विशेष घटन, विशेष वस्तु का बोध अथवा अनुभव कर लेना ही विज्ञान है।

विज्ञान की परिभाषा कुछ इस प्रकार भी दी जा सकती है कि, “प्रयोग एवं निष्कर्ष पर आधारित क्रमबद्ध, संगठित और व्यवस्थित ज्ञान को ही विज्ञान कहते हैं।”

विज्ञान की बदोलत आज मानव बेहद सरल और सुविधाजनक जीवन व्यतीत कर रहा है। ऐसे में विज्ञान को किसी वरदान और चमत्कार से कम नहीं आंका जा सकता।

विज्ञान की देन ही है कि आज पृथ्वी पर रेंगने वाला प्राणी कृत्रिम पंखों को लगाकर पक्षियों की तरह आकाश में उड़ सकता है। विज्ञान ने मानव जीवन को अनगिनत वरदान दिए हैं। लेकिन विज्ञान की विनाश लीला भी किसी से छुपी हुई नहीं है।

6 अगस्त 1945 और 9 अगस्त 1945 मानव इतिहास के दो ऐसे दिन है, जब विज्ञान की विनाश लीला पूरे विश्व ने देखी। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान मानव जीवन के लिए अनगिनत वरदान देने वाली विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी को तबाह कर दिया।

विनाश की यह ऐतिहासिक घटना मानव जीवन के लिए एक चुनौती थी। विज्ञान का सदुपयोग इसे वरदान बना सकता है और दुरुपयोग एक अभिशाप। यह दोनों ही चीजें मनुष्य के हाथ में है, इसलिए अब फैसला आपको करना है।

  • डिजिटल इंडिया पर निबंध (Essay on Digital India in Hindi)

विज्ञान: एक वरदान (Essay on Science Boon or Curse in Hindi)

विज्ञान की बदोलत मनुष्य ने अपनी मनचाही सुख सुविधाएं प्राप्त कर ली हैं, जो किसी वरदान से कम नहीं है।

मानव जीवन का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जो विज्ञान से अछूता हो। विज्ञान ने मानव जीवन के हर क्षेत्र में असंभव की सीमा को लांघ कर चीज़ों को संभव करके दिखाया है। इसलिए आज इस विज्ञान को ईश्वर के वरदान की संज्ञा दी जा रही है।

विज्ञान की बदोलत इंसानों ने विद्युत का आविष्कार किया और अंधकार पर विजय प्राप्त की। विद्युत का आविष्कार केवल प्रकाश के लिए ही नहीं बल्कि विभिन्न यंत्रों के संचालन और ऊर्जा उत्पादन के लिए भी उपयोगी साबित हुआ।

यातायात के क्षेत्र में विज्ञान का पहले कदम की शुरुआत साइकिल से हुई और आज यही विज्ञान अंतरिक्ष यान के जरिए अंतरिक्ष और ब्रम्हांड के कोने कोने में पहुंच गया है।

जिन चांद सितारों ग्रह नक्षत्रों की बात दादी नानी की कहानियों में की जाती थी, आज इंसान ब्रह्मांड के उन सभी पिंडों तक पहुंच सकता है अथवा पहुंचने का प्रयास कर रहा है।

विज्ञान के जरिए ही हवाई जहाज और विमानों का आविष्कार हुआ जिसकी बदोलत आज इंसान पक्षियों की तरह आकाश में उड़ सकता है और कुछ मिनट घंटों का सफर तय करके ही लंबी-लंबी दूरियां तय कर सकता है।

सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार के मामले में भी विज्ञान पीछे नहीं है। आज इंटरनेट के जरिए हम दुनिया के हर हिस्से की जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं। इतिहास की किसी भी घटना को टटोल सकते हैं, और सुनहरे भविष्य के लिए सुनियोजित कदम उठा सकते हैं।

इंटरनेट की दुनिया में विज्ञान की शुरुआत पहले जनरेशन 1G से हुई थी। आज इंटरनेट की यह पीढ़ी 5G Spectrum तक पहुंच चुकी है।

विज्ञान के आने से शिक्षा के क्षेत्र में भी अद्भुत क्रांति आई है। आज दुनिया बहुत तेजी से ऑनलाइन पढ़ाई के पीछे भाग रही है क्योंकि यह ऑफलाइन पढ़ाई के मामले में बेहद सस्ती और सुविधाजनक शैली है। आज विद्यार्थी इंटरनेट की मदद से जो चाहे सीख सकते हैं।

शिक्षा के क्षेत्र में विज्ञान की बदोलत ही दुनियाभर के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोट तैयार किए गए हैं। इन चीजों के आविष्कार के बाद शिक्षा के क्षेत्र में भीषण क्रांति आई है।

हाल ही में Chat Gpt और Bard AI  जैसे दो बेहतरीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीकों को विकसित किया गया है जिससे इंसान अपने किसी भी सवाल का जवाब प्राप्त कर सकता है और मुश्किल चीजों को समझ सकता है।

मनोरंजन के क्षेत्र में भी विज्ञान पिछड़ा नहीं है। मोबाइल फोन से लेकर, टेलीविजन और टेलीविजन से लेकर वीडियो गेम्स खेल संसाधन और वाद्य यंत्र यह सभी विज्ञान की ही देन है।

चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान के योगदान होने मानव जीवन के जटिल से जटिल समस्याओं का निदान ढूंढ रखा है। आज विज्ञान के पास जटिल से जटिल असाध्य रोगों के लिए भी इलाज और उपचार मौजूद है।

विज्ञान की देन ही है कि आज तमाम रोगों से बचाव के लिए Vaccines और टीकाकरण की अनोखी व्यवस्था उपलब्ध है जो इंसानों में रोग उत्पन्न होने के पहले ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देती है।

कृषि के क्षेत्र में भी विज्ञान ने किसानों को उन्नतशील बीज, उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए उर्वरक, खेत की जुताई के लिए ट्रैक्टर कटाई के लिए हार्वेस्टर, आदि जैसी तमाम सुख सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।

अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की चंद्रयान मिशन  और ISRO का मंगलयान मिशन  जैसे सफल अभियान भी विज्ञान की बदोलत ही संभव हो पाए हैं। भारतीय विज्ञान भी आज पूरी दुनिया में बहुत तेजी से उभर रहा है।

सुरक्षा के क्षेत्र में भी विज्ञान ने तमाम तकनीकी उपलब्ध कराई हैं। विज्ञान द्वारा बनाए गए हथियार, लड़ाकू विमान जैसी चीजें सुरक्षा व्यवस्था के लिए किसी वरदान से कम नहीं लेकिन जब इन्हीं चीजों का दुरुपयोग किया जाने लगता है तो यही चीजें विज्ञान का अभिशाप बन जाती हैं।

विज्ञान: एक अभिशाप

जिस प्रकार हर सिक्के के 2 पहलू होते हैं उसी तरह विज्ञान के भी दो पहलू हैं। एक ओर जहां विज्ञान का सदुपयोग वरदान है तो वहीं दूसरी और विज्ञान का दुरुपयोग अभिशाप बन जाता है। विज्ञान के अभिशाप के तमाम उदाहरण आज हमारे सामने मौजूद हैं।

विज्ञान ने सुरक्षा के लिए जिन हथियारों के अविष्कार किए थे आज वही हथियार एक-दूसरे का विनाश करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। इस समय पूरे विश्व में ध्रुवीकरण हो गया है।

एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ मच गई है और इस होड़ में पूरी दुनिया अंधी हो चुकी है। विज्ञान का दुरुपयोग करके आज हाइड्रोजन बम और परमाणु बम जैसे विध्वंसक हथियार बनाए जा चुके हैं जो पल भर में पूरे विश्व का सर्वनाश कर सकते हैं।

विज्ञान की बढ़ती तकनीक ने बेरोजगारी और निर्धनता की समस्या भी खड़ी कर दी है। जैसे-जैसे तकनीकी संसाधन बढ़ते जा रहे हैं वैसे-वैसे रोजगार घटते जा रहे हैं।

बेरोजगारी और निर्धनता की समस्या से ही जनसंख्या भी अंधाधुंध बढ़ रही है। अगर ऐसे ही विश्व की जनसंख्या बढ़ने लगी तो आने वाले समय ने वह दिन दूर नहीं जब लोग रोटी के लिए एक दूसरे का कत्लेआम कर देंगे।

बढ़ती जनसंख्या से विश्व भर का प्रदूषण भी बढ़ रहा है। एक ओर जहां विज्ञान का उपयोग करके फसलों की उत्पादन क्षमता बढ़ाई जा रही है वहीं फसलों की पोषकता में नियमित कमी हो रही है।

पोषक तत्वों की कमी से तरह तरह के रोग जन्म ले रहे हैं। आए दिनों एक से बढ़कर एक जटिल बीमारियां उभरकर सामने आ रही हैं।

विज्ञान उस कच्ची मिट्टी की तरह है, जिससे कुम्हार मिट्टी के बर्तन और जानलेवा हथियार दोनों बना सकता है। वह कुम्हार हम हैं। हमें ही तय करना है कि हम विज्ञान को अपने लिए अभिशाप बनाना चाहते हैं या फिर वरदान।

हालांकि वर्तमान समय में कुछ लोग बिना इस विचार के ही विज्ञान का दुरुपयोग कर रहे हैं। विज्ञान का दुरुपयोग संपूर्ण मानव जाति के लिए घातक साबित हो सकता है जिसकी एक झलक पूरी दुनिया ने द्वितीय विश्व युद्ध में देख ली थी।

अगर विज्ञान का दुरुपयोग ऐसे ही बढ़ता रहा तो आने वाले समय में पूरी मानव जाति विनाश की खाई में विलीन हो जाएगी। हमें मिलकर एकजुट होकर विज्ञान के दुरुपयोग को रोकना होगा और विज्ञान के सदुपयोग का संकल्प लेना होगा।

अगर विज्ञान का अनुप्रयोग सही दिशा में किया जाए तो यह जटिल से जटिल समस्याओं का समाधान बन सकता है और मानव जीवन को सुगम एवं सुविधाजनक बन सकता है।

तो दोस्तों आज इस लेख के जरिए हमने आपके साथ विज्ञान एक वरदान अथवा अभिशाप पर निबंध साझा किया।

उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा

निबंध –

  • सरस्वती पूजा एवं बसंत पंचमी 2023 पर निबंध हिंदी में
  • मकर संक्रांति पर निबंध
  • पतंगों के त्योहार पर निबंध, कब और क्यों मनाया जाता है ?
  • लोहड़ी पर निबंध, कब और क्यों मनाया जाता है? 
  • गुरू नानक जयंती पर निबंध
  • पर्यावरण पर निबंध (Essay on Environment Day)
  • कब और क्यों मनाया जाता है विश्व पर्यावरण दिवस पर निबंध
  • विश्व ओज़ोन दिवस कब मनाया जाता है?
  • पृथ्वी दिवस का महत्व व इतिहास क्या है?

1 thought on “विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध | Essay on Science Boon or Curse in Hindi”

😊😊😊😊😊Nice 😊

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

विज्ञान वरदान है या अभिशाप? पर निबंध (Is Science a Boon or a Curse Essay in Hindi)

आज का वर्तमान युग विज्ञान का युग है। विज्ञान एक ऐसा हथियार है,जो मानव स्वभाव पर निर्भर करता है।यदी मानव अच्छा है, तो यह वरदान है। यही मानव अच्छा है तो वह अभिशाप है। हम सभी जानते हैं, कि आज कल सुबह से शाम तक घर हो या बाहर, हम जो कुछ भी प्रयोग में लाते हैं। वह सब विज्ञान कि ही देन हैं ।आज मानव जैसा चाहता है, वैसा विज्ञान का प्रयोग कर सकता है। उनका प्रयोग कैसे करना चाहिए,यह मानव के स्वाभाव पर निश्चित होता है।

विज्ञान वरदान है या अभिशाप? पर लघु और दीर्घ निबंध (Short and Long Essay on Is Science a Boon or a Curse in Is Science a Boon or a Curse par Nibandh Hindi mein)

विज्ञान वास्तविक वरदान है।जब उसका उपयोग छोटे-बड़े, गरीब ,अमीर सबको होता है। पेड़, पौधों और जंतुओं के लिए भी विज्ञान का सदुपयोग मानव करने लगा है। विज्ञान से मानव ने आश्चर्यजनक सुविधाएं प्रदान किया हैं। विज्ञान से माना अंधे को आंखें ,बहरे को सुनने की शक्ति और लंगड़े को पांव मिल रहे हैं। विज्ञान से हस्पताल में अनेक क्षेत्रों में यंत्र प्राप्त किए हैं, जैसे रोगों का ज्ञान होता है। शिक्षा क्षेत्र में भी टाइपिंग,कंप्यूटर की ओर ज्यादा तौर पर जा रहे हैं।विज्ञान एक मानव जाति के लिए भगवान का ही रूप है।

Leave a Reply Cancel reply

We have a strong team of experienced teachers who are here to solve all your exam preparation doubts, maharashtra board class 4 english chapter 21 flint solution, dav class 5 math solution chapter 4 fractional numbers, sikkim scert class 4 english chapter 6b weather is full of the nicest sounds solution, up scert solutions class 6 english chapter 6 – celebrating independence day.

Question and Answer forum for K12 Students

Advantages And Disadvantages Of Science Essay In Hindi

विज्ञान के गुण और दोष पर निबंध – Advantages And Disadvantages Of Science Essay In Hindi

विज्ञान के गुण और दोष पर निबंध – (essay on advantages and disadvantages of science in hindi), विज्ञान वरदान या अभिशाप – science boon or curse.

  • प्रस्तावना,
  • विज्ञान की प्रगति,
  • विज्ञान का वरदानी स्वरूप,
  • विज्ञान अभिशाप के रूप में,

साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं।

विज्ञान के गुण और दोष पर निबंध – Vigyaan Ke Gun Aur Dosh Par Nibandh

प्रस्तावना– सेवक बनकर वरदायी जो, स्वामी बनकर है अभिशाप।

नर का ही उपयोग ज्ञान को, पुण्य बनाता या फिर पाप।। एक ही वस्तु एक पक्ष से देखने पर वरदान प्रतीत होती है और वही दूसरे पक्ष से देखने पर अभिशाप प्रतीत होती है। औषधि के रूप में जो विष जीवन–रक्षक है, वही विष के रूप में प्राणघातक है।

एक ही लोहे से, बधिक की तलवार और शल्य–चिकित्सक की छुरी बनती है किन्तु इसमें विष या लोहे को दोषी नहीं बताया जा सकता। ज्ञान का उपयोग ही उसके परिणाम को निश्चित करता है। विज्ञान भी विशिष्ट और क्रमबद्ध ज्ञान ही है। हम चाहें तो इसे सत्य, शिव और सुन्दर की अर्चना बना दें और चाहें तो उसे महाविनाश, अमंगल और कुरूपता का उपकरण बना दें।

विज्ञान की प्रगति– यों तो सृष्टि के आदि से मानव ज्ञान–विस्तार में प्रवृत्त है किन्तु उन्नीसवीं और बीसी सदियाँ तो विज्ञान की चरमोन्नति के काल रहे हैं। आज इक्कीसवीं सदी भी विज्ञान के सृष्टि विजयी रथ को और तीव्रता से दौड़ाने में पीछे नहीं है।

जीवन पर विज्ञान के अनन्त उपकार हैं। ऐसा कौन–सा क्षेत्र है जिसे विज्ञान ने अपने उपकारों से कृतज्ञ न बनाया हो ? ऐसा कौन–सा अभागा देश है जो यन्त्रों के घर्घर नाद से न गूंज रहा हो ? सुई से लेकर अन्तरिक्ष यान तक में विज्ञान की महिमा का गान हो रहा है।

विज्ञान का वरदानी स्वरूप–आज विज्ञान मानव–जीवन के लिए हर मनोकामना की पूर्ति करने वाला कल्पवृक्ष बना हुआ है। विज्ञान ने मानव को प्रकृति पर निर्भरता से मुक्त करके उसे अकल्पनीय सुख–सुविधाएँ और सुरक्षा उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण योगदान किया है।

  • कृषि क्षेत्र–रासायनिक खादों, उन्नत बीजों, कृषि–यन्त्रों, बाँधों, नहरों और कृत्रिम वर्षा की सौगात देकर विज्ञान मानव के कृषि–भण्डार को भर रहा है। वहीं नाना प्रकार की गृह–निर्माण सामग्री और शिल्पीय ज्ञान से मानव के विलास–भवनों की रचना कर रहा है। वही मानव तन को मनमोहक कृत्रिम और पम्परागत वस्त्रों से अलंकृत कर रहा है।
  • चिकित्सा क्षेत्र–क्षय, कैंसर, कुष्ठ तथा एड्स जैसे घृणित रोगों पर विजय पाने में यह संघर्षरत है। जीन से लेकर क्लोन बनाने तक की मंजिल तय करके वह जीवन के रहस्य को ढूँढ़ रहा है। प्लास्टिक सर्जरी से कुरूपों को सुरूपता दे रहा है। मस्तिष्क, हृदय और गुर्दो को प्रत्यारोपित कर रहा है। अमरता की मंजिल को प्रशस्त कर रहा है।
  • विद्युत एवं परिवहन क्षेत्र–भीमकाय यन्त्रों को उसी की विद्युत–शक्ति घुमा रही है। वही जल, थल, नभ में नाना प्रकार के वाहनों से दौड़ लगवा रहा है। वही अन्तरिक्ष और ब्रह्माण्ड के कुँआरे पथों को नाप रहा है।
  • संचार का क्षेत्र–रेडियो, मोबाइल फोन, टेलीफोन, टेलीविजन और इण्टरनेट जैसे उपकरणों से उसने सारे विश्व को सिकोड़कर छोटा कर डाला है। रेडियो–दूरबीनों से यह ब्रह्माण्ड की छानबीन कर रहा है, वसुन्धरा के गर्भ में झाँक रहा है, सागरों के अतल तल को माप रहा है।
  • मनोरंजन तथा व्यवसाय का क्षेत्र–मनोरंजन के अनेक साधनों के साथ व्यापार के क्षेत्र में भी उसने ई–मेल, ई–बैंकिंग जैसे साधन उपलब्ध कराये हैं।

विज्ञान अभिशाप के रूप में विज्ञान की उपर्युक्त वरदानी छवि के पीछे उसका अभिशापी चेहरा भी छिपा हुआ है। विज्ञान द्वारा आविष्कृत अस्त्र–शस्त्रों ने ही बस्तियों को श्मशान में बदला है।

हिरोशिमा और नागासाकी जैसे नगरों को विश्व के मानचित्र से मिटाने का श्रेय भी विज्ञान को ही जाता है। विज्ञान ने मनुष्य को घोर भौतिकवादी बनाकर उसके श्रेष्ठ जीवन मूल्यों को पददलित कराया है। विज्ञान की कृपा से ही आज का यह जगमगाता प्रगतिशील विश्व बारूद के ढेर पर बैठा हुआ है।

उपसंहार– कवि दिनकर ने विज्ञान की विभूति पर इठलाने वाले आज के मानव को सावधान किया है सावधान मनुष्य यदि विज्ञान है तलवार, तो इसे दे फेंक, तजकर मोह, स्मृति के पार। हो चुका है सिद्ध, है तू शिशु अभी नादान, फूल काँटों की तुझे, कुछ भी नहीं पहचान।

वस्तुतः विज्ञान न वरदान है न अभिशाप। मनुष्य की उपयोग–बुद्धि ही उसके स्वरूप की निर्णायक है। अत: मनुष्य जाति का कल्याण इसी में है कि वह विज्ञान को अपना स्वामी न बनाकर उसे सेवक की भूमिका तक ही सीमित रखे।

दा इंडियन वायर

विज्ञान पर निबंध

science curse or boon essay in hindi

By विकास सिंह

essay on science in hindi

विज्ञान एक विशाल क्षेत्र है। इसकी विभिन्न शाखाएँ हैं जिन्हें मोटे तौर पर प्राकृतिक विज्ञान, औपचारिक विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में विभाजित किया गया है। इन्हें मौलिक विज्ञान के रूप में जाना जाता है जो लागू और अंतःविषय विज्ञान का आधार बनते हैं।

विषय-सूचि

विज्ञान पर निबंध, Essay on science in hindi (200 शब्द)

विज्ञान में प्राकृतिक और भौतिक दुनिया के व्यवहार का व्यापक अध्ययन शामिल है। अध्ययन का संचालन अनुसंधान, अवलोकन और प्रयोग के माध्यम से किया जाता है। विज्ञान की कई शाखाएँ हैं। इनमें प्राकृतिक विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और औपचारिक विज्ञान शामिल हैं। इन व्यापक श्रेणियों को आगे उप-श्रेणियों और उप-उप श्रेणियों में विभाजित किया गया है।

भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान पृथ्वी विज्ञान और खगोल विज्ञान प्राकृतिक विज्ञान, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, सामाजिक अध्ययन और मानव विज्ञान का एक हिस्सा है, सामाजिक विज्ञान का एक हिस्सा है और औपचारिक विज्ञान में गणित, तर्क, सांख्यिकी शामिल हैं , निर्णय सिद्धांत, सिस्टम सिद्धांत और कंप्यूटर विज्ञान आदि शामिल हैं।

विज्ञान ने दुनिया को अच्छे के लिए बदल दिया है। समय-समय पर कई वैज्ञानिक आविष्कार हुए हैं और इनने मानव जीवन को सुविधाजनक बनाया है। इनमें से कई आविष्कार हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन गए हैं और हम उनके बिना अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं।

दुनिया भर के वैज्ञानिकों ने प्रयोग करना जारी रखा है और हर समय नए आविष्कार करते रहते हैं और उनमें से कुछ दुनिया भर में क्रांति लाते हैं। हालाँकि, यह जितना उपयोगी है, विज्ञान का भी कुछ लोगों द्वारा दुरुपयोग किया गया है, मुख्य रूप से सत्ता में उन लोगों द्वारा, जो हथियारों की दौड़ को बढ़ावा देने और पर्यावरण को ख़राब करने के लिए उत्सुक हैं।

विज्ञान और धर्म की विचारधाराओं को कोई मिलन का आधार नहीं मिला है। इन विचारों के विपरीत विचारों ने अतीत में कई संघर्षों को जन्म दिया है और ऐसा करना जारी रखा है।

विज्ञान पर निबंध, Science essay in hindi (300 शब्द)

विज्ञान दुनिया के प्राकृतिक और भौतिक पहलुओं के साथ अध्ययन, समझने, विश्लेषण और प्रयोग करने का एक साधन है और उन्हें नए आविष्कारों के साथ आने के लिए उपयोग करने के लिए डाल दिया है जो मानव जाति के लिए जीवन को अधिक सुविधाजनक बनाते हैं। विज्ञान के क्षेत्र में अवलोकन और प्रयोग किसी विशेष पहलू या विचार तक सीमित नहीं है; यह व्यापक है।

विज्ञान के उपयोग:

हमारे दैनिक जीवन में हम जो कुछ भी उपयोग करते हैं, वह लगभग विज्ञान की देन है। कारों से लेकर वाशिंग मशीन, मोबाइल फोन से लेकर माइक्रोवेव तक, रेफ्रिजरेटर से लेकर लैपटॉप तक – सब कुछ वैज्ञानिक प्रयोग का नतीजा है। यहां बताया गया है कि विज्ञान हमारे रोजमर्रा के जीवन को कैसे प्रभावित करता है: खाना बनाना सिर्फ माइक्रोवेव, ग्रिलर और रेफ्रिजरेटर ही नहीं, गैस स्टोव जो आमतौर पर भोजन तैयार करने के लिए उपयोग किए जाते हैं, एक वैज्ञानिक आविष्कार भी हैं।

चिकित्सकीय इलाज़: 

विज्ञान में उन्नति के कारण कई बीमारियों और बीमारियों का इलाज संभव हो गया है। इस प्रकार विज्ञान स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देता है और जीवन काल को बढ़ाने में योगदान दिया है।

संचार: 

मोबाइल फोन और इंटरनेट कनेक्शन जो हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन गए हैं, इन दिनों विज्ञान के सभी आविष्कार हैं। इन आविष्कारों ने संचार को आसान बना दिया है और दुनिया को करीब लाया है।

ऊर्जा का स्रोत:

परमाणु ऊर्जा की खोज ने ऊर्जा के विभिन्न रूपों के आविष्कार और तैनाती का मार्ग प्रशस्त किया है। बिजली इसके मुख्य आविष्कारों में से एक है और यह जिस तरह से हमारे रोजमर्रा के जीवन को प्रभावित करता है वह सभी को पता है।

भोजन की विविधता: 

भोजन की विविधता भी बढ़ी है। कई फल और सब्जियां अब सभी वर्ष के माध्यम से उपलब्ध हैं। विशिष्ट भोजन का आनंद लेने के लिए आपको किसी विशेष मौसम की प्रतीक्षा करने की आवश्यकता नहीं है। विज्ञान के क्षेत्र में हुए प्रयोगों ने इस बदलाव को जन्म दिया है।

निष्कर्ष:

विज्ञान इस प्रकार हमारे रोजमर्रा के जीवन का एक हिस्सा है। विज्ञान में उन्नति के बिना हमारा जीवन बहुत अलग और कठिन होता। हालाँकि, हम इस तथ्य से इनकार नहीं कर सकते कि कई वैज्ञानिक आविष्कारों से पर्यावरण का क्षरण हुआ है और इससे मानव जाति के लिए कई स्वास्थ्य समस्याएं भी हुई हैं।

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध, essay on science boon or curse in hindi (400 शब्द)

विज्ञान मूल रूप से तीन व्यापक शाखाओं में विभाजित है। इनमें प्राकृतिक विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और औपचारिक विज्ञान शामिल हैं। इन शाखाओं को आगे विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करने के लिए उप-श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है। यहाँ इन श्रेणियों और उप श्रेणियों पर एक विस्तृत नज़र है।

विज्ञान की शाखाएँ:

प्राकृतिक विज्ञान:   जैसा कि नाम से पता चलता है, यह प्राकृतिक घटनाओं का अध्ययन है। यह अध्ययन करता है कि दुनिया और ब्रह्मांड कैसे काम करते हैं। प्राकृतिक विज्ञान को आगे भौतिक विज्ञान और जीवन विज्ञान में वर्गीकृत किया गया है।

ए) भौतिक विज्ञान भौतिक विज्ञान में निम्नलिखित उप श्रेणियां शामिल हैं:

  • भौतिकी: ऊर्जा और पदार्थ के गुणों का अध्ययन।
  • रसायन: किस पदार्थ के पदार्थों का अध्ययन किया जाता है।
  • खगोल विज्ञान: अंतरिक्ष और आकाशीय पिंडों का अध्ययन।
  • पारिस्थितिकी: अपने भौतिक परिवेश के साथ-साथ एक-दूसरे के साथ जीवों के संबंध का अध्ययन।
  • भूविज्ञान: यह पृथ्वी की भौतिक संरचना और पदार्थ से संबंधित है।
  • पृथ्वी विज्ञान: पृथ्वी के भौतिक संविधान और उसके वातावरण का अध्ययन।
  • समुद्रशास्त्र: समुद्र के जैविक और भौतिक तत्वों और घटनाओं का अध्ययन।
  • मौसम विज्ञान: यह वायुमंडल की प्रक्रियाओं से संबंधित है

b) जीवन विज्ञान निम्नलिखित उप श्रेणियां जीवन विज्ञान का एक हिस्सा बनाती हैं:

  • जीव विज्ञान: जीवित जीवों का अध्ययन।
  • वनस्पति विज्ञान: पौधे के जीवन का अध्ययन।
  • प्राणीशास्त्र: पशु जीवन का अध्ययन।
  • सामाजिक विज्ञान इसमें सामाजिक पैटर्न और मानव व्यवहार का अध्ययन शामिल है। इसे आगे विभिन्न उप-श्रेणियों में विभाजित किया गया है। इसमें शामिल है:
  • इतिहास: अतीत में हुई घटनाओं का अध्ययन
  • राजनीति विज्ञान: सरकारी और राजनीतिक गतिविधियों की प्रणाली का अध्ययन।
  • भूगोल: पृथ्वी की भौतिक विशेषताओं और वातावरण का अध्ययन।
  • सामाजिक अध्ययन: मानव समाज का अध्ययन।
  • समाजशास्त्र: समाज के विकास और कामकाज का अध्ययन।
  • मनोविज्ञान: मानव व्यवहार का अध्ययन।
  • नृविज्ञान: वर्तमान और अतीत समाजों के भीतर मनुष्यों के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन।
  • अर्थशास्त्र: धन के उत्पादन, खपत और संचलन का अध्ययन।

औपचारिक विज्ञान:

यह विज्ञान की वह शाखा है जो औपचारिक प्रणालियों जैसे गणित और तर्क का अध्ययन करती है। इसमें निम्नलिखित उप-श्रेणियां शामिल हैं:

  • गणित: संख्याओं का अध्ययन।
  • तर्क: तर्क का अध्ययन।
  • सांख्यिकी: यह संख्यात्मक डेटा के विश्लेषण से संबंधित है।
  • निर्णय सिद्धांत: लाभ और हानि के बारे में निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाने के लिए गणितीय अध्ययन।
  • सिस्टम सिद्धांत: अमूर्त संगठन का अध्ययन।
  • कंप्यूटर विज्ञान: कंप्यूटर के डिजाइन और उपयोग के लिए आधार बनाने के लिए प्रयोग और इंजीनियरिंग का अध्ययन।

विज्ञान की विभिन्न शाखाओं के विशेषज्ञ नए सिद्धांतों, आविष्कारों और खोजों के साथ आने वाले विभिन्न पहलुओं पर लगातार गहनता से अध्ययन कर रहे हैं। इन खोजों और आविष्कारों ने हमारे लिए जीवन को आसान बना दिया है; हालांकि, एक ही समय में ये पर्यावरण के साथ-साथ जीवित प्राणियों के लिए एक अपरिवर्तनीय क्षति भी बने हैं।

विज्ञान का महत्व पर निबंध, essay on importance of science in hindi (500 शब्द)

विज्ञान विभिन्न भौतिक और प्राकृतिक पहलुओं की संरचना और व्यवहार का अध्ययन है। वैज्ञानिक इन पहलुओं का अध्ययन करते हैं, उन्हें अच्छी तरह से देखते हैं और निष्कर्ष पर आने से पहले प्रयोग करते हैं। अतीत में कई वैज्ञानिक खोजें और आविष्कार हुए हैं जो मानव जाति के लिए एक वरदान साबित हुए हैं।

विज्ञान और धर्म की अवधारणा:

जहां एक ओर विज्ञान के क्षेत्र में नए विचारों और आविष्कारों के साथ तार्किक और व्यवस्थित दृष्टिकोण का पालन किया जाता है, वहीं दूसरी ओर, धर्म विशुद्ध रूप से विश्वास प्रणाली और विश्वास पर आधारित है। विज्ञान में, एक संपूर्ण अवलोकन, विश्लेषण और प्रयोग एक परिणाम प्राप्त करने के लिए किया जाता है जबकि धर्म की बात करें तो शायद ही कोई तर्क हो। चीजों को देखने का उनका दृष्टिकोण इस प्रकार एक दूसरे से पूरी तरह अलग है।

विज्ञान और धर्म के बीच संघर्ष:

विज्ञान और धर्म को अक्सर कुछ चीजों पर उनके परस्पर विरोधी विचारों के कारण लॉगरहेड्स में देखा जाता है। अफसोस की बात है कि कई बार ये टकराव समाज में अशांति पैदा करते हैं और मासूमों को पीड़ित करते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख संघर्ष हैं जो धर्म के पैरोकारों और वैज्ञानिक पद्धति के विश्वासियों के बीच हुए हैं।

विश्व का निर्माण:  कई रूढ़िवादी ईसाई मानते हैं कि भगवान ने 4004 और 8000 ईसा पूर्व के बीच छह दिनों में दुनिया का निर्माण किया। दूसरी ओर, कॉस्मोलॉजिस्ट कहते हैं कि ब्रह्मांड लगभग 13.7 बिलियन साल पुराना है और पृथ्वी लगभग 4.5 बिलियन साल पहले उभरी थी।

ब्रह्मांड के केंद्र के रूप में पृथ्वी:  यह सबसे प्रसिद्ध संघर्षों में से एक है। रोमन कैथोलिक चर्च पृथ्वी को ब्रह्मांड का केंद्र मानता था। उनके अनुसार, सूर्य, चंद्रमा, तारे और अन्य ग्रह इसके चारों ओर घूमते हैं। जब इटली के प्रसिद्ध खगोलशास्त्री और गणितज्ञ गैलीलियो गैलीली ने हेलीओसेंट्रिक प्रणाली की खोज की, जिसमें सूर्य सौरमंडल का केंद्र बन गया और पृथ्वी और अन्य ग्रह उसके चारों ओर घूमते हैं।

दुर्भाग्य से, गैलीलियो को एक विधर्मी के रूप में दोषी ठहराया गया था और उन्हें जीवन भर के लिए गिरफ्तार कर लिया गया था।

सूर्य और चंद्र ग्रहण:  सबसे शुरुआती संघर्ष इराक में हुआ। वहां के पुजारियों ने स्थानीय लोगों को बताया था कि चंद्र ग्रहण देवताओं की बेचैनी के कारण होता है। ये अशुभ माने जाते थे और राजाओं को नष्ट करने के उद्देश्य से होते थे। संघर्ष तब हुआ जब स्थानीय खगोलविद ग्रहण के पीछे वैज्ञानिक कारण के साथ आए।

हालांकि खगोलविदों ने सूर्य और चंद्र ग्रहण की घटनाओं के बारे में एक मजबूत और तार्किक कारण बताया है, लेकिन दुनिया भर के विभिन्न हिस्सों में मिथक और अंधविश्वास अभी भी जारी हैं।

प्रजातियों का विकास:  उत्पत्ति की बाइबिल की किताब से संदर्भ लेते हुए, रूढ़िवादी ईसाइयों का मानना ​​है कि वनस्पतियों और जीवों की सभी प्रजातियों को छह दिनों की अवधि के दौरान बनाया गया था जब भगवान ने दुनिया बनाई थी। दूसरी ओर, जीवविज्ञानी तर्क देते हैं कि पौधों और जानवरों की विभिन्न प्रजातियां प्राकृतिक चयन की प्रक्रियाओं के माध्यम से सौ और लाखों वर्षों में विकसित हुई हैं।

इनके अलावा, कई अन्य अखाड़े हैं जिनमें वैज्ञानिकों और धार्मिक अधिवक्ताओं के विरोधाभासी विचार हैं। भले ही वैज्ञानिकों / खगोलविदों / जीवविज्ञानियों ने अपने सिद्धांतों के लिए समर्थन किया हो, ज्यादातर लोग धार्मिक विचारों का गहराई से पालन करते हैं।

यह न केवल धार्मिक अधिवक्ताओं है जो अक्सर वैज्ञानिक पद्धति और विचारधाराओं के खिलाफ आवाज उठाते हैं, विज्ञान की समाज के कई अन्य वर्गों द्वारा भी आलोचना की गई है क्योंकि इसके आविष्कार विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक, पर्यावरणीय और स्वास्थ्य मुद्दों को रास्ता दे रहे हैं।

परमाणु हथियार जैसे वैज्ञानिक आविष्कार मानव जाति के लिए खतरा पैदा करते हैं। इसके अलावा, तैयारी की प्रक्रियाओं के साथ-साथ अधिकांश वैज्ञानिक रूप से डिज़ाइन किए गए उपकरणों का उपयोग प्रदूषण को जोड़ रहा है, जिससे सभी के लिए जीवन कठिन हो गया है।

विज्ञान के चमत्कार पर निबंध, essay on wonder of science in hindi (600 शब्द)

पिछले कुछ दशकों में कई वैज्ञानिक खोजें और आविष्कार हुए हैं जिन्होंने जीवन को बहुत आसान बना दिया है। पिछले दशक कोई अपवाद नहीं था। काफी महत्वपूर्ण वैज्ञानिक आविष्कार हुए जिन्हें सराहना मिली। यहाँ 10 सबसे उल्लेखनीय हाल के वैज्ञानिक आविष्कारों पर एक नज़र है।

हाल ही में वैज्ञानिक आविष्कार और खोजें:

माइंड के माध्यम से बायोमेकेनिकल हैंड पर नियंत्रण: Amputee Pierpaolo Petruzziello, एक व्यक्ति जो एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में अपनी जान गंवा बैठा, उसने अपने विचारों से अपने हाथ से जुड़े जैव-रासायनिक हाथ को नियंत्रित करना सीख लिया। हाथ इलेक्ट्रोड और तारों के माध्यम से उसकी बांह की नसों से जुड़ा हुआ है। वह पहले व्यक्ति बन गए, जिन्होंने उंगली पकड़ने, वस्तुओं को हथियाने और अपने विचारों के साथ मुट्ठी बांधने जैसे आंदोलनों को बनाने की कला में महारत हासिल की।

ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम: ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम, जिसे लोकप्रिय रूप से जीपीएस के रूप में जाना जाता है, वर्ष 2005 में व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य हो गया। यह मोबाइल उपकरणों में एम्बेडेड था और दुनिया भर में यात्रियों के लिए एक वरदान साबित हुआ। नए स्थानों की यात्रा करते समय दिशाओं की तलाश करना आसान नहीं होगा।

Prius – सेल्फ ड्राइविंग कार: Google ने वर्ष 2008 में सेल्फ ड्राइविंग कार परियोजना शुरू की और जल्द ही टोयोटा ने Prius को पेश किया। इस कार में ब्रेक पैडल, स्टीयरिंग व्हील या एक्सिलरेटर नहीं है। यह एक इलेक्ट्रिक मोटर द्वारा संचालित है और इसे संचालित करने के लिए किसी भी उपयोगकर्ता के इंटरैक्शन की आवश्यकता नहीं है। यह विशेष सॉफ्टवेयर, सेंसर का एक सेट और सटीक डिजिटल मैप्स के साथ एम्बेडेड है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ड्राइवरलेस अनुभव सहज और सुरक्षित है।

एंड्रॉयड: दशक के सबसे उल्लेखनीय आविष्कारों में से एक के रूप में जाना जाता है, एंड्रॉइड एक क्रांति के रूप में आया और उस बाजार पर कब्जा कर लिया जो पहले सिम्बियन और जावा संचालित उपकरणों से भरा था। इन दिनों ज्यादातर स्मार्ट फोन एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलते हैं। यह लाखों एप्लिकेशन का समर्थन करता है।

कंप्यूटर दृष्टी: कंप्यूटर विज़न में कई सब-डोमेन शामिल होते हैं जैसे कि इवेंट डिटेक्शन, इंडेक्सिंग, ऑब्जेक्ट रिकॉग्निशन, ऑब्जेक्ट पोज़ एस्टीमेशन, मोशन एस्टीमेशन, इमेज रिस्टोरेशन, सीन रिकंस्ट्रक्शन, लर्निंग और वीडियो ट्रैकिंग। यह क्षेत्र वास्तविक दुनिया से उच्च-आयामी डेटा में प्रसंस्करण, विश्लेषण, अधिग्रहण और चित्रण की तकनीकों को शामिल करता है ताकि प्रतीकात्मक जानकारी प्राप्त हो सके।

टच स्क्रीन टेक्नोलॉजी: लगता है कि टच स्क्रीन तकनीक दुनिया भर में ले ली गई है। टच स्क्रीन उपकरणों की लोकप्रियता के लिए संचालन में आसानी बनाता है। ये उपकरण दुनिया भर में एक रोष बन गए हैं।

3 डी प्रिंटिंग तकनीक: 3 डी प्रिंटिंग डिवाइस विभिन्न प्रकार के सामान बना सकती है जिसमें बरतन, सामान, लैंप और बहुत कुछ शामिल है। इसे एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग के रूप में भी जाना जाता है, यह तकनीक इलेक्ट्रॉनिक डेटा सोर्स =से डिजिटल मॉडल डेटा के उपयोग के साथ किसी भी आकार की तीन आयामी वस्तुओं का निर्माण करती है।

जीआईटी हब: वर्ष 2008 में लॉन्च किया गया, यह एक वर्जन कंट्रोल रिपॉजिटरी रिविजन कंट्रोल और इंटरनेट होस्टिंग सर्विस है, जो बग ट्रैकिंग, टास्क मैनेजमेंट, फीचर रिक्वेस्ट और कोड, एप्स को शेयर करने आदि जैसे फीचर्स प्रदान करता है। GitHub प्लेटफॉर्म का विकास 2007 में शुरू हुआ था। साइट को 2008 में लॉन्च किया गया था।

स्मार्ट घड़ियाँ: स्मार्ट घड़ियों बाजार में काफी समय से हैं। हालाँकि, जैसे कि Apple द्वारा लॉन्च किए गए नए फीचर कई अतिरिक्त सुविधाओं के साथ आए हैं और अपार लोकप्रियता हासिल की है। ये घड़ियाँ स्मार्ट फोन की लगभग सभी विशेषताओं के साथ आती हैं और ले जाने और संचालित करने में आसान होती हैं।

क्राउड फंडिंग साइटें: GoFundMe, Kickstarter और Indiegogo जैसी भीड़-फ़ंडिंग साइटों की शुरूआत रचनात्मक दिमाग के लिए वरदान रही है। इन साइटों के माध्यम से, आविष्कारकों, कलाकारों और अन्य रचनात्मक लोगों को अपने विचारों को साझा करने और उन्हें लागू करने के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्राप्त करने का मौका मिलता है।

दुनिया भर के वैज्ञानिक नए वैज्ञानिक आविष्कारों को लाने के लिए लगातार निरीक्षण करते हैं और प्रयोग करते हैं, जिससे लोगों का जीवन आसान हो जाता है। वे न केवल नए आविष्कारों के साथ आते रहते हैं, बल्कि जहां भी गुंजाइश है, मौजूदा लोगों को भी सुधारते हैं। जबकि इन आविष्कारों ने आदमी के लिए जीवन आसान बना दिया है; हालाँकि, इनसे होने वाले पर्यावरणीय, सामाजिक और राजनीतिक खतरों की मात्रा आप सभी से छिपी नहीं है।

[ratemypost]

इस लेख से सम्बंधित अपने सवाल और सुझाव आप नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

Related Post

Paper leak: लाचार व्यवस्था, हताश युवा… पर्चा लीक का ‘अमृत काल’, केंद्र ने पीएचडी और पोस्ट-डॉक्टोरल फ़ेलोशिप के लिए वन-स्टॉप पोर्टल किया लॉन्च, एडसिल विद्यांजलि छात्रवृत्ति कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ, 70 छात्रों को मिलेगी 5 करोड़ की छात्रवृत्ति, leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

जर्मनी अफ्रीका में महामारी को रोकने के लिए 100,000 एमपॉक्स वैक्सीन खुराक दान करेगा

Landslide in kerala: वायनाड भूस्खलन- प्राकृतिक हादसा या मानव जनित, paris olympic 2024: “जलवायु आपातकाल” के बीच ऐतिहासिक आयोजन, 25 जुलाई को मनाया जायेगा संविधान हत्या दिवस – अमित शाह.

HindiFiles.com

  • Bhagwat Geeta
  • Durga Saptashati Path
  • Ashtavakr Geeta
  • Ramcharitmanas Stories
  • Aarti Sangrah
  • Akbar Birbal Stories
  • स्वप्न फल
  • जीवन परिचय
  • Essay in Hindi
  • निबंध

विज्ञान वरदान या अभिशाप निबंध – Essay On Science boon or curse in Hindi

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध- essay on science boon or curse in hindi.

Vigyan vardaan ya abhishap

इस निबंध के अन्य शीर्षक-

  • विज्ञान का सदुपयोग 
  • हमारी वैज्ञानिक उपलब्धियां 
  • वैज्ञानिक दृष्टिकोण संतुलित समाज का आधार 
  • विज्ञान वरदान है या अभिशाप 
  • भारत की वैज्ञानिक प्रगति 
  • विज्ञान के बढ़ते चरण 
  • राष्ट्रीय विकास मे विज्ञान का योगदान 
  • भारतीय कृषि मे विज्ञान का योगदान 

रूपरेखा–

  • प्रस्तावना,
  • यन्त्र विज्ञान की देन,
  • मनोरंजन एवं ज्ञान में वृद्धि,
  • मौसम एवं अन्तरिक्ष विज्ञान,
  • औषधि विज्ञान एवं सर्जरी की देन,
  • मानव–कल्याण,
  • भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियाँ,
  • उपसंहार।

प्रस्तावना

यन्त्र विज्ञान की देन, मनोरंजन एवं ज्ञान में वृद्धि, मौसम एवं अन्तरिक्ष विज्ञान, औषधि विज्ञान एवं सर्जरी की देन, मानव–कल्याण, भारत की वैज्ञानिक उपलिब्धयाँ, उपसंहार.

  • श्रीमद्भगवद गीता
  • श्री हनुमान उपासना
  • सम्पूर्ण शिव उपासना
  • सम्पूर्ण दुर्गा सप्तशती पाठ | Complete Durga Saptashati Path in Hindi
  • श्री रामचरितमानस
  • अष्टावक्र गीता
  • सम्पूर्ण विदुर नीति
  • सम्पूर्ण चाणक्य नीति
  • श्री गणेश उपासना
  • माँ गायत्री उपासना
  • माँ दुर्गा उपासना

Popular Posts

सम्पूर्ण श्रीमद भागवत गीता – Complete Shrimad Bhagwat Geeta in Hindi

सम्पूर्ण श्रीमद भागवत गीता – Complete Shrimad Bhagwat Geeta in Hindi

पहला अध्यायःअर्जुनविषादयोग- श्रीमद् भगवदगीता

पहला अध्यायःअर्जुनविषादयोग- श्रीमद् भगवदगीता

दूसरा अध्यायः सांख्ययोग- श्रीमद् भगवदगीता

दूसरा अध्यायः सांख्ययोग- श्रीमद् भगवदगीता

श्रीमद् भगवदगीता माहात्म्य.

तीसरा अध्यायः कर्मयोग- श्रीमद् भगवदगीता

तीसरा अध्यायः कर्मयोग- श्रीमद् भगवदगीता

  • Akbar Birbal Story [48]
  • Anmol Vichar [12]
  • Ashtakam [16]
  • Ashtavakr Geeta [22]
  • Baital Pachisi [8]
  • Chalisa [42]
  • Chanakya Niti [19]
  • Complete Vidur Niti [9]
  • Durga Saptashati Path [36]
  • Essay in Hindi [200]
  • Maa Durga [26]
  • Mantra [22]
  • Namavali [6]
  • Navratri [14]
  • Navratri Aarti [9]
  • Panchtantra Stories [67]
  • Sekh Cilli Ki Kahani [1]
  • Shreemad Bhagvat Geeta [24]
  • Slogans [1]
  • Stotram [89]
  • Suvichar [9]

विज्ञान के वरदान पर निबंध | Essays on the Gift of Science in Hindi

science curse or boon essay in hindi

विज्ञान के वरदान पर निबंध | Essays on the Gift of Science in Hindi!

इस सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा, पालन कर्त्ता विष्णु और संहारक शिव हैं । लेकिन मानव के नए-नए आविष्कारों को देखकर ऐसा लगता है इन तीनों महाशक्तियों को मानव ने अपने हाथों की कठपुतली बना लिया है । परखनली में शिशु को जन्म देकर ब्रह्मा को चौंका दिया ।

नए-नए उद्योग, कारखाने और कम्पनियां लगाकर वह मानव का पालन कर रहा है परमाणु बम का निर्माण कर सृष्टि का संहार कर सकता है । जैसे अमरीका ने जापान पर परमाणु बम गिराकर नरसंहार की एक झलक दिखाई ।

विज्ञान पृथ्वी के लिए कामधेनु है जिसके द्वारा बहरा सुन सकता है, अन्धों को आखें दी जा सकती हैं, कृत्रिम पैर लगाकर मानव न केवल चल ही सकता है बल्कि अपना लक्ष्य भी प्राप्त कर सकता है । जैसे बिना पैरों के सुधा रमन्नन ने नृत्य जगत में धूम मचा दी ।

मानव अपनी आवश्यकताओं के लिए नए-नए आविष्कार करता रहा है और कर रहा है । मोटर साइकिल, हवाई जहाज, कार, रेलगाड़ी का निर्माण किया जिससे घंटों की यात्रा मिनटों में हो जाती है । बेतार के तार टेलीफोन को बनाना जिसके द्वारा हम देश और विदेश दोनों जगह वार्तालाप कर सकते हैं ।

ADVERTISEMENTS:

जीवन को संगीतमय बनाने के लिएदूरदर्शन, रेडियो, टेप रिर्काडर बनाए । पैन, पेंसिल बनाकर लेखन कला को समृद्ध किया । पानी से बिजली बनाकर अमावस्या की रात को पूर्णिमा में बदल दिया । गूंगे, बहरे और अन्धों के लिए उनके अनुरूप यन्त्रों का आविष्कार किया, जिससे वह सामान्य जीवन व्यतीत कर सके ।

एक्स-रे का निर्माण कर मानव ने भीतरी अंगों के चित्र लिए । गर्मी को दूर करने के लिए कूलर, पंखे और सर्दी को दूर करने के लिए हीटर बनाए । देश और विदेश की जानकारी प्राप्त करने के लिए टेलीविजन बनाया जिसे न केवल सुना जा सकता है अपितु देख भी सकते हैं । खेती के लिए नए-नए तरीके और औजार बनाए, गैस चालित चूल्हों का निर्माण किया ।

कपड़े धोने की मशीन, जल निकासी के लिए जमीन के भीतर नालियां, कीट-पतंगों के नाश के लिए जहरीली दवाएं, स्वास्थ्यवर्धक इंजैक्शन, हृदय रोपण, शल्य-चिकित्सा, प्लास्टिक सर्जरी, कपड़े सीने की मशीन, गेहूं पीसने की मशीन, कम्प्यूटर, फैक्स, इलैक्ट्रोस्ट्रेट मशीन, कैमरा जैसी मानवोपयोगी वस्तुएं बनाईं । हर मौसम के फलों और सब्जियों को सुरक्षित रखकर प्रकृति को अपना दास बनाया ।

विज्ञान के जहाँ अनेक लाभ हैं वहाँ हानियाँ भी हैं । यातायात की दुर्घटनाओं को बढ़ना, एक देश का दूसरे देश के साथ हथियार लेकर लड़ना, ज्वलनशील पदार्थ फेंकना, बम के द्वारा नुकसान पहुँचाना । परमाणु बम का भय दिखाकर छोटे देशों को दबाना । सभी कार्य मशीनों द्वारा होने से मानव निकम्मा और आलसी हो गया हैं ।

दस व्यक्तियों का काम एक अकेली मशीन के द्वारा होने से बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो गई । घरेलू गैस का तनिक भी असावधानी से प्रयोग होने पर भयंकर विस्फोट को होना आम बात है । विज्ञान ‘अलादीन के चिराग’ की तरह मानव की आवश्यकताओं की पूर्ति करता है । सभी क्षेत्रों में अपनी विजय पताका लहरा रहा है । यह मानव के ऊपर है कि वह किस तरह इसका उपयोग करता है । विज्ञान केवल तब तक वरदान है जब तक हम उसका सही उपयोग करें अन्यथा अभिशाप ।

Related Articles:

  • विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर निबंध | Science : Blessing or Curse
  • विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर अनुच्छेद | Article on Science is a Blessing or a Curse in Hindi
  • विज्ञान: वरदान या अभिशाप पर निबंध | Essay on Science : Blessing or Curse in Hindi
  • विज्ञान वरदान या अभिशाप (निबन्ध)| Essay on Science: A Boon or A Curse in Hindi

IMAGES

  1. Essay _ Science _ boon or curse Explained step by step in Hindi

    science curse or boon essay in hindi

  2. Science a Boon or Curse || Essay /Article Writing in Hindi & English|For: 9 to12

    science curse or boon essay in hindi

  3. विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध

    science curse or boon essay in hindi

  4. Science- boon or curse essay in Hindi/विज्ञान- वरदान या अभिशाप पर निबंध/Hindi essay writing

    science curse or boon essay in hindi

  5. 183,science a boon or curse/ essay on science a boon/ english to hindi @Englishreadingpractice

    science curse or boon essay in hindi

  6. विज्ञान वरदान या अभिशाप निबंध

    science curse or boon essay in hindi

VIDEO

  1. Science

  2. विज्ञान

  3. Write an essay on Science is a blessing or Boon

  4. विज्ञान : वरदान या अभिशाप पर हिंदी में निबंध लिखिए

  5. Eco tourism in Protected Area: Curse or Boon, Essay for CSE, GS, IFS, CAPF, other competitive exams

  6. write essay science a boon or curse in english||science boon or curse par nibandh likhen|science

COMMENTS

  1. विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर निबंध

    विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर लघु व दीर्घ निबंध (Short and Long Essay on Science is a Boon or Curse in Hindi, Vigyan Vardan ya Abhishap par Nibandh Hindi mein) मैंने इस निबंध के माध्यम से विज्ञान के सभी ...

  2. विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर निबंध

    Essay on Is Science a boon or a curse in Hind विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर निबंध| विज्ञान क्या है, इसके बढ़ते कदम, विज्ञान से लाभ तथा हानि के बारे में जानेगे

  3. विज्ञान वरदान या अभिशाप (निबन्ध)| Essay on Science: A Boon or A Curse

    विज्ञान वरदान या अभिशाप (निबन्ध)| Essay on Science: A Boon or A Curse in Hindi! धूप-छाँव, रात-दिन की तरह जीवन के हर कार्य के दो पहलू हैं । इसी ज्ञान-विज्ञान के भी दो पहलू स्पष्ट देखे ...

  4. विज्ञान: वरदान या अभिशाप पर निबंध

    Article shared by: विज्ञान: वरदान या अभिशाप पर निबंध | Essay on Science : Blessing or Curse in Hindi! ADVERTISEMENTS: आज का युग विज्ञान का युग है । हमारे जीवन का कोई भी क्षेत्र इससे ...

  5. विज्ञान : वरदान या अभिशाप पर निबन्ध

    विज्ञान : वरदान या अभिशाप पर निबन्ध | Essay on Science : A Boon or Bane in Hindi! 1. भूमिका: विज्ञान का अर्थ है किसी विषय का विशेष और व्यवस्थित (Specific and System) ज्ञान । विशेष ज्ञान के बल पर ही ...

  6. विज्ञान: एक अभिशाप अथवा विज्ञान के दुरुपयोग पर निबंध

    विज्ञान: एक अभिशाप अथवा विज्ञान के दुरुपयोग पर निबंध | Essay on Science : A Curse or Abuse of Science in Hindi! विज्ञान की देन अद्‌वितीय है । प्रत्येक क्षेत्र में विज्ञान अनेक रूपों में ...

  7. विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध (Essay On Science Boon Or Curse In Hindi)

    विज्ञान की वजह से मनुष्य जीवन हर तरह से बदल गया है। विज्ञान की वजह से ही मनुष्य आज इतनी ऊँचाईयों पर पहुंच पाया है। विज्ञान सुखों के ...

  8. विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध-Essay On Science Boon Or Curse In Hindi

    विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध (Essay On Science Boon Or Curse In Hindi) : भूमिका : आज का युग विज्ञान का युग है। आज के वैज्ञानिक युग ने मनुष्य के जीवन में बहुत ही प्रभाव उत्पन्न ...

  9. विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध हिंदी में ||Essay on Science Boon or

    वास्तव में विज्ञान को वरदान या अभिशाप बनाने वाला मनुष्य है। यदि हम वैज्ञानिक उपकरणों का उपयोग मानव कल्याण के लिए करे तो वह हमारे लिए ...

  10. विज्ञान वरदान या अभिशाप निबंध Essay on Science Blessing or Curse in Hindi

    विज्ञान वरदान या अभिशाप निबंध | Long Essay on Science, A Boon or Bane in Hindi. आधुनिक युग विज्ञान का युग है. विज्ञान आज मानव जीवन से इस प्रकार घुल मिल गया है, कि ...

  11. विज्ञान : वरदान या अभिशाप पर निबंध

    विज्ञान : वरदान या अभिशाप पर निबंध | विज्ञान एक वरदान या अभिशाप है पर निबंध | essay on science : blessing or curse in hindi - आज का युग वैज्ञानिक चमत्कारो

  12. Essay on Science Boon or Curse in Hindi

    Essay on Science Boon or Curse in Hindi. Essay on Science Boon or Curse in Hindi 1000 Words (Download PDF) विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध - विज्ञानं के अविष्कार ने मानवजाति का भविष्य बदल दिया है। विज्ञान वरदान या ...

  13. Essay on Science Boon or Curse in Hindi

    विज्ञान एक वरदान या अभिशाप पर निबंध लिखें, (Vigyan Vardan Ya Abhishap Par Nibandh, Essay on Science Boon or Curse in Hindi, Science blessing or curse Essay in hindi 500 words, in 1000 words). विज्ञान आज हमारी हर छोटी से बड़ी जरूरत पूरी कर रहा ...

  14. विज्ञान वरदान है या अभिशाप? पर निबंध (Is Science a Boon or a Curse

    पर लघु और दीर्घ निबंध (Short and Long Essay on Is Science a Boon or a Curse par Nibandh Hindi mein) 100% FREE Exercise & Practice for CBSE, NCERT and ICSE. Book Solutions. RS AGGARWAL MATH SOLUTION; ... (Short and Long Essay on Is Science a Boon or a Curse in Is Science a Boon or a Curse par Nibandh Hindi mein)

  15. विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध

    विज्ञान पर निबंध - विज्ञान 'वरदान' है या 'अभिशाप' हिंदी निबंध - विज्ञान- वरदान या अभिशाप - Essay On Science Boon Or Curse In Hindi - Vigyan Vardan ya Abhishap Essay In Hindi - Essay on Science : Blessing or Curse in Hindi - Vigyan Vardan Ya Abhishap Par Nibandh

  16. Science- boon or curse essay in Hindi/विज्ञान ...

    This essay is very helpful for... #Namrata Art & EducationHello Friends, Welcome to my channel.This video is about an essay on "Science-boon or curse" in Hindi.

  17. विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध

    पहले जान लेते है विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध | essay on science blessing or curse in hindi पर निबंध की रूपरेखा ।. निबंध की रूपरेखा. (1) प्रस्तावना. (2) यंत्र ...

  18. विज्ञान के गुण और दोष पर निबंध

    विज्ञान के गुण और दोष पर निबंध - (Essay On Advantages And Disadvantages Of Science In Hindi) विज्ञान वरदान या अभिशाप - Science Boon Or Curse रूपरेखा- प्रस्तावना, विज्ञान की प्रगति, विज्ञान का वरदानी ...

  19. विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर निबंध

    विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर अनुच्छेद | Article on Science is a Blessing or a Curse in Hindi ; विज्ञान वरदान या अभिशाप (निबन्ध)| Essay on Science: A Boon or A Curse in Hindi

  20. Essay on science in hindi, importance, wonders: विज्ञान पर निबंध

    विज्ञान पर निबंध, Essay on science in hindi (200 शब्द) विज्ञान में प्राकृतिक और भौतिक दुनिया के व्यवहार का व्यापक अध्ययन शामिल है। अध्ययन का संचालन अनुसंधान, अवलोकन और ...

  21. Science a Boon or Curse || Essay /Article Writing in Hindi & English

    #science_a_boon_or_curse #science_blessing_or_curse #akkushwaha Essay /Article Writing || For: 11 to12Class-11th &12th (Essay) Importance of women's Educati...

  22. Essay On Science boon or curse in Hindi

    The best Hindi information on Festivals, Aarti, Bhajan, Katha, Mantra, Vandana, Chalisa, Prerak Kahaniyan, Namavali, Neeti, and informative Blogs. ... विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध- Essay on Science boon or curse in Hindi.

  23. विज्ञान के वरदान पर निबंध

    विज्ञान के वरदान पर निबंध | Essays on the Gift of Science in Hindi! इस सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा, पालन कर्त्ता विष्णु और संहारक शिव हैं । लेकिन मानव के नए-नए ...